नैसर्गिक खूबसूरती से लैस नगर की हृदय स्थली त्रिवेणी घाट पर बेहद सुगमता और सुरक्षा के साथ वर्षभर श्रद्वालु आस्था की डुबकी लगा सकेंगे। गंगा अवलोकन केंद्र के साथ रम्भा झील को विकसित करने का कार्य भी तेजी के साथ प्रारंभ हो जाएगा।
नगर निगम के उक्त तीनों मेगा प्रोजेक्टों को सरकार की हरी झंडी मिलने के पश्चात तेजी के साथ जमीनी धरातल पर तीनों योजनाओं पर कार्य हो सके इसको लेकर महापौर ने राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन जल शक्ति मंत्रालय के महानिदेशक आईएएस राजीव रंजन मिश्रा से मुलाकात की। अपने बेहद निजी दौरे पर तीर्थ नगरी ऋषिकेश पहुंचे राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन जल शक्ति मंत्रालय के महानिदेशक से नगर निगम महापौर ने देव भूमि आगमन पर उनका स्वागत और अभिनंदन करते हुए शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान महापौर ने अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त धार्मिक एवं नगरी ऋषिकेश नगर निगम की तीनों योजनाओं के बाबत उन्हें विस्तृत जानकारी दी। प्रथम फेज में प्रारंभ हुई कार्य योजनाओं के बारे में भी महापौर ने उन्हें अवगत कराया। महापौर ने उन्हें बताया ऋषिकेश में लाखों श्रद्धालु प्रतिवर्ष तीर्थाटन एवं पर्यटन के लिए आते हैं। लेकिन ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट पर करोड़ों देशवासियों की आस्था का प्रतीक माने जाने वाली मां गंगा शरद ऋतु में घाट से करीब 50 मीटर दूर बहती है जिसकी वजह से श्रद्धालुओं को गंगा स्नान ही नहीं आचमन तक लेने में भी दुश्वारियों का सामना करना पड़ता है। इसके लिए हरिद्वार की हर की पौड़ी की तर्ज पर चेक डैम बनवाने की स्वीकृति केन्द्र सरकार द्वारा दी जा चुकी है। जल्द से जल्द उक्त महायोजना को क्रियान्वित करने के लिए धन अवमुक्त होना आवश्यक है। साथ ही उन्होंने संजय झील को विकसित कराने एवं गंगा अवलोकन के केन्द्र का कार्य तेजी के साथ प्रारंभ हो सके इसको लेकर भी एक ज्ञापन उन्हें सौंपा। महापौर की तमाम बातें गौर से सुनने के पश्चात राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के केन्द्रीय जल शक्ति मंत्रालय के महानिदेशक ने उन्हें आशवस्त किया कि नगर निगम के तीनों ड्रीम प्रोजेक्टों पर तेजी के साथ कार्य प्रारंभ करा कर योजनाओं को जल्द ही धरातल पर उतारा जाएगा।
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