डोईवाला:
डोईवाला में कई स्थानों पर वीवीपैट मशीनों में तकनीकी गड़बड़ी के कारण मतदान देर से आरम्भ हुआ।
कुछ अनियमितताएं देखने को मिली ,कम रोशनी के कारण कार्मिकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा ।
वहीं मतदाता की पंक्तियों में कुछ जनप्रतिनिधि अपने प्रभाव का दुरुपयोग करते हुए भी नजर आए ।देर से आने के बावजूद अपना प्रभाव दिखाते हुए पंक्ति में आगे जाकर खड़े हुए
सुबह मतदान 10:00 बजे तक धीमी गति से चलता रहा उसके पश्चात मतदान में थोड़ा तेजी आई
हरिद्वार से लोकसभा के भाजपा प्रत्याशी रमेश पोखरियाल निशंक आज डोईवाला क्षेत्र में विभिन्न बूथों पर निरीक्षण करने हेतु मतदान बूथ पर पहुंचे । उन्होंने पीठासीन अधिकारी से बात कर ,बूथ पर स्थिति की जानकारी भी ली।
अचानक प्रत्याशी के पंहुचने पर जनता आत्मविश्वास से भर गई, वहीं एक ऐसा वाकिया देखने को मिला जब एक युवा वोटर जो पहली बार मतदान करने जा रही थी उसे यह नहीं मालूम था कि रमेश पोखरियाल निशंक कौन है?
आश्चर्य की बात है की भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में हमारे युवा इतना भी नहीं जान पाते कि वोट कैसे किया जाता है ?और वोट करने हम किस किस प्रत्याशी को जा रहे हैं ?और हमारे वोट करने का क्या उद्देश्य है ?आप सोचिए जिन युवाओं को यही नहीं मालूम कि हरिद्वार सीट से कौन प्रत्याशी खड़े हो रहे हैं और उन्हें किसे वोट डालना है तो इसका मतलब आप समझ सकते हैं कि वह उनका मतदान किस दिशा में जा रहा होगा?
डोईवाला में कई स्थानों पर वीवीपैट मशीनों में तकनीकी गड़बड़ी के कारण मतदान देर से आरम्भ हुआ।
कुछ अनियमितताएं देखने को मिली ,कम रोशनी के कारण कार्मिकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा ।
वहीं मतदाता की पंक्तियों में कुछ जनप्रतिनिधि अपने प्रभाव का दुरुपयोग करते हुए भी नजर आए ।देर से आने के बावजूद अपना प्रभाव दिखाते हुए पंक्ति में आगे जाकर खड़े हुए
सुबह मतदान 10:00 बजे तक धीमी गति से चलता रहा उसके पश्चात मतदान में थोड़ा तेजी आई
हरिद्वार से लोकसभा के भाजपा प्रत्याशी रमेश पोखरियाल निशंक आज डोईवाला क्षेत्र में विभिन्न बूथों पर निरीक्षण करने हेतु मतदान बूथ पर पहुंचे । उन्होंने पीठासीन अधिकारी से बात कर ,बूथ पर स्थिति की जानकारी भी ली।
अचानक प्रत्याशी के पंहुचने पर जनता आत्मविश्वास से भर गई, वहीं एक ऐसा वाकिया देखने को मिला जब एक युवा वोटर जो पहली बार मतदान करने जा रही थी उसे यह नहीं मालूम था कि रमेश पोखरियाल निशंक कौन है?
आश्चर्य की बात है की भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में हमारे युवा इतना भी नहीं जान पाते कि वोट कैसे किया जाता है ?और वोट करने हम किस किस प्रत्याशी को जा रहे हैं ?और हमारे वोट करने का क्या उद्देश्य है ?आप सोचिए जिन युवाओं को यही नहीं मालूम कि हरिद्वार सीट से कौन प्रत्याशी खड़े हो रहे हैं और उन्हें किसे वोट डालना है तो इसका मतलब आप समझ सकते हैं कि वह उनका मतदान किस दिशा में जा रहा होगा?
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