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 डोईवाला:



चुनाव के पर्व में एक बड़ी दुःखद खबर सामने आ रही है कि भानियावाला में दुर्गा चौक में होर्डिंग उतरते समय एक 26 वर्षीय युवक की मृत्यु हो गयी है।


युवक मनोज पंवार होर्डिंग उतारने के लिये  घर की छत पर चढ़ा था, उतरते समय हवा में होर्डिंग नज़दीक से जा रही हाई टेंशन लाइन से टकरा गया जिससे यह हादसा हो गया।

युवक की मौके पर ही करंट लगने से मृत्यु हो गयी है। सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पंहुचकर  शव को कब्जे में लिया है ।

युवक मनोज पंवार अठुरवाला विस्थापित का रहनेवाला था, चुनावी प्रचार में भी लगा हुआ था। 2 माह बाद उसका विवाह भी होना था।उनके घर मे परिवारजनों के का बुरा हो गया है।

जहां एक तरफ स्थानीय निकाय चुनाव की सरगर्मियां चल रही थी वहीं क्षेत्र में ऐसी घटना ने सभी को।झकझोर दिया है। सभी  मृतक की आत्मा की शांति हेतु प्रार्थना कर रहे है।

पुलिस के अनुसार--

कोतवाली डोईवाला पर दिनांक 23.01.2025 को 112 कन्ट्रोल के माध्यम से सूचना प्राप्त हुयी जिसमे  कॉलर द्वारा कॉल कर बताया कि दुर्गा चौक जौलीग्रान्ट पर एक व्यक्ति को बिजली का करन्ट लग गया है, सूचना पर थाना डोईवाला से पुलिस बल रवाना किया गया। मौके पर जाकर पुलिस को जानकारी हुयी कि मनोज पवांर पुत्र श्री विक्रम सिंह पवांर निवासी दुर्गा चौक गली न0-3 जौलीग्रान्ट थाना डोईवाला देहरादून जो अपने घर की छत पर हार्डिग बोर्ड निकालने के लिए गया था, छत के ऊपर से जा रही बिजली की 11000 वाल्टेज की लाईन की चपेट पर आने पर मनोज पवांर करन्ट से झुलस गया, जिसको 108 एम्बुलेन्स के द्वारा राजकीय अस्पताल डोईवाला भिजवाया गया, अस्पताल मे चिकित्सक द्वारा मनोज पवांर उपरोक्त को मृत घोषित किया गया है । परिजनो की उपस्थिति मे शव का पंचायतनामा भर कर शव को पोस्टमार्टम हेतु भेजा जा रहा है ।



देहरादून: 


जिलाधिकारी/  जिला निर्वाचन अधिकारी  सविन बंसल  सीएनआई बालिका इंटर कॉलेज राजपुर रोड में मतदान किया।


नगर निकाय चुनावों के तहत दोपहर 4 बजे तक मतदान प्रतिशत के आंकड़े जारी किए गए। विभिन्न क्षेत्रों में मतदाताओं की भागीदारी निम्नलिखित रही:



Voting upto 4 'O' clock


नगर पालिका परिषद हरबर्टपुर: 55.33%

नगर पंचायत सेलाकुई (सेंट्रल होप टाउन): 48.52%

नगर पालिका परिषद विकासनगर: 57.31%

नगर पालिका परिषद मसूरी: 57.39%

नगर निगम ऋषिकेश: 49.1%

नगर निगम देहरादून: 45.68%

नगर पालिका परिषद डोईवाला: 47.62%

जिले में औसत मतदान प्रतिशत 51.56% दर्ज किया गया है।

चुनाव प्रक्रिया शांतिपूर्ण और व्यवस्थित रूप से चल रही है। जिला निर्वाचन अधिकारी एवं जिलाधिकारी सविन बंसल और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अजय सिंह मतदान केंद्रों का निरीक्षण कर रहे हैं। प्रशासन शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित करने के लिए सशक्त है।

 देहरादून ;



 मुख्य विकास अधिकारी/ उप जिला निर्वाचन  अधिकारी अभिनव शाह ने नगर निगम ऋषिकेश, नगर पालिका डोई0वाला, नगर पालिका मसूरी, नगर पंचायत हर्बटपुर, नगर पालिका विकासनगर, व नगर पंचायत सेलाकुई के लिए दिव्यांगजनों की आवागमन सुविधा हेतु वाहनों को हरी  झण्डी दिखाकर रवाना किया। नगर निगम देहरादून के लिए वाहन कल रवाना होंगे।


नागर निकाय चुनाव  में जनपद देहरादून में दिव्यांग मतदाताओं को सुगमता से मतदान कराए जाने हेतु जनपद के नगर निगम/ नगर पालिका/नगर पंचायत क्षेत्रों में दिव्यांगजनों को मतदान में सहायता हेतु 23 वाहन अधिकृत किये गये है, जिनमें दिव्यांगजनों की सहायता हेतु व्हील चेयर व कार्मिक तैनात किये गये है जो कन्ट्रोल रूम से, आर.ओ./ए.आर.ओ.,  बी.एल.ओ. एवं अन्य से सूचना प्राप्त होने पर दिव्यांगजनों को मोबाईल वेन के माध्यम से सहायता उपलब्ध करायेगें।  


 देहरादून नगर निकाय चुनाव 2025 नगरपालिका परिषद डोईवाला की समस्त 59 पोलिंग पार्टी पुलिस सुरक्षा में अपने गंतव्य को वितरण केंद्र से रवाना हो गयी है वितरण के अंतिम सत्र में मा0 राज्य निर्वाचन आयुक्त महोदय द्वारा भी उक्त वितरण केंद्र का निरीक्षण भी किया गया है।।

ऋषिकेश:


क्षेत्रीय विधायक व मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने अयोध्या में श्रीराम मंदिर की प्रथम वर्षगांठ पर हनुमान चालीसा तथा श्रीराम स्तुति का पाठ किया। इस दौरान भगवान रघुनाथ मंदिर में पुष्पांजलि अर्पित की गई।


त्रिवेणी घाट रोड स्थित रघुनाथ मंदिर में आयोजित श्रीराम मंदिर प्रथम वर्षगांठ कार्यक्रम पर डॉ अग्रवाल ने कहा कि साल 2024 की 22 जनवरी को अयोध्या के राम मंदिर में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा की गई थी। साल 2025 में इस उत्सव को पूरा एक वर्ष हो रहा है।


इस अवसर पर जिलाध्यक्ष रविंद्र राणा, मंडल अध्यक्ष सुमित पंवार, संजय शास्त्री, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष कविता शाह, मण्डल अध्यक्ष रुचि जैन, पूनम डोभाल, राधे जाटव, अशोक पाल, रिंकी राणा, सुमन रावत, दिव्या बेलवाल, रीना शर्मा, सुरेंद्र कक्कड़, हिमानी डोली, सोनू पांडेय, राजवीर रावत आदि उपस्थित रहे।

 

ऋषिकेश:



तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा, नारे देने वाले सुभाष चंद्र बोस की जयंती की पूर्व संध्या पर मंत्री डा. अग्रवाल ने रक्तवीरों को सम्मानित किया।


बैराज रोड स्थित कैंप कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में डा. अग्रवाल ने रक्तवीर विवेक शर्मा, मयंक शर्मा, विनायक कुमार, भारतेंदु शंकर पांडेय को पुष्पमाला और अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि समाज के जरूरतमंत लोगों को रक्त देकर रक्तवीर समाजिक कार्यों में अपना योगदान दे रहे है। कहा कि नेताजी भी इसी बात के पक्षधर थे।


डा. अग्रवाल ने कहा कि नेताजी ने जो आजादी का संकल्प लिये आजाद हिंद फौज की स्थापना की और उसके बाद अंग्रेजों को धूल चटाई। उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता है। उन्होंने कहा कि नेताजी जैसे महान पुरूषों की बदौलत देश आज खुली हवा में सांसे ले रहा है। उन्होंने नेताजी को नमन करते हुए उनके दिखाये मार्गों का चलने का संकल्प लिया।

*उत्तराखंड के यूनिफॉर्म सिविल कोड: वैवाहिक शर्तों और व्यक्तिगत अधिकारों की सुरक्षा के लिए एक मजबूत विधिक ढांचा*

UCC workshop


उत्तराखंड सरकार सामाजिक समरसता और व्यक्तिगत अधिकारों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए "यूनिफॉर्म सिविल कोड अधिनियम, 2024" को लागू करने जा रही है।  यह अधिनियम राज्य के सभी निवासियों पर लागू होगा, चाहे वे राज्य के भीतर रह रहे हों या बाहर। हालांकि, संविधान के अनुच्छेद 342 और 366(25) के तहत अधिसूचित अनुसूचित जनजातियों तथा भाग XXI के अंतर्गत संरक्षित प्राधिकार/अधिकार-प्राप्त व्यक्तियों व समुदायों पर यह अधिनियम लागू नहीं होगा।


*मुख्य प्रावधान और उद्देश्य*

इस अधिनियम का मुख्य उद्देश्य विवाह संबंधी कानूनी प्रक्रियाओं को सरल, सुव्यवस्थित और पारदर्शी बनाना है। यह कानून व्यक्तिगत अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए सामाजिक समरसता को बढ़ावा देता है।


*विवाह के लिए पात्रता:*


दोनों पक्षों में से किसी के पास जीवित जीवनसाथी नहीं होना चाहिए।


दोनों मानसिक रूप से स्वस्थ और विवाह की अनुमति देने में सक्षम हों।


पुरुष की न्यूनतम आयु 21 वर्ष और महिला की 18 वर्ष होनी चाहिए।


दोनों पक्षकार निषिद्ध संबंधों की परिधि में न हों।


*विवाह पंजीकरण की अनिवार्यता:*


अधिनियम लागू होने के बाद, विवाह का पंजीकरण 60 दिनों के भीतर अनिवार्य होगा।


26 मार्च 2010 से अधिनियम लागू होने तक हुए विवाहों का पंजीकरण 6 महीने के भीतर करना होगा।


26 मार्च 2010 से पहले हुए विवाह, यदि सभी कानूनी योग्यताओं को पूरा करते हैं, तो वे भी (हालांकि अनिवार्य नहीं है) पंजीकरण कर सकते हैं।


पूर्व में नियमानुसार पंजीकरण करा चुके व्यक्तियों को दोबारा पंजीकरण कराने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन उन्हें अभिस्वीकृति (Acknowledgement) देनी होगी।


*पंजीकरण प्रक्रिया:*


विवाह पंजीकरण ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से किया जा सकेगा।


आवेदन प्राप्त होने के 15 दिनों के भीतर उप-निबंधक को निर्णय लेना अनिवार्य है।


15 दिनों के भीतर निर्णय न होने पर आवेदन स्वतः निबंधक को अग्रेषित होगा।


अभिस्वीकृति से संबंधित आवेदन 15 दिनों के पश्चात स्वतः स्वीकृत माना जाएगा।


*पारदर्शी अपील प्रक्रिया:*


आवेदन अस्वीकृत होने पर पारदर्शी अपील प्रक्रिया उपलब्ध है।


मिथ्या विवरण देने पर दंड का प्रावधान है।


*पंजीकरण न होने का प्रभाव:*


पंजीकरण न होने मात्र से विवाह अमान्य नहीं माना जाएगा।


*निगरानी और क्रियान्वयन*

राज्य सरकार विवाह पंजीकरण की प्रक्रिया की निगरानी और क्रियान्वयन के लिए महानिबंधक, निबंधन और उप-निबंधकों की नियुक्ति करेगी। ये अधिकारी संबंधित अभिलेखों का संधारण और पंजीकरण प्रक्रिया को सुचारू रूप से सुनिश्चित करेंगे।


उत्तराखंड का यह यूनिफॉर्म सिविल कोड, वैवाहिक शर्तों और व्यक्तिगत अधिकारों की सुरक्षा के साथ-साथ समाज में एकरूपता और समरसता स्थापित करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। यह कानून न केवल विवाह प्रक्रिया को सरल बनाएगा, बल्कि इसे अधिक पारदर्शी और जनहितैषी भी बनाएगा।

आज दिनांक 22 जनवरी, 2025 को पुलिस मुख्यालय स्थित सभागार में समान नागरिक संहिता (Uniform Civil Code) के विषय पर एक महत्वपूर्ण वर्कशॉप का आयोजन किया गया। 




जिसमें वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों सहित विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि व पदाधिकारियों द्वारा प्रतिभाग कर अपने-अपने विचार रखे और विभिन्न विधिक बिन्दुओं पर चर्चा की गयी।

श्रीमती निवेदिता कुकरेती, पुलिस उप महानिरीक्षक/ अपर सचिव गृह उत्तराखण्ड शासन ने प्रस्तुतिकरण के माध्यम से *समान नागरिक संहिता (Uniform Civil Code) के विधिक बिन्दुओं- विवाह, विवाह विच्छेद, विल, सहवासी सम्बन्ध, के पंजीकरण की अनिवार्यता, व उसकी प्रक्रिया* पर विस्तार पूर्वक पर प्रकाश डाला। साथ ही संहिता के विधिक प्रावधानों के उल्लंघन के दाण्डक परिणामों के बारे में बताया गया। संहिता को लागू करने व उसकी प्रक्रिया के तहत सम्बन्धित पदाधिकारियों के दायित्व व कर्तव्यों के बारे में भी बताया गया।


वर्कशॉप के दौरान विभिन्न समुदाय के गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे, जिन्होंने संहिता के लागू होने पर उनके अपने सामाजिक अधिकार से जुड़े बिन्दुओं के सम्बन्ध में उत्सुकता के साथ प्रश्न कर परिचर्चा में सक्रीय भाग लिया। वर्कशॉप के दौरान प्रस्तुतिकर्ता व विधिक जानकारों द्वारा उनके प्रश्नों का उत्तर देकर यह स्पष्ट किया गया कि संहिता द्वारा सभी धर्म व समुदाय के सामाजिक अधिकारों में सामन्जस्य स्थापित करते हुए उसमें एकरूपता लाने का प्रयास किया गया है। इस संहिता से लोगों में एवं विभिन्न धर्म व समुदाय के बीच समन्वय व एकरूपता स्थापित होगी। *वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने अपने विचार साझा किए और उत्तराखंड में कानून के बेहतर क्रियान्वयन के लिए उपयोगी सुझाव भी दिए।*


*पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड श्री दीपम सेठ द्वारा कहा गया कि संहिता के लागू होने से इसके दाण्डिक परिणामों के सापेक्ष पुलिस के क्या कर्तव्य होंगे और लोगों में पंजीकरण की अनिवार्यता, विधिक परिणामों व उनके विधिक अधिकारों पर क्या प्रभाव पड़ेगा और संहिता का सफल क्रियान्वयन कैसे किया जाएगा के सम्बन्ध में भविष्य में भी इस तरह की वर्कशॉप आयोजित किये जाएंगे, ताकि लोगों की शंकायें दूर की जा सके और लोगों को संहिता के सम्बन्ध में जागरुक किया जा सके।*


*वर्कशॉप में श्री वी0 मुरूगेशन, अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था, उत्तराखण्ड श्री ए पी अंशुमान, अपर पुलिस महानिदेशक, प्रशासन / अभिसूचना एवं सुरक्षा, समस्त पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस उप महानिरीक्षक एवं अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारीगण सहित श्री मुफ्ती शमून कासमी, अध्यक्ष उत्तराखण्ड मदरसा शिक्षा बोर्ड, श्री श्री नदीम जैदी सदस्य वक्फ ट्रिब्यूनल, श्री जावेद अहमद, सहायक अभियोजन अधिकारी, श्रीमती सीमा जावेद, पूर्व सदस्य राज्य अल्पसंख्यक आयोग, श्री गुरबक्श सिंह राजन- प्रधान श्री गुरु सिंह सभा, श्री गुरजिंदर आनंद, सैमुअल पॉल लाल अध्यक्ष उत्तराखण्ड क्लर्जी फैलोशिप, अभिनव जैकब - Father Church Nehrugram, श्री देवेंद्र भसीन पूर्व प्रचार्य डीएवी पीजी कॉलेज देहरादून, प्रोफेसर सत्यव्रत त्यागी- डीएवी पीजी कॉलेज देहरादून, डॉ० अरुण कुमार रतूडी, डीएवी पीजी कॉलेज देहरादून, श्री सुनील मैसोन-दून उद्योग व्यापार मंडल नेता, श्रीमती गीता जैन- प्रिंसिपल राजकीय दून मेडिकल कॉलेज, श्रीमती गीता खन्ना-अध्यक्ष राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग सम्मिलित रहे।*



 

श्री आर. के. सुधांशु, प्रमुख सचिव, मा. मुख्यमंत्री, द्वारा 38वें राष्ट्रीय खेलों (28 जनवरी से 14 फरवरी 2025) के सफल आयोजन हेतु शासन से तैनात नोडल अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित की गई।

Meeting regarding national game 2025


 इस बैठक में कई अधिकारी वर्चुअल माध्यम से भी शामिल हुए। बैठक में सभी नोडल अधिकारियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया और विभिन्न कार्यों की अद्यतन स्थिति पर विस्तृत चर्चा की।


बैठक का मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीय खेलों की तैयारियों का आंकलन करना और यह सुनिश्चित करना था कि सभी कार्य तय समय सीमा के भीतर पूर्ण हों। इस दौरान खेल स्थलों की तैयारी, आवास, खानपान, परिवहन, सुरक्षा, और अन्य संबंधित व्यवस्थाओं की प्रगति का गहन मूल्यांकन किया गया।


बैठक में उद्घाटन समारोह को भव्य और यादगार बनाने के लिए विशेष चर्चा की गई। अतिथियों की सूची, बैठने की व्यवस्था, और अन्य आवश्यक तैयारियों पर विचार किया गया। इसके अतिरिक्त, परिवहन व्यवस्था को सुचारू और सुव्यवस्थित बनाए रखने के लिए भी विस्तृत योजनाएं बनाई गईं।


बैठक के दौरान नोडल अधिकारियों ने आयोजन से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों और चुनौतियों को प्रस्तुत किया। इन पर गहन विचार-विमर्श कर तत्काल समाधान प्रदान किए गए।


इस महत्वपूर्ण बैठक में श्री अमित सिन्हा, विशेष प्रमुख सचिव (वी.सी. के माध्यम से), श्री शैलेश बगौली, सचिव गृह, श्री पंकज पांडेय, लोक निर्माण विभाग, श्री रंजीत सिन्हा, सचिव उच्च शिक्षा, श्री विनय शंकर पांडेय, आयुक्त गढ़वाल, निदेशक खेल, जिलाधिकारी देहरादून, एसएसपी देहरादून सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

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