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राजनीति के आंकडे और समीकरणों के लिए नैतिकता को दर किनार करने वाले दलों ने गुजरात में ताल ठोकना शुरू कर दी है। 

मतदाताओं को रिझाने के लिए साम, दाम, दण्ड और भेद के सिध्दान्तों को अपनाया जा रहा है। गुजरात के चुनावों में सभी दलों ने पूरी ताकत झोंक दी है। 

कांग्रेस ने गुजरात परिवर्तन संकल्प यात्राओं के माध्यम से मतदाताओं को रिझाने की रणनीति पर काम प्रारम्भ कर दिया है। 

कच्छ के भुज, सौराष्ट्र के सोमनाथ, उत्तरी गुजरात के बडगाम, दक्षिणी गुजरात के जंबूसर तथा मध्य गुजरात के बाला सिनोर से इन यात्राओं को प्रारम्भ किया जायेगा। कुल 5,432 किलोमीटर चलने वाली इन यात्राओं में 95 रैलियां की जायेंगी तथा 145 जनसभायें आयोजित करने की योजना है। वहीं आम आदमी पार्टी की मुश्किलें निरंतर बढती जा रहीं है। राज्य में अभी से गुटबाजी का माहौल बनने लगा है। असंतुष्टों की संख्या में इजाफा हो रहा है। वहीं दिल्ली के मंडोली जेल से मनी लान्ड्रिंग केस के आरोपी सुकेश चन्द्रशेखर ने पत्र धमाका कर दिया है। सुकेश ने आम आदमी पार्टी के सर्वेसर्वा अरविन्द केजरीवाल पर आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य सभा पहुंचाने के नाम पर केजरीवाल ने 50 करोड की मांग की थी, जिसे हमने पूरा भी कर दिया था। यदि हम पर ठगी के आरोप लगाये गये हैं तो केजरीवाल महाठग है। इस पत्र को सोशल मीडिया से लेकर विभिन्न संचार माध्यमों से खूब प्रचारित किया जा रहा। वहीं आम आदमी पार्टी की पंजाब में सरकार के बनने के बाद से वहां पर खालिस्तान समर्थकों को खुला संरक्षण देने की बात करने वाले, अनेक संदर्भित घटनाओं को प्रमाण के रूप में प्रस्तुत कर हैं।

 पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद से हिमाचल के साथ तनावपूर्ण संबंधों की शुरूआत हो गई थी। खालिस्तान का नारा बुलंद करने वालों ने हिमाचल में अराजकता फैलाना, भय का माहौल बनाना तथा वहां की राज्य सरकार को चुनौती देना शुरू कर दिया था। शिमला के अतिसंवेदनशील क्षेत्र में खालिस्तान के झंडे लगाने, पंजाब से खालिस्तान के झंडे लगी गाडियों का काफिला लेकर हिमाचल में जाने तथा धमकी भरे पत्रों को भेजने जैसी घटनायें होने लगीं हैं।

 इन आतंकवादी घटनाओं पर अंकुश लगाने की गरज से हिमाचल की सरकार व्दारा कदम उठाते ही पंजाब की आम आदमी पार्टी की सरकार के इशारे पर हिमाचल की गाडियों पर पंजाब में मनमाने ढंग से चालानी कार्यवाही की जाने लगी।

 हाल में ही हिन्दू नेता सुधीर सूरी की पंजाब पुलिस की मौजूदगी में कोट बाबा दीप सिंह निवासी संदीप सिंह सन्नी ने 32 बोर की पिस्तौल से हत्या कर दी। सुधीर सूरी मूर्तियों की बेअदवी के विरोध में अपने समर्थकों के साथ प्रदर्शन कर रहे थे। उस समय सूरी की सुरक्षा में पंजाब पुलिस के 15 जवान तैनात थे, मगर सुरक्षाकर्मियों ने न तो जबाब में गोलियां ही चलाई और न ही हिन्दू नेता को बचाने हेतु कोई प्रभावी कार्यवाही ही की। 

कनाडा में बैठा खालिस्तान का स्वयंभू नेता लखवीर सिंह लड्डा ने पाकिस्तान में छुपे अपने सहयोगी हरन्दिर सिंह रिंदा के साथ मिलकर इस हत्याकाण्ड को अंजाम दिलवाया और डंके की चोट पर भारत को धमकी देते हुए कहा कि यह तो अभी शुरूआत है। 

आम आदमी पार्टी पर खालिस्तान समर्थकों के साथ मिलकर राष्ट्र विरोधी षडयंत्र करने के आरोप भारतीय जनता पार्टी सहित अनेक सामाजिक संगठन लम्बे समय से लगाते आ रहे हैं। हिन्दू नेता की हत्या ऐसे समय पर की गई जब श्री गुरु नानक देव जी का प्रकाश पर्व नजदीक था। सूरी की हत्या के बाद हिन्दू संगठनों ने बंद का आह्वाहन किया तिस पर सिख तालमेल कमेटी के प्रधान हरपाल सिंह चड्डा ने भडकाऊ वक्तव्य देकर हिन्दू-सिख सौहार्द को आग लगाने का प्रयास किया।

 चड्डा ने हिन्दू नेता हत्या की निंदा करने के स्थान पर इस घटना को कर्मो का फल निरूपित कर दिया। मगर हिन्दू संगठनों ने संयम बरते हुए कहा कि प्रकाश पर्व पर निकाली जाने वाली शोभा यात्रा में बंद का असर नहीं होगा। कोई भी हिन्दू संगठन शोभा यात्रा के विरोध में नहीं हैं। 

जहां सिख समाज का स्वयंभू नेता बनकर सामने आने वाले लोग आपसी भाईचारे को समाप्त करने के षडयंत्र पर काम कर रहे हैं वहीं सहनशक्ति की सीमा के नजदीक पहुंचकर हिन्दू समाज संतुलन कायम करने में लगा है। पंजाब में फिर से पनप रहे खालिस्तान आंतकी गिरोहों के निरंतर बुलंद होते हौसलों के लिए वहां की वर्तमान सरकार को उत्तरदायी माना जा रहा है।

अनेक नेताओं ने तो सूरी की हत्या का छीकरा ही पंजाब पुलिस पर फोड दिया है। उनका मानना है कि सुरक्षा घेरे में रहने वाले व्यक्ति की हत्या होना बिना मिली भगत के संभव नहीं है। यह मुद्दा गुजरात चुनावों में तेजी से काम करता नजर आ रहा है। दिल्ली सरकार पर लगने वाले आरोपों को भी अनेक संदर्भोेें के साथ जोडकर प्रमाणित करने का प्रयास किया जा रहा है। 

मुफ्तखोरी, लालाच और लुभावने वादों की मृगमारीचिका के पीछे मतदाताओं को दौडाने वाली पार्टियां अपनी घोषणाओं को पूरा करने की योजनाओं का खुलासा करने से निरंतर कतरा रहीं है। घोषणायें करना सरल होता है परन्तु उन्हें राज्य सरकार के संसाधनों की दम पर पूरा करना बेहद कठिन होता है। सत्ता मिलते ही केन्द्र की ओर कटोरा लेकर दौडने वाले राज्यों की सरकारें समस्याओं का समाधान न मिलने पर आम आवाम के सामने केन्द्र को कोसना शुरू कर देतीं हैं।

 यूं तो गुजरात में त्रिकोणीय मुकाबले की स्थिति दिख रही है किन्तु ओवैसी की आल इण्डिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन भी पर्दे के पीछे से अपना जाल बिछाकर मुस्लिम मतदाताओं को लुभाने में लगी है। वर्तमान में चुनावों की गणित कूटनैतिक चालों से आगे बढकर षडयंत्र की सीमा में प्रवेश कर रहा है। ऐसे में मतदाताओं को चुनावी घोषणाओं की व्यवहारिक संभावनाओं को बरीकी से जानना होगा, पार्टियों की नीतियों का सामने आ रहा स्वरूप देखना होगा और प्रत्याशियों के अतीत के आधार पर लेना होगा निर्णय। तभी प्रदेशों के निवासियों को आने वाले समय में सार्थक परिणाम मिल सकेंगे। 

फिलहाल तो कहीं खालिस्तान का नारा बुलंद है तो कहीं मुसलमानों का मसीहा बनकर अपने झंडे के नीचे लाने की जुगाड बैठाई जा रही हैं। कही राम मंदिर और धारा 370 के कीर्तिमान रेखांकित किये जा रहे हैं तो कहीं यात्राओं से तिलिस्म पैदा करने की कोशिशें हो रहीं है। 

ऐसे में मतदाताओं को कार्य प्रणाली से परखनी होगी पार्टियों की नीतियां अन्यथा बाह्य आकर्षण से धोखे की संभावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकेगा। इस बार बस इतना ही। अगले सप्ताह एक नई आहट के साथ फिर मुलाकात होगी।

                               

ऋषिकेश :
सूरजमणी सिलस्वाल 

 ऋषिकेश के आई डी पी एल निवासी राजीव तिवारी को ऑस्ट्रेलिया की क्वीन्सलैंड सिटी का  जस्टिस आफ पीस के सम्मान से नवाजकर  सम्मानित किया है। आई डी पी एल में बचपन बिताने वाले  राजीव तिवारी के दिवंगत पिता आई डी पी एल इंटर कालेज में अध्यापक थे इन्ही से राजीव ने अपनी प्रारंभिक व हाई स्कूल व इंटर की शिक्षा प्राप्त की। जस्टिस आफ पीस के सम्मान से नवाजे जाने पर राजीव तिवारी ने वहाँ पर भारत का नाम रोशन किया है। क्वीन्सलैंड सिटी के जस्टिस आफ पीस बनाये जाने पर राजीव तिवारी ने बताया कि जस्टिस आफ पीस ऑस्ट्रेलिया की आधिकारिक अथॉरिटी है जो पुलिस द्वारा किसी नाबालिग के पकड़े जाने उसके बयान को सत्यापित कराने हेतु जस्टिस आफ पीस के समक्ष प्रस्तुतकर पूछताछ करती है। जस्टिस आफ पीस नाबालिग की छुट्टी के समय सर्च वारंट व अरेस्ट वारंट जारी कर न्यायिक कार्य को अंजाम देती है। मजिस्ट्रेट की अनुपस्थित में जस्टिस आफ पीस को उसके स्थान पर ड्यूटी पर बुलाया जाता है। जो आगे की कार्यवाही को अंजाम देते है।
राजीव तिवारी 2010 से ऑस्ट्रेलिया में रह रहे हैं।उनकी माताजी अब देहरादून के प्रेमनगर में निवास करतीं हैं। राजीव तिवारी  के एक पुत्र व एक पुत्री है।उनका क्विनसलैंड सिटी में  77 एकड़ का केले की खेती का कृषि फ़ार्म है।

रूद्रप्रयाग :



अब जनपद के दूरस्थ क्षेत्रों के छात्र छात्राओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। जिलाधिकारी मंगेष घिल्डियाल के प्रयासों से .राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में एक निःशुल्क  कोचिंग सेंटर खोला गया है। जिसे प्रेरणा नाम दिया गया है। बुद्धवार को जिलाधिकारी द्वारा सेंटर का विधिवत उद्घाटन किया गया। 

उद्घाटन अवसर पर छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता हासिल करने के लिए लक्ष्य के प्रति गम्भीर होना आवष्यक है। इसके लिए स्वयं में पागलपन पैदा करना पड़ता है। प्रेरणा कोचिंग सेन्टर पहाड़ के दूरस्थ स्थानों के युवाओं के लिए एक अवसर लेकर आया है। जिसका लाभ उठाकर जीवन में सफलता हासिल करें। कहा कि सेंटर के लिए फेकल्टी की व्यवस्था चमोली की जिलाधिकारी स्वाति भदोरिया के सहयोग से हो चुकी है। जो कि सप्ताह में चार दिन दोपहर ढ़ाई बजे से पांच बजे तक अपनी सेवायें देंगे। एक बैच की अवधि चार माह होगी। 

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ एमएस पंवार ने कहा कि पहाड़ों में प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए वातावरण की कमी है। और यह कोचिंग सेन्टर एक वातावरण तैयार करने में सहायक सिद्ध होगा। कहा कि अवसरों की कमी नहीं है आवष्यकता है उसको प्राप्त करने की प्रतिबद्धता की।

कार्यक्रम का संचालन करते हुए कोचिंग प्रभारी डा चन्द्रपाल ने बताया कि निंःषुल्क कोचिंग के लिए अब तक 325 से अधिक आवेदन प्राप्त हो चुके हैं। जिनकी विषय विषेषज्ञों द्वारा परीक्षा ली जायेगी। परीक्षा पास करने वाले छात्र छात्राओं को विधिवत कोचिंग दी जायेगी। समय समय पर बाहर से विषय विषेषज्ञ भी आकर छात्र छात्राओं की मदद करंेगे। 
डाॅ पंकज बहुगुणा ने जिलाधिकारी का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए आषा व्यक्त की कि यह कोचिंग सेन्टर छात्र छात्राओं के लिए स्वर्णिम अवसर प्रदान करेगा। जिसके भविष्य में सुखद परिणाम निकलेंगे। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापक डाॅ अखिलेष्वर द्विवेदी, डाॅ आबिदा, डाॅ नवीन खण्डूरी, डाॅ विष्णु शर्मा, छात्र संघ अध्यक्ष लवकुष भट्ट आदि थे। 

रूद्रप्रयाग,:


सूचना एवं लोक सम्पर्क विभाग उत्तराखण्ड के सौजन्य से पिण्डर घाटी बहुद्देषीय विकास एवं सांस्कृतिक समिति थराली चमोली द्वारा मुख्य बाजार रूद्रप्रयाग, तिलवाडा व अगस्त्यमुनि में नुक्क्ड नाटक के जरिए योजनाओं की जानकारी दी गई। इस अवसर पर समिति ने सरकार द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं यथा- अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना के तहत 05 लाख रूपये की बीमा कवरेज की सुविधा, चारधाम परियोजना स्वच्छता, होम स्टे योजना के तहत पहाड की परम्परागत षैली में घरों को निर्मित कर आर्थिकी को मजबूत करने, कौशल योजना व महिला सशक्तिकरण  आदि के सम्बन्ध में नुक्कड नाटक के माध्यम से लोगों को जागरूक किया गया। 
इसके साथ ही विकास प्रचार माध्यम से समिति के सदस्यो ने पहाड से हो रहे निरन्तर पलायन को रोकने के लिए सरकार की योजना से लाभ उठाकर अपनी आर्थिकी को मजबूत करने पर जोर दिया। कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि लोगों को गांव में ही रोजगार उपलब्ध हो। इसके लिए सरकार द्वार होम स्टे योजना, वीर चन्द्र सिंह गढवाली योजना, अपने कौषल को सुदृढ करने हेतु प्रधानमंत्री कौशल योजना के तहत लोगों को विभिन्न प्रशिक्षण   दिए जा रहे है। 
इस अवसर पर समिति के टीम लीडर उज्ज्वल भट्टनागर, कलाकार अभिषेक डोभाल, सुनील चैहान, मयंक चैधरी, सूरज मेहता सहित अन्य सदस्य व भारी संख्या में जनता उपस्थित थी। 

ऋषिकेश :


 रा.पू.मा. विघालय चकजोगीवाला मे   सोमवार  को राजकीय इण्टर कालेज छिददरवाला  के राष्ट्रीय सेवा योजना  शिविर के  चौथे दिन  स्वयं सेवियों ने ग्राम सभा साहबनगर  मे  क्रार्यक्रम अधिकारी ओमवीर सिंह सैनी के नेतृत्व मे सडक एवं गलियों की सफाई कर स्वच्छता का संदेश दिया । स्वयं सेवियों ने ग्रामीणो से गांव को  स्वच्छ रखने की अपील की ।इस दौरान बौद्धिक सत्र मे लक्ष्मी प्रसाद नौटियाल एवं मोनिका ने शारिरिक संरचनाओ  के प्रत्येक अंगतन्त्र के बारे मे  जानकारी दी । रोगों से बचाव के उपाय  बताये ।इस दौरान ब्लड ग्रुप,ब्लड प्रेशर एव हीमोग्लोबिन की जांच की गयी । ईकाई प्रमुख अर्चना रावत,लक्ष्मी पंवार,नेहा,अंजली रावत,गौरव भण्डारी आदि मौजूद रहे ।


 उत्तरकाशी :

 पुलिस के जौवन की मुस्तैदी से बची एक महिला की जान

 शनिवार सुबह उत्तरकाशी में थाना धरासू को सूचना मिली कि एक महिला बूंदा देवी पत्नी श्री इलम दास उम्र 60 वर्ष भागीरथी नदी में बढ़ेथी घाट के पास कपड़े धोने गई थी जो कि अचानक नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण बीच नदी में फंस गई।  गुलशन नेगी,पुलिस कांस्टेबल , धरासू  ने तुरंत स्थान पर पहुंचकर साहस का परिचय देते हुए ,महिला को भागीरथी नदी से सकुशल निकाला।   भागीरथी नदी के तेज बहाव में  महिला कपडे धोते हुए अचानक तेज बहाव की चपेट में आ गयी थी।  महिला  ने उत्तरकाशी पुलिस का जान बचाने के लिए धन्यवाद का धन्यवाद किया

 देहरादून ;
 सामाजिक संस्था हिल्स डेवलपमेंट मिशन द्वारा तेज तरार क्रिकेट खिलाडी पवन सुयाल एवं उत्तराखंड प्रसिद्ध लोक गायिका कल्पना चौहान को  कल सम्मानित किया गया. पवन सुयाल आजकल उत्तराखंड की टीम से प्रैक्टिस मैच देहरादून में अफगानिस्तान के खिलाफ खेल रहे है.   क्रिकेट खिलाड़ी पवन सुयाल उत्तराखंड के पौड़ी जिले के बीरोंखाल विकास खंड के पिपलासैण गांव के मूल निवासी है तथा इनकी शिक्षा दीक्षा गांव के ही सरकारी स्कूल से हुई है । पवन २० साल की उम्र से क्रिकेट खेल रहे है तथा क्रिकेट में इनकी रूचि बचपन से ही थी. पवन दिल्ली की ओर से रणजी टीम की तरफ से खेलते हैं. तथा पवन आईपीएल में मुंबई इंडियनस तथा दिल्ली डिअर डेविल्स के लिए भी खेल चुके हैं. पवन बाये हाथ के तेजतर्रार गेंदबाज है. पवन सुयाल क्रिकेट की दुनिया में उत्तराखंड ही नहीं पूरे देश का नाम रोशन कर रहे है.  क्रिकेटर पवन सुयाल को क्रिकेट के खेल में उत्कृट योगदान के लिए हिल्स डेवलपमेंट मिशन द्वारा सम्मानित किया गया . इस अवसर पर संस्था के अध्यक्ष रघुबीर बिष्ट ने कहा कि हमे इस प्रकार कि प्रतिभाओ को सम्मानित करने पर गर्व महसूस होता है तथा इस तरह के प्रतिभावो से समाज को नई प्रेरणा मिलेगी. कार्यक्रम में सुप्रसिद्ध संगीतकार राजेंद्र चौहान तथा सामाजिक चिंतक प्रकाश थपलियाल भी मौजूद थे.  इस अवसर पर संस्था के बबिता लोहानी, कमल रजवार,  अनिल रावत, मोहन भुलानी, रूपेन्दर रवत, नरेंदर रावत, गोपाल गुसाईं, मोहन रावत उत्तराखण्डी, कैलाश जोशी अकेला, पुष्कर नेगी, लक्ष्मी प्रसाद थपलियाल आदि उपस्थित रहे.

केन्‍द्रीय महिला व बाल विकास मंत्री श्रीमती मेनका संजय गांधी ने  नई दिल्‍ली में आईएनएसवी तारिणी की टीम को प्रतिष्ठित नारी शक्ति पुरस्‍कार 2017 प्रदान किया। तारिणी टीम की सभी सदस्‍य महिलाएं हैं। टीम सदस्‍य, लेफ्टिनेंट कमांडर वर्तिका जोशी, लेफ्टिनेंट कमांडर प्रतिभा जामवाल, लेफ्टिनेंट कमांडर स्‍वाति पतरपल्‍ली, लेफ्टिनेंट ऐश्‍वर्या वोडापट्टी, लेफ्टिनेंट एस. एच. विजया देवी तथा लेफ्टिनेंट पायल गुप्‍ता ने मंत्री महोदया से पुरस्‍कार ग्रहण किया। 


इस अवसर पर मंत्री ने टीम सदस्‍यों को बधाई दी और कहा कि आईएनएसवी तारिणी भविष्‍य की पीढि़यों को ऐसे क्षेत्र में आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है जिसमें महिलाओं की भागीदारी बहुत कम रही है। उन्‍होंने आगे कहा कि नारी शक्ति पुरस्‍कार, अनुकरणीय साहस तथा टीम भावना के लिए तारिणी टीम को आभार व्‍यक्‍त करने की दिशा में एक कदम है।
राष्‍ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने अंतर्राष्‍ट्रीय महिला दिवस (8 मार्च, 2018) के अवसर पर राष्‍ट्रपति भवन में नारी शक्ति पुरस्‍कार प्रदान किए। चूंकि आईएनएसवी तारिणी टीम सागर परिक्रमा की यात्रा पर थी इसलिए ये पुरस्‍कार उस समय नहीं दिए जा सके थे।
भारतीय नौसेना नौवहन पोत ‘तारिणी’ की चालक दल भारतीय नौसेना के विशिष्‍ट परियोजना ‘नाविका सागर परिक्रमा’ का एक हिस्‍सा है जिसकी सभी सदस्‍य महिलाएं होती हैं। इस परियोजना के तहत सागर की परिक्रमा की जाती है, समुद्री नौवहन गतिविधियों को प्रोत्‍साहित किया जाता है तथा महिला सशक्तिकरण के लिए भारत सरकार की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया जाता है। चालक दल की प्रत्‍येक सदस्‍य को कम-से-कम 20,000 समुद्री मील नौकायन का अनुभव प्राप्‍त है। इस परियोजना का लक्ष्‍य विश्‍व मंच पर नारी शक्ति को प्रदर्शित करना है। स्‍वदेशी तकनीक से निर्मित आईएनएसवी तारिणी के माध्‍यम से ‘मेक इन इंडिया’ पहल को भी प्रदर्शित किया गया।
महिला चालक दल का नेतृत्‍व लेफ्टिनेंट कमांडर वर्तिका जोशी ने किया तथा सागर परिक्रमा की इस यात्रा का संचालन किया। इस यात्रा में कुल 254 दिन लगे। इनमें से 199 दिन समुद्र में बिताये गए और 21600 समुद्री मील की दूरी तय की गई। गोवा में हुई घर वापसी से पहले आईएनएसवी तारिणी ऑस्‍ट्रेलिया के फ्रेमेंटल, न्‍यूजीलैंड के लि‍टेल्‍टन, फॉकलैंड के पोर्ट स्‍टेनली, दक्षिण अफ्रीका के केपटाउन तथा अंत में मॉरीशस बंदरगाहों पर विश्राम किया। कैप्‍टन दि‍लीप डोंडे ने सभी छह महिला सदस्‍यों को तीन वर्षों तक प्रशिक्षण प्रदान किया। कैप्‍टन दिलीप डोंडे 2009 और 2010 के बीच अकेले सागर परिक्रमा करने वाले पहले भारतीय हैं।
चालक दल की महिला सदस्‍यों ने अनुकरणीय साहस और टीम भावना प्रदर्शित किया है। उन्‍हें 60 नॉट की गति वाली तेज हवाओं तथा 7 मीटर तक ऊंची समुद्री लहरों से जूझना पड़ा। चालक दल ने स्‍वेदशी तकनीक से निर्मित आईएनएसवी तारिणी का उपयोग किया जो 55 फुट लंबा नौवहन पोत है। पोत ने ऊंची समुद्री लहरों, अत्‍यधिक ठंड तथा खराब समुद्री स्थितियों का सामना किया जिससे यह अभियान अत्‍यधिक चुनौ‍तीपूर्ण हो गया। चालक दल ने भारतीय मौसम विभाग की सटीक भविष्‍यवाणी के लिए नियमित रूप से मौसमी, समुद्री तथा लहर से संबंधित आंकड़ों को अपडेट किया तथा गहरे समुद्र में प्रदूषण के बारे में जानकारी साझा की। बंदरगाहों पर विश्राम के दौरान चालक दल के सदस्‍यों ने स्‍थानीय आबादी विशेषकर बच्‍चों से विस्‍तृत बातचीत की।

केंद्रीय गृह मंत्री . राजनाथ सिंह ने .. एक अलंकरण समारोह के दौरान सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों को वीरता और सराहनीय सेवाओं के लिए पुलिस पदक प्रदान किए। वीरता के लिए 14 पुलिस पदकों में से चार को मरणोपरांत प्रदान किया गया।

इस अवसर पर श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि देश की रक्षा के लिए सुरक्षा बलों के बलिदान पर देश पर गर्व है। कर्तव्य का पालन करते हुए बीएसएफ जवानों द्वारा किए गए सर्वोच्च बलिदान की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि देश के लिए जीवन को न्यौछावर करने से बड़ा कोई बलिदान नहीं है। उन्होंने कहा कि राष्ट्र की एकता, संप्रभुता और अखंडता हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण है और इसके साथ कोई समझौता नहीं होगा।
श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि किसी भी व्यक्ति के लिए व्यक्तिगत आत्म-सम्मान के साथ राष्ट्रीय आत्म-सम्मान बहुत महत्वपूर्ण है। जब कोई भी विदेशी ताकत हमारी सीमाओं पर शांति भंग करने की कोशिश करती है तो ऐसी स्थिति में राष्ट्रीय आत्म-सम्मान से कोई समझौता नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि भारत ऐसा देश है जिसने दुनिया को शांति का संदेश दिया और हम हमेशा अपने पड़ोसी देशों के साथ शांति बनाए रखना चाहते हैं, लेकिन हमारा एक पड़ोसी ऐसा है जो शांति में बाधा डालने की हरसंभव कोशिश करता है। उन्होंने कहा कि हमारे सुरक्षाबलों की हमेशा यह कोशिश रहती है कि वो पहले गोली नहीं चलाएंगे, लेकिन यदि कोई हमला होता है तो वो जानते हैं कि बदला कैसे लिया जाता है।
श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि वह बीएसएफ को "सुरक्षा की पहली पंक्ति" के रूप में नहीं बल्कि हमारी "सुरक्षा की पहली दीवार" के रूप में बुलाएंगे। सीमाओं का बचाव करने में बीएसएफ की भूमिका को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि अपनी सीमाओं की रक्षा करना हमारी ज़िम्मेदारी है, लेकिन जिम्मेदारियों की कोई सीमा नहीं है। उन्होंने सीमाओं पर तस्करी और नकली नोटों की रोकथाम के लिए बीएसएफ की सराहना की।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि सरकार सशस्त्र बलों में युद्ध दुर्घटनाओं की तर्ज पर अर्धसैनिक बलों को 'परिचालन दुर्घटना प्रमाण पत्र' देने पर विचार कर रही है। इसका लाभ उन सीएपीएफ जवानों के परिवारों को मिलेगा जो सीमावर्ती संघर्ष या आतंकवाद से मुकाबला करने के दौरान मारे जाते हैं। श्री राजनाथ सिंह ने नागरिकों के लिए बीएसएफ द्वारा आयोजित कार्यक्रमों के लिए उसकी सराहना की। उन्होंने यह भी कहा कि सीएपीएफ कर्मियों की शिकायतों का समाधान करने के लिए एक वेब पोर्टल शुरू किया गया है।
इस अवसर पर बीएसएफ के महानिदेशक श्री के के शर्मा ने कहा कि बीएसएफ जवान राष्ट्र की सुरक्षा के लिए सर्वोच्च बलिदान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बीएसएफ अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों का भी निर्वहन कर रहा है। कार्यक्रम के दौरान 'बियॉन्ड द कॉल ऑफ ड्यूटी'  नाम की एक वृतचित्र फिल्म को भी प्रदर्शित किया गया, जिसमें बीएसएफ जवानों और उनके परिवारों के लिए किए गए कल्याणकारी कार्यों को दर्शाया गया है। इस अवसर पर गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने चार पुस्तकों का विमोचन करने के अलावा एक डाक टिकट भी जारी किया। इस अवसर पर आईबी के निदेशक श्री राजीव जैन, बीएसएफ के पूर्व महानिदेशक तथा बीएसएफ एवं गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

देहरादून:
उत्तराखण्ड की ले. कमांडर वर्तिका जोशी के नेतृत्व में पांच देशों की सागर परिक्रमा पूर्ण कर स्वदेश लौटी टीम तारिणी की सम्पूर्ण टीम कोमुख्यंमत्री ने हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। विभिन्न देशों की सफल सागर परिक्रमा कर उत्तराखंड के साथ-साथ पूरे देश का नाम रोशन किया


 सभी महिला टीम तारिणि ने सफलतापूर्वक दुनिया की सागर परिक्रमा को पूरा किया
254 दिनों में दुनिया भर में - छः सदस्यीय सभी महिला चालक दल ने इसे
पूरा किया है! बोर्ड आईएनएसवी  तारिणि की छह नौसेना अधिकारियों की टीम गोवा में मंडोवी में आज पंहुची है। यह सभी महिलाओं की भारतीय चालक दल द्वारा दुनिया का पहली परिक्रमा है है। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने अन्य नौसेना अधिकारियों के साथ टीम का स्वागत किया। 

 
दल में शामिल कप्तान, लेफ्टिनेंट कमांडर वर्तिका जोशी और उनके चालक दल - लेफ्टिनेंट कमांडर्स प्रतिभा जामवाल, स्वाती पी और लेफ्टिनेंट ऐश्वर्या बोडदापति, एस विजया देवी और पायल गुप्ता के अभियान से वापसी पर 21 मई 2018 को नविका सागर परिक्रमा के बाद रक्षा मंत्री द्वारा स्वागत किया गया.।
. उत्तराखण्ड की ले. कमांडर वर्तिका जोशी के नेतृत्व में पांच देशों की सागर परिक्रमा पूर्ण कर स्वदेश लौटी टीम तारिणी की सम्पूर्ण टीम कोमुख्यंमत्री ने हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। मुख्यंमत्री ने कहा कि उनका यह साहसिक प्रयास देश के करोड़ो युवाओं के लिए प्रेरणादायक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें इस पूरी टीम पर गर्व है। आपकी उपलब्धियों से यह बात फिर से साबित हुई है कि बेटियां किसी भे क्षेत्र में किसी से कम नहीं हैं तथा वे किसी भी मुकाम को छू सकती हैं। ले.वर्तिका के नेतृत्व वाली टीम तारिणी के सदस्यों ने आईएनएसवी तारिणी पर सवार होकर विभिन्न देशों की सफल सागर परिक्रमा कर उत्तराखंड के साथ-साथ पूरे देश का नाम रोशन किया हैै।
 मुख्यमंत्री ने कहा कि इंडियन नेवी की इन जाबाज बेटियों को बहुत बहुत बधाई। ज्ञातव्य है कि इस दल को उत्तराखंड की बेटी लेफ्टिनेंट कमांडर वर्तिका जोशी लीड कर रही थी। 6 महिला नौसैनिकों के दल ने 21600 समुद्री मील की दूरी तय कर विश्वभर में विजय पताका फहराई है। दल के सदस्यों में दून की ही ले. पायल भी सम्मिलित थी।

देहरादून:

 उत्तराखंड  के  बीएसएफ जवान ने 7वी बार एवरेस्ट पर चढाई कर अपना ही रिकॉर्ड तोड़ा
मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने उत्तराखंड निवासी बीएसएफ के लवराज सिंह धर्मशक्तु को  दुनिया के सबसे ऊंचे शिखर माउंट एवरेस्ट पर 07वीं बार चढ़ने में सफलता प्राप्त करने पर बधाई दी है। उन्होंने श्री धर्मशक्तु के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि उन्हें पूरा विश्वास कि वे इसी प्रकार अपनी फोर्स, अपने प्रदेश और देश का नाम रोशन करते रहेंगे। 
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने तेल और प्राकृतिक गैस निगम लिमिटेड(ओएनजीसी) के दल द्वारा शिखर कंचनजंगा पर चढ़ने में सफलता प्राप्त करने पर भी बधाई दी है।

देहरादून:


उत्तराखंड के गौरव  में  एक नया अध्याय जोड़ने वाली उत्तराखंड की पुलिस टीम को मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने रविवार को सुबह ७ बजे माउंट एवरेस्ट शिखर के सफल आरोहण हेतु  बधाई दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह उत्तराखण्ड के लिए गौरव की बात है कि देश के किसी भी राज्य के प्रथम पुलिस दल के रूप में उत्तराखंड पुलिस ने एवरेस्ट पर फतह हासिल की है।
 रविवार को पुलिस दल के जिन सदस्यों ने एवरेस्ट शिखर तक सफलता पूर्वक आरोहण किया, उनमें  मनोज जोशी, बिजेन्द्र कुडियाल, सूर्यकान्त उनियाल,  प्रवीन चैहान  एवं योगेश रावत हैं। उत्तराखण्ड पुलिस का दूसरा दल रविवार या सोमवार को मौसम के अनुकूल होने पर एवरेस्ट शिखर पर पहुंचेगा। इस दल में टीम लीडर श्री नवनीत सिंह भुल्लर, संजय उप्रेती,  रवि एवं  बिजेन्द्र शामिल हैं। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने उत्तराखण्ड पुलिस के दूसरे दल को भी एवरेस्ट फतह करने के लिये अग्रिम शुभकामनाएं दी।

नरेंद्र नगर:
 वाचस्पति रयाल

 बगैर प्रतिस्थानी के राजकीय सुमन चिकित्सालय नरेंद्र नगर से 2 डॉक्टरों के स्थानांतरण की खबर लगते ही भाजपा मंडल अध्यक्ष राजपाल सिंह पुंडीर व शहर के प्रतिनिधिमंडल ने इस सूचना से नरेंद्र नगर के विधायक व प्रदेश के कृषि तथा उद्यान मंत्री सुबोध उनियाल को अवगत कराया।
डॉक्टरों की कमी से जूझ रहे अस्पताल से दो अन्य डॉक्टरों के स्थानांतरण की खबर से गुस्साए शहरवासियों ने प्रभारी सीएमएस डॉक्टर अजय गैरोला से भेंट की।
उधर प्रदेश के कृषि एवं उद्यान मंत्री सुबोध उनियाल ने चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण उत्तराखंड के सचिव व महानिदेशक से दूरभाष पर वार्ता कर निर्देशित किया कि जब तक सुमन अस्पताल नरेंद्र नगर में प्रतिस्थानी नहीं आते तब तक स्थानांतरित डॉक्टरों को कतई कार्यमुक्त न किया जाए कृषि मंत्री ने इसी तरह के निर्देश सीएमएस व मुख्य चिकित्सा अधिकारी नई टिहरी व नरेंद्रनगर नगर को भी दिए हैं। प्रदेश के कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने परिवार एवं स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक अवर सचिव सेव कहा है कि नरेंद्र नगर सुमन अस्पताल में रिक्त चले आ रहे डॉक्टरों के पदों पर तुरंत नियुक्ति के आदेश किए जाएं।
उधर शहर के एक प्रतिनिधिमंडल ने प्रभारी सीएमएस डॉ अजय गैरोला को ज्ञापन प्रेषित करते हुए कहा है कि जब तक अस्पताल में है प्रतिस्थानी नहीं आ जाते तब तक स्थानांतरित हुए डॉक्टरों को कतई कार्यमुक्त न किया जाए। सी एम एस ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन किया है की प्रतिस्थानी के आने के बाद ही स्थानांतरित हुए डॉक्टरों को कार्यमुक्त किया जाएग।
ज्ञापन की प्रति जिलाधिकारी टिहरी ,मुख्य चिकित्सा अधिकारी टिहरी ,उप जिलाधिकारी नरेंद्र नगर व निदेशालय परिवार और स्वास्थ्य कल्याण उत्तराखंड को प्रेषित कर दी गई है।
प्रतिनिधिमंडल में अखिल भारतीय पंचायत विकास संगठन के प्रदेश प्रवक्ता वाचस्पति रयाल, नरेंद्र नगर भाजपा मंडल अध्यक्ष राजपाल सिंह पुंडीर, क्षेत्र पंचायत सदस्य सुरेंद्र सिंह पुंडीर, पंचायत संगठन के राष्ट्रीय सचिव हर्ष मणि भट्ट, नरेंद्र नगर जिला बनाओ संघर्ष समिति के कोषाध्यक्ष सुंदर सिंह रावत, मदन सिंह पवार, जितेंद्र चांदपुरी ,अरुण नेगी आदि शामिल थे।

   देहरादून :
 
 
 उत्तराखंड बोर्ड का रिजल्ट 26 मई को घोषित किया जाएगा। शनिवार को परिषद की सचिव नीता तिवारी ने बताया कि हाई स्कूल व इंटर का रिजल्ट 26 मई को 11 बजे माध्यमिक शिक्षा निदेशक आरके कुंवर द्वारा घोषित किया जाएगा।
उत्तराखंड बोर्ड के छात्र-छात्राओं का इंतजार अब जल्द ही खत्म होने वाला है। क्योंकि परीक्षा के परिणामों को घोषित करने की तारीख तय हो गर्इ है। 26 मई को बोर्ड परीक्षार्थियों का परीक्षा परिणाम घोषित होगा ।वहीं  इस बार इण्टर की परीक्षा पांच मार्च व हाई स्कूल की परीक्षा छह मार्च से शुरू हुई थी। जिसमें कुल 2,81826 परीक्षार्थी पंजीकृत थे। हाई स्कूल में 132381 एवं  इंटर में 149445  परीक्षार्थी शामिल हुये  थे। परीक्षा के लिए प्रदेश में 1309 केंद्र बनाए गये थे। 27 मार्च तक परीक्षा चली थी और एक अप्रैल से 16 अप्रैल तक मूल्यांकन कार्य हुआ था ।




1990 से अब तक  2,500 से अधिक पत्रकार मारे गए हैं, और मीडिया अधिकार समूह ने 3 मई को विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस पर चेतावनी दी है कि पत्रकारों पर  हमले  की  बढ़ती प्रवृत्ति उनके
उनके अधिकारों का हनन है


 सोमवार अफगानिस्तान में दो अलग-अलग घटनाओं में 10 मीडिया पेशेवरों की मौत के साथ पत्रकारों के लिए सबसे घातक दिनों में से एक था।काबुल में आत्मघाती बमबारी के बाद, पत्रकारों ने बाद में रिपोर्ट करने के लिए दृश्य में इकट्ठे हुए। 15 मिनट के भीतर, एक पत्रकार के रूप में छिपे हुए एक दूसरे आत्मघाती हमलावर ने उन्हें लक्ष्य बनाकर मारने  के लिए पहुंचे। इस्लामिक  स्टेट  ने  जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि ने कहा कि उसने जुड़वा बम विस्फोट किए, जिसमें नौ पत्रकार और फोटोग्राफर मारे गए, और अधिक गंभीर रूप से घायल हो गए।खोस्त क्षेत्र में एक अलग हमले में बीबीसी संवाददाता अहमद शाह की हत्या भी उसी दिन हुई थी। मोटरसाइकिल पर दो अज्ञात बंदूकधारियों ने 29 वर्षीय अहमद शाह को गोली मार दी क्योंकि वह उनके इलाकों में चला गया था ।
मीडिया अधिकार संगठन के अनुसार, 1990. से अब तक मारे गए, गिरफ्तार और लापता पत्रकारों की संख्या को वे  ट्रैक कर रहे हैं। उनके डेटा में फिक्सर्स, दुभाषिया और ड्राइवर जैसे मीडिया श्रमिक भी शामिल हैं।

इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ़ जर्नलिस्ट के अनुसार  14 देशों में  सबसे अधिक पत्रकारों के खिलाफ हमले तेज हुए, जिसमे भारत भी 07 वे नंबर पर है.  

हालिया वर्षों पर ही नज़र डालें तो भारत में पत्रकारों पर हमलों में अचानक तेजी आयी है. राजनीतिक दलों के खिलाफ  लिखने, अवैध  खनन या कारोबारियों  के खिलाफ जाने का खामियाज़ा उन्हें जान देकर चुकाना पड़ा है. यहाँ तक कि अफसरों फवारा पत्रकारों पर मुकदमे दर्ज़ करने और मारपीट  के मामले भी यदा -कदा सामने आते रहते है।  

प्रत्येक वर्ष 1990 और 2000 के दशक के बाद से आम तौर पर मृत्यु की संख्या में वृद्धि हुई है ।विश्लेषकों का कहना है कि आंकड़ों में उतार-चढ़ाव उस समय के संघर्ष को दर्शाता है। .कई मीडिया अधिकार समूहों के मुताबिक, 2017 में मारे गए अधिकांश लोगों की राजनीतिक भ्रष्टाचार और संगठित अपराध में ,उनके द्वारा जांच किये जाने पर हत्या कर दी.गई थी।29 वर्षीय अहमद शाह ने बीबीसी अफगान सेवा के लिए एक साल से अधिक समय तक काम किया था। एक बयान में, बीबीसी वर्ल्ड सर्विस डायरेक्टर जेमी एंगस ने कहा कि शाह एक "सम्मानित और लोकप्रिय" पत्रकार थे। स्थानीय लोगों ने बीबीसी को बताया कि जब हमले हुए तो शाह अपने साइकिल पर थे। तब उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी चोटों से उनकी मृत्यु हो गई।

साभार  BBC

देहरादून :


आगामी 04-05 मई, 2018 को स्टार्ट अप यात्रा का ग्रैंड फिनाले देहरादून में किया जाएगा। इसमें उद्यम कौशल बढ़ाने के लिए प्राप्त 116 विचारों को जूरी के सामने रखा जाएगा। इनमें से 10 सर्वोत्तम आइडियाज का चयन जूरी द्वारा किया जाएगा। चयनित 10 युवाओं को 50-50 हजार रुपये के पुरस्कार दिए जायेंगे। इससे पहले स्टार्ट अप के बारे में युवाओं के विचार जानने के लिए 8 स्टार्ट अप यात्रा राज्य के विभिन्न शैक्षिक संस्थानों में की गई। 13 संस्थानों के 400 से अधिक छात्रों ने आईडिया चैलेंज में भाग लिया। यह जानकारी मंगलवार को सचिवालय में मुख्य सचिव श्री उत्पल कुमार सिंह की अध्यक्षता में आयोजित स्टार्ट अप काउंसिल में दी गई।
काउंसिल ने आईआईटी रुड़की और ग्राफिक एरा को स्टार्ट अप की नोडल संस्था के रूप में मंजूरी दी। इसके अलावा स्टार्ट अप के लिए माहौल बनाने के मकसद से नवाचारी विचारों को बढ़ावा दिया जाएगा। इसके लिए राज्य के मान्यता प्राप्त संस्थाओं से इनक्यूबेटर स्थापित करने के लिए आवेदन भी आमंत्रित किए जायेंगे।
बताया गया कि स्टार्ट अप व्यवसाय शुरू करने के लिए अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, महिलाओं और दिव्यांगजन को 10 हजार रुपये मासिक प्रोत्साहन राशि देने की व्यवस्था है। आवस्यकता आधारित सहायता के रूप में 05 लाख रुपये तक देने का प्राविधान है। इसके अलावा उत्पाद, सेवा के मार्केटिंग के लिए 7.5 लाख रुपये तक कि मदद की जाएगी। भारतीय पेमेंट के लिए एक लाख रुपये तक और अंतर्राष्ट्रीय भुगतान के लिए 05 लाख रुपये तक पेमेंट व्यय प्रतिपूर्ति की जाएगी। इसके अलावा राज्य माल एवं सेवाकर प्रतिपूर्ति, स्टाम्प शुल्क में छूट और इन्क्यूबेशन स्पेस की दरों में छूट की व्यवस्था उत्तराखण्ड स्टार्ट अप पालिसी में कई गई है। इसके अलावा भारत सरकार द्वारा इनक्यूबेटर को पूंजीगत व्यय पर 50 प्रतिशत, अधिकतम एक करोड़ रुपये तकद की सहायता दी जाती है। चालू व्यय के रूप में 02 लाख रुपये की मदद तीन साल तक दी जाती है। मैचिंग ग्रांट के रूप में 02 करोड़ रुपये तक देने की व्यवस्था है। 
बैठक में प्रमुख सचिव उद्योग श्रीमती मनीषा पंवार, सचिव आईटी श्री रविनाथ रमन, अपर सचिव श्री चंद्रेश कुमार, निदेशक उद्योग श्री सुधीर चंद्र नौटियाल सहित अन्य सदस्यों ने भाग लिया।


पुरुषों  के वर्चस्व वाले क्षेत्रों में अपनी   उपस्थिति    दर्ज़ करने में  एक और  भारतीय  महिला  का  नाम जुड़ गया है , जिसका  नाम है, तान्या सान्याल। मूलरूप  से  कोलकाता   की निवासी  तान्या   को  देश  की पहली महिला  फायर फाइटर  बनने  का  अवसर  प्राप्त  हुआ .
साधारणतः अग्निशमन के क्षेत्र को अति कठिनाइयों वाले कार्य क्षेत्र के रूप में गिना जाता है. वनस्पति विज्ञान  से परास्नातक करने वाली  तान्या को ट्रेनिंग पूरी करने के बाद पूर्वी क्षेत्र के एयरपोर्ट कोलकाता, पटना, भुवनेश्वर , रायपुर, गया और रांची में से एक में  नियुक्ति मिलेगी। 
सान्याल का कहना है कि यह उसके लिए अत्यंत गर्व का विषय है।  वह हमेशा कुछ चुनौतीपूर्ण कार्य करना चाहती थी , अग्नि शमन  के क्षेत्र  में कार्य करने के लिए उसे अपने घर से बहुत अधिक सहायता की है. .अग्नि शमन के क्षेत्र में पुरुषों के लिए जहाँ शारीरिक माप न्यूनतम 1.6 मीटर  और वज़न 56 किग्रा  होना चाहिए वहीँ महिलाओं के लिए यह 40 किग्रा है और ऊंचाई भी उसी हिसाब से कम है. . इसके अलावा उनके कार्यों में कोई भिन्नता नहीं होती है.
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया के अध्यक्ष गुरुप्रसाद महापात्र , जो कि इस बदलाव का कारन है, उनका कहना है कि  यह पहला मौका है , जब किसी महिला ने हमारे क्षेत्र में इस रैंक में स्थान पाया है.  हमारे  एयरपोर्ट फायर फाइटर्स  की कमी  से जूझ रहे थे, जबकि एयरपोर्ट के विस्तारीकरण जारी है. इसीलिए हमने इस क्षेत्र में महिलाओं के नियुक्ति  के बारे में सोचा , हालाँकि इसके लिए हमे नियमों में थोडी रियायत करनी पड़ी.

पोक्सो में होगा संशोधन  

 

नए कानून से नहीं बच पाएंगे अपराधी, न जमानत , न उम्र का ख्याल रखा जायेगा, होगी सजा -ए- मौत 

 मासूम बच्चियों  से बलात्कार करने पर कड़ी सजा का प्रावधान  होगा. वहशियों को मौत देनेवाले कानून  का अध्यादेश केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा  स्पष्ट कर दिया गया है.

अधिकारियों ने कहा कि आपराधिक कानून (संशोधन) अध्यादेश, 2018 को  अब   माननीय राष्ट्रपति जी के पास मंजूरी के लिए भेजा जायेगा. उन्हें 06 सप्ताह के भीतर दोनों सदनों द्वारा अनुमोदित किया जायेगा।

अध्यादेश के तहत  12 साल से कम उम्र के बच्चों से बलात्कार करने के दोषी को  अदालतें मौत की सजा सुना पाएंगी.।

अधिकारियों ने कहा कि अध्यादेश अब राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को मंजूरी के लिए भेजा जाएगा और उन्हें दो सप्ताह के भीतर संसद के दोनों सदनों द्वारा अनुमोदित किया जाना चाहिए।

आखिरी बार सरकार ने आपराधिक कानून में संशोधन के लिए अध्यादेश।  2013 में, दिल्ली में दिसंबर 2012 के गिरोह के बलात्कार के तुरंत बाद, कदम उठाया था।  तब तत्कालीन यूपीए सरकार ने महिलाओं के खिलाफ यौन उत्पीड़न के लिए सख्त सजा देने के लिए एक अध्यादेश लाया था ।

प्रस्तावित अध्यादेश में सजा 10 वर्ष  से बढ़ाकर  12 साल से 16 साल के लिए  जेल में कड़ी कारावास की सज़ा  और विस्तार में आजीवन कारावास. ..प्रस्तावित अध्यादेश के मुताबिक, 12 से 16 वर्ष की आयु के बीच की लड़की के गैंगरेप की सजा के तहत दोषी को शेष जीवन कारावास से मृत्यु दंड तक की सज़ा होगी। ।
अध्यादेश 12 साल से कम उम्र के लड़कियों के बलात्कार के लिए सख्त सजा प्रदान करता है, कम से कम 20 साल की कारावास या शेष जीवन के लिए कारावास और अधिकतम मृत्यु। 12 साल से कम उम्र की लड़की के गैंगरेप के मामले में, न्यूनतम सजा का अर्थ  "शेष जीवन"  जेल में और अधिकतम, मृत्यु की सजा होगी।
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बलात्कार के अपराध के लिए, 16 वर्ष से ऊपर के लोगों के लिए, 7 साल से 10 साल तक कड़ी कारावास से न्यूनतम दंड आजीवन  कारावास तक बढ़ाया गया है  ।

प्रस्तावित अध्यादेश भी उन लोगों के लिए 16 साल से कम उम्र के बच्चे को बलात्कार या गिरफ्तार करने के आरोप में मुश्किल बनाता है, जिससे किसी व्यक्ति के लिए अग्रिम जमानत के प्रावधान को हटा दिया जा सकता है। सरकार ने एक बयान में कहा, "यह भी प्रदान किया गया है कि 16 साल से कम उम्र की लड़की के बलात्कार के मामले में अदालत को सार्वजनिक अभियोजक और पीड़ित के प्रतिनिधि को 15 दिनों का नोटिस देना होगा।"

अध्यादेश को मंजूरी मिलने के बाद, सरकार ने एक बयान में कहा, "यह (अध्यादेश) बलात्कार आयोग के खिलाफ प्रभावी प्रतिरक्षा प्रदान करेगा और देश में महिलाओं और विशेष रूप से युवा लड़कियों के बीच सुरक्षा की भावना पैदा करेगा।" प्रस्तावित संशोधन चाहता है भारतीय दंड संहिता (आईपीसी), साक्ष्य अधिनियम, आपराधिक प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) और यौन अपराधों से पीड़ितों के संरक्षण (पीओसीएसओ) अधिनियम में संशोधन के लिए ऐसे अपराधों के सजा अभियुक्तों को एक नया प्रावधान पेश करने के लिए संशोधन करें।
2016 के लिए राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड्स ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों के मुताबिक, 2015 की तुलना में बच्चों के बलात्कार की घटनाओं में 82 प्रतिशत की वृद्धि हुई। आंकड़ों से पता चलता है कि 2015 में, धारा 376 के तहत देश भर में बलात्कार के 10,854 मामले दर्ज किए गए थे। पीओसीएसओ अधिनियम के आईपीसी और धारा 4 और 6 में, 2016 में यह संख्या 1 9 ,765 तक पहुंच गई।

प्रस्तावित अध्यादेश बलात्कार के मामलों में जांच और सुनवाई के लिए दो महीने की समय सीमा निर्धारित करता है और बलात्कार के मामलों में अपीलों के निपटारे के लिए छह महीने की समय सीमा निर्धारित करता है।

यह भी कहता है कि एनसीआरबी एक राष्ट्रीय डेटाबेस और यौन अपराधियों की प्रोफाइल बनाए रखेगी और एकत्रित आंकड़ों को नियमित रूप से राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ ट्रैकिंग, निगरानी और जांच के लिए साझा किया जाएगा, जिसमें पुलिस द्वारा पूर्ववर्ती सत्यापन शामिल है।

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों और उच्च न्यायालयों के परामर्श से नई फास्ट ट्रैक कोर्ट स्थापित करने के लिए तीन महीने की समयसीमा तय की, सार्वजनिक अभियोजकों के नए पदों को तैयार किया, सभी पुलिस स्टेशनों और अस्पतालों में बलात्कार के मामलों के लिए विशेष फोरेंसिक किट सुनिश्चित करें, बलात्कार के मामलों की जांच के लिए जनशक्ति और बलात्कार के मामलों के लिए विशेष रूप से प्रत्येक राज्य / संघ राज्य क्षेत्र में विशेष फोरेंसिक प्रयोगशालाएं स्थापित की गईं।
प्रस्तावित अध्यादेश में  16 साल से कम उम्र के बच्चे को बलात्कार का आरोपी पाए जाने पर.अग्रिम जमानत के प्रावधान को हटा दिया जा सकता है। सरकार ने एक बयान में कहा, "यह भी।  है कि 16 साल से कम उम्र की लड़की के बलात्कार के मामले में अदालत को सार्वजनिक अभियोजक और पीड़ित के प्रतिनिधि को 15 दिनों का नोटिस देना होगा।"
अध्यादेश को मंजूरी मिलने के बाद, सरकार ने एक बयान में कहा, "यह (अध्यादेश) बलात्कार आयोग के खिलाफ प्रभावी प्रतिरक्षा प्रदान करेगा और देश में महिलाओं और विशेष रूप से युवा लड़कियों के बीच सुरक्षा की भावना पैदा करेगा।"
 प्रस्तावित संशोधन चाहता है भारतीय दंड संहिता (आईपीसी), साक्ष्य अधिनियम, आपराधिक प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) और यौन अपराधों से पीड़ितों के संरक्षण (POCSO) अधिनियम में संशोधन के लिए ऐसे अपराधों के सजा अभियुक्तों को संशोधित सजा का प्रावधान हो ।

2016 के लिए राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड्स ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों के मुताबिक, 2015 की तुलना में बच्चों के बलात्कार की घटनाओं में 82 प्रतिशत की वृद्धि हुई। आंकड़ों से पता चलता है कि 2015 में, धारा 376 के तहत देश भर में बलात्कार के 10,854 मामले दर्ज किए गए थे। पीओसीएसओ अधिनियम के आईपीसी और धारा 4 और 6 में, 2016 में यह संख्या 19,765 तक पहुंच गई।

प्रस्तावित अध्यादेश बलात्कार के मामलों में जांच और सुनवाई के लिए दो महीने की समय सीमा निर्धारित करता है और बलात्कार के मामलों में अपीलों के निपटारे के लिए छह महीने की समय सीमा निर्धारित करता है।

यह भी कहता है कि एनसीआरबी एक राष्ट्रीय डेटाबेस और यौन अपराधियों की प्रोफाइल बनाए रखेगी और एकत्रित आंकड़ों को नियमित रूप से राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ ट्रैकिंग, निगरानी और जांच के लिए साझा किया जाएगा, जिसमें पुलिस द्वारा पूर्ववर्ती सत्यापन शामिल है।

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों और उच्च न्यायालयों के परामर्श से नई फास्ट ट्रैक कोर्ट स्थापित करने के लिए तीन महीने की समयसीमा तय की, सार्वजनिक अभियोजकों के नए पदों को तैयार किया, सभी पुलिस स्टेशनों और अस्पतालों में बलात्कार के मामलों के लिए विशेष फोरेंसिक किट सुनिश्चित करें, बलात्कार के मामलों की जांच के लिए जनशक्ति और बलात्कार के मामलों के लिए विशेष रूप से प्रत्येक राज्य / संघ राज्य क्षेत्र में विशेष फोरेंसिक प्रयोगशालाएं स्थापित की गईं ।

देहरादून:


उत्तराखण्ड कौशल विकास मिशन के परियोजना निदेशक डाॅ.पंकज कुमार पाण्डेय के कुशल नेतृत्व में चल रही इण्डिया स्किल उत्तराखण्ड-2018 प्रतियोगिता के अन्तर्गत दिनांक 18 अप्रैल 2018 को ग्राफिक इरा यूनिवर्सिटी, देहरादून में कुंकिग एवं रेस्टोरेन्ट सर्विस विधाओं की राज्य स्तरीय प्रतियोगिता सफलता पूर्वक सम्पन्न हुई। जिसमें गढ़वाल एवं कुमाऊं मण्डल स्तरीय प्रतियोगिता से चयनित कुशल युवाओं ने प्रतिभाग किया। यह प्रतियोगिता लगातार 08 घंटे, चली जिसमें एन0एस0डी0सी0 द्वारा निर्धारित मानकों पर प्रतियोगियों का ज्यूरी सदस्यों द्वारा परीक्षण किया गया तत्पश्चात प्राप्त अंकों के आधार पर 3-कुकिंग एवं 3 रेस्टोरेन्ट सर्विस में विजताओं के नाम घोषित किये गये। जिसमें कुकिंग में प्रथम स्थान पर रोहित जोशी, द्वितीय स्थान पर उमा परिहार एवं तृतीय स्थान पर हरीश सिंह दानू है और रेस्टोरेन्ट सर्विस में प्रथम स्थान पर समर्थ बिष्ट, द्वितीय स्थान पर नीरज रावत एवं तृतीय स्थान पर हर्षित शर्मा है।
उक्त में से प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय विजेताओं को क्रमशः रूपये 15000/-, रूपये 10000/- तथा रूपये 5000/- नकद पुरस्कार के साथ प्रमाण पत्र एवं मैडल मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा दिनांक 20 अप्रैल 2018 को वितरित किये जायेंगे।
प्रतियोगिता के दौरान प्रतियोगियों का मनोबल बढ़ाने के लिए डाॅ.पंकज कुमार पाण्डेय-सचिव, कौशल विकास एवं सेवायोजन, श्री एल0शेरपा, श्री रवि यादव-भारत सरकार प्रतिनिधि, श्री आर0पी0गुप्ता-अति0निदेशक, श्री देशराज-संयुक्त निदेशक, तकनीकि शिक्षा विभाग, श्री दिनकर रौंतेला, श्री अनिल गुसांई, श्री संजीव कुमार-प्रधानाचार्य, आई0टी0आई, एवं श्री राजीव तिवारी, यू0के0एस0डी0एम0 आदि उपस्थित थे।
पत्रकारों से वार्ता करते हुए सचिव डाॅ.पंकज कुमार पाण्डेय ने बताया कि यद्यपि राज्य सरकार प्रथम बार इस तरह की कौशल प्रतियोगिता का आयोजन कर रही है तथापि प्रतियोगियों को कौशल एवं उत्साह देखकर ऐसा लगता है कि इनमें अपार सम्भावनाएं है तथा सरकार के सहयोग मात्र से युवा अपनी प्रतिभाग का प्रदर्शन राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर कर सकेंगे। आशा करता हूं कि इनमें से विजयी होने वाले प्रतियोगी आगामी माह में होने वाले जोनल एवं राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में राज्य का नाम रोशन करेंगे।
प्रतियोगिता के कुकिंग विधा में शेफ शिरीष सक्सेना, शेफ अरविन राय, शेफ राहुल वाली तथा रेस्टोरेन्ट सर्विस में श्री प्रदीप वैद, श्री आर0सी0 पाण्डे तथा नितिन बिन्द्रा निर्णायक मण्डल की भूमिका निभायी गई।
ग्राफिक इरा यूनिवर्सिटी देहरादून में आयोजित इस राज्य स्तरीय कुकिंग एवं रेस्टोरेंट सर्विस प्रतियोगिता को देखने एवं समझने के लिए अमेजन इन्स्टीट्यूट आॅफ होटल मैनेजमेंट, फ्यूजन इन्स्टीट्यूट आॅफ होटल मैनेजमेंट देहरादून एवं स्किल प्रो से लगभग 125 युवा उपस्थित हुए तथा युवाओं द्वारा बताया गया कि उन्होंने प्रतियोगिताओं से काफी कुछ सीखा एवं समझा जो उनके भविष्य निर्माण में सहायक सिद्ध होगा।
प्रतियोगिता समापन पर सभी प्रतिभागियों को प्रतिभाग प्रमाण पत्र वितरित किये गये।

आज का राशिफल,बुधवार  18अप्रैल 2018
आचार्य देवेन्द्र प्रसाद भट्ट देहरादून उत्तराखंड
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मेष (च, चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)
मेष राशि के जातकों का दिन शुभ रहेगा. आज पारिवारिक माहौल बना रहेगा. दोस्तों के साथ अच्छा समय व्यतीत होगा. माता की ओर से लाभ मिलगा. आज यात्रा के योग बन सकते हैं. धन लाभ और भेंट-उपहार मिलने से आपके आनंद मिलेगा.

वृष (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो ब )
वृष राशि के जातकों का दिन सामान्य रहेगा. आज हताश और क्रोध की भावना मन पर हावी न होने दें. खान-पान पर ध्यान दें वरना स्वास्थ्य नरम रह सकता है. पारिवारिक खर्चों के चलते चिंता रहेगी. आज वाणी पर संयम बरतें.

मिथुन (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को )
मिथुन राशि के जातकों का दिन शुभ रहेगा. आज कारोबार और नौकरी में लाभ होगा. अधिकारी वर्ग आपसे खुश रहेगा. स्त्री मित्रों से विशेष लाभ होगा. दांपत्यजीवन में खुशहाली रहेगी. संतान की ओर से शुभ समाचार मिलेगा.

कर्क ( ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
कर्क राशि के जातकों का दिन शुभ रहेगा. आज घर की साज-सजावट का विशेष ध्यान रखें. कारोबारियों को फायदा होगा. नौकरी करने वालों को तरक्की मिलेगी. आज पारिवारिक सुख-शांति बनी रहेगी. आर्थिक लाभ होगा.

सिंह (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे )
सिंह राशि के जातकों का दिन सामान्य रहेगा. वाद-विवाद में कोई अपना नाराज हो सकता है. आज स्वास्थ्य का ध्यान रखें. नौकरी और कारोबार में अवरोध आ सकते हैं. किसी धार्मिक यात्रा का आयोजन हो सकता है.

कन्या (ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
कन्या राशि के जातकों का दिन सामान्य रहेगा. आज बाहर का खाना-खाने से बचकर रहें. आज आग और पानी से बचकर रहें. कानूनी मामलों में लापरवाही से बचें.

तुला ( रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
तुला राशि के जातकों का दिन शुभ रहेगा. आज का दिन मौज-मस्ती से भरपूर रहेगा. आज आप समाज में प्रतिष्ठा प्राप्त करेंगे. आज आपके यश में वृद्धि होगी. पारिवारिक जीवन में आनंदमय माहौल रहेगा.

वृश्चिक (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू )
वृश्चिक राशि के जातकों का दिन शुभ रहेगा. आज आपका स्वास्थ्य अनुकूल रहेगा. नौकरी में कर्मचारियों का सहयोग मिलेगा. आज आपके खिलाफ शत्रुओं की चाल असफल होगी. आर्थिक मामलों में लाभ मिलेगा.

धनु (ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)
धनु राशि के जातकों का दिन शुभ रहेगा. आज अपने क्रोध पर नियंत्रण रखना जरूरी है. पेट संबंधी बीमारियों से परेशानी होगी. वाद-विवाद की वजह से समस्या पैदा होगी. संतान पक्ष की ओर से चिंता मिलेगी. आज आर्थिक लाभ मिलेगा.

मकर (भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)
मकर राशि के जातकों का दिन शुभ रहेगा. आज माता की स्वास्थ्य को लेकर मन में चिंता रहेगी. पूरी नींद न मिलने से स्वास्थ्य पर प्रभाव हो सकता है. स्त्री वर्ग की ओर से नुकसान हो सकता है.

कुंभ ( गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
कुंभ राशि के जातकों का दिन शुभ रहेगा. आज आपका मन खुश रहेगा. करीबियों से मेल-मिलाप रहेगा. घर में मित्रों का आगमन आनंददायी बनेगा. प्रियजनों का साथ मिलेगा. भाग्य में वृद्धि का योग है.

मीन ( दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची
मीन राशि के जातकों का दिन सामान्य रहेगा. आज आपकी किसी से तकरार हो सकती है. आर्थिक मामलों में या पैसों के लेन-देन सावधानी बरतें. अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें
मैं
 आचार्य देवेन्द्र प्रसाद भट्ट  (देव जी भट्ट) निवास पाली बागी निकट बागेश्वर महादेव मन्दिर भोगपूर रानीपोखरी देहरादून  उत्तराखंड

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