Halloween party ideas 2015

 ऋषिकेश :



 शनिवार को ग्राम पंचायत जोगीवाला माफी में प्रधानमंत्री  किसान सम्मान निधि एव कृषि गोष्ठी का आयोजन किया गया। कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को जैविक खेती करने पर जोर दिया गया। जैविक खेती के लाभ के बारे में किसानों को बताया गया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता निवर्तमान  क्षेत्र पंचायत सदस्य अमर खत्री ने की| कार्यक्रम का संचालन  ग्राम  प्रशासक सोबन सिंह कैतूरा द्वारा किया गया | गोष्ठी में किसान को खेती करने में आ रही समस्या के बारे में पूछा गया। उन्होंने किसान सम्मान निधि में कुछ लोगों का केवाईसी नहीं हुआ था और अन्य समस्याएं का निदान किया गया।


इस अवसर पर मुख्य कृषि अधिकारी देवेंद्र सिंह राणा, कृषि एवं भू संरक्षण अधिकारी अशोक गिल, सहायक कृषि अधिकारी सोहन पोखरियाल, कृषि वैज्ञानिक विजयपाल सिंह चौहान, सहायक कृषि अधिकारी सोनिया चौहान, संजय बडथ्वाल,  रविंद्र उनियाल, रघुवीर सिंह बिष्ट ,मौजूद रहे |

 सावधान रहने की आवश्यकता है, गृह विभाग उत्तराखंड सरकार ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि

*समान नागरिक संहिता (UCC) को लेकर भ्रामक तथ्यों के प्रचार  से बचें अन्यथा कार्यवाही के लिये तैयार रहें।

Beware abou fake publicity regarding UCC


विभाग का कहना है कि  संज्ञान में आया है कि सोशल मीडिया एवं अन्य माध्यमों पर समान नागरिक संहिता (UCC) के कुछ प्रावधानों को लेकर कुछ व्यक्तियों द्वारा भ्रामक और गलत जानकारी फैलाई जा रही है, जैसे कि

 उत्तराखंड में UCC में विवाह पंजीकरण कराने से बाहरी लोगों को राज्य का निवास प्रमाणपत्र (डोमिसाइल) मिल जायेगा। यह गलत और भ्रामक तथ्य  है। UCC के तहत विवाह या अन्य पंजीकरण का राज्य के निवास प्रमाणपत्र (डोमिसाइल) से कोई संबंध नहीं है और न ही किसी व्यक्ति को विवाह या अन्य पंजीकरण के आधार पर उत्तराखंड का निवास प्रमाणपत्र प्रदान किये जाने का समान नागरिक संहिता (UCC) में कोई प्रावधान है। 


 UCC को लेकर अफवाह फैलाना, भ्रामक या झूठी जानकारी प्रसारित करना एक कानूनन अपराध है, ऐसा कोई व्यक्ति या समूह जो भ्रामक सूचना प्रचारित/प्रसारित करेगा उसके विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता की धारा 353 के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी।


आम जनता से अनुरोध है कि वे केवल आधिकारिक स्रोतों से प्राप्त जानकारी पर ही विश्वास करें और किसी भी तरह की अफवाह फैलाने से बचें।


यदि किसी को UCC से संबंधित किसी भी प्रावधान पर संदेह या स्पष्टीकरण की आवश्यकता हो, तो वे गृह विभाग, उत्तराखंड सरकार से आधिकारिक माध्यमों पर संपर्क कर सकते हैं।

 मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय, उत्तराखण्ड

*-साइकिल रैली से दिया मतदाता जागरुकता का संदेश*

*-मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने स्वंय साइकिल चलाकर किया रैली में प्रतिभाग*

-*18 से लेकर 69 वर्ष तक के साइकिल प्रेमी हुए रैली में शामिल*

देहरादून:

Through cycle rally CEC gave message


मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. बीवीआरसी पुरुषोत्तम के निर्देश पर शनिवार को पुलिस लाइन्स देहरादून में मतदाता जागरूकता साइकिल रैली का आयोजन किया गया। रैली में मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने स्वयं 20 किलोमीटर दूरी पूरी करते हुए मतदाता जनजागरुकता का संदेश दिया। साइकिल रैली में 250 से अधिक साइकिल प्रेमियों ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम की शुरुआत मतदाता शपथ के साथ शुरु हुई जिसके बाद साइकिल रैली पुलिस लाइन्स से होते हुए आराघर चैक, ईसी रोड होते हुए राजपुर रोड से कैनाल रोड पार करते हुए काटबंग्ला पुल पंहुची। यहां से साइकिल रैली वापस उसी मार्ग से पुलिस लाइन्स ग्राउंड पंहुची। रैली की समापन के बाद प्रतिभागियों को उपहार देकर सम्मानित किया गया। 

इस अवसर पर मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने कहा कि इस आयोजन का उद्देश्य मतदाताओं को उनके स्वास्थ्य एवं मताधिकारों के प्रति जागरुक करना है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में मतदाताओं को जागरुक करने के उद्देश्य से हर माह थीमवार गतिविधियों का कैलेंडर भी तैयार किया गया है। 

इस अवसर पर अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी डा. विजय कुमार जोगदंडे ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा अब वोटर लिस्ट में नाम दर्ज कराने हेतु साल भर में 4 अर्हता तिथियां नियत की गई हैं, जिसमें 1 जनवरी,1 अप्रैल, 1 जुलाई और 1 अक्टूबर की तिथियों में 18 वर्ष की आयु पूर्ण करने वाले मतदाता फॉर्म 6 भरकर मतदाता सूची में अपने नाम दर्ज करने की प्रक्रिया में शामिल हो सकते हैं। 

इस अवसर पर रैली में प्रतिभाग करने वाले महिला एवं पुरुषों में सबसे अधिक आयुवर्ग्र, सबसे कम आयुवर्ग के प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया। रैली में एसपी ट्रैफिक मुकेश ठाकुर, एडीएम जयभारत सिंह,उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी किशन सिंह नेगी,मुक्ता मिश्र सहायक मुख्य निर्वाचन अधिकारी मस्तु दास, पहाड़ी पैडलर से गजेंद्र रमोला,समीर नरुला सहित बड़ी संख्या में प्रतिभागी मौजूद रहे।

 *आयुष के फलक पर बिखरी उत्तराखंड की चमक*

*डाॅ मायाराम उनियाल को प्रतिष्ठित धन्वंतरी पुरस्कार, प्रकृति परीक्षण अभियान में सराहना*

*देश भर में सिर्फ तीन को आयुष मंत्रालय ने दिया धन्वंतरी पुरस्कार*

*उत्तराखंड में डेढ़ लाख लोगों ने कराया अपनी प्रकृति का परीक्षण*

Dr mataram uniyal got dhanvantari puraskaar

आयुष के बडे़ फलक पर उत्तराखंड की चमक बिखरी है। पहाड़ के लाल और देश के जाने-माने आयुर्वेद, जड़ी-बूटी विशेषज्ञ डाॅ मायाराम उनियाल को केंद्रीय आयुष मंत्रालय ने प्रतिष्ठित धन्वंतरी पुरस्कार प्रदान किया है। देशभर के सिर्फ तीन विशेषज्ञों को यह पुरस्कार दिया गया है। दूसरी तरफ, आयुष मंत्रालय के बेहद महत्वपूर्ण प्रकृति परीक्षण अभियान के पहले चरण में उत्तराखंड को उसके प्रयासों के लिए सराहना मिली है। पूरे प्रदेश में डेढ़ लाख लोगों का प्रकृति परीक्षण किया गया है।


*मुंबई में आयुष मंत्री ने किया डॉ उनियाल का सम्मान*

-केंद्रीय आयुष मंत्रालय की ओर से 20 फरवरी को मुंबई में आयोजित कार्यक्रम में डाॅ मायाराम उनियाल को यह पुरस्कार दिया गया। केंद्रीय आयुष मंत्री (स्वंतत्र प्रभार) ने प्रताप राव जाधव ने डाॅ उनियाल के साथ ही आयुर्वेद विशेषज्ञ प्रताप डाॅ ताराचंद व डाॅ जमदग्नि को धन्वंतरी पुरस्कार प्रदान किया। इस पुरस्कार के अंतर्गत विशेषज्ञों को पांच-पांच लाख रूपये की धनराशि प्रदान की गई है। डाॅ उनियाल को इससे पहले, आयुष मंत्रालय की ओर से प्रतिष्ठित लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार भी दिया जा चुका है। उन्होंने आयुर्वेद, जड़ी-बूटी के क्षेत्र में कई शोध किए हैं। डाॅ उनियाल का कहना है कि जब से प्रधानमंत्री की कुर्सी पर नरेंद्र मोदी आसीन हुए हैं, तब से आयुष क्षेत्र ने गति पकड़ी है। उन्होंने कहा कि आयुष के क्षेत्र में उत्तराखंड तमाम संभावनाओं से भरा हुआ है।


*उत्तराखंड में डेढ़ लाख लोगों का प्रकृति परीक्षण*

केंद्रीय आयुष मंत्रालय के बेहद महत्वपूर्ण प्रकृति परीक्षण अभियान के पहले चरण में उत्तराखंड में डेढ़ लाख लोगों का प्रकृति परीक्षण किया गया है। इस अभियान का शुभारंभ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया था। इस अभियान के तहत उत्तरकाशी के महीडांडा जैसे सीमांत इलाके में स्थित आईटीबीपी की पोस्ट तक भी आयुष टीम पहुंची और जवानों का प्रकृति परीक्षण किया। राज्य समन्वयक डाॅ जेएन नौटियाल के अनुसार-विपरीत भौगोलिक स्थितियों के बावजूद डेढ़ लाख लोगों का उत्तराखंड में प्रकृति परीक्षण किया गया है। इसकी सराहना हुई है। उत्तराखंड समेत सभी राज्यों के समन्वयकों को मंत्रालय के स्तर पर सम्मानित किया गया है।


*देश ने पार किया एक करोड़ का निर्धारित लक्ष्य*

-प्रकृति परीक्षण अभियान में पूरे देश में एक करोड़ लोगों के प्रकृति परीक्षण का लक्ष्य रखा गया था। लक्ष्य से ज्यादा एक करोड़ 29 लाख लोगों का प्रकृति परीक्षण किया गया है। इस अभियान में केंद्रीय आयुष मंत्रालय ने एक पोर्टल लाॅच किया है, जिसमें रजिस्ट्रेशन कराने के बाद संबंधित व्यक्ति से बातचीत के आधार पर उसकी प्रकृति का निर्धारण किया जा रहा है। वात, कफ व पित्त की स्थिति का आंकलन करके संबंधित व्यक्ति की प्रकृति उसे बताई जा रही है। इसके साथ ही, आयुर्वेद चिकित्सक संबंधित व्यक्ति को उसकी प्रकृति के अनुरूप आहार-विहार का परामर्श दे रहे हैं।


-देश के प्रकृति परीक्षण अभियान में लक्ष्य से ज्यादा लोगों का परीक्षण किया गया है और कई कीर्तिमान बने हैं। कठिन भौगोलिक स्थितियों वाले उत्तराखंड राज्य ने इस अभियान को सफल बनाने के लिए अच्छे प्रयास किए हैं। इस अभियान का दूसरा चरण गतिमान है। लोगों के उत्तम स्वास्थ्य के लिए यह अभियान उपयोगी साबित होगा।

डाॅ आशुतोष गुप्ता, सचिव देश का प्रकृति परीक्षण अभियान।


*प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश आयुष के क्षेत्र में देश निरंतर प्रगति कर रहा है। देश के प्रकृति परीक्षण अभियान को पहले चरण में मिली सफलता उत्साहित करने वाली है। इससे लोगों का जीवन निरोगी व स्वस्थ होगा। मैं इस अभियान से जुडे़ समस्त लोगों और पुरस्कृत होने वाले विशेषज्ञों को हार्दिक बधाई देता हूं।*

*पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री*8

 ऋषिकेश:


दीन दयाल अंत्योदय राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन नगर निगम ऋषिकेश से जुड़े गणपति आजीविका स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष सुनीता बंसल द्वारा आज 4 स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को हर्बल ऑर्गेनिक गुलाल कलर बनाने का निशुल्क प्रशिक्षण दिया गया.







आज का राशिफल

*दिनांक:- 22/02/2025, शनिवार*

नवमी, कृष्ण पक्ष, 

फाल्गुन

Rashifal today 22 feb,2025


*💮🚩💮   शुभ विचार   💮🚩💮*


पक्षिणां काकचाण्डालः पशूनां चैव कुक्कुरः ।

मुनीनां पापी चाण्डालः सर्वचाण्डालनिन्दकः ।।

।। चा o नी o।।


 पक्षीयों में कौवा नीच है. पशुओ में कुत्ता नीच है. जो तपस्वी पाप करता है वो घिनौना है. लेकिन जो दूसरो की निंदा करता है वह सबसे बड़ा चांडाल है.


*🚩💮🚩  सुभाषितानि  🚩💮🚩*


गीता -: गुणत्रयविभागयोग :- अo-14


सत्त्वात्सञ्जायते ज्ञानं रजसो लोभ एव च ।,

प्रमादमोहौ तमसो भवतोऽज्ञानमेव च ॥,


सत्त्वगुण से ज्ञान उत्पन्न होता है और रजोगुण से निःसन्देह लोभ तथा तमोगुण से प्रमाद (इसी अध्याय के श्लोक 13 में देखना चाहिए) और मोह (इसी अध्याय के श्लोक 13 में देखना चाहिए।,) उत्पन्न होते हैं और अज्ञान भी होता है॥,17॥,


*💮🚩   दैनिक राशिफल   🚩💮*


देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।

नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।

विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।

जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।


🐏मेष

किसी लंबे मनोरंजक प्रवास का कार्यक्रम बन सकता है। आंखों का विशेष ध्यान रखें। चोट व रोग से बचें। सुख के साधन जुटेंगे। दांपत्य जीवन सुखद रहेगा। सरकारी कामकाज में अनुकूलता रहेगी। स्थिति नियंत्रण में रहेगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। जोखिम न उठाएं।


🐂वृष

कोई पुराना रोग परेशानी का कारण बन सकता है। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में लापरवाही न करें। शारीरिक हानि की आशंका बनती है। किसी व्यक्ति के व्यवहार से दिल को ठेस पहुंच सकती है। क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। आय में निश्चितता रहेगी, धैर्य रखें।


👫मिथुन

गृहस्थ जीवन में आनंद का वातावरण रहेगा। जीवनसाथी को भेंट व उपहार देना पड़ सकता है। किसी अनहोनी की आशंका रह सकती है। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। लापरवाही न करें। कोर्ट व कचहरी तथा सरकारी कामों में अनुकूलता रहेगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। प्रमाद न करें।


🦀कर्क

आर्थिक वृद्धि के लिए नई योजना बनेगी। तत्काल लाभ नहीं होगा। किसी सामाजिक कार्यक्रम में भाग लेने का अवसर प्राप्त हो सकता है। मान-सम्मान मिलेगा। कार्यकारी नए अनुबंध हो सकते हैं। उत्साह व प्रसन्नता से कार्य कर पाएंगे। शारीरिक शिथिलता रहेगी।


🐅सिंह

पहले किसी व्यक्ति को दिए गए कर्ज की वसूली हो सकती है। व्यावसायिक प्रवास सफल रहेगा। धन प्राप्ति सु्गम होगी। घर-परिवार की चिंता बनी रहेगी। कोई नई समस्या आ सकती है। शारीरिक कष्ट भी आशंका है, लापरवाही न करें। नौकरी में चैन रहेगा। उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे।


🙍‍♀️कन्या

जीवनसाथी के स्वास्थ्य संबंधी चिंता बनी रहेगी। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। किसी बड़ी समस्या से छुटकारा मिल सकता है। व्यावसायिक प्रवास हो सकता है। काम में अनुकूलता रहेगी। भेंट व उपहार की प्राप्ति हो सकती है। पार्टनरों से सहयोग मिलेगा। लाभ होगा।


⚖️तुला

रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। कार्य के प्रति उत्साह रहेगा। जल्दबाजी न करें। भूमि व भवन इत्यादि की खरीद-फरोख्त की योजना सफल रहेगी। बड़ा लाभ हो सकता है। प्रमाद न करें। कुबुद्धि हावी रह सकती है इसलिए कोई भी निर्णय सोम-समझकर करें।


🦂वृश्चिक

कोई बड़ा खर्च अचानक सामने आ सकता है। व्यवस्था में मुश्किल होगी। चिंता तथा तनाव रहेंगे। गुस्से पर काबू रखें। मित्रों का सहयोग प्राप्त होगा। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। धनहानि की आशंका बन सकती है। व्यापार ठीक चलेगा। आय बनी रहेगी।


🏹धनु

पहले किए गए प्रयास का लाभ अब मिलेगा। समय पर कर्ज चुका पाएंगे। प्रतिस्पर्धियों पर विजय प्राप्त होगी। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देंगे। निवेश शुभ फल देगा। नौकरी में कार्य की प्रशंसा होगी। भाग्य का साथ मिलेगा। खोई हुई वस्तु मिल सकती है। प्रमाद न करें।


🐊मकर

कामकाज में अधिक ध्यान देगा पड़ेगा। दूर से दु:खद समाचार मिल सकता है। भागदौड़ रहेगी। समय पर काम नहीं होने से तनाव रहेगा। गुस्से पर काबू रखें। व्यापार-व्यवसाय में उतार-चढ़ाव रहेगा। नौकरी में अधिकारी अधिक की अपेक्षा करेंगे। किसी व्यक्ति के उकसाने में न आएं।


🍯कुंभ

आय में सुगमता रहेगी। घर में मेहमानों का आगमन होगा। व्यय होगा। दूर से शुभ समाचार प्राप्त होंगे। प्रसन्नता बढ़ेगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। आनंद और उल्लास के साथ जीवन व्यतीत होगा। पारिवारिक सहयोग प्राप्त होगा। चोट व रोग से हानि संभव है।


🐟मीन

किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। यात्रा मनोरंजक रहेगी। शिक्षा के क्षेत्र में सफलता प्राप्त होगी। व्यस्तता के चलते स्वास्थ्य को नजरअंदाज न करें। बेवजह विवाद हो सकता है। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। उत्साह व प्रसन्नता से काम कर पाएंगे।


🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏

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*आचार्य  पवन  पाराशर (वृन्दावन)*


मूल निवास भू क़ानून संघर्ष समिति ने कहा, जनता के साथ हुआ सबसे बड़ा धोखा

शहरी क्षेत्रों में ज़मीन खरीदने की लूट रहेगी जारी

एक राज्य में दो-दो भू-क़ानूनो को थोपा


देहरादून;



मूल निवास, भू-क़ानून संघर्ष समिति ने भू-क़ानून में किए गए संशोधनों को उत्तराखंड की जनता के साथ सबसे बड़ा धोखा बताया और इसे जनता की आंखों में धूल झोंकने वाला क़ानून बताया। इस मौके पर संघर्ष समिति के संयोजक मोहित डिमरी ने भू-क़ानून के संशोधन विधेयक की प्रति फाड़ते हुए इसे माफ़िया के पक्ष में बताया। 


देहरादून प्रेस क्लब में पत्रकारों से वार्ता करते हुए मूल निवास, भू-क़ानून संघर्ष समिति के संयोजक मोहित डिमरी ने कहा कि भू-क़ानून के संशोधित विधेयक में नगरीय क्षेत्रों को इस क़ानून के दायरे से बाहर रखा गया है। सबसे ज्यादा बेशकीमती ज़मीनें शहरों में ही हैं और यहां जमीन खरीदने की कोई पाबंदी नहीं है। निकायों के विस्तार के चलते लगातार ग्रामीण क्षेत्रों की ज़मीन शहरों में शामिल हो रही है। उन्होंने कहा कि देहरादून, ऋषिकेश, कोटद्वार, पौड़ी, श्रीनगर, रुद्रप्रयाग, गौचर, कर्णप्रयाग, गोपेश्वर, जोशीमठ, गैरसैंण, हल्द्वानी, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, रामनगर, नैनीताल, भवाली, टिहरी, नरेंनगर, देवप्रयाग, चंबा, रानीखेत, धारचूला सहित अन्य निकायों में कोई भी बाहरी व्यक्ति बेतहाशा जमीन खरीद सकता है।  यहां तक कि केदारनाथ, बद्रीनाथ और गंगोत्री नगर पंचायत क्षेत्र में भी जमीन खरीदने की छूट है। यह क़ानून सिर्फ ग्रामीण क्षेत्र के लिए है। यहां 250 वर्ग मीटर ही कोई बाहरी व्यक्ति जमीन खरीद सकता है। शहरों में जमीन खरीदने की कोई लिमिट नहीं है। राज्य निर्माण के बाद शहरों की प्राइम लैड को माफ़िया और बाहरी लोगों ने खुर्द-बुर्द किया है।


संघर्ष समिति की मुख्य मांग यही थी कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में भूमि खरीदने का एक ही क़ानून बने। लेकिन सरकार ने पुराने क़ानून में ही लीपापोती की है। 


उन्होंने कहा कि हरिद्वार और उधमसिंहनगर जिले को भूमि क़ानून के दायरे से बाहर रखा गया है। उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा भू माफिया इन्ही दो जनपदों में हैं और यहाँ किसानों की ज़मीन खत्म हो रही है। मैदानी मूल के व्यक्ति भी इस बात की चिंता कर रहे हैं। सरकार की मंशा उत्तराखंड की डेमोग्राफी बदलना है, ताकि पर्वतीय राज्य की अस्मिता को खत्म किया जा सके। लगातार जनसंख्या बढ़ने से भविष्य में होने जा रहे परिसीमन से हरिद्वार और उधमसिंहनगर की विधानसभा सीटें बढ़ने जा रही है। यह चिंता सिर्फ पर्वतीय मूल के लोगों की नहीं है, बल्कि मैदानी लोग भी इसको लेकर चिंतित हैं। समान नागरिक संहिता की बात करने वाली सरकार एक राज्य में दो-दो भू-क़ानून थोप रही है। उन्होंने कहा कि पर्वतीय क्षेत्र की कृषि भूमि को 30 साल तक पूंजीपतियों को पट्टे पर देने का भी प्रावधान किया गया है। इससे हमारे काश्तकार अपने ही खेतों में नौकर या चौकीदार बन जायेंगे। 


उन्होंने कहा कि संघर्ष समिति इस काले क़ानून को जनता के बीच ले जाएगी और सरकार द्वारा किये गए छलावे को बताएगी। एक बार फिर जनता को लामबंद किया जाएगा।


इस मौके पर पूर्व आईएएस एसएस पांगती, पूर्व सैन्य अधिकारी पीसी थपलियाल, एलपी रतूड़ी, टीएस नेगी, संघर्ष समिति के प्रवक्ता हिमांशु रावत, पंकज उनियाल, समन्वयक प्रमोद काला, विपिन नेगी, आशुतोष कोठारी, आशीष नौटियाल, बॉबी रांगड़, मनेंद्र बिष्ट आदि मौजूद थे।

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