Halloween party ideas 2015

 *श्री बदरीनाथ धाम यात्रा 2025*

*25 नवंबर को श्री बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होंगे।* 

• *कपाट बंद होने के अवसर पर बीकेटीसी अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी  सहित बीकेटीसी पदाधिकारी सदस्य मौजूद रहेंगे।*

minister ganesh joshi, shri badri vishaal


श्री बदरीनाथ/ ज्योर्तिमठ/ गोपेश्वर: 20 नवंबर । विश्व प्रसिद्ध श्री बदरीनाथ धाम के कपाट आगामी मंगलवार 25 नवंबर को  अपराह्न 2 बजकर  56 मिनट पर शीतकाल के लिए बंद हो जायेंगे । कपाट बंद होने की प्रक्रिया के अंतर्गत कल  शुक्रवार 21नवंबर से पंच पूजाएं शुरू होंगी।


 श्री बदरीनाथ - केदारनाथ मंदिर समिति अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने जानकारी दी कि कपाट बंद होने की प्रक्रिया के अंतर्गत पंचपूजाओं के  पहले दिन 21 नवंबर को भगवान गणेश की पूजा होगी।शाम को इसी दिन भगवान गणेश के कपाट बंद होंगे दूसरे दिन 22 नवंबर को आदि केदारेश्वर मंदिर तथा शंकराचार्य मंदिर के कपाट बंद होंगे। तीसरे  दिन 23 नवंबर को खडग - पुस्तक पूजन तथा वेद ऋचाओं का वाचन बंद हो जायेगा।चौथे दिन  24  नवंबर मां लक्ष्मी जी को कढाई भोग चढाया जायेगा 25 नवंबर को अपराह्न 2 बजकर 56 मिनट पर श्री बदरीनाथ धाम के कपाट  शीतकाल हेतु बंद हो जायेंगे।


26 नवंबर  प्रातः को श्री कुबेर जी एवं उद्धव जी सहित रावल जी सहित आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी शीतकालीन प्रवास पांडुकेश्वर तथा श्री नृसिंह मंदिर जोशीमठ को प्रस्थान करेंगे।

श्री उद्धव जी एवं कुबेर जी शीतकाल में  गद्दीस्थल पांडुकेश्वर में प्रवास करेंगे जबकि आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी 27 नवंबर को श्री नृसिंह मंदिर ज्योतिर्मठ पहुंचेगी।


 जारी प्रेस विज्ञप्ति में बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि कपाट बंद होने के अवसर पर मंदिर को फूलों से सजाया जायेगा  बताया कि कपाट बंद के समय बीकेटीसी अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी, उपाध्यक्ष ऋषि प्रसाद सती,  उपाध्यक्ष विजय कप्रवान,  रावल अमरनाथ नंबूदरी, मुख्य कार्याधिकारी / कार्यपालक मजिस्ट्रेट विजय प्रसाद थपलियाल धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल, प्रभारी धर्माधिकारी स्वयंबर सेमवाल हकहकूकधारी एवं तीर्थ पुरोहित एवं श्रद्धालुजन मौजूद रहेंग


प्रदेश के कृषि एवं सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने किये श्री बदरीनाथ विशाल के दर्शन* 


बदरीनाथ धाम: 20 नवंबर:


प्रदेश के कृषि एवं सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने आज प्रातः भगवान बदरीविशाल के दर्शन किए  प्रदेश की सुख-समृद्धि एवं सभी के लिए मंगलकामना की।


 *बदरीनाथ धाम में पहुँचने पर श्री बदरीनाथ–केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) उपाध्यक्ष ऋषि प्रसाद सती ने कैबिनेट मंत्री का स्वागत किया।मंदिर में दर्शन एवं पूजा के पश्चात  बीकेटीसी ने कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी को बदरीविशाल  का प्रसाद, तुलसी माला एवं अंगवस्त्र भेंट किया।इससे पहले बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी/ कार्यपालक मजिस्ट्रेट विजय प्रसाद थपलियाल ने  कैबिनेट मंत्री की अगवानी की*

 *बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी ने मंत्री को बदरीनाथ धाम यात्रा व्यवस्थाओं की विस्तारपूर्वक जानकारी दी बताया कि बीकेटीसी अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी के दिशा-निर्देश में बदरी- केदार यात्रा सफलतापूर्वक संचालित हुई है। श्री केदारनाथ धाम के कपाट 23 अक्टूबर को बंद हो गये है।25 नवंबर को भगवान बदरी विशाल के कपाट शीतकाल हेतु बंद हो रहे है।अभी तक साढ़े सोलह लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने भगवान बदरीविशाल के दर्शन कर लिए है*।उन्होंने मंदिर परिसर, दर्शन व्यवस्था, सुरक्षा प्रबंध, यात्री सुविधाओं तथा तैयारियों की जानकारी दी ।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री ने कहा कि  तीर्थयात्रियों की सुविधा एवं सुरक्षा  पुष्कर सिंह धामी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।


मंत्री ने मंदिर समिति द्वारा की जा रही व्यवस्थाओं  को सराहा। कहा कि बदरीनाथ धाम को  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप दिव्य भब्य बनाने हेतु  चल रहे मास्टर प्लान के कार्यों का भी अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि देवभूमि में आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर अनुभव देने हेतु सरकार निरंतर प्रयासरत है।


इस अवसर पर प्रभारी अधिकारी विपिन तिवारी, धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल, मंदिर अधिकारी राजेंद्र चौहान, वेद पाठी रविंद्र भट्ट, प्रशासनिक अधिकारी कुलदीप भट्ट, लेखाकार भूपेंद्र रावत ,  प्रभारी दफेदार हरेंद्र कोठारी,   विकास सनवाल आदि मौजूद रहे।



आज का राशिफल

दिनाँक - 20 नवम्बर,2025

दिन बृहस्पतिवार

मार्गशीर्ष

अमावस्या

rashifal today 20 nov 2025



मेष

अ, आ, चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो

नौकरी में कार्य की प्रशंसा होगी। नए विचार दिमाग में आएंगे। भाग्य का साथ मिलेगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। कारोबार में वृद्धि होगी। आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। धनार्जन होगा। पार्टी व पिकनिक का कार्यक्रम बन सकता है। स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद प्राप्त होगा।


वृषभ

ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो

कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। काम में मन नहीं लगेगा। दूसरे आपसे अधिक की अपेक्षा करेंगे। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। दु:खद समाचार प्राप्त हो सकता है। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। पुराना रोग उभर सकता है।


मिथुन

का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह

मान-सम्मान मिलेगा। कारोबार में वृद्धि होगी। निवेश शुभ रहेगा। नौकरी में कार्य की प्रशंसा होगी। दूर से शुभ समाचार प्राप्त होंगे। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। आय में वृद्धि होगी। जल्दबाजी न करें। प्रतिद्वंद्विता में वृद्धि होगी।


कर्क

ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो

घर में अतिथियों का आगमन होगा। प्रसन्नता तथा उत्साह बने रहेंगे। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देगा। आलस्य हावी रहेगा। प्रमाद न करें। विवेक का प्रयोग करें। दूर से शुभ समाचार प्राप्त होंगे। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे।


सिंह

मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे

नौकरी में अधिकार वृद्धि हो सकती है। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। निवेश मनोनकूल रहेगा। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण बनेगा। किसी कार्य के प्रति चिंता रहेगी। शारीरिक कष्ट संभव है।


कन्या

ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो

व्यवसाय ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगा। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। विवाद से स्वाभिमान को ठेस पहुंच सकती है। पुराना रोग उभर सकता है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। किसी भी अपरिचित व्यक्ति की बातों में न आएं।

तुला

रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते

व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। नौकरी में अनुकूलता रहेगी। भाग्य का साथ मिलेगा। कोई बड़ा काम करने की इच्‍छा जागृत होगी। चिंता तथा तनाव बने रहेंगे। प्रमाद न करें। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे।


वृश्चिक

तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू

मान-सम्मान मिलेगा। आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। व्यापार-व्यवसाय में मनोनुकूल लाभ होगा। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड इत्यादि से लाभ होगा। नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। प्रेम-प्रसंग में जल्दबाजी न करें। थकान रहेगी। किसी कार्य की चिंता रहेगी।


धनु

ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे

लाभ के अवसर हाथ आएंगे। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। पारिवारिक सहयोग प्राप्त होगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। दूसरों के कार्य में हस्तक्षेप न करें। धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। कोर्ट व कचहरी के काम मनोनुकूल लाभ देंगे। किसी बड़े काम की रुकावट दूर होगी।


मकर

भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी

कीमती वस्तुएं इधर-उधर हो सकती हैं, संभालकर रखें। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगी। यात्रा में जल्दबाजी न करें। शारीरिक कष्ट संभव है। पुराना रोग उभर सकता है। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें।



कुंभ

गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा

व्यापार व व्यवसाय ठीक चलेगा। नौकरी में चैन रहेगा। यात्रा मनोरंजक रहेगी। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। राजकीय बाधा दूर होकर स्थिति अनुकूल बनेगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। धनहानि की आशंका है। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। थकान व कमजोरी रह सकती है।


मीन

दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची

नौकरी में रुतबा बढ़ेगा। आय के नए साधन प्राप्त हो सकते हैं। भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। जीवन सुखमय व्यतीत होगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। स्थायी संपत्ति के कार्य बड़ा लाभ दे सकते हैं। रोजगार में वृद्धि होगी। स्वास्थ्य में राहत मिलेगी। चिंता दूर होगी।


 *सीमान्त गाँवों के विकास एवं पलायन रोकथाम हेतु ठोस कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश*


*सचिव ग्राम्य विकास ने सभी जनपदों के अधिकारियों के साथ की विस्तृत समीक्षा*



सचिव ग्राम्य विकास धीराज गर्व्याल ने आज सभी जनपदों के मुख्य विकास अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री पलायन रोकथाम योजना, मुख्यमंत्री सीमांत क्षेत्र विकास कार्यक्रम एवं वाइब्रेंट विलेजेज कार्यक्रम की प्रगति की समीक्षा की। साथ ही आगामी वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए ठोस कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए।


बैठक में सचिव ग्राम्य विकास ने स्पष्ट किया कि कार्ययोजना बनाते समय आजीविका सृजन गतिविधियों को प्राथमिकता दी जाए। प्रत्येक चिन्हित विकासखंड में कम से कम एक मदर पोल्ट्री यूनिट की स्थापना, तथा स्थानीय स्तर पर मत्स्य पालन, पशुपालन, मधुमक्खी पालन, सामुदायिक पर्यटन, प्रसंस्करण आदि गतिविधियों को प्रोत्साहित करने पर विशेष जोर दिया गया। ग्रामीण क्षेत्रों में जंगली जानवरों से फसल सुरक्षा हेतु चेन-लिंक फेंसिंग के प्रस्ताव भी शामिल करने के निर्देश दिए गए ताकि पलायन रोकने और रिवर्स पलायन को बढ़ावा देने में मदद मिल सके।


स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को ‘लखपति दीदी’ बनाने के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए योजनाओं को प्रस्तावित करने के निर्देश भी दिए गए। साथ ही जनपदों में संचालित ग्रोथ सेंटरों के उत्पादों के विपणन एवं उनकी नियमित मॉनिटरिंग पर भी बल दिया गया।


सीमांत जनपद चमोली, उत्तरकाशी, पिथौरागढ़, चम्पावत एवं उधम सिंह नगर की योजनाओं की अलग से प्रगति समीक्षा की गई। सचिव ने निर्देश दिया कि बार्डर एरिया के गावों के लिए क्लस्टर आधारित ग्राम संतृप्तीकरण कार्ययोजना तैयार की जाए, जिसमें मूलभूत सुविधाओं के साथ आजीविका-सृजन एवं स्वरोजगारपरक गतिविधियाँ सम्मिलित हों।


वाइब्रेंट विलेजेज कार्यक्रम के तहत प्रत्येक सीमांत गाँव को सड़क, 4G टेलीकॉम कनेक्टिविटी, टीवी कनेक्टिविटी एवं ग्रिड विद्युत से संतृप्त करने के निर्देश दिए गए। चमोली, उत्तरकाशी और पिथौरागढ़ जनपदों को वीवीपी-1 के गांवों की संतृप्तीकरण कार्ययोजना शीघ्र पोर्टल पर भेजने के लिए कहा गया। प्रत्येक वीवीपी गांव के लिए समेकित पर्यटन विकास योजनाएँ भी तैयार की जाएंगी।


सचिव ने सूचित किया कि सभी योजनाओं के प्रस्ताव समय पर प्राप्त करने हेतु ऑनलाइन पोर्टल को एक सप्ताह के भीतर क्रियाशील करने के निर्देश एसपीएमयू एवं आईटीडीए को दिए गए।


बैठक में अपर सचिव ग्राम्य विकास श्रीमती अनुराधा पाल, संयुक्त विकास आयुक्त संजय कुमार सिंह, उपायुक्त ए.के. राजपूत, डॉ. प्रभाकर बेबनी सहित एसपीएमयू एवं आईटीडीए के अधिकारी मौजूद रहे। सभी जनपदों के मुख्य विकास अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए।

*मुख्यमंत्री ने प्रदान की विभिन्न विकास योजनाओं के लिए 170.13 करोड की वित्तीय स्वीकृति*


मुुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कुम्भ मेला-2027 के 11 नवीन निर्माण कार्यों के लिए राज्य स्तरीय एम्पावर्ड समिति की बैठक में संस्तुत ₹ 37.34 करोड स्वीकृत किये जाने का अनुमोदन प्रदान किया है।


मुख्यमंत्री द्वारा 15वें वित्त आयोग की अनुशंसाओं के अंतर्गत उत्तराखण्ड राज्य में अग्निशमन सेवाओं एवं आधुनिकरण हेतु स्वीकृत ₹ 79 करोड़, राज्य योजना के अन्तर्गत जनपद पौड़ी गढ़वाल के विधानसभा क्षेत्र पौड़ी के विकास खण्ड पाबौ में सीकू तिमली मोटर मार्ग के पुनर्निर्माण एवं सुधारीकरण कार्य हेतु ₹ 3.2्र्र्र्र6 करोड़ के साथ ही विधानसभा क्षेत्र प्रतापनगर में पीपलडाली से म्यूण्डा ललवाली तक मोटर मार्ग का नवनिर्माण कार्य हेतु ₹ 1.78 करोड़ की योजना स्वीकृत किये जाने का अनुमोदन प्रदान किया गया है।


मुख्यमंत्री द्वारा मुख्यमंत्री घोषण के तहत जनपद चम्पावत के विधानसभा क्षेत्र चम्पावत के टनकपुर में ग्राम पंचायत नायकगोठ के किरोडा नाले में 480.00 मीटर एवं 120.00 मीटर स्पान पुल के निर्माण हेतु ₹ 48.38 करोड तथा जनपद टिहरी के विधानसभा क्षेत्र नई टिहरी हेतु की गयी नई टिहरी में स्थित विद्या मंदिर इण्टर कालेज में सामुदायिक भवन का निर्माण संबंधी घोषणा के क्रियान्वयन हेतु ₹ 91.84 लाख के सापेक्ष पूर्व में स्वीकृत कुल धनराशि ₹ 55.10 लाख के अनुक्रम में अवशेष धनराशि ₹ 36.74 लाख की धनराशि स्वीकृत किये जाने का अनुमोदन प्रदान किया गया है।


 
पुराने न्यायालय परिसर में रैन बसेरा के विरोध में अधिवक्ताओं के चल रहे आंदोलन को कांग्रेस का समर्थन: गणेश गोदियाल 

godiyal in support of prptest by advocates


आज देहरादून रेस कोर्स स्थित न्यायालय परिसर में चल रही अधिवक्ताओं के धरने में आज प्रदेश अध्यक्ष माननीय गणेश गोदियाल जी ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई इस मौक़े पर अधिवक्ताओं को संबोधित करते हुए माननीय गोदियाल जी ने कहा कि बड़ी विडम्बना है कि सरकार कोर्ट परिसर के बीचो बीसी रेन बसेरा बनाने की बात कर रही है ये बात कुछ हज़म नहीं हो रही है कि केंद्र की एजेंसियों को पूरे देहरादून में रेन बसेरा के लिए कोर्ट के दो परिसरों के बीच की ही जगह मिली, सरकार को ये समझ नहीं है कि कल जब नई पीढ़ी आगे आएगी वो न्याय व्यवस्था का हिस्सा बनेगी उसे बैठने की जगह कहाँ मिलेगी उन्होंने कहा राज्य की उम्र कोई पच्चीस तीस साल तो होती नहीं हज़ारो साल होती है न्यायिक कार्यों के लिए आगे सरकार को कुछ करना तो होगा अधिवक्ताओ के लिए तो कहा जाएँगे, रेन बसेरा तो कहीं भी बनाया जा सकता है, पर वकीलों के चैम्बर दो किलोमीटर दूर तो नहीं बनाये जा सकते ना तो सरकार को अपने निर्णय पर पुनः विचार करना चाहिए, सरकार को मैं याद दिलाना चाहता हूँ की उत्तराखंड राज्य आंदोलन के दौरान इन वकील भाइयों ने और जो इन वक़ील भाइयों की पहली पीढ़ी रही होगी उनका इस राज्य के आंदोलन में कितना बड़ा योगदान था इस बात से शायद ये सरकार वाक़िफ़ नहीं है,आंदोलन के वक्त भी ये वकील भाई अग्रणी थे और जितने भी लोगों पर केस लगे हमारे वकील भाइयों ने निशुल्क उनकी पैरवी की इस बात के लिए भी ये प्रदेश हमारे वकील भाइयों का ऋणी है। उन्होंने कहा की सच्चाई ये है की सरकारें वहाँ झुकती हैं जहाँ सरकारों को जनहितों से सरोकार होता है वहाँ सरकारें झुकती है इन्हें फ़र्क़ नहीं पड़ता क्यूंकि चुनाव जीतने के लिए ये चोरी का मैकेनिज्म इजात कर चुकी हैं, एक तरफ़ उपनल कर्मचारी भी धरने पर हैं उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद भी उनकी माँग पूरी नहीं कर रहे हैं ये इनकी हठधर्मिता है, 

सरकार से मैं ये कहना चाहता हूँ की सरकार वकील भाइयों की बात को सुने और उनकी मांगों को माने क्यूँकि इनके कार्य स्थल पर हस्तछेप करने की ज़रूरत ही नहीं थी। उन्होंने कहा की सरकार आपकी माँग पूरी करे तो उन्हें धन्यवाद करें क्यूंकि तुम्ही ने दर्द दिया है दवा भी तुम्ही दोगे, धन्यवाद तब दिया जाता है जब आप कुछ माँग कर रहे हो और पूरी हुई हो ये समस्या तो सरकार के द्वारा ही बनायी गई है तो सरकार की जिम्मेदारी है आपकी माँग मानना, वैसे भी इस सरकार का समय बहुत  बहुत कम है, धामी जी जब मुख्यमंत्री बने तो एक युवा होने के नाते उनसे उम्मीद थी की वो यहाँ के युवाओं के मन के जज़्बात को समझ कर उसको अंजाम का स्वरूप पहनायेंगे पर अफ़सोस होता है की वो पुराने ढर्रे पर चल रहे हैं, मनमानी और तानाशाही का परचम हो गया है, उन्होंने सरकार से माँग की की हमारे वकील भाइयों की माँग पूरी करे। इस दौरान बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मनमोहन कंडवाल, प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना, प्रदेश महामंत्री राजेंद्र शाह, अधिवक्ता प्रवक्ता संदीप चमोली, सचिव राजेंद्र सिंह बिष्ट,  प्रवक्ता डॉ प्रतिमा सिंह, सुजाता पॉल राजेश चमोली, नितिन बिष्ट आदि मौजूद रहे।


*20 नवंबर को देहरादून समेत टिहरी गढ़वाल में 6 जगहों पर आयोजित होगा डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र अभियान 4.0* 

- 30 नवंबर 2025 तक जारी रहेगा राष्ट्रव्यापी डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र (डीएलसी) अभियान 4.0

- यह अभियान सरकार के दृष्टिकोण के तहत पेंशनभोगियों के डिजिटल सशक्तिकरण के लिए एक प्रमुख पहल है

- डीएलसी अभियान 4.0 का उद्देश्‍य 2,000 से ज़्यादा शहरों और कस्बों में दो करोड़ पेंशनभोगियों तक पहुंचना है। 

- आधार-आधारित फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक के उपयोग पर ज़ोर देता है यह अभियान

- डीएलसी अभियान 4.0 में पेंशनभोगी बिना बायोमेट्रिक उपकरणों के आसानी से अपना जीवन प्रमाणपत्र जमा कर सकते हैं



पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग (डीओपीपीडब्लू), कार्मिक, लोक शिकायत तथा पेंशन मंत्रालय 1 से 30  नवंबर, 2025 तक राष्ट्रव्यापी डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र (डीएलसी) अभियान 4.0 का आयोजन कर रहा है। यह अभियान सरकार के दृष्टिकोण के तहत पेंशनभोगियों के डिजिटल सशक्तिकरण के लिए एक प्रमुख पहल है, जो डिजिटल इंडिया और जीवन को आसान बनाने के मिशनों के साथ संरेखित है।


20 नवंबर 2025 को भारतीय स्टेट बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक, देहरादून और चंबा (टिहरी गढ़वाल) में डीएलसी अभियान 4.0 आयोजित करेंगे। देहरादून में, भारतीय स्टेट बैंक अपनी आईएमए शाखा में सुबह 11:30 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक डीएलसी मेगा कैंप आयोजित करेगा, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया अपनी राजपुर रोड मुख्य शाखा में दोपहर 12:30 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक इसी तरह का कैंप आयोजित करेगा। पेंशनर्स कल्याण संघों के सहयोग से (इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक) देहरादून के प्रधान डाकघर में दोपहर 3:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक डीएलसी कैंप का आयोजन करेगा।


20 नवंबर 2025 को ही चंबा (टिहरी गढ़वाल) में भारतीय स्टेट बैंक अपनी चंबा शाखा में सुबह 11:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक डीएलसी मेगा कैंप आयोजित करेगा, और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया अपनी मुख्य बाजार शाखा, चंबा में दोपहर 12:00 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक कैंप आयोजित करेगा। इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक चंबा डाकघर में दोपहर 2:00 बजे से 3:00 बजे तक डीएलसी शिविर का आयोजन भी करेगा।


डीएलसी अभियान 4.0 का उद्देश्‍य संतृप्ति-आधारित आउटरीच दृष्टिकोण के ज़रिए 2,000 से ज़्यादा शहरों और कस्बों में दो करोड़ पेंशनभोगियों तक पहुंचना है। यह अभियान आधार-आधारित फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक के उपयोग पर ज़ोर देता है, जिससे पेंशनभोगी बिना बायोमेट्रिक उपकरणों के आसानी से अपना जीवन प्रमाणपत्र जमा कर सकें। इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक की डोरस्टेप डीएलसी सेवा के माध्यम से अति-वरिष्ठ और दिव्यांग पेंशनभोगियों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।


माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम (24 नवंबर, 2024)  और संविधान दिवस (26 नवंबर, 2024)  के संबोधन में भी इस बात पर बल दिया कि कैसे डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र जैसे डिजिटल भारत की नई पहलों ने देशभर के वरिष्ठ नागरिकों के लिए पेंशन प्रक्रिया को आसान बनाया जा रहा है।

राष्‍ट्र-व्‍यापी डीएलसी अभियान के हिस्से के तौर पर, निदेशक सुश्री दिव्या ए.बी. 20 नवंबर, 2025 को देहरादून, उत्तराखंड में डीएलसी अभियाान का दौरा करेंगी ताकि व्यवस्थाओं का निरीक्षण कर सकें और फेस ऑथेंटिकेशन और डोरस्टेप सर्विस के माध्‍यम से डीएलसी सेवाओं का फ़ायदा उठाने वाले पेंशनभोगियों से बातचीत करेंगी। अधिकारी शिविरों के सुचारू संचालन को सुनिश्चित करने के लिए बैंकों,  इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (डीओपी), यूआईडीएआई, एनआईसी और स्‍थानीय पेंशनभागी कल्‍याण संघों के बीच समन्‍वय की समीक्षा करेंगी।


यह अभियान  बैंकों, इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक, यूआईडीएआई, एमईआईटीवाई, एनआईसी, सीजीडीए, रेलवे और पेंशनभोगी कल्‍याण संघ समेत सभी प्रमुख हितधारकों को एक साथ लाएगा ताकि पेंशनभोगियों को डिजिटल रूप से शामिल करने के लिए मिलकर काम किया जा सके। एनआईसी डीएलसी पोर्टल अलग-अलग संस्‍थाओं द्वारा डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र  बनाने की रियल-टाइम मॉनिटरिंग करता है।


पेंशन विभाग निरंतर सुधारों और डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र अभियान जैसी प्रौद्योगिकी-संचालित पहलों के माध्यम से पेंशनभोगियों के जीवन को सुविधापूर्ण बनाने और डिजिटल सशक्तिकरण सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

 

एमडीडीए ने लैंड बैंक बढ़ाने पर किया फोकस किया, आवासीय योजनाओं के विस्तार की है तैयारी*

*एमडीडीए की समीक्षा बैठक में उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी सख्त,  विकास कार्यों में समयबद्ध गुणवत्तापूर्ण प्रगति के दिए निर्देश*

 

mdda meeting regarding schemes aamwala and dholas

 

देहरादून :


 मसूरी–देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) के उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी की अध्यक्षता में आज प्राधिकरण की एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक का उद्देश्य विभिन्न विकास कार्यों की प्रगति का मूल्यांकन करना और लंबित योजनाओं में गति लाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करना था। उपाध्यक्ष तिवारी ने अधिकारियों को स्पष्ट रूप से कहा कि विकास कार्यों में अनावश्यक देरी किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं है। योजनाओं को निर्धारित समयसीमा में पूरा करना प्राधिकरण की सर्वोच्च प्राथमिकता है।

 

बैठक में धौलास आवासीय योजना में निर्माणाधीन ईडब्ल्यूएस यूनिटों की प्रगति पर विशेष ध्यान दिया गया। उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने निर्देश दिया कि सभी यूनिटों का निर्माण 31 मार्च 2026 तक हर हाल में पूरा किया जाए। इसी क्रम में आमवाला तरला आवासीय योजना के फ्लैटों के एलॉटमेंट की प्रक्रिया को भी मार्च 2026 तक शुरू करने के आदेश जारी किए गए। उन्होंने कहा कि यह योजनाएँ सीधे सामान्य और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के हितों से जुड़ी हैं, इसलिए इनमें पारदर्शिता और समयबद्धता अत्यंत आवश्यक है।

 

बैठक में सभी सेक्टरों के सहायक अभियंताओं और अवर अभियंताओं को प्रत्येक माह कम से कम पाँच पत्रावलियाँ को कम्पाउंडिंग करते हुए निस्तारित करने का लक्ष्य सौंपा गया। इसके साथ ही अन्य मानचित्र पत्रावलियों को भी ससमय निस्तारित करने के निर्देश दिए गए, ताकि नागरिकों की लंबित फाइलों का समय रहते समाधान हो सके। इसके अलावा लैंड पूलिंग नीति के तहत भूमि क्रय की प्रक्रिया को तेज करने और उपयुक्त भूखंडों के चयन के लिए भी निर्देश दिए गए। जिससे की प्राधिकरण का लैंड बैंक बढ़ाया जा सके।

 

बैठक में यह भी तय किया गया कि देहरादून जनपद में एमडीडीए द्वारा निर्मित व निर्माणाधीन पार्कों का संयुक्त निरीक्षण उपाध्यक्ष एवं सचिव द्वारा दिसंबर माह के प्रथम सप्ताह में किया जाएगा। उपाध्यक्ष ने कहा कि हरित क्षेत्र, पार्क और सार्वजनिक स्थान गुणवत्ता और सुरक्षा के साथ तैयार किए जाएँ, ताकि शहरवासियों को बेहतर सुविधाएँ मिल सकें। बैठक में प्राधिकरण सचिव मोहन सिंह बर्निया, मुख्य अभियंता एस.सी.एस. राणा, वित्त नियंत्रक संजीव कुमार, अधिशासी अभियंता गण, सहायक अभियंता गण, अवर अभियंता एवं अन्य अधिकारी-कर्मचारी गण उपस्थित रहे।


*उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी का बयान* 

 

उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने कहा कि प्राधिकरण का लक्ष्य देहरादून और मसूरी क्षेत्र में योजनाबद्ध, समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण विकास सुनिश्चित करना है। उन्होंने अधिकारियों को चेताया कि किसी भी कार्य में अनावश्यक विलंब स्वीकार्य नहीं है। आवासीय योजनाएँ आम जनता के हित और अपेक्षाओं से सीधे जुड़ी होती हैं, इसलिए इनके क्रियान्वयन में पारदर्शिता और तत्परता अनिवार्य है। तिवारी ने कहा कि कम्पाउंडिंग, भूमि चयन और पार्क विकास के कार्य निर्धारित समयसीमा में पूर्ण किए जाएँ।

  


*सचिव मोहन सिंह बर्निया का बयान*

 

सचिव मोहन सिंह बर्निया ने कहा कि एमडीडीए विकास कार्यों में गुणवत्ता और गति दोनों सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि विभागीय टीम को स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए गए हैं कि सभी योजनाएँ तय समयसीमा में धरातल पर उतरें। बर्निया ने कहा कि कम्पाउंडिंग मामलों के त्वरित निस्तारण, लैंड पूलिंग प्रक्रिया में तेजी और पार्कों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने आश्वासन दिया कि प्राधिकरण जनता को बेहतर सुविधाएँ उपलब्ध कराने के लिए पूरी ईमानदारी से कार्य कर रहा है।

आज का राशिफल

19 नवम्बर,2025

दिन बुधवार

rashifal today 19 nov 2025


आ, चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो

भागदौड़ अधिक रहेगी। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। मेहनत अधिक होगी। लाभ में कमी रह सकती है। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। व्यवसाय-व्यापार मनोनुकूल चलेगा। आय बनी रहेगी। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा, सावधानी रखें। बुरी खबर मिल सकती है।

वृषभ

ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो

मान-सम्मान मिलेगा। मेहनत का फल मिलेगा। कारोबार में वृद्धि के योग हैं। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। निवेश शुभ रहेगा। नौकरी में अधिकारी प्रसन्न रहेंगे। शत्रु तथा ईर्ष्यालु व्यक्तियों से सावधानी आवश्यक है। समय की अनुकूलता है। सामाजिक कार्य करने का मन लगेगा।


मिथुन

का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह

पुरानी संगी-साथियों से मुलाकात होगी। उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी। फालतू खर्च होगा। स्वास्थ्य कमजोर रह सकता है। आत्मसम्मान बना रहेगा। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। भाइयों का सहयोग मिलेगा। कारोबार से लाभ होगा। नौकरी में कार्यभार रहेगा। जल्दबाजी न करें।

कर्क

ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो

बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। भेंट व उपहार की प्राप्ति संभव है। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड से मनोनुकूल लाभ होगा। नौकरी में प्रभाव वृद्धि होगी। कोई बड़ा काम होने से प्रसन्नता रहेगी। जल्दबाजी न करें। उत्साह रहेगा।


सिंह

मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे

दुष्टजनों से सावधानी आवश्यक है। फालतू खर्च पर नियंत्रण नहीं रहेगा। हल्की मजाक करने से बचें। अपेक्षित काम में विलंब होगा। बेकार की बातों पर ध्यान न दें। अपने काम से काम रखें। लाभ के अवसर मिलेंगे। विवेक का प्रयोग करें। आय में वृद्धि होगी।


कन्या

ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो

यात्रा लाभदायक रहेगी। संतान पक्ष से बुरी खबर मिल सकती है। डूबी हुई रकम प्राप्त होगी। व्यापार-व्यवसाय से मनोनुकूल लाभ होगा। नौकरी में प्रशंसा मिलेगी। जल्दबाजी से काम बिगड़ सकते हैं। नए उपक्रम प्रारंभ करने संबंधी योजना बनेगी।


तुला

रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते

सामाजिक कार्य करने में मन लगेगा। योजना फलीभूत होगी। कार्यस्थल पर परिवर्तन हो सकता है। कारोबार मनोनुकूल लाभ देगा। नौकरी में अधिकार बढ़ सकते हैं। शेयर मार्केट, म्युचुअल फंड से लाभ होगा। आय में वृद्धि होगी। मान-सम्मान मिलेगा। स्वास्थ्‍य का ध्यान रखें।


वृश्चिक

तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू

चोट व रोग से कष्ट हो सकता है। बेचैनी रहेगी। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। पूजा-पाठ में मन लगेगा। सत्संग का लाभ मिलेगा। राजकीय बाधा दूर होकर लाभ की स्थिति बनेगी। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। परिवार तथा मित्रों का सहयोग मिलेगा। प्रसन्नता बनी रहेगी।


धनु

ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे

चोट व दुर्घटना से बड़ी हानि हो सकती है। पुराना रोग उभर सकता है। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। किसी व्यक्ति विशेष से कहासुनी हो सकती है। स्वाभिमान को ठेस पहुंच सकती है। दौड़धूप रहेगी। नकारात्मकता हावी रहेगी। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें।


मकर

भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी

यात्रा लाभदायक रहेगी। राजकीय सहयोग मिलेगा। सरकारी कामों में सहूलियत होगी। जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। घर में सुख-शांति रहेंगे। कारोबारी अनुबंध हो सकते हैं। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। पार्टनरों से सहयोग मिलेगा। झंझटों में न पड़ें।


कुंभ

गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा

ऐश्वर्य के साधनों पर खर्च होगा। नौकरी में कार्य की प्रशंसा होगी। मातहतों का सहयोग प्राप्त होगा। स्थायी संपत्ति के कार्य बड़ा लाभ दे सकते हैं। भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। शारीरिक कष्ट संभव है। भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। विवेक से कार्य करें।


मीन

दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची

पार्टी व पिकनिक का कार्यक्रम बनेगा। आनंद के साथ समय व्यतीत होगा। मनपसंद व्यंजनों का लाभ मिलेगा। रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। व्यापार मनोनुकूल लाभ देगा। नौकरी में प्रभाव वृद्धि होगी। किसी व्यक्ति से बहस हो सकती है। आशंका-कुशंका से बाधा होगी।


ऋषिकेश  : 




मंगलवार देर शाम एक बार फिर गुलदार चकजोगीवाला गांव में दिखाई दिया, जिससे पूरे गांव में दहशत फैल गई। जंगल की ओर से निकला गुलदार कुछ देर तक सड़क किनारे घूमता रहा। ग्रामीणों का कहना है कि पिछले कई दिनों से गांव के आसपास गुलदार लगातार नजर आ रहा है, जिसके चलते लोग शाम ढलते ही घरों में कैद होने को मजबूर हैं।

स्थानीय लोगों ने वन विभाग की उदासीनता पर नाराज़गी जताई है। उनका कहना है कि कई बार सूचना देने के बाद भी विभाग ने अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द कदम नहीं उठाए गए तो किसी बड़ी घटना की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।


 खदरी ग्राम सभा चोपड़ा फार्म में एक-दांत वाले गजराज की चहलकदमी, ग्रामीणों में दहशत


ऋषिकेश : 



खदरी ग्राम सभा चोपड़ा फार्म क्षेत्र में मगलवार सुबह एक बार फिर हाथी की चहलकदमी देखने को मिली। जानकारी के अनुसार सुबह लगभग 7 बजे एक-दांत वाला गजराज आबादी क्षेत्र के निकट घूमता हुआ दिखाई दिया। स्थानीय लोगों के मुताबिक यह वही गजराज है जो लंबे समय से इस क्षेत्र में आवागमन करता रहता है। इसकी सबसे खास पहचान इसका टूटा हुआ एक दांत है, जो पूरी तरह से क्षतिग्रस्त माना जा रहा है।

गजराज के अचानक सड़क पर आने से क्षेत्रवासियों में दहशत का माहौल बना रहा। ग्रामीणों ने बताया कि सुबह-सुबह खेतों और रास्तों पर लोगों की आवाजाही शुरू होती है, ऐसे में हाथी का इस तरह घूमना किसी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकता है।

ग्रामीणों ने वन विभाग से सुरक्षा इंतज़ाम बढ़ाने और हाथी की गतिविधियों पर निगरानी रखने की मांग की है, ताकि किसी अप्रिय घटना को रोका जा सके।

 मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को सचिवालय में सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक के दौरान निर्देश दिये कि राज्य में दुर्घटना प्रभावित लोगों को आयुष्मान योजना के अलावा अन्य अस्पतालों में भी कैशलेस उपचार के लिए परिवहन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रस्ताव बनाया जाए।



 सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए उन्होंने और प्रभावी प्रयास करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि दुर्घटनाओं को नियंत्रित करने के लिए राज्य की सीमावर्ती क्षेत्रों में सघन चौकिंग की जाए। पर्वतीय क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरती जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि वाहन ओवरलोडिंग न हो।  यातायात के नियमों के पालन के लिए लोगों को नियमित रूप से जागरूक किया जाए। यातायात व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए आधुनिक संसाधनों के अधिकतम इस्तेमाल पर ध्यान दिया जाए। 


मुख्यमंत्री ने कहा बस अड्डों पर नियमित स्वच्छता और सुरक्षा से संबंधित अभियान चलाये जांय। यातायात के नियमों का उल्लंघन करने वालों पर नियमित कार्रवाई की जाए। सड़क दुर्घटना के बाद घायलों को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए रिस्पांस टाइम कम से कम रखा जाए। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि अतिवृष्टि से प्रभावित ऐसे क्षेत्रों जहां भीड़-भाड़ और अधिक आवागमन होता है, वहां सड़कों के मरम्मत कार्यों को सर्वाेच्च प्राथमिकता में रखा जाए। रोड सेफ्टी के लिए जनपदों में जो अच्छी पहल हुई है, उनको बेस्ट प्रैक्टिस के रूप में लिया जाए। मुख्यतंत्री ने एआई और तकनीक आधारित ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम पर ध्यान दिए जाने के साथ ही सभी जनपदों में ट्रैफिक सिस्टम को ऑटोमेटेड मोड में संचालित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि चिन्हित ब्लैक स्पॉट्स पर सड़क चौड़ीकरण के कार्य को प्राथमिकता से पूरा किया जाए। दुर्घटनाओं से बचाव और त्वरित सहायता के लिए जनमानस को प्रशिक्षित करने के लिए फर्स्ट रिस्पॉन्डर ट्रेनिंग प्रोग्राम नियमित रूप से आयोजित किए जाएं।


मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्वतीय मार्गों पर क्रैश बैरियर की स्थापना और अनुरक्षण पर विशेष ध्यान दिया जाए। गाड़ियों के रूकने की व्यवस्था ऐसे स्थानों पर की जाए, जहां आस-पास में लोगों को सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हों। इसके लिए परिवहन एवं पर्यटन विभाग आपस समन्वय बनाकर योजना बनाएं। शीतकालीन यात्रा और आगामी चारधाम व नंदा राजजात यात्रा के दृष्टिगत यातायात व्यवस्था को सुदृ़ढ़ बनाने की दिशा में तेजी से कार्य किये जाएं। सुरक्षा की दृष्टि से बस अड्डों पर नियमित सतर्कता बरती जाए। 


मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क सुरक्षा की दृष्टिगत परिवहन, पुलिस और लोक निर्माण विभाग हर माह बैठक करें। पर्वतीय क्षेत्रों में वन विभाग और संबंधित जिला प्रशासन द्वारा सड़क किनारे पौधारोपण का कार्य  किया जाए। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सड़क सुरक्षा के दृष्टिगत सराहनीय कार्य करने वालों को सम्मानित भी किया। 


इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री सतपाल महाराज, मुख्य सचिव श्री आनन्द बर्द्धन, सचिव श्री शैलेश बगोली, श्री बृजेश कुमार संत, श्री वी षणमुगम, अपर पुलिस महानिदेशक डॉ. वी.मुरूगेशन, आईजी श्री राजीव स्वरूप, आयुक्त परिवहन श्रीमती रीना जोशी, अपर सचिव श्री विनीत कुमार, श्री रोहित मीणा और संबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नशामुक्त भारत अभियान की 5वीं वर्षगांठ पर राज्य स्तरीय कार्यक्रम को किया संबोधित*


*सीएम ने कहा, नशे को मजबूती से "ना" कहें युवा, साथियों को भी “ना’’ कहने के लिए करें प्रेरित* 


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने नशामुक्त भारत अभियान के पांच वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में युवाओं से अपील की है कि वो स्वयं भी नशे को पूरी मजबूती के साथ "ना" कहें, साथ ही अपने साथियों को भी नशे के लिए “ना’’ कहने के लिए प्रेरित करें।


मंगलवार को  मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय स्थित मुख्य सेवक सदन में आयोजित नशामुक्त भारत अभियान की 5वीं वर्षगांठ के राज्य स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने नशामुक्त भारत अभियान के पांच वर्ष पूर्ण होने की बधाई देत हुए कहा कि नशे के खिलाफ लड़ाई में अग्रणी भूमिका निभाने वाले कर्मवीरों के सहयोग से आज समाज नशे की भयावह समस्या से मुकाबला करने में सक्षम हो रहा है। उन्होनें कहा कि नशा केवल एक बुरी आदत नहीं, बल्कि समाज को भीतर से खोखला करने वाली एक भयावह चुनौती है। ये घातक प्रवृत्ति व्यक्ति की चेतना, विवेक और निर्णय लेने की क्षमता को नष्ट कर उसके पूरे भविष्य को विनाश की ओर ले जाती है। 



मुख्यमंत्री ने कहा कि आज नशे का प्रसार वैश्विक स्तर पर एक ‘साइलेंट वॉर’ की तरह हो रहा है, जिसका सबसे बड़ा निशाना हमारी युवा शक्ति है। उन्होंने कहा कि हमारी युवा पीढ़ी ही नए भारत की ऊर्जा, नवाचार, सामर्थ्य और प्रगति का वास्तविक आधार है। यदि यही ऊर्जा किसी नकारात्मक प्रभाव में फँस जाएगी, तो राष्ट्र के विकास की गति भी अवरुद्ध हो जाएगी। इसीलिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2020 में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर नशा मुक्त भारत अभियान की शुरुआत कर पूरे देश से इस सामाजिक बुराई के विरुद्ध एकजुट होने का आह्वान किया और इसे एक व्यापक जन-आंदोलन का स्वरूप प्रदान किया।


मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से राज्य सरकार भी नशे के विरुद्ध इस महाअभियान के अंतर्गत “ड्रग्स फ्री उत्तराखंड” के संकल्प को साकार करने के लिए पूर्ण प्रतिबद्धता के साथ मिशन मोड पर कार्य कर रही है।


मादक पदार्थों की रोकथाम के लिए वर्ष 2022 में त्रिस्तरीय एन्टी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) का गठन किया गया। फोर्स ने बीते तीन वर्ष में 6 हजार से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए, 200 करोड़ रुपए से अधिक के नारकोटिक पदार्थ भी बरामद किए हैं। 

उन्होंने कहा कि सरकार नशे की प्रवृत्ति को रोकने, नशाग्रस्त व्यक्तियों को पुनः मुख्यधारा से जोड़ने तथा उनके पुनर्वास के लिए प्रदेश के सभी जनपदों में नशा मुक्ति केंद्रों को प्रभावी बना रही है। वर्तमान में, प्रदेश में चार इंटीग्रेटेड रिहैबिलिटेशन सेंटर फॉर एडिक्ट्स (IRCA) सफलतापूर्वक संचालित हो रहे हैं, जो नशा पीड़ित व्यक्तियों को उपचार, परामर्श और पुनर्वास की बेहतर सुविधाएँ प्रदान कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त, AIIMS ऋषिकेश की सहायता से राज्य में एडिक्शन ट्रीटमेंट फैसिलिटी (ATF) का संचालन भी किया जा रहा है। इसी तरह राज्य के प्रत्येक जनपद के शिक्षण संस्थानों में एंटी-ड्रग कमेटियों का गठन किया गया है, जिनमें जागरूक विद्यार्थियों, अभिभावकों, शिक्षकों तथा प्रधानाचार्यों को सदस्य के रूप में सम्मिलित किया गया है।


 मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड की गौरवशाली पहचान “ऐपण कला” को भी इस अभियान से जोड़ा गया है, आज नशा-विरोधी संदेशों से सुसज्जित ‘ऐपण’ पेंटिंग्स हमारे शैक्षणिक संस्थानों और सार्वजनिक स्थलों की शोभा बढ़ा रही हैं। साथ ही युवाओं को नशे से दूर रखने और उनकी ऊर्जा को सकारात्मक दिशा देने के लिए राज्य में ‘दगड़िया क्लब’ भी बनाए हैं।


मुख्यमंत्री धामी ने प्रदेश के युवाओं से अपील करते हुए कहा कि वे स्वयं भी नशे को पूरी मजबूती के साथ "ना" कहें और अपने साथियों को भी नशे के लिए “ना’’ कहने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि सरकार उत्तराखंड को देश का अग्रणी राज्य बनाने के लिए अपने विकल्प रहित संकल्प के साथ निरंतर कार्य कर रही है। परन्तु ये संकल्प तभी सिद्ध हो सकता है, जब हमारी युवा पीढ़ी अपनी पूरी ऊर्जा, क्षमता और दृढ़ संकल्प के साथ हमारा सहयोग करे और नशे जैसी बुराइयों से स्वयं भी दूर रहे तथा दूसरों को भी दूर रखने का संकल्प ले। 


 मुख्यमंत्री धामी ने उपस्थित युवाओं को नशा मुक्त भारत अभियान की शपथ भी दिलाई, साथ ही स्कूल कॉलेजों में राज्य स्तर पर आयोजित भाषण एवं निंबध प्रतियोगिता के विजेताओं को भी सम्मानित किया।


 कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री श्री गणेश जोशी, विधायक श्रीमती सविता कपूर, उत्तराखंड अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष श्री संजय नेगी, सचिव समाज कल्याण डॉ श्रीधर बाबू अद्यांकी, अपर पुलिस महानिदेशक डॉ वी मुरुगेशन,निदेशक समाज कल्याण डॉ संदीप तिवारी  एवं अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।

: मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा विधायक घनसाली श्री शक्ति लाल शाह के अनुरोध पर विधानसभा क्षेत्र घनसाली के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पिलखी विकासखण्ड भिलंगना को भूमि उपलब्धता के अनुरूप उपजिला चिकित्सालय के रूप में उच्चीकृत किये जाने के प्रस्ताव को मुख्यमंत्री घोषणा में शामिल किये जाने का अनुमोदन प्रदान किया गया है।



अधिक से अधिक बेरोजगार युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से मुख्य विकास अधिकारी ललित नारायण मिश्र ने जिला कार्यालय परिसर से प्रचार वाहन को हरि झंडी दिखाकर रवाना किया।*


हरिद्वार ;



               मुख्य विकास अधिकारी ललित नारायण मिश्र ने अवगत कराया है कि जनपद के बेरोजगार युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए आईटीसी मिशन सुनहरा कल तथा जिला कौशल विकास एवं सेवायोजन कार्यालय, हरिद्वार के मार्गदर्शन एवं नेतृत्व में दिनांक 21 नवंबर 2025 को दयानंद स्टेडियम गुरुकुल कांगड़ी विवि हरिद्वार में वृहद रोजगार मेले का आयोजन किया जा रहा है,जिसके सफल क्रियान्वयन के लिए प्रचार वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
        मुख्य विकास अधिकारी ने प्रोग्राम अधिकारी गिरीश तिवारी को निर्देश दिए ही कि रोजगार मेले का जनपद के विभिन्न क्षेत्रों ने व्यापक प्रचार प्रसार करने के निर्देश दिए है जिससे रोजगार मेले में अधिक से अधिक बेरोजगार युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध हो सके ।

 


ISBT VM Dhami


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने आज दोपहर अचानक सचिवालय से सीधे आईएसबीटी देहरादून पहुंचकर वहाँ की व्यवस्थाओं का औचक निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री के अचानक पहुँचने से प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप की स्थिति बन गई। उन्होंने परिसर में स्वच्छता, यात्रियों की सुविधा, संचालन व्यवस्था और परिवहन प्रबंधन का बारीकी से निरीक्षण किया।


निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने कई स्थानों पर फैली गंदगी को देखकर कड़ी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि आईएसबीटी जैसे महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्थलों पर स्वच्छता में कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने स्वयं झाड़ू उठाकर सफाई भी की और अधिकारियों को संदेश दिया कि स्वच्छता अभियान केवल कागजों पर नहीं, बल्कि जमीन पर दिखाई देना चाहिए।



मुख्यमंत्री ने परिवहन विभाग और एमडीडीए के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि आईएसबीटी परिसर की नियमित साफ-सफाई सुनिश्चित की जाए,

हर स्थान पर स्वच्छता संबंधी सूचना-पट लगाए जाएँ, यात्रियों को प्रदूषण, कचरा और धूल से मुक्त वातावरण मिले, यह सुनिश्चित किया जाए।

उन्होंने उपाध्यक्ष एमडीडीए श्री बंशीधर तिवारी को विशेष रूप से निर्देश दिए कि आईएसबीटी में स्वच्छता और व्यवस्था सुधारने के लिए प्रभावी कार्ययोजना तैयार कर तत्काल क्रियान्वयन किया जाए।

निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री श्री धामी ने बसों की संचालन व्यवस्था, टिकट काउंटर, प्रतीक्षालय, पेयजल सुविधाओं, शौचालयों, दुकानों और सुरक्षा व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड एक प्रमुख पर्यटन एवं तीर्थ राज्य है, जहां प्रतिवर्ष करोड़ों की संख्या में पर्यटक और श्रद्धालु आते हैं। इसलिए बस अड्डों, रेलवे स्टेशनों और परिवहन केंद्रों पर उच्च स्तरीय स्वच्छता और सुविधा व्यवस्था प्रदेश की प्राथमिकता है।


मुख्यमंत्री ने आईएसबीटी में मौजूद यात्रियों से भी मुलाकात की, उनका हालचाल जाना और उनसे फीडबैक लिया। उन्होंने यात्रियों से पूछा कि यात्रा के दौरान उन्हें किन समस्याओं का सामना करना पड़ता है और यहाँ की व्यवस्था में और क्या सुधार किए जा सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यात्रियों के सुझाव ही हमारी व्यवस्था सुधारने का बड़ा आधार होते हैं।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार शीघ्र ही पूरे प्रदेश में जनसहभागिता आधारित एक व्यापक स्वच्छता अभियान शुरू करने जा रही है। उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी दी कि अगली बार निरीक्षण के दौरान आईएसबीटी की सभी व्यवस्थाएँ पूरी तरह दुरुस्त दिखनी चाहिए, अन्यथा जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।


निरीक्षण के दौरान परिवहन विभाग और एमडीडीए के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

 ● *पहाड़ के माल्टे नारंगी और सिट्रस फलों के समर्थन में हरेला गाँव-धाद इस वर्ष फिर माल्टे का महीना अभियान चलाएगा*

● *अभियान में शासन को मांगपत्र सौंपने के साथ माल्टा मोबाइल वैन और होम डिलिवरी के माध्यम से जन समर्थन मूल्य पर पहाड़ के माल्टे को समाज तक पहुँचाया जाएगा* 

● *इसके साथ आम समाज की सहभागिता के साथ माल्टा का मेला,माल्टा फ़ूड फेस्टिवल,माल्टा मकरैंण और विभिन्न सामाजिक विमर्श का आयोजन भी किया जाएगा* 



इस सर्दी में धाद ने आम समाज से पहाड़ के माल्टे नारंगी का अपने आहार में  शामिल करने की अपील की है। क्यूंकि यह फल अपने उत्पादन व्यवहार के कारण शुद्ध और ऑर्गेनिक है और पहाड़ में इसका नैसर्गिक रूप से बड़ी मात्रा में उत्पादन होता रहा है। लेकिन यह सही मार्केटिंग के अभाव में बाजार से लगभग गायब है  इसके व्यापक उपभोग से उन किसानों को बाजार मिलेगा और आर्थिक आधार भी।इस सवाल के पक्ष में हरेला गाँव-धाद की पहल पर इस वर्ष फिर माल्टे का महीना अभियान प्रारम्भ किया जाएगा जिसमे पहाड़ के फल उत्पादकों के सवालों और उनके उत्पादन को सम्मानजनक खरीद कीमत दिलवाने के लिए विभिन्न सार्वजनिक गतिविधियां की जाएंगी। धाद की केंद्रीय समिति ने इसकी सूचना जारी की है। 

अभियान पहाड़ के माल्टे की जन समर्थन मूल्य पर सार्वजनिक बिक्री और मांगपत्र शासन को सौंपन के साथ 19 नवम्बर को प्रारम्भ होगा जिसका समापन माल्टा मकरैंण के साथ 11 जनवरी को होगा।

मालूम हो कि पिछले तीन वर्षों में धाद ने निरंतर पहाड़ी फलों और उनके उत्पादकों के समर्थन में नागरिक पहल करते हुए इस सवाल को उठाने के साथ ही आम समाज से इनका खरीददार बनते हुए सम्मानजनक मूल्य देने की अपील की थी।

*सरकार के आंकड़ों के अनुसार उत्तराखण्ड में गत वर्ष 11 हजार हेक्टेयर में 36900 मेट्रिक टन नींबू प्रजाति ( माल्टे, नारंगी, गलगल) का उत्पादन हुआ है। सरकारी खरीद और समर्थन मूल्य   लागत से कहीं कम होने के कारण अव्यवहारिक है और उसमे उत्पादकों की हिस्सदारी न के बराबर है। वहीं बाजार तक जाने की उचित व्यवस्था के अभाव के चलते उसका अधिकांश हिस्सा खराब हो रहा है। इसलिए इस सवाल पर आम समाज और शासन का ध्यान आकृष्ट करने के लिए हम एक बार फिर पहाड़ी फलों के पक्ष में माल्टे का महीना सामाजिक अभियान प्रारम्भ करेंगे। जिसकी रूप रेखा इस तरह से है।*


■ हम 19 नवम्बर को माल्टे और नारंगी के ज़न समर्थन मूल्य पर बिक्री के साथ शासन को मांगपत्र सौंपेंगे।

■ इसके साथ जन समर्थन मूल्य पर माल्टे को बिक्री के लिए आम समाज के बीच माल्टा मोबाइल वैन और होम डिलीवरी के माध्यम से पहुँचाया जाएगा। 


■ माल्टे का महीना पहाड़ के फल और उनके बाजार के सवाल पर सार्वजनिक विमर्श के साथ होगा जिसमे इसके विशेषज्ञ और किसान शामिल होंगे।


■ 7 दिसम्बर को सतपुली में स्थानीय माल्टा उत्पादकों के साथ माल्टा का मेला आयोजित किया जाएगा  


■ 14 दिसम्बर सिट्रस फलों पर आधारित कल्यो फ़ूड फेस्टिवल का सुक्ष्म आयोजन धाद स्मृतिवन मालदेवता में होगा।


■ 29 दिस्मबर,5 जनवरी को विभिन्न स्थानों पर पहाड़ी फलों के स्वैच्छिक फेस्टिवल आयोजित किये जायेंगे।


■ हर शनिवार को पहाड़ के फलों बागवानी पर ओनलाइन विमर्श का आयोजन धाद के फेसबुक पेज पर होगा।


■ 11  जनवरी को अभियान का समापन माल्टा मकरैंण और सांस्कृतिक आयोजन के साथ होगा।


वार्ता को धाद के अध्यक्ष लोकेश नवानी, सचिव तन्मय,और उद्यान विशेषज्ञ डॉ आर पी खुकसाल,के साथ पूर्व अध्यक्ष एच एम व्यास,प्रो विनय आनंद बैड़ाई,उत्तम सिंह रावत ने भी सम्बोधित किया. इस अवसर पर मेज महाबीर रावत, सुरेश कुकरेती, हिमांशु आहूजा,नीलेश,शुभम और संजय भी मौजूद थे.



*माल्टे का मांगपत्र*


*पहाड़ के फलोत्पादन और विपणन की दीर्घकालीन नीति बने*


पहाड़ के फलों और जैविक सब्ज़ियों के उत्पादन और विपणन के लिए लिये एक दीर्घकालिक नीति बनाई जाए जिसमें सरकार द्वारा उनके संरक्षण और विपणन की गारंटी देने की व्यवस्था हो ताकि पहाड़ के किसान को प्रोत्साहन मिले। इसलिए हम मांग करते हैं  कि --


1. औद्यानिक विपणन परिषद की भूमिका को विस्तार दिया जाए और सेब के अतिरिक्त माल्टा कीवी, आडू, प्लम, खुवानी के Packaging material उपलब्ध कराये जाएँ।

2. पहाड़ी क्षेत्रों में उत्पादित फल-सब्ज़ियों की रोडवेज की बसों की छत पर न्यूनतम दर पर ढुलान व्यवस्था विचार किया जाए।

3. पहाड़ के बाज़ारों में बिक्री हेतु निःशुल्क क्रय विक्रय केन्द्र स्थापित करने पर विचार किया जाए यानी फल और सब्जी उत्पादक क्षेत्रों में इनके खरीद केन्द्रों की व्यवस्था की जाए।

4. फलों के लिए समय पर व्यवहारिक (कम से कम उत्पादन लागत) समर्थन मूल्य MSP समय पर घोषित हो।

5. सरकारी स्कूलों व सरकारी आयोजनों के भोजन में इनकी खपत की व्यवस्था।

6. फलों की उत्पादकता एवं गुणवत्ता में वृद्धि तथा फल निर्यात सूची में यहां के फलों के निर्यात की योजना भी बनाई जाए।

7. स्थानीय उत्पादन को भंडारण हेतु पैक हाउस छोटे कोल्डस्टोरेज निर्माण में पर्वतीय क्षेत्रों में अतिरिक्त अनुदान की सुविधा।

8. उत्तराखंड राज्य की जारी कृषि उत्पाद सूची में कीवी फल को विक्रय हेतु सम्मिलित किया जाय।

9. वर्तमान में सेब व आड़ू फल छोड़ कर अन्य फलों यथा कीवी प्लम खुवानी माल्टा आदि अन्य फल फसल के लिए व्यक्तिगत क्षति व अन्य कारकों के आंकलन का प्रवधान नहीं है इन फल फसलों में भी यही प्रावधान किए जायं।

10. राज्य के कई जनपद व विकास खण्ड जैविक घोषित किए गए हैं इन क्षेत्रों के कृषि/औद्यानिक उत्पाद को जैविक उत्पाद प्रमाणीकरण का प्रमाण पत्र उत्पादकों को निर्गत किए जायें।


श्री मद्महेश्वर जी की चलविग्रह उत्सव डोली  का देव निशानों के साथ 21 नवंबर  को उखीमठ आगमन ।* 

*20 नवंबर से शुरू हो रहा तीन दिवसीय मदमहेश्वर मेला।*

 

उखीमठ/ रूद्रप्रयाग  18 नवंबर

second kedar madmaheshwar ji


द्वितीय केदार श्री मदमहेश्वर जी के कपाट आज  मंगलवार प्रातः 8 बजे शीतकाल हेतु मार्गशीर्ष कृष्ण  चतुर्दशी स्वाति नक्षत्र के  शुभ मुहूर्त में बंद हो गये है । सोमवार से ही मंदिर को फूलों से सजाया गया था इस अवसर पर साढ़े तीन सौ से अधिक श्रद्धालु तथा बीकेटीसी कर्मचारी अधिकारी , वनविभाग एवं प्रशासन के प्रतिनिधि मौजूद रहे।

कपाट बंद होने की प्रक्रिया के अंतर्गत ब्रह्म मुहूर्त में मंदिर खुला श्रद्धालुओं ने दर्शन किये पूजा-अर्चना अर्चना  के बाद  सात बजे से कपाट बंद ही प्रक्रिया शुरू हो गयी।इसके पश्चात पुजारी शिवलिंग ने बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी/ कार्यपालक मजिस्ट्रेट विजय प्रसाद थपलियाल, बीकेटीसी सदस्य  प्रह्लाद पुष्पवान एवं पंच गौंडारी हकहकूकधारियों की उपस्थिति में श्री मदमहेश्वर जी के स्वयंभू शिवलिंग को समाधि रूप दिया। स्थानीय पुष्पों एवं राख से ढ़का इसके बाद प्रातः आठ  सात बजे  मंदिर के कपाट श्री मदमहेश्वर जी के जय घोष   के साथ शीत काल हेतु बंद हो गये।



कपाट बंद होने के बाद श्री मदमहेश्वर जी की चल विग्रह डोली ने अपने भंडार का निरीक्षण तथा मंदिर की परिक्रमा पश्चात ढ़ोल- दमाऊं के साथ प्रथम पड़ाव गौंडार हेतु प्रस्थान किया।


 श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति ( बीकेटीसी) अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने अपने संदेश में द्वितीय केदार  श्री मदमहेश्वर मंदिर के कपाट बंद होने के अवसर पर श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दी।  श्रद्धालुओं से अपील की है  मंदिरों कपाट बंद होने तर शीतकालीन तीर्थस्थलों में  दर्शन का पुण्य लाभ अर्जित करें।वहीं बीकेटीसी उपाध्यक्ष ऋषि प्रसाद सती एवं उपाध्यक्ष विजय कप्रवाण ने श्री मदमहेश्वर मंदिर के कपाट बंद होने पर बधाई दी है।



मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल  ने द्वितीय केदार मदमहेश्वर से बताया कि विषम भौगोलिक परिस्थितियों के बीच इस यात्रा वर्ष द्वितीय केदार मदमहेश्वर में बाईस हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किये।

बताया कि कपाट बंद होने के बाद श्री मदमहेश्वर जी की चल विग्रह डोली रात्रि प्रवास हेतु पहले पड़ाव गौंडार के लिए रवाना हुई ।



जारी प्रेस विज्ञप्ति में बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने  बताया कि 19 नवंबर बुधवार को  भगवान मदमहेश्वर जी की चल विग्रह उत्सव डोली राकेश्वरी मंदिर रांसी तथा 20 नवंबर गुरुवार को गिरिया प्रवास करेगी तथा  21 नवंबर शुक्रवार को चल विग्रह डोली शीतकालीन गद्दीस्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ पहुंचेगी। बताया कि श्री मदमहेश्वर जी की चल विग्रह डोली के स्वागत हेतु श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में तैयारियां शुरू हो गयी हैं।


आज कपाट बंद होने के अवसर पर बीकेटीसी सदस्य प्रह्लाद पुष्पवान,बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल, प्रभारी अधिकारी यदुवीर पुष्पवान,

पंच गौंडारी हकहकूकधारी पूर्व प्रधान वीरसिंह पंवार, सरपंच फतेह सिंह, शिवानन्द पंवार,दीपक पंवार , पारेश्वर त्रिवेदी, मनीष तिवारी देवेन्द्र पटवाल, बृजमोहन, दिनेश पंवार सहित वन विभाग एवं प्रशासन के अधिकारी कर्मचारी श्रद्धालुज मौजूद हे।

 आज का राशिफल 

दिनांक 18 नवंबर 2025

 दिन मंगलवार

 मार्गशीर्ष

 

rashifal today 18 nov 2025

मेष


नौकरी में कार्यभार रहेगा। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। आय में निश्चितता रहेगी। जोखिम न लें। एकाएक स्वास्थ्‍य खराब हो सकता है, लापरवाही न करें। दूर से दु:खद समाचार प्राप्त हो सकता है। व्यर्थ दौड़धूप होगी। विवाद से स्वाभिमान को चोट पहूंच सकती है। काम में मन नहीं लगेगा।



वृषभ

व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देगा। लाभ देगा। कोई बड़ा काम करने का मन बनेगा। प्रतिद्वंद्विता में वृद्धि होगी। प्रयास सफल रहेंगे। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। नौकरी में कार्य की प्रशंसा होगी। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड इत्यादि में जल्दबाजी न करें। लाभ होगा।


मिथुन


दूर से शुभ समाचार प्राप्त होंगे। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। नए काम करने का मन बनेगा। फिजूलखर्ची ज्यादा होगी। शत्रु भय रहेगा। शारीरिक कष्ट से बाधा उत्पन्न होगी। दूर यात्रा की योजना बनेगी। व्यापार से लाभ होगा। नौकरी में चैन रहेगा। जोखिम न लें।


कर्क


व्यावसायिक यात्रा लाभदायक रहेगी। निवेश शुभ रहेगा। नौकरी में अधिकार बढ़ने के योग हैं। कोई बड़ी समस्या का अंत हो सकता है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। लेन-देन में सावधानी रखें। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे।


सिंह


स्वयं के काम पर ध्यान दें। बनते काम बिगड़ सकते हैं। विवाद को बढ़ावा न दें। चिंता तथा तनाव रहेंगे। व्यापार ठीक चलेगा। कार्यकुशलता कम होगी। कोई बड़ा खर्च एकाएक सामने आएगा। कर्ज लेना पड़ सकता है। कुसंगति से बचें। किसी व्यक्ति के काम की जवाबदारी न लें।


कन्या


व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। कोई बड़ा काम करने का मन बनेगा। भाग्य का साथ मिलेगा। व्यापार मनोनुकूल रहेगा। निवेश शुभ रहेगा। जल्दबाजी न करें। घर के छोटे सदस्यों संबंधी चिंता रहेगी।


तुला


सुख के साधन जुटेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। व्यवसाय लाभदायक रहेगा। निवेश शुभ रहेगा। नौकरी में अधिकारी प्रसन्न रहेंगे। धनहानि हो सकती है। सावधानी आवश्यक है। थकान महसूस होगी।


वृश्चिक


तंत्र-मंत्र में रुचि जागृत होगी। किसी जानकार व्यक्ति का मार्गदर्शन प्राप्त हो सकता है। कोर्ट व कचहरी के कार्य मनोनुकूल रहेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है। शारीरिक कष्ट संभव है। अज्ञात भय सताएगा। चिंता तथा तनाव रहेंगे।


धनु


भागदौड़ होगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय बनी रहेगी। लाभ के लिए प्रयास करें। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। वाहन, मशीनरी व अग्नि आदि के प्रयोग में सावधानी रखें। विवाद से क्लेश हो सकता है। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। पार्टनरों से कहासुनी हो सकती है।


मकर


व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। कोई ऐसा कार्य न करें जिससे कि अपमान हो। व्यापार-व्यवसाय अनुकूल रहेगा। निवेश सोच-समझकर करें। नौकरी में चैन रहेगा। मित्रों का सहयोग मिलेगा। कानूनी अड़चन दूर होकर स्थिति अनुकूल बनेगी।



कुंभ


भूमि व भवन संबंधी योजना बनेगी। बड़े सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। स्वास्थ्‍य संबंधी चिंता बनी रहेगी। आशंका व कुशंका रहेगी। कार्य में बाधा संभव है। उत्साह बना रहेगा। नौकरी में अधिकार मिल सकते हैं। सुख के साधन जुटेंगे।


मीन


यात्रा मनोरंजक रहेगी। स्वादिष्ट भोजन का आनंद प्राप्त होगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता प्राप्त करेगा। किसी प्रबुद्ध व्यक्ति का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। विवेक का प्रयोग करें। समस्याएं कम होंगी। शारीरिक कष्ट संभव है। अज्ञात भय रहेगा।


 मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के जिलाधिकारियों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वर्चुअल माध्यम से समीक्षा बैठक की। मुख्यमंत्री ने बैठक में राज्य के विकास कार्यों की प्रगति, जनशिकायतों के त्वरित निस्तारण और प्रशासनिक सुधारों की समीक्षा की। 


मुख्यमंत्री ने राज्य स्थापना की रजत जयंती पर सफल कार्यक्रम के आयोजन के लिए अधिकारियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि माननीय राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री  द्वारा राज्य के विकास के संबंध में महत्वपूर्ण मार्गदर्शन दिया गया।



मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में उत्तराखण्ड को विश्व की आध्यात्मिक राजधानी बनाने के विज़न पर जोर दिया और ‘एक जिला, एक मेला’ अभियान के महत्व को रेखांकित करते हुए स्थानीय अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहित करने वाले मेलों के पर्यावरण-सम्मत और भव्य आयोजन की रूपरेखा तैयार करने के निर्देश दिए। *मुख्यमंत्री ने कहा कि “एक जिला, एक मेला” अभियान के अंतर्गत चयनित मेलों को राजकीय मेला के रूप में घोषित किया जाएगा। जिन मेलों को यह मान्यता प्राप्त होगी, उन्हें विशेष संरक्षण, वित्तीय सहायता और प्रचार-प्रसार का लाभ मिलेगा। इन मेलों के आयोजक वही रहेंगे। राज्य सरकार केवल सहायता और आवश्यक सहयोग प्रदान करेगी। इस अभियान का उद्देश्य केवल स्थानीय संस्कृति, कला और शिल्प को बढ़ावा देना ही नहीं, बल्कि जनता के लिए मनोरंजन और सामुदायिक सहभागिता के अवसर भी प्रदान करना है। राजकीय मेला घोषित किए जाने से मेलों का स्वरूप और आकर्षण और बढ़ जाएगा तथा यह राज्य के सांस्कृतिक और सामाजिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगा।*


*मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड को देश और दुनिया के लिए आध्यात्मिक राजधानी के रूप में स्थापित करने के दृष्टिकोण से यह आवश्यक है कि योग, आयुर्वेद और ध्यान के केंद्रों को जिलों और ब्लॉकों तक विस्तारित किया जाए। इसके लिए प्रत्येक ब्लॉक में एक गाँव को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चुना जा सकता है, जिसे “आध्यात्मिक गाँव” के रूप में विकसित किया जाएगा। इस पहल के तहत गाँव में योग प्रशिक्षण केंद्र, आयुर्वेदिक स्वास्थ्य सुविधा, ध्यान और मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम तथा स्थानीय स्तर पर आध्यात्मिक शिक्षा के अवसर प्रदान किए जाएंगे। इससे न केवल स्थानीय लोगों का स्वास्थ्य और मानसिक शांति बढ़ेगी, बल्कि राज्य को पर्यटन और स्वास्थ्य से जुड़ी नई पहचान भी मिलेगी।*


मुख्यमंत्री ने वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम के तहत चिन्हित गांवों में होमस्टे, स्वरोजगार, उद्यानिकी, कृषि और सौर ऊर्जा संबंधी गतिविधियों की नियमित मॉनिटरिंग सुनिश्चित करने पर विशेष जोर दिया। *मुख्यमंत्री ने सीमा से लगे गांवों को वाइब्रेंट विलेज योजना के तहत और पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने का निर्देश दिया और कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रत्येक सीमांत गांव को किस रूप में आकर्षण का केंद्र बनाया जाएगा।* उन्होंने शीतकालीन चार धाम यात्रा और बारहमासी पर्यटन की तैयारियों को तेज करने के निर्देश दिए। इसके अंतर्गत, विशेषकर उत्तरकाशी, चमोली और रुद्रप्रयाग जिलों में होटलों, होमस्टे संचालकों और अन्य सेवा प्रदाताओं के साथ समन्वय स्थापित करना और यात्रियों को गुणवत्तापूर्ण सुविधाएँ उपलब्ध कराना शामिल है। मुख्यमंत्री ने राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने और अधिक से अधिक पर्यटकों को आकर्षित करने के उद्देश्य से कुमाऊँ मंडल विकास निगम (केएमवीएन) तथा गढ़वाल मंडल विकास निगम (जीएमवीएन) को निर्देश दिए हैं कि वे आगामी शीतकालीन यात्रा सीज़न के लिए विशेष छूट पैकेज तैयार कर उन्हें लागू करें। उन्होंने कहा कि इन पैकेजों से न केवल पर्यटन गतिविधियों में वृद्धि होगी, बल्कि स्थानीय लोगों को भी रोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों को कहा कि सीएसआर फंड का उपयोग जनहित के कार्यों के लिए जिला स्तर पर व्यापक रूप से किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि इस फंड से ऐसे कार्यों को प्राथमिकता दी जाए, जिनसे आम जनता को सीधे लाभ मिल सके और स्थानीय विकास को गति मिले।


मुख्यमंत्री ने प्रमुख स्थानों पर अलाव, रेन बसेरा और बर्फ हटाने की व्यवस्थाएँ सुनिश्चित करने के साथ-साथ शीतकालीन चारधाम यात्रा के समापन के बाद यात्रा मार्गों और श्रद्धालुओं द्वारा छोड़े गए कचरे के उचित निस्तारण के निर्देश भी दिए। संबंधित विभागों को यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि कचरे का प्रभावी प्रबंधन किया जाए और पर्यावरण को प्रदूषण से बचाया जा सके। इस पहल का उद्देश्य न केवल यात्रियों की सुविधा बनाए रखना है, बल्कि प्राकृतिक सौंदर्य और धार्मिक स्थलों की स्वच्छता भी सुनिश्चित करना है।


मुख्यमंत्री ने स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने तथा ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में समग्र विकास सुनिश्चित करने के उद्देश्य से महत्वपूर्ण पहलुओं एवं उनके व्यापक प्रचार-प्रसार पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जीआई टैग से संबंधित उत्पादों को निर्यात योग्य बनाने की दिशा में ठोस कार्य किए जाने की आवश्यकता है। इस संबंध में प्रत्येक जनपद को अपनी विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर लेनी चाहिए। इसके साथ ही, उन्होंने प्रत्येक जनपद और विकासखंड में पर्यटन स्थलों के विकास के लिए विशेष योजनाएँ तैयार करने की आवश्यकता पर भी बल दिया, जिससे न केवल स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि शहरों और कस्बों की सुंदरता और स्वच्छता को बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है, इसलिए उद्यानिकी और हरित क्षेत्रों के विकास पर ध्यान देने के साथ-साथ बस-स्टैंड, रेलवे स्टेशन और प्रमुख मार्गों पर सफाई व्यवस्था को प्राथमिकता दी जाए, ताकि नागरिकों और पर्यटकों दोनों के लिए सुविधाजनक और आकर्षक वातावरण सुनिश्चित किया जा सके।


मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय और आंतरिक सुरक्षा को सुदृढ़ बनाने के लिए जिला स्तर पर नियमित सत्यापन और निरीक्षण अभियान चलाने का निर्देश दिया। उन्होंने सीमा क्षेत्रों में विशेष निगरानी बनाए रखने और प्रमुख पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही, शहरों और संवेदनशील इलाकों में सीसीटीवी कैमरों की पूरी व्यवस्था और उनकी रियल-टाइम मॉनिटरिंग सुनिश्चित करने को कहा। सुरक्षा के लिए आवश्यक मैनपावर, तकनीक और अन्य संसाधनों की जरूरत होने पर तुरंत मुख्यालय और शासन को अवगत कराने का भी निर्देश दिया गया। नशा समस्या पर नियंत्रण के लिए संभावित क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरों की स्थापना और डीजीपी के मार्गदर्शन में नशा मुक्ति अभियान के लिए समर्पित टीम बनाने की व्यवस्था की जाएगी। मुख्यमंत्री ने सड़क पर घूमते बेसहारा पशुओं के प्रबंधन, स्वास्थ्य सेवाओं की सुचारू व्यवस्था, बागवानी के विकास और भूमि अतिक्रमण जैसी महत्वपूर्ण व्यवस्थाओं का पालन सुनिश्चित करने पर भी जोर दिया।


मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों को अल्मोड़ा के द्वाराहाट क्षेत्र के द्रोणगिरी, चंपावत के श्यामलाताल-देवी धूरा और अन्य क्षेत्रों में स्पिरिचुअल इकोनॉमिक जोन विकसित करने की संभावनाओं का सर्वेक्षण कर विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए। *इसके साथ मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति संवेदनशील दृष्टिकोण अपनाएँ। जिलाधिकारी लगातार मॉनिटरिंग करें और सुनिश्चित करें कि स्वास्थ्य सुविधाएँ समय पर और प्रभावी रूप से जनता तक पहुँच रही हों। किसी भी समस्या या कमी की तुरंत पहचान कर उसके सुधार के लिए आवश्यक कदम उठाएँ और समय-समय पर जिला अस्पतालों का औचक निरीक्षण करें।* सीएम हेल्पलाइन की नियमित मॉनिटरिंग और बीडीसी बैठक, तहसील दिवस तथा जनसुनवाई चौपाल के माध्यम से जनता की समस्याओं के समय पर समाधान सुनिश्चित करने पर जोर दिया।


मुख्यमंत्री ने राज्य के प्रमुख शहरों में बढ़ते यातायात जाम की समस्या को गंभीरतापूर्वक लेते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि जाम की समस्या का शीघ्र और समयबद्ध समाधान सुनिश्चित करें। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री ने राज्य की सभी सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाने के लिए कड़े निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि राज्य भर में क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत को प्राथमिकता के आधार पर किया जाए और मरम्मत कार्यों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाए। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने उन क्षेत्रों की पहचान करने का निर्देश भी दिया, जहां बार-बार सड़कों की स्थिति खराब होने और नागरिकों की शिकायतें अधिक आने की समस्या है। इन क्षेत्रों पर नियमित और विशेष निगरानी रखी जाए ताकि समय रहते सुधार किए जा सकें और जनता को सुगम एवं सुरक्षित मार्ग उपलब्ध हो सकें। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से यह भी कहा कि मरम्मत कार्यों की निगरानी में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित की जाए। मुख्यमंत्री ने बैठक में प्रशासनिक कार्यों में पारदर्शिता लाने, कानून व्यवस्था को सुदृढ़ करने, आगामी शीतकालीन यात्रा की तैयारियों को तेज करने तथा सभी पर्यटक स्थलों पर सड़क, पेयजल, पार्किंग जैसी सुविधाओं को मजबूत करने के निर्देश दिए। उन्होंने राज्य की सभी सड़कों को प्राथमिकता के आधार पर गड्ढ़ा मुक्त करने के निर्देश दिए।


 मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों को पिछले तीन साल में बने स्थाई निवासी प्रमाण पत्रों की जांच के निर्देश देते हुए गलत तरीके से बने प्रमाण पत्र में संलिप्त लोगों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। 


बैठक में प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ, अपर पुलिस महानिदेशक अभिसूचना एवं सुरक्षा  अभिनव कुमार, कुमाऊं मण्डल आयुक्त  दीपक रावत सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।


 हरिद्वार:




नौसेना दिवस - 2025 की गतिविधियों के अंतर्गत, AKUMS ने 16 नवंबर 2025 को हरिद्वार से देहरादून और देहरादून से हरिद्वार  एक साइकिल यात्रा का आयोजन किया। 


सुबह 0600 बजे AKUMs के प्रबंध निदेशक  संदीप जैन ने AKUMS के वरिष्ठ अधिकारियों और कर्मचारियों और DQA (नौसेना) सेल हरिद्वार के कर्मियों की उपस्थिति में हरिद्वार शहर के नौ साइकिल चालकों  को AKUMS से रवाना  किया। 

कार्यक्रम को हरी झंडी दिखाते हुए श्री संदीप जैन ने कहा कि AKUMS को इस महत्वपूर्ण अवसर का हिस्सा बनने पर बेहद गर्व है और उन्होंने riders  को एक बहुत ही सुरक्षित और सफल यात्रा की शुभकामनाएं दीं। भारतीय नौसेना के कैप्टन एमके छाबड़ा ने मुख्य अतिथि को नौसेना का स्मृति चिन्ह भेंट करके सम्मानित किया और इस सम्मानजनक कार्यक्रम के साथ AKUMS के सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया।


“We R Riders Haridwar” हरिद्वार का एक endurance साइक्लिस्ट समूह है, जो हर रविवार Century Rides (100 किमी) के साथ-साथ कई अन्य साइक्लिंग अभियानों में भाग लेता है।


इस राइड में शामिल रहे: कैप्टन एम.के. छाबड़ा, डॉ. सुनील जायसवाल, श्री मनोज कपिल, श्री संजय पटेल, श्री विशाल गुप्ता, श्री सुमित राठौड़, श्री गौरव गिरी, श्री शिवम सिंह और श्री अनुराग।


इस ग्रुप का मुख्य उद्देश्य नियमित और सामुदायिक साइक्लिंग के माध्यम से एक स्वस्थ जीवनशैली को प्रेरित करना, और उन लोगों को एक साथ लाना है जो राइडिंग, फिटनेस और प्रकृति के प्रति समान जुनून रखते हैं।

 जनपद में बेसहारा असहाय एवं गरीब लोगों को शीत लहर से बचाने के लिए अलाव जलाने एवं रैन बसेरे के लिए तत्काल स्थान चिन्हित करे अधिकारी- मुख्य विकास अधिकारी*



*कोहरे के कारण कोई सड़क दुर्घटना गठित न हो इसके लिए संबंधित अधिकारियों को पशुओं में रेडियम कॉलर एवं ट्रैक्टर ट्रॉली एवं दुपहिया वाहनों में रिफ्लेक्टर लाइट लगाने के निर्देश दिए।*

*उन्होंने शीत लहर के दृष्टिगत सभी उप जिलाधिकारियों को अपने अपने तहसीलों में संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक करने के दिए निर्देश।*



*हरिद्वार 17 नवंबर 2025*


             शीत लहर के दृष्टिगत जनपद में गरीब बेसहारा एवं असहाय लोगो को ठंड के प्रकोप से बचाने के लिए की जाने वाली तैयारियों एवं व्यवस्थाओं के लिए जिला कार्यालय सभागार  में मुख्य विकास अधिकारी ललित नारायण मिश्र की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई।
   बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ललित नारायण मिश्र ने सभी उप जिलाधिकारियों,नगर निगम,नगर पालिका,नगर पंचायतों एवं जिला पंचायतों के अधिकारियों को निर्देश दिए ही कि शीत लहर से बचने के लिए जनपद में विभिन्न स्थानों पर जलाए जाने वाले अलाव के लिए स्थान चिन्हित करने के निर्देश दिए।इसके साथ ही उन्होंने रैन बसेरों में सभी सुविधाएं जैसे बिस्तर,विद्युत, स्वच्छ पानी, शौचालय आदि से संबंधित का निरीक्षण कर सभी व्यवस्था दुरुस्त रखने के निर्देश दिए।
   उन्होंने उप जिलाधिकारियों को निर्देश दिए है कि वह संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर अपने अपने क्षेत्रों में सभी व्यवस्थाएं समय रहते दुरुस्त करले ताकि शीत लहर के कारण किसी भी गरीब व्यक्ति को परेशानी न होने पाए।
      उन्होंने सभी रैन बसेरों में साइन बोर्ड लगवाने के भी निर्देश दिए ताकि सभी लोगों को इसकी जानकारी हो सके तथा  उन्होंने कोहरे के कारण कोई सड़क दुर्घटना न हो इसके लिए उन्होंने परिवहन विभाग को निर्देश दिए है कि तेज रफ्तार वाहनों पर नियंत्रण रखें एवं ट्रैक्टर ट्रॉली एवं दुपहिया वाहनों पर रिफ्लेक्टर लाइट लगाने के निर्देश दिए।
      उन्होंने पशुपालन विभाग एवं नगर निगम एवं नगर पालिका को निर्देश दिया है कि आवारा पशुओं के कारण कोई सड़क दुर्घटना न हो इसके लिए पशुओं के गले में रेडियम कॉलर लगाने के भी निर्देश दिए।
     इस दौरान अपर जिलाधिकारी दीपेंद्र सिंह नेगी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी आरके सिंह,उप जिलाधिकारी जितेंद्र कुमार,सिटी मजिस्ट्रेट कुश्म चौहान, आपदा प्रबंधन अधिकारी मीरा रावत,जिला पशु चिकित्सधिकारी डीके चंद, रुड़की एआरटीओ(ए) एल्विन सहित नगर निगम, नगर पालिका,जिला पंचायत के खंड विकास अधिकारी मौजूद रहे।

 मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी से रविवार को मुख्यमंत्री आवास में राज्य सभा सांसद श्री नरेश बंसल के नेतृत्व में बार एसोसिएशन देहरादून के प्रतिनिधि मंडल ने भेंट की। इस दौरान अधिवक्ताओं ने विभिन्न मांगों को मुख्यमंत्री के समक्ष रखा। जिस पर मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए।


इस दौरान राज्य सभा मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह


धामी से रविवार को मुख्यमंत्री आवास में बार एसोसिएशन देहरादून के प्रतिनिधि मंडल ने भेंट की।


इस दौरान देहरादून बार एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री मनमोहन कंडवाल, श्री राजवीर, अन्य लोग मौजूद रहे।


 मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने नई दिल्ली में केंद्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह से शिष्टाचार भेंट की। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री से एयर फोर्स ऑडिट ब्रांच देहरादून में ही यथावत रहने देने और ग्वालदम–नंदकेसरी–थराली–देवाल–मुन्दोली–वाण मोटर मार्ग के रख-रखाव का कार्य लोक निर्माण विभाग से ही कराए जाने का अनुरोध किया। 


मुख्यमंत्री धामी ने अवगत कराया कि एयर फोर्स ऑडिट ब्रांच लंबे समय से देहरादून में बिना किसी व्यवधान के संचालित हो रही है। प्रदेश की सीमाएँ चीन व नेपाल से लगने तथा यहां सेना व सुरक्षा बलों के अनेक महत्वपूर्ण प्रतिष्ठान होने के कारण देहरादून का सामरिक महत्व अत्यंत अधिक है। उन्होंने रक्षा मंत्री से अनुरोध किया कि एयर फोर्स ऑडिट ब्रांच देहरादून से ही यथावत संचालित रहे, इसके लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए जाएँ।


मुख्यमंत्री ने ग्वालदम –नंदकेसरी– थराली–देवाल–मुन्दोली–वाण मोटर मार्ग के रख-रखाव एवं अनुरक्षण का कार्य भविष्य में भी उत्तराखण्ड लोक निर्माण विभाग (PWD) के पास ही बनाए रखने का अनुरोध भी किया। उन्होंने कहा कि यह मार्ग विश्वप्रसिद्ध नंदा देवी राजजात यात्रा का प्रमुख रूट है, जिसकी अगली यात्रा वर्ष 2026 में प्रस्तावित है। प्रदेश की धार्मिक, सांस्कृतिक आस्था से जुड़े इस महत्वपूर्ण आयोजन की सुचारू व्यवस्था के लिए मार्ग का रख-रखाव स्थानीय स्तर पर लोक निर्माण विभाग द्वारा किया जाना अत्यंत आवश्यक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थानीय परिस्थितियों, समन्वय तथा त्वरित कार्य निष्पादन के दृष्टिगत लोक निर्माण विभाग ही इस मार्ग के रख-रखाव के लिए सर्वोत्तम विभाग है तथा इससे आगामी यात्रा सहित स्थानीय आवागमन को भी बड़ी सुविधा मिलेगी।


रक्षा मंत्री ने मुख्यमंत्री द्वारा प्रस्तुत विषयों पर सकारात्मक रूप से विचार करने का आश्वासन दिया।


 *देहरादून में ऑडिट दिवस-2025 का हुआ आयोजन* 


• 16 से 29 नवम्बर तक होगा ऑडिट जागरूकता गतिविधियों का आयोजन

• देहरादून में चित्रकला, रंगोली, कार्यशालाएँ, संगोष्ठियाँ, वॉकथॉन एवं ऑडिट मेला आयोजित

देहरादून : 16 नवम्बर का दिन भारतीय लेखापरीक्षा एवं लेखा विभाग के देहरादून स्थित तीनों कार्यालयों में ऑडिट दिवस के रूप में मनाया गया। इसके साथ ही 16 से 29 नवम्बर तक चलने वाली ऑडिट के प्रति जागरूकता सम्बन्धी गतिविधियों का शुभारम्भ किया गया। इस दौरान सुशासन के एक महत्त्वपूर्ण साधन के रूप में ऑडिट की महत्ता के प्रति जनसामान्य तथा हितधारकों में जागरूकता के लिए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है।


सुशासन में भारत के नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक (कैग) के योगदान तथा देश के सर्वोच्च लेखापरीक्षा संस्थान के गौरवशाली इतिहास और लम्बी विकास-यात्रा को अभिचिह्नित करने के लिए भी ये दिवस मनाया गया। 


इस अवसर पर मुख्य कार्यक्रम ऑडिट दिवस-2025 नई दिल्ली स्थित कैग मुख्यालय में उप-राष्ट्रपति श्री सीपी राधाकृष्णन की अध्यक्षता में आयोजित किया गया, जिसमें महालेखाकार (लेखा एवं हकदारी) उत्तराखण्ड मोहम्मद परवेज आलम तथा महालेखाकार (लेखापरीक्षा) उत्तराखण्ड श्री संजीव कुमार ने प्रतिभाग किया। देहरादून स्थित सभी कार्यालयों के कार्मिकों ने भी कार्यक्रम में ऑनलाइन भाग लिया।


ऑडिट दिवस की गतिविधियों के अंतर्गत कौलागढ़ स्थित ऑडिट भवन में बच्चों के लिए चित्रकला प्रतियोगिता, महिलाओं के लिए रंगोली प्रतियोगिता, कार्मिकों एवं हितग्राहियों के लिए कार्यशालाएं, पर्यावरण एवं वन्यजीव संरक्षण पर संगोष्ठियां, एक वॉकथॉन, कौलागढ़ परिसर में ऑडिट मेला और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाना है। इस दौरान संस्थान की समस्त हितग्राहियों तक पहुँच तथा उनके साथ संबंधों की प्रगाढ़ता पर विशेष ध्यान केन्द्रित रहेगा।

 नई दिल्ली स्थित उत्तराखण्ड निवास में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भारत दर्शन शैक्षिक भ्रमण कार्यक्रम 2025 में देवप्रयाग विधानसभा क्षेत्र के मेधावी छात्र-छात्राओं के साथ संवाद किया। मुख्यमंत्री विश्वास व्यक्त किया कि इस भ्रमण के दौरान विद्यार्थियों ने बहुमूल्य अनुभव प्राप्त किए होंगे। उन्होंने सभी विद्यार्थियों को उनके विद्यालय में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए बधाई दी और बताया कि इस तरह के शैक्षिक भ्रमण अब राज्य स्तर पर भी शुरू किए जा रहे हैं


मुख्यमंत्री ने कहा कि ज्ञान, विज्ञान और अनुसंधान से नई चीजें सीखने का अवसर मिलता है। उन्होंने अपने विद्यार्थी जीवन का अनुभव साझा किया करते हुए बताया कि उनके पिताजी के सेना से सेवानिवृत्त होने के समय वे 9वीं कक्षा के छात्र थे और 10वीं उत्तीर्ण करने के लिए अकेले खटीमा से नैनीताल एक्सप्रेस पकड़कर सागर गए थे। यह उनका पहला शैक्षिक भ्रमण था जिसने उन्हें सतत सीखने की प्रेरणा दी। उन्होंने विद्यार्थियों को जीवन में उद्देश्य निर्धारित करने और स्वअनुशासन अपनाने की आवश्यकता बताई। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी भारत के भविष्य के कर्णधार हैं और युवाओं के कंधों पर देश की जिम्मेदारियां आएंगी। पढ़ाई का समय पुनः नहीं आता, इसलिए परिश्रम, कौशल और नियमों का पालन करते हुए लक्ष्य प्राप्त करना आवश्यक है।


मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों से कहा कि लेखन प्रक्रिया को साफ-सुथरा बनाना चाहिए। कभी अपने लक्ष्यों से भटकें नहीं। स्वामी विवेकानंद का स्मरण करते हुए उन्होंने कहा कि मनुष्य के अंदर असीम शक्ति है, जिसे पाने के लिए स्वयं पर विश्वास करना, एकाग्र रहना और लगातार प्रयास करते रहना जरूरी है। l उन्होंने छात्रों को समय प्रबंधन के प्रति जागरूक रहने की सलाह दी। ऐसा करने से विद्यार्थी अपनी गलतियों में सुधार कर सकेंगे और समय का सही उपयोग कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि जीवन में चुनौतियां और प्रतिस्पर्धा जरूरी हैं, इनके बिना जीवन प्रेरणाहीन बन जाएगा।


उल्लेखनीय है कि देवप्रयाग विधानसभा से विधायक श्री विनोद कंडारी ने आठ वर्ष पूर्व इस पहल की शुरुआत की थी। इस वर्ष भारत दर्शन शैक्षिक भ्रमण 2025 के तहत देवप्रयाग के मेधावी छात्रों ने ऐतिहासिक साबरमती आश्रम का भ्रमण किया। इस अवसर पर छात्रों के साथ उनके शिक्षक-शिक्षिकाएं भी उपस्थित थे।

 नई दिल्ली स्थित उत्तराखण्ड निवास में उत्तराखण्ड राज्य की रजत जयंती वर्ष के अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रवासी उत्तराखण्डी अधिवक्ताओं के साथ संवाद किया। 



lइस दौरान उन्होंने राज्य के विकास हेतु अधिवक्ताओं के साथ गहन विचार-मंथन किया। इस दौरान उन्होंने कानून व्यवस्था को सुदृढ़, पारदर्शी और प्रभावी बनाने के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों और नीतिगत पहलों की जानकारी साझा की।


मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में बताया कि सरकार ने राज्य के व्यापक हितों को ध्यान में रखते हुए ऐतिहासिक और कठोर कानून लागू किए हैं। उत्तराखण्ड देश का पहला राज्य है जिसने समान नागरिक संहिता लागू की है। उन्होंने कहा कि भर्ती प्रक्रियाओं को पारदर्शी बनाने और नकल माफियाओं पर अंकुश लगाने के लिए देश का सबसे सख्त नकल विरोधी कानून लागू किया गया, जिसके परिणामस्वरूप अब तक 26,500 से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी मिली और 100 से अधिक नकल माफिया जेल भेजे गए।


मुख्यमंत्री ने कहा कि सांस्कृतिक मूल्यों और जनसांख्यिकी के संरक्षण के लिए सरकार सख्त धर्मांतरण विरोधी और दंगा विरोधी कानून लागू कर चुकी है। “ऑपरेशन कालनेमी” के तहत अवैध गतिविधियों और लैंड जिहादियों पर कार्रवाई कर 10,000 एकड़ से अधिक सरकारी भूमि मुक्त कराई गई, 300 अवैध मदरसे और 1000 से अधिक अवैध संरचनाएं हटाई गईं। नए कानून के तहत मदरसा बोर्ड समाप्त कर दिया गया है और जो मदरसे सरकारी सिलेबस नहीं पढ़ाएंगे, उन्हें बंद किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने सिलक्यारा टनल रेस्क्यू अभियान का भी उल्लेख किया, जो प्रशासनिक समन्वय, तकनीकी दक्षता और मानवीय संवेदनशीलता का उदाहरण है। उन्होंने राज्य में औद्योगिक और आर्थिक विकास की उपलब्धियों पर भी प्रकाश डाला। जी20 बैठकों का सफल आयोजन और ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दौरान 3.56 लाख करोड़ रुपये के एमओयू हुए, जिनमें से डेढ़ वर्ष के भीतर 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाएं धरातल पर उतारी गई हैं। नीति आयोग की 2023-24 की रिपोर्ट में उत्तराखण्ड 79 अंकों के साथ शीर्ष प्रदर्शन करने वाले राज्यों में शामिल है। बिजनेस रिफॉर्म एक्शन प्लान 2024 में राज्य को पांच प्रमुख सुधार श्रेणियों में ‘टॉप अचीवर्स’ का पुरस्कार मिला, और हिमालयी राज्यों में वित्तीय प्रदर्शन में दूसरा स्थान प्राप्त हुआ।


मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि पर्यटन क्षेत्र में भी राज्य ने महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं। आपदाओं के बावजूद इस वर्ष लगभग 51 लाख श्रद्धालुओं ने चारधाम यात्रा पूरी की। सरकार ने “शीतकालीन यात्रा” की शुरुआत की, जिससे पर्यटक धार्मिक स्थलों के साथ अन्य पर्यटन स्थलों का भी आनंद ले सकेंगे। राज्य में रेल परियोजना, रोपवे विकास और हेलीपोर्ट निर्माण जैसी पहलें आधुनिक परिवहन नेटवर्क का निर्माण कर रही हैं। मुख्यमंत्री ने पर्यावरण और तकनीक के संतुलन के लिए ‘इकोलॉजी, इकोनॉमी और टेक्नोलॉजी’ नीति को अपनाने का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि खेल और युवा सशक्तिकरण के क्षेत्र में सरकार सक्रिय है। 38वें राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखण्ड ने 103 पदक जीतकर सातवां स्थान प्राप्त किया। राज्य के उदीयमान खिलाड़ियों को प्रशिक्षण, खेल सामग्री, प्रोत्साहन राशि और उन्नत सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं।


मुख्यमंत्री ने गर्व के साथ कहा कि उत्तराखण्ड ने अपनी 25 वर्षों की विकास यात्रा को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। उन्होंने आगे स्पष्ट किया कि अब राज्य के लिए अगले 25 वर्षों की दिशा निर्धारित करने का समय है। इस नए युग में उत्तराखण्ड की नीतियों और विकास रणनीतियों को और अधिक सुदृढ़, न्यायसंगत और जनहितकारी बनाने हेतु उन्होंने विधिक बंधुओं से अपने बहुमूल्य सुझाव, मार्गदर्शन और अनुभव साझा करने का हार्दिक आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि विधिक समुदाय के सहयोग से उत्तराखण्ड एक ऐसा मॉडल राज्य बनेगा, जो न्याय, विकास और सुशासन के क्षेत्र में देश के लिए प्रेरणा स्रोत बनेगा।


इस अवसर पर उत्तराखण्ड सरकार की मीडिया सलाहकार समिति के अध्यक्ष प्रो. गोविन्द सिंह, भाजपा प्रदेश महामंत्री श्रीमती दीप्ति रावत भारद्वाज, उत्तराखण्ड के उप महाधिवक्ता श्री जतीन्द्र कुमार सेठी, दिल्ली बार काउंसिल सचिव श्री विक्रम सिंह पंवार, भाजपा दिल्ली प्रदेश लीग सेल कन्वेनर श्री नीरज गुप्ता, वरिष्ठ अधिवक्ता श्री कुलदीप सिंह परिहार, उत्तराखण्ड के अपर महाधिवक्ता श्री राहुल वर्मा, सर्वोच्च न्यायालय में वरिष्ठ अधिवक्ता श्रीमती सुनीता वर्मा सहित श्री रोहित डंडरियाल, श्री जर्नादन त्रिपाठी, सुश्री अदिति रावत, श्री वरुण बडोला आदि अधिवक्ता उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन अधिवक्ता श्री विजय जोशी ने किया।

 

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने राष्ट्रीय प्रेस दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि समाज को सही दिशा देने और सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं को आम जनता तक पहुंचने में मीडिया की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण है।



 मीडिया अपने कर्तव्य और कार्यों से एक विकसित समाज का निर्माण कर सकता है। उन्होंने कहा मीडिया ही जनता और सरकार के बीच सेतु का कार्य करता है जिससे सामाजिक सरोकारों को आगे बढ़ाने में सहायता मिलती है। 

महानिदेशक सूचना श्री बंशीधर तिवारी ने भी सभी पत्रकारों को राष्ट्रीय प्रेस दिवस की शुभकामनाएं दीं हैं।


देहरादून ;


राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर जिला सूचना कार्यालय, देहरादून में वरिष्ठ पत्रकर वीडी शर्मा की अध्यक्षता में  “बढ़ती भ्रामक सूचनाओं के बीच प्रेस की विश्वसनीयता का संरक्षण” थीम पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी का संचालन अतिरिक्त जिला सूचना अधिकारी रवेन्द्र सिंह ने किया। 

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ पत्रकार वीडी शर्मा ने कहा कि भ्रामक समाचार पत्रकारिता पर एक संकट है, किन्तु इसका समाधान भी हमे स्वयं ही ढूंडना है। उन्हांेेने पत्रकारिता के मानक तय करने पर बल दिया। साथ ही पत्रकारगणों को भी तथ्य की पड़ताल कर खबर प्रकाशित व प्रसारित करने का अनुरोध किया। कहा कि पहले समाचार की सत्यता को परखते हुए पुष्टि उपरान्त ही प्रसारित किया जाए, ताकि समाज को भ्रामक खबरो से बचाया जाए। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि डिजिटल माध्यमों के तेज़ी से विस्तार के साथ फेक न्यूज़, आधी-अधूरी सूचनाएँ एवं दुष्प्रचार जैसी चुनौतियाँ तेजी से बढ़ी हैं, जिनसे न केवल समाज भ्रमित होता है बल्कि मीडिया की विश्वसनीयता पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। इसलिए पत्रकारिता के इस संवेदनशील दौर में तथ्य-जाँच, स्रोतों की पुष्टि, निष्पक्ष रिपोर्टिंग और नैतिक पत्रकारिता की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। 

वरिष्ठ पत्रकार घनश्याम चन्द्र जोशी प्रेस भारतीय प्रेस परिषद के इतिहास पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि प्रेस को भ्रामकता से बचाना भी हम पत्रकारों का ही दायित्व है। एआई औार सोशल मीडिया के इस दौरा में भ्रामक समाचार की वृद्वि हुई है, किसी भी समाचार की पड़ताल व पुष्टि उपरान्त ही प्रसारित करने की बड़ी जिम्मेदारी पत्रकार की है। इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार अशोक शर्मा, अनिल मित्तल, आलोक शर्मा, सुभाष कुमार, अर्जुन भण्डारी, विनित गुप्ता, बसंत पंत, नवीन जोशी, जगमोहन मौर्य,हरप्रीत, प्रशांत चौधरी आदि ने अपने विचार व्यक्त किए। 

इस अवसर पर अतिरिक्त जिला सूचना अधिकारी रवेन्द्र सिंह, वरिष्ठ पत्रकार घनश्याम चन्द्र जोशी,  अशोक शर्मा, अनिल मित्तल, आलोक शर्मा, सुभाष कुमार, अर्जुन भण्डारी, विनित गुप्ता, बसंत पंत, नवीन जोशी, जगमोहन मौर्य,हरप्रीत, प्रशांत चौधरी, नवीन जोशी, जसंवत सिंह, संगीता बुटोला, पिटर जोन, सहायक लेखाकार अंजली, कनिष्ट सहायक इन्द्रेश कोठारी, पंकज आर्य, मुकुल, रितेश आदि उपस्थित रहे।  


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