Halloween party ideas 2015
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 ब्रज इंटरनेशनल फ़िल्म फेस्टिवल का आयोजन वृंदावन में

 मराठी फिल्म निर्माता व निर्देशक अमोल भगत निर्णायक मंडल में बतौर जज शामिल

सांसद हेमामालिनी रहेंगी, मुख्य अतिथि



          सांस्कृतिक गतिविधियों की दिशा में अग्रसर चर्चित संस्था 'बाँसुरी' द्वारा द्वितीय दो दिवसीय ब्रज इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल का आयोजन दिनांक 19 और 20 अप्रैल को कृष्णा फनलैंड सिनेमा, छटीकरा रोड , वृन्दावन में किया जाएगा। फेस्टिवल की जानकारी देते हुए फेस्टिवल फाउंडर विनय गोस्वामी ने बताया कि फ़िल्म फेस्टिवल में शार्ट फ़िल्म, म्यूजिक वीडिओज़, डॉक्यूमेंट्री और फीचर फिल्मों को शामिल किया जाएगा। 


इस दो दिवसीय फिल्म फेस्टिवल की खास बात ये है कि मराठी फिल्म निर्माता निर्देशक अमोल भगत निर्णायक मंडल में बतौर जज शामिल किया गया है। अमोल भगत अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोहों में एक जाना-पहचाना चेहरा रहे हैं। मराठी फिल्म उद्योग में अमोल भगत के शानदार योगदान ने, विशेष रूप से 'पुणे टू गोवा' जैसी फिल्म में उनके निर्देशन के माध्यम से उन्हें व्यापक पहचान दिलाई है।

 कहानी कहने और सिनेमाई  दृष्टि में उनकी कुशलता ने लगातार दर्शकों और आलोचकों को समान रूप से आकर्षित किया है, जिससे फिल्म निर्माण व निर्देशन के क्षेत्र में विशिष्ट छवि के साथ उनकी स्थिति मजबूत हुई है। पुणे में जन्मे और बारामती के ग्रामीण परिवेश में पले बढ़े फिल्मकार अमोल भगत को अब तक कुल 59 राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सवों के निर्णायक मंडल में बतौर जज शामिल किया जा चुका है। ब्रज इंटरनेशनल फ़िल्म फेस्टिवल में फिल्म लेखिका डॉ अचला नागर, अभिनेता ब्रजेन्द्र काला और फिल्म व टीवी धारावाहिक निर्माता, निर्देशक सिद्धार्थ नागर उपस्थित रहेंगे। 

अभिनेत्री एवं सांसद हेमा मालिनी जी को मुख्य अतिथि के रूप से आमंत्रित किया जा चुका है। इस फिल्म समारोह के पोस्टर लॉन्चिंग के अवसर पर आयोजन की विस्तृत चर्चा करते हुए 'बाँसुरी' संस्था के सचिव विवेक आचार्य ने बताया कि समारोह में चार श्रेणी रखी गई है। इन चार केटेगरी की फिल्मों में से हर कैटेगरी में बेस्ट फ़िल्म, बेस्ट स्टोरी, बेस्ट डायरेक्टर,बेस्ट अभिनेता, बेस्ट अभिनेत्री का चयन करके अवार्ड भी प्रदान किया जाएगा । इस फेस्टिवल में भारतीय फिल्म जगत की किसी एक नामचीन शख्सियत को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से भी सम्मानित किया जाएगा।

 काली दास पाण्डेय

दादा साहेब फाल्के एवं पदम श्री पुरस्कार से सम्मानित भारत के लोकप्रिय अभिनेता मनोज कुमार का आज निधन हो गया है उन्होंने मुंबई के अस्पताल में अंतिम सांस ली.

Indian actor Manoj Kumar Passes away


देश भक्ति से और क्रोध फिल्मों में अभिनय करते हुए मनोज कुमार ने अनेकों मापदंड स्थापित किये।

 87 वर्षीय भारतीय अभिनेता और फिल्म निर्देशक मनोज कुमार ने कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में उन्होंने आखिरी सांस ली। 



उन पर फिल्माए गए देशभक्ति के गीत एएज़ भी राष्ट्रीय पर्वों की शान है।

  

मनोज कुमार का जन्म 24 जुलाई 1937 को भारत की आजादी से पहले हरिकृष्ण गिरि गोस्वामी के रूप में पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिम सीमांत प्रांत के लाहौर के एबटाबाद में हुआ था। विभाजन के बाद वह अपने परिवार के साथ दिल्ली के एक शरणार्थी शिविर में पले-बढ़े।

 मनोज कुमार को भारतीय सिनेमा में  योगदान के लिए 1992 में पद्मश्री और 2015 में दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

 

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी से गुरुवार को मुख्यमंत्री आवास में यंग उत्तराखंड के सदस्यों ने भेंट की।


Song Gulabi shararat team meet to CM


मुख्यमंत्री ने  "गुलाबी शरारा" गीत की सफलता पर पूरी टीम को बधाई दी और उन्हें प्रशस्ति पत्र भी प्रदान किया। 


मुख्यमंत्री ने कहा कि कलाकारों ने प्रतिभा और कड़ी मेहनत से हमारी लोक संस्कृति को बढ़ाने का कार्य किया है। "गुलाबी शरारा" गीत के 300 मिलियन से अधिक व्यूज ने यह सिद्ध कर दिया है कि राज्य के युवा प्रतिभा  सम्पन्न है। अपने गीत और संगीत के माध्यम से उत्तराखंड की सांस्कृतिक धरोहर को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।


इस अवसर पर यंग उत्तराखंड से श्री जितेन्द्र सिंह रावत, गिरीश सिंह जीना, वरुण रावत, राकेश जोशी, नीरू बोरा, अंकित कुमार, अशीम मंगोली, रणजीत सिंह भंडारी और सौरभ सेमवाल मौजूद थे।

 मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी से रविवार को मुख्यमंत्री आवास में बॉलीवुड की अभिनेत्री श्रीमती पद्मिनी कोल्हापुरे ने शिष्टाचार भेंट की। 

Actress padmini kolhapur and CM Dhami


मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड राज्य बड़े फिल्म शूटिंग डेस्टीनेशन के तौर पर उभर रहा है। देशभर से फिल्म निर्माता उत्तराखंड के प्राकृतिक सौंदर्य को देखकर राज्य में फिल्म शूटिंग के लिए आ रहें हैं। यहां फिल्मांकन की संभावनाओं को देखते हुए राज्य सरकार,  इस दिशा में लगातार आगे बढ़ रही है।  मुख्यमंत्री ने कहा उत्तराखण्ड की नई फिल्म नीति, राज्य में फिल्मों को बढ़ावा दे रही है। बॉलीवुड के साथ ही स्थानीय बोली भाषाओं पर आधारित फिल्मों को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। देवभूमि में आने वाला हर कोई यहां का बेहतर अनुभव लेकर जा रहा है। 


मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में उत्तराखण्ड फिल्म नीति-2024 बनाई गई है। हिन्दी एवं संविधान की 8वीं अनुसूची में शामिल भाषाओं की फिल्मों को अनुदान राशि राज्य में व्यय कुल धनराशि का 30 प्रतिशत या अधिकतम 03 करोड़ का अनुदान दिया जा रहा है। विदेशी फिल्मों और 50 करोड़ से अधिक बजट की फिल्मों पर राज्य में व्यय राशि का 30 प्रतिशत या अधिकतम 03 करोड़ तक का अनुदान दिया जा रहा है।

       ऋषिकेश :




 उत्तराखंड में पलायन,रोजगार ,स्वास्थ्य,शिक्षा जैसे मुद्दे तो हैं ही अब इसमें एक और मुद्दा जुड़ गया है जो बीते सालों से तूल पकड़ता जा रहा है । उत्तराखंड के बेरोजगार युवाओं के बीच अब शादी का भी संकट पैदा हो गया है,अच्छी नौकरी और शहरों में मकान की मुख्य मांग के कारण युवा बेरोजगारी की मार तो झेल ही रहे हैं और अब पंद्रह-पचीसी बीतने के बाद भी कुंवारे घूम रहे हैं,युवा गायक अभिनव रावत का ‘चल रे नेपाल’ गीत इसी विषय के चलते सुर्खियां पा रहा है।

बीते महीने एक खबर आई थी कि ‘जब देहरादून में होगा डेरा तभी लगेगा सातवां फेरा ‘ इस लाइन ने ही स्पष्ट कर दिया कि उत्तराखंड में इन दिनों लड़की पक्ष वाले क्या मांग रख रहे हैं,अब एक गीत इस पूरी कहानी को बयां कर रहा है,सुनील भट्ट के लिखे गीत ‘चल रे नेपाल’ को अभिनव रावत ने आवाज दी है और ये जोड़ी पहले भी ‘चा’ जैसा सुपरहिट गीत दे चुकी है।

पहाड़ की जवानी और पहाड़ का पानी कभी पहाड़ के काम नहीं आया ये कहावत तो आपने जरूर सुनी होगी,पहले से ही उत्तराखंड के लोग रोजगार की तलाश में दूसरे राज्यों की तरफ रुख करते आए हैं और बड़ी संख्या में उत्तराखंड के लोग सेना में और होटल इंडस्ट्री में अपनी सेवाएं दे रहे हैं,लेकिन अब इतने से बात नहीं बन रही,कई मामले ऐसे आए हैं जहाँ विवाह योग्य लड़के को सिर्फ सरकारी नौकरी और बड़े शहरों में मकान ना होने के चलते लड़की पक्ष ने मना कर दिया।

पौड़ी गढ़वाल के रहने वाले एक ब्लॉगर ने जब नेपाल से शादी रचाई तो कई लोग अब इस आस में हैं कि उत्तराखंड ना सही पडोसी देश से रिश्ता बना लेंगे,लेकिन अगर नेपाल वाले भी सरकारी नौकरी वाला लड़का और शहरों में मकान की बात करने लगेंगे तो तब उन युवाओं का क्या होगा जो छोटी-मोटी नौकरी कर अपना गुजारा चला रहे हैं।’चल रे नेपाल’ गीत उन सभी युवाओं की आवाज बन गया है जो इस संकट से जूझ रहे हैं,अभिनव रावत खुद एक ब्लॉगर हैं और सोशल मीडिया पर अच्छी फैन फॉलोविंग भी रखते हैं तो उनका ये गीत रिलीज़ से पहले ही सुर्ख़ियों में आ गया,अभिनव अक्सर नेगी दा के गीत गुनगुनाते नजर आते हैं और अब तक पौड़ी कु बैख,चा और अब चल रे नेपाल जैसा वायरल गीत गा चुके हैं।


*मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया खेल महाकुंभ की राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं का शुभारंभ

Khel mahakumbh, khalanga fair and prakash jhaa


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य स्तरीय खेल महाकुंभ के पदक विजेता खिलाड़ियों को भी सीधी भर्ती के पदों पर अन्य खिलाड़ियों की तरह चार प्रतिशत आरक्षण का लाभ दिया जाएगा। साथ ही खेल महाकुंभ में जनपद स्तर पर प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों को भी स्पोर्ट्स किट प्रदान की जाएगी।

रविवार को युवा कल्याण निदेशालय में खेल महाकुंभ - 2024 की राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उक्त घोषणाएं की हैं। उन्होंने इस अवसर पर डेफ ओलंपिक में स्कीइंग प्रतिभाग करने वाली खिलाड़ी अमीषा चौहान को 50 लाख की प्रोत्साहन राशि का चेक प्रदान किया। एथलेटिक्स में  27वीं  नेशनल फेडरेशन में स्वर्ण पदक जीतने वाली सोनिया को 02 लाख और  22वें नेशनल फेडरेशन जूनियर में राहुल सरनालिया को स्वर्ण पदक जीतने पर 01 लाख रुपए का  प्रोत्साहन राशि का चेक प्रदान किया।


उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि खेल महाकुंभ विशिष्ट आयोजन है। इसमें खिलाड़ियों को ग्राम पंचायत से लेकर ब्लॉक, जनपद होते हुए, राज्य स्तर तक प्रतिभा प्रदर्शन का मौका मिलता है।  इससे राज्य में खेल संस्कृति विकसित करने में मदद मिल रही है। साथ ही खेल महाकुंभ युवाओं में खेलों के प्रति रुचि बढ़ाने के साथ ही अनुशासन और टीम वर्क की भावना विकसित करने में भी योगदान दे रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गत वर्ष खेल महाकुंभ में सवा तीन लाख से अधिक खिलाड़ियों ने प्रतिभाग किया था, इस बार का आयोजन इस रिकॉर्ड को तोड़ने का काम करेगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इस बार के खेल महाकुंभ में विभिन्न स्तर के विजेता खिलाड़ियों को डीबीटी के माध्यम से 11 करोड़ रुपए से अधिक की पुरस्कार राशि वितरित की जाएगी। इसलिए खिलाड़ी आगे आकर अपनी प्रतिभा प्रदर्शन करें।


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में प्रदेश सरकार खेल और खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने का काम रही है। इसी क्रम में नई खेल नीति लागू करते हुए, आम खिलाड़ियों के सामने आने वाली चुनौती का हर संभव समाधान किया गया है। राज्य सरकार राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक विजेता खिलाड़ियों को आउट ऑफ टर्न सरकारी नौकरी दे रही है। मुख्यमंत्री खेल विकास निधि की स्थापना करते हुए, पूर्व में दी जाने वाली नकद राशि में वृद्धि की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज समय बदल गया है, अब अभिभावक से लेकर शिक्षक तक खेल और खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने का काम हर रहे हैं। इसी क्रम में प्रदेश सरकार पढ़ाई के साथ खेलों को प्रोत्साहन देने के लिए मुख्यमंत्री उदयीमान खिलाड़ी उन्नयन योजना के तहत आठ वर्ष की आयु से ही चयनित खिलाड़ियों को 1500 रुपए और 14 से 23 वर्ष तक के  खिलाड़ियों को दो हजार रुपए प्रति माह की छात्रवृत्ति के साथ उपकरण खरीदने के लिए प्रतिवर्ष दस हजार रुपए की धनराशि प्रदान कर रही है। साथ ही दिव्यांग खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों को भी समान अधिकार दिए जा रहे हैं। खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ने नौकरियों में फिर से खेल कोटा बहाल कर दिया है।  इस बार के बजट में युवा शक्ति को ध्यान में रखते हुए, युवा कल्याण, खेल कूद, उच्च शिक्षा के लिए 1700 करोड़ रुपए खर्च करने का प्रावधान रखा गया है।



मुख्यमंत्री ने कहा कि खिलाड़ियों के लिए खेल अवस्थापना जुटाने के लिए सरकार नए खेल मैदान, स्टेडियम बनाने के साथ ही जिम और ट्रैक भी बनवा रही है। अब सरकार खेल विश्वविद्यालय बनाने का भी निर्णय ले चुकी है, शीध्र ही इसका शिलान्यास करते हुए कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा। 


मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड को राष्ट्रीय और शीतकालीन खेलों की मेजबानी मिली है, इसके लिए आधारभूत सुविधाएं जुटाने का काम पूरा कर लिया गया है। राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड के खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने के लिए, प्रदेश सरकार पदक विजेता खिलाड़ियों को, उनकी पुरस्कार राशि के बराबर अतिरिक्त धनराशि प्रदान करेगी। इसलिए प्रदेश के खिलाड़ी मेहनत करते हुए राष्ट्रीय खेलों में अपना और अपने प्रदेश का नाम रौशन करने का काम करें।  


खेल मंत्री श्रीमती रेखा आर्य ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने खेल और खिलाडियों के विकास के लिए लगातार प्रयास कर रही है। नौकरियों में खेल आरक्षण से लेकर, खेल विश्वविद्यालय और गर्ल्स स्पोर्ट़्स कॉलेज की स्थापना के निर्णय लिए गए हैं। 


इस अवसर पर रायपुर विधायक श्री उमेश शर्मा काऊ, विशेष प्रमुख सचिव श्री अमित सिन्हा, खेल निदेशक श्री प्रशांत आर्य उपस्थित रहे।



मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी से रविवार को मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार विजेता एवं प्रसिद्ध फिल्म निर्माता-निर्देशक श्री प्रकाश झा ने भेंट की।


उन्होंने उत्तराखण्ड में फिल्मांकन के लिए इच्छा जाहिर की। श्री प्रकाश झा ने कहा कि फिल्म जगत के लोगों का उत्तराखण्ड में फिल्मों की शूटिंग के लिए तेजी से रूझान बढ़ रहा है। 


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने फिल्म निर्माता-निर्देशक श्री प्रकाश झा का स्वागत करते हुए कहा कि उन्हें राज्य में फिल्मांकन के लिए हर संभव सहयोग दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में फिल्मों की शूटिंग के लिए अनेक डेस्टिनेशन हैं। उत्तराखण्ड  में नई फिल्म नीति-2024 बनाई गई है। फिल्मों की शूटिंग के लिए सिंगल विंडो सिस्टम से अनुमति प्रदान की जा रही है। हिन्दी एवं संविधान की 8वीं अनुसूची में शामिल भाषाओं की फिल्मों को अनुदान राशि राज्य में व्यय कुल धनराशि का 30 प्रतिशत या अधिकतम 03 करोड़ का अनुदान दिया जा रहा है। विदेशी फिल्मों और 50 करोड़ से अधिक बजट की फिल्मों पर राज्य में व्यय राशि का 30 प्रतिशत या अधिकतम 03 करोड़ तक का अनुदान दिया जा रहा है। राज्य में फिल्मों को बढ़ावा देकर पर्यटन को बढ़ावा मिल रहा है।  


इस अवसर उत्तराखंड फिल्म विकास परिषद के सीईओ एवं महानिदेशक सूचना श्री बंशीधर तिवारी भी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को सागरताल नालापानी, देहरादून में बलभद्र खलंगा विकास समिति द्वारा आयोजित '50वाँ खलंगा मेला' में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने खलंगा मेला आयोजन समिति को 5 लाख रुपए दिए जाने की घोषणा की। 


' 50वाँ खलंगा मेला स्मारिका' का विमोचन भी मुख्यमंत्री द्वारा किया गया। 


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने संबोधन में कहा कि खलंगा मेला पूर्वजों की वीरता और अदम्य साहस को स्मरण करने का अवसर है। उन्होंने महान सपूत सेनानायक कुंवर बलभद्र थापा और उनके वीर साथियों, वीरांगनाओं को भी नमन किया। उन्होंने कहा खलंगा की वीरभूमि में वर्ष 1814 के एंग्लो-गोरखा युद्ध में सेनानायक कुंवर बलभद्र थापा और उनके वीर सैनिकों ने मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी। इस युद्ध में कुंवर बलभद्र थापा और उनके वीर सैनिकों ने ब्रिटिश सैनिकों की विशाल सेना का सामना करते हुए अपनी वीरता और रणनीतिक कौशल से ब्रिटिश सेना को खदेड़ दिया था। 


मुख्यमंत्री ने कहा कि ये युद्ध हमारे वीर गोरखा योद्धाओं के अदम्य साहस और मातृभूमि के प्रति उनके असीम प्रेम का प्रतीक है, जो हमेशा हमें देशभक्ति की प्रेरणा देता रहेगा। खलंगा की गाथा हमारे वीर पूर्वजों के अप्रतिम साहस का  एवं हमारी गौरवशाली विरासत का प्रतीक है। उन्होंने कहा ये मेला हमारी समृद्ध सांस्कृतिक परंपराओं को सहेजते हुए उसे अगली पीढ़ी तक पहुंचाने का भी एक  माध्यम है। हमारे देश की ऐतिहासिक धरोहरें हमारे गौरवमयी अतीत की पहचान होने के साथ हमारे संस्कृति रूपी वट वृक्ष की मजबूत जड़ें भी हैं।


मुख्यमंत्री ने कहा प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारी संस्कृति को मजबूत करने का कार्य पूरे देश में किया जा रहा है। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में विकास के साथ विरासत को भी आगे बढ़ाया जा रहा है। खलंगा युद्ध स्मारक को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के संरक्षण में रखना, इसका बड़ा उदाहरण है। उन्होंने कहा राज्य सरकार गोरखा समाज के उत्थान के प्रति पूर्णतः प्रतिबद्ध है और उनके विकास व कल्याण के लिए निरंतर प्रयासरत है। निश्चित ही ऐसे आयोजनों से नई पीढ़ी को इन गोरखा समाज की परंपराओं को संजोए रखने तथा अपने पूर्वजों की वीरता और बलिदान को याद रखने में सहायक सिद्ध होंगे।


इस अवसर पर विधायक श्री उमेश शर्मा काऊ, बलभद्र ख़लंगा विकास समिति के अध्यक्ष कर्नल विक्रम सिंह थापा,श्री कुलदीप बुटोला, श्री विश्वास डाबर, श्री विजय बलूनी, श्री पदम सिंह, ब्रिगेडियर राम सिंह थापा एंव लोग मौजूद रहे।


गोवा:

IFF


 भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) के 55वें संस्करण में उत्तराखंड फ़िल्म विकास परिषद द्वारा गोवा स्थित फ़िल्म बाजार में प्रतिभाग किया गया है। 

इसी कड़ी में शुक्रवार को नॉलेज सीरीज में उत्तराखंड राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई नई फिल्म नीति 2024 पर चर्चा की गई। नॉलेज सीरीज का शीर्षक बिल्डिंग फ़िल्म फ्रेंडली उत्तराखण्ड - इनिशिएटिव्स - इनसेंटिव्स - एंड द रोल ऑफ़ स्टेकहोल्डर्स था। चर्चा करते हुए मंच पर उपस्थित फ़िल्म अभिनेता एवं निर्देशक अनंत महादेवन नारायण ने कहा कि उत्तराखण्ड में सरल शूटिंग प्रक्रिया है, जिसकी सराहना की जानी चाहिए। श्री अनंत महादेवन ने उत्तराखंड में अपनी फिल्म की शूटिंग अनुमति से लेकर शूटिंग कम्पलीट होने तक तक के अपने अनुभव को साझा किया और स्थानीय लोगो द्वारा की गई हर प्रकार की सहायता के बारे में भी प्रशंसा की गई। उन्होंने बताया कि अभी एक माह पूर्व ही उन्होंने अपनी फ़िल्म “पास्ट टेन्स” की शूटिंग उत्तराखंड में की है, जिसमे परेश रावल, आदित्य रावल, आदिल हुसैन आदि शामिल रहे है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को शूटिंग लोकेशन के लिए डिजिटल एप्प भी तैयार करना चाहिए, इससे राज्य की शूटिंग लोकेशन का अधिक प्रचार प्रसार होगा। 

अभिनेता अमित सियाल ने उत्तराखण्ड के खुर्पाताल, नैनीताल जनपद में शूट हुई अपनी फ़िल्म “तिकड़म” के दौरान हुए अनुभवों को बताया। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य और यहां के लोगों का आत्मीय स्वभाव हमेशा याद रहेगा। उन्होंने कहा कि जब भी मौक़ा मिलेगा वे दोबारा उत्तराखण्ड में शूट करना चाहेंगे। उन्होंने नई फिल्म नीति की सराहना की। उन्होंने कहा कि फ़िल्म नीति काफी आकर्षक है, अन्य फ़िल्म निर्माता और निर्देशकों को भी उत्तराखंड में शूटिंग के लिए आना चाहिए। 


अभिनेत्री श्रुति पवाँर ने देहरादून में अपने पहले शूटिंग अनुभव के बारे में बताया और कहा कि आज राज्य सरकार फ़िल्म नीति के माध्यम से राज्य में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की फ़िल्मों को हर प्रकार से प्रोत्साहित कर रही है। उन्होंने उत्तराखण्ड को “No less than Switzerland” की संज्ञा देते हुए बताया कि यहाँ शूटिंग लोकशंस के नाम पर एक से बढ़कर एक शूटिंग लोकशंस है और राज्य सरकार भी पूरा सहयोग कर रही है। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी की सराहना की, कि उनके द्वारा फ़िल्म जगत को लेकर सकारात्मक प्रयास करते हुए नई फिल्म नीति लागू की गई है। उन्होंने “उत्तराखण्ड फ़िल्म नीति 2024” को भविष्य की दृष्टि से एक महत्वपूर्ण कदम बताया। 


ऑस्ट्रेलिया से आये फ़िल्म निर्माता अनुपम शर्मा ने कहा कि उनके द्वारा भारतीय मूल के ऑस्ट्रेलिया निवासी प्रसिद्ध कंट्री सिंगर बॉबी कैश पर  बायोपिक फ़िल्म का निर्माण किया जा रहा है। इस फ़िल्म की आधी शूटिंग आस्ट्रेलिया और आधी शूटिंग उत्तराखंड में होगी। इससे उत्तराखंड को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलेगी। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की प्रशंसा की। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी के फ़िल्म जगत के लिए किए जा रहे प्रयासों की भी प्रशंसा की।


 उत्तराखण्ड फ़िल्म विकास परिषद के संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं नोडल अधिकारी डॉ. नितिन उपाध्याय द्वारा उत्तराखण्ड फ़िल्म नीति 2024 के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के मार्गदर्शन एवं विजन के अनुरूप नई फिल्म नीति 2024 लागू की गई है। उन्होंने कहा कि नई फिल्म नीति में 3T (टैलेंट-टेक्नोलॉजी और ट्रेनिंग) के सिद्धांत पर फोकस किया गया है। 

डॉ उपाध्याय ने बताया की उत्तराखंड में पहले से ही लोकेशन और रिसोर्स डायरेक्टरी बनाने का काम चल रहा है । भारत सरकार की संस्था इंडियन सिने हब के अंतर्गत एक राष्ट्रीय वेबसाइट बन रही है जिसमे उत्तराखंड के लोकेशन और रिसोर्स अपडेट किए जा रहे हैं । स्थानीय स्तर पर फ़िल्म उद्योग को विकसित किया जा रहा है। स्थानीय स्तर पर फ़िल्मों से जुड़े रोज़गार सृजन को ध्यान में रख कर कार्य किया जा रहा है। नॉलेज सीरीज का संचालन वरिष्ठ आईआरएस अधिकारी प्रमुख आयकर आयुक्त भोपाल श्रीमती माया माहेश्वरी द्वारा किया गया। 


इस अवसर पर परिषद के संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. नितिन उपाध्याय द्वारा सभी मंचासीन अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किया गया।


कार्यक्रम में फ़िल्म निर्माता एवं निर्देशक शालिनी शाह, अभिनेता एवं वरिष्ठ पत्रकार सतीश शर्मा, ओम प्रकाश भट्ट, एन.एफ.डी.सी. के वरिष्ठ अधिकारीगण एवं फ़िल्म बाजार में प्रतिभाग करने वाले अन्य राज्यो के प्रतिनिघि आदि उपस्थित थे।

 महान अभिनेता श्री मिथुन चक्रवर्ती को वर्ष 2022 के दादा साहब फाल्के लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। 


Mithun chakravorty awarded as dada saheb falke award


केन्द्रीय सूचना और प्रसारण, रेलवे तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने भारतीय सिनेमा के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान के सम्मान में आज इस पुरस्कार की घोषणा की। केन्द्रीय मंत्री ने फिल्म उद्योग के सबसे लोकप्रिय एवं प्रतिष्ठित हस्तियों में से एक इस अभिनेता को सम्मानित करते हुए बेहद खुशी और गर्व व्यक्त किया, जो अपने बहुमुखी अभिनय और करिश्माई स्क्रीन उपस्थिति के लिए जाने जाते हैं।

धर्मार्थ कार्यों में सक्रिय रूप से सम्मिलित रहे हैंजो समाज को वापस देने की उनकी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है। उन्होंने सार्वजनिक सेवा और शासन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता का प्रदर्शन करते हुए संसद सदस्य के रूप में भी कार्य किया है।

श्री मिथुन चक्रवर्ती को लगभग पांच दशकों के उनके करियर मेंभारतीय सिनेमा में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए कई पुरस्कार और प्रशंसाएं मिलीं। भारतीय सिनेमा में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए हाल ही में उन्हें प्रतिष्ठित पद्म भूषण पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था। एक फिल्मोग्राफी के साथ जिसमें "डिस्को डांसरऔर "घर एक मंदिरजैसी क्लासिक फिल्में शामिल हैंउन्होंने  केवल करोड़ों लोगों का मनोरंजन किया है बल्कि बॉलीवुड और क्षेत्रीय सिनेमा के परिदृश्य को भी आकार दिया है। उनका प्रभाव सिल्वर स्क्रीन से भी आगे तक फैला हुआ हैक्योंकि वह फिल्म और परोपकार में अपने काम के माध्यम से पीढ़ियों को प्रेरित करते रहते हैं।

श्री मिथुन चक्रवर्ती को यह पुरस्कार मंगलवार, 8 अक्टूबर 2024 को आयोजित होने वाले 70वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह के दौरान प्रदान किया जाएगा। निम्नलिखित सदस्य दादा साहब फाल्के पुरस्कार चयन समिति का हिस्सा थे:

  1. सुश्री आशा पारेख
  2. सुश्री खुशबू सुंदर
  3. श्री विपुल अमृतलाल शाह

प्रतिष्ठित दादा साहब फाल्के लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार  केवल श्री मिथुन चक्रवर्ती की कलात्मक कौशल को मान्यता देता हैबल्कि एक सहृदयी और समर्पित व्यक्ति के रूप में उनकी स्थायी विरासत को भी मान्यता प्रदान करता हैजिसने कई लोगों के जीवन में बदलाव लाया है।

साभार पीआईबी


  हिन्दी फ़िल्मों के सुप्रसिद्ध फ़िल्म निर्माता-निर्देशक विपुल अमृतलाल शाह और उनकी पत्नी  सिनेतारिका शेफाली शाह ने मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी से की उनके आवास पर भेंट

Hisaab, upcoming bollywood film


देहरादून में अपनी आगामी बॉलीवुड फ़िल्म “हिसाब” (मुख्य कलाकार - शेफाली शाह और जयदीप अहलावत) की शूटिंग कर रहे निर्माता-निर्देशक  विपुल अमृतलाल शाह ने आज अपनी धर्म पत्नी और अभिनेत्री शेफाली शाह के साथ मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी से उनके आवास पर भेंट की। 


विपुल अमृतलाल शाह फिल्म निर्माता और एक प्रसिद्ध निर्देशक भी हैं। जिनकी मुख्य फ़िल्मों में आँखे, सिंह इज द किंग, नमस्ते लन्दन, नमस्ते इंग्लैंड, द केरल स्टोरी, बस्तर आदि सम्मिलित है। शेफाली शाह वर्तमान में वेब सीरीज दिल्ली क्राइम में अपने लीड रोल के कारण सुर्ख़ियों में रही हैं। वे कई हिन्दी फ़िल्मों में महत्वपूर्ण भूमिकाएँ अदा कर चुकी हैं।


विपुल शाह ने उत्तराखंड सरकार द्वारा लायी नई फिल्म नीति 2024 को अत्यंत फ़िल्म फ्रेंडली बताया है और इस फ़िल्म नीति के लिए मुख्यमंत्री श्री पुष्क़र सिंह धामी जी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि नयी उत्तराखण्ड फ़िल्म नीति के कारण अब उत्तराखण्ड में फ़िल्मों को शूटिंग को और भी बढ़ावा मिलने वाला है। 


मुलाक़ात में उत्तराखण्ड फ़िल्म विकास परिषद(UFDC) द्वारा सिंगल विंडो सिस्टम के तहत सरल शूटिंग अनुमति की प्रक्रिया को सराहते हुए, शूटिंग के लिए अपने उत्तराखण्ड प्रवास के दौरान श्री शाह ने प्रदेश को संपूर्ण रूप से फ़िल्मकारों के लिए एक फ़िल्म फ्रेंडली डेस्टिनशन बताया। उन्होंने यहाँ फ़िल्म शूटिंग करना बाक़ी प्रदेशों की तुलना में बहुत ही सरल बताया, और स्थानीय लोगो द्वारा की गई सहायता को भी जम कर सराहा। उनके अनुसार इस नई फिल्म नीति से फ़िल्म निर्माताओं  में उत्साह का माहौल है। 


श्री शाह ने बताया कि उनकी नयी  फिल्म में मुख्य कलाकारों के रूप में शैफ़ाली शाह और अभिनेता  जयदीप अहलावत है। यह फ़िल्म एक कॉमेडी सस्पेंस फ़िल्म है। इस फ़िल्म की तीन दिन की शूटिंग में 60% से अधिक सपोर्ट क्रू स्थानीय स्तर से लिये गये।


मुख्यमंत्री श्री धामी ने विपुल शाह और शैफ़ाली शाह  को इस फिल्म की सफलता के लिए शुभकामनाएं दी और कहा कि सरकार फ़िल्म निर्माण से जुड़े प्रत्येक क्षेत्र के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। फ़िल्म निर्माण से राज्य में प्रत्यक्ष रोज़गार की नयी गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा साथ ही राज्य के पर्यटन को नयी मज़बूती मिलेगी। उन्होंने यह भी बताया कि नए शूटिंग डेस्टिनशनों को भी पर्यटन विभाग के सहयोग से  चिन्हित कर उनको भी शूटिंग के लिए प्रचारित करने की  प्रक्रिया शुरू हो गई है , जिससे फिल्मों के माध्यम से उत्तराखंड के अपेक्षाकृत कम प्रसिद्ध पर्यटक स्थलों का भी प्रचार हो सके। 


मुलाक़ात के दौरान उपस्थित महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा पारित नई फ़िल्म नीति में फ़िल्मों के लिए  पहले अधिक अनुदान की राशि को सम्मिलित किया गया है, ओटीटी प्लेटफ़ार्म पर रिलीज़ फ़िल्मों और  वेब सीरीज को भी अनुदान हेतु सम्मिलित किया गया है।

मुख्यमंत्री आवास पर हुई इस भेंट में फ़िल्म विकास परिषद के CEO और महानिदेशक सूचना बंशीधर  तिवारी, फ़िल्म विकास परिषद के जॉइंट CEO और संयुक्त निदेशक सूचना डॉ नितिन उपाध्याय भी उपस्थित रहे। 



उल्लेखनीय है कि प्रदेश में पिछले कुछ समय से फ़िल्म और वेब सीरीज  शूटिंग में तेज़ी आयी है । अभी हाल ही में अनुपम खेर के बैनर “अनुपम खेर स्टूडियो” की फ़िल्म “तन्वी द ग्रेट” का शूट भी लैंसडौन में कैम्पलीट हुआ है। जिसकी शूटिंग यहाँ 36 दिनों तक कि गई है। राज शांडिल्य निर्देशित फ़िल्म “Viky Vidya Ka Wo Wala Video” की शूटिंग भी मार्च के महीने में कम्पलीट हुई है जिसमें मुख्य भूमिकाओं में राजकुमार राव और तृप्ति डिमरी हैं, यह एक कॉमेडी फ़िल्म है। इसके पहले काजोल और कृति सेनन अभिनीत “दो पत्ती” का भी शूटिंग दिसम्बर माह में समाप्त हुआ था। जिसका टीज़र भी नेटफ़्लिक्स पर आ चुका है। 


उत्तराखण्ड में शूट हुई “11 11” (ग्यारह-ग्यारह) वेब सीरिज़ zee5 पर देखी जा सकती जिसमें उत्तराखण्ड के ही राघव जुयाल मुख्य किरदारों में शामिल है। zee5 पर ही “रौतू का राज” फ़िल्म को भी देखा जा सकता है जिसमें मुख्य अभिनय नवाजुद्दीन सिद्धिकी ने किया है। वेब सीरिज़ “लाइफ हिल गई” को डिज़्नी हॉटस्टार पर देखा जा सकता है, जिसमें उत्तराखंड के बहुत से कलाकारों हो शामिल किया गया है। अमित सियाल द्वारा अभिनीत एक फ़िल्म जिसका नाम “तिकड़म” जियो सिनेमा प्रीमियम पर इसी माह 23 अगस्त को रिलीज़ हुई है। 


*प्रदेश में गढ़वाली, कुमाऊनी और जौनसारी स्थानीय भाषाओं की फ़िल्मों की शूटिंग की संख्या में भी लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है।*


जनवरी 2024 से अभी तक उत्तराखण्ड फ़िल्म विकास परिषद के ऑनलाइन अनुमति पोर्टल “Single Window System” के द्वारा मात्र 4 महीनों में 150 से भी अधिक शूटिंग अनुमतियों प्रदान की गई है, जो कि काफ़ी उत्साहजनक हैं। फ़िल्म अनुमतियों को लेकर सभी ज़िलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को पत्र भी लिखा जा रहा है। संरक्षित वन क्षेत्र को छोड़कर उत्तराखण्ड सरकार के अधीन आने वाले विभाग फ़िल्म शूटिंग के लिए कोई शुल्क नहीं लेंगे ऐसा फ़िल्म पालिसी में प्रावधान है।फ़िल्म पालिसी में उत्तराखंड के अनछुए शूटिंग डेस्टिनेशन को बढ़ावा देने का भी प्रावधान है।


उत्तराखण्ड फ़िल्म नीति 2024 में प्रादेशिक भाषा की फ़िल्मों के लिए फ़िल्म प्रोडक्शन पर प्रदेश में किए गये हुए व्यय का 50% तक सब्सिडी या अधिकतम 2 करोड़ तक, और हिन्दी और भारतीय संविधान की 8वीं अनुसूची में आने वाली भाषाओं के लिये फ़िल्म प्रोडक्शन पर प्रदेश में किए गये हुए व्यय का 30% या अधिकतम 3 करोड़ तक के अनुदान की व्यवस्था कर दी है। साथ ही साथ सब्सिडी के लिए Short Film, Documentary, OTT और Web Series को भी इस नयी नीति में शामिल कर लिया गया है। साथ ही राज्य में  फ़िल्म सिटी और फ़िल्म संस्थान को ले कर भी इस नयी नीति में सब्सिडी का प्रावधान रखा गया है

 फिल्म को बताया नई पीढ़ी को अपने परम्परागत व्यंजनों एवं संस्कृति से परिचित कराने का प्रयास

Film mithi promo released by CM Dhami

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को जी.एम.एस रोड़ स्थित होटल में उत्तराखण्ड के व्यंजनों एवं खानपान पर आधारित फिल्म ‘मीठी’ मां कु आशीर्वाद का पोस्टर एवं प्रोमो रिलीज किया। उन्होंने फिल्म को नई पीढ़ी को अपने परम्परागत व्यंजनों, खानपान एवं संस्कृति से परिचित कराने का प्रयास बताते हुए कहा कि यह फिल्म महिलाओं के हुनर और यहां की संस्कृति को बढ़ावा देने का माध्यम बनेगी। हमारे पारंपरिक व्यंजन और संस्कृति को पहचान दिलाने में भी यह फिल्म महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। उन्होंने कहा कि इस फिल्म की कहानी केवल एक महिला की नहीं बल्कि उन सभी महिलाओं की कहानी है जो अपने संघर्ष से समाज, प्रदेश और देश का नाम रोशन कर रही है। आज हमारी मातृशक्ति स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देकर इसे पहचान दिलाने का कार्य कर रही है। हमारे स्थानीय उत्पादों की पहचान और मांग देश व दुनिया में बढ़ रही है। 


मुख्यमंत्री ने कहा कि यह फिल्म हमारे व्यंजनों और संस्कृति को देश व दुनिया में नई पहचान दिलाने का काम करेगी। हम फिल्मों के माध्यम से अपनी सांस्कृतिक धरोहर को भी संजो सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि फिल्म निर्माण के लिए उत्तराखण्ड फिल्म निर्माताओं की पहली पसंद बनता जा रहा है। पिछले वर्ष राज्य में 250 से अधिक फिल्मों का निर्माण हुआ है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास उत्तराखण्ड को फिल्म निर्माण का हब बनाने का है। फिल्मांकन के लिए पूरा उत्तराखण्ड ही डेस्टिनेशन है। राज्य में फिल्म निर्माण के लिए फिल्म उद्योग को बढ़ावा देने का लगातार प्रयास किया जा रहा है। 


मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 2024 की फिल्म नीति को मंजूरी दे दी गई है। इससे हमारे पर्यटन स्थलों को देश दुनिया में नई पहचान मिलेगी। नई फिल्म नीति के तहत स्थानीय फिल्मों के लिए दो करोड रुपए का अनुदान दिया जा रहा है। फिल्मांकन के लिए सिंगल विंडो सिस्टम बनाया गया है ताकि फिल्म निर्माताओं को सुविधा हो। फिल्मों और ओटीटी की शूटिंग पर भी सब्सिडी दी जा रही है। सरकार द्वारा फिल्म उद्योग को उत्साहित करने के लिए कई अन्य योजनाओं पर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारे कलाकार अपनी प्रतिभा के बल पर फिल्म जगत में राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना सके इसके भी प्रयास किए जा रहे है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा स्थानीय कलाकारों एवं संस्कृति कर्मियों की मदद के लिए प्रतिबद्ध है। प्रसिद्ध गढ़वाली फिल्मों की अभिनेत्री गीता उनियाल को उनकी बीमारी के दौरान भी हरसंभव मदद की गई थी। उन्होंने कहा कि अभी उत्तराखण्ड फिल्म विकास परिषद का अपना कोई अलग से भवन और ऑडीटोरियम नही है, इसके लिए गढ़ी कैंट स्थित हिमालयन सांस्कृतिक केंद्र में इसके लिए स्थान की व्यवस्था के प्रयास किए जाएंगे ताकि स्थानीय कलाकारों को अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का एक मंच मिल सके। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने दो मोबाईल थिएटर को हरी झंडी दिखाकर पर्वतीय क्षेत्रों के लिए रवाना किया।


इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री सुबोध उनियाल, श्री गणेश जोशी, सांसद श्री नरेश बसंल, विधायक श्रीमती सविता कपूर, पद्मश्री श्रीमती माधुरी बर्थ्वाल, प्रसिद्ध लोक गायिका श्रीमती मीना राणा, फिल्म अभिनेता श्री बलदेव राणा, कलर्ड चैकर्स फिल्म एण्ड इंटरटेनमेंट प्रा0 लि0 के एम.डी एवं फिल्म निर्माता श्री वैभव गोयल, फिल्म निर्देशक श्री कांता प्रसाद सहित फिल्म उद्योग से जुड़े लोग तथा संस्कृति कर्मी उपस्थित थे।



Mission silkyara play


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को सायं दूरदर्शन केंद्र के समीप स्थित संस्कृति विभाग के प्रेक्षागृह में मिशन सिलक्यारा नाटक का अवलोकन किया। श्री मदन मोहन सती की मूल कृति ‘नायक से जननायक’ पर आधारित ‘‘मिशन सिलक्यारा’’ नाटक के माध्यम से सिलक्यारा के श्रमिकों के संघर्ष को संजीदगी के साथ प्रस्तुत किया गया है। मुख्यमंत्री ने डॉ सुवर्ण रावत को इस नाटक के आलेख, परिकल्पना एवं निर्देशन के लिए भी बधाई देते हुए कहा कि यह नाटक निश्चित रूप से मानवीय अनुभवों को समझने में भी मददगार होगा। 


मुख्यमंत्री ने कहा कि मिशन सिलक्यारा की सफलता में बाबा बौखनाग जी की असीम कृपा और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के कुशल मार्गदर्शन, प्रगाढ़ इच्छाशक्ति के साथ ही पग-पग पर उनके सहयोग से विभिन्न संस्थानों, सेना के जवानों, रेट माइनर्स और ग्राउण्ड जीरो पर राज्य सरकार के समेकित प्रयासों से सुरंग में फंसे मजदूरों को जीवन बचाने में हम सफल हो पाए। यह घटना कोई साधारण घटना नहीं थी इन 17 दिनों में सभी अपने-अपने तरीके से श्रमिकों व उनके परिजनों को प्रेरणा देते रहे। 


मुख्यमंत्री ने कहा कि नाटक के आयोजकों ने इस प्रदर्शन के माध्यम से समाज को साहस, समर्थन, और एकता का संदेश देने का कार्य किया है। इसके लिए उन्होंने नाटक के मंचन से जुड़े सभी लागों के प्रयासों की भी सराहना की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री को उत्तर नाट्य संस्थान के अध्यक्ष श्री एस0पी0 ममगाई एवं महासचिव श्री रोशन धस्माना ने उत्तराखण्ड के संस्कृति एवं रंगकर्मियों की समस्याओं से संबंधित ज्ञापन भी सौंपा। 


कार्यक्रम में विधायक श्री दुर्गेश्वर लाल, श्री प्रमोद नैनवाल, श्री सुरेश गड़िया, उत्तराखण्ड संस्कृति कला परिषद की उपाध्यक्ष श्रीमती मधु भट्ट सहित संस्कृति एवं रंगकर्मियों सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

  

मुंबई : 




मित्तल एडवरटाइजिंग व डिस्ट्रीब्यूशन के द्वारा एक मार्च को हिंदी फिल्म संदेह सम्पूर्ण भारत के सिनेमाघरों में रिलीज की जायेगी।फिल्म का ट्रैलर और म्यूजिक यूट्यूब पर रिलीज किया गया हैं।निर्माता प्रदीप श्रीवास्तव हैं।

वे सॉफ्टवेयर इंजीनियर और अभिनेता भी हैं।प्रदीप श्रीवास्तव का जन्म उत्तर प्रदेश के छोटे से कस्बे सीतापुर में एक कायस्थ परिवार में हुआ।संस्कारों और सुसंस्कृत वातावरण में पले-बढ़े वे एक आईटी पेशेवर बने और अपनी जीवन यात्रा शुरू की।लेकिन और अधिक की ख्वाहिश थी और बॉलीवुड ने उन्हें बहुत ज्यादा लुभाया।


अन्य लोगों की तरह उनकी बॉलीवुड में प्रवेश की कहानी भी आसान नहीं थी और वह केवल कुछ बॉलीवुड फिल्मों और वेब सीरीज में ही भूमिकाएँ हासिल कर सकें।ऑनस्क्रीन अपना हुनर ​​दिखाने के अलावा वह ऑफस्क्रीन भी कुछ फिल्मों के लिए कार्यकारी निर्माता के रूप में काम करते रहें।

इंपल्स सिने एंटरटेनमेंटस प्राइवेट लिमिटेड के बैनर तले निर्मित फिल्म 1 मार्च को पूरे भारत में रिलीज होने वाली हैं।

उनके दोस्त और बिजनेस पार्टनर संजय राय ने उनके सपने को साकार करने में अपना साथ दिया।फिल्म का निर्देशन युवा निर्देशक अयाज़ खान ने किया हैं और श्वेता श्रीवास्तव फ़िल्म की लेखिका हैं। यह फिल्म कॉलेज के कुछ छात्रों की युवाओं पर आधारित फिल्म है।जो यात्रा पर जाते हैं और उनके साथ घटित कुछ घटनाओं की श्रृंखला उनके जीवन को पूरी तरह से बदल देती हैं।

 देहरादून/गोवा;

54वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के अंतर्गत फ़िल्म बाजार-2023 में उत्तराखंड पवेलियन में डेस्टिनेशन उत्तराखंड के तहत विभिन्न राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय फ़िल्म निमार्ताओं द्वारा राज्य में फ़िल्म शूटिंग एवं निवेश के प्रति रुचि दिखाई है।

 





उत्तराखंड फ़िल्म विकास परिषद के नोडल अधिकारी डॉ. नितिन उपाध्याय ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशानुसार राज्य में फ़िल्म शूटिंग एवं फ़िल्म उद्योग में निवेश के लिए अनुकूल वातावरण तैयार किया जा रहा है। इसी कड़ी में राज्य में आगामी दिसम्बर 2023 में ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट-2023 का आयोजन किया जा रहा है। उत्तराखंड सरकार द्वारा निवेश के दृष्टिकोण से नई फिल्म नीति भी प्रस्तावित की गई है। गोवा में आयोजित फ़िल्म बाजार 2023 में उत्तराखंड पवेलियन द्वारा फ़िल्म शूटिंग एवं निवेश सम्बंधी जानकारी दी गईं है। 


नोडल अधिकारी डॉ नितिन उपाध्याय द्वारा बताया गया कि 20 नवम्बर से 22 नवम्बर 2023 तक विभिन्न फ़िल्म निर्माताओ एवं प्रोडक्शन हाउस द्वारा जानकारी प्राप्त की गई है, जिसमे पेरिस से आयी अभिनेत्री एवं निर्देशक  मैरियन बोरगा ने उत्तराखंड की फ़िल्म नीति की सराहना की। उन्होंने कहा वह उत्तराखंड में  10 वर्ष पहले आयी थी। यहाँ के नैसर्गिक एवं धार्मिक स्थल काफी सुंदर है। उन्होंने कहा वे फ्रांस के फ़िल्म निर्माताओं को उत्तराखंड में निवेश व शूटिंग के लिए प्रयास करेंगी। 


आस्ट्रेलिया से आये उत्तराखंड मूल के निर्देशक अनुपम शर्मा ने कहा कि वह आस्ट्रेलिया में रहकर उत्तराखंड की संस्कृति के प्रचार प्रसार का कार्य कर रहे है। उन्होंने कहा कि वह आस्ट्रेलिया के फ़िल्म निर्माताआें के साथ मिलकर राज्य में फ़िल्म शूटिंग एव निवेश की योजना बना रहे है। 


विस्तास मीडिया कैपिटल के ग्रुप सीओओ पीयूष सिंह ने बताया कि कंपनी फ़िल्म प्रोडक्शन एवं अन्य विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करती है। उन्होंने कहा कि उनकी कंपनी के आबू धाबी, कनाडा, दुबई, लंदन, मुम्बई, न्यू यॉर्क, सिंगापुर आदि स्थानों पर संचालित है। उन्होंने कहा कि उनकी कंपनी उत्तराखंड राज्य में फ़िल्म प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना करना चाहती है। डॉ. नितिन उपाध्याय ने श्री पीयूष सिंह को राज्य में आयोजित होने वाले निवेश सम्मेलन में प्रतिभाग करने का अनुरोध किया। 


फ़िल्म निर्माता शाहनाब आलम ने कहा कि उत्तराखंड में फ़िल्म लोकेशन बेहतरीन है। महाराष्ट्र सरकार में प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री विकास खरगे द्वारा भी उत्तराखंड पवेलियन का भ्रमण किया गया, जिसमें उनके द्वारा उत्तराखंड सरकार की फ़िल्म नीति एव योजनाओं के संबंध में जानकारी प्राप्त की गई। उनके द्वारा कहाँ गया कि उत्तराखंड और महाराष्ट्र सरकार आपस मे कोई कार्ययोजना तैयार करेंगे, जिससे दोनों राज्यो के मध्य फ़िल्म, कला एवं संस्कृति का आदान प्रदान किया जा सके। फ़िल्म निर्माता व अभिनेता सतीश शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा फ़िल्म निर्माता व निर्देशक के अनुकूल फ़िल्म नीति तैयार की जारी है, जिसके लिए मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी बधाई के पात्र हैं। 


उत्तराखंड पवेलियन में शौम्य फ़िल्म के चरणप्रीत सिंह, हकनित ब्लॉग्स, एन.एफ.डी.सी.के श्री अनुभव खंडूड़ी, सिविक स्टूडियो मुम्बई, लोटस डस्ट पिक्चर के अंकित गाँधी, वेव मल्टीमिडिया के विनोद गुप्ता, एबीना ग्रुप के नीतू जोशी, संजय मित्तल, पी.एच. डी. चैंबर ऑफ कॉमर्स के डिप्टी सेक्रेटरी संचित प्रभाकर, मीडिया मैजिक के विक्रम राज़दान आदि द्वारा भ्रमण किया गया। उत्तराखंड पवेलियन में फ़िल्म निर्माता व निर्देशकों का स्वागत स्मृति चिन्ह व शॉल भेंट कर किया गया।

 


राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने आज नई दिल्ली में आयोजित 69वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में वर्ष 2021 के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए। इस अवसर पर प्रतिष्ठित दादा साहब फाल्के पुरस्कार सुश्री वहीदा रहमान को प्रदान किया गया। इस कार्यक्रम में केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर, केंद्रीय सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री डॉ. एल. मुरुगन, सूचना और प्रसारण मंत्रालय के सचिव श्री अपूर्व चन्द्र, जूरी के अध्यक्ष और अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।

                                            dada sahib falke award

राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने सुश्री वहीदा रहमान को बधाई दी और कहा कि उन्होंने अपनी कला और व्यक्तित्व से फिल्म उद्योग के शिखर पर खुद को स्थापित किया है। अपने निजी जीवन में भी उन्होंने एक गरिमा, आत्मविश्वास और मौलिकता से ओत-प्रोत महिला की पहचान बनाई। उन्होंने कई फिल्में ऐसी चुनीं जिनमें उनकी भूमिकाओं ने आमतौर पर महिलाओं से जोड़ी जाने वाली कई सीमाओं को तोड़ा। वहीदा जी ने एक मिसाल कायम की है कि महिला सशक्तिकरण के लिए महिलाओं को खुद भी पहल करनी चाहिए।

राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों के बारे में बात करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि यह पुरस्कार समारोह भारत की विविधता और उसमें निहित एकता की तस्वीर पेश करता है। उन्होंने कहा कि समारोह में उपस्थित प्रतिभाशाली लोगों ने कई भाषाओं, क्षेत्रीय विशेषताओं, सामाजिक मान्यताओं, उपलब्धियों और समस्याओं को सार्थक अभिव्यक्ति दी है और यह कि इन राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में कई पीढ़ियों और वर्गों के लोग एक साथ आए हैं।

फिल्म जगत और कलाकारों को परिवर्तन का वाहक बताते हुए, उन्होंने कहा कि वे अपनी फिल्मों के माध्यम से भारतीय समाज की विविध वास्तविकता का जीवंत परिचय देते हैं। उन्होंने कहा कि सिनेमा हमारे समाज का एक दस्तावेज भी है और उसे बेहतर बनाने का एक माध्यम भी और उनका काम लोगों को एक-दूसरे से जोड़ता है।

श्रीमती मुर्मु ने विश्वास व्यक्त किया कि प्रतिभा से समृद्ध इस देश में सिनेमा से जुड़े लोग विश्वस्तरीय उत्कृष्टता के नए मानक स्थापित करते रहेंगे और फिल्में विकसित भारत के निर्माण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती रहेंगी।

 

केन्द्रीय मंत्री श्री अनुराग ठाकुर ने भारतीय फिल्म उद्योग पर गर्व व्यक्त किया और कहा कि आज कुछ भी क्षेत्रीय नहीं है, यदि सामग्री अच्छी हो तो क्षेत्रीय सामग्री को भी वैश्विक स्तर पर दर्शक मिलेंगे। दिग्गज अभिनेत्री सुश्री वहीदा रहमान के बारे में बोलते हुए, श्री ठाकुर ने कहा कि चूंकि भारतीय फिल्में अंतरराष्ट्रीय सीमाओं से परे जाती हैं, इसलिए इसी प्रकार की प्रसिद्धि का दावा उनके संदर्भ में भी है। उन्होंने उन्हें दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित होने पर हार्दिक बधाई दी।

                                                                             



श्री अनुराग ठाकुर ने श्रोताओं को सूचित किया कि सरकार फिल्म पाइरेसी से निपटने के अपने प्रयासों में फिल्म उद्योग के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। सरकार ने सिनेमैटोग्राफ अधिनियम पेश किया है, जो इस खतरे को रोकने की दिशा में एक बड़ा कदम है। श्री अनुराग ठाकुर ने भारत में एवीजीसी क्षेत्र की क्षमता के बारे में बात की और कहा कि सरकार इस क्षेत्र के लिए एक नीति लाने जा रही है और इससे भारत को 'दुनिया का कंटेंट केंद्र' के रूप में अपनी क्षमता का उपयोग करने में मदद मिलेगी।

सचिव, श्री अपूर्व चन्द्र ने बताया कि पुरस्कार वर्ष 2021 के लिए प्रदान किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोविड-19 का वर्ष के दौरान सिनेमा हॉल बंद रहे थे और फिल्म उद्योग संघर्ष कर रहा था। हालाँकि, हमने जल्द ही वापसी की। अब देश और फिल्म उद्योग दोनों ही विकास की राह पर वापस आ गए हैं और पिछली तिमाही भारत के फिल्म उद्योग के लिए सबसे अच्छी रही है। उन्होंने कहा कि जहां बॉक्स ऑफिस पर सफलता महत्वपूर्ण है, वहीं फिल्म पुरस्कार गुणवत्ता का उत्सव मनाते हैं। श्री अपूर्व चन्द्र ने दादा साहब फाल्के पुरस्कार स्वीकार करने के लिए सुश्री वहीदा रहमान का आभार व्यक्त किया।

 ऋषिकेश : 



.कैबिनेट मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने स्थानीय कलाकारों द्वारा अभिनीत कुमाऊंनी गीत ब्वारी चाहा बनै दे को लॉन्च किया।  उन्होंने कलाकारों के अभिनय की प्रशंसा कर माला पहनाकर सम्मानित किया। 


उन्होंने पहली महिला निर्देशक अंजली कैंतुरा को गीत के लिए बधाई दी।

छिद्दरवाला में गीत लॉन्च करते हुए डॉ अग्रवाल ने कहा कि संस्कृति को बढ़ाने के लिए गीत-संगीत अच्छा माध्यम है।उन्होंने कहा कि हमारे प्रदेश में प्रतिभाएं बहुत है, सही प्लेटफार्म मिलने पर उनकी प्रतिभा को निखारा जा सकता है। 

निर्देशक अंजली कैंतुरा ने बताया कि कुमाऊंनी गीत ब्वारी चाहा बनै दे एक ससुर और बहू के ऊपर फिल्माया गया है, जो गोदभराई की रस्म के दौरान का है। जिसमें ससुर अपनी बहू को चाय बनाने के लिए कहते हैं। उन्होंने बताया कि गीत की शूटिंग छिद्दरवाला में हुई है |  जिसमें स्थानीय कलाकारों द्वारा अभिनय किया गया है।

इस मौके पर ब्लॉक प्रमुख भगवान सिंह पोखरियाल, प्रधान जोगीवाला सोबन सिंह कैंतुरा, हरीश कक्कड़, अनीता राणा, समा पंवार, अमर खत्री, गढ़वाली गीत निर्माता सुरेश जोशी, गायक ललित गितियार, ममता आर्य, संगीत रंजीत सिंह, बोल ननु जोशी, प्रेम बिष्ट, कलाकार नताशा, आयशा, दिगंबर, शिवानी, शालनी, संगीता, स्नेहा राणा, सतीश, शुभम कैंतुरा, शिवम, अनुज रावत मौजूद रहे

 देहरादून में शूट हो रही नेटफ्लिक्स फिल्म्स की 'दो पत्ती' की टीम ने प्रसिद्ध फ़िल्म अभिनेत्री और मुख्य किरदार कर रहीं सुश्री कृति सेनन फ़िल्म निर्माता और लेखिका कनिका ढिल्लन के साथ शनिवार को  मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी से उनके आवास पर भेंट की। सुश्री कृति सेनन उत्तराखंड में हो रहे इस शूट को लेकर बहुत उत्साहित हैं। 


निर्माता कनिका ढिल्लन ने बताया कि पहले “दो पत्ती” का शूट हिमाचल में होने वाला था और परन्तु  बाद में Netflix की टीम ने उत्तराखण्ड आने का मन बनाया। उन्होंने कहा उत्तराखण्ड में और भी ऐसे खूबसूरत शूटिंग लोकेशंस हैं जिनको वो अपनी आने वाली फ़िल्मों में सम्मिलित करेंगी। उनकी रेकी टीम देहरादून के आस पास और भी शूटिंग लोकेशंस को देखने के लिए निकली हुई है। यह शूटिंग राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में लगभग एक माह तक चलेगी। 

Bollywood actor kritika dengan with CM Dhami

Uttarakhand location is first choice of Netflix films


कनिका और कृति सेनन जो कि दोनों ही इस फ़िल्म में को-प्रोड्यूसर हैं, ने मुख्यमंत्री को बताया कि उत्तराखण्ड में शूटिंग  के लिए उन्होंने  20 दिन में अपनी फ़िल्म प्रोडक्शन टीम को तैयार किया।  यह सब उत्तराखण्ड के फ़िल्म फ्रेंडली वातावरण की वजह से ही हो पाया। उन्होंने बताया उत्तराखण्ड फ़िल्म विकास परिषद(UFDC) द्वारा सिंगल विंडो सिस्टम के तहत शूटिंग अनुमति मिलना बहुत आसान हो गया है।  यहाँ के लोकेशन डेस्टिनेशन फ़िल्म शूटिंग के लिहाज़ से बहुत ही अनुरूप भी हैं। 


मुख्यमंत्री ने कनिका ढिल्लन और कृति सेनन को इस फिल्म की सफलता के लिए शुभकामनाएं दी और बताया कि उत्तराखण्ड फ़िल्म विकास परिषद (UFDC) की नयी फ़िल्म नीति भी बनकर तैयार है और इस नई नीति में फ़िल्मों को पहले अधिक अनुदान की राशि को सम्मिलित किया गया है, OTT platform और webseries को भी अनुदान के साथ-साथ अन्य पुरुस्कारों को भी प्रोत्साहन के रूप में सम्मिलित किया गया है।  नयी शूटिंग डेस्टिनशनों को भी चिन्हित कर उनको भी शूटिंग के लिए सरल व सुगम बनाया जाएगा उत्तराखंड में और अधिक फिल्मों की शूटिंग हो सके । 


नेटफ्लिक्स के मुताबिक, 'दो पत्ती' उत्तर भारत की पहाड़ियों पर आधारित एक मनोरम रहस्य थ्रिलर है। काजोल, जो पहले स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म की फिल्मों 'त्रिभंगा' में अभिनय कर चुकी हैं, ने कहा कि वह एक बार फिर स्ट्रीमर के साथ मिलकर रोमांचित हैं। अभिनेता ने आगे कहा, "'दो पत्ती' की स्क्रिप्ट अद्भुत है, जो रोमांच और रहस्य के अनूठे मिश्रण का वादा करती है। 


कृति सेनन की एक निर्माता के रूप में उनकी पहली फिल्म है। फिल्म लेखिका कनिका ढिल्लन और सुश्री कृति सैनन के लिए उनके नए लॉन्च किए गए बैनर, कथा पिक्चर्स और ब्लू बटरफ्लाई फिल्म्स के तहत पहली फिल्म है। ढिल्लन, जिनकी फिल्म क्रेडिट में 'केदारनाथ', 'मनमर्जियां' और 'हसीन दिलरुबा' शामिल हैं, और सुश्री कृति सैनन जिनकी हाल ही में आदिपुरुष रिलीज़ हुई थी। 


मुख्यमंत्री आवास पर हुई इस भेंट में फ़िल्म विकास परिषद के CEO और महानिदेशक सूचना श्री बंशीधर  तिवारी और संयुक्त निदेशक श्री नितिन उपाध्याय के साथ साथ नेशनल अवार्ड प्राप्त डायरेक्टर श्री आर एस पिपलवा जोकि “दो पत्ती” में प्रोजेक्ट हेड हैं और शरद मित्तल प्रोडक्शन कंसलटेंट भी उपस्थित रहे।

 देहरादून:

 स्थानीय लोक कलाकारों को लेकर बनाई गई , अनुशासन हिंदी वेब सीरीज का बृहस्पतिवार को पोस्टर विमोचन के साथ वेब ओटीटीटी माध्यम में रिलीज कर दिया गया।



फोटोग्राफर एसोसिएशन के अध्यक्ष ललित मंमगाई ने विमोचन किया।


 वी आर म्यूजिक प्रोडक्शन की ओर से न्यू पंजाबी तड़का रेस्त्रा, चिद्दरवाला, हरिद्वार देहरादून राजमार्ग , में कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। 


कार्यक्रम में मौजूद रहे  स्वामी सत्य व्रतानंद जी, उदय राम सेमवाल, डॉ प्रदीप नौटियाल, समाजसेवी भीम सिंह रावत। 


अनुशासन तीन दोस्तों की कहानी है। तीनों दोस्तों के परिवार वाले उनकी यारी दोस्ती से ना खुश हैं। 


इस कहानी में विशेष रूप से अनुशासन को महत्व दिया है अगर बच्चे अपने परिवार के बने अनुशासन को पालन करते हैं तो उनका जीवन बेहतर बनना शुरू होता है और हम सब अनुशासन और अच्छे संस्कार की पहली सीढ़ी अपने परिवार से ही सीखते हैं। 


इसकी शूटिंग मुख्य रूप से ऋषिकेश और हरिद्वार में की गई है इस हिंदी वेब सीरीज के डायरेक्टर गोविंद पंवार का कहना है कि इसके लगातार अन्य एपिसोड आते रहेंगे जिसके लिए शूटिंग का कार्य लगातार चालू है। 


  अनुशासन की रिकॉर्डिंग डबिंग व म्यूजिक का सभी कार्य वी आर म्यूजिक प्रोडक्शन हरिपुर कला हरिद्वार में किया गया जिसके म्यूजिक डायरेक्टर विकास रयाल हैं। 


कैमरा व एडिटिंग का कार्य राम बमाणा ने किया है। व साथ ही अनुशासन के टाइटल गीत को भी अपनी आवाज से सजाया है। 

इसमें मुख्य कलाकार की भूमिका में है, रिहान शर्मा, अरविंद पाल,सुनील शिव हरे, जीवन सिंह कुटियाल, मनोज सजवाण  दर्शना मेहता, पायल । 

कार्यक्रम में मौजूद रहे  स्वामी सत्य व्रतानंद जी, उदय राम सेमवाल, डॉ प्रदीप नौटियाल, समाजसेवी भीम सिंह रावत


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को हाथीबड़कला स्थित सेंट्रियो मॉल में सपरिवार दि केरला स्टोरी फिल्म का अवलोकन किया।

Kerala story seen by CM Uttarkahand

CM dhami and wife Geeta Dhami



 उन्होंने कहा कि द केरल स्टोरी एक ऐसी फिल्म है जिसमें दिखाया गया है कि कैसे बिना गोली और बम के देश में आतंकवाद फैलाया जा रहा है। फ़िल्म में इस तथ्य को भी प्रदर्शित किया गया है कि किस तरह से  बालिकाओं का ब्रेनवॉश कर धर्म परिवर्तन किया जा रहा है। उन्होंने इस फिल्म को वास्तविकता से परिचित कराने तथा धर्मान्तरण एवं आतंकवाद के विरूद्ध जनजागरूकता को बढावा देने वाली बताते हुए सभी से इस फिल्म को देखने की भी अपेक्षा की। 


मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में भी अनेक तरीकों से विभिन्न जगहों पर धर्मांतरण हो रहा था। यह राज्य में भविष्य के लिए एक गंभीर विषय बनता जा रहा था। इसी के दृष्टिगत हमने देवभूमि उत्तराखंड में  धर्मांतरण पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया है। राज्य सरकार द्वारा धर्मांतरण पर सख्त कानून बनाया गया है। इसमें जबरन या प्रलोभन देकर धर्मांतरण कराने वालों को 10 साल तक कठोर कारावास का प्रावधान किया गया है जिसमें धर्मांतरण कराने के मामलों को दो श्रेणियों में बांटा गया है। एकल धर्मांतरण के लिए सजा कम है, जबकि सामूहिक धर्मांतरण में ज्यादा सजा होगी।  सामूहिक धर्मांतरण का दोष साबित होने पर दोषी को तीन से 10 वर्ष की सजा के साथ 50 हजार रुपये तक जुर्माने का प्रावधान है। जबकि एक व्यक्ति के धर्मांतरण पर दो से सात वर्ष की सजा और 25 हजार रुपये जुर्माने का प्रावधान है। उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड की संस्कृति एवं विशिष्ट पहचान के साथ उसका मूल स्वरूप बचा रहे और प्रदेश में अनावश्यक किसी भी प्रकार का  धर्मांतरण न हो पाए, इस दिशा में राज्य सरकार द्वारा की गई यह महत्वपूर्ण पहल है। 


मुख्यमंत्री ने कहा कि धर्मांतरण के साथ ही हमारी सरकार द्वारा देवभूमि में सरकारी भूमि पर किये गये अतिक्रमण को चिन्हित कर उसे सख्ती से हटाये जाने का कार्य किया जा रहा है। राज्य में होने वाले अवैध अतिक्रमण को किसी भी दशा में सहन नहीं किया जायेगा तथा ऐसा कृत्य करने वालों के विरूद्ध नियमानुसार कठोर कार्यवाही की जायेगी।


इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री प्रेमचन्द अग्रवाल, श्री गणेश जोशी, मेयर श्री सुनील उनियाल गामा, विधायक श्री दुर्गेश्वर लाल, भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष श्रीमती आशा नौटियाल, भाजपा नेता श्री अजेय कुमार, मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती गीता धामी आदि उपस्थित थे।

 ऑस्कर 2023: भारत की 'द एलिफेंट व्हिस्परर्स' ने बेस्ट डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट का अवॉर्ड जीता

The elephant whispers

Naatu maatu song awarded by oscar 2023


ऑस्कर अवार्ड्स 2023: 

कार्तिकी गोंसाल्विस द्वारा निर्देशित और गुनीत मोंगा के सिख एंटरटेनमेंट प्रोडक्शन द्वारा निर्मित 'द एलिफेंट व्हिस्परर्स' 95वें अकादमी पुरस्कारों के लिए नामांकित होने वाली तीन भारतीय फिल्मों में से एक थी।



"द एलिफेंट व्हिस्परर्स", भारत की एक दिल को छू लेने वाली फिल्म है, जो एक परित्यक्त हाथी और उनके दो देखभालकर्ताओं के बीच अटूट बंधन से संबंधित है, ने सोमवार को ऑस्कर जीता। 

नेटफ्लिक्स पर चल रही डॉक्यूमेंट्री इंसानों और जानवरों के बीच के रिश्ते को सुर्खियों में लाती है। यह हाथियों की रक्षा और संरक्षण की आवश्यकता का बड़ा संदेश भी देता है।

 फ़िल्म में तमिलनाडु के मुदुमलाई नेशनल पार्क में बोमन और बेल्ली नामक एक जोड़े को दिखाया गया है, जो हाथी के अनाथ बच्चे, रघु और अम्मू की देखभाल के लिए अपना जीवन समर्पित करते हैं, इस प्रकार, एक परिवार बनाते हैं जैसे कोई और नहीं।

गोंसाल्वेस ने पुरस्कार को उनकी "मातृभूमि भारत" और उनके परिवार को समर्पित किया।

इसके अतिरिक्त 3R फ़िल्म के नाटू नाटू सांग ने ऑस्कर में ओरिजिनल सांग अवार्ड जीतकर इतिहास रच दिया।

 ट्रिपल आर फिल्म ने एक बार फिर से भारत को सम्मान दिलाते हुए 4 केटेगरी में अवार्ड जीता है।

RRR pride of India



 हॉलीवुड क्रिटिक्स एसोसिएशन

(HCA) द्वारा ट्रिपल आर को चार  निम्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया है-

1.बेस्ट इंटरनेशनल फ़िल्म

2.बेस्ट एक्शन फिल्म

3.बेस्ट स्टंट्स

4.बेस्ट ओरिजिनल सांग(नाटू नाटू)

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