Halloween party ideas 2015

ऋषिकेश;

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और डॉ अम्बेडकर ने देश की राजनीति को एक नई दिशा प्रदान की; गरीबों की दशा पर चिंतन किया और हरिजनों के उद्धार के लिये हरिजन सेवक संघ की स्थापना 1932 में की, आज के ही दिन एक पैैक्ट बना । जिसमें भारत के सभी भाईयों के लिये जिन्हें लोग अछूत मानते रहे है परन्तु वे भी हमारे भाई है, वे भी हमारा परिवार है उन सब को किस तरह से गले लगाना है, अपने साथ लेकर चलना है ताकि सम्पूर्ण समाज की उन्नति हो सके, पूरा परिवार खुश रह सके।
उसी हरिजन सेवक संघ के कार्यालय दिल्ली व उसके आस-पास के क्षेत्र में स्वामी चिदानन्द सरस्वती  महाराज के सान्निध्य में सघन स्वच्छता अभियान और वृहद स्तर पर वृक्षारोपण कार्यक्रम सम्पन्न किया। साथ ही राष्ट्र के प्रबुद्ध नागरिकों की बैठक सम्पन्न हुई।

स्वामी चिदानन्द सरस्वती  महाराज ने कहा कि एक भाई मैले को ढ़ोये और एक भाई महलों में रहे इस प्रकार की परम्परा को बदलकर सबको मुख्य धारा में लाने के विषय में हम सभी को चिंतन करने की जरूरत है। अब समय आ गया है कि हम महलों में रहने वाले और मैल ढ़ोने वाले सभी को समान दृष्टि से देखे। उन्होने कहा कि महलों में रहना अच्छी बात है परन्तु किसी के प्रति अपने दिल में मैल न रखे। हमें ऐसी संस्कृति विकसित करना है जिसमें सभी को सम्मान मिले और ऐसे सद्भाव का वातावरण तैयार करना है।
आज के ही दिन महात्मा गांधी जी और अम्बेडकर जी ने मिलकर एक पैक्ट तैयार किया था मुझे लगता है कि अब समय आ गया है कि उस पैक्ट को आगे बढ़ाना है। आज हम उसी हरिजन सेवक संघ के कार्यालय में जहां पर भारत की विशिष्ट हस्तियों ने यथा पंडित जवाहर लाल नेहरू जी, मौलाना आजाद और अन्य दिग्गजों ने राष्ट्र निर्माण की इबारत लिखी थी उन्ही अभूतपूर्व योजनाओं एवं ऐतिहासिक वार्ता का आगाज किया तथा इस पर आगे भी कार्य करने के विषय में चर्चा की।

स्वामी जी महाराज ने कहा कि स्वच्छता और सद्भावना के मुद्दों से स्वंय जुड़े और दूसरों को भी जोड़े। ये मुद्दे छोटे नहीं है शान्ति, अहिंसा, प्रेम, सद्भाव और समरसता में बड़ी शक्ति है। ये मुद्दे सब को जोड़ने का और बदलने की ताकत रखते है।
सन 1932 में आज के ही दिन 24 सितम्बर को हरिजन सेवक संघ की स्थापना हुयी एवं अनेक महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गयी थी तथा ऐतिहासिक समझौता हुआ था इसमें हरिजन सेवक संघ की स्थापना के बारे में विचार विमर्श हुआ। आदरणीय मदनमोहन मालवीय जी के नेतृत्व में श्री महात्मा गांधी जी और डाॅ अम्बेडकर जी के बीच में तथा इसके पहले अध्यक्ष बने घनश्याम दास बिड़ला जी और उसके बाद जो यात्रा शुरू हुयी उसके बाद आज तक अनवरत वह यात्रा चल रही है अनेक संस्थाओं और कार्यकताओं के साथ एक इतिहास कायम किया है स्वामी जी महाराज ने कहा कि इस यात्रा को और आगे बढ़ाने की जरूरत है।
स्वामी जी महाराज ने कहा कि सद्भावना केवल एक विचार नहीं बल्कि एक दर्शन है।
साथ ही स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा को प्रतिदिन का अंग बनाये, यही हमारा संस्कार बन जाये, यही हमारा धर्म और कर्म बन जाये क्योंकि स्वच्छ भारत ही स्वस्थ एवं समृद्ध भारत बन सकता है इस पर सभी धर्म गुरूओं ने अपने उद्बोधन प्रस्तुत किये।
स्वामी जी महाराज ने बताया कि इसके पहले भी गंगा एक्शन परिवार परमार्थ निकेतन ने हरिजन सेवक संघ दिल्ली के आस-पास के जीर्ण हुये परिसर को स्वच्छ कर सैकड़ों की संख्या में वृक्षारोपण किया था तथा स्वच्छता अभियान चलाया साथ ही यह परिसर हमेंशा स्वच्छ व हरित रह सके इसकी भी योजना बनायी। साथ ही इस परिसर का सौन्दर्यीकरण, जीर्णोद्धार एवं महात्मा गांधी योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा केन्द्र को एक नया स्वरूप प्रदान किया जिसका उद्घाटन उपराष्ट्रपति  वेन्कैया नायडू  ने किया था ।
हरिजन सेवक संघ के परिसर में जहां पर महात्मा गांधी बैठकर प्रार्थना और नयी कार्ययोजना बनाया करते थे उस परिसर को दिव्य और भव्य बनाया गया।
हरिजन सेवक संघ के अध्यक्ष प्रोफेसर श्री शंकर सान्याल जी ने ओजस्वी एवं प्रभावकारी ढ़ंग से गांधीवादी सिद्धान्तों को रखा और उस पर चलने और जीने का निवेदन सबसे की। सान्याल जी ने आह्वान किया कि हम सभी मिलकर इस पर काम करे।
प्रभावकारी पत्रकार श्री अवधेश कुमार ने बहुत ही प्रभावकारी एवं महत्वपूर्ण ढ़ंग से गांधीवादी विचारों और संस्थाओं के बारे में अपने विचार रखे।
हजारों की संख्या में उपस्थित जनसमुदाय और विशिष्ट अतिथियों को स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज ने स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत का संकल्प कराया तथा विशिष्ट अतिथियों को रूद्राक्ष का पौधा भेंट किया।
इस अवसर पर परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज, आॅल इण्डिया इमाम संगठन के अध्यक्ष, डाॅ इमाम उमर इलियासी साहब, हरिजन सेवक संघ के अध्यक्ष प्रोफेसर श्री शंकर सान्याल जी,  श्रीमती प्रेमाकरिअप्पा , श्री एन राधाकृष्णन, चेयरमेन इण्डियन काउसील गांधीवादी अध्ययन, नरेश यादव जी उपाध्यक्ष हरिजन सेवक संघ, सफाई विद्यालय अहमदाबाद से जयेश भाई, लक्ष्मी दास जी मुख्य सचिव हरिजनसेवक संघ, बी मारूती हरिजन सेवक संघ तमिलनाडू के अध्यक्ष, मधुकर मिश्र जी अध्यक्ष हरिजन सेवक संघ, महाराष्ट्र, श्रीमती कुसुम जी अध्यक्ष हरिजन सेवक संघ उत्तरप्रदेश, पूर्व आई ए एस जयंती शंकर जी, गांधीवादी अवधेश कुमार जी, श्रीमती उर्मिला जी गांधीवादी कार्यकर्ता, सीता बहन, प्रोफेसर दिल्ली विश्व विद्यालय, श्री रामकुमार जी अध्यक्ष हरिजन सेवक संघ बिहार, आचार्य दीपक शर्मा, आचार्य संदीप शर्मा, नरेन्द्र बिष्ट, परमार्थ गुरूकुल के ऋषिकुमार, भारत के विभिन्न प्रांतों से आये हरिजन सेवक संघ के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने सहभाग किया।

एक टिप्पणी भेजें

www.satyawani.com @ All rights reserved

www.satyawani.com @All rights reserved
Blogger द्वारा संचालित.