पुरुषों के वर्चस्व वाले क्षेत्रों में अपनी उपस्थिति दर्ज़ करने में एक और भारतीय महिला का नाम जुड़ गया है , जिसका नाम है, तान्या सान्याल। मूलरूप से कोलकाता की निवासी तान्या को देश की पहली महिला फायर फाइटर बनने का अवसर प्राप्त हुआ .
साधारणतः अग्निशमन के क्षेत्र को अति कठिनाइयों वाले कार्य क्षेत्र के रूप में गिना जाता है. वनस्पति विज्ञान से परास्नातक करने वाली तान्या को ट्रेनिंग पूरी करने के बाद पूर्वी क्षेत्र के एयरपोर्ट कोलकाता, पटना, भुवनेश्वर , रायपुर, गया और रांची में से एक में नियुक्ति मिलेगी।
सान्याल का कहना है कि यह उसके लिए अत्यंत गर्व का विषय है। वह हमेशा कुछ चुनौतीपूर्ण कार्य करना चाहती थी , अग्नि शमन के क्षेत्र में कार्य करने के लिए उसे अपने घर से बहुत अधिक सहायता की है. .अग्नि शमन के क्षेत्र में पुरुषों के लिए जहाँ शारीरिक माप न्यूनतम 1.6 मीटर और वज़न 56 किग्रा होना चाहिए वहीँ महिलाओं के लिए यह 40 किग्रा है और ऊंचाई भी उसी हिसाब से कम है. . इसके अलावा उनके कार्यों में कोई भिन्नता नहीं होती है.
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया के अध्यक्ष गुरुप्रसाद महापात्र , जो कि इस बदलाव का कारन है, उनका कहना है कि यह पहला मौका है , जब किसी महिला ने हमारे क्षेत्र में इस रैंक में स्थान पाया है. हमारे एयरपोर्ट फायर फाइटर्स की कमी से जूझ रहे थे, जबकि एयरपोर्ट के विस्तारीकरण जारी है. इसीलिए हमने इस क्षेत्र में महिलाओं के नियुक्ति के बारे में सोचा , हालाँकि इसके लिए हमे नियमों में थोडी रियायत करनी पड़ी.
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