डोईवाला;
द्वितीय रुस्तम जी बीएसएफ पर्यटन एमटीबी हिमालयन रेस 2018 का समापन आज, बियाट (BIAAT) डोईवाला में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के द्वारा किया गया। उन्होने विजेताओं को सम्मानित भी किया और प्रतियोगिता जितने वालो को पुरस्कार भी वितरित किये। उन्होंने कहा कि बीएसएफ और उत्तराखंड पर्यटन विभाग का ये संयुक्त प्रयास साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ साथ ,विश्व पटल पर उत्तराखंड की नैसर्गिक सुंदरता के प्रति जागरूकता बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका बढ़ाएगा।
इस आयोजन का शुभारंभ 09 दिसम्बर को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के द्वारा पवेलियन ग्राउंड देहरादून से किया गया था। महिला रेस (35किमी पहाड़ी तराई) में 35 प्रतिभागियों ने दिन में हिस्सा लिया। जबकि पुरुष प्रतिस्पर्धा में 03 दिन तक ,350 किमी की दूरी पहाड़ी दुर्गम रास्तों से 50 जवानों ,जिसमे आईटीबीपी, बीएसएफ, सी आई एस एफ, और राष्ट्रीय राइडर्स ने रेस पूरी की और बियाट डोईवाला पंहुचे।
महिलाओं की रेस में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान क्रमश पूनम राणा,जैशिका रावत, वीना बवनकर ने हासिल किया। जबकि पुरुषों में पदम् बहादुर, कमलेश राणा और कुलवंत सिंह ने तीन स्थानों पर बाज़ी मारी।
श्री आर सी ध्यानी आई जी बीएसएफ ने प्रतिभागी जवानों का धन्यवाद करते हुए कहा कि हिमालय को बचाने, स्वस्थ रहने और महिला सशक्तिकरण की इस मुहिम को उन्होंने जन जन तक सुदूर हिमालयी क्षेत्रो में पंहुचाया है। ऐसा संकल्प सदैव लिया जाता रहेगा।
सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने में उत्तराखंड पर्यटन और बीएसएफ के संयुक्त प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि आने वाले समय मे उत्तराखंड पर्यटन साहसिक खेलो , ट्रैकिंग, राफ्टिंग, पैराग्लाइडिंग, जंपिंग आदि के लिए विश्व मे प्रसिद्ध होगा, उसके लिये विभाग प्रयासरत है।
इस अवसर पर स्कूलों से आये स्काउट,गाइड , एन सी सी कैडेट, रिटायर्ड सीएपीएफ, अधिकारीगण आदि उपस्थित रहे।
द्वितीय रुस्तम जी बीएसएफ पर्यटन एमटीबी हिमालयन रेस 2018 का समापन आज, बियाट (BIAAT) डोईवाला में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के द्वारा किया गया। उन्होने विजेताओं को सम्मानित भी किया और प्रतियोगिता जितने वालो को पुरस्कार भी वितरित किये। उन्होंने कहा कि बीएसएफ और उत्तराखंड पर्यटन विभाग का ये संयुक्त प्रयास साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ साथ ,विश्व पटल पर उत्तराखंड की नैसर्गिक सुंदरता के प्रति जागरूकता बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका बढ़ाएगा।
इस आयोजन का शुभारंभ 09 दिसम्बर को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के द्वारा पवेलियन ग्राउंड देहरादून से किया गया था। महिला रेस (35किमी पहाड़ी तराई) में 35 प्रतिभागियों ने दिन में हिस्सा लिया। जबकि पुरुष प्रतिस्पर्धा में 03 दिन तक ,350 किमी की दूरी पहाड़ी दुर्गम रास्तों से 50 जवानों ,जिसमे आईटीबीपी, बीएसएफ, सी आई एस एफ, और राष्ट्रीय राइडर्स ने रेस पूरी की और बियाट डोईवाला पंहुचे।
महिलाओं की रेस में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान क्रमश पूनम राणा,जैशिका रावत, वीना बवनकर ने हासिल किया। जबकि पुरुषों में पदम् बहादुर, कमलेश राणा और कुलवंत सिंह ने तीन स्थानों पर बाज़ी मारी।
श्री आर सी ध्यानी आई जी बीएसएफ ने प्रतिभागी जवानों का धन्यवाद करते हुए कहा कि हिमालय को बचाने, स्वस्थ रहने और महिला सशक्तिकरण की इस मुहिम को उन्होंने जन जन तक सुदूर हिमालयी क्षेत्रो में पंहुचाया है। ऐसा संकल्प सदैव लिया जाता रहेगा।
सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने में उत्तराखंड पर्यटन और बीएसएफ के संयुक्त प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि आने वाले समय मे उत्तराखंड पर्यटन साहसिक खेलो , ट्रैकिंग, राफ्टिंग, पैराग्लाइडिंग, जंपिंग आदि के लिए विश्व मे प्रसिद्ध होगा, उसके लिये विभाग प्रयासरत है।
इस अवसर पर स्कूलों से आये स्काउट,गाइड , एन सी सी कैडेट, रिटायर्ड सीएपीएफ, अधिकारीगण आदि उपस्थित रहे।
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