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हरी सब्जियाँ और ताजे फल हर भोजन का हिस्सा होना चाहिएः डॉ. गौरव संजय



देहरादून:

 साई गु्रप ऑफ इंस्टीटियूशन्स, देहरादून में विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर जन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। डॉ. बी.के.एस. संजय मुख्य अतिथि ने कार्यक्रम का आयोजन दीप प्रज्जवलित किया। कार्यक्रम के दौरान ऑर्थोपीडिक सर्जन डॉ. गौरव संजय, चेयर मैनश्री हरीश अरोड़ा, वाइस चेयरमैन श्रीमती रानी  अरोड़ा, प्रधानाचर्या साई इंस्टीटूशन्स डॉ. सध्या डोगरा, नर्सिंग हैल्थ केयर डिपारटमेंट श्री जी. सेबेस्टियन, एच.ओ.डी. अस्पताल शिप्रा दामीर, एच.ओ.डी. पब्लिक हैल्थ डिर्पाटमेंट एवं अन्य अतिथिगण मौजूद थे।
इस अवसर पर संजय ऑर्थोपीड़िक, स्पाइन एवं मैटरनिटी सेन्टर जाखन के गिनीज एवं लिम्का बुक
ऑफ रिकार्ड होल्डर डॉ. बी. के. एस. संजय ने ”स्वास्थ्य एवं प्रसन्नता एक दूसरे पर आश्रित है” के
विषय में जन जागरूकता व्याख्यान दिया।

हर आदमी का उद्देश्य केवल खुश रहना। उसकी हमेशा चाह रहती है कि उसे खुशी मिले
और दुःखों से छुटकारा मिले। सच यह भी है कि स्वास्थ्य और खुशी हमेशा
साथ-ंसाथ चलती है। यदि आप स्वस्थ होगे तो खुश भी होगे। यदि खुश होगे तो आप
स्वस्थ भी होगे। स्वस्थ का यदि आप समझ गए तो उसका मतलब है कि आप अपने भरोसे
खुद जी सकते है।
डॉ. संजय ने बताया कि, भोजन के बारे में एक साधारण सा नियम है कि अपने वजन के तीन
चौथाई भाग ऐसा खाना हो जो भोजन के पचने के बाद अल्कलाइन हो तथा एक
चौथाई भाग ऐसिडक हो। आपने क्या खाया ऐसिडक या अल्कालाइन वो आप अपनी पेशाब की
जाँच के लिटमस पेपर के द्वारा कर सकते है। जहाँ तक हो सके पेशाब अल्कलाइन होना चाहिये।
इसको साधारण शब्दों में जाने तो जो चीज खट्टी या तीखी है वह पेट में जाकर
अल्कालाइन पैदा करती है और जो चीज मीठी है जैसे कि शक्कर, शहद और सॉफट डिंक
तथा मीट। वह ऐसिड पैदा करती है।
डॉ. संजय ने बताया कि अच्छा स्वास्थ्य ऐसिड अल्कालाइन संतुलन पर ही टिका है। सभी
सब्जियाँ तथा सभी फल तथा सभी तरह के अंकुरित अनाज अल्कलाइन एस पैदा करते हैं। अच्छे
स्वास्थ्य के लिए एक नींबू, एक कोई फल, एक अंडा, भोजन का हिस्सा होना चाहिए। प्रकृति
ने हमारे लिए अच्छे से अच्छा भोजन पैदा करती है यह तो हमारा चुनना है कि हम क्या खाये
या कितना खाये। भोजन क्या खाना है और कितना खाना है। यह तो हमें सीखाया जाता है।
और हम सीखते है। लेकिन यदि हम प्रकृतिक तथ्यों पर गौर करे तो हमें आम आदमियों की
तरह कम खाना चाहिए और ज्यादा काम करना चाहिए। मोटे अनाज से आप पतले होते है और पतले
अनाज से मोटे।
डॉ. गौरव संजय ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन हर साल स्वास्थ्य दिवस के उपलक्ष में हर साल
स्वास्थ्य से संबन्धित किसी खास मुद्दे पर कार्यक्रम पर आयोजित करती है। इस साल का मुद्दा है कि विश्व
में हर किसी को हर जगह पर स्वास्थ्य की सुविधा मिलें। आने वाले समय में हमारे प्रधानमंत्री द्वारा
चलाई गई आयुष्मान भारत योजना स्वास्थ्य के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगी।
इस अवसर पर साई गु्रप ऑफ इंस्टीटियूशन्स की नर्सिंग छात्र-ंछात्राओं ने बीमारियों से बचने के लिए नाट्य प्रस्तुति कर छात्र-ंछात्राओं को जागरूक किया

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