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 “ साइबर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस” की स्थापना के लिए केंद्र से 63.60 करोड़  अनुरोध

 विद्युत  परिसंपत्तियों को एनडीआरएफ/एसडीआरएफ के तहत क्षतिपूर्ति के दायरे में लाने का आग्रह

 सितारगंज केंद्रीय कारागार के विस्तार के लिए 150.16 करोड़ रुपये  का प्रस्ताव

  पंतनगर-रुद्रपुर  औद्योगिक क्षेत्र  में  उत्तराखण्ड निवेश उत्सव’ का आयोजन 

CM Dhami meet to union home minister Amit Shah


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह से भेंट कर राज्य के समग्र विकास से जुड़े विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की।


मुख्यमंत्री ने साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में बढ़ती चुनौतियों के दृष्टिगत केंद्रीय गृह मंत्री से देहरादून में “साइबर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस” की स्थापना के लिए 63.60 करोड़ रुपये की धनराशि की स्वीकृति का अनुरोध किया है। यह सेंटर डिजिटल अपराधों की रोकथाम, विशेषज्ञ प्रशिक्षण, साइबर फोरेंसिक और आधुनिक संसाधनों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।


मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृह मंत्री को राज्य की विद्युत अधोसंरचना को प्राकृतिक आपदाओं से होने वाली क्षति पर चर्चा करते हुए अवगत कराया कि छोटे हिमालयी राज्यों की भौगोलिक विषमताओं को ध्यान में रखते हुए विद्युत उत्पादन, पारेषण एवं वितरण परिसंपत्तियों को एनडीआरएफ/एसडीआरएफ के तहत क्षतिपूर्ति के दायरे में लाया जाए। इससे राज्य का आपदा प्रबंधन तंत्र और अधिक प्रभावी व सशक्त होगा।


मुख्यमंत्री ने सितारगंज केंद्रीय कारागार के विस्तार के प्रस्ताव पर 150.16 करोड़ रुपये की लागत से शीघ्र स्वीकृति देने का अनुरोध किया।


मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से सफलतापूर्वक आयोजित उत्तराखण्ड ग्लोबल इनवेस्टर समिट-2023 का उल्लेख करते हुए बताया कि राज्य ने 3.50 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्तावों पर समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस उपलब्धि को राज्य के लिए गर्व का विषय बताते हुए केंद्रीय गृह मंत्री को अवगत कराया कि इसे उत्सव के रूप में मनाते हुए ‘उत्तराखण्ड निवेश उत्सव’ का आयोजन प्रस्तावित है, जिसे पंतनगर-रुद्रपुर के औद्योगिक क्षेत्र में आयोजित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृह मंत्री को इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित होने के लिए आमंत्रित किया।


केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री के सभी प्रस्तावों पर सकारात्मक कार्यवाही का आश्वासन दिया।मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड सरकार प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में ‘नए भारत’ की परिकल्पना को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध है। केंद्र सरकार का निरंतर मार्गदर्शन और सहयोग राज्य के विकास को नई ऊर्जा प्रदान कर रहा है।

 नंदा राजजात यात्रा में यात्रा मार्ग पर दूरसंचार की व्यवस्थाओं के साथ डिजिटल ट्रेकिंग सिस्टम बनाया जाए- मुख्यमंत्री

 

*मुख्य सचिव हर माह और मण्डलायुक्त प्रत्येक सप्ताह करेंगे यात्रा की तैयारियों की समीक्षा।*

 

*यात्रियों की सुरक्षा के दृष्टिगत हेल्पलाईन नंबर किया जायेगा जारी।* 

Nanda rajjat yatra 2926 CM dhami


उत्तराखण्ड में 2026 में होने वाली नदां देवी राजजात यात्रा की सभी तैयारियों में तेजी लाई जाए। भव्य नंदा राजजात यात्रा के आयोजन के लिए सभी विभाग आपसी समन्वय के साथ कार्य करें। यात्रा की बेहतर व्यवस्थाओं के लिए जन प्रतिनिधियों, नंदा राजजात यात्रा समिति के सदस्यों और हितधारकों के सुझाव लिये जाएं। ये निर्देश मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को वर्चुअल बैठक के दौरान अधिकारियों को दिये। 


मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को निर्देश दिये कि नंदा राजजात यात्रा के सफल संचालन के लिए उच्च स्तरीय समिति का गठन किया जाए। पिछली यात्राओं के अनुभवों को ध्यान में रखते हुए बेहतर व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाए। यात्रा से संबंधित सभी पैदल मार्गों की अच्छी व्यवस्थाओं के साथ स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाए। यात्रा के पड़ाव पर श्रद्धालुओं को ठहरने की बेहतर व्यवस्थाओं के साथ ही भोजन और स्नान घरों की व्यवस्था के भी उन्होंने निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है। यात्रा के दौरान उच्च हिमालयी क्षेत्रों में विभिन्न चुनौतियों का सामना करने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की जाए। यात्रा मार्ग पर दूरसंचार की व्यवस्थाओं के साथ डिजिटल ट्रेकिंग सिस्टम बनाया जाए। 


मुख्यमंत्री ने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा के दृष्टिगत यात्रा के दौरान हेल्पलाईन नंबर जारी किया जाए। यात्रा के दौरान स्वास्थ्य सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया जाए। मेडिकल कैंप और चिकित्सकों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। यात्रा के दौरान हेली एम्बुलेंस की व्यवस्था भी जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि नंदा राजजात यात्रा बरसात के समय होती है, इसके दृष्टिगत संक्रामक रोगों से बचाव के लिए सभी आवश्यक प्रबंध किये जाएं। यात्रा के अधिकतम पड़ाव वन क्षेत्र में होने के कारण वन और पर्यावरण की सुरक्षा का भी विशेष ध्यान रखा जाए। श्रद्धालुओं के लिए टेंट की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि नंदा राजजात से संबंधित लोक गीत और लोक कथाओं का अभिलेखीकरण भी किया जाए। पर्यटन विभाग द्वारा यात्रा के पड़ावों का व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार भी किया जाए। 


मुख्यमंत्री ने कहा कि नदां राजजात यात्रा के दौरान भीड़ प्रबंधन और यातायात सिस्टम को मजबूत बनाने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की जाए। पार्किंग स्थलों पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। यात्रा मार्गों पर पेयजल, शौचालय अवं अन्य मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने मुख्य सचिव को निर्देश दिये कि वे प्रतिमाह नदां राजजात यात्रा की तैयारियों की समीक्षा करें। गढ़वाल और कुमांऊ आयुक्त भी प्रत्येक सप्ताह यात्रा से संबंधित तैयारियों की समीक्षा करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि गढ़वाल और कुमांऊ के जिन क्षेत्रों से श्रद्धालु और डोलियां आती हैं, उन सभी क्षेत्रों में भी सड़क, पेयजल एवं अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाए।  


*उत्तराखण्ड में अगले साल होने वाली 280 किमी की ऐतिहासिक नदां देवी राजजात यात्रा के भव्य आयोजन और श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की जा रही है। 2027 में हरिद्वार में होने कुंभ के लिए भी सभी तैयारियां की जा रही हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में नदां देवी राजजात और हरिद्वार कुंभ का भव्य और दिव्य आयोजन किया जायेगा- पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड।* 


बैठक में राज्यसभा सांसद श्री महेन्द्र भट्ट, विधायक श्री बंशीधर भगत, श्री अनिल नौटियाल, श्री भूपाल राम टम्टा, श्री सुरेश गड़िया, श्रीमती पार्वती दास, डॉ. मोहन सिंह बिष्ट, मुख्य सचिव श्री आनंद बर्द्धन, प्रमुख सचिव श्री आर.के. सुधांशु, डीजीपी श्री दीपम सेठ, सचिव श्री शैलेश बगोली, श्री सचिन कुर्वे, गढ़वाल आयुक्त श्री विनय शंकर पाण्डेय, आईजी गढ़वाल श्री राजीव स्वरूप, स्थानिक आयुक्त श्री अजय मिश्रा एवं संबंधित जिलाधिकारी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने दी विभिन्न विकास योजनाओं की वित्तीय स्वीकृति*


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य योजना के तहत पौड़ी गढ़वाल के विधान सभा क्षेत्र पौड़ी के विकास खंड पाबो में तुगडुण्डा भैंसवाडा मोटर मार्ग का सुदृढीकरण एवं डामरीकरण के कार्य हेतु  344.98 लाख, जनपद चमोली के विधानसभा क्षेत्र कर्णप्रयाग के विकासखण्ड गैरसैण में मालकोट कालीमाटी सेरा तिवाखर्क मोटर मार्ग में रागगंगा नदी के ऊपर 48 मी० स्पान स्टील गर्डर सेतु का निर्माण कार्य हेतु 512.46 लाख, जनपद नैनीताल के विधानसभा क्षेत्र कालाढूंगी के निगम नाला वाला मार्ग का पी०सी० द्वारा पुनर्निर्माण कार्य एवं सोबन राम के घर से सुरेश भट्ट के घर तक मार्ग का नवनिर्माण कार्य हेतु 183.47 लाख, विधान सभा क्षेत्र गंगोलीहाट में चौडमन्या-कमतोली मोटर मार्ग का नव निर्माण कार्य हेतु रू0 528.91 लाख की धनराशि का अनुमोदन प्रदान किया है।


मुख्यमंत्री ने सैनिक स्कूल, घोडाखाल नैनीताल को सुचारू रूप से संचालन एवं विद्यालय की वित्तीय स्थिति को सुधारने हेतु वार्षिक स्वीकृत बजट को रू0 5 करोड़ से बढ़ाकर 8 करोड किये जाने के लिए अनुमोदन प्रदान किया है।


मुख्यमंत्री ने राज्य में अग्निशमन सेवाओं का विस्तार एवं आधुनिकीकरण हेतु 23.667 करोड़ व्यय हेतु अनुमोदन प्रदान किया गया।


मुख्य सचिव आनंद बर्धन की अध्यक्षता में उत्तराखंड नागरिक उड्डयन (सिविल  एविएशन) की समीक्षा बैठक की गई।

aviation review meeting by CS Uttarakhand


बैठक में मुख्य सचिव ने प्रदेश में वर्तमान समय में हवाई सेवाओं के संचालन की वर्तमान स्थिति तथा हवाई कनेक्टिविटी के विस्तार से संबंधित एयरपोर्ट और हवाई पट्टी  निर्माण व इसके विस्तार की प्रगति की जानकारी ली।


जिलाधिकारी देहरादून और उधम सिंह नगर द्वारा देहरादून और पंतनगर एयरपोर्ट के  विस्तारीकरण के कार्यों की प्रगति की जानकारी दी। मुख्य सचिव ने दोनों जिलाधिकारियों को एयरपोर्ट के विस्तारीकरण से संबंधित कार्यों को शीघ्रता से पूरा करने के निर्देश दिए।

 उन्होंने जिलाधिकारी उधम सिंह नगर को एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के लिए अधिग्रहित की जा चुकी भूमि को शीघ्रता से क्लियर करते हुए अग्रिम कार्रवाई करने के निर्देश दिए। 


मुख्य सचिव ने जिलाधिकारी पिथौरागढ़ को एयरपोर्ट का *नियमित ऑपरेशनल स्ट्रक्चर प्लान* तैयार करने के निर्देश दिए। कहा कि एयरपोर्ट के समुचित संचालन के लिए  एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) से डेपुटेशन के माध्यम से जबकि  अन्य एजेंसियों से आउटसोर्स  के माध्यम से कार्मिकों की तैनाती की जाए। 


मुख्य सचिव ने पिथौरागढ़ एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के संबंध में निर्देश दिए कि टनल की लोड बियरिंग कैपेसिटी की आईआईटी रुड़की अथवा इसी तरह के उच्च तकनीकी संस्थान से जांच कराएं।


मुख्य सचिव ने महानिदेशक युकाडा को राज्य में एयर कनेक्टिविटी के विस्तार से संबंधित किए जा रहे विभिन्न कार्यों की वर्तमान स्टेटस तथा भविष्य की योजनाओं का विस्तार पूर्वक विवरण अगली बैठक में प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।


इस दौरान सचिव एविएशन सचिन कुर्वे, महानिदेशक यूकाड़ा श्रीमती सोनिका व जिलाधिकारी देहरादून सविन बंसल सभागार में उपस्थित थे तथा जिलाधिकारी उधम सिंह नगर और पिथौरागढ़ वर्चुअल माध्यम से बैठक से जुड़े हुए थे।

 पत्रकारों के लिए मुख्यमंत्री धामी की पहल — देहरादून में विशेष स्वास्थ्य कैम्प का आयोजन

health camp for journalists by CM


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के क्रम में मंगलवार को स्वास्थ्य और सूचना विभाग की ओर से देहरादून में पत्रकारों और उनके परिजनों के लिए नि:शुल्क स्वास्थ्य कैम्प आयोजित किया गया, जिसमें 350 से अधिक पत्रकारों और उनके परिजनों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। 

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पत्रकारों के स्वास्थ्य को लेकर संवेदनशीलता दिखाते हुए गत दिनों अधिकारियों को पत्रकारों के लिए विशेष मेडिकल कैम्प आयोजित करने के निर्देश दिए थे। इसी क्रम में मंगलवार को रिंग रोड स्थित सूचना निदेशालय परिसर में विशेष स्वास्थ्य कैम्प का आयोजन किया गया। जिसमें राजकीय दून मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ चिकित्सकों ने पत्रकारों की स्वास्थ्य जांच करते हुए, परामर्श दिया। साथ ही पैथॉलॉजी सहित अन्य जांचें और आभा आईडी बनाने का काम भी मौके पर किया गया। इस विशेष स्वास्थ्य कैम्प का शुभारंभ स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार और महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी ने किया। इस मौके पर सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने कहा कि पत्रकार और मीडिया कर्मियों की व्यस्तता को देखते हुए, यह कैम्प आयोजित किया गया, जिसमें एक ही छत के नीचे विशेषज्ञ डॉक्टरों ने जांच के बाद परामर्श प्रदान किया। महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी ने कहा कि भविष्य में भी पत्रकारों के कल्याण के लिए इस तरह के कैम्प आयोजित किए जाएंगे, उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पत्रकार हितों के लिए हमेशा प्रयासरत रहते हैं, यह कैम्प इसी क्रम में आयोजित किया गया। 

निदेशक चिकित्सा शिक्षा डॉ. आशुतोष सयाना ने बताया कि कैम्प में राजकीय दून मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. विवेकानंद सत्यावली, डॉ अंकुर पांडे, डॉ एनएस बिष्ट, बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. अशोक कुमार, ईएनटी डॉ पीयूष त्रिपाठी, नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. शांति पांडे, हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. अमर उपाध्याय, स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. चित्रा जोशी, अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ. अनिल जोशी, दंत रोग के डॉ. देवाशीष सवाई, डॉ. योगेश्वरी, सर्जन डॉ. अभय, डॉ दिनेश चौहान, यूरोलॉजिस्ट डॉ. मनोज विश्वास, त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ भव्या, मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ जगदीश सिंह बिष्ट, न्यूरो सर्जन डॉ डीपी तिवारी, पैथोलॉजिस्ट डॉ उमाशंकर कंडवाल , सीएमएस डॉ रविन्द्र बिष्ट, प्राचार्य डॉ गीता जैन, सीनियर रेडियोलॉजी टेक्नीशियन महेंद्र भंडारी 

सहित पैरामेडिकल स्टाफ भी शामिल हुआ। डॉ आशुतोष सयाना ने बताया कि कैम्प में 350 से अधिक पत्रकारों और उनके परिजनों की जांच की गई। शिविर में आभा आईडी के साथ ही वय वंदन कार्ड भी बनाए गए। उन्होंने बताया कि कई ऐसे मामले भी सामने आए, जिसमें पत्रकारों को जांच के बाद ही पहली बार शुगर, बीपी, दृष्टि दोष जैसे समस्याओं का पता चला, इसके लिए उन्हें परामर्श,दवाई भी दिए गए। 


*मीडिया कर्मी दिन रात भागदौड़ में लगे रहते हैं, इस कारण कई बार स्वास्थ्य की देखभाल के लिए समय नहीं निकाल पाते हैं।इसलिए यह विशेष स्वास्थ्य कैम्प लगाया गया।आगे भी समय-समय पर ऐसे स्वास्थ्य कैम्प आयोजित किए जाएँगे, ताकि पत्रकारों को निरंतर स्वास्थ्य लाभ मिल सके।*पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री,उत्तराखंड*


हरिद्वार :



मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ.बीवीआरसी पुरूषोत्तम ने मंगलवार को जनपद हरिद्वार स्थित वेयर हाउस पहुंचकर त्रैमासिक निरीक्षण किया। 


उन्होंने वेयर हाउस में सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में डबल लोक में रखी बीयू, सीयू, वीवीपैट का राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ गहनता से निरीक्षण किया और वेयर हाउस की सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने ईवीएम की सुरक्षा व्यवस्था पर संतोष व्यक्त करते  हुए निर्देश दिये कि अग्निशमन यंत्रों को एक्सपायर होने से पहले ही बदल दिया जाए। उन्होंने बरसात के दृष्टिगत ईवीएम को सीलन से बचाव तथा विभिन्न विषयों पर विस्तार से जानकारी लेते हुए महत्वपूर्ण दिशा- निर्देश दिये। ईवीएम की सुरक्षा व्यवस्था पर सभी दलों के प्रतिनिधियों द्वारा संतोष व्यक्त किया गया। उन्होंने निरीक्षण के दौरान सीसीटीवी कंट्रोल रूम, ईवीएम एवं वीवीपीएटी रूम, आगंतुक पंजिका, पुलिस निरीक्षण पंजिका, पॉवर सप्लाई, फायर फाइटिंग उपकरण, पुलिस कर्मियों की तैनाती, वेयर हाउस परिसर के चारों ओर सुरक्षात्मक व्यवस्थाओं आदि का विस्तार से जायजा लिया।

    निरीक्षण के दौरान सहायक मुख्य निर्वाचन अधिकारी मस्तु दास, अपर जिलाधिकारी दीपेंद्र सिंह नेगी, तसीलदार सचिन कुमार, चंद्रपाल जिला उपाध्यक्ष कांग्रेस, बिन्दर पाल मंडल अध्यक्ष बीजेपी, अनिल चौधरी जिलाध्यक्ष बसपा, अक्षय कुमार गौतम बसपा, एनएस सैनी बसपा आदि उपस्थित थे।

 *बीकेटीसी उपाध्यक्ष विजय कपरवाण ने मंदिर कर्मी दिवंगत विक्रम रावत  के  परिजनों को सांत्वना दी ।* 


• *रांसी स्थित पैतृक घाट में दिवंगत विक्रम रावत को दी गयी  नम आंखों से अंतिम विदाई* 


रूद्रप्रयाग: 16 जून


 श्री बदरीनाथ - केदारनाथ मंदिर समिति ( बीकेटीसी)उपाध्यक्ष विजय कपरवाण  बीते रविवार को हुई केदारनाथ हैलीकॉप्टर दुर्घटना में दिवंगत मंदिर समिति कर्मचारी विक्रम रावत की अंत्येष्टि में शामिल हुए।



  आज सोमवार को पैतृक घाट रांसी में दिवंगत मंदिर कर्मी की अंत्येष्टि हुई इस अवसर पर नम आंखों से दिवंगत विक्रम रावत को अंतिम विदाई दी गयी इस अवसर  मंदिर समिति अधिकारी कर्मचारी तथा नाते रिश्तेदार तथा क्षेत्रीय लोग गमगीन माहौल में अंत्येष्टि में पहुंचे।


इसके पश्चात बीकेटीसी उपाध्यक्ष विजय कपरवाण तथा मंदिर समिति अधिकारी कर्मचारियों ने दिवंगत मंदिर कर्मी के बच्चों,परिजनों माता- पिता को ढाढस बंधाया शोक संवेदना व्यक्त की तथा मंदिर समिति से हर संभव सहायता सहयोग का भी भरोसा दिया।


इस अवसर पर प्रशासनिक अधिकारी रमेश नेगी, प्रबंधक अनिल भट्ट, प्रकाश पुरोहित, नवीन सेमवाल, दीपक पंवार आदि मौजूद रहे।



 उत्तराखंड में चारधाम यात्रा सुचारू रूप से चल रही है। श्रद्धालुओं द्वारा चारों धामों केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के नियमित दर्शन किए जा रहे है। 


बरसात के मौसम के दृष्टिगत यात्रा मार्गों पर संवेदनशील स्थलों पर आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था की गई है,  पैदल यात्रा मार्गों पर भी श्रद्धालुओं की सुविधा की दृष्टि से हर संभव प्रयास किए गए हैं। चारधाम यात्रा मार्गों से जुड़ी सभी व्यवस्थाओं की संबंधित जिलाधिकारियों द्वारा नियमित समीक्षा की जा रही है।

रुद्रप्रयाग:

chardham-feet yatara continuous


 *सोनप्रयाग से केदारनाथ धाम जाने वाली पैदल यात्रा का हो रहा है विधिवत संचालन*


*जंगलचट्टी के पास पैदल मार्ग हुआ सुचारू* 


दिनांक 15 जून को जंगलचट्टी के निकट निरंतर हो रही भारी वर्षा के कारण गधेरे में अचानक मलबा एवं पत्थरों के आने से केदारनाथ धाम को जाने वाला पैदल मार्ग आंशिक रूप से बाधित हो गया था। सुरक्षा की दृष्टि से यात्रा को कुछ समय के लिए अस्थाई रूप से स्थगित किया गया था।

प्रशासन द्वारा त्वरित संज्ञान लेते हुए संबंधित विभागों के माध्यम से देर सांयकाल में कार्यदायी संस्थाओं के स्तर से पैदल यात्रा मार्ग में विभिन्न स्थानों पर आये मलबा पत्थर इत्यादि को हटाने एवं मार्ग को सुचारु करने का कार्य तत्परता से किया गया। आज प्रातःकाल से मौसम के अनुकूल होने पर जनपद में केदारनाथ धाम यात्रा सुचारु करने हेतु मार्ग पूर्ण रूप से साफ कर दिया गया है तथा केदारनाथ धाम की यात्रा पुनः सामान्य रूप से संचालित हो रही है।

चूंकि उत्तराखण्ड मौसम विभाग द्वारा आज सहित आगामी दिवसों के लिए भी बारिश की सम्भावना को देखते हुए येलो अलर्ट जारी किया गया है। अकस्मात होने वाली तेज बारिश के कारण पैदल मार्ग में भूस्खलन होने या ऊपर पहाड़ी से पत्थर या मलबा गिरने की सम्भावना बनी रहती है।

जिला प्रशासन ने सभी श्रद्धालुओं से अपील की है कि श्री केदारनाथ धाम यात्रा पर आ रहे सभी  श्रद्धालु मौसम पूर्वानुमान के अनुसार ही अपनी यात्रा पर आयें तथा यात्रा के दौरान मौसम की परिस्थितियों को देखते हुए यात्रा हेतु अद्यतन जानकारी प्राप्त करते रहें और सावधानीपूर्वक यात्रा करें।

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देहरादून;


 


दिव्यांग अनाथ बालिकाओं के पुनर्वास की जरूरत पड़ी, तो करना पड़ा प्रशासन को दलबल से हस्तक्षेप  


उच्च अधिकारियों को बालिकाओं संग रेफल होम भेज विधिवत् सेटल कराया नये घर में।


जिला प्रशासन की सख्ताई का असर प्रत्यक्ष;पूर्ण, प्रभावी 14 दिव्यांग अनाथ बालिकाओं को बंद होने जा रही सत्य साईं आश्रम से राफैल होम संस्था में विधिवत् कराया दाखिल



Specially abled  बालिकाओं को संस्थाओं द्वारा एडमिशन न देने पर डीएम ने बिठाई थी उच्च स्तरीय जांच


डीएम के तेवर सख्त; पंजीकरण, गांरटी, अन्डरटेकिंग यदि प्रशासन की जिम्मेदारी तो, दिव्यांग असहाय अनाथ बच्चों के शोषण, अधिकारों का हनन अग्राहाय,


मानव मूल्य प्रथम; सेवा के नाम पर लिया पंजीकरण, धन उगाई को कुतंत्र न बनाएं संस्थाएं


जो एक दस्तखत इन संस्थाओं के संचालन पालन हेतु करोड़ों का धन दिलवा सकता है तो वही दस्तखत शर्तों का अनुपालन करवाने में भी सक्षमः


संस्थाओं का पंजीकरण धनराशि सहायता की संस्तुति; आपका दस्तखत महज इतिश्री नहीं, उन पर निर्भर है सैकड़ो दिव्यांग असहाय का जीवन


जो नियम कानून नैतिकता से बाहर उन पर प्रशासन जल्द करेगा प्रहार,


देहरादून 16 जून, 2025(सू.वि.), जिलाधिकारी सविन बंसल  एवं  उनकी  कोर टीम के प्रयासों से 14 Specially abled बालिकाओं  को अब उनका नया आशियाना मिल गया है। अब इन बच्चों को सत्य साईं आश्रम से राफेल होम संस्था में शिफ्ट किया गया। ज्ञातब्य है कि सत्य साईं आश्रम अपने निजी एवं आर्थिक कारणों से बन्द हो रहा है तथा बच्चों को संस्था में रखने को असमर्थ था।

मा0 मुख्यमंत्री की प्रेरणा से डीएम ने एक ही स्ट्रोक में 14 अनाथ बौद्धिक अक्षम दिव्यांग बालिकाओं को दिलवाया नया उच्च स्तरीय आशियाना दिव्यांग अनाथ बालिकाओं के पुनर्वास की जरूरत पड़ी, प्रशासन को दलबल से हस्तक्षेप करना पड़ा। उच्च अधिकारियों को बालिकाओं संग रेफल होम भेज विधिवत् सेटल कराया। जिला प्रशासन की सख्ताई का असर प्रत्यक्ष;पूर्ण, प्रभावी रहा 14 दिव्यांग    बालिकाओं को बंद होने जा रही सत्य साईं आश्रम से राफैल होम संस्था में विधिवत् दाखिल कराया Specially abled बालिकाओं को संस्थाओं द्वारा एडमिशन न देने पर डीएम ने बिठाई थी उच्च स्तरीय जांच। डीएम के तेवर सख्त; कहा पंजीकरण, गांरटी, अन्डरटेकिंग यदि प्रशासन की जिम्मेदारी तो, दिव्यांग असहाय अनाथ बच्चों के शोषण, अधिकारों का हनन अग्राहाय। डीएम ने कहा मानव मूल्य प्रथम; सेवा के नाम पर लिया पंजीकरण, धन उगाई को कुतंत्र न बनाएं संस्थाएं। साथ ही चेतावनी देते हुए कहा कि जो एक दस्तखत इन संस्थाओं के संचालन पालन हेतु करोड़ों का धन दिलवा सकता है तो दस्तखत शर्तों का अनुपालन करवाने में भी सक्षम है। संस्थाओं का पंजीकरण धनराशि सहायता की संस्तुति; आपका दस्तखत महज इतिश्री नहीं, उन पर निर्भर है सैकड़ो दिव्यांग असहाय का जीवन। जो नियम कानून नैतिकता से बाहर उन पर प्रशासन प्रहार करने की तैयारी में है।

जिलाधिकारी के संज्ञान में आते जिला प्रशासन ने बालिकाओं को स्थानान्तरित करने की तैयारी तेज कर दी थी, जिसके फलस्वरूप Specially abled बालिकओं को जिला प्रशासन के वाहन से उनके नए आशियाने राफेल होम संस्था तक पहुंचाया गया। संस्था द्वारा बच्चों की पढ़ाई एवं भोजन की व्यवस्था संस्था द्वारा वहन की जाएगी। जिलाधिकारी ने अपनी कोर टीम मुख्य विकास अधिकारी, जिला प्रोबेशन अधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी के प्रयासों की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में जो संस्थाएं कार्य कर रही है उनको जिला प्रशासन द्वारा हर संभव सहायता की जाएगी। उन्होंने संस्थाओं से अनुरोध किया कि संस्थाएं रजिस्ट्रेशन के समय पर जो सुविधा फैसिलिटी स्टॉफ दर्शाते हैं वह हर समय रहना चाहिए, जिला प्रशासन से जो भी सहयोग की अपेक्षा होगी जिला प्रशासन इसके लिए सदैव तत्पर है।

बाल संरक्षण समिति की अध्यक्ष श्रीमती नमिता मंमगाईं ने बताया कि डीएम के प्रयास से जरूरतमंद बच्चों के जीवन को नई दिशा मिल रही है। उन्होंने जिलाधिकारी के असहाय दिव्यांग, बजुर्ग, महिलाओं के उत्थान हेतु किए जा रहे प्रयासों की सरहाना की।

इससे पूर्व समाज कल्याण विभाग में दिव्व्यांग कल्याण को पजीकृत संस्थाओं द्वारा जिले की दिव्यांग बालिकाओं को सेन्टर में दाखिला न दिए जाने का ताजा मामला प्रकाश में आया था। इससे क्षुब्ध होकर डीएम ने सख्त नाराजगी जाहिर करते हुए सभी तथ्यों पर 10 बिंदुओं पर जांच करने हेतु उच्च स्तरीय समिति बिठाई है। समिति निर्धारित समयावधि में अपनी जांच आख्या प्रस्तुत करने के कड़े निर्देश दिए हैं मानकों का उल्लंघन पाए जाने पर संस्थाओं का पंजीकरण निरस्त कर दिया जाएगा। वहीं डीएम ने समाज कल्याण अधिकारी एवं जिला प्रोबेशन अधिकारी को अधिकारियों का पाठ पढाते हुए कहा कि महज हस्ताक्षर, संस्तुति देने तक ही सीमित न रहे अपने अधिकारियों को पहचाने  तथा मानव कल्याण को सख्त एक्शन लेने के निर्देश दिए थे। उन्होंने कडे़ शब्दों में कहा कि दिव्यांग असहायों का शोषण व अधिकारों का हनन बर्दाश्त नही किया जाएगा ऐसा करने वालों के विरूद्ध सख्त एक्शन लिया जाएगा। ज्ञातब्य है कि यह संस्थाए दिव्यांग असहायों के कल्याण, शिक्षा एवं उपचार के नाम पर राज्य एवं केन्द्र सरकार सहित विदेशी फंडिंग प्राप्त करती है, जो संसाधन, चिक्सिक, टीचर्स, विशेषज्ञ, मानवश्रम, स्टॉफ आदि  पंजीकरण के दौरान अभिलेखों में दर्शाए जाते हैं वह मौके पर नही होते तथा बच्चों की जो संख्या बताई जाती है वह नही होती है। बाल संरक्षण समिति की अध्यक्ष श्रीमती नमिता ममंगाई, पियो लाल राफैल होम, संदस्य  नीता कांडपाल, जिला समाज कल्याण अधिकारी दीपांकर घिल्डियाल, जिला प्रोबेशन अधिकारी मीना बिष्ट सहित साई आश्रम के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

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 देहरादून;






अखिल भारतीय देवभूमि ब्राह्मण जन सेवा समिति के एक अंग देवभूमि ब्राह्मण नारी शक्ति द्वारा आज रक्तदान शिविर का आयोजन समिति संरक्षक श्री आर एन शर्मा जी के कार्यलय 76/1 साकेत कालोनी गली नम्बर 1 कैनल  रोड (राजपुर रोड )  पर देहरादून व समिति के संरक्षक श्री गुरु राम राय दरबार व आदरणीय श्री देवेंद्र दास जी महाराज के आशीर्वाद व श्री महंत इंद्रेश अस्पताल के सहयोग से किया गया। रक्तदान शिविर का आरम्भ समिति संरक्षक श्री आर एन शर्मा जी ने दीप प्रजलवित कर किया।
      सर्वप्रथम अहमदाबाद विमान हादसे मे दिवंगत हुए नागरिको की आत्मिक शांति के लिए प्रभु से प्रार्थना की गई उनको श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
   श्री महंत इंद्रेश अस्पताल के ब्लड बैंक विभाग से डॉ शिवांगी, कविता राणा, दामिनी रावत, नेहा बिष्ट, विकास सिंह, अमित चंद्रा, शैलेन्द्र ने रक्तदाताओं का ब्लड प्रेशर व हीमोग्लोबिन चैक कर स्वास्थ्य लोगो से ही रक्तदान करवाया।
     समिति लगातार वर्षभर सामाजिक धार्मिक व जन जागरूकता के कार्य करती आ रही है।
     अपने सामाजिक दायित्व को पूर्ण करते हुए पूर्व मे भी समिति द्वारा चिकित्सा शिविर, रक्तदान शिविर, चित्रकला प्रतियोगिता, करवाचौथ पर फ्री महेंदी कैम्प, आयुर्वेदिक व नेचरों थरेपी से सम्बंधित कैम्प लगाए जाते रहे है।
         आज के रक्तदान शिविर मे 35 यूनिट रक्तदान हुआ। जिसमे बड़ी संख्या मे नारी शक्ति ने भी रक्तदान किया। और नारी अबला नहीं सबला है को चरितार्थ किया। इसके साथ साथ समिति के केंद्रीय अध्यक्ष अरुण कुमार शर्मा, केंद्रीय सचिव रूचि शर्मा, नारी शक्ति की अध्यक्ष भारती जोशी, सचिव मधु शर्मा  व सदस्यों और अन्य नागरिको द्वारा भी रक्तदान किया गया।
          आज के कार्यक्रम मे समिति संरक्षक आर एन शर्मा, आभा बड़थवाल,सुनील उनियाल गामा केंद्रीय अध्यक्ष अरुण कुमार शर्मा सचिव रूचि शर्मा, उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष अभय उनियाल महासचिव ड़ॉ अजय वशिष्ठ, नारी शक्ति की प्रभारी एड. राजगीता शर्मा, अध्यक्ष भारती जोशी, महासचिव मधु शर्मा व डी के शर्मा, वासु वशिष्ठ,शैलेन्द्र त्रिपाठी, सुनीता शर्मा, विधा भारद्वाज, जय कुमार भारद्वाज, रचना शर्मा, देव शर्मा, भूमि शर्मा,वसुधा वशिष्ठ, आशीष शर्मा,
आदि सम्मलित रहे।

 देहरादून: 

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री आवास, देहरादून से रुद्रप्रयाग में दुर्घटनाग्रस्त हुए हेलीकॉप्टर के संबध में सभी संबंधित विभागों के साथ उच्च स्तरीय बैठक कर रहे हैं।


 इस बैठक में मुख्य सचिव, यूकाडा, आपदा विभाग सहित  नागरिक उड्डयन महानिदेशालय  ( डीजीसीए ) के अधिकारी भी वर्चुअल माध्यम से जुड़े हैं।

रुद्रप्रयाग हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त के जांच के आदेश, लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई


*सोमवार तक चार धाम के लिए हेली सेवा को पूर्ण रूप से बंद रखने के मुख्यमंत्री ने दिए निर्देश*


*हेली उड़ानों के बेहतर समन्वय के लिए "कमांड एवं कोऑर्डिनेशन सेंटर" की होगी स्थापना*


सोमवार तक चार धाम के लिए हेली सेवा पूर्ण रूप से बंद रहेगी। चार धाम में लगे सभी हेली ऑपरेटरों एवं पायलटों के उच्च हिमालय क्षेत्रों में उड़ान अनुभवों की जांच होगी एवं सभी हेली ऑपरेटरों के साथ बैठक के बाद ही पुनः हेली सेवा को सुचारु किया जाएगा। राज्य में अब हेली उड़ानों के बेहतर समन्वय और सुरक्षित संचालन के लिए  देहरादून में एक कॉमन "कमांड एवं कोऑर्डिनेशन सेंटर" की स्थापना की जाएगी, जिसमें डीजीसीए, आपदा विभाग, सिविल एविएशन, यूकाडा, हेली आपरेटर कम्पनी के अधिकारियों की तैनाती होगी। यह निर्देश मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को मुख्यमंत्री आवास में हुई बैठक के दौरान दिए। 


मुख्यमंत्री ने सचिव गृह उत्तराखंड की अध्यक्षता में  एक समिति गठित किए जाने के निर्देश दिए। जिसमें डीजीसीए, यूकाडा, नागरिक उड्डयन विभाग भारत सरकार, ATC के प्रतिनिधि सदस्य के रूप में रहेंगे। यह समिति जन सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए मानक प्रचालन नियमावली का प्रारूप बनाएगी। समिति अपनी रिपोर्ट सितंबर माह से पूर्व प्रस्तुत करेगी। मुख्यमंत्री ने आगामी समय के लिए प्रदेश में हेली सेवाओं के संचालन के लिए सख्त एडमिनिस्ट्रेटिव एंड टेक्निकल एसओपी (administrative and technical Standard Operating Procedure) तैयार किए जाने के निर्देश भी दिए हैं। 


मुख्यमंत्री ने रुद्रप्रयाग में दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर के संबध में उच्च स्तरीय जांच के भी आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा जिस भी स्तर पर लापरवाही बरती गई है, उन्हें चिन्हित कर उनके विरुद्ध दंडात्मक कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा आम जन के जीवन की रक्षा करना राज्य सरकार की प्राथमिकता है। किसी भी कीमत में जिंदगियों के साथ खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा। 


मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हीं पायलटों को अनुमति दी जाएगी जिनका उच्च हिमालय क्षेत्रों में हेली उड़ाने का दीर्घकालीन अनुभव होगा। उन्होंने कहा डीजीसीए द्वारा निर्धारित गाइडलाइन को और सख्त बनाया जाए, जिसका अनुपालन शत प्रतिशत किया जाए। मुख्यमंत्री ने हिमालय क्षेत्रों में अधिक संख्या में मौसम पूर्वानुमान के अत्याधुनिक उपकरण लगाने के भी निर्देश दिए,  जिससे मौसम की और सटीक जानकारी प्राप्त की जा सके। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन रुद्रप्रयाग को दुर्घटना में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों से संपर्क कर उनके पार्थिव शरीर को संबंधित राज्यों में भेजने की समुचित व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए। 


इस अवसर पर वर्चुअल माध्यम से मुख्य सचिव श्री आनंद बर्द्धन, सचिव नागरिक उड्डयन श्री समीर कुमार सिन्हा, डीजीसीए (DGCA) के महानिदेशक फैज अहमद किदवई , सचिव श्री शैलेश बगौली, सचिव श्री सचिन कुर्वे,   सचिव आपदा प्रबंधन श्री विनोद कुमार सुमन,  सीईओ युकाडा श्रीमती सोनिका, महानिदेशक सूचना श्री बंशीधर तिवारी, विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो ( एएआईबी) के अधिकारी एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

 

ऋषिकेश  : 



जहा  चार धाम यात्रा के मद्देनजर तैयार यातायात प्लान पर्यटक से लेकर स्थानीय लोगों  पर भारी पड़ रहा है। रविवार को हरिद्वार से ऋषिकेश जाने वाले ट्रैफिक को नेपाली फार्म से छिद्दरवाला- भानियावाला की ओर डायवर्ट करने से छिद्दरवाला में जाम की स्थिति बनी रही। जिससे स्थानीय लोगों से लेकर पर्यटको को  भारी दिक्कतों का सामना करना पडा। पर्यटकों को 35 किलोमीटर का अतिरिक्त सफर तय करना पड़ा।

 वहीं छिद्दरवाला चौराहे पर भी अधिकतर समय जाम की स्थिति बन रही है । यहां पर यूटर्न लेने की कोशिश कर रहे यात्री वाहनों को पुलिस रोक कर आगे बढ़ा रही थी, जिससे यहां पर ट्रैफिक उलझता रहा। वही  छिददरवाला हाईवे मे  लगे जाम में  पर दो वीआइपी वाहन फंसे जिनको आगे निकालने के लिए पुलिस मुस्तैदी से जुटी रही।वहीं एक वीआईपी वाहन सर्विस लेन पर फंस गया।


रुद्रप्रयाग, उत्तराखंड

दिनांक: 15 जून 2025




आज प्रातः लगभग 05:30 बजे उत्तराखंड के केदारनाथ धाम मार्ग पर स्थित गौरीकुंड क्षेत्र में एक बड़ा और हृदयविदारक हादसा घटित हुआ। आर्यन एविएशन कंपनी का एक हेलीकॉप्टर, जो केदारनाथ से गुप्तकाशी की ओर जा रहा था, खराब मौसम के चलते दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हेलीकॉप्टर में कुल 07 व्यक्ति सवार थे, जिनकी दुर्भाग्यवश मौके पर ही मृत्यु हो गई।

दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर में सवार व्यक्तियों का विवरण:

1. कैप्टेन राजबीर सिंह चौहान – 39 वर्ष पायलट, निवासी जयपुर

2. विक्रम रावत – बीकेटीसी प्रतिनिधि, निवासी रासी, ऊखीमठ

3. विनोद देवी – 66 वर्ष, निवासी उत्तरप्रदेश

4. तुष्टि सिंह – 19 वर्ष, निवासी उत्तरप्रदेश

5. राजकुमार सुरेश जायसवाल – 41 वर्ष, निवासी- महाराष्ट्र

6. श्रद्धा राजकुमार जायसवाल – निवासी महाराष्ट्र

7. काशी – 2 वर्षीय बालिका, निवासी महाराष्ट्र

घटना की सूचना मिलते ही SDRF सेनानायक श्री अर्पण यदुवंशी के निर्देशन में रेस्क्यू टीमें तत्काल रवाना की गईं। घटनास्थल एक अत्यंत दुर्गम व घने जंगल क्षेत्र में स्थित था, जहाँ पहुँचकर SDRF, NDRF, और स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीमों द्वारा तेज़ रफ्तार और समन्वित रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया।


टीमों ने अथक प्रयास करते हुए सभी 07 शवों को मौके से बरामद कर लिया है। रेस्क्यू टीम शवों को नीचे लाने की प्रक्रिया में निरंतर कार्यरत है।

  रुद्रप्रयाग:

heli crash in kedarnath




उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग के गौरीकुंड क्षेत्र में बड़ा हादसा हुआ है। रविवार को सुबह-सुबह केदारनाथ रूट पर हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया। हेलिकॉप्टर में कुल सात लोग सवार थे। पांचों की मौत हो गई है।


 एनडीआरएफ और एसडीआरएफ टीमों को मौके के लिए रवाना किया गया है।


जानकारी के अनुसार, रविवार सुबह आर्यन कंपनी का हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया। गौरीकुंड क्षेत्र में यह हादसा हुआ है। घटना सुबह 5.30 बजे की बताई जा रही है। हेलिकॉप्टर के क्रैश

होने की वजह खराब मौसम बताई जा रही है।

 हेलीकॉप्टर में सवार व्यक्तियों का विवरण 

      1.कैप्टेन राजबीर सिंह चौहान -पायलट (जयपुर)

2.विक्रम रावत बीकेटीसी निवासी रासी ऊखीमठ 

3.विनोद देवी निवासी उत्तरप्रदेश उम्र 66

4.तृष्टि सिंह उत्तरप्रदेश उम्र 19 वर्ष 

5.राजकुमार सुरेश जायसवाल निवासी गुजरात उम्र 41 वर्ष

6.श्रद्धा राजकुमार राजकुमार जायसवाल निवासी महाराष्ट्र 

7.काशी निवासी महाराष्ट्र  बालिका उम्र 02 वर्ष


उत्तराखंड में फिर हेलीकॉप्टर हादसा सामने आया है |गुप्तकाशी से केदारनाथ धाम जा रहा आर्यन एविएशन का हेलीकॉप्टर गौरीकुंड-सोनप्रयाग के जंगलो में क्रैश हो गया । वहीं घटना में पांच लोगों की मौत की खबर सामने आ रही है |सूचना के बाद रेस्क्यू टीम मौके के लिए रवाना हो गई है|

आज सुबह करीब 5:17 बजे आर्यन कंपनी का हेलीकॉप्टर गुप्तकाशी हेलीपैड से श्रद्धालुओं के लेजाकर केदारनाथ धाम जा रहा था |₹बताया जा रहा है कि रास्ते में मौसम खराब होने के कारण हेलीकॉप्टर ने अन्य स्थान पर लैंडिंग करने की कोशिश की |लेकिन खराब मौसम के कारण हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया ।


जनपद रुद्रप्रयाग में हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने का अत्यंत दुःखद समाचार प्राप्त हुआ है। एसडीआरएफ, स्थानीय प्रशासन एवं अन्य रेस्क्यू दल राहत एवं बचाव कार्यों में जुटे हैं। 


बाबा केदार से सभी यात्रियों के सकुशल होने की कामना करता हूँ।

सीएम धामी


*हेलीकॉप्टर संचालन को लेकर सीएम पुष्कर सिंह धामी के सख्त निर्देश – राज्य में बनेगी सख्त एसओपी*


राज्य में हाल में हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने हेलीकॉप्टर संचालन को लेकर कड़े निर्देश जारी किए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में हेली सेवाओं के संचालन के लिए सख्त एसओपी (Standard Operating Procedure) तैयार की जाए, जिसमें हेलीकॉप्टर की तकनीकी स्थिति की पूर्ण जांच और उड़ान से पूर्व मौसम की सटीक जानकारी लेना अनिवार्य किया जाए।


मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को निर्देशित किया है कि तकनीकी विशेषज्ञों की एक समिति का गठन किया जाए, जो हेली संचालन की सभी तकनीकी व सुरक्षा पहलुओं की गहन समीक्षा कर एसओपी तैयार करेगी। यह समिति यह सुनिश्चित करेगी कि हेली सेवाओं का संचालन पूरी तरह से सुरक्षित, पारदर्शी और निर्धारित मानकों के अनुसार हो।


इसके साथ ही, मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिए हैं कि राज्य में पूर्व में हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटनाओं की जांच के लिए गठित उच्च स्तरीय समिति पूर्व में हुई हेली दुर्घटनाओं के साथ ही आज के हेली क्रेश की भी हर पहलू की गहनता से जांच कर अपनी रिपोर्ट देगी। यह समिति प्रत्येक घटना के कारणों की गहराई से जांच करेगी और दोषी व्यक्तियों या संस्थाओं की पहचान कर उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की संस्तुति करेगी।


मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में हेली सेवाओं का महत्व तीर्थाटन, आपदा प्रबंधन और आपातकालीन सेवाओं के लिए अत्यधिक है, इसलिए इनमें सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी।





भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून में 156वें पासिंग आउट परेड की समीक्षा की


देहरादून:

Shri lamka ay chief in POP 156th KMA dehradun

भारतीय सैन्य अकादमी (IMA), देहरादून में दिनांक 14 जून 2025 (शनिवार) को 156वें पासिंग आउट परेड का भव्य आयोजन हुआ। इस गरिमामयी परेड की समीक्षा श्रीलंका के सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल लासांथा रोड्रिगो, आरएसपी, सीटीएफ-एनडीयू, पीएससी, आईजी ने की। उन्होंने IMA से सफलतापूर्वक प्रशिक्षण पूर्ण कर पास आउट हो रहे ऑफिसर कैडेट्स को बधाई दी एवं उत्कृष्ट परेड, अनुशासित परिधान और अद्वितीय समन्वय के लिए प्रशिक्षकों और कैडेट्स की सराहना की। यह दौरा भारत और श्रीलंका की सेनाओं के बीच पारंपरिक, सुदृढ़ और ऐतिहासिक सैन्य संबंधों का परिचायक है तथा आपसी सहयोग को और सशक्त बनाएगा।

इस अवसर पर 156वें नियमित पाठ्यक्रम, 45वें तकनीकी प्रवेश योजना (TES) और 139वें तकनीकी स्नातक पाठ्यक्रम के कुल 451 ऑफिसर कैडेट्स, विशेष कमीशन अधिकारियों (SCO-54) सहित नौ मित्र राष्ट्रों के 32 विदेशी कैडेट्स ने प्रशिक्षण पूर्ण कर अकादमी से गौरवपूर्वक विदाई ली। यह दिन IMA के इतिहास में एक और स्वर्णिम अध्याय के रूप में दर्ज हुआ।

परेड के दौरान ऑफिसर कैडेट्स ने 'सारे जहाँ से अच्छा' और 'कदम-कदम बढ़ाए जा' जैसे प्रेरक सैन्य धुनों पर अनुशासित और जोशीले कदमों से मार्च करते हुए अपनी प्रतिबद्धता, गर्व और आत्मविश्वास का परिचय दिया। इस ऐतिहासिक क्षण को उनके परिजन, गणमान्य अतिथि और देश-विदेश के दर्शक मीडिया के माध्यम से साक्षी बने।

परेड को संबोधित करते हुए समीक्षा अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल लासांथा रोड्रिगो ने भावुक होते हुए कहा कि IMA के पूर्व छात्र होने के नाते इस ऐतिहासिक परेड की समीक्षा करना उनके लिए गर्व और सम्मान की बात है। उन्होंने याद किया कि किस प्रकार एक साधारण बाल कटवाने के साथ उनकी सैन्य यात्रा की शुरुआत इसी अकादमी से हुई थी।

उन्होंने कहा कि वर्दी केवल एक पद का प्रतीक नहीं, बल्कि एक संपूर्ण जीवनशैली है। एक सच्चा अधिकारी अपने चरित्र, आचरण और निर्णयों से अपने अधीनस्थों का विश्वास अर्जित करता है – यह सम्मान केवल रैंक से नहीं मिलता, यह हर दिन के कर्म से कमाया जाता है।

जनरल रोड्रिगो ने IMA के आदर्श वाक्य का उल्लेख करते हुए तीन मूलभूत जिम्मेदारियों पर बल दिया – राष्ट्र के प्रति, अपने सैनिकों के प्रति और वीर जवानों के परिवारों के प्रति। उन्होंने सैनिक के चार आधारभूत मूल्यों – अनुशासन, ईमानदारी, निष्ठा और सम्मान – को सफलता की कुंजी बताया। उनके अनुसार, अनुशासन आत्म-संयम है, ईमानदारी वह है जो तब भी बनी रहती है जब कोई देख न रहा हो, निष्ठा पद की सीमा से परे होती है, और सम्मान वह पवित्र विश्वास है जो वर्दी के साथ जुड़ा होता है।

उन्होंने कैडेट्स को याद दिलाया कि वे अब देशभक्तों की एक गौरवशाली श्रृंखला का हिस्सा बन चुके हैं और उन्हें यह वर्दी गर्व के साथ, उद्देश्य की भावना से धारण करनी चाहिए। उन्होंने पुरस्कार विजेताओं को विशेष रूप से बधाई दी और अन्य कैडेट्स को भी लगातार प्रयासरत रहने के लिए प्रोत्साहित किया। विदेशी कैडेट्स को उन्होंने IMA के मूल्यों का वैश्विक दूत बताया।

अपने संबोधन में श्रीलंका सेना प्रमुख ने कहा कि IMA न केवल सैनिकों को प्रशिक्षण देती है, बल्कि राष्ट्र के भावी रक्षकों का निर्माण करती है। उन्होंने कैडेट्स से विवेकपूर्ण नेतृत्व करने, सत्य और न्याय के लिए संघर्ष करने तथा राष्ट्र की आशाओं को गर्वपूर्वक आगे बढ़ाने का आह्वान किया।

अपने समापन उद्बोधन में उन्होंने कैडेट्स को IMA की महान विरासत में अपना नया अध्याय जोड़ने की प्रेरणा दी और उत्कृष्ट परेड के लिए बधाई दी। उन्होंने यह भी कहा कि कैडेट्स अब जीवनभर चलने वाले सैन्य बंधुत्व का हिस्सा बन गए हैं। उन्होंने फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ के प्रेरणास्पद शब्दों के साथ अपना संबोधन समाप्त किया – “सच्चे बनो, ईमानदार बनो, निर्भीक बनो।”


समीक्षा अधिकारी द्वारा प्रदान किए गए प्रमुख पुरस्कार इस प्रकार हैं:-


स्वॉर्ड ऑफ ऑनर – एकेडमी कैडेट एडजुटेंट अन्नी नेहरा

गोल्ड मेडल (मेरिट सूची में प्रथम स्थान) – एकेडमी अंडर ऑफिसर रोनित रंजन नायक

सिल्वर मेडल (मेरिट सूची में द्वितीय स्थान) – एकेडमी कैडेट एडजुटेंट अन्नी नेहरा

ब्रॉन्ज मेडल (मेरिट सूची में तृतीय स्थान) – बटालियन अंडर ऑफिसर अनुराग वर्मा

तकनीकी स्नातक कोर्स में प्रथम स्थान – सार्जेंट आकाश भदौरिया (सिल्वर मेडल)

TES-45 में प्रथम स्थान – विंग कैडेट क्वार्टर मास्टर कपिल (सिल्वर मेडल)

विदेशी कैडेट में प्रथम स्थान – विदेशी ऑफिसर कैडेट निशान बलामी (नेपाल)

चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ बैनर – केरन कंपनी (स्प्रिंग टर्म 2025 में 12 कंपनियों में सर्वोच्च प्रदर्शन के लिए)


परेड के समापन अवसर पर समीक्षा अधिकारी ने सभी कैडेट्स से राष्ट्र सेवा के लिए पूर्ण समर्पण का आह्वान किया और कहा, “आप अपने कमीशनिंग के उस ऐतिहासिक और गौरवशाली क्षण से केवल एक कदम दूर हैं।”


सीएम धामी ने मानसून के दौरान किसी भी भूस्खलन की आपात स्थिति के दौरान घटना स्थल पर 15 मिनट के भीतर अनिवार्यतः 



जेसीबी पहुंचाने के सख्त निर्देश लोक निर्माण विभाग सहित सम्बन्धित अधिकारियों को दिए हैं। 


उन्होंने तत्परता से राज्य का लैण्डस्लाइड मैप तैयार करने के भी निर्देश दिए हैं। 

 इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने बरसात से पहले राज्य के सभी पुलों का सुरक्षा ऑडिट करते हुए सम्बन्धित सचिव को विशेषरूप से हल्द्वानी से कैंचीधाम, अल्मोड़ा-पिथौरागढ़  रुट के पैच वर्क एवं राज्य के सभी पुलों की समीक्षा हेतु तत्काल  निरीक्षण दौरा करने के निर्देश दिए हैं। 

मानसून सीजन एवं मेडिकल आपातकाल के दृष्टिगत मुख्यमंत्री ने पुरानी एम्बुलेंस वाहनों को तत्परता से बदलने के निर्देश दिए हैं । मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने मेडिकल इमजेंसी जैसी स्थिति की दृष्टि से पिथौरागढ़ एक अतिरिक्त हैलीकॉप्टर की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए हैं। उन्होंने पिथौरागढ़ में हैलीपेड एवं एयपोर्ट निर्माण सम्बन्धित कार्यवाही को तीव्र करने के निर्देश  जिलाधिकारी को दिए हैं। सीएम ने मानसून के दौरान जीर्ण शीर्ण विद्यालयों का चिन्हीकरण करते हुए इनमें विद्यार्थियों का पठन-पाठन बन्द करवाते हुए तत्काल प्रभाव से शेल्टर की व्यवस्था करने के निर्देश शिक्षा विभाग एवं जिलाधिकारियों को दिए हैं। मुख्यमंत्री ने अगले तीन दिनों में स्कूल, अस्पतालों, आश्रमों जैसे स्थलों संवेदनशील  स्थलों का सुरक्षा की दृष्टि से वेरिफिकेशन  करने के निर्देश दिए हैं।  इसके साथ ही उन्होंने जलाश्यों की नियमित मॉनिटरिंग करते हुए नियमित रूप से सिल्ट हटाने की कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने हरिद्वार एवं उधमसिंह नगर जेैसे  मैदानी क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति के स्थायी समाधान एवं जल निकासी  को लेकर विशेषज्ञ एंजेसी की सहायता से सर्वे करते हुए प्रभावी कार्य करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने लोक निर्माण विभाग को बन्द सड़को की रियल टाइम जानकारी की नियमित रूप से एप एवं वेबसाइट पर अपडेट करने के निर्देश दिए हैं। 




मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी शनिवार को उत्तराखण्ड राज्य आपातकालीन परिचालन केन्द्र में सभी जिलाधिकारियों के साथ मानसून सीजन एवं आपदा प्रबन्धन की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। 


राज्य में आपदा के रिस्पॉन्स एवं पूर्व तैयारियों के मामलों में अधिकारियों की व्यक्तिगत जिम्मेदारी तय करते हुए मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने निर्देश दिए कि जनजागरूकता हेतु आपदा से सम्बन्धित टॉल फ्री नम्बर, सचेत एप आदि का समुचित प्रचार प्रसार किया जाए। उन्होंने सभी विभागों को आपदा के मामलों को शीर्ष प्राथमिकता पर लेते हुए टीम भावना एवं प्रभावी समन्वय से कार्य करने की नसीहत दी। इसके साथ ही उन्होंने एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ के जवानों की मदद हेतु स्थानीय लोगों को भी आपदा राहत एवं बचाव कार्यों में शामिल करने एवं प्रशिक्षण देने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सभी अस्पताल, स्कलों, आश्रम सहित सभी सवेदनशील जगहों पर बिजली के खुले तारों को सुरक्षित कवर करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने  जिलाधिकारियों को तत्परता से मलबा हटवाने की कार्यवाही भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।    


  मुख्यमंत्री ने आपदा के लिहाज से संवेदनशील सभी स्थानों में पर्याप्त मात्रा में एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टुकड़ियों तैनात करने के निर्देश दिए।  हेलीकॉप्टर सुरक्षा को लेकर  मुख्यमंत्री ने सभी हेलीपेडों में सुरक्षा के समुचित प्रबंध करने तथा हेलीपैडो का सेफ्टी ऑडिट करने को कहा। उन्होंने आपदाओं के दृष्टिगत पिथौरागढ़ जनपद में भी एक हेलीकॉप्टर तैनात रखने के निर्देश दिए। उन्होंने पिथौरागढ़ जनपद में एयरपोर्ट के विस्तार के कार्यों तथा प्रक्रिया को तेज करने तथा मेडिकल कॉलेज के कार्य को भी शीघ्रता से आगे बढ़ाने के निर्देश दिए ताकि आपदा के समय पिथौरागढ़ जनपद के दूरस्थ क्षेत्र के लोगों को समुचित उपचार मिल सके। उन्होंने मानसून के दृष्टिगत गर्भवती महिलाओं का डेटाबेस बनाने और ऐसी महिलाएं जिनकी डिलीवरी अगले चार माह में होनी है उसके लिए अभी से प्रबंध करने के निर्देश दिए। 

माननीय मुख्यमंत्री ने नैनीताल जनपद में गोला एप्रोच रोड के कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने तथा यदि इस काम के लिए अतिरिक्त धन की आवश्यकता है तो शासन से उसकी मांग करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बाढ़ चौकिया की पर्याप्त मात्रा में स्थापित करने के निर्देश दिए।  मुख्यमंत्री ने जीर्ण शीर्ण स्कूल के भवनों की मरम्मत करने तथा 15 दिन के भीतर जिला शिक्षा अधिकारी से ऐसे स्कूलों की रिपोर्ट प्राप्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आपदा के लिहाज से संवेदनशील ऐसे स्कूल भवन जो खतरे की जद में हैं, उनकी मरम्मत जल्द से जल्द की जाए। 

चार धाम यात्रा को लेकर भी मुख्यमंत्री ने संबंधित जिलाधिकारी को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मौसम विज्ञान विभाग द्वारा इस वर्ष अधिक बारिश का पूर्वानुमान व्यक्त किया गया है, इसलिए यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए और अत्यधिक बारिश या भूस्खलन के चलते यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर रोक लिया जाए और स्थिति सामान्य होने के बाद ही आगे रवाना किया जाए।


 मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने विभिन्न बांधो तथा जलाशय का भी निरीक्षण करने तथा इनमें जमा सिल्ट को निकालने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाना अत्यंत आवश्यक है कि जलाशयों की भंडारण क्षमता कम ना हो। जलाशयों की भंडारण क्षमता कम होगी तो जिस उद्देश्य से जलाशय बनाए गए हैं उसकी पूर्ति नहीं हो पाएगी।  मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राकृतिक आपदाओं को तो रोक नहीं जा सकता लेकिन अच्छी तैयारी और उचित प्रबंधन से उनके जोखिम को काम किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि आपदाओं का बेहतर तरीके से सामना करने के लिए यह आवश्यक है कि हम अपने अनुभवों से सीखे। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड जैसे आपदा संवेदनशील राज्य में आपदाओं का प्रभावी तरीके से सामना करने के लिए समुदायों की भागीदारी तथा स्वयंसेवकों की एक संगठित तीन तैयार किया जाना नितांत आवश्यक है और सभी जनपद इस दिशा में जल्द से जल्द कार्य करते हुए कार्य योजना बनाएं।  मुख्यमंत्री ने सभी रेखीय विभागों से आगामी मानसून के दौरान आपसी समन्वयी और सामंजस स्थापित करते हुए कार्य करने को कहा। साथी उन्होंने भूस्खलन संवेदनशील क्षेत्रों की मैपिंग करने तथा उनका डेटाबेस बनाने के निर्देश दिए ताकि प्रभावी तरीके से उनका ट्रीटमेंट किया जा सके।  मुख्यमंत्री ने कैंची बाईपास निर्माण में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जल्द से जल्द सभी जगह से अनापत्ति लेने संबंधी सभी औपचारिकताओं को पूरा करते हुए सड़क निर्माण किया जाए। साथी उन्होंने क्वारब में भूस्खलन का जल्द से जल्द ट्रीटमेंट करने के निर्देश दिए। 

मुख्यमंत्री ने सभी हेल्पलाइन तथा टोल फ्री नंबरों का व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार करने के निर्देश दिए ताकि आकस्मिकता तथा आपदा की स्थिति में लोग तुरंत सहायता प्राप्त कर सकें।

बैठक में  उपाध्यक्ष राज्य सलाहकार समिति आपदा प्रबंधन श्री विनय कुमार रुहेला, मुख्य सचिव श्री आनंद बर्धन, प्रमुख सचिव श्री आर के सुधांशु, सचिव  श्री शैलेश बगौली एवं अन्य अधिकारी व वर्चुअल माध्यम से सभी जिलाधिकारी मौजूद रहे।

 डीएम  देहरादून ने सीएम के दिशा निर्देशों पर 

आपदा, आपातकाल जैसे हालातों में नागरिकों को अलर्ट व सुरक्षित करने हेतु; आधुनिक लांग रेंज इमरजेंसी सायरन देहरादून जिले में ले आये है।


शुरूआती चरण में घनी आबादी वाले 15 स्थानों यथा थानों पुलिस चौकी में स्थापित होंगे ये सायरन।


द्वितीय चरण में जिले के ऋषिकेश, विकासनगर, चकराता में भी लगेंगे आधुनिक लांग रेंज सायरन 


डीएम की तैयारी एडवांस स्टेज परः सायरन के पश्चात अब आधुनिक रेपिड कम्यूनिकेशन सिस्टम जल्द


जिले में प्रथमबार डीएम बहुत जल्द मिलिट्री, पैरा मिलिट्री, एयरपोर्ट, बड़े अस्पताल, आईएसबीटी वाईटल इन्सटॉलेशन यूनिट पर लगवाने जा रहे रैपिड कम्प्यूनिकेशन सिस्टम 


तत्समय युद्व जैसी परिस्थितियों के मद्देनजर डीएम ने सिविल और मिलिट्री के आला अधिकारियों संग की थी अहम बैठक।


डीएम के आह्वान पर कई वर्षों बाद जिलें मेें इमरजेंसी कम्यूनिकेशनस; पब्लिक वार्निंग अलर्ट सिस्टम उच्चीकृत 


देहरादून :

long range sieren in Dehradun District


 जिलाधिकारी सविन बंसल द्वारा आपदा एवं आपातकाल स्थिति से जनमानस की सुरक्षा एवं अलर्ट करने के लिए तैयारी एडवांस स्टेज पर हैं अब देहरादून जिला आधुनिक लांग रेंज इमरजेंसी सायरन से  लेस हो रहा है। शुरूआती चरण में जिले में 16 किमी एवं 08 किमी रेंज तक सुनवाई देने वाले एडवांस टैक्नॉलाजी वाले 15 सायरन सभी प्रमुख स्थानों पर लगाए जा रहे हैं जिनका आज आपदा कन्ट्रोेलरूम में परीक्षण किया गया है। जिलें में पहली बार आर्मी, पैरामिलट्री, एयरपोर्ट, बड़े अस्पताल आदि वायटल इन्सटॉलेशन यूनिट पर जिलाधिकारी की पहल पर रेपिड कम्यूनिकेशन सिस्टम भी लगाये जा रहे हैं, इससे बाहरी आक्रमण एवं अन्य अपातकालीन स्थिति में एक ही समय पर सभी संस्थानों से एक साथ कम्प्यूनिकेशन हो सकेगा।  

युद्व एवं हवाई हमले जैसी हालात में आम नागरिकों को खतरे की चेतावनी देने और सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए राजधानी देहरादून के सभी प्रमुख स्थानों पर सायरन लगाने का काम शुरू हो गया है। जिलाधिकारी सविन बंसल की मौजूदगी में शनिवार को जिला आपतकालीन परिचालन केंद्र में नए खरीदे गए आधुनिक सायरन का परीक्षण किया गया है। आधुनिक लांग रेज सायरन शुरूआती चरण में घनी आबादी वाले 15 स्थानों यथा थानों पुलिस चौकी में स्थापित किये जा रहे हैं। कई वर्षों बाद डीएम के आह्वान पर जिले मेें इमरजेंसी कम्यूनिकेशनस; पब्लिक वार्निंग अलर्ट सिस्टम उच्चीकृत किये जा रहे हैं। 

जिलाधिकारी के निर्देशों पर पहले चरण में देहरादून सिटी के घनी आबादी वाले पुलिस थाना-चौकियों में 08 किलोमीटर और 16 किलोमीटर रेंज के 15 सायरन लगाए जा रहे है। इनका ट्रिगर संबंधित थाना-चौकियों सहित जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र में भी रहेगा। शुरूआती चरण में 16 किमी रेंज के 06 तथा 08 किमी रेंज के 09 आधुनिक सायरन स्थापित किये जा रहे हैं, जिससे पूरी देहरादून सिटी में एक साथ सायरन की आवाज सुनाई दे सकेगी। जिलाधिकारी ने कहा कि सायरन लगाने का मकसद आपात स्थिति में आम नागरिकों से तुंरत जुडकर उनको खतरे का चेतावनी संदेश पहुंचाना है। ताकि सायरन की आवाज सुनते ही लोग खुले स्थानों से हटकर सुरक्षित स्थानों पर जा सके। जिलाधिकारी ने कहा कि दूसरे चरण में जनपद के ऋषिकेश, विकासनगर, चकराता एवं अन्य प्रमुख शहरों में भी चेतावनी सायरन स्थापित किए जाएंगे। 

जिलाधिकारी ने कहा कि सिटी में 1970 दशक के पुराने सायरन लगे थे। देहरादून में उस समय की आबादी के हिसाब से सायरन लगाए गए थे। वर्तमान में देहरादून की घनी आबादी में सभी स्थानों तक सायरन की आवाज पहुंचाने के लिए नए आधुनिक सायरनों की खरीद कर इनका परीक्षण कर लिया गया है। जल्द ही चिन्हित पुलिस थाना-चौकियों में इनकों स्थापित किया जाएगा। जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि सायरनों को उचित स्थानों पर स्थापित किया जाए। सायरन लगे स्थानों पर अवरोधक न हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाए। ताकि सायरन की आवाज आम नागरिकों तक आसानी से पहुंच सके। जिलाधिकारी ने कहा कि नए आधुनिक सायरन से सिविल डिफेंस सिस्टम को सुदृढ़ एवं सशक्त बनाने में मदद मिलेगी और आपात स्थिति में सिविल डिफेंस सिस्टम एक मजबूत स्तंभ की तरह नागरिक सुरक्षा मुहैया करने में कामयाब होगी। 

इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी केके मिश्रा, एसडीएम सदर हरिगिरि, पुलिस क्षेत्राधिकारी अनिल जोशी, आपदा प्रबन्धन अधिकारी रिषभ सहित अधिकारी कार्मिक उपस्थित रहे। 



देहरादून:

himadri trekking campaigain  by CM Dhami


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय से भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल (आईटीबीपी) के हिमाद्री ट्रैकिंग अभियान-2025 को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अहमदाबाद विमान दुर्घटना में दिवंगत हुए सभी यात्रियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की। विमान दुर्घटना में दिवंगतों की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया।


मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर आईटीबीपी के वीर जवानों, अधिकारियों का स्वागत करते हुए कहा कि यह अभियान न केवल साहस और संकल्प का प्रतीक है, बल्कि सीमावर्ती क्षेत्रों की सामरिक सुरक्षा और सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि आईटीबीपी का 45 सदस्यीय दल इस अभियान के अंतर्गत उत्तराखंड से हिमाचल प्रदेश होते हुए लद्दाख तक लगभग 1032 किलोमीटर की कठिन यात्रा करेगा। यह अभियान न केवल सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थलों की निगरानी सुनिश्चित करेगा, बल्कि धार्मिक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थलों की पहचान तथा स्थानीय परंपराओं को प्रोत्साहित करने में भी सहायक सिद्ध होगा।


मुख्यमंत्री ने कहा कि यह गर्व का विषय है कि वीरभूमि उत्तराखंड से बड़ी संख्या में सेना और अर्धसैनिक बलों में सेवा करने वाले वीर जवान देश की रक्षा में योगदान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल, वर्ष 1962 से लगातार देश की सीमाओं की रक्षा के साथ-साथ आपदाओं के समय भी राहत व बचाव कार्यों में अपनी अहम भूमिका निभा रहा है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सशस्त्र बलों के सशक्तिकरण के लिए उठाए गए कदमों का उल्लेख करते हुए कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के माध्यम से भारत ने एक बार फिर साबित किया कि देश की सुरक्षा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता अटल है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार सैनिकों और उनके परिजनों के कल्याण के लिए निरंतर कार्य कर रही है। शहीदों के परिजनों को दी जाने वाली अनुग्रह राशि को 10 लाख से बढ़ाकर 50 लाख किया गया है, वीरता पुरस्कार प्राप्त सैनिकों को दी जाने वाली धनराशि में वृद्धि की गई है, और बलिदानियों के आश्रितों को सरकारी नौकरी में समायोजन की अवधि को दो वर्ष से बढ़ाकर पाँच वर्ष कर दिया गया है। वीरता पुरस्कार प्राप्त सैनिकों और पूर्व सैनिकों को सरकारी बसों में निशुल्क यात्रा, संपत्ति की खरीद पर स्टाम्प ड्यूटी में छूट, और बेटियों के विवाह हेतु विशेष अनुदान जैसी योजनाएँ भी चलाई जा रही हैं।


आईजी आईडीबीपी श्री संजय गुंज्याल ने कहा कि हिमाद्री ट्रैकिंग अभियान के तहत आईटीबीपी का दल कुल 1032 किमी की दूरी तय करेगी। इसमें दल 27 घाटियों और 27 दर्रों को पार करेगा। उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के साथ ही वाइब्रेंट विलेज क्षेत्रों में एडवेंचर टूरिज्म को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि इस ट्रेकिंग रूट में कुल 84 वाइब्रेंट विलेज आयेंगे। इस दौरान अभियान दल द्वारा स्थानीय लोगों को 3.5 लाख फलदार पौधे भी वितरित किए जाएंगे।


इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री आनंद बर्द्धन, सचिव गृह श्री शैलेश बगौली, डीजीपी श्री दीपम सेठ, आईजी आईटीबीपी श्री गिरीश चन्द्र उपाध्याय एवं आईटीबीपी के जवान मौजूद थे।

 एसएपीटी इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा० अनिरुद्ध उनियाल ने कैबिनेट से NCAHP पारित होने पर मुख्यमंत्री जी का जताया आभार, कहा स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्रांति लाने वाला निर्णय



उत्तराखंड सरकार के कैबिनेट द्वारा राष्ट्रीय सहबद्ध ( एलाएड) और स्वास्थ्य रेखदेख वृत्ति  आयोग ( NCAHP) पारित  होने के बाद स्टूडेंट असोसिएशन आफ़ फिजिकल थेरेपी (एसएपीटी इंडिया) व एनबीएफ भारत के संस्थापक व राष्ट्रीय अध्यक्ष  एवं पीजीआई चंडीगढ़ के फिजीयोथेर्पीसट डा० अनिरुद्ध उनियाल जी ने कैबिनेट के इस ऐतिहासिक निर्णय पर उत्तराखंड के यशस्वी मा० मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी व पूरी कैबिनेट का ह्रदय  की गहराई से धन्यवाद व आभार व्यक्त किया और कहा कि यह प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था में क्रांति साबित होगा। डा० उनियाल ने  कहा कि यह फैसला पूरे प्रदेश के फिजीयोथेरेपी डाक्टर व समस्त एलाइड हेल्थकेयर प्रोफेशनल के सर्वांगीण विकास में मील का पत्थर है, उन्होंने बताया कि 24 मार्च  2021 को लोकसभा से  NCAHP विधेयक पास हुआ था, यह विधेयक मा० प्रधानमंत्री जी की नेतृत्व वाली सरकार का एक ऐतिहासिक कदम था लेकिन उसके बाद एसएपीटी इंडिया इसके राष्ट्रव्यापी क्रियान्वयन के लिए  निरंतर संकल्पित रही,काउंसिल के गठन में फिजीयोथेरेपी का इतिहास संघर्षपूर्ण है ,इसी कमीशन के लागू करने के लिए टीम एसएपीटी ने मा० प्रधानमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री, व अन्य कई प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा था,जिसके अंतर्गत डा० उनियाल ने अक्टूबर 2023 मे मा० मुख्यमंत्री उत्तराखंड जी के सामने राज्य के स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार के लिए 3 मूलभूत  सूझाव का ज्ञापन सौंपा  था , जिनमे से 2 सूझाव ( सोटो उत्तराखंड, एनसीएएचपी पारित )पास हो चुके है और एक ( प्रदेश का पहला सरकारी फिजीयोथेरेपी कॉलेज) जल्दी क्रियान्वयन होने की अपेक्षा है। डा० उनियाल ने कहा कि यह कमीशन स्वास्थ्य के क्षेत्र को अब केवल डाक्टर केंद्रित न रखकर मरीज केंद्रित करेगा , कमीशन में फिजियोथेरेपी की परिभाषा डब्ल्यूएचओ, आईएलओ एवं आईएससीएफडब्ल्यू  के आधार पर है जिसमें साफ साफ  शब्दो  में "फिजीयोथेरेपी  को एक स्वायत्त  प्रोफेशनल” कहा गया है,साथ ही राज्य स्तर  पर कमीशन, रजिस्ट्रेशन एवं पेनल्टी  का भी प्रावधान  है जो कि अवैध  प्रेक्टिस पर रोक लगाएगा, इस कमीशन के माध्यम से स्वास्थ्य  सेवाए गांव एवं देहात में सुगम रुप से पहुंच पाऐंगी,यह कमीशन  फिजियोथेरेपी  एवं अन्य  एलाएड हेल्थ केयर प्रोफेशनल  के आत्मसम्मान व गौरव  को प्रदान  कर स्वास्थ्य के क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत एवं स्वावलम्बी उत्तराखंड की ओर एक ऐतिहासिक कदम साबित होगा और यह मा० प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के ‘सबका साथ सबका विकास’ के मंत्र का सबसे उचित उदाहरण है ।

 

राज्य भू-कानून के उल्लंघन यानि हमारी अधिकारिक जिम्मेदारी का उल्लंघन 

900 बीघा भूमि  ऑलरेडी कर ली हैं निहित 

कोर्ट कार्य  की गई फास्ट ट्रेकः डीएम 

166, 167 की कार्यवाही सिर्फ नोटिस तक सीमित नहीं, 

प्रशासन है जनसंपत्ति का अभिरक्षकः डीएम


जिले में लगभग 260 प्रकरणों पर कार्यवाही करते हुए 900 बीघा भूमि सरकार में निहित


लगभग 75 प्रकरण गतिमान 200 बीघा भूमि शेष, जिस पर 30 दिन के भीतर निस्तारण का है लक्ष्य


सरकार लैंडस्केम को लेकर संवेदनशील, उच्च प्राथमिकता पर रखकर कार्य करें अधिकारीः


समन तामिली में ना हो समय बर्बाद, समाचार पत्रों में प्रकाशित कराएं विज्ञप्ति


पर्याप्त सुनवाई का अवसर दे दिया है तो अंतिम आदेश रोकने का कोई अवसर नहींः डीएम 


धारा 166,67 के वादों का त्वरित करें निस्तारण लंबित न रखें तिथि लगाकर करें निस्तारित


पटवारी की रिपोर्ट सीधे न भेंजे अपनी संस्तुति लिखे एसडीएम/ तहसीलदारः


सरकारी कार्य में बाधा डालने वाले अधिकारी कार्मिक के विरूद्ध सख्त एक्शन।

देहरादून :

900 bigha land occupied by administration


 जिलाधिकारी सविन बसंल की अध्यक्षता  आज ऋषिपर्णा सभागार कलेक्टेªट में उत्तर प्रदेश जमीदारी विनाश एवं भूमि व्यवस्था अधिनियम की धारा 154, 4(3) क, ख एवं बिना अनुमति के 250 वर्ग मी0 से अधिक भूमि क्रय के उल्लंघन के प्रकरणों में गतिमान धारा 166/167 की कार्यवाही पर अद्यतन प्रगति की समीक्षा बैठक आयोजित की गई।  

जिलाधिकारी ने समस्त उप जिलाधिकारियों एवं तहसीलदारों को निर्देशित किया कि उत्तर प्रदेश जमीदारी विनाश एवं भूमि व्यवस्था अधिनियम की धारा 154, 4(3) क, ख एवं बिना अनुमति के 250 वर्ग मी0 से अधिक भूमि क्रय के उल्लंघन के प्रकरणों में गतिमान धारा 166/167 की कार्यवाही पर लगाकर त्वरित निस्तारण कराएं। उन्होंनें कहा कि सरकार लैंडस्केम मामलों संवेदनशील है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि शमन तामिली प्रक्रिया हो त्वरित करें समाचार पत्रों में विज्ञप्ति प्रकाशित कराते हुए कार्यवाही तामिली कराएं, पर्याप्त अवसर देने तथा सुनवाई करने के उपरान्त निर्णय लें इस कार्यवाही में समय न लगाएं। 

मुख्यमंत्री के निर्देशों पर बाहरी व्यक्ति जिन्होंने नियमों का उल्लंघन करके और तथ्य छुपाकर देहरादून एवं उसके आसपास के इलाकों में भूमि क्रय की है, उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। इन लोगों ने अन्य कार्यों के लिए अनुमति लेकर भूमि का उपयोग होमस्टे या फार्म हाउस आदि बनाकर अपने ऐशोआराम व अन्य कार्यों के लिए किया जा रहा है। जिससे उत्तराखंड के नागरिकों को जहां भूमि नहीं मिल रही है और दूसरी ओर भूमि के दाम आसमान छू रहे है। कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशों पर ऐसे लोगों की भूमि राज्य सरकार में निहित करने की कार्रवाई की जा रही है। देवभूमि की सांस्कृतिक विरासत को बचाने और पर्यावरण संरक्षण एवं राज्य के नागरिकों के हित में मुख्यमंत्री के दिशा निर्देशन में उत्तराखंड में नया भू-कानून लागू किया गया है। सख्त भू-कानून लागू होने से अनियंत्रित भूमि खरीद और बिक्री पर रोक लगी है। मुख्यमंत्री के निर्देशों पर जिला प्रशासन इसमें पूरी सजगता से काम कर रहा है।

ज्ञातब्य है कि धारा 154, 4(3) क, ख एवं बिना अनुमति के 250 वर्ग मी0 से अधिक भूमि क्रय के उल्लंघन के प्रकरणों में गतिमान धारा 166/167 के मामलों लगभग 260 से अधिक मामलों पर कार्यवाही करते हुए 900 बीघा भूमि राज्य सरकार में निहित कर ली है तथा लगभग 75 से 80 प्रकरण लम्बित हैं जिनमें 200 बीघा भूमि शेष है पर 30 दिन में सुनवाई पूर्ण करते हुए निस्तारण का लक्ष्य रखा गया है। जिले में उत्तराखण्ड उत्तरप्रदेश जमीदारी विनाश एवं भूमि व्यवस्था अधिनियम की धारा 154 के कुल प्रकरण अन्तर्गत अन्तर्गत 260 प्रकरणों पर कार्यवाही करते हुए 900 बीघा भूमि राज्य सरकार में निहित की गई।

मा0 मुख्यमंत्री के निर्देशों के क्रम में भू कानून को लेकर जिला प्रशासन सक्रिय। जिलाधिकारी सविन बसंल ने समस्त उप जिलाधिकारियों को अपनी-अपनी तहसील अन्तर्गत धारा 154 (4)(3)(क) और 154 (4)(3)(ख), 166/167 के  उल्लंघन के शेष मामलों पर त्वरित कार्यवाही के निर्देश दिए गए है।  

लगभग 900 बीघा भूमि पर जिला प्रशासन ने लहराया अपना परचम लहरा दिया है। प्रदेश के बाहर के व्यक्तियों द्वारा देहरादून में बिना अनुमति भूमि क्रय या अनुमति लेकर क्रय भूमि का उचित उपयोग न करने पर जिला प्रशासन की बड़ी कार्रवाई। बीघों के बीघों पर अनुमति विपरित कंस्ट्रक्शन या बंजर करने पर प्रशासन फ्रंटफुट परधारा 166,167 अंतर्गत शेष बची 200 बीघा भूमि पर भी कब्जा वापसी शुरू कर दी है। भू नियम की शक्तियों का इस्तेमाल कर भू-कपट दुस्साहस, भ्रष्टता को धराशायी करता जिला प्रशासन। 15 जुलाई तक सभी जमीनों पर होगी प्रशासन परचम की तैयार कर ली है। डीएम ने कहा कि राज्य की भूमि का जन समृद्धि के लिए ही हो उपयोग; इसके लिए  प्रशासन प्रतिबद्ध है। राज्य भू-कानून के उल्लंघन यानि हमारी अधिकारिक जिम्मेदारी का उल्लंघन है। राज्य सम्पति का उपयोग राज्य की समृद्धि के मा0 मुख्यमंत्री के संकल्प को जिला प्रशासन धरातल पर उतार रहा है। 900 बीघा भूमि  ऑलरेडी कर ली हैं निहित कर ली गई है। डीएम ने कोर्ट कार्य  की गई फास्ट ट्रेक करने के निर्देश दिए। जिला प्रशासन है जनसंपत्ति का अभिरक्षक बन कार्यवाही कर रहा है। जिले में लगभग 260 प्रकरणों पर कार्यवाही करते हुए 900 बीघा भूमि सरकार में निहित कर ली गई है। लगभग 75 प्रकरण गतिमान 200 बीघा भूमि शेष, जिस पर 30 दिन के भीतर निस्तारण का है लक्ष्य रखा गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि सरकार लैंडस्केम को लेकर संवेदनशील, उन्होंने उच्च प्राथमिकता पर रखकर कार्य करने के  अधिकारियों को निर्देश दिए है। डीएम ने समन तामिली में ना हो समय बर्बाद, समाचार पत्रों में विज्ञप्ति प्रकाशित कराते हुए तेजी से कार्यवाही के निदेश दिए है। डीएम ने कहा कि पर्याप्त सुनवाई का अवसर दे दिया है तो अंतिम आदेश रोकने का कोई अवसर नहीं हैं कार्यवाही करें।  उन्होंने धारा 166,67 के वादों का त्वरित करें निस्तारण लंबित न रखें तिथि लगाकर करें निस्तारित करने के निर्देश दिए। 


जिलाधिकारी ने समस्त उप जिलाधिकारियों तहसीलदारों को वसूली बढाने तथा अपनी-अपनी तहसील के 10 बड़े बकायेदारों वसूली की कार्यवाही करने के निर्देश दिए। विविध देय वसूली देहरादून अन्तर्गत 30.84 प्रतिशत्, विकासनगर 14.51 प्रतिशत, ऋषिकेश 20.26 प्रतिशत् त्यूनी 7.87 प्रतिशत, कालसी 3.43 प्रतिशत्, चकराता 03 प्रतिशत् डोईवाला 11.93 प्रतिशत् रही, जिस पर वसूली बढाने के निर्देश दिए। साथ राजस्व अमीनों के साथ निरंतर बैठक करते हुए राजस्व वसूली योजना के अन्तर्गत कार्यवाही कर राजस्व वसूली बढाएं। जिलाधिकारी ने तहसील अन्तर्गत पीएम किसान योजना अन्तर्गत अंश निर्धारण के निर्देश दिए।

बैठक में अपर जिलधिकारी प्रशासन जयभारत सिंह, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व के.के मिश्रा, उप जिलाधिकारी सदर हरिगिरि, डोईवाला अपर्णा ढौंडियाल, मुख्यालय अपूर्वा सिंह, उप जिलाधिकारी विकासनगर विनोद कुमार, उप जिलाधिकारी न्याय कुमकुम जोशी, तहसीलदार सदर सुरेन्द्र देव, तहसीलदार चमन सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे तथा उप जिलाधिकारी ऋषिकेश योगेश मेहर, तहसीलदार चकराता/त्यूनी सुशीला कोठियाल वचुअल माध्यम से जुड़े रहे।

 चमोली :


*निर्वाचन आयोग की टीम ने बीएलओ व बीएलओ सुपरवाइजरों को दिया प्रशिक्षण*

election commission teaining to BLO


भारत निर्वाचन आयोग की ओर से शुक्रवार को चमोली तहसील में प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया गया। इस दौरान यहां आयोग के  अवर सचिव श्री दिलीप महतो की अध्यक्षता में प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। जहां आयोग के 8 सदस्यीय दल की ओर से दूरस्थ मतदेय स्थलों का स्थलीय निरीक्षण कर चुनाव संबंधी तैयारियों, आधारभूत सुविधाओं और मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्यों की समीक्षा की गयी।


इस अवसर पर अवर सचिव ने बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) और बीएलओ सुपरवाइजरों को आगामी निर्वाचन कार्यों के संदर्भ में प्रशिक्षण प्रदान किया। प्रशिक्षण सत्र के दौरान मतदाता सूची में नाम जोड़ने, हटाने, संशोधन और ट्रांसफर की प्रक्रिया, दिव्यांग मतदाताओं की सुविधा तथा ई-पंजीकरण जैसे विषयों पर विस्तार से जानकारी दी गई।


अवर सचिव ने उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित किया कि मतदाता सूची की शुद्धता सुनिश्चित की जाए और घर-घर जाकर सत्यापन कार्य में कोई कोताही न बरती जाए। उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव प्रक्रिया को पारदर्शी, निष्पक्ष और सुचारु रूप से संपन्न कराने के लिए क्षेत्रीय कर्मचारियों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।


उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग का उद्देश्य है कि हर पात्र नागरिक का नाम मतदाता सूची में सम्मिलित हो, और कोई पात्र मतदाता वंचित न रह जाए। इस दिशा में बीएलओ की सक्रिय भूमिका आवश्यक है।


 स्थानीय भ्रमण के दौरान निर्वाचन आयोग की टीम ने मतदेय स्थलों पर मूलभूत सुविधाओं की स्थिति का भी जायजा लिया और संबंधित विभागों को आवश्यक सुधार के निर्देश दिए।


इस दौरान अपर जिलाधिकारी विवेक प्रकाश, उपजिलाधिकारी चमोली आर के पांडे,वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी गीताराम उनियाल एवं अन्य सम्बंधित अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहें।

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