Halloween party ideas 2015

 

माणा गांव में शुरु हुआ पुष्कर कुंभ, दक्षिण भारत के श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी*


*12 वर्षों बाद माणा गांव के केशव प्रयाग में पुष्कर कुंभ का हो रहा आयोजन*

pushkar kumbh in Maana village


चमोली के सीमांत गांव माणा में स्थित केशव प्रयाग में 12 वर्षों बाद विधि विधान के साथ पुष्कर कुंभ का आयोजन शुरु हो गया है। जिसे लेकर बदरीनाथ धाम के साथ ही माणा गाँव में बड़ी संख्या में तीर्थयात्रियों की आवाजाही बढ़ गई है। पुष्कर कुंभ के आयोजन को लेकर जिला प्रशासन के साथ पुलिस प्रशासन की ओर से यहां तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं। 


जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने बताया कि माणा गांव के केशव प्रयाग में आयोजित पुष्कर कुंभ को लेकर पैदल मार्ग का सुधारीकरण किया गया है। यहां पैदल मार्ग पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विभिन्न भाषाओं में साइन बोर्ड लगाए गए हैं। इसके साथ ही कुंभ के सुचारु संचालन के लिए जहां पैदल मार्ग पर पुलिस की तैनाती की गई है। वहीं संगम तट पर एसडीआरएफ के जवानों की तैनाती भी की गई है। उन्होंने बताया कि तहसील प्रशासन को पुष्कर कुंभ के आयोजन को लेकर व्यवस्थाओं को सुचारु बनाए रखने के लिए नियमित मॉनीटरिंग करने के निर्देश दिए गए हैं। 


बता दें कि, चमोली जिले के सीमांत गांव माणा में 12 वर्षों के बाद पुष्कर कुंभ का आयोजन किया जा रहा है। धार्मिक परंपरा के अनुसार जब 12 वर्षों में बृहस्पति ग्रह मिथुन राशि में प्रवेश करता है, तो माणा गांव स्थित अलकनंदा और सरस्वती नदियों संगम पर स्थित केशव प्रयाग में पुष्कर कुंभ का आयोजन किया जाता है। इस आयोजन में मुख्य रुप से दक्षिण भारत के वैष्णव मतावलम्बी प्रतिभाग करते हैं। 


*क्या है पुष्कर कुंभ का धार्मिक महत्व*


हिन्दू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार माणा गांव के पास स्थित केशव प्रयाग में महर्षि वेदव्यास ने तपस्या करते हुए हिन्दू धर्म के पौराणिक ग्रंथ महाभारत की रचना की थी। यह भी कहा जाता है कि दक्षिण भारत के महान आचार्य रामानुजाचार्य और माध्वाचार्य ने इसी स्थान पर माँ सरस्वती से ज्ञान प्राप्त किया था। जिसके चलते अपनी पौराणिक परंपराओं के संरक्षण के लिए बदरीनाथ धाम के समीप स्थित माणा गांव पहुंच कर केशव प्रयाग में स्नान कर पूजा अर्चना करते हैं।


*तीर्थ स्थल न केवल हमारी धार्मिक आस्था के केंद्र हैं, बल्कि ये देश की एकता और सांस्कृतिक एकजुटता के भी प्रतीक हैं। विभिन्न स्थानों से आने वाले श्रद्धालु इन स्थलों पर एकत्र होकर 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' की भावना को साकार करते हैं। इसी क्रम में माणा गांव में आयोजित पुष्कर कुंभ, उत्तर को दक्षिण से जोड़ रहा है।* 

पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री उत्तराखंड* 

*यात्रा मार्ग पर 25 स्थानों पर मिल रही ई चार्जिंग की सुविधा*


*ग्रीन चारधाम यात्रा को बढ़ावा देने के लिए सरकार की पहल*


चारधाम यात्रा को पर्यावरण अनुकूल बनाने के लिए, प्रदेश सरकार ने इस यात्रा सीजन से 25 स्थानों पर ई व्हीकल चार्जिंग की सुविधा उपलब्ध करा दी है। इससे यात्रा में इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ रही है।  

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस बार चारधाम यात्रा को ग्रीन यात्रा की थीम पर आयोजित करने के निर्देश दिए हैं। इसी क्रम में परिवहन विभाग (28)और टीएचडीसी (10)के सहयोग से चारधाम यात्रा मार्ग पर 38 ई व्हीकल चार्जिंग स्टेशन विकसित किए जा रहे हैं। इसमें से यात्रा शुरू होने तक 25 स्टेशन शुरु किए जा चुके हैं, जहां यात्री आसानी से अपने ई व्हीकल को चार्ज करवा रहे हैं। ज्यादातर चार्जिंग स्टेशन जीएमवीएन की प्रापर्टी में स्थापित किए गए हैं। प्रत्येक स्टेशन पर 60 किलोवाट क्षमता के यूनिवर्सल चार्जर लगाए गए हैं, जिनमें 30-30 किलोवाट की दो चार्जिंग गन शामिल हैं। जीएमवीएन के एमडी विशाल मिश्रा ने बताया कि ग्रीन चारधाम यात्रा को बढ़ावा देने के लिए मुख्य पड़ावों पर ई-चार्जिंग स्टेशनों की स्थापना की गई है, ताकि यात्री इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग के लिए प्रोत्साहित हो सकें। अकेले जनपद रुद्रप्रयाग में पर्यटन विभाग द्वारा संचालित चार जीएमवीएन गेस्ट हाउसों पर चार्जिंग स्टेशनों की स्थापना की गई है। 


___________________________

*प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना के अनुरूप इस वर्ष चारधाम यात्रा को हरित यात्रा के रूप में आयोजित करने का लक्ष्य रखा गया है। इसी क्रम में यात्रा मार्ग पर ईवी चार्जिंग स्टेशन बनाए जा रहे हैं। यह पहल न केवल श्रद्धालुओं की यात्रा को सुविधाजनक बनाएगी, बल्कि उत्तराखंड को प्रदूषण मुक्त बनाने की दिशा में भी एक सार्थक कदम साबित होगी। सरकार का उद्देश्य है कि इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देकर पर्यावरण संरक्षण, रेस्पॉन्सिबल टूरिज्म और हरित पर्यटन को नई दिशा दी जा सके।*


*पुष्कर सिंह धामी मुख्यमंत्री उत्तराखंड*


*यहां हैं ई चार्जिंग स्टेशन*


उत्तरकाशी, हरिद्वार, ऋषिकेश, मंगलौर, रुड़की, बड़कोट, स्यानाचट्टी, फूलचट्टी, जानकीचट्टी, कौडियाला, श्रीनगर, श्रीकोट, गौचर, कर्णप्रयाग, गैरसैंण, कालेश्वर, नंदप्रयाग, पीपलकोटी, औली, पांडुकेश्वर बद्रीनाथ, स्यालसौड़, गुप्तकाशी, सोनप्रयाग, घनसाली आदि

*मुख्यमंत्री के निर्देशों के क्रम में कैंची धाम के लिए बाईपास निर्माण का काम शीघ्र होगा शुरू।*


*कैंची धाम बाईपास के लिये वन भूमि प्रस्ताव को मिली सैद्धांतिक स्वीकृति।*


*इस सम्बन्ध में मुख्यमंत्री द्वारा केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री से किया था अनुरोध।*


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा कैंची धाम के आस पास एन० एच० 109 ई० में वाहनों के अत्यधिक दवाव व जाम के दृष्टिगत सुगम व सुरक्षित यातायात हेतु वर्ष 2023 में कैंची बाईपास मोटर मार्ग निर्माण की घोषणा की गयी थी। 19 की.मी. लम्बे कैंची धाम बाईपास मोटर मार्ग में  शिप्रा नदी पर एक सेतु का भी निर्माण किया जाना है, जिसके प्रथम 8 किमी के निर्माण/चौड़ीकरण डामरीकरण हेतु रु 1214.71 लाख की धनराशि भी लोक निर्माण विभाग को उपलब्ध करायी गयी है। मोटर मार्ग का निर्माण कार्य प्रगति पर है। अवशेष 11.00 किमी0 मोटर मार्ग में वन भूमि आने के कारण वन भूमि प्रस्ताव ऑनलाइन गठित कर पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय भारत सरकार को वन भूमि हस्तान्तरण हेतु प्रेषित किया गया।


मुख्यमंत्री द्वारा किये गये विशेष प्रयासों से गुरुवार को हुई REC की बैठक मे पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय भारत सरकार द्वारा वन भूमि हस्तान्तरण की सहमति प्रदान कर दी गयी है। शीघ्र ही मार्ग निर्माण हेतु कार्यवाही प्रारम्भ कर दी जायेगी। कैंची धाम में प्रतिवर्ष श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या के दृष्टिगत यातायात की सुगमता के लिये मुख्यमंत्री द्वारा यहां बाईपास निर्माण की घोषणा की गई थी साथ ही वन भूमि हस्तान्तरण की स्वीकृति के लिये पिछले सप्ताह केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री से भेट कर इनकी स्वीकृति का अनुरोध किया था।


मुख्यमंत्री ने कहा कि कैंची धाम बाईपास के लिए वन भूमि प्रस्ताव को सैद्धांतिक स्वीकृति मिलने के बाद उक्त सड़क का तेजी से निर्माण किया जा सकेगा, जिससे क्षेत्रीय लोगों एवं पर्यटकों को आवाजाही में सुविधा मिलेगी साथ ही कैंची धाम और भवाली के पास लगने वाले जाम से भी मुक्ति मिलेगी।

-

देहरादून;


FDA uttarakhnad action against low quality packaging food and cold drink, water etc



गर्मियों में तापमान में तेज़ी से वृद्धि और पर्यटन सीजन की शुरुआत को देखते हुए उत्तराखंड खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग पूरी तरह सतर्क हो गया है। राज्य भर में पैकेज्ड ड्रिंकिंग वॉटर और ठंडे पेय पदार्थों की गुणवत्ता को सुनिश्चित करने और उनके उचित भंडारण के लिए सख्त दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।


*बिना अनुमति खुले में बिक रहा ठंडा पानी हो सकता है खतरनाक - ताजबर जग्गी*


अपर आयुक्त, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ताजबर सिंह जग्गी ने बताया कि स्वास्थ्य सचिव व आयुक्त डॉ. आर. राजेश कुमार के निर्देश पर यह आदेश जारी किए गए हैं। 


उन्होंने कहा, "गर्मी के मौसम में बाजार में पैकेज्ड ड्रिंकिंग वॉटर और अन्य ठंडे पेय पदार्थों की मांग में भारी वृद्धि होती है। लेकिन देखा गया है कि कई स्थानों पर इनका भंडारण खुले में और अनियमित तरीकों से किया जा रहा है, जिससे इनकी गुणवत्ता पर असर पड़ता है।


 इससे न केवल उत्पाद की शुद्धता प्रभावित होती है, बल्कि जनस्वास्थ्य पर भी गंभीर खतरा उत्पन्न होता है। विभाग को इस संबंध में लगातार शिकायतें प्राप्त हो रही थीं।"


डॉ. आर. राजेश कुमार, सचिव स्वास्थ्य एवं आयुक्त, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने कहा, "राज्य सरकार नागरिकों के स्वास्थ्य के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है। गर्मियों के इस संवेदनशील मौसम में खाद्य एवं पेय पदार्थों की गुणवत्ता से किसी भी प्रकार का समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सभी  संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे नियमित रूप से निरीक्षण करें और यह सुनिश्चित करें कि बाजार में बिकने वाला पैकेज्ड पानी व शीतल पेय मानकों के अनुरूप हों। यदि कोई भी विक्रेता या आपूर्तिकर्ता नियमों की अवहेलना करता पाया गया तो उसके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।"

उन्होंने यह भी कहा कि उपभोक्ताओं से अपेक्षा है कि वे केवल प्रमाणित और लाइसेंसी उत्पादों का ही उपयोग करें और किसी भी प्रकार की अनियमितता की सूचना विभाग को दें।


विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि उपभोक्ताओं की सेहत सर्वोपरि है और गर्मियों के इस संवेदनशील मौसम में खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।


 *मुख्य सेवक संवाद के तहत युवक एवं महिला मंगल दलों के साथ मुख्यमंत्री ने किया संवाद*


*सेवा, संस्कृति और स्वावलंबन के लिए मंगल दलों का योगदान सराहनीय- मुख्यमंत्री*


*मंगल दलों को मिलने वाली प्रोत्साहन राशि 05 हजार रूपये की जायेगी।*


*मंगल दलों को आत्मनिर्भर बनाने और ऋण सुविधा प्रदान करने के लिए नीति बनाई जायेगी।*


*मंगल दलों को डिजिटल मिशन के अन्तर्गत प्रशिक्षण दिया जायेगा।*


*राज्य स्तर पर पोर्टल बनाकर युवा और महिला मंगल दलों को एक दूसरे से जोड़ा जायेगा।*  

 


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरूवार को मुख्य सेवक संवाद के तहत प्रदेशभर से आए युवक एवं महिला मंगल दलों के प्रतिनिधियों के साथ मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में संवाद किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि मंगल दलों को मिलने वाली प्रोत्साहन राशि 04 हजार रूपये से बढ़ाकर 05 हजार रूपये की जायेगी। मंगल दलों को आत्मनिर्भर बनाने और ऋण सुविधा प्रदान करने के लिए नीति बनाई जायेगी। मंगल दलों को डिजिटल मिशन के अन्तर्गत प्रशिक्षण दिया जायेगा। राज्य स्तर पर एक पोर्टल बनाया जायेगा, जिससे प्रत्येक युवा और महिला मंगल दल को एक दूसरे से जोड़ा जायेगा।    


मुख्यमंत्री ने कहा कि मंगल दलों द्वारा सामाजिक सेवा, सांस्कृतिक संरक्षण और आपदा प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में किए जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि मंगल दल उत्तराखंड की संस्कृति और परंपराओं को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। युवक एवं महिला मंगल दल प्रदेश की सामाजिक चेतना को मजबूत करने, लोक परंपराओं को संजोने और गांव-गांव में सकारात्मक बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आपदाओं के समय मंगल दल ‘फर्स्ट रिस्पॉन्डर’ की भूमिका निभाते हैं और जनजागरूकता अभियानों में भी आगे रहते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार मंगल दलों को सशक्त बनाने के लिए अनेक योजनाएं संचालित कर रही है। उन्होंने कहा कि मंगल दलों को स्वरोजगार के लए 50 हजार रूपये से 3.5 लाख रूपये तक की आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है। 


मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री युवा मंगल दल स्वावलंबन योजना के अन्तर्गत 5 करोड रूपये, मुख्यमंत्री ग्रामीण खेलकूद एवं स्वास्थ्य संवर्धन योजना के अन्तर्गत 2 करोड़ रूपये से अधिक, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के अन्तर्गत 60 करोड़ रूपये का प्राविधान किया गया है। मुख्यमंत्री पलायन रोकथाम योजना के अन्तर्गत 10 करोड़ रूपये की धनराशि की व्यवस्था की गई है। युवाओं को तकनीकि और व्यावसायिक प्रशिक्षण के लिए पं० दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना 21 करोड़ रूपये से अधिक का प्राविधान किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार लोक संस्कृति के संवर्धन के लिए भी निरंतर प्रयासरत है और स्थानीय मेलों व पर्वों के आयोजन के लिए आर्थिक सहयोग उपलब्ध कराया जा रहा है।


*मंगल दलों के सुझाव*


उत्तरकाशी के आजाद डिमरी ने कहा कि मंगल दलों को मिलने वाली राशि 04 हजार रूपये से बढ़नी चाहिए। बागेश्वर की खृष्टि कोरंगा ने कहा कि लोगों को सरकारी योजनाओं का पूरा फायदा मिल सके इसके लिए ब्लॉक एवं जनपद स्तर पर होने विली विभिन्न बैठकों में मंगल दलों को भी शामिल किया जाना चाहिए। चम्पावत की मोनिका ने कहा कि जनहित में महत्वपूर्ण जानकारियों एवं सूचनाओं के लिए पोर्टल बनाया जाना चाहिए। चमोली के सुरजीत सिंह बिष्ट ने कहा कि ग्राम स्तर पर मंगल दलों को डिजिटल प्रशिक्षण की व्यवस्था होनी चाहिए। हरिद्वार के मनोज चौहान ने कहा कि योग और फिटनेस पर को राज्य में अधिक से अधिक बढ़ावा दिया जाना चाहिए। 


इस अवसर पर विधायक श्री सुरेश गड़िया, पीएमजीएसवाई राज्य स्तरीय अनुश्रवण परिषद के उपाध्यक्ष श्री शिव सिंह बिष्ट, विशेष प्रमुख सचिव री अमित सिन्हा, सचिव श्री एस.एन.पाण्डेय, निदेशक युवा कल्याण श्री प्रशांत आर्य उपस्थित थे।

 

निर्मल आश्रम ज्ञान दान अकादमी में किशोरावस्था शिक्षा पर दो दिवसीय सीबीएसई कार्यशाला का विधिवत आयोजन ।

ऋषिकेश;



 निर्मल आश्रम ज्ञान दान अकादमी, ऋषिकेश में किशोरावस्था शिक्षा (Adolescence Education) विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। कार्यशाला का समय प्रातः 9:00 बजे से सायं 5:00 बजे तक रहा।


सर्वप्रथम कार्यशाला का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ डॉ. वंदना पांडे, अतिरिक्त निदेशक, गुरुकुल शिक्षा, भारतीय शिक्षा बोर्ड, एवं श्रीमती नीलम थपलियाल, प्रधानाचार्या, दिल्ली पब्लिक स्कूल, रानीपोखरी के करकमलों द्वारा किया गया।


इस प्रशिक्षण सत्र में 9 प्रतिष्ठित विद्यालयों के लगभग 60 शिक्षकों ने सहभागिता की, जिनमें निर्मल आश्रम ज्ञान दान अकादमी, ऋषिकेश

निर्मल आश्रम दीपमाला पब्लिक स्कूल, ऋषिकेश, एस.सी.बी. एकेडमी, नथुवावाला, देहरादून, हैप्पी होम मोंटेसरी स्कूल, खदरी, ऋषिकेश, जानकी चिल्ड्रन एकेडमी, कुंज विहार, देहरादून, ग्रेस एकेडमी, न्यू कैंट रोड, देहरादून, एस.जी.आर.आर. पब्लिक स्कूल, बालावाला, देहरादून, संत कबीर एकेडमी, हर्रावाला, देहरादून, एस.एस.बी. इंटरनेशनल स्कूल, ऋषिकेश


इस दौरान डॉ वंदना पांडे ने प्रमुख विषय-वस्तु व बिंदुओं पर कार्यशाला का फोकस किया जिसमें किशोरों के लिए तनाव प्रबंधन की प्रभावशाली तकनीकें, वस्थ पारस्परिक संबंधों का निर्माण, आत्म-प्रेरणा और व्यक्तिगत जिम्मेदारी, आत्म-जागरूकता व भावनात्मक नियंत्रण । कार्यशाला की गतिविधियाँ में संवादात्मक चर्चाएँ, भूमिका-निवाचन (Role Plays), समूह कार्य एवं सहभागिता आधारित गतिविधियाँ, प्रमुख निष्कर्ष व उपलब्धियाँ, शिक्षकों में आत्मविश्वास व संवेदी समझ का विकास किशोर छात्रों को समझने और उनसे सकारात्मक संवाद स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रशिक्षण दिया गया।


श्रीमती नीलम थपलियाल ने इस प्रकार की कार्यशाला का उद्देश्य शिक्षकों को किशोरावस्था की जटिलताओं को समझने और छात्रों के समग्र विकास में सहयोगी बनने के लिए तैयार करना है। यह शिक्षकों को तनाव प्रबंधन, स्वस्थ संवाद, भावनात्मक संतुलन और आत्म-जागरूकता जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं पर मार्गदर्शन देती है, जिससे वे विद्यार्थियों को बेहतर जीवन कौशल प्रदान कर सकें।


कार्यशाला का समापन निर्मल आश्रम ज्ञान दान अकादमी की प्रधानाचार्या डॉ. सुनीता शर्मा एवं हेडमिस्ट्रेस श्रीमती अमृत पाल डंग द्वारा सभी अतिथियों व प्रतिभागियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए किया गया। उन्होंने कहा कि यह कार्यशाला किशोरों की चुनौतियों को समझने और उन्हें बेहतर मार्गदर्शन देने हेतु एक सशक्त मंच सिद्ध हुई है। धन्यवाद 



 *SDRF के पर्वतारोही मुख्य आरक्षी राजेन्द्र नाथ माउंट एवरेस्ट आरोहण अभियान हेतु हुए रवाना, सेनानायक श्री अर्पण यदुवंशी ने किया फ्लैग ऑफ*

SDRF mountaineer Rajendra Nath depart to win mount everest


उत्तराखंड राज्य आपदा प्रतिवादन बल (SDRF) को एक और गौरवशाली क्षण उस समय प्राप्त हुआ, जब SDRF के साहसी पर्वतारोही मुख्य आरक्षी राजेन्द्र नाथ को विश्व की सबसे ऊँची चोटी माउंट एवरेस्ट (8848.86 मीटर) के आरोहण अभियान के लिए रवाना किया गया। उन्हें SDRF वाहिनी जॉलीग्रांट से सेनानायक श्री अर्पण यदुवंशी द्वारा फ्लैग ऑफ किया गया।


इस अवसर पर सेनानायक श्री अर्पण यदुवंशी ने मुख्य आरक्षी को शुभकामनाएँ देते हुए कहा “पर्वतारोहण न केवल शारीरिक और मानसिक दृढ़ता की परीक्षा है, बल्कि SDRF जैसे आपदा मोचन बल के लिए यह एक महत्वपूर्ण प्रशिक्षण का माध्यम भी है। कठिन हिमालयी क्षेत्रों में रेस्क्यू ऑपरेशन को सफलतापूर्वक संचालित करने हेतु पर्वतारोहण का अनुभव अत्यंत आवश्यक है। SDRF समय-समय पर अपने कर्मियों को ऐसे अभियानों हेतु प्रेरित करती है।”


मुख्य आरक्षी राजेन्द्र नाथ देश-विदेश में पर्वतारोहण के क्षेत्र में विशेष पहचान रखते हैं। उनके द्वारा अब तक पांच महाद्वीपों की सबसे ऊँची चोटियों के अतिरिक्त देश की अनेक पर्वतों  पर तिरंगा फहराया जा चुका है। उनकी प्रमुख उपलब्धियाँ निम्नवत् हैं:

माउंट त्रिशूल (7120 मी.), माउंट गंगोत्री-I (6672 मी.), माउंट श्रीकंठ (6133 मी.), माउंट चंद्रभागा-13 (6264 मी.), डीकेडी-2 (5670 मी.), माउंट बलज्यूरी (5922 मी.), माउंट बंदरपूंछ (5500 मी.), यूरोप, माउंट एलब्रुश (5642 मी.), अफ्रीका: माउंट किलिमंजारो (5895 मी.), दक्षिण अमेरिका, माउंट अंकोकागुआ, अर्जेंटीना (6961 मी.), उत्तररी अमेरिका, माउंट देनाली, अलास्का (6190 मी.) ऑस्ट्रेलिया, माउंट कोजियस्को (2228 मी.)


अब वे एशिया और विश्व की सबसे ऊँची चोटी माउंट एवरेस्ट की चढ़ाई कर अपने अभियान को ऐतिहासिक बनाने की ओर अग्रसर हैं। मुख्य आरक्षी राजेन्द्र नाथ की यह उपलब्धि SDRF और उत्तराखंड पुलिस के गौरव को एक नई ऊँचाई प्रदान करेगी।


इस अवसर पर SDRF वाहिनी जॉलीग्रांट में उप सेनानायक श्री शुभांक रतूड़ी, क्वार्टर मास्टर श्री राजीव रावत, उप निरीक्षक श्री जयपाल राणा सहित वाहिनी के अन्य अधिकारी एवं जवान उपस्थित रहे।

 ऋषिकेश : 


हरिद्वार- ऋषिकेश राजमार्ग पर रायवाला से गत सात मई को लूटी गयी कार के साथ तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार करने में रायवाला पुलिस को कामयाबी मिली है।

रायवाला थाना प्रभारी निरीक्षक बीएल भारती के द्वारा बताए अनुसार गत पाँच मई को चन्द्रबनी चोयला सुभाष नगर देहरादून निवासी राजेन्द्र सिंह राठौर ने तहरीर देते हुए बताया था कि आईएसबीटी देहरादून से 04 लोगो ने नजीबाबाद के लिए राजेन्द्र राठौर की टैक्सी कार स्वीफ्ट डिजायर संख्या यूके 07 टीइ 0713 को बुक किया था।

 रायवाला  वन निगम डिपो के पास पहुँचने पर चारों सवारियों द्वारा लघुशंका का बहाना बनाकर कार रुकवाया और पिड़ित को कार से धक्का देकर  कार व मोबाइल फोन व गाडी के समस्त दस्तावेज  लेकर चले गए हैं। 

सूचना का तत्काल संज्ञान लेकर  घटना की गंभीरता को देखते हुए 


 भारतीय न्याय संहिता की धारा 309(4) बनाम अज्ञात पंजीकृत करते हुए घटना की गम्भीरता को देखते हुए  वारिष्ठ उपनिरीक्षक मनवर सिंह नेगी व उपनिरीक्षक कुशाल सिंह रावत के नेतृत्व मे पुलिस टीमों का गठन किया गया।

 पुलिस टीम द्वारा एसओजी देहात देहरादून की मदद से वांछित अभियुक्तो की तलाश में  सैकड़ो सीसीटीवी कैमरो का अवलोकन करते हुए पुलिस टीम वांछित अभियुक्तों तक पहुँच बनाकर अभियुक्तों द्वारा लूटी गयी कार को लूट कर दिल्ली लेकर गये हैं। 

टीम द्वारा  दिल्ली के विभिन्न स्थानो पर तलाश  करने पर जानकारी प्राप्त हुई कि अभियुक्तगण उसी कार को लेकर दूसरी घटना को अंजाम देने के इरादे से हरिद्वार  ऋषिकेश पहुँचे हुए हैं। 

 रायवाला पुलिस की गठित टीम ने बुद्धवार को शाम के समय मुखबीर की सूचना पर  चण्डी देवी रोपवे के पास की पार्किंग हरिद्वार से लूटी गयी स्वीफ्ट डिजायर कार के साथ 03 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है।

  अभियोग में न्याय संहिता की धारा 317(2), 3(5), 318(4), 336(3), 340(2) की बढौतरी की गयी है। मामले में चौथे वाछित अभियुक्त असजद की तलाश हेतु पुलिस टीम रवाना की गयी है । अभियुक्तो के आपराधिक इतिहास की जानकारी भी एकत्र की जा रही है ।


आज का राशिफल

*दिनांक:- 15/05/2025, गुरुवार*

तृतीया, कृष्ण पक्ष,

ज्येष्ठ 

rashifal today 15 may,2025


*💮🚩    विशेष जानकारी   🚩💮*


 *विश्व परिवार दिवस 


*गुरु आनंदमयी माता जयंती 


*गुरु मिथुन में प्रवेश 


*💮🚩💮   शुभ विचार   💮🚩💮*


निविषेणापि सर्पेण कर्तव्या महती फणा ।

विषमस्तु न चाप्यस्तु घटाटोप भयंकरः ।।

।। चा o नी o।।


  यदि नाग अपना फना खड़ा करे तो भले ही वह जहरीला ना हो तो भी उसका यह करना सामने वाले के मन में डर पैदा करने को पर्याप्त है. यहाँ यह बात कोई माइना नहीं रखती की वह जहरीला है की नहीं.


*🚩💮🚩  सुभाषितानि  🚩💮🚩*


गीता -: मोक्षसंन्यासयोग:- अo-18


त्याज्यं दोषवदित्येके कर्म प्राहुर्मनीषिणः ।,

यज्ञदानतपःकर्म न त्याज्यमिति चापरे ॥,


कई एक विद्वान ऐसा कहते हैं कि कर्ममात्र दोषयुक्त हैं, इसलिए त्यागने के योग्य हैं और दूसरे विद्वान यह कहते हैं कि यज्ञ, दान और तपरूप कर्म त्यागने योग्य नहीं हैं॥,3॥,


*💮🚩   दैनिक राशिफल   🚩💮*


देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।

नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।

विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।

जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।


🐏मेष

चिंता तथा तनाव रहेंगे। फालतू खर्च होगा। कुसंगति से बचें। चोट व रोग से बचें। विवाद न करें। आवश्यकताएं बढ़ेंगी। आर्थिक तंगी हो सकती है। कर्ज से बचें। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। शत्रु परेशान करेंगे। हानि नहीं पहुंचा पाएंगे।


🐂वृष

यात्रा, नौकरी व निवेश मनोनुकूल रहेंगे। बकाया वसूली होगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। विवाद न करें। नेत्र पीड़ा की संभावना। कुछ लाभ। यात्रा के योग टलेंगे। विरोधी सक्रिय होंगे। ज्ञानीजनों से मुलाकात होगी। शांति बनाना आवश्यक है। अकारण भय व्याप्त होगा।


👫मिथुन

कार्यप्रणाली में सुधार होगा। योजना फलीभूत होगी। प्रतिष्ठा बढ़ेगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। यात्रा के योग बनेंगे। लाभ होगा। राज्य से परेशानी हो सकती है। स्त्री को कष्ट। जायदाद वृद्धि के योग बनेंगे। विरोधी सक्रिय होंगे।


🦀कर्क

राजकीय सहयोग प्राप्त होगा। धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय बढ़ेगी। हानि-लाभ का वातावरण बनेगा। पराक्रम बढ़ेगा। विजय मिलेगी, गर्व न करें। ईमानदारी से कार्य करते रहें। समय पक्ष का है। स्त्री सुख, यात्रा में हानि, दुख। विरोधी कष्ट देंगे।


🐅सिंह

चोट, चोरी व विवाद आदि से हानि संभव है। व्यवसाय ठीक चलेगा। जल्दबाजी न करें। कष्ट होंगे। खर्च बढ़ेंगे। कर्ज लेना पड़ सकता है। धनागम के अवसर बनेंगे। 'आ बैल मुझे मार' की स्‍थिति निर्मित न होने दें। अकारण भय बना रहेगा। व्यापारी सोच-समझकर निर्णय लें।


🙍‍♀️कन्या

कोर्ट व कचहरी के कार्य बनेंगे। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। हानि, भय, कष्ट का वातावरण बनेगा। कुछ लाभ के आसार दिखेंगे। दुखद समाचार मिलने की संभावना है। अस्वस्थता होगी। कुसंग से हानि, कुछ लाभ के आसार दिखेंगे।


⚖️तुला

संपत्ति के कार्य लाभ देंगे। थकान महसूस होगी। रोजगार में वृद्धि होगी। प्रसन्नता रहेगी। कष्टों में वृद्धि के योग हैं। कुछ नए कार्य की संभावना सिद्ध होगी। कष्टों में निवृत्ति नहीं होगी। कलह से बचना होगा। अधिकार के लिए प्रयत्न करना होगा।


🦂वृश्चिक

रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। स्वादिष्ट भोजन का आनंद मिलेगा। व्यवसाय मनोनुकूल लाभ होगा। रोग घेरेंगे। चिंताएं बढ़ेंगी। शत्रु शांत होंगे। अपमान, कष्ट, कलह से बचना होगा। राज्य से लाभ के अवसर बढ़ेंगे। लाभ होगा। शत्रु परेशान करेंगे। कुछ नुकसान होगा।


🏹धनु

दौड़-धूप अधिक होगी। बुरी सूचना मिल सकती है। विवाद न करें। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। धनलाभ के अवसर प्राप्त होंगे। अकारण भय व्याप्त होगा। शत्रु शांत होंगे। वाहन देखकर चलाएं। परिस्‍थितियां अनुकूल होंगी। कुछ विरोध होगा। विरोधी अपमान करेंगे। शांति होगी।


🐊मकर

मेहनत‍ का फल मिलेगा। कार्यसिद्धि होगी। प्रसन्नता रहेगी। घर-बाहर पूछ-परख बनी रहेगी। मातृपक्ष से परेशानी होगी। दुर्घटना की संभावना। धन मिलने की परिस्‍थिति निर्मित होगी। अंतरप्रेरणा से कार्य करें। धनागम के अवसर बढ़ेंगे। प्रमाद का त्याग करना होगा।


🍯कुंभ

भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। उत्साहवर्धक सूचना मिलेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। शत्रु शांत होंगे। कष्ट-भय की संभावना, अस्वस्थता, आलस्य का अनुभव करेंगे। धनागम होगा। शरीर शिथिल होगा। शत्रु शांत रहेंगे। लाभ-हानि बराबर रहेंगे। प्रमाद बढ़ेगा।


🐟मीन

यात्रा, नौकरी व निवेश मनोनुकूल रहेंगे। अप्रत्याशित लाभ होगा। प्रसन्नता रहेगी। प्रमाद न करें। शुभ समाचार की आशा बंधेगी। शत्रु षड्यंत्र रचेंगे। सावधान रहने की आवश्यकता है। पराक्रम दिखलाने का अवसर है। लाभ होगा। रिश्वत न लें। नम्रता बनाए रखें।


🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏

🌺🌺🌺🌺🙏🌺🌺🌺🌺

*आचार्य  पवन  पाराशर (वृन्दावन)*

www.satyawani.com @ All rights reserved

www.satyawani.com @All rights reserved
Blogger द्वारा संचालित.