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प्रोजेक्ट इन्क्लूजन के अंतर्गत देहरादून में 'सेंटर फॉर एक्सीलेंस' का लॉन्च, जो विकासात्मक  दिव्यांग बच्चों के लिए व्यापक सहायता प्रदान करेगा


देहरादून;

shri arbindo society inclusion programme doiwala uttarakhand


 आशा और समर्थन का एक नया अध्याय शुरू होने वाला है, क्योंकि श्री अरबिंदो सोसाइटी की शिक्षा शाखा, रूपांतर की एक पहल 'प्रोजेक्ट इन्क्लूजन' के अंतर्गत 9 जून, 2025 को 'सेंटर फॉर एक्सीलेंस' का अनावरण किया जा रहा है। 


यह सेंटर  दिव्यांगता प्रभावित या जोखिम वाले बच्चों और उनके परिवारों के लिए महत्वपूर्ण सहायता और व्यापक सेवाएं प्रदान करने एवं उनके समग्र विकास और कल्याण को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है। 


देहरादून का यह 'सेंटर फॉर एक्सीलेंस' बच्चों और उनके देखभाल करने वालों के लिए पुनर्वास सेवाओं का एक व्यापक स्पेक्ट्रम प्रदान करेगा ।

विशेष आवश्यकता वाले बच्चों की विविध आवश्यकताओं को समझते हुए, केंद्र निम्नलिखित निःशुल्क सेवाएं प्रदान करेगा:

● थेरापयूटिक इंटरवेंशन (चिकित्सीय हस्तक्षेप): इसमें ऑक्यूपेशनल थेरेपी, स्पेशल एजुकेशन, स्पीच थेरेपी और फिजियोथेरेपी शामिल हैं।

● मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन: आवश्यक मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन और परामर्श प्रदान करना।

● समग्र विकास कार्यक्रम: आकर्षक समूह गतिविधियों को सुविधाजनक बनाना।

● केयर गिवर (देखभालकर्ता) सशक्तिकरण: विशेषज्ञ के नेतृत्व में माता-पिता को परामर्श और मार्गदर्शन सेवाएं प्रदान करना।

प्रोजेक्ट इन्क्लूजन की मुख्य कार्यक्रम अधिकारी डॉ. सिम्मी महाजन कहती हैं, "हम देहरादून में अफोर्डेबल 'सेंटर फॉर एक्सीलेंस' लाने के लिए बेहद उत्साहित हैं। हमारा मिशन विशेष आवश्यकताओं वाले बच्चों को प्रारंभिक हस्तक्षेप और दीर्घकालिक विकासात्मक सहायता प्रदान करना है, यह सुनिश्चित करना है कि उन्हें आगे बढ़ने का हर अवसर मिले।


 माता-पिता और देखभाल करने वालों को सशक्त बनाना भी उतना ही महत्वपूर्ण है, ताकि उन्हें अपनी यात्रा को सफलतापूर्वक नेविगेट करने के लिए आवश्यक विशेषज्ञ मार्गदर्शन और सहायता प्रदान की जा सके।"

इस सुविधा के लिए जगह देहरादून के एक प्रमुख सामाजिक व्यक्ति और श्री अरबिंदो सोसाइटी के सलाहकार श्री राजेश नैथानी द्वारा उपलब्ध कराई गई है। 

उन्होंने कहा कि समावेशन के प्रति प्रोजेक्ट इंक्लूजन की अटूट प्रतिबद्धता ने उन्हें इस उद्देश्य का समर्थन करने के लिए प्रेरित किया है।

प्रोजेक्ट इन्क्लूजन के बारे में:

2016 में प्रारंभ किया गया प्रोजेक्ट इनक्लूज़न, श्री अरबिंदो सोसाइटी की रूपांतर पहल के अंतर्गत एक मिशन मोड कार्यक्रम है, जो शिक्षा में समावेशन को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। 

इसका उद्देश्य शिक्षकों, विशेष शिक्षकों, विद्यालय कर्मियों और अन्य हितधारकों को  न्यूरो-डिवेलपमेंटल डिसऑर्डर्स वाले बच्चों को प्रभावी ढंग से सहयोग करने हेतु सक्षम बनाना है। 

इसके अंतर्गत एक एंड-टू-एंड, बहुभाषी, मोबाइल-आधारित डिजिटल समाधान का विकास किया गया है, जिसके अंतर्गत अब तक 3.5 लाख से अधिक शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जा चुका है, जिनमें से 1.7 लाख से अधिक शिक्षक ऐप पर पंजीकृत हैं।

मैदान स्तर पर प्राप्त अनुभवों के आधार पर Centre for Excellence (उत्कृष्टता केंद्र) स्थापित किए गए हैं, जो 1 वर्ष से 12 वर्ष या उससे अधिक आयु के बच्चों को शारीरिक, बौद्धिक, विकासात्मक और संवेदी दिव्यान्ताओं के साथ प्रारंभिक, समावेशी और समग्र सहयोग प्रदान करते हैं। 


वर्तमान में ये केंद्र गाज़ियाबाद, तिरुपति, मुंबई और अब देहरादून में संचालित हो रहे हैं। इन केंद्रों के माध्यम से बच्चों, उनके परिवारों और अन्य प्रमुख हितधारकों के लिए निःशुल्क या नाममात्र दरों पर व्यापक सेवाएं प्रदान की जा रही हैं । जल्द ही दिल्ली और चंडीगढ़ में भी ऐसे केंद्र शुरू किए जाएंगे।

श्री अरबिंदो सोसाइटी के बारे में:

श्री अरबिंदो सोसाइटी, श्री अरबिंदो और द मदर के दृष्टिकोण और आदर्शों के लिए समर्पित एक वैश्विक संगठन है। यह शिक्षा, संस्कृति, आध्यात्मिकता और सामाजिक विकास सहित विभिन्न क्षेत्रों में काम करता है, जिसका लक्ष्य मानवता का उत्थान करना है।

श्री अरविंदो सोसायटी द्वारा सामाजिक क्षेत्र में अपने सक्रिय योगदान के लिए सामाजिक कार्यकर्ता पुरुषोत्तम डोभाल एवं रविन्द्र बेलवाल को सम्मानित किया गया ।

इस अवसर पर नरेंद्र नेगी नगरपालिका अध्यक्ष, राजेश नैथानी, राहुल शर्मा, राकेश, राजेश त्रिवेदी,अमित कुकरेती, मनीष नैथानी, पुरुषोत्तम डोभाल आदि उपस्थित रहे।

 सरकार द्वारा मा उच्चतम न्यायालय मा उच्च न्यायालय एवं सत्र न्यायालय में  सरकारी पक्ष की  पैरवी के लिए एल आर मैन्युअल 2013 के अनुसार के अनुसार अधिवक्ताओं की नियुक्ति होती 

है,जो सरकार के पक्ष से सरकारी पक्ष को रखते हैं.

 यह कहना है अधिबक्त उच्च न्यायालय डॉ मुरलीधर  शास्त्री का ।


Dr Muralidhar Shastri Adv high court lucknow


 सरकारी अधिवक्ताओं की नियुक्ति के लिए सरकार एवं न्याय विभाग द्वारा एक स्क्रीनिंग कमेटी बनानी चाहिए जिससे कि योग्य अधिवक्ताओं की नियुक्ति हो सके।

 तथा सरकारी अधिवक्ताओं की सरकार के प्रति पूर्ण निष्ठा होनी चाहिए


 लखनऊ :

उनका यह भी कहना है कि सामान्यतः  देखने में आता है की इधर सरकार के तरफ से नियुक्त होने वाले अधिवक्ताओं में सीनियरिटी  लार मैन्युअल का ध्यान नहीं रखा जाता अनेक अधिवक्ता नियुक्त होते हैं जो मानक पूरा भी नहीं करते है

 इसमें हमारे माननीय उच्च न्यायालय से जो न्यायिक सेवा के अधिकारी न्याय विभाग में तैनात होते हैं वही यह काम करते हैं हो सकता है और किसी दबाव में हो या सरकार भी किसी दबाव में हो नियमानुसार कार्य करना चाहिए है।


 खयड भी वह  भारतीय अधिवक्ता है तथा भारतीय जनता पार्टी के सदस्य है। उनका मानना है कि हमसे अनेक लोग मिलते रहते हैं जो बताते हैं कि हमारा कार्य नहीं हुआ उसका हो गया तो सरकार को एक इसके लिए स्क्रीनिंग कमेटी बनानी चाहिए की जो भी सरकारी वकील बनता है उसका पहला टेस्ट ले और जो सरकारी वकील बने हैं उसको न्याय विभाग की को अपने वेबसाइट पर बार में रजिस्ट्रेशन के साथ-साथ उनके तैनाती स्थान  विवरण लोड करना चाहिए जो अभी तक लोड नहीं किया गया  और तथा महीने में वह कितना काम करते है।

 बार मैनुअल के अनुसार इसकी भी परीक्षा समीक्षा होनी चाहिए क्योंकि हमारे प्रदेश में या देश में न्यायपालिका पर मुकदमों का बोझ है इस मुकदमे के निस्तारण में सरकारी वकीलों की भी प्रमुख भूमिका होती है 

यदि सरकार के तरफ से इस समय से जवाब आ जाए तो मुकदमे के जल्द निस्तारित  हो जाते हैं ।

हम लोग भी सरकारी पक्ष और विपक्षों के बातों को देखते रहते हैं छोटे-छोटे जवाब आने में विलंब होते हैं तथा सरकार के नामित सक्षम अधिकारी उश पर हस्ताक्षर नहीं करते हस्ताक्षर करने से डरते हैं नीचे के अधिकारी से हस्ताक्षर करते हैं जैसे निर्देशक की जगह उपनिदेशक सचिव की जगह अनु/संयुक्त सचिव जिलों में जिलाधिकारी की जगह उप जिलाधिकारी पुलिस अधीक्षक की जगह उप पुलिस अधीक्षक करते हैं तो सरकार को इसके लिए व्यवस्था करनी चाहिए। जिससे कि मुकदमों की समय से पर भी हो और सरकारी अधिवक्ताओं के नियुक्ति में एक सरकार को स्क्रीनिंग कमेटी बनानी चाहिए जो स्क्रीनिंग कमेटी के टेस्ट में सफल हो उसी को सरकारी अधिवक्ता नियुक्त करना चाहिए क्योंकि सरकारी अधिवक्ता का काम एक सरकारी अधिकारी के तहत तथा सरकार का पक्ष रखना अलग ढंग का होता है उसकी सत्य निष्ठा भी सरकार के प्रति होनी चाहिए.

 

 

ऋषिकेश  : 


आपरेशन सिंदूर की सफलता पर सेना के समर्थन में रायवाला मंडल के भाजपा कार्यकर्त्ताओं ने रायवाला कैंट गेट से भगत सिंह चौक प्रतीतनगर तक  तिरंगा शौर्य यात्रा निकाली। यात्रा में शामिल लोगों ने सेना के समर्थन ने नारे लगाए।

इस दौरान हनुमान चौक में आयोजित कार्यक्रम में मंडल अध्यक्ष सुरेंद्र बिष्ट ने आतंकवाद पर भारतीय सेना की कार्रवाई की सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारी सेनाओं ने आतंकवाद पर कठोर प्रहार किया है। पूरी दुनिया ने हमारी सेना के युद्ध कौशल को देखा है। तिरंगा शौर्य यात्रा देश की एकता,अखंडता और संप्रभुता की रक्षा के लिए भारतीय सेना के अदम्य साहस को नमन करने का प्रतीक है। यात्रा में भाजपा कार्यकर्त्ताओं के साथ स्थानीय नागरिक भी शामिल हुए। इस दौरान महामंत्री मनोज डंगवाल, सुंदर लाल गौड़, अजय शाहू, ऋषिराम शर्मा, विनोद भट्ट, हुकुम सिंह रांगड़, प्रमोद धनै, मनीष कुकरेती, मनोज शर्मा, गणेश रावत, बलविंदर सिंह, बीना बंगवाल, दिव्या बेलवाल,  कमलेश भंडारी, बबीता कमल कुमार, रेनू शर्मा, ज्ञान सिंह राणा आदि रहे।

ऋषिकेश :



क्षेत्रीय विधायक व भाजपा कार्यकर्ताओं सहित अन्य संगठनों की ओर से किया गया। इस मौके पर श्री अग्रवाल को विभिन्न प्लेटफॉर्मों के जरिए बधाई संदेश दिए गए। इस दौरान डॉ अग्रवाल को घर पर भी बधाई देने वालों का तांता लगा रहा।


शनिवार को डॉ अग्रवाल जी के जन्मदिन के अवसर पर बापूग्राम स्थित माहेश्वरी गार्डन में भाजपा के चारों मंडल की ओर से आंचलिक भोज भड्डू दाल भात का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष राजेंद्र तड़ियाल, मंडल अध्यक्ष मनोज ध्यानी, सुरेंद्र कुमार, चंद्रमोहन पोखरियाल, सुरेंद्र बिष्ट सहित सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे।


वहीं, पूर्व मंडल अध्यक्ष वीरभद्र अरविंद चौधरी के नेतृत्व में कृष्णा नगर कॉलोनी में शरबत वितरण किया गया। इस मौके पर रविंद्र कश्यप, आरती दूबे, पार्षद दिनेश रावत, राजेश कोठियाल, निर्मला उनियाल, प्रताप सिंह राणा आदि उपस्थित रहे।


उधर, अभाविप नेता विवेक शर्मा के नेतृत्व में आयोजित कार्यक्रम में डा. अग्रवाल के जन्मदिन पर राजकीय महाविद्यालय पौधरोपण किया गया। इस दौरान मयंक भट्ट, अनिरूद्ध शर्मा, ऋषभ आदि उपस्थित रहे। इसके अलावा भाजपा कार्यकर्ता लव कोहली के नेतृत्व में तिलक मार्ग पर केक सेरेमनी कर जन्मदिन मनाया गया। इस दौरान पूर्व पार्षद प्रदीप कोहली उपस्थित रहे।


वहीं, महिला मोर्चा के नेतृत्व में सरकारी अस्पताल में गर्भवती महिलाओं को फल वितरण किये गए। इस दौरान महिलाओं ने डा. अग्रवाल को जन्मदिन की बधाई देकर उनके दीर्घायु जीवन की कामना भी की। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष महिला मोर्चा कविता शाह, मंडल अध्यक्ष रूचि जैन, सुधा असवाल, दुर्गा अग्रवाल आदि उपस्थित रहीं।


उधर, कैलाश गेट भजन गढ़ रोड स्थित कुष्ठ रोग कॉलोनी में डॉ अग्रवाल ने परिजनों के साथ पहुंचकर रोगियों और उनके परिजनों को दैनिक उपयोग की वस्तुएं तथा फल वितरित किए। साथ ही ईश्वर से उनपर सदैव अपनी कृपा बनाए रखने की कामना की। इस मौके पर श्री अग्रवाल ने आश्रम परिसर पर ही फलदार, औषधीय पौधे रोपे गए। इस मौके पर शशिप्रभा अग्रवाल, पीयूष अग्रवाल, ललित जिंदल, ताजेन्द्र नेगी, राजेन्द्र थलवाल, सुभाष चौहान, रोहित गोड़ियाल, अरविंद नेगी, विनोद लेखवार, सुमित ब्रिजवान आदि उपस्थित रहे।


वहीं, पंजाबी महासभा की ओर से त्रिवेणी घाट मार्ग पर धूमधाम से डॉ अग्रवाल का जन्मदिन मनाया गया। इस मौके पर केक काटकर तथा गले लगकर डॉ अग्रवाल को महासभा के सदस्यों ने बधाई दी। इस मौके पर केके लाम्बा, प्रदीप कोहली, धीरज मखीजा, प्रतीक कालिया, पदम शर्मा, सरोज डिमरी, माधवी गुप्ता, रूपेश गुप्ता, सुभाष कोहली, अनिता बहल आदि उपस्थित रहे।


वहीं, भाजपा युवा मोर्चा जिला महामंत्री शिवम टुटेजा के नेतृत्व में घाट मार्ग के व्यापारियों ने डॉ अग्रवाल के जन्मदिन पर आतिशबाजी कार्यक्रम आयोजित किया गया। मौके पर केक काटकर बधाई दी गयी। इस दौरान नगरभर के व्यापारीगण व भाजपा पदाधिकारी आदि उपस्थित रहे।


उधर, छिद्दरवाला में भी डॉ अग्रवाल का जन्मदिन केक काटकर मनाया गया। इस दौरान पूर्व प्रधान सोबन सिंह कैंतुरा, अनिता राणा, समा पंवार, आयुष रावत, सरदार बलविंदर सिंह, भगवान सिंह मेहर, अमर खत्री, अंबर गुरूंग आदि उपस्थित रहे।


वहीं, त्रिवेणी घाट पर पूर्व मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल जी के जन्मदिन पर हलवे का प्रसाद वितरित किया गया। इस मौके पर पार्षद माधवी गुप्ता, रूपेश गुप्ता, राजपाल ठाकुर, देवदत्त शर्मा, ज्योति पांडेय, शशि मिश्रा, उषा मंडल आदि उपस्थित रहे।


उधर, डॉ अग्रवाल ने त्रिवेणी घाट में आयोजित सांध्यकालीन गंगा आरती में प्रतिभाग किया। उन्होंने मां गंगा की आरती करते हुए विश्व में सद्भावना, देश में भाईचारा बनाये रखने की कामना की। इस अवसर पर गंगा में दुग्धाभिषेक भी किया गया। इस दौरान पूर्व मण्डल अध्यक्ष सुमित पंवार, माधवी गुप्ता, रूपेश गुप्ता व सैकड़ो की संख्या में पदाधिकारी आदि उपस्थित रहे। इसके अलावा शिव कुमार गौतम, जितेंद्र पाल, एकांत गोयल ने भी केक काटकर डा. अग्रवाल का जन्मदिन मनाया।


वहीं, डॉ अग्रवाल को उनके निवास पर बधाई देने वालों में महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल, नंद किशोर जाटव, जिलाध्यक्ष महिला मोर्चा कविता शाह, अनिता प्रधान, सरोज डिमरी, पुष्पा धयानी, नीलम चमोली, ममता सकलानी, भावना भट्ट, रिंकी राणा, अनिता तिवाड़ी, रेखा चौबे, भावना किशोर गौड़, सुभाष वाल्मीकि, गोविंद सिंह रावत आदि सैकड़ो की संख्या में उपस्थित रहे।


अपने जन्मदिन के अवसर डॉ अग्रवाल जी ने सभी देवतुल्य कार्यकर्ताओं, स्थानीय नागरिकों, व्यापारियों, वरिष्ठ नागरिकों, माताओं, बहनों और तमाम अन्य संगठनों का आभार व्यक्त किया। कहा कि सभी लोगों ने उनके व्यक्तिगत आग्रह को स्वीकारते हुए जन्मदिन पर सामाजिक कार्य कर अपनी शुभकामनाएं दीं है, आप सभी अपना आशीर्वाद दें, जिससे वह प्रदेश के विकास और उन्नति की दिशा में अग्रसर करने के लिए मजबूती के साथ कार्य कर सकें।

 ऋषिकेश :



 पं.ल.मो.शर्मा परिसर ऋषिकेश योग विज्ञान विभाग के छात्र/छात्राओ को परीक्षा की पूर्णता के अवसर पर गढ़वाल मंडल विकास निगम उत्तराखण्ड सरकार द्वारा 01 मार्च से 07 मार्च 2025 तक आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव में प्रतिभाग करने वाले समस्त छात्र/छात्राओं को ऋषिकेश परिसर के निदेशक प्रो. महाबीर सिंह द्वारा प्रमाण पत्र वितरित किये गये। इस अवसर पर परिसर निदेशक ने कहा कि योग महोत्सव केवल शैक्षणिक महोत्सव न होकर जीवन एवं आध्यात्म का महोत्सव है। जिसमें प्रतिभागी व्यक्तिगत, पारिवारिक, सामाजिक, राष्ट्रीयता के साथ सम्पूर्ण विश्व के प्रति अपनी नैसर्गिक जिम्मेदारियों को वशीभूत कर उसे जीवन में उतारने में सफल होता है। प्रो. रावत ने सभी प्रतिभागियों को समर्पित भाव से योग महोत्सव में प्रतिभाग करने पर अपनी शुभकामनायें प्रेषित करते हुए कहा कि  योग जीवन के प्रत्येक पहलु को स्पर्श करते हुये उसमें उत्तरोत्तर निखार लाने में सहायक है। अतः इस उत्सव को मनाया जाना स्वाभाविक है। योग विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष नेे कहा कि यह योग महोत्सव भारतीय सांस्कृतिक वैश्विक चेेतना का सम्पूर्ण संगम है जिसमें भारतीय विरासत - एकता, प्रेम, एवं शांति जनकल्याण की भावना एक सूत्र में बंधती है। इसीलिये पूरा विश्व योग महोत्सव को मनाने ऋषिकेश आते हैं।  इस अवसर पर योग योग प्राध्यापिकायें डा. चंद्रेवरी नेगी, डा. वीना रयाल, डा. हिमानी नौटियाल के साथ योग के समस्त छात्र /छात्राएँ मौजूद  रहे |

 उत्तराखण्ड के तीन युवा एन0सी0सी0 कैडेट्स ने 18 मई 2025 को माउंट एवरेस्ट की चोटी पर चढाई कर देश को किया प्रेरित।



18 मई 2025 को साहस, दृढता और अनगिनत चुनौतियों को पार करने की अदभुत मिसाल पेश करते हुए उत्तराखण्ड के तीन युवा राश्ट्रीय कैडेट कोर के कैडेट्स ने माउंट एवरेस्ट, दुनिया की सबसे ऊॅंची चोटी पर सफलतापूर्वक चढ़ाई की। 


यह एतिहासिक  उपलब्धि 18 मई 2025 को प्राप्त हुई जो यह सिद्ध करती है कि जब सपनों में विश्वास और कठिन परिश्रम होता है तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं होता ।

इन साहसी युवा पर्वतारोहियों - कैडेट वीरेन्द्र सामन्त, 29 उत्तराखण्ड वाहिनी राष्ट्रीय कैडेट कोर, देहरादून, कैडेट मुकुल बंगवाल, 4 उत्तराखण्ड वाहिनी राष्ट्रीय कैडेट कोर, पौडी, कैडेट सचिन कुमार, 3 उत्तराखण्ड वाहिनी राश्ट्रीय कैडेट कोर, उत्तरकाशी ने दुनिया की सबसे ऊॅंची पर्वत चोटी को चढकर ना केवल अपने व्यक्तिगत साहस को परखा, बल्कि यह संदेश भी दिया कि भारत के युवा अगर ठान लें तो कोई भी चुनौती उनके रास्ते में नहीं आ सकती ।

कैडेट वीरेन्द्र सामन्त ने कहा, “यह हमारी जीत नहीं है, यह हर उस युवा की जीत है जो सपने देखता है। हमने कडी चुनौतियों का सामना किया लेकिन हर कदम में हमारे अंदर विश्वास था- अपने आप पर, अपनी टीम पर और इस सपने को पूरा करने पर।“

यह अभियान एन0सी0सी0 के द्वारा आयोजित किया गया था जिसका उद्दश्य भारतीय युवाओं को साहसिक खेलों, नेतृत्व और आत्मनिर्भता के प्रति प्रेरित करना है। इस कठिन यात्रा में इन कैडेट्स ने न केवल भयंकर मौसम का सामना किया, बल्कि मानसिक और शारीरिक थकावट को भी पार किया।  फिर भी उनके अथक प्रयासों और टीमवर्क ने उन्हैं सफलता की ऊॅंचाइयों तक पहुॅंचाया।

एन0सी00सी0 में हम हमेशा कहते हैं कि नेतृत्व कठिन समय में ही पैदा होता है।  इन युवा पर्वतारोहियों ने इस सिदधांत को अपने कार्यां से साबित किया है।  उत्तराखण्ड एन0सी0सी0 के अपर महानिदेशक, मेजर जनरल रोहन आनन्द, सेना मेडल ने कहा “जो उन्होंने किया है वह एक पीढी को प्रेरित करेगा, ताकि वे अपने डर को पार कर सकें और असाधारण उपलब्धियॉं हासिल कर सकें।“

यह उपलब्धि केवल इन कैडेट्स की नहीं बल्कि पूरे देश की है। उनका साहस और समर्पण भारत के युवाओं के लिए एक नई प्रेरणा का सा्रेत बनेगा। उनकी सफलता एन0सी0सी के मूल्यों-अनुशासन, टीमवर्क और उतकृश्टता की ओर निरंतर प्रयास का प्रतीक है।

इस यात्रा में उन्हें अनुभवी पर्वतारोहियों, प्रशिक्षकों और एन0सी0सी0 के मार्गदर्शकों का पूरा सहयोग प्राप्त था।  इसके अलावा, उत्तराखण्ड पर्यटन विकास बोर्ड, भारतीय सेना की पर्वतारोहण टीम और स्थानीय संगठनों ने इस अभियान की सफलता में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। मेजर जनरल रोहन आनन्द, सेना मेडल, अपर महानिदेशक ने कहा, ‘यह सफलता सिर्फ इन कैडेटस की नहीं, बल्कि पूरे राश्ट्र की है । उनकी यात्रा हमारे युवा शक्ति, एकता की ताकत और असंभव को संभव बनाने की अदम्य इच्छा का प्रतीक है।

अब जब ये कैडेट्स उत्तराखण्ड लौटेंग तो उनका एक सच्चे नायक के रूप में स्वागत किया जाएगा।  उनका यह साहसिक सफर आने वाली पीढियों के लिए एक प्रेरणा बनेगा और यह सिद्ध करेगा कि जब आप ठान लें, तो कोई भी सपना बहुत बड़ा नहीं होता।


देहरादून:

BKTC chairman meet to governor  gumeet singh


श्री बदरीनाथ - केदारनाथ मंदिर समिति ( बीकेटीसी) अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने प्रदेश के राज्यपाल  लैप्टिनेंट जनरल ( अवकाश प्राप्त)गुरमीत सिंह  से शिष्टाचार भेंट  की। इस अवसर पर राज्यपाल ने अपनी पुस्तक *संस्कृति ओर भारतीय ज्ञान प्रणाली की पुनर्स्थापना उत्तराखंड के  विशेष संदर्भ में* पुस्तक बीकेटीसी अध्यक्ष को भेंट की ।


उत्तराखंड चारधाम  श्री केदारनाथ, श्री बदरीनाथ श्री गंगोत्री, श्री यमुनोत्री  यात्रा सहित  25 मई से शुरू होने वाली पवित्र श्री हेमकुंट साहिब यात्रा विषयक चर्चा हुई। 


6 मई श्री बदरीनाथ -केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) अध्यक्ष  हेमंत द्विवेदी की कार्यभार संभालने के बाद तथा श्री केदारनाथ तथा श्री बदरीनाथ धाम यात्रा व्यवस्थाओंं के निरीक्षण से लौटने के पश्चात महामहिम राज्यपाल  महोदय से  राजभवन में भेंट हुई है।

धामों में यात्रा  व्यवस्थाओंं,मंदिर समिति द्वारा धामों में तीर्थयात्रियों को सरल सुगम दर्शन, धामों में सुरक्षा व्यवस्था  के विषय में बीकेटीसी अध्यक्ष ने  राज्यपाल को अवगत कराया।


 

हरिद्वार:


संस्कृति स्कूल में स्कूल परिसर मे मदर डे का आयोजन किया गया है, 

संस्कृति स्कूल परिसर में श्रीमती वंदना खुराना, श्रीमती रीमा भल्ला जी ने इस कंपीटिशन के लिए अत्यंत उत्साहवर्घक भाव प्रकट किए तथा प्रसन्नता व्यक्त की,


इस आयोजन के माध्यम  से माताओं  के बीच हैंडमेड ज्वेलरी कंपटीशन कराया गया

इस कंपीटिशन में हमारे स्कूल के बच्चों की माताओं ने बढ़ चढ़ के हिस्सा लिया एवं बहुत आनन्द लिया

इस कंपीटिशन में तरह तरह के आभूषण बनाए।


एक तरफ कुछ माताओं ने इस कंपीटिशन में हिस्सा लिया वहीं दूसरी तरफ जिन माताओं ने ज्वैलरी कंपटीशन में हिस्सा नहीं लिया उन सभी माताओं को विभिन्न प्रकार के खेल खिलाए गए ।

अंत में सभी माताओं को कृतज्ञता के भाव से उपहार प्रस्तुत किए गए।


निर्देशिका श्रीमती दिव्या पंजवानी जी एवं प्रधानाचार्य श्रीमती श्वेता सहगल जी ने सभी माताओं की मेहनत एवं उनके द्वारा बनाए गए आभूषण की प्रशंसा की और उनकी प्रस्तुति की सराहना की,


इस प्रकार मदर डे सेलिब्रेशन अत्यंत उत्साहपूर्ण मनाया गया।


इस कंपीटिशन के दौरान सभी माताएं अत्यंत प्रसन्न व प्रभावित हुई।

 ऋषिकेश  : 


.कोतवाली रायवाला का प्रथम कोतवाल बनने पर  ग्रामीणों ने कोतवाल बीएल भारती का फूल मालाओं से अभिनन्दन किया। इस दौरान ग्रामीणों ने उम्मीद जताई कि नए कोतवाल के नेतृत्व में क्षेत्र में शांति और सुरक्षा व्यवस्था अधिक मजबूत और बेहतर होगी। साथ ही क्षेत्र में चारधाम यात्रा खासकर यातायात व्यवस्था अधिक व्यवस्थित हो सकेगी। स्वागत करने वालों में भाजपा नेता विपिन कुकरेती, अंजना चौहान, बीना बंगवाल, बबीता कमल कुमार, सुषमा तिवाड़ी, सरस्वती अधिकारी, ऋषिराम शर्मा आदि रहे।


दिल्ली;



 सांसद हरिद्वार और पूर्व सीएम उत्तराखंड त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने दिल्ली स्थित अपने शासकीय आवास पर स्टाफ के साथ आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी  की 'मन की बात' कार्यक्रम को सुना, तथा उनका मार्गदर्शन लिया।


इस दौरान प्रधानमंत्री जी ने पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले पर पुनः गहरा दुःख व्यक्त किया है और पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट करते हुए उन्हें न्याय दिलाने तथा इस हमले के दोषियों और साजिश रचने वालों को कठोरतम जवाब देने के प्रति अपने संकल्प को दोहराया है। सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री जी का यह संकल्प आतंकवाद को जड़ से मिटाने के प्रति भारत की अटूट प्रतिबद्धता का प्रतीक है।उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में 'नया भारत' आतंकवाद को जड़ से ख़त्म करेगा| आतंकवाद के विरुद्ध इस लड़ाई में हर भारतवासी एकजुट हैं और पूर्ण दृढ़ता के साथ देश के प्रधानमंत्री जी के साथ खड़े हैं।


हरिद्वार :

VHP haridwar protest against pahalgAm incident


जम्मू कश्मीर के पहलगाम में इस्लामिक जिहादी आतंकियों द्वारा हिंदुओं की धर्म पूछकर की गई नृशंस हत्याओं के विरोध में विश्व हिन्दू परिषद, हरिद्वार ने शंकर आश्रम से पैदल मार्च करते हुए चंद्राचार्य चौक तक विरोध प्रदर्शन किया और पाकिस्तान व इस्लामिक जिहाद और आतंकवाद का पुतला दहन किया।


विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष बलराम कपूर ने कहा कि हमलावर आतंकियों व उनके पैरोकार पाकिस्तान को सबक सिखाने का काम तो हमारे देश के कर्मठ नेतृत्व ने प्रारंभ कर ही दिया है, अब हमारी भी बारी है कि समस्त देशवासी अपने आसपास पल रहे आस्तीन के जिहादी सांपों को ठीक से पहचान कर उन्हें बेनकाब कर सुरक्षा बलों को सौंपे। अब सिर्फ हिन्दू नरसंहार की निंदा करने मात्र से काम नहीं चलेगा अपितु हिंसा, आतंकवाद और काफिरोफोबिया के शिकार जहरीले सांपों को बिलों में से निकालकर उनके फन कुचलने होंगे। बजरंग दल के प्रांत अखाड़ा प्रमुख सौरभ चौहान ने कहा अब खून और पानी का खेल साथ साथ नहीं चलेगा। भारत में जितने भी पाकिस्तानी नागरिक या पाक परस्त मानसिकता के लोग हैं, उन सभी को सीमा पार खदेड़ना होगा। हमें शासन प्रशासन और सरकारों के नाक कान और आँख बनना होगा। हम दोषियों को दंड दिलाने हेतु सरकार के साथ कंधा से कंधा मिलाकर चलने को प्रतिबद्ध हैं। 

बजरंग दल के जिला संयोजक अमित मुल्तानिया ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि पाकिस्तान के जिहादियों ने हमारी सहनशीलता और संयम की सारी हदें पार कर दी है। पाकिस्तान को करारा जवाब देने के लिए भारतीय सेना उनके घर में घुस कर सबक सिखाने का काम करे और पहलगाम का बदला ले। देश के अंदर सभी सुरक्षा एजेंसियों को सक्रिय किया जाए। विश्व हिन्दू परिषद हरिद्वार के जिला सहमंत्री दीपक तालियान ने कहा पाकिस्तान पोषित आतंकवाद सारी हदें पार कर चुका है, उसकी घिनौनी हरकत की ऐसी सजा होनी चाहिए कि भविष्य में वह ऐसा दुस्साहस करने लायक ही ना बचे। भारत सरकार को पाकिस्तान में पोषित हो रहे आतंकी ठिकानों को तत्काल नष्ट कर देना चाहिए।


इस अवसर पर प्रमुख रुप से विश्व हिन्दू परिषद मातृशक्ति प्रमुख नीता कपूर, नवीन तेश्वर, स्वामी मंजूनाथ प्रभाकर भट्ट, दिग्विजय, मुकेश, विवेक, केशव गायकवाड़, गौरी, अमन, कमल, कुलदीप, गगन, प्रजीत, रोहित शास्त्री, शिवम बिष्ट, कपिल विश्नोई, साजन, सचिन, सतनाम, हरीश, भूपेन्द्र, अंगद, निखिल, राजीव, सन्नी, विशाल, अमित कश्यप, गुरजीत, जयकरण, दिलप्रीत, आकाश, सौरभ के साथ अनेक कार्यकर्ता उपस्थित रहें।



   ऋषिकेश : 



भारती शिक्षा निकेतन चकजोगीवाला में हाई स्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा में विद्यालय के 90% से अधिक अंक प्राप्त करने वाले 13 छात्र/छात्राओं और उनके अभिभावकों को सम्मानित किया गया ।

मंगलवार को मुख्य अतिथि पूर्व जिला पंचायत सदस्य देवेन्द्र सिंह नेगी व जोगीवाला माफी के निवर्तमान ग्राम प्रधान सोबन सिंह कैंतुरा ने बच्चों को सम्मानित किया। देवेंद्र नेगी ने बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा कि लक्ष्य निर्धारित कर मेहनत करने से सफलता जरूर मिलती है। 

इस अवसर पर छात्र, छात्राओं व उनके अभिभावकों का फूल मालाओं से स्वागत किया गया। विद्यालय प्रबंधन की ओर से बच्चों को उत्तराखंड बोर्ड की मेरिट लिस्ट बनाने पर स्मृति चिन्ह भेंट कर प्रोत्साहन के लिए 5-5 हजार रुपये के चैक भी प्रदान किए गए। प्रधानाचार्य जटे सिंह चौहान ने बच्चों व शिक्षकों की मेहनत को सराहते हुए उन्हें शुभकामनाएं दी।

इस अवसर पर अपनी लग्न, मेहनत और कठिन परिश्रम से इस पल को संभव बनाने वाले विद्यालय के अनुभवी अध्यापक,अध्यापिकाएं मौजूद  रहे। कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के उप प्रधानाचार्य वी एस बिष्ट ने किया।

ऋषिकेश:

Outsource asst forest worker gave memorandum to BJP district chairman

 आज दिनांक 16 /4 /2025 को आउटसोर्स सहायक वन कर्मचारी एसोसिएशन देहरादून( रजिO) के प्रतिनिधियों द्वारा भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष  श्री राजेंद्र तडियाल   से ऋषिकेश कार्यालय में भेंट कर राजाजी टाइगर रिजर्व में कार्यरत समस्त आउटसोर्स वन कर्मचारियो एवं उत्तराखंड वन विभाग में कार्यरत समस्त आउटसोर्स वन कर्मचारियों को भी उपनल की भांति नियमितीकरण किए जाने हेतु ज्ञापन दिया गया l

 वन विभाग में आउटसोर्स वन कर्मचारी के रूप में विगत 10 -15 वर्षों से बहुत ही कम वेतन में विकट परिस्थितियों में पूरी निष्ठा एवं ईमानदारी के साथ अपने कार्य का निर्वहन कर रहे हैं .

 उपनल कर्मचारी की भांति ही आउटसोर्स वन कर्मचारी भी वन विभाग में वन्यजीवों एवं वन संपदा की सुरक्षा का निर्वहन कर रहे हैं ।

जिला अध्यक्ष श्री राजेंद्र तडियाल जी द्वारा आउटसोर्स वन कर्मचारी के प्रतिनिधि मंडल को आश्वासन दिया कि वह जल्द ही माननीय मुख्यमंत्री  से आउटसोर्स वन कर्मचारियो के हितों के लिए उनसे वार्ता करेंगे और आउटसोर्स वन कर्मचारियों को उपनल की भांति  नियमितीकरण के लिए ठोस नीति बनाये जाने में सम्मिलित किया जाएl 

ज्ञापन देने वालों में राकेश चौहान, (अध्यक्ष) शमशाद, बलवंत सिंह, सुजीत कुमार (उपाध्यक्ष) इत्यादि l

 “युवा शक्ति को नशे और मोबाइल गेम्स से निकालकर मैदान की ओर लाने का सफल प्रयास – ‘क्रिकेट प्रेमी परिवार ’ ने अब मिशन का रूप ले लिया है!”


ऋषिकेश  :




एक साल पहले शुरू हुआ क्रिकेट  प्रेमी परिवार  आज केवल एक खेल समूह नहीं रहा, बल्कि यह एक सामाजिक आंदोलन बन चुका है।

इसका उद्देश्य युवाओं को नशा, सोशल मीडिया की अत्यधिक लत और मोबाइल गेम्स की दुनिया से बाहर निकालकर फिटनेस, अनुशासन और टीम भावना की दिशा में आगे बढ़ाना है।


आज यह परिवार 100 से अधिक सक्रिय सदस्यों वाला एक जीवंत और ऊर्जा से भरपूर समुदाय बन चुका है, जो प्रतिदिन सुबह 6 बजे मैदान में एकत्र होकर न केवल क्रिकेट खेलता है, बल्कि एक सकारात्मक जीवनशैली और सामाजिक समर्पण का उदाहरण भी प्रस्तुत करता है।



“क्रिकेट प्रेमी परिवार की पहली वर्षगांठ – एक यादगार दिन, एक ऐतिहासिक मुकाबला!”


इस खास अवसर पर क्रिकेट प्रेमी परिवार की पहली वर्षगांठ बड़े ही जोश और उत्साह के साथ मनाई गई।

21-21 ओवर का एक रोमांचक और प्रतिस्पर्धात्मक मुकाबला खेला गया, जिसमें सीनियर बनाम जूनियर टीमों ने ज़ोरदार प्रदर्शन किया।

हर चौका, हर विकेट और हर कैच पर दर्शकों और खिलाड़ियों का जुनून मैदान में गूंजता रहा।



मैच की मुख्य झलकियाँ:

सीनियर टीम ने 131 रन बनाए, जिसमें शंकर थापा (36 रन), गौरव कावत्रा (31 रन) और मुकेश कैंतुरा (34 रन) की शानदार पारियाँ शामिल थीं।

मोहन रावत ने अपने स्पेल में केवल 1 रन देकर 5 विकेट लेकर मैच का रुख ही पलट दिया।

जवाब में जूनियर टीम 111 रन पर सिमट गई।

लकी नेगी ने 5 विकेट, और गौरव जठुरी ने 3 शानदार कैच लेकर बेहतरीन फील्डिंग का प्रदर्शन किया।


सम्मानित खिलाड़ी:

मैन आफ द मैच – शंकर थापा

फाईटर आफ द मैच  – मोहन रावत



मैच के बाद हुई केक सेरेमनी ने इस ऐतिहासिक दिन को और भी खास बना दिया।

हर चेहरे पर मुस्कान, हर दिल में गर्व और टीम भावना का जज़्बा नज़र आ रहा था।

एक वर्ष पूर्व जिस विचार का बीजारोपण किया गया था, आज वह एक सशक्त समुदाय के रूप में विकसित हो चुका है।



संस्थापक की ओर से विशेष संदेश:


संस्थापकों में से एक, श्री महावीर सिंह कैंतुरा ने वर्षगांठ के अवसर पर सभी सदस्यों का दिल से आभार व्यक्त किया।

उन्होंने भावुक होकर कहा:

“16 वर्ष के युवा खिलाड़ियों से लेकर 60 वर्ष के अनुभवी खिलाड़ियों को एक साथ खेलते देखना वास्तव में एक अद्भुत अनुभव है।

यह हमारे जीवन के सबसे खूबसूरत और प्रेरणादायक लम्हों में से एक है।”



क्रिकेट प्रेमी परिवार अब केवल एक खेल नहीं, एक संस्कार है।


यह एक ऐसा मिशन है जो—

युवाओं को जागरूक करता है,

समाज में सकारात्मक बदलाव लाता है,

और हर सुबह को जोश, अनुशासन और भाईचारे से भर देता है।

 पालिकाध्यक्ष ने सुनी जनता की समस्याएं, जल्द हल का दिया भरोसा

डोईवाला :



नगर पालिकाध्यक्ष नरेंद्र सिंह नेगी ने जब से शपथ ग्रहण किया है वह जनता के बीच जाकर समस्या के समाधान के लिए हर वार्ड में बैठक कर वहां के स्थानीय निवासियों से वार्ड की समस्याओं का संज्ञान ले रहे हैं! पालिकाध्यक्ष नरेंद्र सिंह नेगी को वार्ड संख्या एक के लोगों ने बिजली,पानी,सड़क आदि की समस्याओं से अवगत कराया! पालिकाध्यक्ष नरेंद्र सिंह नेगी ने कहा कि जन सेवा मेरे लिए सर्वोपरि है उन्होंने भरोसा दिलाते हुए कहां कि जनता की समस्या का समाधान निष्ठा से करना उनकी पहली प्राथमिकता है! बद्री केदार की पूर्व सदस्य चंद्रकला ध्यानी ने वार्ड की समस्याओं का समाधान जल्द से जल्द करने की बात कही! इस मौके पर रेखा कौशल, भरत सिंह रावत, राज गुप्ता, प्रीति शर्मा, चैत सिंह आदि वार्ड के लोग मौजूद रहे!888 ou

 किसी भी समुदाय के विरुद्ध नहीं हैं समान नागरिक संहिता: श्रीमहंत रविन्द्र पुरी 

प्रवासी मूल उत्तराखंडी भी हैं समान नागरिक संहिता के दायरे में: डॉ माहेश्वरी

लिव इन रिलेशन में धोखा देने पर हैं दंड का प्रावधान:  नीरज गुप्ता 

महिलाओं को अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान कर रहा यू सी सी: अजरा कोमल

हरिद्वार;

UCC workshop in SMJN PG college


आज एस एम जे एन पीजी कॉलेज हरिद्वार में कॉलेज के आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ, हरिद्वार नागरिक मंच तथा यूको बैंक के संयुक्त तत्वाधान में 'समान नागरिक संहिता उत्तराखंड राज्य' विषय पर  आयोजित की जा रही दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार के दूसरे दिन भी बौद्धिक मंथन में समाज के विभिन्न क्षेत्रों से आए अधिकारियों, अतिथियों, छात्र-छात्राओं, कॉलेज के शिक्षकों तथा कर्मचारियों ने उत्साह पूर्वक प्रतिभाग किया। इस अवसर पर अपने शुभकामना संदेश में श्रीमहंत रविन्द्र पुरी जी महाराज, अध्यक्ष, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने कहा कि समान नागरिक संहिता के विषय में समाज में भ्रम फैलाया जा रहा हैं कि यह किसी समुदाय के विरुद्ध बनाया हुआ कानून हैं। श्रीमहंत ने कहा कि समान नागरिक संहिता तो सभी धर्मों तथा सभी वर्गों को एक समान दृष्टि से देखता हैं और सभी को समानता का अवसर प्रदान करता हैं। इस अवसर पर अपने शुभकामना सन्देश में महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो सुनील कुमार बत्रा ने आतंरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ को सफल कार्यक्रम के आयोजन के लिए बधाई प्रेषित करते हुए कहा कि समान नागरिक संहिता लिव इन रिलेशन में जन्मे बच्चे को भी उसका अधिकार दिलाता हैं। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि शासकीय अधिवक्ता श्री नीरज कुमार गुप्ता ने समान नागरिक संहिता विषय पर अपनी बात रखते हुये कहा कि इस कानून में विशेष रूप से महिलाओं के अधिकारों का ध्यान रखा गया है । उन्होनें बताया कि समान नागरिक संहिता में मुख्य रूप से विवाह,तलाक, लिव इन रिलेशन और उत्तराधिकार पर कानूनी प्रकाश डालता है । अधिवक्ता नीरज गुप्ता ने यू सी सी से सम्बन्धित शंकाओं का समाधान भी किया । इस अवसर पर उपस्थित एडवोकेट अजरा कोमल ने जनजागरुकता के लिए महाविद्यालय परिवार के प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि समान नागरिक संहिता देश को नई ऊंचाई पर ले जाने की पहल हैं तथा महिलाओं को अतिरिक्त ताकत तथा सुरक्षा दे रही हैं । 


इस अवसर पर अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉक्टर संजय माहेश्वरी ने कहा कि समान नागरिक संहिता उत्तराखंड की लोक विरासत को भी संरक्षण दे रही हैं।  उन्होंने कहा कि समान नागरिक संहिता के दायरे में प्रवासी मूल उत्तराखंडी भी आएंगे। 

अपने संबोधन में विधि स्नातक और पत्रकार संदीप रावत प्रश्नोत्तर सत्र में विद्यार्थियों के सवाल पर कहा की उत्तराखंड में लागू होने वाले यूसीसी (समान नागरिक संहिता) से अनुसूचित जनजातियों (एसटी) को बाहर रखने का मुख्य कारण उनकी विशिष्ट सामाजिक, सांस्कृतिक और पारंपरिक पहचान को संरक्षित करना है।यह संविधान में उन्हें दिए गए विशेष प्रावधानों के अनुरूप है। 

कॉलेज के छात्र छात्राओं द्वारा यू सी सी के प्रति समाज में जागरूकता के लिये नाटिका भी आयोजित की गई जिसमें पिंकी,सौरभ,मोना,दिव्याशुं नेगी,शीतल,भव्या,राज,अनसुईया,नेहा,ऋषिका,वंश और शंशाक ने प्रतिभाग किया। इस अवसर पर श्री यादवेंद्र सिंह ने व्याख्यान के माध्यम से विवाह पंजीकरण की प्रक्रिया को समझाया।  कार्यक्रम में मंच का सफल संचालन डॉ० पूर्णिमा सुंदरियाल और डॉ० पल्लवी के द्वारा किया गया।  इस अवसर पर  डाॅ. शिवकुमार चौहान, डाॅ. मनोज सोही, वैभव बत्रा, दिव्यांश शर्मा, हरीश चंद्र, डाॅ. विनीता चौहान, श्रीमती रिचा मिनोचा, श्रीमती कविता छाबड़ा, श्रीमती रिंकल गोयल, डाॅ. लता शर्मा, डाॅ. आशा शर्मा, डाॅ. मोना शर्मा, डाॅ. रेनू सिंह, डाॅ. सरोज शर्मा,डाॅ. पुनीता शर्मा, डॉ विजय शर्मा, कार्यालय अधीक्षक मोहन चंद्र पाण्डेय, संजीत कुमार, प्रिंस श्रोत्रिय आदि उपस्थित रहे।

 पुण्य तिथि.......वीरांगना रानी अवंतीबाई ने मृत्यु से पूर्व अंग्रेजों के नाम छोड़ा था पत्र, जिसे पढ़कर हैरान रह गई थी ब्रिटिश हुकूमत

Avanti hai lodhi



मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में जन्मीं रानी अवंतीबाई लोधी भारत के प्रथम स्वाधीनता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली वीरांगना थीं। रानी अवंतीबाई के पति राजा विक्रमादित्य बहुत धार्मिक प्रवृत्ति के थे। अत राज्य का संचालन रानी ही करती थीं।

वीरांगना रानी अवंतीबाई ने मृत्यु से पूर्व अंग्रेजों के नाम छोड़ा था पत्र, जिसे पढ़कर हैरान रह गई थी ब्रिटिश हुकूमत

भारत की धरा पर अनेक ऐसे वीर- वीरांगनाओं का जन्म हुआ जिन्होंने सन् 1857 के प्रथम स्वाधीनता संग्राम से लेकर संपूर्ण स्वाधीनता संघर्ष में अग्रणी भूमिका का निर्वहन किया, किंतु कुछ दरबारी इतिहासकारों की धूर्तता के कारण उनका अमूल्य योगदान आज भी काल के गर्भ में दफन होने को मजबूर है। स्वाधीनता के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य पर आज आपको अवगत कराते हैं एक ऐसी ही वीरांगना से जिन्होंने उस दौर में अंग्रेजों से लोहा लिया, जब महिलाएं राजनीति से अनभिज्ञ थीं। हम बात कर रहे हैं रानी अवंतीबाई की। इनका जन्म 16 अगस्त, 1831 को मध्य प्रदेश के सिवनी जिले के मनकेहणी ग्राम में हुआ था। इनके पिता राव जुझार सिंह 187 गांवों के जमींदार थे। अवंतीबाई की संपूर्ण शिक्षा घर पर ही हुई। घर पर ही उन्होंने तलवारबाजी का प्रशिक्षण भी प्राप्त किया। कम आयु में ही वह युद्ध कौशल में पूर्णरूपेण दक्ष हो गई थीं।

अवंतीबाई का विवाह रामगढ़ के राजा लक्ष्मण सिंह लोधी के पुत्र विक्रमादित्य के साथ संपन्न हुआ। राजा लक्ष्मण सिंह ने रामगढ़ की रियासत तैंतीस साल तक संभाली। वर्ष 1850 में उनका देहावसान हो गया। इसके बाद रामगढ़ रियासत की बागडोर उनके पुत्र विक्रमादित्य ने संभाली, लेकिन विक्रमादित्य का मन राजकाज की अपेक्षा धार्मिक कार्यों में अधिक लगता था। यही कारण था कि राज्य के सारे निर्णय रानी अवंतीबाई ही करती थीं। विक्रमादित्य के पुत्र अमर सिंह एवं शेर सिंह अभी शैशवावस्था में ही थे कि राजा मानसिक रूप से विक्षिप्त हो गए। अब दोनों पुत्रों और रामगढ़ की संपूर्ण जिम्मेदारी रानी के कंधों पर आ गई। राजा के विक्षिप्त होने की खबर जैसे ही ब्रिटिश अधिकारियों को हुई, उन्होंने कोर्ट आफ वाड्र्स के तहत कार्यवाही करके राज्य का प्रशासन अपने अधिकार क्षेत्र में ले लिया और प्रतिनिधि के रूप में शेख मोहम्मद और मोहम्मद अब्दुल्ला को नियुक्त करके रामगढ़ भेज दिया। अंग्रेजों की राज्य हड़प नीति से रानी भलीभांति परिचित थीं।

अतएव उन्होंने अंग्रेजों के दोनों प्रतिनिधियों को राज्य से बाहर खदेड़ दिया। कुछ समय पश्चात राजा विक्रमादित्य का स्वास्थ्य और खराब हो गया और उनका देहावसान हो गया। अब राज्य का सारा जिम्मा रानी के सिर आ गया था। वहीं दूसरी ओर अंग्रेजों की राज्य हड़प नीति के चलते सतारा, नागपुर और झांसी सहित कई रियासतों का विलय ब्रिटिश साम्राच्य में जबरन कर लिया गया। जब बात रामगढ़ की रियासत पर आयी तो रानी अवंतीबाई ने इस फरमान का पुरजोर विरोध किया। इस कुटिल नीति के विरुद्ध मंडला के गोंड राजा शंकर शाह की अध्यक्षता में आसपास के सभी राजाओं एवं जमीदारों का एक सम्मेलन बुलाकर एकजुट होने का संदेश दिया गया।

इस विराट सम्मेलन के आयोजन हेतु रानी अवंतीबाई को प्रचार-प्रसार का दायित्व मिला। रानी ने अपने दायित्व का निर्वहन करते हुए पड़ोसी राज्यों के राजाओं एवं जमींदारों को पत्र के साथ कांच की चूडिय़ां भी भिजवाईं और पत्र में लिखा- देश की रक्षा के लिए या तो कमर कस लो या कांच की चूडिय़ां पहन कर बैठो, तुम्हें अपने धर्म-ईमान की सौगंध, जो इस कागज में लिखा पता बैरी को दिया। इस संदेश को जिसने भी पढ़ा वह देश के प्रति अपना सर्वस्व न्यौछावर करने के लिए तत्पर हो उठा। रानी के आवाहन की गूंज दूर-दूर तक गुंजायमान हुई और तय योजना के अनुसार आसपास के सभी राजा अंग्रेजों के विरुद्ध एकजुट हो गए। वर्ष 1857 का महासमर प्रारंभ हो चुका था। गोंड राजा शंकर शाह ने अंग्रेजों के विरुद्ध क्रांति का उद्घोष किया। वह अंग्रेजों की सेना से बहुत बहादुरी से लड़े, किंतु अंग्रेजों की विशाल सेना के चलते उन्हें हार का सामना करना पड़ा।

18 सितंबर, 1857 को अंग्रेजों ने राजा शंकर शाह और उनके पुत्र रघुनाथ शाह को तोप में बांधकर आग लगा दी। इन दोनों वीर हुतात्माओं के बलिदान से अन्य राजाओं में आक्रोश की च्वाला और धधक उठी और वे सभी अंग्रेजों के खिलाफ उठ खड़े हुए। रानी अवंतीबाई के नेतृत्व में रामगढ़ के सेनापति ने भुआ बिछिया थाने पर धावा बोलकर उसे अपने अधिकार में ले लिया साथ ही घुघरी क्षेत्र पर भी अपना कब्जा कर लिया। विद्रोह की चिंगारी मंडला और रामगढ़ के संपूर्ण क्षेत्र में फैल गई जिसने अंग्रेज डिप्टी कमिश्नर वाडिंग्टन की नींद उड़ा दी। मंडला के राजा शंकर शाह की वीरगति के पश्चात यहां की रक्षा का दायित्व भी रानी अवंतीबाई ने बखूबी निभाया। 23 नवंबर, 1857 को मंडला की सीमा में स्थित खैरी नामक गांव में रानी और अंग्रेजों के मध्य भयंकर युद्ध हुआ। इस युद्ध में डिप्टी कमिश्नर वाडिंग्टन बुरी तरह परास्त हुआ और उसे मंडला से भागना पड़ा। अब अंग्रेजों ने रानी अवंतीबाई से प्रतिशोध लेने के लिए रीवा के राजा की सहायता से अचानक रामगढ़ पर हमला कर दिया। अंग्रेजों की विशाल सेना का रानी अवंतीबाई ने साहस के साथ मुकाबला किया, किंतु तत्कालीन परिस्थितियों का आकलन करके वह किले से प्रस्थान कर देवहारगढ़ की पहाडिय़ों में जा पहुंचीं।

20 मार्च, 1858 को अंग्रेजों की विशाल सेना से रानी अवंतीबाई ने अपने कुछ सैनिकों के साथ साहस और वीरता के साथ युद्ध किया, लेकिन जब रानी को आभास हुआ कि उनकी मृत्यु निकट है तो उन्होंने रानी दुर्गावती का स्मरण करके अपनी ही तलवार से स्वयं के प्राण मातृभूमि के रक्षार्थ अर्पण कर दिए। कारण, उनका मानना था कि भारतीय स्त्री को जीते जी कोई शत्रु स्पर्श न कर सके। मृत्यु से पूर्व उन्होंने ब्रिटिश अधिकारियों के नाम एक पत्र छोड़ा, जिसमे लिखा था कि इस विद्रोह के लिए मैं जिम्मेदार हूं। मैंने ही सैनिकों को भड़काकर युद्ध के लिए प्रेरित किया। वे स्वयं विद्रोही नहीं बने। रानी के इस पत्र की मंशा यह थी कि उनकी मृत्यु के पश्चात अंग्रेज उनकी प्रजा को भयंकर यातनाएं न दें। धन्य है ऐसी वीरांगना जिसने राष्ट्रहित में अपने प्राणों की आहुति दे दी साथ ही राष्ट्र की मातृशक्तियों को यह संदेश दिया कि विपरीत परिस्थितियों में भी कैसे अपने आत्मबल को जागृत करके अपनी मातृभूमि की रक्षा की जा सकती है। मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में बने बरगी डैम को रानी अवंतीबाई लोधी का नाम दिया गया है। 20 मार्च, 1988 को भारत सरकार ने रानी अवंतीबाई के नाम एक 60 पैसे का डाक टिकट भी जारी किया था।

 रंगों का पर्व होली की अनेकानेक शुभकामनायें*

परमार्थ निकेतन में दिव्य गंगा आरती और पवित्र संगीत का अद्भुत संगम*

ड्रम मास्टर शिवमणि और रुणा रिजवी के साथ एक आत्म-संवेदनशील संगीतमय संध्या का अद्भुत आनंद*

शिवमणि के ड्रम की7 yu बीट्स और रुणा रिजवी के सुरों पर मंत्रमुग्ध हुये योगी*



International yoga festival parmarth niketan


माँ गंगा की पावन धाराओं के साथ, एक अद्वितीय और दिव्य संगीतमय यात्रा का परमार्थ निकेतन में आयोजन किया गया है, जिसमें भक्तिमय माहौल के साथ संगीत और भक्ति का अद्भुत संगम हुआ। अन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव की प्रत्येक संध्या संगीत की विभिन्न विधाओं को समर्पित रही परन्तु आज की इस विशेष संध्या में प्रतिष्ठित ड्रम मास्टर शिवमणि और सुरों की जादूगरी से भरपूर रुणा रिजवी ने अपनी आवाज से परमार्थ निकेतन गंगा तट पर एक नया रंग भर दिया।

योग, भक्ति और संगीत की इस संध्या ने प्रतिभागियों को आध्यात्मिक रूप से भावविभोर कर दिया। सभी के दिलों में संगीत और भक्ति का एक अद्भुत संगम हुआ। भारतीय संस्कृति और भक्ति का दिव्य प्रतीक गंगा जी की आरती व शिवमणि के संगीत  और ड्रम की थाप के साथ मिलकर एक अनूठी भव्यता और दिव्यता का सभी को अहसास कराया। रुणा रिजवी की मधुर और मंत्रमुग्ध करने वाली आवाज ने इस संगीतमय यात्रा को और भी समृद्ध बना दिया।

स्वामी चिदानन्द सरस्वती  ने कहा कि माँ गंगा की पवित्रता और संगीत का संगम हमें जीवन के शाश्वत सत्य से जोड़ता है। जब हम माँ गंगा के तट पर भक्ति और संगीत के इस दिव्य अनुभव में सम्मिलित होते हैं, तो हम न केवल बाहरी दुनिया से, बल्कि अपने भीतर की आंतरिक शांति से भी जुड़ते हैं। यह संगीतमय यात्रा हमें याद दिलाती है कि जीवन की वास्तविक यात्रा केवल बाहरी नहीं, बल्कि आत्मिक और मानसिक शांति की ओर है। 

डा साध्वी भगवती सरस्वती  ने कहा कि योग, भक्ति और संगीत के संगम ने इस संध्या को अद्वितीय बना दिया है। गंगा की आरती के साथ शिवमणि के ड्रम की थाप और रुणा रिजवी की सुरमयी आवाज ने वातावरण को दिव्यता और शांति से भर दिया।




आज अन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव के छटवें दिन इस अद्भुत संगीतमय यात्रा में 75 से भी अधिक देशों से आये योग जिज्ञासु और योगाचार्य हिस्सा बनें और इस पवित्र अनुभव को आत्मसात किया। 

स्वामी चिदानन्द सरस्वती  ने शिवमणि और रूणा रिज़वी को रूद्राक्ष का दिव्य पौधा भेंट कर उनका अभिनन्दन किया।


*मंत्री अग्रवाल ने कार्यकर्ताओं के साथ रंगो का त्यौहार होली धूमधाम से मनाई* 


*लोकगायक रूहान भारद्वाज, करिश्मा शाह, पदम गुंसाई ने दी रंगारंग प्रस्तुति, चटपटे लजीज व्यंजनों का लुत्फ उठाया


ऋषिकेश;

Holi milan  premchand agarwal


बैराज रोड स्थित कैंप कार्यालय में होली मिलन समारोह धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक व मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल जी ने कार्यकर्ताओं के साथ फूलों की होली खेली। इस दौरान पीएम मोदी से सराहना पा चुके लोकगायक रूहान भारद्वाज, करिश्मा शाह, पदम गुंसाई और उनकी टीम ने अपने बैंड के साथ प्रस्तुति दी। इस अवसर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति के साथ कार्यकर्ताओं ने चटपटे लजीज व्यजनों का लुत्फ उठाया। 


बुधवार को कैम्प कार्यालय में आयोजित होली मिलन समारोह मंत्री डॉ अग्रवाल ने कहा कि होली पवित्रता का त्यौहार है। इस पर्व की महत्वता यह है कि इसमें गले शिकवे भुलाकर एक-दूसरे को गले लगाया जाता है। कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने आवाहन किया है कि होली पर वोकल फॉर लोकल को अपनाएं। 


डा. अग्रवाल ने कहा कि होली पर्व पर अपने आसपास रंग बनाने वाले, गुजिया जैसे अन्य पकवान बनाने वालों से ही सामान खरीदे। इससे स्थानीय लोगों को भी अपने रोजगार के जरिए जहां कमाने का अवसर मिलेगा। साथ ही भारत आत्मनिर्भरता की दिशा में ओर अग्रसर होगा। 


डा. अग्रवाल ने कहा कि होली पर्व पौराणिक, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक के साथ-साथ आमोद-प्रमोद के लिये मनाया जाने वाला खुशियों का त्यौहार है। रंग, गुलाल डालकर अपने इष्ट मित्रों, प्रियजनों को रंगीन माहौल से सराबोर करने की परम्परा है, जो वर्षों से चली आ रही है।


इस मौके पर मंत्री डा. अग्रवाल ने कार्यकर्ताओं के साथ फूलों की होली खेली। साथी एक दूसरे को अबीर-गुलाल लगाकर होली पर्व की बधाई दी।


इस मौके पर जिलाध्यक्ष राजेंद्र तड़ियाल, निवर्तमान जिलाध्यक्ष महिला मोर्चा कविता साह, मण्डल अध्यक्ष वीरभद्र सुरेंद्र कुमार, सुमित पंवार, दिनेश पयाल, पुनीता भंडारी, रिंकी राणा, पूनम डोभाल, सुमन रावत, पिंकी धस्माना, सुधा असवाल, ममता रतूड़ी, ममता सकलानी, नितिन सक्सेना, सुरेंद्र बिष्ट, समा पंवार, शिव कुमार गौतम, पार्षद रीना शर्मा, सोबन कैंतुरा, राज्य आंदोलनकारी कमला नेगी, सोनी रावत, सीमा रानी, जगावर सिंह, लक्ष्मी गुरूंग, अनिता राणा, विवेक शर्मा, रंजन अंथवाल, प्रवीन रावत, अनिता प्रधान आदि सैकड़ो की संख्या में महिलाएं उपस्थित रहे।

देहरादून:



 भारतीय जनता पार्टी महानगर देहरादून के नवनिर्वाचित अध्यक्ष सिद्धार्थ उमेश अग्रवाल ने अपने कार्यभार के प्रथम दिन में हम सब के आदर्श संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण की एवं भाजपा के आदर्श एकात्म मानववाद के पुरोधा पंडित श्री दीनदयाल उपाध्याय जी एवं उत्तराखंड के गांधी परम श्रद्धेय  श्री इंद्रमणि बडोनी जी की प्रतिमा पर भी माल्यार्पण कर कोटि-कोटि नमन किया उसके बाद उत्तराखंड के शहीदों को कचहरी परिसर में पुष्पांजलि के माध्यम से उनकी शहादत को याद करते हुए  नमन किया।

 देहरादून बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मनमोहन कंडवाल एवं बार काउंसिल के सदस्य अनिल पंडित सहित कई अधिवक्ताओं के द्वारा महानगर के अध्यक्ष सिद्धार्थ उमेश अग्रवाल का स्वागत अभिनंदन भी किया गया।

साथ ही महानगर अध्यक्ष सिद्धार्थ उमेश अग्रवाल ने बताया कि संगठन के द्वारा मुझे पुनः जो जिम्मेदारी मिली है उस जिम्मेदारी को समर्पण एवं  निष्ठा के साथ निर्वाहन करना है हमने पिछले कार्यकाल में भी सेवा भाव से संगठन के दिशा निर्देश अनुसार महानगर देहरादून को संगठनात्मक स्तर से आगे लाने का काम किया है और आने वाले समय में भी यही कार्यशैली अपनाई जाएगी। 

कार्यक्रम में राजपुर विधानसभा के माननीय विधायक श्री खजाना दास जी ने भी सभी महापुरुषों की प्रतिमा पर पुष्पांजलि करी उत्तराखंड आंदोलन के शहीदों को कोटि-कोटि नमन किया और पुनः सिद्धार्थ उमेश अग्रवाल को शुभकामनाएं दी।


कार्यक्रम में सुरेंद्र राणा विजेंद्र थपलियाल  मंडल अध्यक्ष पूनम बुटोला आशीष शर्मा जयपाल बाल्मीकि विपिन खंडूरी मनीष पाल पार्षद वैभव अग्रवाल रोहन चंदेल विमला गौड  बबलू बंसल राहुल पंवार अंशिता शर्मा पवन त्रिपाठी संतोष नागपाल अनूप गोयल आदि सैकड़ो कार्यकर्ता उपस्थित रहे।



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