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 उत्तराखंड कांग्रेस को लेकर प्रदेश  कांग्रेस के सभी वरिष्ठ नेतागणों की बैठक नई दिल्ली स्थित अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के मुख्यालय इन्दिरा भवन मे जिसमे आदरणीय हरीश रावत ,नेताप्रतिपक्ष यशपाल आर्य ,पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ,प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करण माहारा  ,राष्ट्रीय महासचिव के.सी बेणुगोपाल , उत्तराखंड कांग्रेस प्रभारी कुमारी शैलजा  ,सह  प्रभारी सुरेन्द्र शर्मा   सहित अन्य नेता मौजूद थे। 



इस अवसर पर प्रदेश मीडिया चेयरमैन राजीव महर्षि , प्रदेश महासचिव अजय सिंह भी उपस्थित थे।इस अवसर पर नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य जी ने कुछ मीडिया बन्धुओं के समक्ष अपने विचार रखे।

:*मुख्यमंत्री ने प्रदान की विभिन्न योजनाओं के लिए 16.95 करोड की वित्तीय स्वीकृति*


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मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, पिलखी, टिहरी गढ़वाल को 30 शैय्यायुक्त सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के रूप में उच्चीकृत करते हुए रू0 14.83 करोड़ तथा जनपद नैनीताल के विकासखण्ड भीमताल में ग्रामीण निर्माण विभाग, प्रखण्ड नैनीताल के अनावासीय कार्यालय भवन के निर्माण हेतु  रू0 2.12 करोड़ की धनराशि स्वीकृत किये जाने का अनुमोदन प्रदान किया है।

राज्य स्थापना की रजत जयंती पर रामनगर में आयोजित राज्य स्तरीय “जन वन महोत्सव” का मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह* *धामी ने किया शुभारंभ*

*चिपको आंदोलन बना महिला शक्ति और पर्यावरण प्रेम का प्रतीक*

*प्रकृति संरक्षण हमारे संस्कारों में है निहित - मुख्यमंत्री* 

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड राज्य स्थापना की रजत जयंती के शुभ अवसर पर रामनगर में राज्य स्तरीय जन वन महोत्सव का शुभारंभ किया।


मुख्यमंत्री ने कहा कि वन्य जीवों का संरक्षण देवभूमि की संस्कृति का अभिन्न अंग है और प्रकृति का संरक्षण हमारे संस्कारों में समाहित है। उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वजों ने मानव और प्रकृति के सहअस्तित्व की जो विचारधारा दी, वह आज भी हमारी जीवनशैली का आधार है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि यह जन वन महोत्सव जनता और जंगलों के बीच अटूट रिश्ते का प्रतीक है। यह हमें सिखाता है कि विकास तभी सार्थक है जब पारिस्थितिकी और आर्थिकी के बीच सामंजस्य बना रहे। उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना और उसे अपने जीवन का हिस्सा बनाना समय की मांग है।


*“चिपको आंदोलन” महिला शक्ति और पर्यावरण संरक्षण का प्रतीक - मुख्यमंत्री*


मुख्यमंत्री श्री धामी ने वर्ष 1973 के चमोली जिले में हुए चिपको आंदोलन का उल्लेख करते हुए कहा कि उत्तराखंड की महिलाओं ने पेड़ों से लिपटकर जो संदेश दिया था, उसने विश्वभर में पर्यावरण संरक्षण की नई दिशा दी। यह आंदोलन महिला सशक्तिकरण, सत्याग्रह और पर्यावरण प्रेम का प्रतीक बन गया।


*प्रकृति: संस्कृति एवं विकास का संतुलन: उत्तराखंड की पहचान*


मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य गठन के 25 वर्षों में उत्तराखंड ने प्रकृति, संस्कृति और विकास का संतुलन बनाए रखते हुए उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं। उन्होंने कहा कि राज्य की हरियाली, समृद्ध जैव विविधता और वन्य जीव हमारे प्रदेश की पहचान हैं।


उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार इकोलॉजी, इकोनॉमी और टेक्नोलॉजी के संतुलन पर कार्य कर रही है। वन्य जीव संरक्षण के लिए प्रदेश में जीपीएस ट्रैकिंग, ड्रोन सर्विलांस, डॉग स्क्वॉड जैसी आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया जा रहा है।


*इको-टूरिज्म और रोजगार सृजन पर दिया जा रहा है ध्यान*


मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में इको-टूरिज्म मॉडल पर तेजी से काम किया जा रहा है ताकि स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलें और पर्यावरण को नुकसान न पहुंचे। उन्होंने कहा कि बिजरानी, गिरिजा और ढिकुली जोन को आधुनिक रूप में विकसित किया गया है, जिससे हजारों ग्रामीणों को प्रत्यक्ष रोजगार प्राप्त हुआ है।


उन्होंने कहा कि नेचर गाइड, ड्रोन पायलट, वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर, वाइल्डलाइफ टूरिज्म आधारित कौशल को उद्यम के रूप में विकसित किया जा रहा है, जिससे युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में राज्य सरकार लगातार प्रयासरत है।


*प्रकृति संरक्षण में बच्चों की भी हो भागीदारी*


मुख्यमंत्री श्री धामी ने नगर वन में विभिन्न विद्यालयों के बच्चों द्वारा तैयार की गई चित्रकला एवं कलाकृतियों का अवलोकन किया और उनकी रचनात्मकता की सराहना की। उन्होंने कहा कि बच्चों में पर्यावरण संरक्षण की भावना विकसित करना सबसे बड़ी पूंजी है।


*मुख्यमंत्री ने की विकास संबंधी विभिन्न घोषणाएँ*


मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर क्षेत्र के विकास हेतु कई घोषणाएँ की जिसमें ग्राम लेती-चोपड़ा को नए राजस्व ग्राम के रूप में विकसित कर पानी, बिजली, शिक्षा, सड़क और स्वास्थ्य की मूलभूत सुविधाएँ उपलब्ध कराए जाने, ग्राम भलौन में सिंचाई और पेयजल ट्यूबवेल की स्थापना,  तुमड़िया रोड को मालधन से जोड़े जाने तथा पर्यटन सत्र 2025-26 में महिला जिप्सी चालकों के विशेष प्रशिक्षण के बाद शेष पंजीकरण पूर्ण किए जाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने नगर वन में लाइट एंड साउंड शो शीघ्र प्रारंभ किये जाने, रामनगर में सामुदायिक सोवेनियर शॉप का निर्माण कर स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहन दिये जाने की भी घोषणा की।


कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा वन विभाग के विभिन्न प्रभागों, व महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा लगाए गए स्टालों का भी निरीक्षण किया गया तथा एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत पौधा भी रोपित किया। 


इस अवसर पर वन मंत्री श्री सुबोध उनियाल ने कहा कि राज्य सरकार वन एवं वन्य जीव संरक्षण के साथ स्थानीय आजीविका बढ़ाने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि वन विभाग के प्रयासों से प्रदेश में वन्य जीवों की संख्या में निरंतर वृद्धि हुई है।


प्रमुख सचिव वन श्री आर.के. सुधांशु ने वन संरक्षण, मानवदृवन्य जीव संघर्ष की रोकथाम और संरक्षण योजनाओं की जानकारी दी।


कार्यक्रम में विधायक दीवान सिंह बिष्ट, अध्यक्ष अनुसूचित जाति आयोग मुकेश कुमार, प्रमुख वन संरक्षक डॉ. समीर सिन्हा, मुख्य वन संरक्षक (कुमाऊं) डॉ. तेजस्विनी पाटिल, नगर पालिका अध्यक्ष हाजी मोहम्मद अकरम, क्षेत्र प्रमुख मंजू नेगी, जिलाधिकारी  ललित मोहन रयाल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. मंजूनाथ टीसी सहित बड़ी संख्या में स्थानीय जनप्रतिनिधि, अधिकारी, विद्यार्थी और नागरिक उपस्थित रहे।

देहरादून


*मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में स्वास्थ्य क्रांति की ओर बढ़ता उत्तराखंड*

*25 वर्षों में उत्तराखंड की सेहत में सुधार, राज्य के हर कोने तक पहुंच रही चिकित्सा सुविधाएं, डॉक्टरों की संख्या और ढांचा हुआ मजबूत*

*मातृ मृत्यु दर में 77 प्रतिशत की कमी, कुल 1985 आयुष्मान आरोग्य मंदिरों से 34 लाख लोगों को लाभ


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के मार्गदर्शन और कुशल नेतृत्व में उत्तराखंड का स्वास्थ्य विभाग अभूतपूर्व गति से आगे बढ़ रहा है। राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं से लेकर मेडिकल एजुकेशन तक, हर क्षेत्र में सुधार की नई मिसालें स्थापित हो रही हैं। स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत राज्य ने मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में उल्लेखनीय कमी लाने, संस्थागत प्रसव को प्रोत्साहन देने और ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं का दायरा बढ़ाने में बड़ी सफलता हासिल की है। राज्य गठन के 25 वर्षों में उत्तराखंड ने स्वास्थ्य ढांचे को सुदृढ़ करने की दिशा में लंबी छलांग लगाई है। आज प्रदेश के हर जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं का जाल बिछ चुका है। वर्तमान में राज्य में 13 जिला चिकित्सालय, 21 उपजिला चिकित्सालय, 80 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, 577 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और करीब 2000 मातृ-शिशु कल्याण केंद्र सक्रिय हैं, जहाँ आम जनता को स्थानीय स्तर पर उपचार मिल रहा है।

सरकार ने हाल ही में 6 उपजिला चिकित्सालय, 6 सीएचसी और 9 पीएचसी के उन्नयन को मंजूरी दी है। साथ ही सेलाकुई (देहरादून) और गेठिया (नैनीताल) में 100-100 शैय्यायुक्त मानसिक चिकित्सालयों का निर्माण तेजी से जारी है। भारत सरकार के सहयोग से उत्तरकाशी, गोपेश्वर, बागेश्वर और रुड़की में 200 शैय्यायुक्त क्रीटिकल केयर ब्लॉक, जबकि मोतीनगर (हल्द्वानी) और नैनीताल में 50-50 शैय्यायुक्त ब्लॉक तैयार किए जा रहे हैं। देश में पहली बार एम्स ऋषिकेश के सहयोग से उत्तराखंड में हेली-एम्बुलेंस सेवा शुरू की गई है, जिससे पर्वतीय व दुर्गम इलाकों में आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाएं सुलभ हुई हैं।


*स्वास्थ्य सेवाओं में अभूतपूर्व सुधार*


उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त बनाने में अहम भूमिका निभा रहा है। स्वास्थ्य विभाग पिछले पांच सालों में मातृ मृत्यु दर (एमएमआर) और नवजात शिशु मृत्यु दर (एनएमआर) में निरंतर कमी आई है। स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने बताया कि सरकार का लक्ष्य है कि एनएमआर को घटाकर 12 और एमएमआर को 70 प्रति लाख जीवित जन्म तक लाया जाए। राज्य में एनएचएम की शुरुआत 27 अक्तूबर 2005 को हुई थी। इसका उद्देश्य ग्रामीण व दूरस्थ इलाकों में रहने वाले गरीबों, महिलाओं और बच्चों को सुलभ व गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है। डॉ. कुमार के अनुसार मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कुशल नेतृत्व और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत की अगुवाई में मिशन ने अपने लक्ष्यों की दिशा में अभूतपूर्व प्रगति की है।


*शिशु और मातृ मृत्यु दर में ऐतिहासिक गिरावट*


राज्य गठन के समय शिशु मृत्यु दर (प्डत्) 52 प्रति हजार थी, जो अब घटकर 20 रह गई है। एसआरएस 2023 रिपोर्ट के अनुसार मातृ मृत्यु दर (डडत्) 450 प्रति लाख से घटकर अब मात्र 91 रह गई है। सकल प्रजनन दर (ज्थ्त्) भी 3.3 से घटकर 1.7 हो गई है। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे (छथ्भ्ै-5) 2020-21 के अनुसार राज्य में संपूर्ण प्रतिरक्षण दर 88.6ः तक पहुँच चुकी है, जो राज्य गठन के समय 47ः थी। वहीं संस्थागत प्रसव दर अब 83.2ः हो गई है, जबकि राज्य निर्माण के समय यह मात्र 21ः थी।



*चिकित्सकों की संख्या में ऐतिहासिक बढ़ोतरी*


राज्य निर्माण के समय स्वास्थ्य विभाग में 1621 डॉक्टरों के पद स्वीकृत थे। सरकार ने 1264 नए पद सृजित कर यह संख्या 2885 तक पहुंचाई।रिक्तियों को भरने के लिए निरंतर भर्ती अभियानों के साथ-साथ, सरकार ने 220 चिकित्सकों को दुर्गम क्षेत्रों में तैनात किया है। वर्तमान में कुल 2885 पदों के सापेक्ष 2598 डाॅक्टर तैनात हैं। विशेषज्ञ डॉक्टरों की उपलब्धता बढ़ाने के लिए उनकी सेवानिवृत्ति आयु 60 से बढ़ाकर 65 वर्ष कर दी गई है। लंबे समय से अनुपस्थित 56 डॉक्टरों की सेवा समाप्त कर सरकार ने सख्ती का संदेश भी दिया है।


*नर्सिंग और पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती*


राज्य सरकार ने अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए 1399 नर्सिंग अधिकारियों की नियुक्ति की है। एएनएम के 1933 पदों को बढ़ाकर 2295 किया गया, जिनमें से 1918 पद भरे जा चुके हैं। चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड के माध्यम से 34 एक्स-रे टेक्नीशियन सहित अन्य पैरामेडिकल कर्मियों की भर्ती भी की गई है।


*मातृ मृत्यु दर में 77 प्रतिशत की कमी*


स्वास्थ्य विभाग के प्रभावी क्रियान्वयन का परिणाम है कि मातृ मृत्यु दर में 77 प्रतिशत की कमी आई है। राज्य गठन के समय से मातृ मृत्यु दर (440/100000 जीवित प्रसव) के सापेक्ष (91/100000 जीवित प्रसव)  हो गई है। वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान 1,47,717 संस्थागत प्रसव कराए गए, जो कुल प्रसव का 85प्रतिशत हैं। 2025 में चलाए गए 17 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक के विशेष अभियान के तहत 37 हजार से अधिक गर्भवती महिलाओं की एनीमिया जांच की गई। राज्य में हरिद्वार व ऊधमसिंह नगर में दो पोषण पुनर्वास केंद्र भी स्थापित किए गए हैं, जिनमें इस वर्ष अब तक 32 कुपोषित शिशुओं का उपचार किया गया।


*प्रदेश में 1985 आयुष्मान आरोग्य केंद्र*


स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने बताया कि प्रदेश के 13 जिलों में अब तक 1985 आयुष्मान आरोग्य मंदिर (हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर) स्थापित किए जा चुके हैं। इन केंद्रों से हर वर्ष 34 लाख से अधिक लोग स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ ले रहे हैं। बीते तीन वर्षों में 28.8 लाख लोगों की हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज की जांच, 28.4 लाख लोगों के मुख कैंसर, और 13.1 लाख महिलाओं के स्तन कैंसर की स्क्रीनिंग की गई। इससे स्वास्थ्य के प्रति जनजागरूकता में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।


*108 आपातकालीन सेवा बनी जीवन रक्षक*


वर्ष 2008 में शुरू हुई 108 आपातकालीन एम्बुलेंस सेवा अब राज्य की स्वास्थ्य प्रणाली की रीढ़ बन चुकी है। वर्तमान में इसके पास 272 एम्बुलेंस हैं जिनमें 217 बेसिक लाइफ सपोर्ट (ठस्ै), 54 एडवांस लाइफ सपोर्ट (।स्ै) और 1 बोट एम्बुलेंस शामिल है। वर्ष 2019 से अगस्त 2025 तक, इस सेवा के माध्यम से 8.79 लाख से अधिक लोगों को आपातकालीन सहायता मिली है।


*गंभीर बीमारियों के लिए आर्थिक सहायता*


राज्य व्याधि सहायता निधि समिति के तहत बीपीएल वर्ग के मरीजों को 11 गंभीर बीमारियों के इलाज हेतु आर्थिक मदद दी जाती है। वर्ष 2005-06 से अब तक 1045 लाभार्थियों को इस योजना से सहायता मिली है, जिस पर 12.85 करोड़ रुपये से अधिक व्यय हुआ है।


*जनऔषधि केंद्रों से सस्ती दवाएं*


सस्ती और गुणवत्तापूर्ण दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए राज्य में 335 प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र संचालित हैं, जबकि 48 नए केंद्र प्रस्तावित हैं।इन केंद्रों से आम नागरिकों को दवाएं बाजार मूल्य से 50-80ः तक सस्ती मिल रही हैं।


*टीबी उन्मूलन में उल्लेखनीय सफलता*


राज्य में टीबी मुक्त उत्तराखंड अभियान के तहत 2182 पंचायतें टीबी मुक्त घोषित की जा चुकी हैं। 18,159 निक्षय मित्र अब तक जुड़ चुके हैं, जिनमें से 8658 सक्रिय रूप से टीबी मरीजों को गोद लेकर सहयोग कर रहे हैं।


*तीर्थ यात्रियों के लिए विशेष स्वास्थ्य व्यवस्था*


हर वर्ष चारधाम और कैलाश मानसरोवर यात्रा के दौरान यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, सभी धामों और यात्रा मार्गों पर विशेषज्ञ डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ और जीवनरक्षक उपकरणों की तैनाती की जाती है। स्वास्थ्य सलाह (भ्मंसजी ।कअपेवतल) 13 भाषाओं में जारी की जाती है ताकि देश-विदेश से आने वाले यात्रियों को कोई असुविधा न हो।


*परिवार नियोजन और जनस्वास्थ्य विस्तार*


परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत देहरादून और अल्मोड़ा में दो नए परिवार नियोजन साधनों की शुरुआत की गई है। इसके साथ ही डेंगू और अन्य वेक्टर जनित रोगों की रोकथाम को लेकर विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय डायलिसिस कार्यक्रम के तहत 19 केंद्रों में 166 मशीनों द्वारा इस वर्ष अब तक 46,958 डायलिसिस सत्र संपन्न किए जा चुके हैं।


*रक्त संचरण सेवाओं का विस्तार*

2016 से अब तक राज्य में 65 रक्तकोष (ब्लड बैंक) स्थापित किए जा चुके हैं, जिनमें 28 सरकारी,  18 निजी व 19 चैरिटेबल संस्थान हैं। रक्त की उपलब्धता और आपातकालीन सेवाओं में बड़ी सुविधा मिली है।

*मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का विस्तृत बयान*

उत्तराखंड सरकार का लक्ष्य है कि राज्य का हर नागरिक गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ सके। हमने स्वास्थ्य सेवाओं को अंतिम छोर तक पहुँचाने के लिए एनएचएम को एक मजबूत स्तंभ के रूप में कार्यरत किया है। आज प्रदेश में मातृ और शिशु मृत्यु दर ऐतिहासिक रूप से घटी है, संस्थागत प्रसव की दर में वृद्धि हुई है और लोगों में स्वास्थ्य के प्रति नई चेतना आई है। हमारी सरकार की प्राथमिकता हैकृ‘स्वस्थ उत्तराखंड, समृद्ध उत्तराखंड’। हमने स्वास्थ्य ढांचे को सशक्त बनाने के लिए रिकॉर्ड स्तर पर निवेश किया है। हेली-एंबुलेंस सेवा, आयुष्मान आरोग्य केंद्र, नर्सिंग और पैरामेडिकल शिक्षा में विस्तार जैसी पहलों से हमने स्वास्थ्य सेवाओं को गांव-गांव तक पहुँचाया है। मेरा विश्वास है कि आने वाले वर्षों में उत्तराखंड देश के सबसे स्वस्थ राज्यों में शामिल होगा और हमारी नीतियां जनसेवा की नई दिशा तय करेंगी।

*स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार का बयान*


स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में स्वास्थ्य सेवाओं में ऐतिहासिक परिवर्तन आया है। अगर बात करें पिछले 25 वर्षों  की तो उत्तराखंड ने स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है। राज्य सरकार की प्राथमिकता हर नागरिक तक गुणवत्तापूर्ण और सुलभ स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाना है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, आयुष्मान भारत, टेलीमेडिसिन, 108 आपातकालीन सेवा और जन औषधि केंद्र जैसे कार्यक्रमों ने स्वास्थ्य ढांचे को नई मजबूती दी है। हमने मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में उल्लेखनीय कमी दर्ज की है और दूरस्थ क्षेत्रों में चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती सुनिश्चित की है। सरकार की नीति ‘स्वस्थ उत्तराखंड दृ समर्थ उत्तराखंड’ की दिशा में राज्य निरंतर आगे बढ़ रहा है। आने वाले वर्षों में हमारा लक्ष्य है कि हर गांव और हर व्यक्ति को समयबद्ध, सस्ती और प्रभावी स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जाएं। यह परिवर्तन केवल योजनाओं का नहीं, बल्कि संकल्प और प्रतिबद्धता का परिणाम है।



*मुख्यमंत्री धामी ने किया विकसित भारत यंग लीडर्स थीम पर आधारित राज्य युवा महोत्सव 2025- 26 का शुभारंभ*


*महोत्सव में फिट इंडिया उत्तराखंड और उत्तराखंड स्पोर्ट्सटैक हैकथन पहल का भी किया गया शुभारंभ*


*युवाओं द्वारा तैयार विज्ञान के विभिन्न मॉडल की विज्ञान प्रदर्शनी और स्वयं सहायता समूह द्वारा तैयार स्थानीय उत्पादों की स्टाल का किया गया अवलोकन*


*युवा करेंगे विकसित उत्तराखंड और विकसित भारत की संकल्पना को साकार: मुख्यमंत्री*


*कहा: हमारी समृद्ध विरासत को संजोए रखने और उसको अगली पीढ़ी तक पहुंचाने का दायित्व भी युवाओं पर*


 *राज्य में युवाओं को आगे बढ़ने और अपने सपने साकार करने के मिल रहे हैं व्यापक अवसर*



मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा परेड ग्राउंड में राज्य गठन की 25वीं वर्षगांठ के शुभ अवसर पर उत्तराखंड राज्य युवा महोत्सव 2025- 26 का शुभारंभ किया गया।


मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि युवा शक्ति को सही मार्गदर्शन और प्लेटफार्म उपलब्ध कराया जाए तो युवा शक्ति देश को नई ऊंचाई पर ले जाने की सामर्थ्य रखती है। उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री  मोदी के नेतृत्व में युवाओं को राष्ट्रीय स्तर पर अपने सपनों को साकार करने के लिए अनेक अवसर मिले हैं जिससे विकसित भारत 2047 की संकल्पना को साकार करने के लिए युवा शक्ति अपना सर्वांगीण योगदान दे रहे है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश में युवाओं के लिए अनेक योजनाएं और कार्यक्रम संचालित हो रहे हैं। 


मुख्यमंत्री ने फिट इंडिया उत्तराखंड और उत्तराखंड स्पोर्ट्सटैक  हैकथन का शुभारंभ करते हुए कहा कि आज के समय में रोजगार के जहां अनेक नए अवसर पैदा हो रहे हैं तो वही पुरानी प्रचलित तकनीक हटने से कुछ अवसर कम भी हो रहे हैं।

 इसी को ध्यान रखते हुए हमने उत्तराखंड में युवाओं के लिए फ्यूचर बेस्ट रोजगार प्रदान करने के लिए अनेक कंपनियों से  एमओयू किए हैं।  राज्य में एक जनपद दो उत्पाद, हाउस आफ हिमालयाज, नई पर्यटन और फिल्म नीति, स्टेट मिलेट मिशन और युवाओं के लिए अनेक रोजगार और स्वरोजगारपर  योजनाओं को प्रारंभ किया है ताकि युवा नवाचार, डिजिटली, रचनात्मक और आने वाले भविष्य की डिमांड के अनुरूप खुद को तैयार कर सके। 


मुख्यमंत्री ने कहा कि युवा महोत्सव जैसे आयोजन से युवाओं को अपनी जड़ों से जोड़े रखने की प्रेरणा मिलती है और अपनी प्रतिभा के प्रदर्शन के लिए एक बेहतर मंच मिलता है। उन्होंने कहा कि हमारे राज्य के युवा आज सभी क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं। हाल ही में संपादित हुए 38 वें राष्ट्रीय खेलों में हमारे युवाओं ने शानदार प्रदर्शन किया। 


मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने युवा की ताकत और उसकी ऊर्जा को समझते हुए उत्तराखंड में खेल संस्कृति को विकसित करने का काम किया है।  युवा आत्मनिर्भर बन सके तथा स्वरोजगार और रोजगार से अपने सपनों को साकार कर सके इसके लिए हमने अनेक निर्णय युवाओं के हित में लिए। सख्त नकल कानून के द्वारा  युवाओं के पारदर्शी चयन का मार्ग प्रशस्त किया।  कुछ कर गुजरने का जज्बा रखने वाले युवाओं के लिए अनेक नीतियां लाई तथा उनका बेहतर तरीके से क्रियान्वयन कर रहे हैं। 



इस अवसर पर खेल मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि 2047 तक युवा शक्ति के बल पर भारत विकसित बनेगा। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार युवाओं और महिलाओं के सपनों को साकार करने के लिए अनेक प्रयास कर रही हैं। 


राज्यसभा सांसद नरेश बंसल ने कहा कि आज देश और हमारा राज्य  अनेक क्षेत्रों में नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। 


इस अवसर पर सुश्री स्वराज विद्वान, उपाध्यक्ष अल्पसंख्यक आयोग फरजना बेगम, विशेष प्रमुख सचिव अमित सिन्हा सहित  संबंधित अधिकारी और युवा  उपस्थित थे।



*जनपद देहरादून:कोलूखेत के पास बाइकसवार पिता-पुत्र गिरे खाई में SDRF ने चलाया रेस्क्यू ऑपरेशन।* 



आज दिनाँक 06 नवम्बर 2025 को CCR देहरादून द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि कोलूखेत चौकी क्षेत्रान्तर्गत एक बाइक सवार खाई में गिर गया है, जिसके लिए SDRF टीम की आवश्यकता है।


उक्त सूचना मिलते ही SDRF पोस्ट सहस्त्रधारा से उपनिरीक्षक सुरेन्द्र सिंह के नेतृत्व मे SDRF टीम आवश्यक रेस्क्यू उपकरणों सहित तत्काल घटनास्थल के लिए रवाना हुई।


एसडीआरएफ टीम को घटनास्थल पर पहुँचने पर ज्ञात हुआ कि मसूरी रोड पर नगर पालिका के टोल से लगभग 01 किलोमीटर आगे एक बाइक (UK 07AB 7926) पर सवार 02 व्यक्ति (पिता-पुत्र) गहरी खाई में गिर गए थे। SDRF टीम द्वारा जिला पुलिस के सहयोग से राहत एवं बचाव कार्य प्रारम्भ किया गया।


जिला पुलिस द्वारा घायल को पूर्व मे अस्पताल भिजवाया गया था। जबकि एक अन्य व्यक्ति की मौके पर ही मृत्यु हो चुकी थी, जिसका शव SDRF टीम द्वारा गहरी खाई से निकालकर मुख्य मार्ग तक लाया गया तथा जिला पुलिस के सुपुर्द किया गया।

 

 *घायल* -

फैजान अहमद पुत्र असवाक अहमद उम्र 14 वर्ष,निवासी रायपुर अधोईवाला।


 *मृतक* 

असवाक अहमद पुत्र फारूक अहमद, उम्र 40 वर्ष निवासी रायपुर अधोईवाला।



इस यात्रा वर्ष डेढ लाख* *तीर्थयात्रियों ने किये दर्शन

शीतकालीन यात्रा को प्रोत्साहित करेंगे: हेमंत द्विवेदी

श्री तुंगनाथ/ रूद्रप्रयाग:



तृतीय केदार श्री तुंगनाथ मंदिर के कपाट आज बृहस्पतिवार को पूर्वाह्न 11.30 बजे शुभ मुहूर्त में शीतकाल हेतु बंद हो गये है 

कपाट बंद होने के बाद भगवान तुंगनाथ जी की चल विग्रह डोली ने प्रथम पड़ाव चोपता के लिए प्रस्थान किया इस अवसर पर मंदिर को फूलों से सजाया गया था तथा पांच सौ से अधिक श्रद्धालु कपाट बंद होने के साक्षी रहे।

आज  प्रात: काल भगवान तुंगनाथ जी का मंदिर श्रद्धालुओं को दर्शनार्थ खुल गया था इसके पश्चात नित्य पूजा-अर्चना संपन्न हुई तथा तीर्थयात्रियों ने मंदिर में दर्शन किये। बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल की उपस्थिति में साढ़े दस बजे से कपाट बंद की प्रक्रिया शुरू हो गयी भोग यज्ञ हवन पूजा के बाद भगवान तुंगनाथ के स्वयंभू शिवलिंग को समाधि रूप दिया गया तथा पूर्वाह्न साढ़े  11.30 बजे श्री तुंगनाथ मंदिर के कपाट शीतकाल हेतु बंद कर दिये गये इससे पहले श्री तुंगनाथ जी की चलविग्रह डोली मंदिर के अंदर से  परिसर में विराजमान हुई मंदिर की परिक्रमा तथा श्रद्धालुओं को आशीर्वाद देते हुए ढ़ोल नगाड़ो के साथ समारोह पूर्वक प्रथम पड़ाव चोपता के लिए प्रस्थान हुई इस अवसर पर बाबा तुंगनाथ जी की जय घोष से वातावरण गूंज उठा।


 श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति ( बीकेटीसी) अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने तृतीय केदार श्री तुंगनाथ के कपाट बंद होने के अवसर पर शुभकामनाएं दी है बताया कि इस यात्रा वर्ष डेढ़ लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने श्री तुंगनाथ जी के दर्शन का पुण्य अर्जित किया कहा कि श्री तुंगनाथ जी की चलविग्रह डोली के श्री मर्कटेश्वर मंदिर मक्कूमठ पहुंचने के बाद श्री तुंगनाथ जी की शीतकालीन पूजायें शुरू हो जायेंगी मंदिर समिति शीतकालीन यात्रा को प्रोत्साहित करेगी।


 बीकेटीसी उपाध्यक्ष विजय कप्रवाण तथा उपाध्यक्ष ऋषि प्रसाद सती सहित मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल  एवं सभी बीकेटीसी सदस्यों ने श्री तुंगनाथ जी कपाट बंद होने के अवसर पर प्रसन्नता जतायी हैं कहा श्री तुंगनाथ जी की यात्रा अपेक्षा के अनुरूप रही।


बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि आज श्री तुंगनाथ मंदिर के कपाट बंद होने के बाद भगवान श्री तुंगनाथ जी की चल विग्रह डोली प्रथम पड़ाव चौपता प्रवास हेतु प्रस्थान हुई। कल  शुक्रवार 7 नवंबर दूसरे पड़ाव भनकुन  प्रवास करेगी। चल विग्रह डोली शनिवार 8 नवंबर को शीतकालीन गद्दी स्थल श्री मर्कटेश्वर मंदिर मक्कूमठ पहुंचेगी।


कपाट बंद होने के अवसर पर  बीकेटीसी उपाध्यक्ष विजय कप्रवान, सदस्य  श्रीनिवास पोस्ती, प्रह्लाद पुष्पवान,देवी प्रसाद देवली, डा. विनीत पोस्ती,बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी/ कार्यपालक मजिस्ट्रेट विजय प्रसाद थपलियाल, मंदिर समिति सहित मठापति रामप्रसाद मैठाणी, केदारनाथ प्रभारी अधिकारी  यदुवीर पुष्पवान, प्रबंधक बलबीर नेगी, अरविंद शुक्ला प्रकाश पुरोहित, दीपक पंवार,चंद्र मोहन बजवाल,पुजारी अतुल मैठाणी अजय मैठाणी,  सहित अधिकारी कर्मचारी हक हकूकधारी मौजूद रहे।

 


डोईवाला :  



मुख्यमंत्री के 31 अक्टूबर तक प्रदेश की सभी सड़कों को गड्ढामुक्त करने के आदेश अब केवल कागज़ों तक ही सीमित दिख रहे हैं। डोईवाला विधानसभा के दूरस्थ पहाड़ी क्षेत्र हल्द्वाड़ी में न तो पक्की सड़क बनी, और जो कच्चा स्थायी मार्ग है, वह भी अब चलने लायक नहीं बचा है।

स्थानीय निवासी आदर्श राठौर ने बताया कि यह मार्ग वर्षों से जर्जर अवस्था में है। ग्राम पंचायत बजट, प्रधानमंत्री रोजगार गारंटी योजना और ग्रामीणों के सहयोग से कभी इसका निर्माण किया गया था, मगर अब हालात इतने खराब हैं कि लोगों को इस रास्ते से गुजरने से पहले सौ बार सोचना पड़ता है।

ग्रामीणों ने बताया कि कई बार लोक निर्माण विभाग द्वारा सर्वे किया गया, परंतु सड़क सुधार कार्य आज तक शुरू नहीं हुआ। हल्द्वाड़ी ग्राम से मुख्य बाजार थानों की दूरी लगभग 20 किलोमीटर है, जहां से ग्रामीणों को राशन व स्वास्थ्य सुविधाएं मिलती हैं। खराब सड़क के कारण लोगों को हर छोटी जरूरत के लिए भी भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।

आदर्श राठौर ने अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि “कागज़ों और बैठकों में विकास की बड़ी-बड़ी बातें होती हैं, पर धरातल पर ये विकास खोखला साबित हो रहा है।”

ग्रामीणों ने बताया कि इस मार्ग में जगह-जगह एक से दो फीट गहरे गड्ढे हो चुके हैं, और रास्ता फिसलन भरा हो गया है। बाइक सवार आए दिन फिसलकर चोटिल हो रहे हैं। रोजाना इसी मार्ग से आवाजाही करने वाले लोगों में भारी आक्रोश है।

ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द इस सड़क का सुधारीकरण या नया निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया, तो वे 2027 विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे और आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।


 *रात्रि भोज में जुड़ा भावनाओं और विकास का सेतु* 


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने आज मुख्यमंत्री आवास में देशभर के विभिन्न राज्यों में निवासरत प्रवासी उत्तराखंडियों का भावपूर्ण स्वागत किया। सभी को रात्रि भोज पर आमंत्रित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि “आप भले ही दूर हों, लेकिन दिल से हमेशा उत्तराखंड से जुड़े हैं। आप हमारी शक्ति हैं, हमारी वैश्विक पहचान हैं।”


 उपस्थित प्रवासी उत्तराखंड वासियों ने अपने अनुभवों, भावनाओं और प्रदेश के विकास से जुड़ी अपेक्षाओं को साझा किया। मुख्यमंत्री धामी ने प्रत्येक प्रतिभागी से व्यक्तिगत रूप

NRI welcome at CM Dhami House

से संवाद कर उनकी बातों को सुना और कहा कि सरकार “ग्लोबल उत्तराखंड विजन” को मिशन मोड में आगे बढ़ा रही है, ताकि विश्वभर में फैले उत्तराखंडियों का सामर्थ्य राज्य निर्माण में जुड़ सके।




 *प्रवासियों में दिखा उत्साह — मुख्यमंत्री से मिलकर भावुक हुए उत्तराखंडवासी* 


कार्यक्रम में प्रवासी उत्तराखंड वासियों में विशेष उत्साह देखने को मिला। प्रतिभागियों ने कहा कि पहली बार इस स्तर पर सरकार ने प्रवासियों के अनुभव और योगदान को सम्मान दिया है।

उन्होंने राज्य के तेज़ी से हो रहे विकास, निवेश बढ़ने, धार्मिक एवं सांस्कृतिक विरासत संरक्षण और युवाओं के लिए नए अवसरों की सराहना की।



मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि उत्तराखंड की प्रतिभा और संस्कृति वैश्विक स्तर पर चमके, प्रवासियों के लिए नीति और सुविधा तंत्र और मजबूत किया जाए, उद्योग, शिक्षा, स्टार्टअप और पर्यटन में साझेदारी बढ़े| उन्होंने आश्वस्त किया कि आने वाले समय में प्रवासी उत्तराखंडियों के लिए डिजिटल कनेक्ट प्लेटफ़ॉर्म, ग्लोबल नेटवर्किंग फोरम और स्पेशल पार्टनरशिप नीति तैयार की जाएगी।


महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप स्टार स्नेहा राणा को मुख्यमंत्री धामी का फोन — दी शुभकामनाएं, घोषित किए ₹50 लाख प्रोत्साहन राशि



मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने आज महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली उत्तराखंड की बेटी, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर स्नेहा राणा से दूरभाष पर वार्ता की।


मुख्यमंत्री ने स्नेहा राणा को भारतीय क्रिकेट टीम में चयन होने पर हार्दिक बधाई दी और वर्ल्ड कप टूर्नामेंट में उत्कृष्ट प्रदर्शन व भारत को विजय दिलाने के लिए शुभकामनाएं दीं।




मुख्यमंत्री ने स्नेहा राणा की उपलब्धियों और देश-प्रदेश का गौरव बढ़ाने पर उन्हें ₹50 लाख की प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की।


 मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि “ *स्नेहा राणा ने मेहनत, संकल्प और प्रतिभा से उत्तराखंड का नाम विश्व पटल पर रोशन किया है। उनकी सफलता हमारे युवाओं, विशेषकर बेटियों के लिए प्रेरणा है। राज्य सरकार खिलाड़ियों को सर्वोत्तम सुविधाएं और प्रोत्साहन देने के लिए प्रतिबद्ध है।”* 


 *मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड की बेटियाँ देश को गौरवान्वित कर रही हैं और स्नेहा राणा का प्रदर्शन इसी का उज्ज्वल उदाहरण है।* 


मुख्यमंत्री द्वारा सम्मान और प्रोत्साहन राशि की घोषणा पर स्नेहा राणा ने आभार व्यक्त किया और कहा कि वह देश व उत्तराखंड का नाम रोशन करने के लिए निरंतर प्रयास करती रहेंगी।

 *बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल की उपस्थिति में श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में शीतकालीन यात्रा बैठक।* 


• *श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ परिसर स्थित उषा अनिरुद्ध विवाह मंडप में दिल्ली निवासी दंपति का विवाह।* 


उखीमठ /रुद्रप्रयाग: 5 नवंबर





श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति  (बीकेटीसी) अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी के दिशा-निर्देश पर  मंगलवार को  पंचकेदार गद्दी स्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी/ कार्यपालक मजिस्ट्रेट विजय प्रसाद थपलियाल तथा बीकेटीसी सदस्य प्रह्लाद पुष्पवान की उपस्थिति में शीतकालीन यात्रा  के संबंध  बैठक आयोजित हुई जोकि देर शाम तक चली।‌ बैठक में मंदिर समिति के अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।


बैठक में श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में भगवान केदारनाथ जी की शीतकालीन पूजाओं, 6 नवंबर को श्री तुंगनाथ तथा 18 नवंबर कपाट बंद होने के बाद द्वितीय केदार श्री मदमहेश्वर जी की शीतकालीन पूजाओं की तैयारियों के  संबंध में विचार विमर्श हुआ‌ तथा श्री ओंकारेश्वर मंदिर परिसर उखीमठ स्थिति ऊषा अनिरूद्ध विवाह मंडप स्थल‌ को श्री त्रियुगीनारायण की तरह वैडिंग डेस्टीनेशन के रूप में प्रचार - प्रसार किये जाने पर भी चर्चा हुई।


वहीं मंगलवार शाम को  बैकुंठ चतुर्दशी के पावन पर्व पर  उषा अनिरुद्ध विवाह स्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में दिल्ली निवासी अश्वनी एवं आकांक्षा 

विवाह बंधन में बंधे। इस अवसर पर सदस्य प्रह्लाद पुष्पवान तथा मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल ने नव‌ विवाहित दंपति को शुभकामनाएं दी।


वहीं बैठक में शीतकालीन गद्दीस्थलों श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ, श्री तुंगनाथ जी के शीतकालीन गद्दीस्थल श्री मर्कटेश्वर मंदिर मक्कूमठ  में दर्शन व्यवस्था, परिसर में  स्वच्छता, सुरक्षा, विद्युत एवं पेयजल के संबंध में चर्चा की गई।


वहीं उपाध्यक्ष विजय कप्रवाण ने बताया कि  भगवान केदारनाथ की शीतकालीन पूजायें शुरू हो गयी है द्वितीय केदार श्री मद्महेश्वर जी तथा तृतीय केदार श्री तुंगनाथ जी के कपाट बंद के पश्चात भगवान मदमहेश्वर जी तथा श्री तुंगनाथ की शीतकालीन पूजायें शुरू होंगी।


मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल ने  बैठक को संबोधित करते हुए कहा  कि मंदिर समिति द्वारा शीतकालीन यात्रा को प्रोत्साहित किया जा रहा है।

 शीतकालीन यात्रा के प्रोत्साहन हेतु स्थानीय प्रशासन तीर्थ पुरोहितों, हक हकूकधारियों जनप्रतिनिधियों से भी सुझाव लिए जा रहे है‌ कहा कि श्री त्रियुगीनारायण की तरह श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ स्थित उषा - अनिरुद्ध विवाह मंडप को  वेंडिंग डेस्टिनेशन के रूप में विकसित किये जाने हेतु कार्य योजना बनयी जा रही है।बैठक में  बीकेटीसी सदस्य प्रह्लाद पुष्पवान ने कहा गया  कि केदारनाथ भगवान की शीतकालीन पूजन व्यवस्थाएँ इस बार और अधिक सुव्यवस्थित एवं श्रद्धालुओं हित में होंगी।


बैठक में मुख्य कार्याधिकारी / कार्यपालक मजिस्ट्रेट विजय प्रसाद थपलियाल सहित  सदस्य,‌प्रह्लाद‌‌ पुष्पवान, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी डीएस भुजवाण,प्रभारी अधिकारी यदुवीर पुष्पवान,   और पुजारी शिवशंकर लिंग,  बागेश लिंग, आदि मौजूद रहे।


 



कार्तिक मास को सभी महीनों का राजा कहा गया है।

 ज्योतिषाचार्य के अनुसार भगवान कृष्ण कहते हैं कि जितने भी मास हैं, उनमें कार्तिक मास मैं ही हूं। कार्तिक मास भगवान विष्णु को समर्पित होता है।

 कार्तिक मास में ही सभी महत्वपूर्णं त्योहार होते है, यही कारण है कि कार्तिक मास में ही मां लक्ष्मी और अमृत कलश लिए हुए भगवान धन्वंतरी का समुद्र मंथन के समय इस सृष्टि में प्राकट्य हुआ था।

 देवोत्थान का समय भी एकादशी शुक्ल पक्ष को होता है। इसी के बाद सब शुभ कार्यों का आरंभ माना गया है। 

उदया तिथि के अनुसार इस बार कार्तिक पूर्णिमा 5 नवम्बर 2025, बुधवार को मनाई जाएगी. पूर्णिमा तिथि का आरंभ 4 नवम्बर 2025, रात्रि 10:36 बजे शुरू होकर 5 नवम्बर 2025, रात्रि 06:48 बजे तक रहेगा. गंगा स्नान और दान का शुभ मुहूर्त सूर्योदय 4 बजकर 52 मिनट से लेकर  प्रातः 05:44 बजे तक रहने वाला है. इस पावन अवसर पर दीपदान, तुलसी पूजा, गंगा स्नान और जरूरतमंदों को दान करने से  पुण्य की प्राप्ति होती है. इसके बाद सुबह की पूजा का मुहूर्त 7 बजकर 58 मिनट से शुरू होकर 20 मिनट  होकर 9 बजकर  20 मिनट तक रहने वाला है. जबकि शाम को प्रदोष काल में पूजा का मुहूर्त शाम 5 बजकर 15 बजे से शाम 6 बजकर 5 मिनट तक रहेगा. 

  

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरूनानक जी की जयंती एवं कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी है। इस अवसर पर जारी अपने संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि सिख धर्म के प्रथम गुरू गुरूनानक देव जी ने हमें सच्चाई, न्याय और मानवता की राह पर चलने की प्रेरणा दी है।

 

उन्होंने कहा कि गुरूनानक जी ने समाज की बुराईयों को दूर करने के लिए अपने उपदेशों एवं शिक्षा के माध्यम से लोगों को जागरूक किया। गुरूनानक जी के उपदेश हमें समाज में भाईचारा, सद्भाव और आपसी एकता को बढावा देने की भी प्रेरणा देते हैं। उनकी शिक्षा आज भी प्रासंगिक है और समाज का मार्गदर्शन कर रही है। 

मुख्यमंत्री ने इस पावन अवसर पर गुरुनानक देवजी के संदेशों को आत्मसात कर मानव कल्याण तथा देश-प्रदेश की उन्नति में भागीदारी निभाने का संकल्प लेने का भी आह्वान प्रदेशवासियों से किया है।



मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरू नानक देव जी ने समाज में ऊंचनीच, भेदभाव, वैमनस्यता को दूर करने के लिए अथक प्रयास किए। उनकी शिक्षा आज भी प्रासंगिक है और समाज का मार्गदर्शन कर रही है। उनके उपदेशों में मानव कल्याण की कामना की गई है। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से अपील की कि हमें इस पावन अवसर पर गुरुनानक देवजी के संदेशों को आत्मसात कर मानव कल्याण तथा देश-प्रदेश की उन्नति में भागीदारी निभाने का संकल्प लेना होगा।





 मुख्यमंत्री ने काशीपुर में राज्य स्तरीय शहरी विकास सम्मेलन का किया शुभारम्भ*

*उत्तराखण्ड के नगरों में स्वच्छता और बुनियादी ढाँचे को मिला नया आयाम*


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखण्ड की रजत जयंती वर्ष समारोह की श्रृंखला में काशीपुर में मंगलवार को राज्य स्तरीय शहरी विकास सम्मेलन का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर उन्होंने 46 करोड़ 24 लाख के विकास कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया तथा दिव्यांग सशक्तिकरण कौशल विकास वाहन व नगर निगम काशीपुर के 14 कूड़ा एकत्रित करने वाले वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।


मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य निर्माण के प्रारंभिक वर्षों में, जब हमारे शहर अपने स्वरूप में ढल रहे थे, तब हमारे निकायों के सामने बुनियादी सुविधाओं के साथ-साथ आवश्यक संसाधनों का भी अभाव हुआ करता था। राज्य की भौगोलिक परिस्थितियों और बार-बार आने वाली प्राकृतिक आपदाओं ने भी विकास कार्यों की गति को अत्यधिक प्रभावित किया। परंतु इन 25 वर्षों की इस गौरवमयी यात्रा में हमारे राज्य ने अनेकों चुनौतियों का सामना करते हुए विकास, समृद्धि और सुशासन के नए-नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं।


मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी राज्य की आत्मा उसके गाँवों में बसती है तो शहरों में हमारे नागरिकों के सपने और आकांक्षाएँ आकार लेते हैं। इसी सोच के साथ हमने शहरी विकास को अपनी प्राथमिकताओं के केंद्र में रखा है। आज हमारे नगर स्वच्छता, सड़क व्यवस्था, पेयजल आपूर्ति और जनकल्याण जैसे क्षेत्रों में निरंतर प्रगति कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 25 वर्षों में उत्तराखण्ड का नगरीय स्वरूप तेजी से बदला है। वर्ष 2001 में जहाँ राज्य की शहरी जनसंख्या लगभग 16 प्रतिशत थी, वहीं आज यह बढ़कर 36 प्रतिशत से अधिक हो चुकी है। यही नहीं, राज्य गठन के समय राज्य में केवल 63 स्थानीय निकाय थे और देहरादून एकमात्र नगर निगम हुआ करता था, लेकिन आज राज्य में 107 नगरीय निकाय और 11 नगर निगम शहरों के विकास और नागरिकों को बेहतर सुविधाएँ उपलब्ध कराने के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं।



मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य निर्माण के समय शहरी विकास विभाग का बजट जहाँ केवल 55 करोड़ रुपये था, वहीं आज यह बढ़कर 13 सौ करोड़ रुपये से भी अधिक हो गया है। बीते 25 वर्षों में हमारे शहरों ने न केवल राज्य की अर्थव्यवस्था को नई गति प्रदान की है, बल्कि रोजगार और स्वरोजगार के अनेक अवसर भी सृजित किए हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ के सिद्धांत पर चलते हुए भारत को विकास और समृद्धि की नई ऊँचाइयों पर पहुँचाया है। स्वच्छ भारत मिशन के माध्यम से आज देश के लाखों शहरों, कस्बों और नगरों में साफ-सफाई की एक नई संस्कृति विकसित हुई है। अमृत योजना के द्वारा शहरी बुनियादी ढाँचे जैसे जल आपूर्ति, सीवरेज और हरित स्थानों को सशक्त किया गया है। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी मिशन के माध्यम से शहरी विकास को तकनीक और नागरिक सुविधा के साथ जोड़ते हुए एक आदर्श नगर विकास का मॉडल प्रस्तुत करने का प्रयास किया जा रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत लाखों गरीब परिवारों को अपने खुद के पक्के घर प्राप्त हुए हैं।


मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार उत्तराखण्ड के विकास को एक नई दिशा देने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। जहाँ एक ओर स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत प्रत्येक नगर में ठोस कचरा प्रबंधन और सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ किया जा रहा है, वहीं स्मार्ट सिटी मिशन, प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, अमृत मिशन, खुले में शौच मुक्त अभियान और लीगेसी वेस्ट प्रबंधन जैसी विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ उत्तराखण्ड के प्रत्येक नागरिक को देने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्रों के गरीब परिवारों को सुलभ स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध कराने के उद्देश्य से प्रदेश में पहली बार साढ़े 82 करोड़ रुपये की लागत से 52 स्थानीय निकायों में 115 अर्बन हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर स्थापित किए जा रहे हैं।


माननीय मुख्यमंत्री ने कहा कि काशीपुर में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के निर्माण के साथ ही ठोस कचरा प्रबंधन परियोजना के अंतर्गत आधुनिक ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण भी किया जा रहा है। इस क्षेत्र में रोजगार के अवसर सृजित करने एवं स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के उद्देश्य से 1100 करोड़ रुपये की लागत से औद्योगिक हब परियोजना एवं 100 करोड़ रुपये की लागत से अरोमा पार्क परियोजना भी संचालित की जा रही है।


इस अवसर पर राज्यसभा सांसद और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष श्री महेंद्र भट्ट, विधायक त्रिलोक सिंह चीमा, मेयर काशीपुर दीपक बाली, अन्य जनप्रतिनिधि, सचिव शहरी विकास नितेश कुमार झा, जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा उपस्थित थे।


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को श्रीनगर, पौड़ी में आयोजित बैकुण्ठ चतुर्दशी मेले के शुभारंभ अवसर पर जनता को वर्चुअल संबोधित किया। 


मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रीनगर गढ़वाल में स्थित माँ धारी देवी और भगवान कमलेश्वर महादेव के पौराणिक मंदिर सम्पूर्ण उत्तराखंड की अनमोल धरोहर है। प्रत्येक वर्ष बैकुंठ चतुर्दशी के अवसर पर आयोजित होने वाला यह मेला आस्था एवं समृद्ध सांस्कृतिक लोक परंपराओं का प्रतीक है। उन्होंने कहा इस प्रकार के पारंपरिक मेले हमें हमारी जड़ों से जोड़ने का कार्य करते हैं। 


मुख्यमंत्री ने कहा प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राज्य सरकार प्रदेश के सर्वांगीण विकास को आगे बढ़ा रही है। राज्य में शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल और कनेक्टिविटी सहित अनेकों क्षेत्रों में इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया जा रहा है। प्रदेश के विकास के साथ सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत को भी संरक्षित किया जा रहा है। केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम में मास्टर प्लान के तहत पुनर्निमाण कार्य चल रहे हैं। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन का कार्य तेजी के साथ चल रहा है।


मुख्यमंत्री ने कहा ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन के पूर्ण होने पर श्रीनगर के साथ पूरे गढ़वाल क्षेत्र में रेल कनेक्टिविटी को मजबूती मिलेगी। राज्य सरकार द्वारा श्रीनगर क्षेत्र में अनेकों विकास कार्य भी करवाए जा रहे हैं। 4 करोड़ 88 लाख की लागत से रोडवेज बस स्टेशन एवं पार्किंग का निर्माण किया गया है।  अलकनन्दा नदी के किनारे गंगा संस्कृति केंद्र का निर्माण कार्य, श्रीनगर नगर पालिका को नगर निगम बनाया गया है। 37 करोड़ से अधिक की लागत से मढ़ी-चौरास-जाखड़ी पंपिंग पेयजल योजना का निर्माण भी किया जा रहा है


मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा श्रीनगर के बेलकेदार और बेलकंडी मार्ग से लगे क्षेत्र में एक नई टाउनशिप स्थापित करने, श्रीनगर नगर निगम के दायरे में आने वाले सभी मोहल्लों तक सीवरेज की व्यवस्था पहुंचानें, ट्राइडेंट पार्क निर्माण, पुराने कलैक्ट्रेट भवन को हैरिटेज भवन के रूप में विकसित करने, धारी देवी मंदिर पैदल मार्ग का निर्माण, गोला पार्क का सौंदर्गीकरण कार्य जैसी विभिन्न विकास योजनाओं पर भी कार्य किया गया है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि मंदिरों का ये शहर धार्मिक, ऐतिहासिक और शैक्षणिक दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। श्रीनगर , प्रदेश में शिक्षा के हब के रूप में भी उभर रहा है, इसे देखते हुए राज्य सरकार यहां एक पैरामेडिकल कॉलेज और नर्सिंग कॉलेज का निर्माण भी करा रही है, जिसके लिए भूमि अधिग्रहण कार्य अंतिम चरण में हैं। बेस अस्पताल में 25 करोड़ रुपए की लागत से क्रिटिकल केयर ब्लॉक का निर्माण किया जा रहा है, जिसका लाभ पौड़ी के साथ ही चमोली, टिहरी और रूद्रप्रयाग जिले के हजारों मरीजों को मिलेगा।


इस अवसर पर मेयर श्रीमती आरती भण्डारी , जिलाधिकारी श्रीमती स्वाति भदौरिया एवं अन्य गणमान्य मौजूद रहे।


देहरादून :



 (सूवि), राज्य स्थापना दिवस के रजत जयंती समारोह के अवसर पर माननीय प्रधानमंत्री जी के प्रस्तावित आगमन एवं कार्यक्रम की दृष्टिगत तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी सविन बंसल ने ऋषिपर्णा सभागार कलेक्ट्रेट सभागार में संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इससे पूर्व जिलाधिकारी ने कार्यक्रम स्थल एफआरआई परिसर का निरीक्षण कर तैयारियों का जायजा लिया। 


देहरादून :


जिलाधिकारी सविन बंसल एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने राज्य स्थापना के रजत जयंती समारोह की श्रृंखला में पुलिस लाइन रेसकोर्स में आयोजित होने वाली पुलिस रैतिक परेड तथा 8 नवम्बर को आयोजित होने वाले कार्यक्रम की तैयारियों एवं व्यवस्था का निरीक्षण करते हुए सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। 

जिलाधिकारी सविन बंसल ने कार्यक्रम स्थल पर मंच, बैठक व्यवस्था, साउंड सिस्टम, सुरक्षा व्यवस्था, यातायात नियंत्रण, पार्किंग स्थल एवं आमंत्रित अतिथियों के स्वागत आदि की तैयारियों की विस्तृत जानकारी संबंधित अधिकारियों से प्राप्त की। जिलाधिकारी ने संबंधित विभागों को निर्देश दिए कि राज्य स्थापना दिवस कार्यक्रम को भव्य एवं सफल बनाने हेतु सभी आवश्यक व्यवस्थाएं समय से पूर्ण कर ली जाएं। उन्होंने कहा कि आयोजन में स्वच्छता, प्रकाश व्यवस्था तथा शांति व्यवस्था का विशेष ध्यान रखा जाए।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने पुलिस बल की ड्यूटी, परेड रिहर्सल एवं सुरक्षा की दृष्टि से आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर पुलिस लाइन में आकर्षक परेड का आयोजन किया जाएगा, जिसमें राज्य पुलिस की विभिन्न इकाइयों के पुलिस बल भाग लेंगे।

निरीक्षण के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह, मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण जया बलूनी, उप जिलाधिकारी सदर हरी गिरी, उप जिलाधिकारी अपूर्वा सिंह सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

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बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि यह आयोजन जनपद के लिए अत्यंत गौरव का विषय है, हम अपने राज्य निर्माण का रजत जयंती वर्ष मना रहे हैं।  सभी विभाग अपनी-अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन पूर्ण समर्पण एवं तालमेल के साथ करें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी के आगमन पर कार्यक्रम स्थल पर सुरक्षा, सिटिंग व्यवस्था,  यातायात, स्वच्छता, जलपान, पार्किंग, अतिथि सत्कार, चिकित्सा सुविधा, मीडिया व्यवस्था सहित अन्य सभी तैयारियों को समयबद्ध ढंग से पूर्ण किया जाए।

जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि कार्यक्रम स्थल एवं आसपास के क्षेत्रों में स्वच्छता व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। साथ ही सुरक्षा एजेंसियों के साथ समन्वय बनाकर आगंतुकों की सुगम आवाजाही की व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए सभी विभाग आपसी समन्वय के साथ कार्य करें तथा किसी भी स्तर पर लापरवाही न बरती जाए।

बैठक में  मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह,मुख्य नगर आयुक्त नमामि बंसल, नगर मजिस्ट्रेट प्रत्युष सिंह,उप जिलाधिकारी मसूरी  राहुल कुमार, सदर हरी गिरी, कुमकुम जोशी, निदेशक ग्रामीण विकास अभिकरण विक्रम सिंह, मुख्य शिक्षा अधिकारी विनोद कुमार ढोंडियाल, स्वास्थ्य विभाग, अधीक्षण अभियंता लोक निर्माण विभाग ओमपाल सिंह, जिला पूर्ति अधिकारी केके अग्रवाल, विद्युत, पेयजल, जलसंस्थान, वन विभाग सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।



देहरादून :



भाजपा, प्रदेशाध्यक्ष राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट ने मंगलवार को राज्यभर में चलने वाले बूथ कार्यकर्ता सम्मेलन अभियान शुभारंभ काशीपुर से किया । प्रदेशाध्यक्ष भट्ट प्रथम चरण के अभियान में काशीपुर, नैनीताल और उद्यमसिंह नगर में आयोजित सम्मेलनों को संबोधित करेंगे। 

मंगलवार भाजपा संगठनात्मक जिला काशीपुर के काशीपुर ग्रामीण मण्डल में बूथ कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित किया।


इस अवसर पर श्री भट्ट ने कहा कि भाजपा की वास्तविक शक्ति हमारे बूथ कार्यकर्ता हैं। बूथ स्तर पर कार्य करने वाला प्रत्येक कार्यकर्ता संगठन का सबसे मजबूत स्तंभ है, क्योंकि वही जनता के बीच रहकर पार्टी की नीतियों और योजनाओं को सही रूप से आम जनता तक पहुँचाता है और समाज को जोडने का कार्य करता है।


उन्होंने पार्टी के लिए बूथ कार्यकर्ताओं के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा पार्टी को सशक्त बनाने, सेवा कार्यों को गाँव स्तर तक पहुँचाने और आने वाले चुनावों में निर्णायक भूमिका निभाने के लिए बूथ कार्यकर्ताओं की सक्रियता और समर्पण अत्यंत महत्वपूर्ण है।


   इस मौके पर प्रदेश महामंत्री श्रीमती दीप्ति रावत , जिलाध्यक्ष मनोज पाल मण्डल अध्यक्ष बृजेश पाल , प्रदेश मंत्री श्री गुंजन सुखीजा , पूर्व प्रदेश महामंत्री  खिलेंद्र चौधरी , ब्लॉक प्रमुख श्रीमती चंद्रप्रभा एवं काशीपुर ग्रामीण मण्डल के बूथ अध्यक्ष व बूथ समिति के सदस्य मौजूद रहे।



प्रदेश मीडिया प्रमुख  श्री मनवीर सिंह चौहान ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश अध्यक्ष श्री महेंद्र भट्ट ने मंगलवार से काशीपुर मंडल से मंडल बूथ सम्मेलन प्रवास का शुभारंभ किया । इसके अगले दिन, 5 नवंबर को वे काशीपुर विधानसभा, किच्छा विधानसभा, रुद्रपुर विधानसभा में अलग अलग बूथ कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करेंगे। इसके उपरांत 6 नवंबर को रजत जयंती समारोह के तहत हल्द्वानी में आयोजित होने वाले पूर्व सैनिक सम्मेलन में सहभागिता करेंगे। इसी दिन नैनीताल जिले की लालकुआं विधानसभा और कालाढूंगी विधानसभा में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन को भी संबोधित करेंगे। इसी तरह 7 नवंबर को प्रातः 8:00 बजे वंदे मातरम राष्ट्रगीत के 150वें वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर हल्द्वानी में होने होने वाले कार्यक्रम में शामिल होंगे। 



  विशेष आयुक्त राज्य कर, आई.एस. बृजवाल ने बताया है कि राज्य कर विभाग द्वारा संचालित बिल लाओ ईनाम पाओ (BLIP) योजना के अन्तर्गत मेगा ड्रॉ में दिये जाने वाले पुरस्कार विजेताओं के नामों की घोषणा  मुख्यमत्री द्वारा दिनाक-31 अक्टूबर, 2025 को की गई है।




उन्होंने बताया पूर्व में बिल लाओ इनाम पाओं के मासिक पुरस्कारों की सूचना BLIP App के माध्यम से दी जाती रही है, जो वर्तमान में अस्तित्व में नहीं है। उन्होंने बताया सम्बन्धित पुरस्कार विजेताओं की सूची www.uk.gst.gov.in पर अपलोड कर दी गई है, जिसका अवलोकन किया जा सकता है। उन्होंने बताया विजेताओं को पुरस्कार वितरण की सूचना पृथक से प्रकाशित की जाएगी।

*चौखुटिया को मिली बड़ी स्वास्थ्य सौगात — 30 बेड से बढ़कर 50 बेड का अस्पताल बनेगा* 


 *सीएम धामी ने की घोषणा — डिजिटल एक्स-रे मशीन भी की जाएगी उपलब्ध* 



 *उप जिला चिकित्सालय चौखुटिया के निर्माण कार्यों में आएगी तेजी — कृषक विपणन परिषद को सौंपी जिम्मेदारी* 



 *चौखुटिया के अस्पताल का विस्तार — स्वास्थ्य सुविधाओं में होगा बड़ा सुधार : मुख्यमंत्री धामी* 



मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सरकार प्रदेश के दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ़ करने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि अल्मोड़ा जनपद के चौखुटिया में स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की क्षमता को बढ़ाते हुए इसे 30 बेड से विस्तारित कर 50 बेड का अस्पताल बनाया जाएगा। इसके साथ ही अस्पताल में अत्याधुनिक डिजिटल एक्स-रे मशीन भी उपलब्ध कराई जाएगी, जिससे स्थानीय नागरिकों को बेहतर और त्वरित स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकेंगी।


मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का प्रयास है कि पहाड़ के लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधाओं के लिए बड़े शहरों पर निर्भर न रहना पड़े। इसी उद्देश्य से चौखुटिया में उप जिला चिकित्सालय के निर्माण से संबंधित कार्यों को समयबद्ध तरीके से पूरा करने के लिए उत्तराखंड कृषि उत्पादन विपणन परिषद को कार्यदायी संस्था नियुक्त किया गया है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है और प्रदेश में चिकित्सा सेवाओं को मजबूत बनाने की दिशा में लगातार व्यापक कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस अस्पताल के विस्तार से चौखुटिया और आसपास के क्षेत्रों के हजारों लोगों को लाभ मिलेगा तथा स्वास्थ्य उपचार में होने वाली देरी को रोका जा सकेगा।

 

ऋषिकेश : 



जोगीवाला माफी  में रविवार को पारंपरिक लोकपर्व ईगास बग्वाल बड़े ही हर्षोल्लास और सांस्कृतिक धूमधाम के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का आयोजन ओम स्टार क्लब के संस्थापक शोबन सिह कैन्तुरा एव उनकी टीम के  विशेष प्रयासों से किया गया। पूरे क्षेत्र में लोक संस्कृति और परंपराओं की झलक इस आयोजन में देखने को मिली।


कार्यक्रम मे मौजूद  क्षेत्रीय विधायक एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ प्रेमचन्द अग्रवाल ,जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि ताजेन्द सिंह, ब्लाक प्रमुख डोईवाला गौरव सिंह ,जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि हिमांशु पंवार ,ग्राम प्रधान शैलेन्द्र रागड़ ,मोहर सिंह असवाल,क्षेत्र पंचायत सदस्य प्रीति रावत मौजूद रहे |


कार्यक्रम का सबसे आकर्षक क्षण तब आया जब लोकगायक गजेन्द्र राणा मंच पर पहुंचे। उनके आते ही दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट से उनका स्वागत किया। राणा ने “नंदा देवी जागर” से शुरुआत करते हुए “पुष्पा छोरी”, “बबली तेरू मोबाइल”, “हीरा समधी”और “फूरकी बाद” जैसे सुपरहिट गीतों की प्रस्तुति दी। उनके गीतों पर दर्शक झूमते और थिरकते नजर आए। एवं पूनम सती की गीत ओ लछिमा,रामदेई का होटल की गीत गाया |

 मेले-थौले और पारंपरिक आयोजन उताराखंड की जीवंत सांस्कृतिक विरासत: डीएम स्वाति 

देवलेश्वर महादेव बैकुंठ चतुर्दशी मेले में उमड़ी आस्था की भीड़, ‘चक्रव्यूह’ मंचन बना आकर्षण का केंद्र 

पौड़ी:

संदीप रावत



तहसील पौड़ी के अंतर्गत गगवाड़स्यूँ घाटी के प्रसिद्ध सिद्धपीठ देवलेश्वर महादेव मंदिर बलोड़ी में बैकुंठ चतुर्दशी मेले के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में पौड़ी गढ़वाल की जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की।


स्वाति भदौरिया ने  देवलेश्वर महादेव के दर्शन व पूजन कर जिले की सुख-समृद्धि की कामना की।


मेले में उपस्थित स्थानीय जनसमुदाय ने जिलाधिकारी को अपने बीच पाकर उत्साह और हर्ष व्यक्त किया। लोगों ने पारंपरिक वेशभूषा में उनका गर्मजोशी से स्वागत किया तथा मंदिर समिति की ओर से स्मृति चिन्ह भेंट किया गया।


 जिलाधिकारी स्वाति ने उपस्थित स्थानीय जनसमुदाय को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि देवलेश्वर महादेव मंदिर इस घाटी के 34 से अधिक गाँवों की आस्था का केंद्र होने के साथ-साथ ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व भी रखता है। 


उन्होंने कहा कि यह मंदिर न केवल धार्मिक स्थल है, बल्कि लोक परंपरा, लोककला और सामाजिक एकता का प्रतीक भी है।


समिति की मांग पर जिलाधिकारी ने आश्वस्त किया कि मंदिर के ऊपरी भाग पर टाइल्स की जगह शिल्प सम्बन्धी कार्य के अलावा इतिहास, स्थापत्य और विरासत को सहेजने के लिए आवश्यक प्रयास किए जाएंगे तथा मंदिर परिसर में सूचना-पट्ट (साइनेज) लगाए जाएंगे, ताकि इस तीर्थ की पहचान केवल घाटी तक सीमित न रहे, बल्कि पूरे जनपद और प्रदेश तक पहुँचे।


उन्होंने कहा कि देवलेश्वर महादेव मंदिर हमारी लोक संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है। यहां के मेले-थौले और पारंपरिक आयोजन इस क्षेत्र की जीवंत सांस्कृतिक विरासत हैं। हमें इन्हें सहेजने और नयी पीढ़ी तक पहुँचाने की सामूहिक जिम्मेदारी निभानी चाहिए।


इस अवसर पर मंदिर की आरती एवं स्तुति पुस्तिका का विमोचन किया गया। जनसमुदाय के बीच प्रस्तुत ‘चक्रव्यूह’ नाट्य मंचन मुख्य आकर्षण का केंद्र रहा। 


 इस अवसर पर तहसीलदार दीवान सिंह राणा, ग्राम प्रधान बलोड़ी पूजा देवी, मंदिर समिति के अध्यक्ष केसर सिंह कठैत,समिति के सचिव जगत किशोर बड़थ्वाल, संचालक नागेंद्र जुगराण सहित क्षेत्र के गणमान्य नागरिक एवं बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे

 लापता सूचना



नाम – सुमन

आज सुबह 9:00 बजे ढलवाला से लापता हैं।

जो भी व्यक्ति इनको देखे या इनके बारे में कोई जानकारी दे सके, कृपया नीचे दिए गए नंबर पर तुरंत संपर्क करें –


📞 7505037953, 9458962040


कृपया इस सूचना को ज़्यादा से ज़्यादा शेयर करें ताकि सुमन जल्दी से मिल सकें।


women cricket world cup 2025 India won

विश्व कप क्रिकेट टूर्नामेंट में  भारत की महिला टीम ने इतिहास र

रचते हुए, विश्व कप अपने नाम कर लिया।



दीप्ति शर्मा और शैफाली वर्मा हीरो बनकर उभरीं। इंडियन विमेंस टीम ने फाइनल में साउथ अफ्रीका को 52 रन से हराकर पहली बार वर्ल्ड चैंपियन बनकर इतिहास में अपना नाम दर्ज कराया।

प्लेयर ऑफ़ द टूर्नामेंट दीप्ति को मिला!

जबकि प्लेयर ऑफ़ द मैच का अवॉर्ड शैफाली को मिला!

‘मैं अभी भी इसे समझ नहीं पा रही हूँ’ – मंधाना का कहना था कि उन्हें अभी तक इस पर यकीन नही हो रहा है। ऋचा ने भरोसे को कायम रखने के लिये टीम के धन्यवाद किया।


 विधानसभा परिसर में राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु के आगमन पर  राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) , मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी,

विधानसभा अध्यक्ष श्रीमती ऋतु खंडूडी भूषण एवं नेता प्रतिपक्ष श्री यशपाल आर्य  एवं मंत्रीगणों ने उनका स्वागत किया।

राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने आज (3 नवंबर, 2025) उत्तराखंड राज्य के गठन की रजत जयंती के अवसर पर देहरादून, उत्तराखंड में उत्तराखंड विधानसभा को संबोधित किया।



इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि विधान सभाएं हमारी संसदीय प्रणाली का एक प्रमुख स्तंभ हैं। बाबासाहेब आंबेडकर ने कहा कि संविधान निर्माताओं ने संसदीय प्रणाली को अपनाकर निरंतर जवाबदेही को अधिक महत्व दिया। जनता के प्रति निरंतर जवाबदेही संसदीय प्रणाली की एक ताकत और एक चुनौती दोनों है।

राष्ट्रपति ने कहा कि विधायक जनता और सरकार के बीच सबसे महत्वपूर्ण कड़ी होते हैं। अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों से जुड़ने और जमीनी स्तर पर उनकी सेवा करने का अवसर मिलना बड़े सौभाग्य की बात है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अगर विधायक जनता की समस्याओं के समाधान और उनके कल्याण के लिए सक्रिय रूप से काम करते रहें तो जनता और उनके प्रतिनिधियों के बीच विश्वास का बंधन अटूट रहेगा।

राष्ट्रपति ने उत्तराखंड विधानसभा के सदस्यों से विकास और जनकल्याण के कार्यों को पूरी लगन से करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्य दलगत राजनीति से ऊपर उठकर होने चाहिए। उन्होंने समाज के वंचित वर्गों के कल्याण और विकास के लिए विशेष संवेदनशीलता के साथ कार्य करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को विकास के अवसर प्रदान करना भी उनकी प्राथमिकता होनी चाहिए।




राष्ट्रपति ने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 44 के अंतर्गत, हमारे संविधान निर्माताओं ने सभी नागरिकों के लिए समान नागरिक संहिता का प्रावधान किया था। उन्होंने संवैधानिक निर्देशों के अनुरूप समान नागरिक संहिता विधेयक को लागू करने के लिए उत्तराखंड विधानसभा के सदस्यों की सराहना की। उन्हें यह जानकर प्रसन्नता हुई कि उत्तराखंड विधानसभा में 550 से अधिक विधेयक पारित हो चुके हैं, जिनमें उत्तराखंड लोकायुक्त विधेयक, उत्तराखंड जमींदारी उन्मूलन एवं भूमि सुधार विधेयक और नकल-निरोधक विधेयक शामिल हैं। उन्होंने पारदर्शिता, नैतिकता और सामाजिक न्याय से प्रेरित होकर ऐसे विधेयक पारित करने के लिए विधायकों की सराहना की।


राष्ट्रपति ने कहा कि उत्तराखंड अद्वितीय प्राकृतिक संपदा और सौंदर्य से भरपूर है। राज्य को प्रकृति के इन उपहारों को संरक्षित करते हुए विकास के पथ पर आगे बढ़ना चाहिए। उन्हें यह जानकर प्रसन्नता हुई कि पिछले 25 वर्षों में, उत्तराखंड के लोगों ने विकास की प्रभावशाली उपलब्धियां हासिल की हैं। राज्य ने पर्यावरण, ऊर्जा, पर्यटन, स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा के क्षेत्रों में सराहनीय प्रगति की है। डिजिटल और भौतिक कनेक्टिविटी तथा बुनियादी ढांचे के विकास में भी प्रगति हुई है। व्यापक विकास प्रयासों के परिणामस्वरूप, उत्तराखंड ने मानव विकास सूचकांक के कई मानकों पर सुधार किया है। उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि 'राष्ट्र प्रथम' की भावना के साथ, उत्तराखंड विधानसभा के सदस्य राज्य और देश को तीव्र विकास के पथ पर आगे ले जाते रहेंगे।

 *जनपद नैनीताल- ज्योलिकोट, आम पड़ाव के पास एसडीआरएफ उत्तराखण्ड पुलिस द्वारा देर रात्रि वाहन दुर्घटना में रेस्क्यू ऑपरेशन*


दिनांक 01 नवम्बर 2025 की रात्रि को SDRF पोस्ट नैनीताल को आपदा प्रबंधन नैनीताल द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि ज्योलीकोट आमपड़ाव के पास एक टेम्पो ट्रैवलर वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया है।


उक्त सूचना पर एसडीआरएफ पोस्ट नैनीताल से सब-इंस्पेक्टर मनीष भाकुनी के नेतृत्व में रेस्क्यू टीम तत्काल घटनास्थल के लिए रवाना हुई।


मौके पर पहुंचने पर पाया गया कि वाहन अनियंत्रित होकर सड़क से लगभग 15 मीटर नीचे गिरा हुआ था, जिसमें कुल 18 व्यक्ति सवार थे। टीम द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए 15 घायलों को सुरक्षित निकालकर उपचार हेतु हल्द्वानी अस्पताल भिजवाया गया।


दुर्भाग्यवश, 2 व्यक्तियों की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गयी थी जिनके शवों को स्थानीय पुलिस के सुपुर्द किया गया जबकि 1 व्यक्ति लापता पाया गया, जिसकी खोज के प्रयास जारी हैं।


सुरक्षा, परंपरा और हिमालयी वास्तुकला के संगम से समृद्ध हुआ राष्ट्रपति निकेतन परिसर

देहरादून:

president Draupadi murmu CM Dhami
उपराष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू उत्तराखंड में 


माननीय राष्ट्रपति ने आज देहरादून स्थित राष्ट्रपति निकेतन में दो नई आगंतुक- केंद्रित सुविधाओं- पैदल पार पुल (फुट ओवर ब्रिज) और घुड़सवारी क्षेत्र का लोकार्पण किया। इन दोनों परियोजनाओं ने राष्ट्रपति निकेतन परिसर को आधुनिकता, सुरक्षा और विरासत के अद्भुत संगम के रूप में स्थापित कर दिया है।



राजपुरा रोड पर बने 105 फीट लंबे पैदल पार पुल ने अब राष्ट्रपति निकेतन और आगामी राष्ट्रपति उद्यान (132 एकड़ परिसर) के बीच निर्बाध संपर्क स्थापित कर दिया है। उत्तराखंड लोक निर्माण विभाग (PWD) द्वारा ₹9 करोड़ की लागत से निर्मित यह पुल स्थानीय हिमालयी वास्तुकला का सुंदर उदाहरण है। रैंप और रेलिंग के साथ यह पूरी तरह सुगम पहुँच (universal access) प्रदान करता है। यह पुल अब व्यस्त राजपुरा रोड पर पैदल यात्रियों की सुरक्षा के लिए एक सुरक्षित विकल्प बन गया है।


वहीं, परिसर में विकसित 0.7 एकड़ का घुड़सवारी क्षेत्र, राष्ट्रपति के अंगरक्षकों (PBG) की ऐतिहासिक परंपरा का प्रतीक है। सीपीडब्ल्यूडी द्वारा निर्मित इस अत्याधुनिक क्षेत्र में 8 घोड़ों की क्षमता वाला अस्तबल, उपचार कक्ष, स्नान व चारा कक्ष, और आगंतुकों के लिए देखने का विशेष गलियारा तैयार किया गया है।


यह नई सुविधा अब आम आगंतुकों के लिए सोमवार को छोड़कर प्रतिदिन सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक खुली रहेगी। यहाँ आगंतुकों को राष्ट्रपति सर्किट का समृद्ध अनुभव देने के लिए निर्देशित भ्रमण (Guided Tours) की भी व्यवस्था की गई है।


राष्ट्रपति निकेतन में इन दो नई परियोजनाओं के लोकार्पण के साथ, यह परिसर अब न केवल सुरक्षा और संरचना के दृष्टिकोण से उन्नत हुआ है, बल्कि हिमालयी विरासत और राष्ट्रीय गौरव का भी नया प्रतीक बन गया है।


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