Halloween party ideas 2015
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देहरादून:



23 जून को अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक डे के उपलक्ष में प्रदेश के सभी 13 जनपदों में खेल आयोजन किए जा रहे हैं। खेल विभाग ने इसका कार्यक्रम तैयार करके सभी जनपदों को निर्देश जारी कर दिए हैं।I


 खेल मंत्री रेखा आर्या ने बताया कि सभी जनपदों में 19 जून को एक जन रैली के जरिए इसकी शुरुआत होगी। इसके बाद उत्तरांचल ओलंपिक एसोसिएशन के सहयोग से 20 से 23 जून तक सभी जनपदों में विभिन्न खेल प्रतियोगिताएं आयोजित होगी। 


खेल मंत्री रेखा आर्या ने बताया कि सभी खेल प्रतियोगिता का समापन अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक डे पर होगा। इस अवसर पर बीते 1 साल में उत्तराखंड के लिए राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेल स्पर्धा में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को सम्मानित भी किया जाएगा। 


मुख्य आयोजन देहरादून के परेड ग्राउंड स्थित मल्टीपरपज हाल में होगा। आयोजन में हिस्सा लेने के लिए बड़ी संख्या में खिलाड़ियों को आमंत्रित किया जा रहा है।


ओलंपिक दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना और मुख्यमंत्री खिलाड़ी प्रोत्साहन योजना के 6000 से ज्यादा लाभार्थियों को डीबीटी के जरिए 3 करोड़ 17 लाख रुपए की धनराशि भी ट्रांसफर की जाएगी।


 खेल मंत्री रेखा आर्या ने इस आयोजन में आम लोगों से ज्यादा से जनसंख्या में शामिल होकर ओलंपिक की भावना को साकार करने की अपील की है।

 बॉक्सिंग का पावर सेंटर बन रहा उत्तराखंड: मंत्री रेखा आर्या

*पदक विजेताओं को मिलेगा सरकार नौकरियों में चार फ़ीसदी आरक्षण


देहरादून, 7 जून:

state level junior boxing championship uttatakhand


 प्रदेश की खेल मंत्री रेखा आर्या ने शनिवार को परेड ग्राउंड के मल्टीपरपज हॉल में राज्य स्तरीय जूनियर बालक एवं बालिका बॉक्सिंग प्रतियोगिता का शुभारंभ किया। इस प्रतियोगिता में प्रदेश के विभिन्न जनपदों से आए कुल 170 खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। 

खेल विभाग और उत्तराखंड बॉक्सिंग एसोसिएशन के समन्वय से आयोजित प्रतियोगिता के उद्घाटन अवसर पर मुख्य अतिथि रेखा आर्या ने कहा कि प्रदेश सरकार ने हाल ही में राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं के विजेता खिलाड़ियों को सरकारी नौकरियों में 4% आरक्षण देने का ऐतिहासिक फैसला किया है। उन्होंने कहा कि इस बदलाव के बाद प्रदेश में यह ऐसी पहले राज्य स्तरीय प्रतियोगिता हो रही है जिसके पदक विजेता इस आरक्षण लाभ के दायरे में आएंगे। 


खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि उत्तराखंड बहुत तेजी से बॉक्सिंग का पावर सेंटर बन रहा है और 38 वें राष्ट्रीय खेलों में भी प्रदेश के बॉक्सिंग खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया था। उन्होंने कहा जिस तरह उत्तर पूर्व के राज्यों से अंतरराष्ट्रीय स्तर के बॉक्सर निकलते रहे हैं ठीक वैसे ही अब उत्तराखंड के खिलाड़ी भी दुनिया में चमक बिखरने लगे हैं। 


खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि प्रदेश को खेल भूमि बनने के शिखर तक पहुंचाने के लिए जरूरी है कि यहां हर घर से एक चैंपियन पैदा हो, हमें ऐसी खेल संस्कृति विकसित करने में जुटना होगा। 


इस अवसर पर खेल मंत्री रेखा आर्या ने बीते दिनों विभिन्न अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में उत्तराखंड का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों और उनके कोचों को भी सम्मानित किया। शाम के समय प्रतियोगिता के शुरुआती दौर के मुकाबले खेले गए और यह प्रतियोगिता 9 जून तक आयोजित होगी।  


इस अवसर पर खेल उपनिदेशक संजीव पौरी, उत्तराखंड बॉक्सिंग एसोसिएशन सचिव गोपाल सिंह खोलिया, जिला बॉक्सिंग एसोसिएशन अध्यक्ष धर्मेद्र भट्ट, प्रभारी जिला खेल अधिकारी रविंद्र भंडारी आदि उपस्थित रहे।



*कराटे प्रशिक्षण शिविर का किया निरीक्षण*


खेल मंत्री रेखा आर्या ने शनिवार शाम को परेड ग्राउंड के मल्टीपरपज हॉल में चल रहे कराटे के राज्य स्तरीय विशेष प्रशिक्षण शिविर का निरीक्षण किया। इस अवसर पर उन्होंने प्रतिभागी खिलाड़ियों से यहां मिल रही सुविधाओं और कोचिंग के बारे में जानकारी हासिल की।

 


छिद्दरवाला: 

क्षेत्रीय युवाओं को खेलों के प्रति प्रोत्साहित करने और उनके उत्साह को नया आयाम देने के उद्देश्य से यंग क्रिकेट क्लब, छिद्दरवाला को क्रिकेट किट वितरित की गई। इस अवसर पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन छिददरवाला महिला समूह भवन  में किया गया |जिसमें छिददरवाला निर्वतमान ग्राम प्रधान कमलदीप कौर द्वारा क्रिकेट किट का वितरण किया गया।

कार्यक्रम में निर्वतमान ग्राम प्रधान शोबन सिंह कैन्तुरा, पूर्व जिला पंचायत सदस्य अनीता राणा, पूर्व प्रधान हरीश कक्कड, समाज सेवी बलविंदर सिंह  समा पंवार, ग्रामीण दीपक थापा, घनश्याम सैनी, किशन सिंह सहित कई गणमान्य व्यक्तियों की गरिमामयी उपस्थिति रही। सभी ने युवाओं को खेलों में आगे बढ़ने के लिए शुभकामनाएं दीं और कहा कि ऐसे प्रयासों से क्षेत्र में खेल संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा।


ग्राम प्रधान कमलदीप कौर ने कहा कि गांव के युवाओं में अपार प्रतिभा है, उन्हें सही दिशा और संसाधन मिलें तो वे राज्य और राष्ट्रीय स्तर तक अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा सकते हैं। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि भविष्य में और भी खेल उपकरण उपलब्ध कराए जाएंगे, ताकि गांव के युवा आगे बढ़ सकें।


स्थानीय लोगों और खिलाड़ियों ने इस पहल का स्वागत किया और कहा कि इस प्रकार के सहयोग से ग्रामीण क्षेत्रों में भी खेलों की नई ऊर्जा उत्पन्न होती है। कार्यक्रम का समापन सभी खिलाड़ियों और उपस्थित जनों के सामूहिक उत्साह और आभार प्रकट करते हुए किया गया।

 हल्द्वानी की नव्या पांडे ने जु-जित्सू में रचा इतिहास, एशियन चैंपियनशिप में भारत को दिलाया स्वर्ण पदक



जु-जित्सू में भारत का नाम रोशन करते हुए हल्द्वानी की नव्या पांडे ने इतिहास रच दिया है। जॉर्डन की राजधानी अम्मान में आयोजित नौवीं एशियन जु-जित्सू चैंपियनशिप में नव्या ने 45 किलोग्राम भार वर्ग में शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम किया। इस ऐतिहासिक जीत से न केवल उत्तराखंड बल्कि पूरे देश में गर्व की लहर दौड़ गई है। नव्या पांडे जु-जित्सू खिलाड़ी के रूप में एशियन चैंपियनशिप में भारत के लिए गोल्ड जीतने वाली पहली महिला खिलाड़ी भी बनी हैं। 


नव्या की इस उपलब्धि पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्वयं उन्हें फोन कर बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। मुख्यमंत्री ने नव्या से शीघ्र ही मुलाक़ात करने की भी बात कही। नव्या ने इस अवसर पर उत्तराखंड सरकार द्वारा दी गई नौकरी के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया।  बता दें कि पिछले वर्ष नव्या पांडे को खेल कोटे के तहत उत्तराखंड सरकार ने वन विभाग में नौकरी दी थी। नव्या का प्रदर्शन राज्य के अन्य युवाओं को भी प्रेरित करेगा। वहीं सरकार द्वारा उठाया गया कदम अब अच्छे नतीजे भी देने लगा है जो युवाओं में खेलों के प्रति सकारामत्क ऊर्जा का संचार भी करेगा।

 *मुश्किलों से जीतना सिखाता है खेल :रेखा आर्या* 


*सेंट जोसेफ एकेडमी में प्री योगा ओलंपियाड विजेताओं को किया सम्मानित*


देहरादून;




 प्रदेश की खेल मंत्री रेखा आर्या ने रविवार को सेंट जोसेफ एकेडमी में आयोजित सीआईएससीई नेशनल प्री योगा ओलंपियाड 2025 के विजेताओं को पुरस्कार वितरित किए। 


इस अवसर पर खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि योग व अन्य सभी खेल युवाओं को जीवन के संघर्षों से लड़ना सिखाते हैं और मुश्किलों को हराकर कैसे सफलता पानी है, इसका रास्ता दिखाते हैं। 


रेखा आर्या ने कहा कि प्रदेश सरकार ने नेशनल गेम्स में पहली बार योगासन को मुख्य प्रतियोगिता के रूप में शामिल कराया था और उम्मीद है कि जल्द ही यह एशियाड और ओलंपिक जैसी अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता में भी शामिल किया जाएगा। खेल मंत्री ने कहा कि एक खेल के रूप में योग पूरी दुनिया में पहचान बना रहा है और हमारे प्रदेश में इसके खिलाड़ी बड़ी संख्या में तैयार हो रहे हैं। 


कार्यक्रम में मौजूद अभिभावकों से खेल मंत्री ने कहा कि वे अपने बच्चों को खिलाड़ी बनने में सहयोग दे क्योंकि अब खेल भी एक चमकता हुआ कैरियर है।


खेल मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योग के प्रकाश को पूरी दुनिया में फैलाने का काम किया है। उन्हीं के प्रयासों से यह संभव हो पाया है कि अब 21 जून को दुनिया के ज्यादातर देश अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाते हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार लगातार खेल संस्कृति विकसित करने में जुटी हुई है। उन्होंने प्रतियोगिता के विजेताओं को सम्मानित करते हुए उन्हें अगले महीने होने वाली नेशनल प्रतियोगिता में जीत की शुभकामनाएं दी।



इस अवसर पर प्रधानाचार्य ब्रदर जोसेफ एम जोसेफ,  ब्रदर जेसी कैरल,  अरिजीत बासु, अर्णव कुमार, मिशेल ए गार्डनर, अनुज कुमार सिंह, डा. अरविन्द कुमार कोटनाला आदि मौजूद रहे।


देहरादून:

stadium name will not bechanged


 खेल विभाग द्वारा किसी भी स्टेडियम का नाम नहीं बदला गया है। केवल सम्पूर्ण खेल परिसर को नाम दिया गया है.

 जिसमें स्थापित विभिन्न खेल अवस्थापना सुविधाओं के जो नाम पूर्व से प्रचलित है. वे यथावत् रहेगे।

 विभाग के अन्तर्गत जनपद देहरादून के रायपुर खेल परिसर, जनपद हरिद्वार के रोशनाबाद खेल परिसर, जनपद ऊधमसिंह के रूद्रपुर खेल परिसर एवं जनपद नैनीताल के हल्द्वानी में स्थित गोलापार खेल परिसर में निर्मित की गयी अवस्थापना सुविधाओं की पहचान तथा आयोजित होने वाली प्रतियोगिताओं के दृष्टिगत प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों एवं आगुन्तकों को आयोजन स्थलों की पहचान को ध्यान में रखते हुये रायपुर खेल परिसर देहरादून का नाम रजत जयंती खेल परिसर, गौलापार खेल परिसर हल्द्वानी का मानसखंड खेल परिसर, रूद्रपुर खेल परिसर ऊधमसिंह नगर का शिवालिक खेल परिसर तथा रोशनाबाद खेल परिसर हरिद्वार का नाम योग स्थली खेल परिसर किया गया है। 


इस संबंध में प्रभारी अपर निदेशक खेल अजय कुमार अग्रवाल द्वारा जारी विज्ञप्ति में स्पष्ट किया गया है कि रजत जयंती खेल परिसर के अन्तर्गत निर्मित महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज, रायपुर देहरादून, राजीव गांधी अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट सोसाइटी एवं अन्य सभी अवस्थापनाओं तथा मानसखंड खेल परिसर हल्द्वानी के अन्तर्गत निर्मित इंदिरा गांधी अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम एवं स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स सोसाइटी, हॉकी ग्राउण्ड, तरणताल, मल्टीपरपज हॉल एवं अन्य सभी अवस्थापना, शिवालिक खेल परिसर ऊधमसिंह नगर के अन्तर्गत निर्मित मनोज सरकार स्टेडियम, मल्टीपरपज हॉल, वेलोड्रम एवं अन्य सभी अवस्थापनाओ के साथ योगस्थली खेल परिसर हरिद्वार के अन्तर्गत निर्मित वंदना कटारिया हॉकी स्टेडियम, मल्टीपरपज हॉल, तरणताल एवं अन्य सभी अवस्थापना सुविधाओं का नाम पूर्ववत रखा गया है। इनमें कोई बदलाव नहीं किया गया है। 


अपर निदेशक खेल द्वारा जारी विज्ञप्ति में यह भी उल्लेख किया गया है कि विभिन्न समाचार पत्रों एवं सोशल मीडिया पर यह खबर चल रही है कि उक्त परिसरों में स्थापित स्टेडियमों के पूर्व में किये गये नामकरण को समाप्त करते हुये नये नामकरण किये गये हैं। उन्होंने ऐसी सूचनाओं को भ्रामक एवं तथ्यों से परे बताते हुए स्पष्ट किया है कि पूर्व में नामांकित किये गये किसी भी स्टेडियम का नाम नहीं बदला गया है। खेल विभाग द्वारा मात्र सम्पूर्ण खेल परिसर को नाम दिया गया है. जिसमें स्थापित विभिन्न खेल अवस्थापना सुविधाओं के जो नाम पूर्व से प्रचलित है. वे यथावत् रहेगे और भविष्य में बनने वाली खेल अवस्थापनायें इसी परिसर में समाहित रहेगी।

  ऋषिकेश:

tug of war uttarakhnad team selected from NGAbRishikesh school


खेलो इंडिया बीच गेम्स 2025 हेतु दमन दीव रवाना हुई उत्तराखंड टग ऑफ वॉर टीम – पूज्य संत बाबा जोध सिंह महाराज जी ने दी शुभकामनाएं, कहा- "विजय भव"


देश में खेलों को बढ़ावा देने एवं युवा खिलाड़ियों को राष्ट्रीय स्तर पर प्रोत्साहन प्रदान करने के उद्देश्य से भारत सरकार तथा खेल मंत्रालय के तत्वावधान में आयोजित खेलो इंडिया बीच गेम्स 2025 के लिए उत्तराखंड टग ऑफ वॉर टीम आज गोघला बीच, दीव के लिए रवाना हुई। यह प्रतियोगिता 19 मई से 24 मई 2025 तक आयोजित की जा रही है, जिसमें उत्तराखंड की प्रतिभाशाली टीम राज्य का प्रतिनिधित्व करेगी।


टीम की इस गौरवमयी यात्रा के शुभ अवसर पर निर्मल आश्रम ज्ञान दान अकादमी, के प्रबंधक पूज्य संत जोध सिंह महाराज जी ने खिलाड़ियों को आशीर्वाद देते हुए कहा, "खिलाड़ियों का यह राष्ट्रीय मंच पर पहुंचना समर्पण, अनुशासन और कठिन परिश्रम का परिणाम है। हमें गर्व है कि हमारे बच्चे राज्य का नाम रोशन करने के लिए आगे बढ़ रहे हैं। मेरी हार्दिक शुभकामनाएं एवं आशीर्वाद हैं—विजय अवश्य प्राप्त हो।"


इस अवसर पर निर्मल आश्रम ज्ञान दान अकादमी की प्रधानाचार्या डॉ. सुनीता शर्मा, हेडमिस्ट्रेस श्रीमती अमृत पाल डंग, तथा निर्मल दीपमाला पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्या श्रीमती ललिता कृष्णस्वामी ने भी खिलाड़ियों को उत्साहवर्धक शुभकामनाएं प्रेषित कीं और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।


उत्तराखंड टग ऑफ वॉर संघ के प्रदेश संयोजक दिनेश पैन्यूली ने बताया कि यह उत्तराखंड के लिए गर्व का विषय है कि हमारे राज्य के खिलाड़ियों को इस प्रतिष्ठित आयोजन में भाग लेने का अवसर प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा, “केंद्रीय खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया जी द्वारा इस आयोजन का उद्घाटन किया जाएगा, जो देश में खेल संस्कृति के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। हम आभारी हैं उन सभी विद्यालयों के प्रधानाचार्यों एवं खेल प्रशिक्षकों का जिन्होंने खिलाड़ियों को इस राष्ट्रीय मंच पर पहुंचाने हेतु समर्थन दिया।”


उत्तराखंड टग ऑफ वॉर टीम (मीक्स कैटेगरी) में चयनित निम्नलिखित 10 खिलाड़ी राज्य का प्रतिनिधित्व करेंगे जिसमें विदूषी भट्ट (कैप्टन), तनु कुकरेती, सिमरन जेठुरी, आंचल असवाल, खुशी, सुजल, अमन त्यागी, जस्मीत सिंह, कर्तव्य, रितेश, टीम कोच: अभिषेक रंगड़, टीम मैनेजर: सिद्धांत धस्माना


यह टीम न केवल उत्तराखंड बल्कि पूरे देश की उम्मीदों को लेकर इस राष्ट्रीय मंच पर उतरने जा रही है। हमें विश्वास है कि ये युवा खिलाड़ी उत्कृष्ट प्रदर्शन कर राज्य एवं देश का नाम गौरवान्वित करेंगे।


उत्तराखंड टग ऑफ वॉर संघ, निर्मल आश्रम परिवार एवं समस्त खेल प्रेमी समाज की ओर से समस्त खिलाड़ियों को ढेरों शुभकामनाएं और धन्यवाद। विजय पथ पर अग्रसर रहें ।



 सीएम धामी ने महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज रायपुर देहरादून में भारत के एकमात्र अंतरराष्ट्रीय स्तर के आइस रिंक के जीर्णोद्धार कार्यों का लोकार्पण किया 


राज्य में स्पोर्ट्स लेगेसी प्लान' लागू होने के बाद आठ प्रमुख शहरों में 23 खेल अकादमियों की स्थापना होगी

 *हल्द्वानी में उत्तराखंड का प्रथम खेल विश्वविद्यालय एवं लोहाघाट में एक महिला स्पोर्ट्स कॉलेज खुलेगा* 

 *मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने  देहरादून में उत्तराखंड पॉवर लिफ्टिंग एसोसिएशन" द्वारा आयोजित “एशियन सब जूनियर-जूनियर मैन एवं वूमेन कप एवं एशियन यूनिवर्सिटी कप पॉवर लिफ्टिंग प्रतियोगिता 2025” का शुभारंभ किया* 

सीएम धामी ने सोमवार को महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज रायपुर देहरादून में भारत के एकमात्र अंतरराष्ट्रीय स्तर के आइस रिंक के जीर्णोद्धार कार्यों का लोकार्पण के दौरान कहा कि

 यह उत्तराखंड के लिए एक बड़ी उपलब्धि है | यह आइस स्केटिंग रिंक न केवल उत्तराखंड बल्कि संपूर्ण भारत के लिए किसी उपलब्धि से कम नहीं है।


 मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि वर्ष 2011 में बने इस आइस स्केटिंग रिंक में साउथ-इस्टर्न एशियन विंटर गेम्स आयोजित हुए थे, जिसमें भारत के साथ ही भूटान, नेपाल, मालदीव और श्रीलंका जैसे कई देशों के खिलाड़ियों ने प्रतिभाग किया था। बाद में इस रिंक पर कोई ध्यान नहीं दिया गया जिस कारण इसको बंद कर दिया गया था लेकिन हमारी सरकार ने देवभूमि उत्तराखंड को खेल भूमि के रूप में स्थापित करने के अपने मिशन के अंतर्गत इस रिंक को पुनः शुरु करने का निर्णय लिया। 

 मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमने दृढ़ संकल्प लिया था कि चाहे हमें विदेश से इंजीनियर्स ही क्यों न बुलाने पड़ें परंतु हम इस आइस स्केटिंग रिंक को पुनः शुरु करेंगे और हम ने इस दिशा में दृढ़ता से कार्य किया व सफल रहे।

 मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस प्रकार हमने राष्ट्रीय खेलों का आयोजन ग्रीन गेम्स की थीम पर किया था उसी प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाते हुए इस आइस स्केटिंग रिंक को चलाने के लिए भी 1 मेगावाट का सोलर प्लांट स्थापित किया गया है। यह आइस स्केटिंग रिंक एक इंटरनेशनल स्टैंडर्ड का रिंक है, जो देश ही नहीं बल्कि, साउथ एशिया का भी शायद सबसे बड़ा स्केटिंग रिंक है। इस रिंक में खेलों के आयोजन हेतु आइस स्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया की ओर से विभाग को प्रस्ताव भी प्राप्त हुआ है।

 मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले समय में हमें इस रिंक में राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर की आइस स्केटिंग प्रतियोगिताओं का आयोजन देखने को मिलेगा।

देवभूमि उत्तराखंड को खेलभूमि के रूप में स्थापित करने के हमारे विकल्प रहित संकल्प की पूर्ति में यह आइस स्केटिंग रिंक भी अपना अहम योगदान देगा।

 इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्रीमती रेखा आर्या, विधायक श्री उमेश शर्मा काउ,  विशेष प्रमुख सचिव श्री अमित सिन्हा, अपर सचिव प्रशांत आर्य सहित खेल विभाग के अधिकारी एवं बड़ी संख्या में खिलाड़ी मौजूद रहे |


सीएम धामी ने कहा कि उत्तराखंड को खेलभूमि के रूप में स्थापित करने उद्देश्य से हमारी सरकार राज्य में शीघ्र ही एक 'स्पोर्ट्स लेगेसी प्लान'  लागू करने जा रही है, जिसके अंतर्गत प्रदेश के आठ प्रमुख शहरों में 23 खेल अकादमियों की स्थापना की जाएगी। इन अकादमियों में प्रत्येक वर्ष 920 विश्वस्तरीय एथलीट और 1000 अन्य खिलाड़ी उच्च स्तरीय प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। हमारी सरकार हल्द्वानी में उत्तराखंड का प्रथम खेल विश्वविद्यालय एवं लोहाघाट में एक महिला स्पोर्ट्स कॉलेज स्थापित करने की दिशा में भी तेजी से कार्य कर रही है। प्रदेश में खेलों के समग्र विकास और खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से हमारी सरकार ने एक नवीन खेल नीति लागू की है | इस नीति के अंतर्गत राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक विजेता खिलाड़ियों को 'आउट ऑफ टर्न' सरकारी नौकरी प्रदान की जा रही है।



मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने होटल हयात सेंट्रिक  देहरादून में उत्तराखंड पॉवर लिफ्टिंग एसोसिएशन" द्वारा आयोजित “एशियन सब जूनियर-जूनियर मैन एवं वूमेन कप एवं एशियन यूनिवर्सिटी कप पॉवर लिफ्टिंग प्रतियोगिता 2025” का शुभारंभ किया |



 5 मई से 12 मई तक आयोजित हो रही इस पॉवरलिफ्टिंग चैंपियनशिप में भारत सहित एशिया महाद्वीप के 16 देशों के करीब 300 से अधिक प्रतिभाशाली खिलाड़ी प्रतिभाग कर रहे हैं।


इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि हमारी सरकार 'मुख्यमंत्री खेल विकास निधि', 'मुख्यमंत्री खिलाड़ी प्रोत्साहन योजना', 'मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी योजना' तथा 'खेल किट योजना' जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से राज्य के उभरते हुए युवा खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने का काम कर रही है।हम ‘उत्तराखण्ड खेल रत्न पुरस्कार’ और ‘हिमालय खेल रत्न पुरस्कार’ प्रदान कर खिलाड़ियों की योग्यता को भी सम्मानित कर रहे हैं।  इसके साथ ही हमने राज्य की राजकीय सेवाओं में खिलाड़ियों के लिए 4 प्रतिशत खेल कोटे को पुनः लागू कर दिया है, जिससे हमारे खिलाड़ियों के परिश्रम और उत्कृष्टता को उचित अवसर और सम्मान मिल सके।



 मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्राचीन भारतीय इतिहास में शारीरिक शक्ति और कौशल का विशेष स्थान रहा है।  प्राचीन समय में जहां हमारे पूर्वज मुगदर, गदा और हल जैसे पारंपरिक उपकरणों से अपने बल और परिश्रम का प्रदर्शन करते थे, वहीं आज उनकी जगह वेट लिफ्टिंग और पावरलिफ्टिंग जैसे आधुनिक खेलों ने ले ली है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आधुनिक पावरलिफ्टिंग में वजन उठाने के जो तरीके हैं, वो इन पारंपरिक भारतीय खेलों से ही प्रेरित हैं। पावर लिफ्टिंग जैसी प्रतिस्पर्धाएं न केवल युवाओं में आत्मविश्वास और अनुशासन को बढ़ावा देती हैं, बल्कि उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से सशक्त बनाने में भी अपनी अहम भूमिका निभाती हैं।


 मुख्यमंत्री ने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी अपने कार्यकाल के प्रारंभ से ही "खेलो इंडिया" और "फिट इंडिया मूवमेंट" जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से देश में खेल संस्कृति को प्रोत्साहित करने का कार्य कर रहे हैं। 

आज आदरणीय प्रधानमंत्री जी के कुशल नेतृत्व में भारत खेलों के क्षेत्र में भी नई ऊंचाइयों को छू रहा है तथा वैश्विक मंच पर अपनी विशिष्ट पहचान बना रहा है।

उनके मार्गदर्शन में हमारी सरकार भी प्रदेश में खेल संस्कृति को बढ़ावा देने और खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने हेतु निरंतर प्रयास कर रही है।


 मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इसी वर्ष हमारे राज्य में आयोजित हुए 38वें राष्ट्रीय खेलों के भव्य एवं सफल आयोजन ने उत्तराखंड को “देवभूमि" के साथ ही “खेलभूमि” के रूप में भी स्थापित करने का मार्ग प्रशस्त किया है|इस बार के राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड के खिलाड़ियों ने 100 से अधिक पदक जीतकर इतिहास रचते हुए राज्य का गौरव बढ़ाने का महत्वपूर्ण कार्य किया है।हमने उत्तराखंड में, 517 करोड़ रुपये की लागत से अत्याधुनिक स्टेडियम बनाने के साथ ही लगभग 100 करोड़ रुपये की लागत से अंतरराष्ट्रीय स्तर के खेल उपकरण लाकर उत्तराखंड में विश्वस्तरीय स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित किया है, इसी का परिणाम है कि आज उत्तराखंड केवल राष्ट्रीय ही नहीं, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं के आयोजनों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान बन रहा है।जिसका एक उदाहरण ये "पॉवर लिफ्टिंग प्रतियोगिता" भी है।


 मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आज यह विश्व स्तरीय स्टेडियम और खेल सुविधाएँ प्रदेश के खिलाड़ियों की ट्रेनिंग का एक मजबूत आधार बन चुके हैं। 

 

 मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि खेल में हार-जीत से कहीं अधिक महत्वपूर्ण 'खेल भावना' होती है, क्योंकि ये हमें अनुशासन, धैर्य, सहनशीलता और परस्पर सम्मान सिखाती है, जो केवल खेल परिसर तक सीमित नहीं रहते, बल्कि जीवन के हर पहलू में हमारे लिए मार्गदर्शक बनते हैं।



इस अवसर पर खेल मंत्री श्रीमती रेखा आर्या, विधायक श्री खजान दास, विशेष प्रमुख सचिव श्री अमित सिन्हा, अपर सचिव प्रशांत आर्य एवं बड़ी संख्या में विभिन्न देशो के पावर लिफ्टर मौजूद रहे |

 

Dehradun BIG HIT footbaal team, selected for Germany match

पिछले 10 दिनों से मुंबई में आयोजित BIG HIT फुटबॉल से वापिस लौटे अपने देहरादून के युवा साथियों से आज हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर नीलांश शर्मा समाज सेवी द्वारा मुलाक़ात की गयी व सभी खिलाड़ियो और उनके कोच को बधाई व शुभकामनाएं दी गयी।

मुंबई में जर्मनी के लिए स्लेक्ट हुए देहरादून के  U13 से ईशांत गुसाईं व U15 के प्रद्युम्न सिंह, हर्षित साही व शरद कुमार को शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने कोच अभिज्ञान पासबोला,मैनेजर गजेंद्र रावत, एडवाइज़र सतेंदर रावत  का आभार व्यक्त किया तथा देहरादून के युवाओ को आगे बढ़ाने में  योगदान हेतु अग्रिम शुभकामनाएं दी ।

ऋषिकेश  : 

Deepak saini won gold

Deepak saini uttarakhand won gold under 17 ,800 meter run


 छिद्दरवाला  निवासी दीपक सैनी ने भारतीय खेल संघ की ओर से प्रयागराज उत्तर प्रदेश में आयोजित 17 वें नेशनल चैंपियनशिप की अंडर 17 वर्ग की 800 मीटर दौड़ में रजत पदक जीता है। 

दीपक सैनी को खेल प्रशिक्षण में सहयोग कर रहे अर्हत योग न्यास के अध्यक्ष दीपक जोशी ने बताया की प्रतियोगिता 13 अप्रैल को दिल्ली पब्लिक स्कूल प्रयागराज के खेल मैदान में सम्पन्न हुई। जूनियर वर्ग की 800 मीटर दौड़ में देहरादून उत्तराखंड के दीपक सैनी ने दूसरा स्थान पाया। इससे पहले दीपक सैनी ने वर्ष 2024 में इंडो नेपाल यूथ फेडरेशन की ओर से नेपाल के पोखड़ा में आयोजित इंटरनेशनल चैंपियनशिप की 1500 मीटर दौड़ में गोल्ड मेडल व 2023 में हरिद्वार में आयोजित नेशनल चैंपियनशिप की 400 मीटर दौड़ में गोल्ड मेडल जीता था। वहीं, गत शुक्रवार को सामाजिक संस्था नवदीप फाउंडेशन और अर्हत योग न्यास की टीम ने दीपक सैनी को राष्ट्रीय ध्वज प्रदान कर  चैंपियनशिप में प्रतिभाग करने के लिए रवाना किया था। संस्था के सचिव अक्षत त्रिवेदी ने बताया कि दीपक सैनी को संस्थान की ओर से खेल-कूद की तैयारी व इनमें प्रतिभाग करने के लिए आर्थिक सहायता देकर प्रोत्साहित किया जाता है, ताकि वह उत्तराखंड का नाम रोशन कर सकें। बता दें कि दीपक सैनी के पिता लक्ष्मण सिंह व माता सुधा दोनों दिहाड़ी-मजदूरी करके परिवार का पालन-पोषण करते हैं। उन्हें अपने बेटे की उपलब्धि पर गर्व है।दीपक की इस उपलब्धि पर छिददवाला ग्राम पंचायत के ग्राम प्रशासक  कमलदीप कौर ने हर्ष व्यक्त करते हुये उज्जल भविष्य की शुभकामनाये दी है |


*मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना की चयन प्रक्रिया का किया निरीक्षण*


देहरादून ;




खेल मंत्री रेखा आर्या ने मंगलवार को देहरादून के पवेलियन ग्राउंड में चल रहे खिलाड़ी चयन शिविर का निरीक्षण किया। 

इस शिविर के जरिए मुख्यमंत्री उदीयमान  खिलाड़ी उन्नयन योजना के लाभार्थियों का चयन किया जा रहा है।


 मंगलवार सुबह खेल मंत्री पवेलियन ग्राउंड पहुंची और उन्होंने शिविर में भाग लेने आए बच्चों और उनके अभिभावकों से बातचीत की। खेल मंत्री ने विभाग के अधिकारियों से कहा कि जनपद में इस योजना के तहत जितने अधिकतम बच्चों के चयन का लक्ष्य दिया गया है उसमें एक भी खिलाड़ी का चयन कम नहीं होना चाहिए। 


खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि अगर हम खिलाडियों पर उसके बचपन से ही इनवेस्ट करेंगे तभी भविष्य में हमें बड़े स्टार खिलाड़ी मिल सकते हैं। इस अवसर पर खेल मंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि चयन प्रक्रिया किसी भी सूरत में 30 अप्रैल तक पूरी कर दी जाए, इसके बाद मई महीने की शुरुआत से ही लाभार्थी खिलाड़ी बच्चों को प्रोत्साहन राशि डीबीटी के माध्यम से भेजी जा सके। इस अवसर पर ऐसे खिलाड़ी भी मौजूद थे जो विगत वर्षों में इस योजना का लाभ लेते रहे हैं। उन्होंने बातचीत के दौरान मंत्री को बताया कि योजना के तहत माहवार पैसा मिलने से उन्हें अपने गेम पर फोकस करने और उसके लिए जरूरी उपकरण खरीदने में काफी मदद मिली है।


इस दौरान विभागीय अधिकारी श्री संजीव पौरी, DSO रविंद्र भंडारी व बच्चे और उनके अभिवावक मौजूद रहे I

 

 खेलकूद प्रतियोगिता की दूसरा दिन:

5000 मीटर दौड़ में मोहित त्रिपाठी ने जीता गोल्ड

लक्ष्मी पाण्डे ने लगाई सबसे ऊँची छलांग

​हरिद्वार ;



एस.एम.जे.एन. (पी.जी.) कॉलेज में वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता के दूसरे दिन विभिन्न खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।


​सर्वप्रथम आयोजित हुई 5000 मीटर दौड़ (छात्र वर्ग) प्रतियोगिता में बी.कॉम चतुर्थ सेम के तरूण ने प्रथम, बी.ए. षष्टम् के मोहित त्रिपाठी ने द्वितीय व बी.ए. षष्टम सेम के आदित्य नौटियाल ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। 3000 मीटर दौड़ (छात्रा वर्ग) प्रतियोगिता में बी.ए. षष्टम सेम की प्रीति ने प्रथम, बी.ए. द्वितीय सेम की दीक्षा यादव ने द्वितीय व बी.ए. द्वितीय सेम की शगुन ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। चक्का फेंक (छात्र वर्ग) प्रतियोगिता बी.ए. द्वितीय सेम के चंदन ने प्रथम, बी.एससी द्वितीय सेम के अनुज राय ने द्वितीय व बी.कॉम . चतुर्थ सेम के सुमित जोशी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। चक्का फेंक (छात्रा वर्ग) प्रतियोगिता में बी.ए. षष्टम सेम की प्रीति ने प्रथम, बी.कॉम . द्वितीय सेम की खुशी ने द्वितीय व बी.एससी. चतुर्थ सेम की मुस्कान सिंह ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। ऊँची कूद (छात्र वर्ग) प्रतियोगिता में बी.ए. द्वितीय सेम के चंदन ने प्रथम, बी.कॉम षष्टम से के औजस कोठारी द्वितीय व बी.कॉम चतुर्थ सेम के तरूण ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। 800 मीटर दौड़ (छात्र वर्ग) प्रतियोगिता में तरूण उपाध्याय ने प्रथम, चंदन ने द्वितीय व मोहित त्रिपाठी तृतीय स्थान प्राप्त किया। 400 मीटर दौड़ (छात्र वर्ग) प्रतियोगिता में आलोक ने प्रथम, चंदन ने द्वितीय व नीरज सिंह ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।

​उक्त जानकारी देते हुए कॉलेज के मुख्य खेलकूद अधीक्षक प्रो. तेजवीर सिंह तोमर ने बताया कि छात्राओं ने भी विभिन्न खेलकूद प्रतियोगिता में बड़े उत्साहपूर्वक प्रतिभाग किया जिसमें ऊंची कूद (छात्रा वर्ग) प्रतियोगिता में बी.कॉम . द्वितीय सेम की लक्ष्मी पाण्डे ने प्रथम, बीकॉम द्वितीय सेम की तानिया शर्मा ने द्वितीय व बी.ए. द्वितीय सेम की दीक्षा यादव ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। 800 मीटर दौड़ (छात्रा वर्ग) प्रतियोगिता में प्रीति ने प्रथम, शगुन ने द्वितीय व दीक्षा शर्मा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। 400 मीटर दौड़ (छात्रा वर्ग) प्रतियोगिता में कीर्ति ने प्रथम, दीक्षा यादव ने द्वितीय व अदिति ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।

​प्राचार्य प्रो. सुनील कुमार बत्रा ने प्रतियोगिताओं को सम्पन्न कराने में मुख्य खेलकूद अधीक्षक

प्रो. तेजवीर सिंह तोमर तथा उनकी टीम के खेलकूद अधीक्षक डा सुषमा नयाल, खेलकूद प्रशिक्षक कु. रंजीता के सक्रिय सहयोग की मुक्तकंठ से प्रशंसा की। ​​

​प्रतियोगिताओं को सफल कराने में निर्णायक मण्डल की भूमिका का निवर्हन डा मन मोहन गुप्ता, डा संजय कुमार माहेश्वरी, डा नलिनी जैन, डा आशा शर्मा, डा मोना शर्मा, डा रेनू सिंह, श्रीमती ऋचा मिनोचा, श्रीमती रिंकल गोयल, वैभव बत्रा, डा पूर्णिमा सुन्दरियाल, श्रीमती कविता छाबड़ा, डा पुनीता शर्मा, डा रजनी सिंघल, दिव्यांश शर्मा, हरीश चन्द्र जोशी, डा लता शर्मा, अंकित बंसल, मोहन चन्द पाण्डेय, श्रीमती रचना गोस्वामी, होशियार सिंह चौहान ,हेमवती, राजकुमार, संजीत कुमार आदि का सहयोग रहा।


*मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना और खिलाड़ी प्रोत्साहन योजना में दी जाती है खिलाड़ियों को आर्थिक सहायता*


*बैटरी टेस्ट के जरिए किया जाएगा खिलाड़ियों का चयन*


देहरादून;


 मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना और खिलाड़ी प्रोत्साहन योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन 15 मार्च से शुरू हो रहे हैं। मंगलवार को खेल मंत्री रेखा आर्या ने यह जानकारी दी।




 खेल मंत्री रेखा आर्या ने बताया कि मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना में 8 वर्ष से 14 वर्ष तक के बच्चों का सेलेक्शन किया जाता है। इस योजना में प्रदेश के हर जनपद से कुल मिलाकर 150 बालक -150 बालिका खिलाड़ियों का चयन किया जाना है। इनमें अलग-अलग छह आयु वर्ग बनाए गए हैं और प्रत्येक आयु वर्ग में जनपदवार 25-25 बच्चों का चयन होना है। खेल मंत्री  ने बताया कि चयनित बच्चों को ₹1500 प्रति माह की दर से आर्थिक सहायता दी जाएगी। जिससे यह खिलाड़ी अपने खेल के अभ्यास को सुचारू रूप से जारी रख सके। इसके साथ ही 14 वर्ष से अधिक आयु के खिलाड़ियों के लिए खिलाड़ी प्रोत्साहन योजना के आवेदन भी 15 मार्च से ही शुरू हो रहे हैं। इस योजना में चयनित खिलाड़ियों को ₹2000 प्रति माह के दर से सहायता दी जाएगी। खेल मंत्री रेखा आर्या ने बताया कि आवेदन 31 मार्च की शाम 5:00 तक किया जा सकता है।  खिलाड़ियों का चयन उनके बैटरी टेस्ट के आधार पर किया जाएगा।


मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना के लिए चयन प्रक्रिया 1 से 15 अप्रैल तक और खिलाड़ी प्रोत्साहन योजना के लिए चयन प्रक्रिया 16 अप्रैल से 30 अप्रैल तक जारी रहेगी। 


 यहां कर सकते हैं ऑनलाइन आवेदन

www.khelouk.in

Sports motivation scheme uttarakhand

 *सहायता राशि में 75 फ़ीसदी होगी सब्सिडी : रेखा आर्या*

*मुख्यमंत्री एकल महिला स्वरोजगार योजना को मिली मंजूरी*

*पहले वर्ष में कुल 2000 महिलाओं को सहायता देने का लक्ष्य*

देहरादून;

75 percent  subsidy for single woman employee scheme


 कैबिनेट बैठक में मुख्यमंत्री एकल महिला स्वरोजगार योजना को मंजूरी मिलने पर महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने प्रदेश की महिलाओं को बधाई दी है। उन्होंने बताया कि इस योजना में दी गई सहायता राशि का *75 फीसदी हिस्सा सब्सिडी* के रूप में रहेगा।


 महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने कैबिनेट बैठक के बाद कहा कि प्रदेश की अविवाहित, परित्यक्ता, तलाकशुदा, निराश्रित और विकलांग एकल  महिलाओं को इस योजना की दायरे में लाया गया है। रेखा आर्या ने बताया कि इस योजना में पात्र महिलाओं को अधिकतम ₹200000 की सहायता राशि प्रदान की जाएगी जिसमें से 75% हिस्सा सब्सिडी यानी अनुदान के रूप में रहेगा। लाभार्थियों को सिर्फ 25 फ़ीसदी हिस्सा ही व्यवसाय में अपने पास से लगाना  होगा। उन्होंने कहा कि कैबिनेट की मंजूरी के बाद अब जल्द से जल्द इसका जीओ जारी किया जाएगा।  मंत्री रेखा आर्या ने बताया कि पहले साल इस योजना के तहत कम से कम 2000 महिलाओं को लाभ पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, पहले साल इसकी प्रगति को देखते हुए योजना में लाभार्थियों की संख्या बढ़ाने का निर्णय किया जाएगा। मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि प्रदेश में महिलाओं को सशक्त करने की पहले से कई योजनाएं विद्यमान है लेकिन विशेष रूप से एकल महिलाओं को केंद्रित सहायता योजना अभी तक नहीं थी। उन्होंने कहा कि इस कैटेगरी की महिलाओं को सशक्त किए जाने की सबसे ज्यादा जरूरत है इसलिए एकल महिलाओं के लिए विशेष योजना तैयार की गई है। 


 *मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि सरकार ने इस योजना के जरिए प्रदेश की बहनों को महिला दिवस का अग्रिम तोहफा दिया है।*

 *खेल मंत्री रेखा आर्या ने अधिकारियों को तेजी से कार्यवाई के आदेश दिए*

*प्रदेश की खेल अवस्थापनाओं के लिए लेगेसी प्लान तैयार करने के भी निर्देश*


देहरादून;

Job to national games champions of uttarakhand


  प्रदेश सरकार ने 38वें राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड के लिए पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी देने की कवायद शुरू कर दी है। खेल मंत्री रेखा आर्या ने शुक्रवार को अधिकारियों की बैठक बुलाकर तेजी से कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए।


खेल मंत्री के कैंप कार्यालय में आयोजित बैठक के बाद खेल मंत्री रेखा आर्या ने बताया कि पदक विजेताओं के जॉब ऑफर का प्रस्ताव तैयार जल्द कैबिनेट में लाने के लिए कहा गया है। खेल मंत्री ने बताया कि इस प्रक्रिया को तेजी से पूरा किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके अलावा सरकार ने पदक विजेताओं के लिए जो नगद इनाम राशि की घोषणा की थी, उस पर अमल की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। बैठक में खेल मंत्री रेखा आर्या ने अधिकारियों को खिलाड़ियों की नगद इनाम राशि उन्हें जल्द से जल्द दिलवाने के लिए कहा है। बैठक में खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि प्रदेश में अब जितनी खेल अवस्थापनाएं, स्टेडियम, ऑडिटोरियम, मल्टीपरपज हॉल, साइकलिंग वैलोड्रोम, शूटिंग रेंज आदि तैयार हो गई हैं, उनकी देखरेख व संचालन आदि के लिए भी नीति बनाने की जरूरत है। खेल मंत्री ने अधिकारी से कहा कि इसका लेगेसी प्लान तैयार करके इस दिशा में तेजी से कदम उठाएं। बैठक में विशेष खेल सचिव अमित सिन्हा, खेल निदेशक प्रशांत आर्य समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।



 

*टीम इवेंट के हर खिलाड़ी को मिलेगी नौकरी*


*राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड के खिलाड़ियों ने कुल 103 मेडल जीते हैं। इनमें से जो मेडल टीम इवेंट में आए हैं, उन टीमों के हर खिलाड़ी को सरकारी नौकरी दी जाएगी। इस कोटे में सरकारी नौकरी के लिए खिलाड़ी के पास उत्तराखंड का मूल निवास या स्थाई निवास सर्टिफिकेट होना आवश्यक है। खास बात यह है कि गोल्ड मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को 4200 ग्रेड पे वाली नौकरी दी जाएगी जबकि सिल्वर या ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को ₹2800 या ₹2000 ग्रेड पे वाली नौकरी ऑफर की जाएगी। खिलाड़ियों को यह नौकरियां ज्यादातर खेल और युवा कल्याण विभाग व पुलिस विभाग में दी जाएंगी।



 *ट्रायल की तारीखें जल्द घोषित करें*


 बैठक में खेल मंत्री रेखा आर्या ने अधिकारियों को मुख्यमंत्री खिलाड़ी उदीयमान उन्नयन योजना और मुख्यमंत्री खिलाड़ी प्रोत्साहन योजना के लिए नए खिलाड़ियों का चयन करने की प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दिया है। खेल मंत्री ने अधिकारियों से कहा कि शिक्षा विभाग के कैलेंडर को ध्यान में रखते हुए हर जिलों के अधिकारियों से चर्चा कर जल्द ट्रायल की तारीखें घोषित करें। खेल मंत्री ने कहा कि इसके लिए अगले सत्र में स्कूल कॉलेज खुलने का इंतजार ना किया जाए, बल्कि अभी से इसकी प्रक्रिया पूरी कर ली जाए।


*खेल मंत्री रेखा आर्य ने मांगी थी खेलों से पहले मनौती, दिया था पहला निमंत्रण*


*देहरादून/हरिद्वार:

Maa ganga and tapekeshwar mahadev poojan by sports minister rekha arya

 38 में राष्ट्रीय खेलों की सफल और भव्य आयोजन के बाद खेल मंत्री रेखा आर्या ने शनिवार को टपकेश्वर महादेव और हर की पौड़ी पहुंचकर पूजा अर्चना की। उन्होंने खिलाड़ियों की सफलता के लिए खेल शुरू होने से पहले दोनों धार्मिक स्थलों पर पूजा करके मनौती मांगी थी।


शनिवार सुबह सबसे पहले खेल मंत्री रेखा आर्या टपकेश्वर महादेव मंदिर पहुंची। वहां उन्होंने जलाभिषेक और आरती की। पूजा के  बाद खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि उन्होंने आयोजन से पहले टपकेश्वर महादेव को पहला निमंत्रण पत्र अर्पित करते हुए भोले का आशीर्वाद मांगा था। खेल मंत्री ने कहा कि उन्होंने ईश्वर से जितना मांगा था उससे कहीं बढ़कर आशीर्वाद मिला और हमारे खिलाड़ी इन खेलों में इतिहास बनाने में कामयाब रहे। 


शाम के समय खेल मंत्री रेखा आर्या हरिद्वार हर की पौड़ी पहुंची और गंगा आरती में हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि मां गंगा ने राष्ट्रीय खेलों के सफल आयोजन की चुनौती रूपी भवसागर से देवभूमि की नैया को पार लगाया है। उन्होंने कहा मां गंगा के आशीर्वाद से ही सब कुछ निर्विघ्न और सफल रूप से संपन्न हो सका।

 

*हमारे खिलाड़ियों ने देवभूमि को खेल भूमि बना दिया : रेखा आर्या*

*खेल मंत्री बोली उत्तराखंड का 103 पदक जीतना ऐतिहासिक*

*अपने पिछले बेस्ट से चार गुना से भी ज्यादा पदक जीते*


हल्द्वानी ;

Grand conclusion of national game 2025



हल्द्वानी के गौलापार स्टेडियम में शुक्रवार को 38 वे राष्ट्रीय खेलों का शानदार समापन हुआ। मेघालय को अगले राष्ट्रीय खेलों के आयोजन के लिए ध्वज सोपा गया।


 इस अवसर पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि उत्तराखंड की सरकार ने हर जनपद में खेल सुविधाएं जुटा कर देवभूमि को खेल भूमि बनाने का काम किया है। उन्होंने सफल और भव्य आयोजन के लिए मुख्यमंत्री और खेल मंत्री रेखा आर्या को विशेष रूप से शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने राष्ट्रीय खेलों के आयोजन का अवसर देने के लिए प्रधानमंत्री का धन्यवाद किया। खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि इतने भव्य आयोजन में सबसे बड़ा योगदान उन एथलीट्स का रहा है जिन्होंने प्रदेश के लिए अभूतपूर्व प्रदर्शन किया। खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि खिलाड़ियों ने हमें पिछले राष्ट्रीय खेलों में मिले 25वें स्थान से सीधे सातवें स्थान तक पहुंचा दिया है। खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि हमने उत्तराखंड को खेल भूमि बनाने का सपना देखा था लेकिन इस सपने को साकार करने का बीड़ा हमारे खिलाड़ी ने उठाया और सफल कर दिखाया। खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि  राष्ट्रीय खेलों में हमने ग्रीन गेम्स जैसी नई अवधारणाओं पर काम किया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड ने राष्ट्रीय खेलों के आयोजन के स्तर को बहुत ऊंचा कर दिया है। खेल मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय खेलों के दौरान हमारे प्रदेश में खेलने आए सभी खिलाड़ियों ने यहां की खेल सुविधाओं की जिस तरह से प्रशंसा की वह सरकार के लिए बड़ी उपलब्धि है। खेल मंत्री ने कहा कि हमारे एथलीट्स ने राष्ट्रीय खेलों के स्तर पर तो शानदार प्रदर्शन किया ही है अब प्रदेश सरकार इन्हीं खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कामयाब होने के लिए तैयार करेगी। इसके पहले खेल मंत्री रेखा आर्य ने पंतनगर एयरपोर्ट पहुंचकर केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडवीया और मेघालय के मुख्यमंत्री का स्वागत किया।


इस अवसर पर मेघालय के मुख्यमंत्री को अगले राष्ट्रीय खेलों के लिए ध्वज सोपा गया। आयोजन में बॉलीवुड गायक सुखविंदर, श्वेता माहरा और दिगारी ग्रुप की प्रस्तुतियों ने चार चांद लगा दिए। 

*38वें राष्ट्रीय खेलों का हुआ भव्य समापन*


*उत्तराखंड की देवभूमि के साथ खेलभूमि के तौर पर भी बनी पहचान: केंद्रीय गृह मंत्री शाह*


*केंद्रीय गृह मंत्री ने उत्तराखंड द्वारा की गई शानदार व्यवस्थाओं की जमकर सराहना की*


*राष्ट्रीय खेलों के सफल आयोजन से उत्तराखंड में नई संभावनाओं और उम्मीदों की शुरुआत: सीएम धामी*


केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह और मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी की उपस्थिति में अन्तरराष्ट्रीय स्पोर्ट्स स्टेडियम गोलापार, हल्द्वानी में 38वें राष्ट्रीय खेल का समापन समारोह आयोजित किया गया। भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष श्रीमती पीटी. ऊषा ने 38वें राष्ट्रीय खेल के समापन की घोषणा की। इस अवसर पर केन्द्रीय गृह मंत्री ने प्रथम तीन स्थान प्राप्त करने वाले सर्विसेज, महाराष्ट्र और हरियाणा को सम्मानित किया।  


*उत्तराखंड के हर जिले में खेल इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार।*


केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने उत्तराखण्ड के चारों धामों के देवी देवताओं को प्रणाम करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री धामी ने उत्तराखंड के हर जिले में खेल इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार हो गया है। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री ने देवभूमि को राष्ट्रीय खेलों के नक्शे पर 25वें स्थान से 7वें स्थान पर लाने का कार्य किया है। राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड के विजेता खिलाड़ियों ने देवभूमि को खेल भूमि बनाया है। केंद्रीय गृह मंत्री ने सभी उत्तराखंड के विजेता खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देकर उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। 


*उत्तराखंड की मेजबानी का देशभर में गुणगान।*


केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने उत्तराखंड की आयोजन समिति एवं खेल संगठनों की पीठ थपथपाते हुए कहा कि राष्ट्रीय खेलों के आयोजन के लिए पूरे देश में उत्तराखंड की तारीफ हो रही है। पूरा देश उत्तराखंड द्वारा की गई शानदार व्यवस्थाओं के गुणगान कर रहा है। भौगोलिक कठिनाइयों के बावजूद उत्तराखंड राज्य ने मुख्यमंत्री श्री धामी के नेतृत्व में इस कार्य को कुशलतापूर्वक सम्पन्न किया है। उन्होंने 38वें राष्ट्रीय खेल के सभी खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हार और जीत का खेल से मतलब नहीं है। जीत का जज्बा और हार से निराश न होना, ये खेल का संदेश है। हारने वाले खिलाड़ियों के लिए अगली बार मेडल लाने का मौका है। 



केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री धामी के नेतृत्व में 38वें राष्ट्रीय खेलों में इको- फ्रेंडली प्रैक्टिसेज एवं इको फ्रेंडली गेम को धरातल में उतारा गया है। खिलाड़ियों के नाम पर पौधारोपण किया गया। राष्ट्रीय खेलों में खिलाड़ियों द्वारा कई नए राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाए गए हैं, इन रिकॉर्डों से अंतरराष्ट्रीय खेलों में भी भारत के लिए पदक की उम्मीद जगी है। उन्होंने कहा राष्ट्रीय खेलो की यह मशाल उत्तराखंड से अब मेघालय जाएगी। मेघालय के मुख्यमंत्री श्री कॉनराड संगमा ने यह निर्णय लिया है कि नॉर्थ ईस्ट के सभी राज्यों में कुछ खेलों के आयोजन से पूरे नॉर्थ ईस्ट को खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ाएंगे। उन्होंने मेघालय के मुख्यमंत्री श्री संगमा को आगामी राष्ट्रीय खेलों के आयोजन के लिए शुभकामनाएं दी। 


*हार से लें जीत की प्रेरणा।*


केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में खेलों के वातावरण में सकारात्मक बदलाव आया है। देश भर के कई जिलों में खेल इंफ्रास्ट्रक्चर, कोचिंग की व्यवस्था, खिलाड़ियो को प्रोत्साहन और पारदर्शी चयन के माध्यम से आज विश्व के खेल पटल पर भारत की प्रतिष्ठा बढ़ी है।  केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा भारत के खेलों का भविष्य उज्ज्वल है। खेलों में हर बार नए कीर्तिमान स्थापित हो इसकी व्यवस्था केंद्रीय खेल मंत्री ने की है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री श्री मोदी ने फिट इंडिया और खेलो इंडिया के माध्यम से युवाओं को खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ाया है। खेल हमें हारने के बाद जितने के लिए आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है।


*प्रधानमंत्री को खेल मित्र मानता है हर खिलाड़ी।*


केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि सफलता सिर्फ शारीरिक क्षमता से नहीं बल्कि दृढ़ निश्चय और मजबूत मन से प्राप्त होती है। अथक परिश्रम और निरंतर प्रयास खिलाड़ियों को आगे ले जाएगी। इन सभी के माध्यम से खिलाड़ी मेडल तक की यात्रा तय कर सकते हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने देश के युवाओं को खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए। आज हर खिलाड़ी प्रधानमंत्री श्री मोदी को खेल मित्र के रूप में मानता है। उन्होंने कहा 2014 में खेल बजट 800 करोड़ था, जो 2025 - 26 में खेल बजट 3800 करोड़ तक पहुंचाया है। अंतरराष्ट्रीय मंचों में भी हमारे खिलाड़ियों ने तिरंगे का मान बढ़ाया है। खिलाड़ियों के मेडल से पता लगता है कि देश में खेल इंफ्रास्ट्रक्चर और जीतने की भूख में बढ़ोतरी हुई है। 

 

*2036 में ओलंपिक की मेजबानी के लिए तैयार है भारत।*


केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि खेलो इंडिया के माध्यम से उत्तराखंड जैसे छोटे पहाड़ी राज्य ने इतने बड़े खेल आयोजन को सफलतापूर्वक संपन्न किया है। यह बताता है कि भारत का हर राज्य खेलने और खेल इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए पूर्ण रूप से तैयार है। इस राज्य से, अब फिर राष्ट्रीय खेल का आयोजन एक पहाड़ी राज्यों में जा रहा है। आज खिलाड़ी कई प्रतियोगिताओं के लिए तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने कहा भारत 2036 में ओलंपिक की मेजबानी के लिए तैयार है। 2036 में ओलंपिक के अंदर उत्तराखंड के खिलाड़ी भी मेडल लाकर भारत के तिरंगे का मान बढ़ाएंगे। 


केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्व. सुषमा स्वराज एवं पुलवामा में शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि पुलवामा के जवानों की शहादत ने देश को सुरक्षित किया है। जवानों की शहादत के बाद प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक कर करारा जवाब दिया था। इसी के कारण पूरी दुनिया का भारत के प्रति नजरिया बदला है। इससे दुश्मनों को साफ संदेश गया कि भारत की सेना और सीमा से कभी खिलवाड़ नहीं करना है।


*नेशनल गेम्स से उत्तराखण्ड में नई उम्मीदों, और नई संभावनाओं की एक नई शुरुआत -सीएम*


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि 38वें राष्ट्रीय खेलों के शुभारंभ के अवसर पर हमें देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का आशीर्वाद प्राप्त हुआ था। आज इन खेलों के समापन के अवसर पर हमें देश के गृहमंत्री अमित शाह जी का सानिध्य प्राप्त हो रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य स्थापना के रजत जयंती वर्ष में उत्तराखंड में पहली बार राष्ट्रीय खेलों का आयोजन हुआ। खेलों के इस महा समागम में देशभर से पधारे 16 हजार से अधिक एथलीट्स ने 35 खेल विधाओं में प्रतिभाग कर कुल 448 स्वर्ण 448 रजत तथा 594 कांस्य पदक जीते। कई खिलाड़ियों द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर अनेक रिकॉर्ड स्थापित किए गए और भविष्य में भारत का प्रतिनिधित्व करने की क्षमता रखने वाले बहुत से चैंपियन भी उभर कर सामने आए हैं। इन खेलों में जहां हमने पहली बार योग और मलखंब जैसे अपने पारंपरिक खेलों को शामिल करने का कार्य किया वहीं रात्रि काल में रिवर राफ़्टिंग की प्रतियोगिता का आयोजन कर विश्व रिकॉर्ड भी बनाया है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में राष्ट्रीय खेलों को ग्रीन गेम्स की थीम पर आयोजित किया गया। इस आयोजन में प्लास्टिक का उपयोग कम से कम करने के साथ ही बिजली के लिए सोलर एनर्जी का उपयोग भी किया। खिलाड़ियों को दिए गए मेडल को ई-वेस्ट और खेल किटों को रीसाइकिल्ड पदार्थों से तैयार किया गया। ट्रांसपोर्टेशन के लिए ई-वाहनों का प्रयोग भी किया गया। 2.77 हेक्टेयर वन क्षेत्र को ’खेल वन’ के रूप में स्थापित करने का निर्णय लिया गया, जिसमें प्रत्येक पदक विजेता खिलाड़ी के नाम से रूद्राक्ष के पेड़ लगाए जाएंगे। 


मुख्यमंत्री ने कहा कि इस राष्ट्रीय खेल में देहरादून, हरिद्वार, रुद्रपुर, हल्द्वानी और ऋषिकेश जैसे मैदानी शहरों के साथ ही अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ और टिहरी जैसे सुदूर पहाड़ी स्थानों में भी खेल स्पर्धाएं आयोजित की गई। चकरपुर जैसे एक छोटे से कस्बे में भी राष्ट्रीय खेलों की प्रमुख स्पर्धा का आयोजन हुआ। राष्ट्रीय खेल में जितने भी वाटर स्पोर्ट्स के इवेंट्स हुए, सभी को उत्तराखंड की हाई एल्टिट्यूड पर स्थित झीलों एवं नदियों में आयोजित किया गया। इन खेलों के आयोजन के लिए अस्थाई निर्माण की बजाय प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर स्थाई स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करने का प्रयास किया गया।


मुख्यमंत्री ने कहा कि 38वें राष्ट्रीय खेलों को सफलतापूर्वक आयोजन के साथ उत्तराखंड ने इन खेलों में 24 स्वर्ण पदकों के साथ रिकॉर्ड 103 पदक अर्जित किए। इन परिणामों से हमारे युवा खिलाड़ियों को प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने कहा कि “अतिथि देवो भवः“ की प्राचीन परंपरा के अनुसार खेलों के आयोजन के दौरान प्रयास किया गया कि विभिन्न राज्यों से पधारे खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ को किसी भी प्रकार की कोई समस्या न हो। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि राष्ट्रीय खेल में आये खिलाड़ी और सपोर्ट स्टाफ देवभूमि उत्तराखंड से अपने इस रिश्ते को बनाए रखेंगे और भविष्य में सपरिवार उत्तराखण्ड की नैसर्गिक सुंदरता को देखने अवश्य आएंगे। उन्होंने कहा कि 38वें राष्ट्रीय खेलों का समापन आप सभी खिलाड़ियों के लिए खेल अवसरों का अंत नहीं, बल्कि नई उम्मीदों, नए संकल्पों और नई संभावनाओं की एक नई शुरुआत है।


उत्तराखंड को राष्ट्रीय खेल के आयोजन की जिम्मेदारी देने के लिए मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी तथा खेल मंत्री श्री मनसुख मांडविया का आभार व्यक्त किया। इस आयोजन को सफल बनाने में अपना योगदान देने वाले भारतीय ओलंपिक संघ, उत्तराखंड ओलंपिक एसोसिएशन, खेल विभाग और सभी वॉलेंटियर्स का भी आभार व्यक्त किया। प्रस्तावित 39वें राष्ट्रीय खेलों के सफल आयोजन के लिए मेघालय को भी उन्होंने अग्रिम शुभकामनाएं दी। 



केंद्रीय खेल एवं युवा मामलों के मंत्री श्री मनसुख मांडविया ने 38 राष्ट्रीय खेलों के शानदार आयोजन के लिए मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी को बधाई दी।

 उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय खेलों के आयोजना के बाद देवभूमि उत्तराखण्ड खेलभूमि भी बन गई है। उन्होंने इस राष्ट्रीय खेल में पदक प्राप्त करने वाले सभी खिलाड़ियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में देश स्पोर्ट्स हब बने इसकी शुरूआत आज से हुई है। 


भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष श्रीमती पीटी. ऊषा ने कहा कि बहुत कम समय मिलने के बावजूद भी उत्तराखण्ड में राष्ट्रीय खेल की हर स्पर्धा का शानदार आयोजन हुआ। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में उत्तराखण्ड में खेल और खिलाड़ियों के लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई गई। 


खेल मंत्री श्रीमती रेखा आर्या ने कहा कि खिलाड़ियों ने संकल्प से शिखर तक को आत्मसात कर उत्तराखण्डियों को गर्व से अभिभूत किया। राज्य की रजत जयंती को स्वर्णिम बनाया है। हमारे खिलाड़ियों ने उत्तराखंड को खेल भूमि के रूप में आगे बढ़ाया है। उत्तराखंड की जनता ने राष्ट्रीय खेल के महा आयोजन को सफल बनाया है


इस अवसर पर मेघालय के मुख्यमंत्री श्री कॉनराड संगमा, केंद्रीय राज्य मंत्री श्री अजय टम्टा, राज्यसभा सांसद श्री महेन्द्र भट्ट, सांसद श्री अजय भट्ट उपस्थित थे।

इस अवसर पर केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडवीया, केंद्रीय राज्य मंत्री अजय टम्टा, सांसद अजय भट्ट, प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा आदि मौजूद रहे।

 उत्तराखंड ने लगाया पदकों का शतक, रचा इतिहास

राष्ट्रीय खेलों की पदक तालिका में उत्तराखंड ने छुआ 101 का शुभ आंकड़ा

-आज तक किसी राष्ट्रीय खेल में नहीं बरसे इतने पदक

-गोवा में आए थे 24 पदक, इस बार चमत्कारिक प्रदर्शन

Final day medal tally



 38 वें राष्ट्रीय खेलों के समापन से कुछ घंटे पूर्व ही उत्तराखंड ने पदकों का शतक लगाकर इतिहास रच दिया है। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था। कभी इतने पदक उत्तराखंड की झोली में आकर नहीं गिरे थे। उत्तराखंड का यह प्रदर्शन चमत्कारिक है और खेलों की दुनिया में असल वसंत खिलने का आभास करा रहा है। गोवा में आयोजित 37 वें राष्ट्रीय खेलों में सिर्फ 24 पदक उत्तराखंड ने जीते थे और पदक तालिका में वह 25 वें स्थान पर रहा था। इस बार पदकों की संख्या और पदक तालिका में उत्तराखंड की स्थिति दोनों में ही जबरदस्त उछाल आ गया है। गुरूवार की शाम को पदक तालिका में उत्तराखंड कुल 101 पदकों के साथ सातवें नंबर पर नजर आया।

अपने घरेलू मैदान में मेजबान उत्तराखंड के खिलाड़ियोें ने शानदार प्रदर्शन किया है। पिछले राष्ट्रीय खेलों में जहां सिर्फ तीन स्वर्ण पदक उत्तराखंड ने देखे थे, वहीं इस बार स्वर्णिम सफलता की बयार चली है। उत्तराखंड ने 24 स्वर्ण पदक झटके हैं। इसके अलावा, 35 रजत और 42 कांस्य पदकों के साथ कुल 101 पदक अपने खाते में डाल दिए हैं। पदकों के मामले में देखा जाए, तो तालिका में उत्तराखंड से सिर्फ सर्विसेज, महाराष्ट्र, हरियाणा ही आगे हैं। इस लिहाज से उत्तराखंड का चौथा नंबर है, लेकिन स्वर्ण पदकों की कुल संख्या से होने वाले आंकलन के चलते उसका सातवां नंबर बना है। स्वर्ण पदक ज्यादा होने के कारण कर्नाटक, मध्य प्रदेश व तमिलनाडू जैसे राज्य पदक तालिका में उत्तराखंड से आगे हैं।

इस प्रदर्शन से उत्तराखंड का उत्साह सातवें आसमान पर है। खिलाड़ियों की अथक मेहनत और सरकार के प्रयासों ने मिलकर ऐसा रंग जमाया, कि उत्तराखंड में खेलों का असल वसंत अब दिखाई दे रहा है। पदकों के लिहाज से उत्तराखंड ने इतिहास रच दिया है। उत्तराखंड के खिलाड़ियों को उसके घरेलू मैदान के अलावा सरकार की तमाम उन योजनाओं ने आगे बढ़ने में मदद की, जो उनके कल्याण से सीधे जुड़ी हैं।


-खिलाड़ियों के दमदार प्रदर्शन ने उत्तराखंड का मान बढ़ाया है। 101 पदक जीतकर उत्तराखंड ने इतिहास रच दिया है। इससे पहले कभी उत्तराखंड पदकों के शतक तक नहीं पहुंचा था। निश्चित तौर पर यह उत्तराखंड के खेलभूमि  बनने की तरफ ऊंची छलांग है। हम खेल विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं। मैं देशभर से आए खिलाड़ियों और अन्य मेहमानों के प्रति भी आभार प्रकट करता हूं, जिन्होंने इस आयोजन को सफल बनाने में योगदान किया है।

-पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री।

 *राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखण्ड की ऐतिहासिक उपलब्धि, समापन समारोह में शामिल होंगे केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह*

Union home minister amit shah will attend closing ceremony


उत्तराखण्ड में आयोजित 38वें राष्ट्रीय खेलों का आयोजन ऐतिहासिक सफलता की ओर बढ़ रहा है। राज्य की खेल संस्कृति को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं मैदान में उतरकर खिलाड़ियों का हौसला बढ़ा रहे हैं।


मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में उत्तराखण्ड ने खेलों में बेहतर प्रदर्शन किया है। वर्तमान में प्रदेश 23 गोल्ड, 34 सिल्वर और 42 ब्रॉन्ज मेडल के साथ अंकतालिका में 7वें स्थान पर है। यह उपलब्धि इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि 37वें राष्ट्रीय खेलों (गोवा) में उत्तराखण्ड 25वें स्थान पर था।


*राष्ट्रीय खेलों के समापन समारोह में शामिल होंगे केंद्रीय गृह मंत्री*


राष्ट्रीय खेलों के समापन समारोह में 14 फरवरी को केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करेंगे। इस मौके पर विभिन्न प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को सम्मानित किया जाएगा।


*मुख्यमंत्री धामी का संकल्प: देवभूमि को बनाएंगे खेलभूमि*


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य में खेल सुविधाओं का व्यापक विकास हुआ है, जिससे प्रदेश के खिलाड़ी बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "उत्तराखण्ड अब सिर्फ देवभूमि ही नहीं, बल्कि खेलभूमि के रूप में भी स्थापित होगा। खिलाड़ियों के व्यक्तित्व का विकास होगा और उन्हें राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतरीन अवसर मिलेंगे।"


मुख्यमंत्री लगातार खेल आयोजनों का निरीक्षण कर रहे हैं। हाल ही में वे वंदना कटारिया स्टोर्स स्टेडियम पहुंचे, जहां उन्होंने खुद हॉकी खेलकर खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया। उन्होंने मलखंब और कुश्ती प्रतियोगिताओं का भी अवलोकन किया और साइकिल चलाकर मैदान का जायजा लिया।


उत्तराखण्ड सरकार खेलों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है और राष्ट्रीय खेलों की सफलता इस बात का प्रमाण है कि प्रदेश का भविष्य खेलों के क्षेत्र में उज्ज्वल है।

 *38वें राष्ट्रीय खेलों में शूटिंग स्पर्धा के अंतिम दिन हरियाणा ने हासिल की जीत*

Last day of 38thnational game


38वें राष्ट्रीय खेलों में निशानेबाजी के आखिरी दिन स्कीट मिश्रित टीम स्पर्धा में कड़ा मुकाबला देखने को मिला और कड़े मुकाबले  में हरियाणा विजयी रहा। स्वर्ण पदक मैच में हरियाणा के शान सिंह लिब्रा और रायज़ा ढिल्लों ने पंजाब के गनेमत सेखों और भवतेग सिंह गिल को पछाड़ते हुए 41-39 के स्कोर के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया। पंजाब ने कड़ी चुनौती पेश की लेकिन उसे रजत पदक से संतोष करना पड़ा।

कांस्य पदक मैच में, तेलंगाना के मुनेक बटुला और रश्मी राठौड़ ने उत्कृष्ट खेल का प्रदर्शन करते हुए मध्य प्रदेश के ऋतुराज एस बुंदेला और वंशिका तिवारी को पछाड़ दिया और  37अंक के स्कोर के साथ, तेलंगाना ने तीसरा स्थान हासिल किया।

इससे पहले क्वालिफिकेशन राउंड में  छह टीमों ने प्रतिस्पर्धा की थी, जिसमें शीर्ष चार ने फाइनल में प्रवेश किया था। पंजाब 138+16 के स्कोर के साथ क्वालीफायर में शीर्ष पर रहा, दूसरे स्थान पर हरियाणा (138+14), तीसरे स्थान पर मध्य प्रदेश (133+4), और चौथे नंबर पर तेलंगाना (133+3) रहे। 

 फाइनल खेल में हरियाणा ने राष्ट्रीय खेलों में एक्शन से भरपूर शूटिंग प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतने के लिए शानदार प्रदर्शन किया।

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