रुद्रप्रयाग-;
शीतकाल में जनपद के प्राकृतिक संसाधनों को रोजगार से जोडने के मकसद से जिले में एक नई पहल शुरु हुई है। जिला प्रशासन व पर्यटन विभाग ने सेलानियों को आकर्षित करने के लिए साहसिक खेलों का वार्षिक कैलेन्डर जारी किया है। अब जिले में पर्यटकों को स्कींग की सुविधा मिल पायेगी तो स्टे होम व जंगल सफारी का आनन्द मिल पायेगा वहीं पपडासू झील भी बोटिंग के लिए तैयार हो चुकी है, और जल्दी ही जिले में साहसिक पर्यटन की तमाम गतिविधियां शुरु हो जायेंगी।
ईश्वर सिंह बिष्ट कांगे्रस जिलाध्यक्ष ने कहा कि रुद्रप्रयाग जनपद में ग्रीष्म काल में केदारनाथ यात्रा को लेकर लाखों की तादाद में सेलानी व तीर्थयात्री पहुंचते हैं मगर शीतकाल मे छह माह यहां रोजगार थम सा जाता है ऐसे में यहां पर ऐतिहासिक पृष्टभूमि से जुडे तमाम मठ मन्दिरों के साथ ही खूबसूरत पर्यटक स्थल व ट्ैकिंग रुट तो मौजूद हैं मगर इस दिशा में न तो सरकार की तरफ से कोई पहल है और ना हीं पर्यटन विभाग की ठोस कार्ययोजना जिससे बेरोजगारों को वर्षभर स्थाई रोजगार मिल सके।
स्थानीय बेरोजगार अजय सेमवाल का मानना है कि जिस तरह से जिला प्रशासन ने साहसिक खेल कैलेन्डर जारी कर युवा बेरोजगारों में रोजगार की दृष्टि से एक नई पहल की है वह वास्तव में काबिले तारीफ है और इसे आगे बडाया जाना चाहिए जिससे वर्षभर बेरोजगारों को रोजगार मिल सके।
वहीं जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि साहसिक खेल कैलेन्डर के जरियेजिले के चयनित स्थानों पर बेरोजगारों को उनके हुनर के आधार पर रोजगार मुहैया करवाया जायेगा। कहा कि एक दिनी टै्किंग रुटों को खोला जा रहा है साथ ही हर उस प्राकृतिक संसाधन का सदुपयोग किया जायेगा जिससे पर्यावरण को हानि पहुंचाये बिना रोजगार के नये आयाम स्थापित किये जा सकें।
जिला प्रशासन की यह कवायद सफल होती है तो बेरोजगारों को तो रोजगार मिलेगा ही साथ ही जिले के मठ-मंदिरों, टै्किंग रुटों, पर्यटक स्थलों व नदियों को भी अलग पहचान मिल पायेगी और शैलानी बडी तादाद में प्रकृति के खूबसूरत नजारों का लुफत ले पायेंगे।
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