अखिल भारतीय देवभूमि ब्राह्मण जन सेवा समिति ने टपकेश्वर महादेब मंदिर को प्रदान की,44002 की सहायता
देहरादून:
देहरादून नगर के टपकेश्वर क्षेत्र मे गत दिनों आई भीषण आपदा मे वर्षा के पानी और मलबे से क्षेत्र के तीन मंदिरो को काफी क्षति हुई।
देहरादून:
देहरादून नगर के टपकेश्वर क्षेत्र मे गत दिनों आई भीषण आपदा मे वर्षा के पानी और मलबे से क्षेत्र के तीन मंदिरो को काफी क्षति हुई।
*अखाड़ा परिषद ने आपदा राहत में निभाई अग्रणी भूमिका, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने किया संत समाज के योगदान का अभिनंदन*
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी से आज डामकोठी, हरिद्वार में अखाड़ा परिषद के एक प्रतिनिधिमंडल ने शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर परिषद द्वारा हाल ही में उत्तराखण्ड में आई प्राकृतिक आपदा से प्रभावित क्षेत्रों के पुनर्निर्माण हेतु मुख्यमंत्री राहत कोष में ₹34 लाख की सहयोग राशि प्रदान की गई।
इतना ही नहीं, परिषद ने एक आपदा प्रभावित गांव को गोद लेने का भी noble संकल्प लिया, जिसे मुख्यमंत्री ने सेवा और संवेदना का अनुकरणीय उदाहरण बताया।
मुख्यमंत्री श्री धामी ने अखाड़ा परिषद के इस प्रयास की हार्दिक सराहना करते हुए कहा “ *उत्तराखण्ड की सेवा परंपरा में साधु-संत समाज का योगदान सदैव अग्रणी रहा है। आपदा के इस कठिन समय में संत समाज का सहयोग न केवल पुनर्निर्माण में सहायक है, बल्कि यह प्रभावित लोगों के लिए आशा और संबल की किरण भी बनता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार आपदा प्रभावित क्षेत्रों में तेजी से पुनर्वास और पुनर्निर्माण कार्य कर रही है, और समाज के सभी वर्गों से मिल रहे सहयोग से कार्यों को और गति मिल रही है।
*संत समाज ने मुख्यमंत्री के प्रयासों की सराहना की*
अखाड़ा परिषद के संतों ने मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के ग्राउंड जीरो पर जाकर प्रभावितों से सीधे संवाद करने और राहत कार्यों की स्वयं निगरानी करने की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने प्रत्येक प्रभावित परिवार को भरोसा दिलाया है कि सरकार संकट की इस घड़ी में उनके साथ खड़ी है।
इस दौरान महानिर्वाणी अखाड़े के महंत रविंद्र पुरी महाराज, श्री पंचायती नया अखाड़ा उदासीन अध्यक्ष महंत धुनी दास जी, महामंडलेश्वर हरिचेतनानंद , बाबा हठयोगी, महा मंडलेश्वर स्वामी रूपेंद्र प्रकाश एवं अन्य लोग मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को मुख्यमंत्री आवास से 2 नवंबर 2025 को प्रस्तावित आदि कैलाश परिक्रमा रन (अल्ट्रा मैराथन) प्रोमो रन का फ्लैग ऑफ किया और लोगो का अनावरण किया।
राज्य स्थापना के 25 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में 02 नवंबर 20025 को गूंजी गांव से आदि कैलाश मैराथन का आयोजन किया जाएगा। यह आयोजन मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के साहसिक और शीतकालीन पर्यटन को बढ़ावा देने, युवाओं को स्वस्थ जीवन के लिए प्रोत्साहित करने और नशा मुक्त उत्तराखण्ड के संकल्प को पूर्ण करने के उद्देश्य से किया जा रहा है। यह अल्ट्रा मैराथन 10,300 से 15,000 फीट ऊंचाई पर होगी।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य स्थापना का रजत जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में 02 नवंबर 2025 को व्यास घाटी में आदि कैलाश मैराथन का आयोजन किया जाएगा।
यह पहल सीमावर्ती क्षेत्रों के सामाजिक-आर्थिक विकास, पलायन की समस्या के निराकरण, स्थानीय युवाओं को रोजगार से जोड़ने और पर्यटन इन्फ्रास्ट्रक्चर को सशक्त बनाने की दिशा में मील का पत्थर सिद्ध होगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री श्री अमित शाह की सीमांत क्षेत्रों के विकास के लिए बनाई गई वाईब्रेंट विलेज योजना को बढ़ावा देने के लिए भी यह मैराथन काफी कारगर साबित होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह मैराथन न केवल खेल प्रतियोगिता है, बल्कि सीमावर्ती लोगों को सम्मान, स्थानीय पहचान तथा होम-स्टे एवं पर्यटन क्षेत्र में स्थायी रोजगार के अवसर सृजित करने का सशक्त माध्यम भी है।
आयोजन से राज्य की प्राकृतिक तथा सांस्कृतिक विरासत को राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान मिलेगी।
रविवार को आयोजित आदि कैलाश परिक्रमा रन मैराथन में प्रदेशभर के बच्चों, युवाओं एवं अन्य सभी आयु वर्ग के लोगों ने प्रतिभाग किया। मैराथन का समापन उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद् कार्यालय में सम्पन्न हुआ।
सचिव पर्यटन श्री धीराज गर्ब्याल ने कहा कि 10 किलोमीटर दूरी की इस दौड़ प्रतियोगिता के शीर्ष 3 विजेताओं को 2 नवंबर 2025 को गुंजी, पिथौरागढ़ में आयोजित होने वाली "आदि कैलाश मैराथन" में प्रतिभाग का अवसर मिलेगा। इस आयोजन की पाँच श्रेणियाँ – 60 किमी (अल्ट्रा रन), 42 किमी (फुल मैराथन), 21 किमी (हाफ मैराथन), 10 किमी रन एवं 5 किमी रन – रहेंगी, जिसमें देशभर के एथलीट प्रतिभाग करेंगे।
सचिव पर्यटन ने कहा कि इस मैराथन के सफल आयोजन के बाद जून 2026 में अगले मैराथन का आयोजन माणा-नीति क्षेत्र में प्रस्तावित है। व्यास और नीति घाटी में आयोजित होने वाली मैराथन में विजेताओं के लिए कुल ₹50 लाख की पुरस्कार राशि निर्धारित की गई है।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री गणेश जोशी, आईजी आईटीबीपी श्री संजय गुंज्याल, अपर सचिव पर्यटन श्री अभिषेक रूहेला, श्रीमति पूजा गर्ब्याल एवं प्रतिभागी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को घंटाघर, देहरादून में ‘सेवा पखवाड़ा’ कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित ‘नमो युवा रन’ का फ्लैग ऑफ किया।
इस अवसर पर उन्होंने प्रतिभागियों के साथ दौड़ में सम्मिलित होकर युवाओं का उत्साहवर्धन भी किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘नमो युवा रन’ केवल एक खेल आयोजन नहीं है, बल्कि यह युवाओं में ऊर्जा, स्वास्थ्य, अनुशासन और राष्ट्रभक्ति की भावना का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की गतिविधियाँ प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा प्रारंभ किए गए ‘फिट इंडिया मूवमेंट’ को नई दिशा और व्यापक जनभागीदारी प्रदान कर रही हैं। मुख्यमंत्री ने उपस्थित युवाओं का आह्वान किया कि वे स्वस्थ और सक्रिय जीवनशैली अपनाकर राष्ट्र निर्माण में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से देशभर में सेवा, समर्पण और जनकल्याण की भावना को नई गति मिल रही है और ‘सेवा पखवाड़ा’ के माध्यम से समाज के हर वर्ग को सकारात्मक योगदान देने का अवसर प्राप्त हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे आयोजनों से युवाओं की ऊर्जा राष्ट्रहित में और अधिक सार्थक होती है।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री गणेश जोशी, राज्यसभा सांसद एवं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष श्री महेंद्र भट्ट, राज्यसभा सांसद श्री नरेश बंसल, विधायक श्री खजान दास, अन्य जनप्रतिनिधिगण, कार्यक्रम के संयोजक श्री विपुल मैदोली सह संयोजक श्री देवेंद्र बिष्ट आदि मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ने की जी.एस.टी. की नई दरों और स्वदेशी अभियान पर जनप्रतिनिधियों के साथ समीक्षा बैठक*
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को वर्चुअल माध्यम से प्रदेश के मंत्रीगणों, विधायकगणों एवं अन्य जनप्रतिनिधियों से संवाद किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि 22 सितंबर से देशभर में जी.एस.टी. की नई दरें प्रभावी होंगी। उन्होंने इस ऐतिहासिक निर्णय के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवं केन्द्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण का आभार व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नई दरों का लाभ आम जनता और व्यापारिक समुदाय तक तीव्रता से पहुँचे, इसके लिए प्रदेश में व्यापक जनजागरूकता अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने सभी जनप्रतिनिधियों से आह्वान किया कि वे 22 से 29 सितम्बर तक अपने-अपने क्षेत्रों में जागरूकता कार्यक्रमों का संचालन करें। इस दौरान प्रभारी मंत्री अपने-अपने जनपदों में तथा विधायकगण अपनी विधानसभाओं में अभियान का नेतृत्व करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जी.एस.टी. की संशोधित दरों से प्रदेश की आर्थिकी को मजबूती मिलेगी तथा "वोकल फ़ॉर लोकल" और "लोकल टू ग्लोबल" की दिशा में राज्य को गति प्रदान होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड के अंब्रेला ब्रांड "हाउस ऑफ हिमालयाज" और जी.आई. टैग प्राप्त 27 उत्पाद, एक जनपद दो उत्पाद योजना तथा अन्य स्थानीय हस्तशिल्प और कृषि उत्पाद को नए कर ढांचे से बढ़ावा मिलेगा। इससे स्वरोज़गार के अवसर बढ़ेंगे और आत्मनिर्भर उत्तराखंड की परिकल्पना को साकार करने में सहयोग मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने सभी विभागों एवं निकायों को इस अभियान को सफल बनाने के लिए निरंतर प्रयास करने प बल दिया। उन्होंने कहा कि ग्राम सभाओं और नगर निकायों के स्तर पर बैठकों का आयोजन हो, जिसमें ग्रामीणों और शहरी क्षेत्र में लोगों को विस्तृत जानकारी दी जाए। साथ ही उद्योग विभाग को भी यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए कि जी.आई. टैग वाले उत्पादों और "एक जनपद दो उत्पाद" योजना को और अधिक सशक्त तथा बाज़ारोन्मुख बनाया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जागरूकता अभियान केवल प्रचार तक सीमित न रहे बल्कि इसमें आमजन की सहभागिता और जनभागीदारी भी सुनिश्चित हो। इसके लिए नुक्कड़ नाटकों, लोकगीतों तथा अन्य सांस्कृतिक माध्यमों का उपयोग किया जाएगा, जिससे संदेश लोगों तक सहज और प्रभावी ढंग से पहुंचे। उन्होंने कहा कि मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्मों का भी उपयोग कर आम नागरिकों और व्यवसायियों तक जानकारी पहुंचाई जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जी.एस.टी. की नई दरें लागू होने के बाद न केवल व्यापार सुगमता को बढ़ावा मिलेगा बल्कि उपभोक्ताओं और उत्पादकों दोनों को इसका लाभ प्राप्त होगा। इससे स्थानीय स्तर पर उत्पादकता और विपणन प्रक्रियाओं में पारदर्शिता आएगी और छोटे-छोटे उद्यमी भी राष्ट्रीय एवं वैश्विक बाजार से जुड़ सकेंगे।
बैठक में मुख्यमंत्री ने सभी जनप्रतिनिधियों से यह अपेक्षा व्यक्त की कि वे स्वयं इस अभियान में सक्रिय भूमिका निभाएं और इसे जन अभियान का स्वरूप दें। उन्होंने कहा कि देश और प्रदेश की आर्थिक शक्ति को बढ़ाने में प्रत्येक नागरिक का योगदान महत्वपूर्ण है।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री सुबोध उनियाल ने जी.एस.टी की नई दरों से आमजन और व्यवसायियों को होने वाले लाभ के बारे में विस्तार से जानकारी दी
बैठक में राज्यसभा सांसद और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष श्री महेंद्र भट्ट, कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, श्रीमती रेखा आर्या, विधायकगण एवं अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद थे।
*मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने हरिद्वार स्थित प्रेम आश्रम में कैबिनेट मंत्री श्री सतपाल महाराज के जन्मदिवस समारोह में की सहभागिता*
*आध्यात्मिक चेतना, सामाजिक सेवा और राष्ट्र निर्माण में सतपाल महाराज जी का योगदान अनुकरणीय: मुख्यमंत्री*
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने आज हरिद्वार स्थित प्रेम आश्रम में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज के जन्मदिवस के अवसर पर आयोजित समारोह में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने श्री सतपाल महाराज को जन्मदिवस की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए उनके उत्तम स्वास्थ्य और दीर्घायु जीवन के लिए बाबा केदारनाथ और भगवान बद्रीविशाल से प्रार्थना की।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में उपस्थित श्रद्धालुओं को नवरात्रि पर्व की अग्रिम शुभकामनाएं भी दीं और कहा कि यह शक्ति की उपासना का पर्व हम सभी को नई ऊर्जा, भक्ति और सेवा भावना प्रदान करता है।
मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि “आज का यह भव्य आयोजन महाराज जी के प्रति जनता के स्नेह, श्रद्धा और सम्मान का प्रतीक है। उन्होंने अपने कार्यों द्वारा समाज में जो आध्यात्मिक चेतना, सेवा और लोककल्याण का संदेश प्रसारित किया है, उसने जनमानस के हृदय में गहरी छाप छोड़ी है।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि सतपाल महाराज जी ने राजनीति के साथ-साथ समाजसेवा, संस्कृति संरक्षण और उत्तराखण्ड राज्य निर्माण जैसे ऐतिहासिक आंदोलनों में सक्रिय योगदान दिया है। उनका जीवन सेवा, त्याग और परोपकार की प्रेरणा देता है।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि “महाराज जी समाज में समरसता, प्रेम और भाईचारे के प्रेरक संदेशवाहक हैं। उनके नेतृत्व में 'मानव सेवा एवं उत्थान समिति' द्वारा देशभर में सामाजिक समरसता और मानव कल्याण की दिशा में अत्यंत सराहनीय कार्य किए जा रहे हैं।”
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार में वरिष्ठ मंत्री के रूप में महाराज जी ने पर्यटन, संस्कृति और तीर्थाटन के विकास में अभूतपूर्व योगदान दिया है। चारधाम यात्रा, मानसखंड कॉरिडोर और अन्य तीर्थ स्थलों के पुनरुत्थान के क्षेत्र में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। उनके प्रयासों से उत्तराखण्ड को बेस्ट एडवेंचर टूरिज्म डेस्टिनेशन और राष्ट्रीय पर्यटन पुरस्कार जैसे गौरवपूर्ण सम्मान प्राप्त हुए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि “मुझे यह सौभाग्य प्राप्त हुआ है कि मैंने महाराज जी के जीवन और कार्यों को निकट से देखा है। वे एक ऐसे कर्मयोगी हैं, जो आध्यात्मिकता के साथ राष्ट्र सेवा का भी व्रत लिए हुए हैं।”
मुख्यमंत्री श्री धामी ने कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए सभी आयोजकों को बधाई दी और उपस्थित सभी श्रद्धालुओं से आग्रह किया कि वे सतपाल महाराज जी के जीवन से प्रेरणा लेकर समाज सेवा, आस्था और राष्ट्रनिर्माण में अपनी भूमिका निभाएं।
कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष किरण चौधरी,विधायक रुड़की प्रदीप बत्रा, विधायक रानीपुर आदेश चौहान, विधायक पुरोला दुर्गेश लाल,पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद, राज्य मंत्री राकेश गिरी, ओम प्रकाश जमदग्नि ,राज्यमंत्री श्यामवीर सैनी, जिलाध्यक्ष भाजपा आशुतोष शर्मा,संगठन महामंत्री अजय कुमार,पूर्व विधायक देशराज कर्णवाल,पूर्व कैबिनेट मंत्री अमृता रावत,श्रद्धेय महाराज, सुयश महाराज ,जिलाधिकारी मयूर दीक्षित,वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र सिंह डोभाल सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु, संत-महात्मा, जनप्रतिनिधि एवं सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे। समारोह में सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ और सामाजिक सेवा गतिविधियाँ भी आयोजित की गईं।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने आज हरिद्वार में पूर्व दर्जाधारी मंत्री श्री पंकज सहगल एवं श्री संजय सहगल की माता श्रीमती तिलक कुमारी सहगल के निधन पर उनके देवपुरा स्थित आवास पर पहुंच कर शोक संवेदना व्यक्त की।
मुख्यमंत्री ने शोकाकुल परिवार के सदस्यों से भेंट कर उन्हें ढांढस बंधाया और इस दुख की घड़ी में ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति एवं परिवार को इस दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की।
अखाड़ा परिषद ने आपदा राहत में निभाई अग्रणी भूमिका, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने किया संत समाज के योगदान का अभिनंदन
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी से आज डामकोठी, हरिद्वार में अखाड़ा परिषद के एक प्रतिनिधिमंडल ने शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर परिषद द्वारा हाल ही में उत्तराखण्ड में आई प्राकृतिक आपदा से प्रभावित क्षेत्रों के पुनर्निर्माण हेतु मुख्यमंत्री राहत कोष में ₹34 लाख की सहयोग राशि प्रदान की गई।
इतना ही नहीं, परिषद ने एक आपदा प्रभावित गांव को गोद लेने का भी noble संकल्प लिया, जिसे मुख्यमंत्री ने सेवा और संवेदना का अनुकरणीय उदाहरण बताया।
मुख्यमंत्री श्री धामी ने अखाड़ा परिषद के इस प्रयास की हार्दिक सराहना करते हुए कहा “ *उत्तराखण्ड की सेवा परंपरा में साधु-संत समाज का योगदान सदैव अग्रणी रहा है। आपदा के इस कठिन समय में संत समाज का सहयोग न केवल पुनर्निर्माण में सहायक है, बल्कि यह प्रभावित लोगों के लिए आशा और संबल की किरण भी बनता है।”*
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार आपदा प्रभावित क्षेत्रों में तेजी से पुनर्वास और पुनर्निर्माण कार्य कर रही है, और समाज के सभी वर्गों से मिल रहे सहयोग से कार्यों को और गति मिल रही है।
*संत समाज ने मुख्यमंत्री के प्रयासों की सराहना की*
अखाड़ा परिषद के संतों ने मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के ग्राउंड जीरो पर जाकर प्रभावितों से सीधे संवाद करने और राहत कार्यों की स्वयं निगरानी करने की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने प्रत्येक प्रभावित परिवार को भरोसा दिलाया है कि सरकार संकट की इस घड़ी में उनके साथ खड़ी है।
इस दौरान महानिर्वाणी अखाड़े के महंत रविंद्र पुरी महाराज, श्री पंचायती नया अखाड़ा उदासीन अध्यक्ष महंत धुनी दास जी, महामंडलेश्वर हरिचेतनानंद , बाबा हठयोगी, महा मंडलेश्वर स्वामी रूपेंद्र प्रकाश एवं अन्य लोग मौजूद रहे।
रायवाला :
क्षेत्रीय विधायक व पूर्व मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने धराली आपदा की चपेट में आकर लापता हुए लोगों के परिजनों से मुलाकात की। इस दौरान उत्तरकाशी डीएम से वार्ता कर मुआवजे की राशि शीघ्र देने के लिए कहा।
डॉ अग्रवाल ने छिद्दरवाला निवासी श्रीमती उषा के पति दीपक राणा सहित 05 लोगों के धराली में आई आपदा में लापता होने पर परिजनों से मुलाकात की।
उन्होंने कहा कि आपदा पर परिजनों का बिछड़ जाना बहुत कष्टकारी है। कहा कि लापता लोग सदैव हमारी यादों में स्मरणीय रहेंगे।
इस अवसर पर डॉ अग्रवाल ने डीएम उत्तरकाशी से दूरभाष पर वार्ता कर पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा देने को कहा। जिस पर डीएम ने बताया कि प्रक्रिया गतिमान है।
इस अवसर पर जोगीवाला माफी प्रधान शैलेन्द्र रांगड़, पूर्व पार्षद विपिन पंत आदि उपस्थित रहे।
वहीं, जोगीवाला माफी में सड़क दुर्घटना में चोटिल कुमारी शिवानी का स्वास्थ्य हाल जाना और ईश्वर से शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने दी डीएम को प्रभावितो को हैली से खाद्यान्न पहुंचाने की विशेष अनुमति।
21 sep,2025
जनपद के आपदा प्रभावित गांव फुलेत एवं छमरौली में डीएम सविन बंसल ने 12 कि. मी. पैदल पहुंचकर जाना आपदा पीड़ितों की व्यथा।
फुलेत और छमरौली में करीब 1500 की आबादी वाले दोनों गांव में माह सितंबर 2025 का खाद्यान्न नहीं पहुंचने पर जिलाधिकारी ने ग्रामीणों को वादा किया कि मुख्यालय पहुंचते ही खाद्यान्न भेजने का प्रबंध किया जाएगा।
डीएम ने ग्रामीणों के साथ की हुई वादा को बखूबी निभाया आज प्रातः ही अपर सिटी मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में डीएम ने ग्रामीणों के साथ की गई वादा को पूरा किया।
डीएम के निर्देशन पर अपर सिटी मजिस्ट्रेट अपूर्वा सिंह ने हेली के माध्यम से फुलेत और चमरौली गांव के लिए खाद्यान्न पहुंचने का कार्य प्रारंभ किया।
जबकि फुलेत, छमरौली में तैनात स्पेशल तहसीलदार चमन सिंह खाद्यान्न को प्राप्त कर वितरण कर रहे हैं।
डीएम के आदेश पर स्पेशल तहसीलदार चमन सिंह जीरो ग्राउंड पर प्रभावितों को राहत पहुंचाने के कार्यों को युद्ध स्तर पर संपादित कर रहे हैं, वही अपर सिटी मजिस्ट्रेट अपूर्वा सिंह द्वारा जिलाधिकारी एवं तहसीलदार से समन्वय बना कर राहत कार्य को गति दे रहे हैं।
देहरादून.
विकट आपदाग्रस्त फुलेत क्षेत्र में डीएम के दौरे का असर; छमरोली तक छोटे वाहन आवागमन हेतु बहाल;
फुलेत में तबाही मचाने वाले भैंकनी खाले पुलिया को भी मोटोरेबल हेतु किया बहाल,
फुलेत,छमरोली, सहित आसपास के सभी 7 गांव में विद्युत सेवा बहाल
सरकार के प्रथम रिस्पांडर डीएम ने जनमानस से किए अपने कमिटमेंट को किया पूरा;
मुख्यमंत्री डीएम से ले रहे हैं कार्लीगाड, मजाडा, फुलेत में संचालिका राहत और रेस्क्यू की पल-पल की खबर
जिला प्रशासन का राहत और रेस्क्यू ऑपरेशन युद्धस्तर पर जारी
अंतिम व्यक्ति तक राहत पहुंचाए बिना रुकने वाला नहीं है जिला प्रशासन का रेस्क्यू और रिलिफ ऑपरेशन
रेस्क्यू ऑपरेशन के साथ ही राशन; आर्थिक सहायता; मुआवजा सब मौके पर ही
जन जीवन सामान्य बनाने तक क्षेत्र में ही तैनात रहेंगे अधिकारी
चामासारी , मlलदेवता रोड पर सरखेत से आगे घुत्तु का सेरा से धूलकोट तक विद्युत आपूर्ति सुचारू
33 KV लाइन पुरकुल से चालांग व 33 KV लाइन पुरकुल से आईटी पार्क की सप्लाई सुचारु हुई
मालदेवता -फुलेत- सिल्ला रोड 5 किमी हल्के वाहनों के लिए खोल दिया गया है
भानियावाला फ्लाईओवर पर एंबुलेंस में लगी आग, सभी सुरक्षित
डोईवाला :
देहरादून–हरिद्वार हाईवे पर भानियावाला फ्लाईओवर के पास शनिवार को अचानक एक एंबुलेंस में आग लग गई। देखते ही देखते आग ने पूरे वाहन को अपनी चपेट में ले लिया।
सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुँची और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। हालांकि आग इतनी भीषण थी कि एंबुलेंस पूरी तरह जलकर खाक हो गई।
सौभाग्य से एंबुलेंस में सवार सभी लोग समय रहते बाहर निकल आए, जिससे किसी तरह की जनहानि नहीं हुई।
ऋषिकेश:
एम्स ऋषिकेश में संविदा कर्मचारियों का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। केंद्रीय औद्योगिक श्रम न्यायालय, दिल्ली में नियमितकरण को लेकर विचाराधीन 11 संविदा कर्मचारियों का कार्यकाल एम्स प्रबंधन ने 2 सितंबर को समाप्त कर दिया था। यह निर्णय अदालत के आदेशों के विपरीत माना गया है।
गौरतलब है कि न्यायालय ने पहले ही आदेश दिया था कि जब तक अंतिम निर्णय नहीं हो जाता, तब तक कर्मचारियों के पद सुरक्षित रखे जाएं। इसके बावजूद एम्स प्रबंधन ने इन पदों पर विज्ञप्ति भी जारी कर दी थी, जिस पर कोर्ट ने नाराज़गी जताई थी।
19 सितंबर को हुई सुनवाई में न्यायालय ने एम्स विधि अधिकारी की मौजूदगी में कार्यकारी निदेशक को कड़ी फटकार लगाई और स्पष्ट आदेश दिया कि 11 कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से पूरे वेतन सहित पुनः नियुक्त किया जाए। कोर्ट ने यह भी चेतावनी दी कि अगर आदेश का पालन नहीं हुआ तो कार्यकारी निदेशक को व्यक्तिगत रूप से अदालत में तलब किया जाएगा।
कर्मचारियों ने बताया कि कुल 56 संविदा कर्मचारियों में से 24 को पहले ही पुनः नियुक्त किया जा चुका है और अब 11 और कर्मचारियों को राहत मिली है। लेकिन शेष कर्मचारियों को न्यायालय जाने के लिए मजबूर किया जा रहा है, जबकि यह निर्णय संस्थान स्तर पर लिया जा सकता था।
कर्मचारियों का कहना है कि एम्स प्रबंधन नियम विरुद्ध तरीके से कर्मचारियों को निकाल रहा है और आदेशों की अवहेलना कर रहा है। उन्होंने मांग की है कि शेष सभी संविदा कर्मचारियों को भी तत्काल प्रभाव से नियुक्त किया जाए ताकि उनका भविष्य सुरक्षित हो सके।
कोर्ट ने मामले पर अगली सुनवाई तक आदेशों के अनुपालन की रिपोर्ट 30 सितंबर तक प्रस्तुत करने को कहा है।
ऋषिकेश:
।शनिवार को हरिद्वार संसदीय क्षेत्र के सांसद त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने जाखन और सौंग नदी से प्रभावित चकजोगीवाला, जोगीवाला माफी और साहबनगर क्षेत्रों का दौरा किया।
सांसद ने मौके पर मौजूद सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि नदी के कटाव से बचाव हेतु ठोस एवं स्थायी कार्य किए जाएं। उन्होंने वन विभाग और सिंचाई विभाग के अधिकारियों को संयुक्त रूप से निरीक्षण कर ड्रेनेज सिस्टम को मजबूत बनाने के आदेश दिए।
इस दौरान सिंचाई विभाग, वन विभाग और राजस्व विभाग की संयुक्त टीम मौके पर मौजूद रही। सांसद त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि हर साल बाढ़ से होने वाले नुकसान को रोकने के लिए स्थायी समाधान आवश्यक है।
दौरे के दौरान ग्राम प्रधान चकजोगीवाला मोहर सिंह असवाल, रायवाला मंडल अध्यक्ष सुरेंद्र बिष्ट, वरिष्ठ भाजपा नेता देवेंद्र सिंह नेगी, पूर्व मेयर अनीता ममगाई, पूर्व ब्लॉक प्रमुख भगवान सिंह पोखरियाल, शोबन कैन्तुरा,भगवान सिंह मेहर, हरीश पैन्यूली,हुकम सिंह रागड़, प्रिस रावत समा पंवार सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद रहे।
देहरादून:
भाजपा महानगर कार्यालय पर सेवा पखवाड़ा के अंतर्गत देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जीवन चरित्र पर प्रदर्शनी लगाई गई।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट जी एवं राज्यसभा सांसद नरेश बंसल व महामंत्री संगठन भाजपा अजय कुमार जी के द्वारा विधिवत रूप से प्रदर्शनी का उद्घाटन किया गया।
कार्यक्रम में महानगर के अध्यक्ष सिद्धार्थ उमेश अग्रवाल ने सभी अतिथियों का अभिनंदन स्वागत किया गया और कहा कि देश की यशस्ती प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने अपने बाल्य काल जीवन से ही देश हित में अपने जीवन को समर्पित कर दिया था उनकी एक सोच थी की समाज में एक नई ऊर्जा के साथ समाज को नई दिशा देते हुए देश को आगे ले जाना है जिसके चलते आज नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में निरंतर देश का विकास हो रहा है और आने वाले समय में हमारा राष्ट्र विकसित राष्ट्र की कड़ी में खड़ा होगा।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता महामंत्री संगठन अजय कुमार जी ने भी सभी कार्यकर्ताओं का अभिनंदन करते हुए कहा कि हम सबका सौभाग्य है कि हमें प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी जी जैसा नेतृत्व मिला है जिन्होंने 2014 के बाद देश की कमान संभालते हुए देश को आर्थिक, तकनीकी, एवं सशक्त व मजबूत राष्ट्र बनाने में अपनी अहम भूमिकानिभाई है। आज मोदी जी के द्वारा देश भर में कई योजनाओं के माध्यम से लाखों लोगों को लाभ प्राप्त हो रहा है प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत निर्धन परिवारों को उनके आवास दिए जा रहे हैं मोदी जी का सपना है आने वाले समय में हमारा देश विकसित राष्ट्र के रूप में भरकर विश्व भर में अपनी एक अलग पहचान बनाएगा। हम सभी कार्यकर्ताओं का यह कर्तव्य बनता है कि सेवा पखवाड़े के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से आम जनमानस को जोड़ने का काम करें।
यहां सेवा पखवाड़ा 2 अक्टूबर तक चलने वाला है इसके नियमित विभिन्न कार्यक्रम रहने वाले हैं हम सभी को बढ़-चढकर कर सेवा पखवाड़े के अंतर्गत भारतीय जनता पार्टी के काम को आगे बढ़ते हुए मोदी जी का संदेश घर-घर पहुंचना है।
कार्यक्रम में राजपुर विधायक खजान दास रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ कैंट विधायक श्रीमती सविता कपूर दर्जाधारी मंत्री श्रीमती विनोद उनियाल मधु भट्ट श्याम अग्रवाल प्रदेश महामंत्री कुंदन परिहार प्रदेश उपाध्यक्ष शैलेंद्र बिष्ट अनिल गोयल पुनीत मित्तल विनय गोयल आदित्य चौहान भगवत प्रसाद मकवाना महानगर उपाध्यक्ष राजेंद्र ढिल्लों सुनील शर्मा संकेत नौटियाल राजेश कंबोज विजेंद्र थपलियाल संदीप मुखर्जी सुरेंद्र राणा मोहित शर्मा जैनेंद्र सेमवाल सभी मंडल अध्यक्ष पदाधिकारी उपस्थित रहे।
*मुख्यमंत्री ने चमोली जिले के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का किया निरीक्षण*
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को चमोली जनपद के नंदानगर क्षेत्र में आपदा से हुए नुकसान का जायजा लिया और प्रभावितों का हाल जाना।
मुख्यमंत्री ने कहा कि संकट की इस घड़ी में सरकार पूरी तरह से प्रभावित परिवारों के साथ खड़ी है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने राहत कार्यो की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को प्रभावित क्षेत्रों में हुए नुक़सान का विस्तृत आकलन करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख की सहायता राशि के चेक भी प्रदान किये।
मुख्यमंत्री ने आपदा प्रभावित कुंतारी लगा फाली और कुंतारी लगा सरपाणी का स्थलीय निरीक्षण करने के साथ ही धुर्मा, मोख, कुंडी, बांसबारा और मोखमल्ला गांवों का हवाई सर्वेक्षण कर आपदा से नुकसान एवं राहत कार्यों का विस्तृत जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने आपदा प्रभावितों से भेंट कर कहा कि आपदा की इस घड़ी में सरकार पूरी तरह से प्रभावितों की साथ खड़ी है। प्रभावित क्षेत्रों में युद्धस्तर पर राहत और बचाव कार्य संचालित किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जन-जीवन को जल्द सामान्य करने के लिए राहत एवं बुनियादी सुविधाओं की बहाली के कार्यों को पूरी क्षमता व तत्परता से संचालित करने में निरंतर जुटे रहें। प्रभावित क्षेत्रों में विद्युत एवं पेयजल की सुचारू आपूर्ति और सभी क्षेत्रों तक सड़क संपर्क बहाल करने के काम को प्राथकिता से पूरा किया जाय।
इस दौरान जिलाधिकारी चमोली श्री संदीप तिवारी ने आपदा से हुए नुकसान तथा राहत एवं बचाव कार्यों की जानकारी देते हुए कहा कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य लगातार जारी है। अब तक 12 घायल व्यक्तियों को हेलीकॉप्टर के माध्यम से हायर सेंटर रेफर किया गया है, जिनमें से 01 घायल व्यक्ति को एम्स ऋषिकेश तथा 11 घायलों को मेडिकल कॉलेज श्रीनगर भेजा गया। कुंतरी लगा फाली, सरपाणी, धुर्मा, सेरा एवं मोख में लगभग 45 भवन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं तथा 15 गौशालाएं भी नष्ट हुई हैं, वहीं इन क्षेत्रों में 08 पशु मृत एवं 40 पशु लापता बताए गए हैं। प्रभावित क्षेत्रों में विस्तृत सर्वेक्षण का कार्य गतिमान है। प्रभावित लोगों को खाद्य सामग्री, आश्रय, स्वास्थ्य एवं अन्य मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
इस दौरान जनपद के प्रभारी मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, विधायक थराली श्री भूपाल राम टम्टा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री दौलत सिंह बिष्ट, भाजपा जिलाध्यक्ष श्री गजपाल बर्तवाल, पुलिस अधीक्षक श्री सर्वेश पंवार, एसडीएम चमोली श्री आर.के.पाण्डेय सहित जनपद के अन्य अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने लिया रुद्रप्रयाग जनपद के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का जायजा*
*आपदा पीड़ितों को हर संभव सहायता पहुंचाना हमारी प्राथमिकता- मुख्यमंत्री*
*केदारनाथ यात्रा की व्यवस्थाओं को चाक - चौबंद बनाने के दिए निर्देश*
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को जनपद रुद्रप्रयाग के आपदा प्रभावित बसुकेदार क्षेत्र के तालजामण, डूंगर, बड़ेथ, जौला, कमद, उछोला, छैनागाड़, पटुय आदि गांवों का हवाई सर्वेक्षण किया। तत्पश्चात उन्होंने जिला पंचायत सभागार, रुद्रप्रयाग में बैठक कर आपदा प्रभावित क्षेत्रों में चल रहे बचाव एवं राहत कार्यों, विद्युत, पेयजल, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता, मोटर मार्गों की अद्यतन स्थिति और श्री केदारनाथ धाम यात्रा की व्यवस्थाओं की विस्तृत समीक्षा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष मानसून काल में समूचे प्रदेश ने आपदा के कारण कठिन परिस्थितियों और चुनौतियों का सामना किया है। उन्होंने प्रभावितों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की और आपदा के समय जिला प्रशासन की तत्परता से कार्य करने पर सराहना की। उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के प्रभावित क्षेत्रों में तत्परता से पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य किए जाने से प्रभावितों को हौसला मिला है।
मुख्यमंत्री ने आपदा की इस घड़ी में राज्य को पूर्ण सहयोग देने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में आई आपदा की स्थिति की जानकारी का अपडेट समय-समय पर प्रधानमंत्री ले रहे थे। देहरादून पहुंचकर उन्होंने प्रभावितों से भेंट करने के साथ ही प्रभावित क्षेत्रों में तात्कालिक राहत पहुंचाने के लिए 1200 करोड़ की धनराशि देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को आगामी 30 सितम्बर तक अलर्ट मोड पर रहकरआपदा से निपटने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए।उन्होंने नदी-नालों पर अतिक्रमण हटाने पर विशेष निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मानसून के बाद श्री केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं की संख्या में तेजी से वृद्धि होने की संभावना है, इसके दृष्टिगत यात्रा व्यवस्थाओं को चाक - चौबंद बनाए रखना जरूरी है।उन्होंने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है और यात्रा को सुगम बनाने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किए जाएं।
जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग श्री प्रतीक जैन ने मुख्यमंत्री को जनपद में मानसून काल तथा 28 अगस्त को आई आपदा से प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति से अवगत कराया। उन्होंने आपदा के दौरान प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाने एवं राहत शिविरों में आश्रय देने की व्यवस्था, खाद्यान्न किट, रिफ्रेशमेंट किट, सोलर लाइट, कंबल, टेंट, तिरपाल, टॉर्च, चिकित्सा सुविधाएं एवं मेडिकल कैंप संचालित किए जाने राहत एवं बचाव कार्यों में मानवीय संसाधन, हेली सेवा द्वारा प्रसव पीड़िताओं को अस्पताल पहुंचाना, खाद्यान्न वितरण आपदा से पशु क्षति, निजी संपत्ति एवं पशुधन क्षति, भवन व गौशालाओं की क्षति सहित सड़क मार्ग, पेयजल योजनाएं, विद्युत पोल-ट्रांसफार्मर, कृषि भूमि आदि प्रभावित हुए परिसंपत्तियों के बारे में मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी।
जिलाधिकारी द्वारा मुख्यमंत्री को जनपद के सड़क मार्गों पर जवाड़ी बाईपास, सिरोबगड़, मुनकटिया, गौरीकुंड हाईवे सहित संवेदनशील स्थलों तथा श्री केदारनाथ धाम पैदल मार्ग पर हुए नुकसान एवं सुधार कार्यों की जानकारी प्रस्तुत की गई तथा केदारनाथ यात्रा के दूसरे चरण में अनुमानित यात्रियों की संख्या, हेली सेवाओं एवं व्यवस्थाओं की जानकारी भी दी गई।
विधायक रुद्रप्रयाग एवं विधायक केदारनाथ ने आपदा की घड़ी में त्वरित कार्यवाही के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने अपने-अपने क्षेत्रों में आपदा से हुई क्षति, सड़क मार्ग निर्माण एवं अन्य समस्याओं से भी अवगत कराया।
इस अवसर पर चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम कठैत, विधायक रुद्रप्रयाग भरत चौधरी, विधायक केदारनाथ आशा नौटियाल, राज्य मंत्री चंडी प्रसाद भट्ट, जिला पंचायत उपाध्यक्ष रितु नेगी, भाजपा जिलाध्यक्ष भारत भूषण भट्ट, भाजपा पूर्व जिलाध्यक्ष महावीर पंवार, जिलाधिकारी प्रतीक जैन, पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रहलाद कोंडे, अपर जिलाधिकारी श्याम सिंह राणा सहित विभिन्न विभागीय अधिकारी, जनप्रतिनिधि एवं आमजन उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मां धारी देवी के मंदिर में की पूजा-अर्चना, प्रदेशवासियों की सुरक्षा, सुख-समृद्धि एवं आपदा राहत की कामना*
*आपदा से जूझ रहे प्रदेश के लिए मां धारी देवी से आशीर्वाद लेने पहुंचे सीएम धामी, भावुक हुए श्रद्धालु*
प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश और आपदा की गंभीर परिस्थितियों के बीच मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी आज पौड़ी जनपद स्थित पावन धारी देवी मंदिर पहुंचे। मुख्यमंत्री शनिवार को चमोली और रुद्रप्रयाग जिलों में आपदाग्रस्त क्षेत्रों का जायज़ा लेने के बाद पौड़ी जिले स्थित धारी देवी मंदिर पहुंचे।
मुख्यमंत्री ने मां धारी देवी के चरणों में नतमस्तक होकर प्रदेशवासियों की सुरक्षा, स्वास्थ्य, सुख-समृद्धि और प्राकृतिक आपदाओं से राहत के लिए विशेष पूजा-अर्चना की। उन्होंने कहा कि "मां धारी देवी प्रदेश की आराध्य हैं, और मैं इस संकट की घड़ी में उनके चरणों में संपूर्ण उत्तराखंड की मंगलकामना लेकर आया हूं।"
पूजा-अर्चना के बाद मुख्यमंत्री ने मंदिर परिसर में स्थानीय नागरिकों, व्यापारियों, तीर्थयात्रियों और मंदिर समिति के पदाधिकारियों से संवाद किया। उन्होंने लोगों से क्षेत्र की समस्याओं की जानकारी ली और आश्वस्त किया कि राज्य सरकार हर जरूरतमंद तक राहत पहुंचाने के लिए सतत प्रयासरत है।
इस दौरान श्रद्धालुओं ने चारधाम यात्रा प्रबंधन की सराहना करते हुए कहा कि आपदा के बावजूद सरकार द्वारा किए गए इंतजाम अत्यंत सराहनीय हैं। इंदौर से आए श्रद्धालु श्री संतोष पाठक ने मुख्यमंत्री को “हिंदू हृदय सम्राट” बताते हुए कहा कि “आपदा के समय जिस संवेदनशीलता और नेतृत्व क्षमता से मुख्यमंत्री कार्य कर रहे हैं, वह प्रेरणादायक है।”
मुख्यमंत्री ने मंदिर परिसर और अलकनंदा तट का निरीक्षण किया और स्पष्ट निर्देश दिए कि नदी के दोनों किनारों पर भू-कटाव रोकने के लिए ठोस सुरक्षा दीवारों का निर्माण कार्य जल्द प्रारंभ किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सुरक्षा मानकों से कोई समझौता न हो और कार्यों में गुणवत्ता व पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए।
*प्रदेश सरकार पीड़ितों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है*
मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा की इस कठिन घड़ी में राज्य सरकार हर प्रभावित व्यक्ति के साथ है। राहत और बचाव कार्यों को युद्धस्तर पर चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि “हमारा संकल्प है कि हम हर पीड़ित तक पहुंचें, उसकी ज़रूरत समझें और उसे फिर से सामान्य जीवन की ओर ले जाएं।”
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, विधायक आशा नौटियाल (केदारनाथ), विधायक भरत सिंह चौधरी (रुद्रप्रयाग), जिलाधिकारी श्रीमती स्वाति एस. भदौरिया, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री लोकेश्वर सिंह, अपर जिलाधिकारी अनिल गर्ब्याल, संयुक्त मजिस्ट्रेट दीक्षिता जोशी सहित अन्य अधिकारी व गणमान्यजन उपस्थित रहे।
*बुधवार से प्रारंभ होगी पीडीएनए की प्रक्रिया-सुमन*
*मा0 मुख्यमंत्री द्वारा जल्द प्रक्रिया संपन्न करने के दिए गए हैं निर्देश*
*पीडीएनए के बाद भारत सरकार को भेजा जाएगा विस्तृत प्रस्ताव*
देहरादून। माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के क्रम में मानसून सीजन 2025 में राज्य को हुए नुकसान की प्रतिपूर्ति के लिए भारत सरकार से स्पेशल पैकेज प्राप्त किए जाने को लेकर आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा कवायद तेज कर दी गई है। बुधवार से राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) की ओर से मानसून सीजन 2025 में राज्य को हुई क्षति के वास्तविक आकलन के लिए *पीडीएनए (पोस्ट डिजास्टर नीड्स एसेसमेंटद्ध)* की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी जाएगी।
शनिवार को उत्तराखण्ड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण स्थित राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र में सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास श्री विनोद कुमार सुमन की अध्यक्षता में जिलाधिकारियों तथा विभिन्न विभागाध्यक्षों के साथ पीडीएनए तथा एसडीआरएफ मद में आच्छादित तथा अनाच्छादित क्षति का विवरण उपलब्ध कराने के संबंध में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में एसडीआरएफ के लेटेस्ट मानकों के बारे में अवगत कराया गया तथा सूचनाएं प्रेषित करने के लिए प्रारूप की भी जानकारी दी गई।
सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास श्री विनोद कुमार सुमन ने बताया कि माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने जल्द से जल्द पीडीएनए की प्रक्रिया कराते हुए भारत सरकार को विस्तृत प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए हैं। माननीय मुख्यमंत्री स्वयं भी नियमित तौर पर अपडेट ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि सभी विभागों को यह बताना अनिवार्य है क्षतिग्रस्त योजना के लिए एसडीआरएफ मद में कितनी धनाराशि की प्रतिपूर्ति की जा सकती है और कितनी नहीं। जिस धनराशि की प्रतिपूर्ति एसडीआरएफ मद में नहीं की जा सकेगी, उसके लिए भारत सरकार से स्पेशल पैकेज के तहत अनुरोध किया जाएगा। उन्होंने बताया कि राज्य को इस मानसून सीजन में भारी नुकसान हुआ है, जिसकी भरपाई अकेले एसडीआरएफ मद से किया जाना संभव नहीं है, इसके लिए भारत सरकार से स्पेशल पैकेज की दरकार है।
सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास श्री विनोद कुमार सुमन ने बताया कि माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने निर्देश दिए हैं कि प्रदेश में बंद सड़कों को जल्द से जल्द खोला जाए। इसमें किसी भी प्रकार का विलम्ब न हो। उन्होंने सड़कों के पैचवर्क का कार्य भी बारिश बंद होने के तत्काल बाद प्रारंभ करने के स्पष्ट निर्देश दिए हैं। साथ ही बिजली तथा पानी की क्षतिग्रस्त लाइनों की मरम्मत भी शीघ्र करने को कहा है। माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार सुबह सचिव आपदा प्रबंधन को निर्देश दिए कि जनपदों तथा विभागों से समन्वय स्थापित करते हुए आपदा प्रभावित क्षेत्रों में जनजीवन को जल्द से जल्द सामान्य किया जाए। स्थिति सामान्य होने तक प्रभावित क्षेत्रों में लोगों की दैनिक जरूरतों की आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।
सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास श्री विनोद कुमार सुमन ने सभी विभागों की आपदा के
*मुख्यमंत्री द्वारा आपदा प्रभावित धराली क्षेत्र के सेब उत्पादकों के हित में महत्वपूर्ण घोषणा*
*धराली क्षेत्र का रॉयल डिलीशियस सेब रू. 51 प्रति किग्रा. तथा रेड डिलीशियस सेब एवं अन्य सेब रू. 45 प्रति किग्रा. की दर पर खरीदेगा उद्यान विभाग*
*घोषणा पर तत्काल अमल के निर्देश*
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तरकाशी जिले के आपदा प्रभावित धराली गांव सहित इसके आस-पास के क्षेत्रों के सेब की सरकार द्वारा खरीद किए जाने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणा के अनुसार धराली व इसके आसपास के क्षेत्र का रॉयल डिलीशियस सेब रू. 51/- प्रति किग्रा. तथा रेड डिलीशियस सेब एवं अन्य सेब रू. 45/- प्रति किग्रा. की दर पर (ग्रेड-सी सेब को छोड़कर) उद्यान विभाग के माध्यम से खरीदा जाएगा। इसके लिए आवश्यक धनराशि की व्यवस्था मुख्यमंत्री घोषणा मद से की जाएगी।
मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा इस संबंध में जारी एक परिपत्र में सचिव कृषि एवं कृषक कल्याण विभाग को तत्काल कार्यवाही सुनिश्चित कर वित्तीय एवं प्रशासकीय स्वीकृति का शासनादेश जारी करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री को उक्त घोषणा के अनुपालन की वस्तुस्थिति से भी अविलंब अवगत कराए जाने की अपेक्षा की गई है।
[20/09, 20:54] Deepa Gaur Informdept: *96 वर्षीय जबर सिंह रावत ने मुख्यमंत्री राहत कोष में दान किए ₹7 लाख, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने की सराहना*
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी से शनिवार को मुख्यमंत्री आवास में 96 वर्ष के पंडितवाड़ी, देहरादून निवासी श्री जबर सिंह रावत ने मुलाकात कर उत्तराखंड में आपदा के पुनर्निर्माण कार्य हेतु मुख्यमंत्री राहत कोष में ₹ 7 लाख की सहयोग राशि भेंट की।
मुख्यमंत्री ने श्री जबर सिंह रावत के इस नेक कार्य हेतु उनका आभार व्यक्त करते हुए कहा कि देवभूमि उत्तराखंड की मिट्टी में केवल आस्था और वीरता ही नहीं, अपितु सेवा और संवेदनशीलता की अमिट भावना भी रची-बसी है। इसका जीवंत उदाहरण श्री जबर सिंह रावत है |
इस भावुक और प्रेरणादायक क्षण में मुख्यमंत्री ने श्री रावत का ससम्मान अभिनंदन करते हुए कहा कि "श्री जबर सिंह रावत जी का यह कार्य न केवल एक दान है, बल्कि यह एक जीवनभर के अनुभव, संवेदना और समाज के प्रति जिम्मेदारी का प्रतीक है। 96 वर्ष की आयु में भी उनका यह जज़्बा आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।" श्री जबर सिंह रावत का यह योगदान न सिर्फ आर्थिक सहायता है, बल्कि यह उत्तराखंड की सांस्कृतिक चेतना और सामूहिक उत्तरदायित्व की भावना का सुंदर उदाहरण भी है। राज्य आपदा के कठिन दौर से गुजर रहा है, और ऐसे समय में आम नागरिक द्वारा इस प्रकार का समर्पण सराहनीय है |
मुख्यमंत्री श्री धामी ने श्री रावत को शॉल भेंट कर उनके योगदान के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की तथा प्रदेश की ओर से धन्यवाद प्रेषित किया।
इस अवसर पर देहरादून कैंट क्षेत्र की विधायक श्रीमती सविता कपूर भी मौजूद रहीं।
खटीमा से लेकर नंदानगर तक हर जगह जनता के बीच रहे सीएम धामी
एक ही दिन में तीन जिलों का दौरा कर शाम को देहरादून पहुंच ली बैठक
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को पूरा दिन जनसेवा में व्यतीत किया। इस दौरान वो ऊधमसिंहनगर से लेकर चमोली तक लोगों से मुलाकात करते हुए, उनकी समस्याओं का निराकरण करते नजर आए।
शनिवार सुबह नौ बजे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सबसे पहले खटीमा (ऊधमसिंहनगर) में आम लोगों से मुलाकात करते हुए अधिकारियों को जन समस्याओं के समाधान के निर्देश दिए। इसके बाद उन्होंने आपदा प्रभावित चमोली जिले के नंदानगर क्षेत्र का दौरा किया, जहां पीड़ितों से मिलकर उनके दुख दर्द को साझा किया, सीएम ने पीड़ितो को सहायता राशि प्रदान करने के साथ ही जीवन को फिर संवारने में सरकार की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। इसके बाद उन्होंने जनपद रुद्रप्रयाग और चमोली के अन्य आपदा प्रभावित क्षेत्रों का हवाई निरीक्षण कर आपदा से हुए नुकसान का जायजा लेने के बाद रुद्रप्रयाग जिला मुख्यालय में अधिकारियों के साथ बैठक कर पुनर्निमाण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। यहां से लौटते समय सीएम ने श्रीनगर के पास धारी देवी के दर्शन करते हुए, प्रदेशवासियों की कुशलता के लिए प्रार्थना की। शाम को देहरादून लौटने पर मुख्यमंत्री धामी ने भाजपा नेताओं के साथ विभिन्न विषयों पर चर्चा की। साथ ही शासन को विभिन्न विषयों पर दिशा निर्देश दिए।
*एमडीडीए उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी का दो टूक संदेश, नियम तोड़ने वालों को नहीं मिलेगी राहत*
*सुनियोजित विकास और जनता की सुरक्षा को प्राथमिकता, अवैध निर्माण पर अभियान जारी रहेगा- बंशीधर तिवारी*
मसूरी–देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) अवैध निर्माण व अवैध प्लॉटिंग के खिलाफ लगातार सख़्त कार्रवाई कर रहा है। अब तक 200 से अधिक अवैध निर्माणों व प्लॉटिंग पर कार्यवाही की जा चुकी है। इसके साथ ही नियम विरुद्ध निर्माण कर रहे बहुमंज़िला भवनों को भी बड़ी संख्या में सील किया जा रहा है। एमडीडीए उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि नियमों के विपरीत काम करने वालों को किसी प्रकार की छूट नहीं दी जाएगी और उन पर सख़्त से सख़्त कार्रवाई जारी रहेगी। जो लोग प्राधिकरण के नियमानुसार निर्माण कर रहे हैं, उनके हित सुरक्षित हैं, लेकिन नियम तोड़ने वालों के खिलाफ यह अभियान बिना किसी दबाव के आगे भी जारी रहेगा।
*हर्बटपुर में ध्वस्तीकरण*
इसी कड़ी में आज मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण क्षेत्रान्तर्गत हर्बटपुर, विकासनगर और अन्य स्थानों पर आज भी एमडीडीए की संयुक्त टीम द्वारा अवैध प्लाटिंग व व्यवसायिक निर्माणों पर ध्वस्तीकरण एवं सीलिंग की कार्रवाई की गई।
एटनबाग, हर्बटपुर में प्रशान्त द्वारा लगभग 5 बिघा भूमि पर की जा रही अवैध प्लाटिंग को ध्वस्त कर दिया गया। वहीं हर्बटपुर में अमर सिंह द्वारा अवैध रूप से निर्मित दो मंजिला व्यवसायिक भवन को सील कर दिया गया।
*विकासनगर और डाकपत्थर में सीलिंग*
आज मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण क्षेत्रान्तर्गत मुख्य चकराता रोड, बाबूगढ (हेरिटेज वैडिंग प्वाइंट) विकासनगर में भरत सिंह नेगी द्वारा किए गए अवैध व्यवसायिक निर्माण को सील किया गया।
निकट गुरुद्वारा चौक, विकासनगर में नीरज गुप्ता व मनोज कुमार द्वारा किए जा रहे व्यवसायिक निर्माणों को सील कर दिया गया।
तेलपुर मार्ग निकट दुर्गा मंदिर, विकासनगर में रामशाह द्वारा किए जा रहे अवैध व्यवसायिक निर्माण पर सीलिंग की कार्यवाही हुई।
जीवनगढ, डाकपत्थर में रविन्द्र चौहान, शाहिल एवं आशु आदि द्वारा किए जा रहे अवैध व्यवसायिक निर्माणों को भी सील किया गया।
*सेलाकोई में क्रीड़ा मैदान पर भी कार्रवाई*
आज मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण क्षेत्रान्तर्गत बहादुरपुर रोड, सेलाकोई में सुनील थापा द्वारा लगभग 2.5 बिघा भूमि पर कॉलम की सहायता से निर्माणाधीन क्रीड़ा मैदान पर भी सीलिंग की कार्रवाई की गई।
*संयुक्त टीम और पुलिस बल की मौजूदगी*
इस कार्यवाही में सेक्टर सहायक अभिषेक भारद्वाज, प्राधिकरण द्वारा गठित संयुक्त टीम तथा पुलिस बल मौके पर मौजूद रहे। प्राधिकरण की ओर से स्पष्ट किया गया है कि ऐसे अभियान निरंतर जारी रहेंगे।
*अवैध निर्माण पर सख़्त रुख*
एमडीडीए उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने कहा कि प्राधिकरण क्षेत्रान्तर्गत किसी भी प्रकार के अवैध निर्माण व अवैध प्लाटिंग को हरगिज़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जनता की सुरक्षा और शहरी विकास की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए यह अभियान लगातार जारी रहेगा। नियमों के विपरीत कार्य करने वालों के विरुद्ध सख़्त कार्रवाई आगे भी की जाती रहेगी।
*राज्यपाल ने किया आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा*
*जिला प्रशासन के साथ बैठक कर राहत और पुनर्निर्माण कार्यों की जानकारी ली।*
*जिलाधिकारी और प्रशासन के आपदा प्रबंधन और त्वरित कार्यवाही को सराहा*
*आपदा से सीख लेकर भविष्य के लिए बेहतर प्लानिंग करनी होगी- राज्यपाल*
*आपदा प्रबंधन में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कार्मिकों को सम्मानित किया जाय- राज्यपाल*
देहरादून :
शनिवार को राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने विगत दिनों देहरादून जिले के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। उन्होंने 15 और 16 सितम्बर को हुई अतिवृष्टि से हुए नुकसान का स्थलीय निरीक्षण किया और राहत व पुनर्निर्माण कार्यों की समीक्षा की।
राज्यपाल ने सबसे पहले कलेक्ट्रेट पहुँचकर जिला प्रशासन के अधिकारियों से आपदा की विस्तृत जानकारी ली। जिलाधिकारी श्री सविन बंसल ने राज्यपाल को बताया कि जैसे ही आपदा की सूचना मिली, प्रशासन द्वारा तत्काल प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचकर खोज एवं बचाव कार्य शुरू कर दिए। स्वयं डीएम ने आपदाग्रस्त क्षेत्रों का दौरा कर स्थिति को सामान्य करने के लिए टीम का नेतृत्व किया। उन्होंने दूरस्थ क्षेत्र सहित अन्य प्रभावित जगहों पर किए जा रहे राहत कार्यों का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया।
राज्यपाल ने डीएम और उनकी पूरी टीम की सराहना करते हुए कहा कि प्रशासन ने बहुत कम समय में प्रभावित लोगों तक पहुँचकर उनकी मदद की। उन्होंने कहा कि दूरस्थ इलाकों तक पहुँचकर लोगों को भरोसा देना सराहनीय है। राज्यपाल ने कहा कि इस तरह की प्राकृतिक आपदाएँ समय-समय पर आती रहती हैं, लेकिन हमें हर स्थिति से सीख लेकर भविष्य के लिए और बेहतर तैयारी करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन के दौरान उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को सम्मानित किया जाए, ताकि उनकी मेहनत और सेवा भावना को प्रोत्साहन मिले।
राज्यपाल ने इसके बाद नन्दा की चौकी में क्षतिग्रस्त पुल का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने वहां जाकर अधिकारियों से पूरी जानकारी ली और बन रहे वैकल्पिक मार्ग के कार्यों का जायजा लिया। इस दौरान अधिकारियों ने बताया कि तीन से चार दिनों में वैकल्पिक मार्ग तैयार कर लिया जाएगा, जबकि पुल के पूर्ण पुनर्निर्माण में कुछ समय लगेगा। राज्यपाल ने निर्देश दिए कि आवागमन को शीघ्र सुचारू किया जाए ताकि लोगों को असुविधा न हो। इस दौरान स्थानीय लोगों ने भी राज्यपाल से भेंट की और उन्हें अपनी परेशानियों से अवगत कराया।
इसके उपरांत राज्यपाल ने आपदा से प्रभावित टपकेश्वर महादेव मंदिर का स्थलीय निरीक्षण किया। वहां पुजारियों और स्थानीय लोगों से आपदा से हुए नुकसान के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि यह हम सभी के लिए कठिन चुनौती का समय है लेकिन शासन, प्रशासन के प्रयासों से जल्द ही स्थिति सामान्य हो जाएंगी।
राज्यपाल ने इस दौरान टपकेश्वर महादेव मंदिर में जलाभिषेक कर प्रदेशवासियों की सुख, समृद्धि और खुशहाली के लिए प्रार्थना की। इस अवसर पर जिलाधिकारी श्री सविन बंसल, मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, अपर जिलाधिकारी जयभारत सिंह, के. के मिश्रा, एसपी सिटी प्रमोद कुमार सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
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*नवरात्र पर्व से पहले व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद करने के निर्देश*
हरिद्वार/ देहरादून :
श्री बदरीनाथ - केदारनाथ मंदिर समिति( बीकेटीसी) अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने हरिद्वार के नील पर्वत पर स्थित प्रसिद्ध शक्तिपीठ मां चंडी देवी मंदिर के दर्शन किये।
नवरात्र पर्व के मद्देनजर उन्होंने मां चंडी देवी मंदिर व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया तथा दर्शन व्यवस्था, यात्री सुविधाओं, का जायजा लिया मंदिर परिसर में साफ-सफाई, पेयजल, सीसीटीवी कैमरे तथा सुरक्षा कर्मियों की तैनाती, दर्शन पंक्ति में मेटिंग, अतिक्रमण की स्थिति की जानकारी ली तथा व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के निर्देश दिये।
इससे पहले बीकेटीसी अध्यक्ष हरिद्वार स्थित राज्य अतिथि गृह डामकोठी पहुंचे जहां अधिकारियों ने उनकी अगवानी की तथा गंगा सभा सहित पर्वतीय समाज एवं हिंदु रक्षक दल पदाधिकारियों ने उनका भब्य स्वागत किया।डाम कोठी अतिथि गृह में अधिकारियों ने मां चंडी देवी यात्रा व्यवस्थाओंं के बावत बीकेटीसी अध्यक्ष को अवगत कराया।
मां चंडी देवी मंदिर निरीक्षण के दौरान बीकेटीसी अध्यक्ष ने भंडार कक्ष, कैश काउंटर , दर्शन पंक्ति, प्रसाद काउंटर, सीसीटीवी कक्ष, तथा कार्यालय व्यवस्थाओं एवं सुरक्षा व्यवस्थाओंं का स्थलीय निरीक्षण किया तथा देश के विभिन्न प्रांतों से आये श्रद्धालुओं से दर्शन एवं यात्रा व्यवस्थाओंं के विषय में फीड बेक लिया
निरीक्षण एवं समीक्षा के बाद बीकेटीसी अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए
कहा की देश के दूरदर्शी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन एवं प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कुशल नेतृत्व में उत्तराखंड चारधाम प्रगति पथ पर है बरसात की आपदा से उबरने के बाद चारधाम यात्रा सुचारू रूप से दूसरे चरण में चल रही है।अभी तक 41 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने चारधाम तथा 28 लाख ने श्री बदरीनाथ तथा श्री केदारनाथ धाम के दर्शन कर लिए है।
श्री बदरीनाथ एवं केदारनाथ धाम की तरह मां चंडी देवी मंदिर में श्रद्धालुओं को सरल -सुगम दर्शन हो यह उनकी प्राथमिकता है।
कहा कि इसी वर्ष जून में उच्च न्यायालय नैनीताल ने मां चंडी देवी मंदिर की व्यवस्थाओं में पारदर्शिता एवं सुधार के लिए बीकेटीसी को देखभाल हेतु पर्यवेक्षक नियुक्त किया 2 जुलाई को मंदिर समिति ने बतौर रिसीवर मां चंडी मंदिर की व्यवस्थाओं में सुधार हेतु कार्मिक तैनात किये उसके बाद से मां चंडी देवी मंदिर की व्यवस्थाओं में तो सुधार हुआ है।साथ ही आय एवं यात्रियों की संख्या में भी वृद्धि हुई।
जुलाई माह में बीकेटीसी के पर्यवेक्षण के दो सप्ताह में चंडी देवी मंदिर ट्रस्ट की आय 42 लाख तक पहुंची।इस तरह उच्च न्यायालय की मंशा के अनुरूप मां चंडी देवी मंदिर की प्रबंधन व्यवस्था में बीकेटीसी अपना योगदान दे रही है इस अवसर पर मां चंडी देवी मंदिर परमार्थ ट्रस्ट पदाधिकारियों ने बीकेटीसी अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी, परिस्थितिक पर्यटन सलाहकार परिषद उपाध्यक्ष ओमप्रकाश जमदग्नि, बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल का अंगवस्त्र, प्रसाद भेंटकर स्वागत किया।
निरीक्षण के पश्चात बीकेटीसी अध्यक्ष पैदल चलकर चंडीदेवी मंदिर मार्ग से वापस हरिद्वार पहुंचे तथा मार्ग की स्थिति का भी अवलोकन किया। मां चंडी देवी मंदिर मार्ग पर बीकेटीसी अध्यक्ष ने वृक्षारोपण भी किया।
इस अवसर पर कार्यपालक मजिस्ट्रेट/बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल, सिटी मजिस्ट्रेट कुस्म चौहान, एसपी सिटी प़कज गैरोला, एचआरडीसी सचिव मनीष कुमार मां च़डी देवी मंदिर ट्रस्ट के महंत भवानी नंदन गिरी, श्री गंगा सभा सचिव उज्जवल पंडित पर्वतीय समाज अध्यक्ष कैप्टन मानसिह रावत, सचिव दीपक नौटियाल, हिंदू रक्षक दल अध्यक्ष नवीन अग्रवाल, पीआरओ अजय, निजी सचिव प्रमोद नौटियाल प्रशासनिक अधिकारी रमेश नेगी,बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़, अवर अभियंता विपिन कुमार, संजय भट्ट पार्षद सोनू शर्मा , राकेश कुकरेती देवेन्द्र कंडारी, सचिन सेमवाल, राहुल नेगी सहित वनविभाग के अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।
भटवाड़ी प्रखंड के टकनौर क्षेत्र में पिछले कुछ समय से भालुओं का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। आज प्रातः भटवाड़ी मुख्यालय के सालंग गाँव में यह आतंक और गहराया, जब गाँव के पूर्व प्रधान श्री बचेंद्र सिंह की पत्नी श्रीमती कैलाशी देवी उम्र 48 वर्ष, घास काटकर लौट रही थीं। अचानक भालू ने उन पर हमला कर दिया, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गईं।
ग्रामीणों की तत्परता से उन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भटवाड़ी लाया गया, जहाँ प्रारंभिक उपचार के बाद बेहतर इलाज हेतु जिला अस्पताल उत्तरकाशी रेफर किया गया। वर्तमान में वरिष्ठ सर्जन डॉ. के.पी. सिंह के देखरेख में उनका इलाज जारी है और फिलहाल वे खतरे से बाहर बताई जा रही हैं।
घटना की सूचना पर गंगोत्री क्षेत्र के पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण भी अस्पताल पहुँचे। उन्होंने डॉक्टरों से विस्तृत जानकारी लेने के बाद घायल महिला की स्थिति का जायजा लिया और परिजनों से मिलकर ढांढस बंधाया। इस अवसर पर मौके पर मौजूद वन क्षेत्राधिकारी टकनौर रेंज को उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिये कि ग्रामीणों को भालू के बढ़ते आतंक से राहत दिलाने के लिए ठोस कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।
इस मौके पर पूर्व विधायक ने कहा कि वे शीघ्र ही माननीय वन मंत्री श्री सुबोध उनियाल से वार्ता करेंगे और मांग करेंगे कि वन विभाग लगातार गश्त कर क्षेत्र में सुरक्षा की ठोस व्यवस्था बनाए। उन्होंने आश्वस्त किया कि बढ़ती घटनाओं को देखते हुए भालुओं के आतंक पर नियंत्रण हेतु ठोस निर्णय लिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि सरकार भी इस दिशा में प्रयासरत है और यदि घटनाएँ लगातार बढ़ती हैं तो ऐसे भालुओं को आदमखोर घोषित कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
देहरादून:
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने वरिष्ठ पत्रकार श्री पंकज पंवार की पत्नी के निधन पर शोक व्यक्त किया। मुख्यमंत्री श्री धामी ने उनके आवास पर पहुंचकर परिजनों से भेंट की और इस कठिन घड़ी में उन्हें ढांढस बंधाया। उन्होंने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति तथा शोकाकुल परिजनों को धैर्य प्रदान करने की प्रार्थना की।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सेवा पखवाड़ा के अंतर्गत शुक्रवार को नगर निगम देहरादून द्वारा आयोजित प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सेवा पखवाड़ा के तहत प्रदेश में स्वच्छता, स्वास्थ्य सेवा, महिला सशक्तिकरण एवं सामाजिक जागरूकता से जुड़े विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। जन सुविधाओं के लिए बहुद्देशीय शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। केन्द्र और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं से लोगो को लाभान्वित किया जा रहा है। उन्होंने सभी को सेवा पखवाड़ा की गतिविधियों में सक्रिय सहयोग का आह्वान किया।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री गणेश जोशी, राज्यसभा सांसद श्री महेंद्र भट्ट, श्री नरेश बंसल, मेयर श्री सौरभ थपलियाल, विधायक श्री खजानदास, श्री उमेश शर्मा काऊ, अन्य जन प्रतिनिधिगण मौजूद थे।
गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पाण्डेय ने शुक्रवार को आपदा प्रभावित मालदेवता – केसरवाला क्षेत्र का जायजा लिया। यहां गत दिनों नदी में आई बाढ़ से सड़क का एक हिस्सा बह गया था, जिस कारण मालदेवता क्षेत्र का रायपुर से सीधे सम्पर्क टूट गया था।
लेकिन युद्धस्तर पर चले पुनर्निमाण कार्य के बाद, शुक्रवार सुबह यहां अस्थायी सड़क का निर्माण पूरा किए जाने के बाद यातायात भी खोल दिया गया है। गढ़वाल कमिश्नर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि, अस्थायी सड़क को सुविधाजनक बनाया जाए, साथ ही बरसात बाद तेजी से स्थायी सड़क का निर्माण किया जाए। उन्होंने सड़क को बाढ़ से बचाने के भी उपाय करने के निर्देश दिए। इस मौके पर मौजूद क्षेत्रीय विधायक उमेश शर्मा काऊ ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर सभी विभागों ने दिन रात काम कर दो दिन में ही अस्थायी सड़क का निर्माण कर दिया है, इससे रायपुर के दूरस्थ गांवों के साथ ही टिहरी जिले के सकलाना क्षेत्र के लोगों को भी राहत मिलेगी। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री का विशेष तौर पर आभार व्यक्त किया है। क्षेत्रीय विधायक ने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि अभी बरसात के दिनों में रात के समय सड़क के इस हिस्से पर आवाजाही से बचें, जल्द ही स्थायी सड़क बनने के बाद यातायात पूर्व की तरह बहाल कर दिया जाएगा।
बड़कोट:
न्याय पंचायत गढ़ मे राजस्व चौकी को पूर्ण संचालित करने हेतु जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों द्वारा उपजिलाधिकारी को ज्ञापन दिया गया है जिसमे मांग की गई है कि 10 / 15 वर्षो से बंद पड़ी राजस्व चौकी को पुनर्जीवित किया जाए ताकि है जिसके कारण क्षेत्र के आम जनमानस को अपने जरुरी कागजात राजस्व से सम्बंधित कार्य के लिए दर दर भटकना न पड़े। अतः चौकी को दोबारा संचालित किया जाए।
नन्हीं परी मामले में पुनर्विचार याचिका दायर करेगी सरकार – मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने सुप्रीम कोर्ट में फिर मजबूत पैरवी के लिए दिए निर्देश
वर्ष 2014 में काठगोदाम में मूल रूप से पिथौरागढ़ निवासी सात वर्षीय बच्ची नन्ही परी के साथ हुई दरिंदगी के मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल करने के निर्देश दिए हैं।
इस मामले में आरोपित को सुप्रीम कोर्ट से दोषमुक्त किए जाने का संज्ञान लेते हुए, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रदेश की बेटियों के साथ दरिंदगी करने वालों को सजा दिलाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। इस मामले में आरोपित को लोअर कोर्ट और हाईकोर्ट से सजा हो चुकी थी, लेकिन अब किन्हीं कारण से सुप्रीम कोर्ट से आरोपित बरी हो चुका है।
इसलिए न्याय विभाग को इस प्रकरण में सुप्रीम कोर्ट के समक्ष पुनर्विचार याचिका दाखिल करते हुए, मजबूत पैरवी के साथ सजा सुनिश्चित कराए जाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार इस केस को मजबूती से लड़ेगी, इसमें अच्छी से अच्छी लीगल टीम को लगाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि देवभूमि में इस तरह के कुकृत्य करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। न्याय की इस लड़ाई में सरकार पूरी तरह पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि ऐसे असामाजिक तत्वों की पहचान के लिए सरकार लगातार प्रदेश में सत्यापन अभियान चला रही है। सरकार देवभूमि की अस्मिता पर कोई चोट नहीं पहुंचने देगी।
मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) द्वारा आज मालसी-सिनोला-मसूरी रोड पर अवैध रूप से किए जा रहे बहुमंजिले भवन निर्माण पर बड़ी कार्रवाई की गई।
जै पात्रा द्वारा किए जा रहे इस अवैध निर्माण को मौके पर सील कर दिया गया है। एमडीडीए की यह कार्रवाई अवैध निर्माण पर अंकुश लगाने और शहर के व्यवस्थित विकास को सुनिश्चित करने की दिशा में एक ठोस कदम है।
कार्यवाही के दौरान सहायक अभियंता शैलेन्द्र सिंह रावत, अवर अभियंता सचिन तोमर एवं उमेश वर्मा तथा सुपरवाइजर मौके पर मौजूद रहे।
एमडीडीए उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने कहा शहर के सौंदर्य और संतुलित विकास के लिए अवैध निर्माण को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्राधिकरण लगातार निगरानी कर रहा है और नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाएगी। जनता से भी अपील है कि वे किसी भी प्रकार के निर्माण से पहले अनुमोदन अवश्य प्राप्त करें।एमडीडीए द्वारा यह स्पष्ट किया गया है कि आगे भी इसी प्रकार की कार्रवाइयाँ निरंतर जारी रहेंगी।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को टपकेश्वर महादेव मंदिर क्षेत्र में अतिवृष्टि से प्रभावित स्थल का निरीक्षण किया।
अतिवृष्टि के कारण मंदिर के अंदर जलभराव के साथ ही मलबा आ गया था, मलबा हटाने का कार्य अब पूर्ण हो चुका है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने मंदिर के पुजारियों और स्थानीय लोगों से बातचीत भी की।
निरीक्षण के उपरांत मुख्यमंत्री ने टपकेश्वर महादेव मंदिर में जलाभिषेक कर प्रदेश एवं प्रदेशवासियों की सुख, शांति और समृद्धि की कामना की।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को आईटी पार्क स्थित राज्य आपदा परिचालन केंद्र से प्रदेशभर में अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने चमोली जनपद के नंदानगर क्षेत्र के आपदा प्रभावित गांवों में बचाव एवं राहत कार्यों को और अधिक गति प्रदान करने के निर्देश दिए।
चमोली के नंदानगर क्षेत्र में हुई प्राकृतिक आपदा की जानकारी जिलाधिकारी चमोली श्री संदीप तिवारी से प्राप्त करते हुए मुख्यमंत्री ने गंभीर रूप से घायल व्यक्तियों को तत्काल बेहतर चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराने के लिए एम्स ऋषिकेश एयर लिफ्ट किए जाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री प्रातःकाल से ही आपदा परिचालन केंद्र तथा जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ निरंतर संपर्क में रहकर राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा करते रहे।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि अतिवृष्टि के कारण प्रभावित क्षेत्रों में सड़क, पेयजल आपूर्ति, विद्युत व्यवस्था और नेटवर्क कनेक्टिविटी शीघ्र पुनः स्थापित की जाए। आपदा प्रभावित लोगों के लिए आश्रय, भोजन, स्वच्छ पेयजल और अन्य आवश्यक सुविधाओं की समुचित व्यवस्था की जाए। प्रत्येक प्रभावित क्षेत्र में पर्याप्त संख्या में चिकित्सक एवं दवाओं की उपलब्धता बनाई जाए ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित चिकित्सा सहायता उपलब्ध हो सके।
नंदानगर क्षेत्र में घटना की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन एवं पुलिस बल सक्रिय हो गए और बड़ी संख्या में लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। वर्तमान में क्षेत्र में राहत एवं बचाव कार्य पूरे समन्वय और तत्परता के साथ जारी हैं। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि प्रभावित गांवों के प्रत्येक परिवार तक राहत सामग्री शीघ्र पहुँचाई जाए ।
इस अवसर पर उपाध्यक्ष आपदा प्रबंधन सलाहकार समिति श्री विनय रोहिल्ला,मुख्य सचिव श्री आनन्द बर्द्धन, सचिव आपदा प्रबंधन श्री विनोद कुमार सुमन, गढ़वाल कमिश्नर श्री विनय शंकर पांडेय और आपदा प्रबंधन से जुड़े अन्य अधिकारी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को राज्य आपदा परिचालन केंद्र से प्रदेशभर में हुई अतिवृष्टि की समीक्षा करने के बाद मसूरी रोड एवं किमाड़ी क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया। राहत कार्यों के निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि मुख्य सड़कों की शीघ्र मरम्मत करते हुए यातायात सामान्य बनाया जाए तथा आवश्यकतानुसार लोगों के आवागमन हेतु वैकल्पिक व्यवस्थाएं तत्काल प्रभाव से सुनिश्चित की जाएं।
मुख्यमंत्री श्री धामी ने निर्देश दिए कि प्रभावित क्षेत्रों में जनजीवन को शीघ्र सामान्य करने के लिए सभी संबंधित विभाग युद्धस्तर पर कार्य करें। सभी प्रभावित परिवारों को आपदा मानकों के अनुसार त्वरित आर्थिक सहायता एवं मूलभूत सेवाएँ उपलब्ध कराई जाएं। निरंतर हो रही वर्षा के दृष्टिगत मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि जिन क्षेत्रों में आवागमन अवरुद्ध हुआ है, वहाँ प्राथमिकता के आधार पर वैकल्पिक मार्ग एवं राहत शिविर स्थापित किए जाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार आपदा की इस घड़ी में पूरी संवेदनशीलता के साथ आपदा पीड़ितों के साथ खड़ी है और प्रभावित क्षेत्रों में जनजीवन को जल्द से जल्द सामान्य बनाने के लिए सभी संभव प्रयास किये जा रहे हैं।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री गणेश जोशी, उपाध्यक्ष आपदा प्रबंधन सलाहकार समिति श्री विनय रोहिल्ला,गढ़वाल कमिश्नर श्री विनय शंकर पांडेय, जिलाधिकारी देहरादून श्री सविन बंसल, एसएसपी श्री अजय सिंह और जिला प्रशासन के अधिकारी मौजूद थे।