Halloween party ideas 2015

 

उत्तराखंड क्रांति दल के पूर्व अध्यक्ष एवं संरक्षक स्वर्गीय त्रिवेंद्र सिंह पवार जी की पितृ प्रसाद में उनके निवास स्थान पर दल के सभी पदाधिकारी कार्यकर्ता सगे संबंधी रिश्तेदारों ने स्वर्गीय त्रिवेंद्र पवार को श्रद्धा सुमन अर्पित किए और श्रद्धांजलि दी ।




इस अवसर पर दल के संरक्षक डॉक्टर शक्तिशैल कपड़वांण  ने पवार जी का जीवन वृतांत विस्तार पूर्वक उनके कामों का उल्लेख किया और  राज्य के लिए एक मजबूत स्तंभ के रूप में स्वर्गीय बडोनी जी के नेतृत्व में पृथक राज्य के लिए अभूतपूर्व मुख्य आंदोलनकारी रहे लगातार उत्तराखंड के लिए लड़ते रहे ,24 अक्टूबर को तांडव रैली और दीनदयाल उपाध्याय पार्क में 48 घंटे का उपवास समान नागरिक संहिता के कुछ बिन्दुओं के विरोध में किया।


 श्रद्धांजलि कार्यक्रम में उपस्थित केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष पंकज व्यास केंद्रीय उपाध्यक्षमोहन  सिंह असवाल ,महानगर अध्यक्ष सौरव सेमवाल, के एस राणा, भगवान सिंह पवार, शशि बगवाल, बिपिन रावत, सुरेंद्र भंडारी, सोहन भट्ट, मुकेश पाठक, अनीता कोटियाल, वीरेन्द्र नौटियाल, सम्राट पंवार, युद्धवीर सिंह चौहान, मनोज पंवार, नत्थी पंवार, पंचम पंवार यशपाल प्रमिला रावत, किरन रावत रामेश्वरी चौहान आदि उपस्थित रहे।


- *देहरादून के सहसपुर में फूड लाइसेंस की आड़ में दवा बना रही फैक्ट्री पकड़ी, 03 आरोपी गिरफ्तार, 02 फरार*


- *नकली या सबस्टैंडर्ड  दवा निर्माताओं के खिलाफ होगी कठोर कारवाई:- डॉ आर राजेश कुमार*



देहरादून:


 खाद्य संरक्षा और औषधि नियंत्रण प्रशासन इन दिनों प्रदेश भर में अवैध ड्रग और नकली दवाओं के खिलाफ छापेमार अभियान चला रहा है। विभाग ने इसके तहत पिछले एक साल में 862 प्रतिष्ठानों पर छापेमारी कर सैंपल भी एकत्रित किये। 


52 सैंपलों की जांच चल रही है। दो कंपनियों के लाइसेंस को निरस्त करने की कार्रवाई की जा रही है और पांच कंपनियों के खिलाफ आपराधिक केस दर्ज करने की सिफारिश की गयी है। स्वास्थ्य सचिव/आयुक्त खाद्य संरक्षा और औषधि नियंत्रण प्रशासन डा. आर. राजेश कुमार ने कहा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत के निर्देश पर राज्य में अवैध ड्रग और नकली दवाओं के खिलाफ अभियान लगातार जारी है। 

स्वास्थ्य सचिव/आयुक्त खाद्य संरक्षा और औषधि नियंत्रण प्रशासन डा. आर. राजेश कुमार ने कहा कि नकली या सबस्टैंडर्ड दवाएं बनाने वालों को बख्शा नहीं जाएंगा और उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।


 डा. आर. राजेश कुमार ने का कहना है कि विभाग नशे की रोकथाम के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है और इस तरह के गैर कानूनी ड्रग बनाने वाली या उत्पाद बेचने वाली कंपनियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश छापेमारी अभियान लगातार जारी रहेगा।


*गैर-कानूनी ढंग से होे रहा था दवाओं का निर्माण* 

देहरादून के सहसपुर स्थित लांघा रोड पर स्थित एक फैक्ट्री में नकली दवाएं बनाने की सूचना मिलने पर औषधि विभाग, पुलिस और नारकोेटिक्स टास्क फोर्स ने संयुक्त कार्रवाई की और ग्रीन हर्बल कंपनी के तीन आरोपी गिरफ्तार कर लिये। 

दो अभी फरार हैं। इस कंपनी को फूड लाइसेंस मिला था लेकिन गैर-कानूनी ढंग से दवाओं का निर्माण कर रहे थे। 

इन दवाओं का इस्तेमाल नारकोटिक्स एक्ट के तहत किया जाता है। 

इस दौरान संयुक्त टीम ने फैक्ट्री से 1921 कैप्सूल/टैबलेट, सिरप आदि की 592 बोतलें और 342 खाली रैपर बरामद किए।


औषधि नियंत्रक ताजबर जग्गी के अनुसार सूचना मिली थी कि लांघा रोड पर हर्बल ग्रीन फैक्ट्री में नशे में प्रयोग के लिए दवाओं का निर्माण किया जा रहा है। जिस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए औषधि विभाग, दून पुलिस और एएनटीएफ की टीम ने छापा मारा। पता चला कि हर्बल ग्रीन फैक्ट्री के पास फूड लाइसेंस है, जो वर्ष 2023 में प्राप्त किया गया था। जिन नारकोटिक्स दवाओं का वहां निर्माण किया जा रहा था, उसका लाइसेंस ही नहीं था। लिहाजा, फैक्ट्री और उसमें किया जा रहा निर्माण फर्जी माना जाएगा। दवाओं को जांच के लिए फोरेंसिक साइंस लैबोरेटरी (एफएसएल) भेजा जा रहा है। जहां उनमें प्रयुक्त सॉल्ट और अन्य तत्वों का परीक्षण किया जाएगा।


*03 आरोपी गिरफ्तार, 02 फरार*

फर्जीवाड़े पर कार्रवाई करते हुए संजय कुमार (उम्र 39 वर्ष) निवासी ग्राम मुसकीपुर जिला सहारनपुर (हाल निवासी टीचर कालोनी सहसपुर), शिव कुमार (उम्र 36 वर्ष) हाल निवासी प्रगति विहार सेलाकुई और रहमान (उम्र 38 वर्ष) निवासी ग्राम भूसी जिला चंदौली (हाल निवासी परवल उमेदपुर) को गिरफ्तार किया गया। वहीं, कन्हैया और ऋषभ की तलाश की जा रही है। सभी फैक्ट्री संचालक और पार्टनर की भूमिका में हैं। नारकोटिक्स दवा बनाने के लिए प्रयुक्त उपकरण भी कब्जे में लिए गए हैं। कार्रवाई करने वाली टीम में ड्रग इंस्पेक्टर मानवेंद्र राणा, एफडीए विजिलेंस से जगदीश रतूड़ी, संजय सिंह नेगी समेत स्थानीय पुलिस और एएनटीएफ के कार्मिक शामिल रहे।


*साइको ट्रैपिक दवाओं के नाम पर चल रहा खेल उजागर*

ड्रग कंट्रोलर ताजबर जग्गी ने बताया कि उक्त फैक्ट्री में जिन दवाओं का निर्माण फूड लाइसेंस पर चल रहा था, वह साइको ट्रैपिक (मन प्रभावी) हैं और इनका अधिक सेवन व्यक्ति को नशे की हालत में ले आता है। नशे के विकल्प के रूप ऐसी दवाओं का चलन बढ़ रहा है। इस पूरे खेल को उजागर किया जाएगा और दोषियों को सख्त सजा दिलाई जाएगी।


*01 साल में 862 जगह छापेमारी, 81 लाइसेंस को सस्पेंड किया गया*

ड्रग कंट्रोलर ताजबर सिंह जग्गी के मुताबिक विभाग नकली दवाओं और फर्जी कंपनियों के खिलाफ लगातार छापेमारी कर रहा है। पिछले एक साल में विभाग ने 862 स्थानों पर छापेमारी की है। कई कंपनियों से जांच के लिए 352 लीगल सैंपल भी लिये गये हैं। अभी 35 उत्पादों की जांच गतिमान है। उन्होंने बताया कि दो कंपनियों के दवा निर्माण लाइसेंस को निरस्त करने की कार्रवाई की जा रही है और 72 कंपनियों के उत्पादों की खरीद-फरोख्त पर रोक लगाई गयी है। ड्रग कंट्रोलर ताजबर सिंह जग्गी ने बताया कि पांच कंपनियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है। दस कंपनियों के सेल लाइसेंस को निरस्त करने की सिफारिश की गयी है। इसके अलावा 6 कंपनियों के परिसर सील किये गये हैं। उन्होंने बताया कि कुमाऊं में 81 लाइसेंस को सस्पेंड किया गया है और नौ कंपनियों के लाइसेंस निरस्त किये गये हैं। 11 दवा निर्माता कंपनियों के लाइसेंस भी सस्पेंड किये गये हैं।

 

उच्च शिक्षा में 37 असिस्टेंट प्रोफेसर को मिली प्रथम तैनाती

 

राजनीति शास्त्र में 22 व भूगोल में 15 असिस्टेंट प्रोफेसर शामिल


देहरादून:




उच्च शिक्षा विभाग के अंतर्गत राजकीय महाविद्यालयों में राज्य लोक सेवा आयोग से चयनित 37 असिस्टेंट प्रोफेसरों को प्रथम तैनाती दे दी गई है। जिसमें 22 असिस्टेंट प्रोफेसर राजनीति शास्त्र में तथा भूगोल में 15 असिस्टेंट प्रोफेसर शामिल हैं। इन सभी नवनियुक्त असिस्टेंट प्रोफेसर को प्रदेश के पर्वतीय एवं दुर्गम क्षेत्र के राजकीय महाविद्यालयों में प्रथम नियुक्ति प्रदान की गई है। इनकी नियुक्ति से दूरस्थ क्षेत्रों के महाविद्यालयों में जहां स्थाई शिक्षकों की कमी दूर होगी वहीं छात्र-छात्राओं को बेहतर शिक्षा मिल सकेगी।


प्रदेश में राज्य सरकार द्वारा राजकीय महाविद्यालयों में ढ़ांचागत सुविधाओं की उपलब्धता के साथ ही स्थाई शिक्षकों की कमी को दूर करने के प्रयास किये जा रहे हैं। इसी कड़ी में राज्य लोक सेवा आयोग से चयनित 37 असिस्टेंट प्रोफेसरों को विभिन्न राजकीय महाविद्यालयों में प्रथम तैनाती दे दी गई है। जिसमें राजनीति शास्त्र में 22 व भूगोल विषय में 15 असिस्टेंट प्रोफेसर शामिल है। इन सभी नवनियुक्ति असिस्टेंट प्रोफेसरों को दुर्गम एवं अति दुर्गम क्षेत्र के महाविद्यालयों में तैनाती दी गई है।

 जिसमें भूगोल विषय में परितोष उप्रेती को राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय देवप्रयाग, कृतिका बोरा को पीजी कॉलेज गोपेश्वर, कुट्टी रावत व प्रेमा कैड़ा को पीजी कॉलेज लम्बगांव, श्वेता पंत को राजकीय महाविद्यालय गरूड़, डॉ. सुनील सिंह तथा श्वेता को राजकीय महाविद्यालय नागनाथ पोखरी, नेपाल सिंह को पीजी कॉलेज जोशीमठ, पुष्पा झाबा को पौखाल, गजराज नेगी को मजरामहादेव, वसीम अहमद को पीजी कॉलेज जयहरीखाल, सुमिता पंवार को उत्तरकाशी, रश्मि को अगरोड़ा धारमंडल, नीमा भेतवाल को राजकीय महाविद्यालय पोखरी, पट्टी क्वीली तथा प्रिया राणा को राजकीय महाविद्यालय चौबट्टाखाल में तैनाती दी गई है।

 इसी प्रकार राजनीति शास्त्र में राजिन्द्र तथा दीपक कुमार को पीजी कॉलेज अगस्तमुनि, डॉ. प्रेमलता त्रिपाठी को पीजी कॉलेज द्वाराहाट, प्रश्ना मिश्रा को बड़कोट, शीतल आर्या को गणाई गंगोली, अनुज कुमार को चकराता, पूनम गैरोला,प्रदीप कुमार व छत्र सिंह कठायत को नैखरी चन्द्रबदनी, धीरज सिंह खाती को बेरीनाग, अमिता को पीजी कॉलेज गैरसैंण, अवदेश बिजल्वाण को त्यूणी, डॉ. उदय भान को पीजी कॉलेज मुनस्यारी, गंगा राम को गुप्तकाशी, अरविन्द नारायण को नन्दासैंण, निधि को मोरी, धीरेश बिजल्वाण, रमेश चन्द्र तथा कृष्णपाल सिंह को अगरोड़ा धारमण्डल, जय प्रकाश को पौखाल, नेहा टम्टा को जखोली तथा प्रियंका को राजकीय महाविद्यालय मानिला में प्रथम तैनाती दी गई है। 

नवनियुक्त असिस्टेंट प्रोफेसरों की तैनाती से जहां महाविद्यालयों में शिक्षकों की कमी दूर होगी वहीं शैक्षणिक गतिविधियों में भी सुधार होगा। इसके साथ ही इनकी नियुक्ति से महाविद्यालयों की नैक ग्रेडिंग में भी सुधार देखने को मिलेंगे। वहीं स्थाई सहायक प्राध्यापकों की नियुक्ति से प्रभावित गेस्ट फैकल्टी का समायोजन अन्यत्र महाविद्यालयों में किया जायेगा, जिसके निर्देश विभागीय अधिकारियों को दे दिये गये हैं।


*बयान-*

दुर्गम क्षेत्रों के महाविद्यालयों में राजनीति शास्त्र और भूगोल विषय के 37 सहायक प्राध्यापकों की नियुक्ति से शैक्षणिक गतिविधियों में उल्लेखनीय सुधार होगा। जिसका लाभ स्थानीय छात्र-छात्राओं को मिलेगा। महाविद्यालयों में शत-प्रतिशत शिक्षकों की नियुक्ति सुनिश्चित करना हमारी प्राथमिकताओं में है ताकि प्रदेश में उच्च शिक्षा के स्तर को और अधिक सशक्त बनाया जा सके।- 


*डॉ. धन सिंह रावत, उच्च शिक्षा मंत्री, उत्तराखंड।*



देहरादून ;

Dushyant gautam BJP incharge uttarakhand


भाजपा प्रदेश प्रभारी एवं राष्ट्रीय महामंत्री श्री दुष्यंत गौतम ने विपक्ष पर निशाना साधा है कि जो संसद चलनी चाहिए उसे ये चलने नहीं देते और जहां शांति व्यवस्था के लिए जाना नहीं है वहां जाने की दौड़ लगा रहे हैं। 


उन्होंने कहा, ये दौड़ नहीं बल्कि होड़ हैं संभल में अपने पत्थरबाज वोटरों को अपने अपने पक्ष में संभालने की।


 पत्रकारों पर हुए हमले को लेकर भी कहा, संवैधानिक संस्थाएं, न्यायपालिका, पत्रकारिकता और जनता पर हमला करना इनकी रणनीति का हिस्सा है।


पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों पर हमले को लेकर पूछे सवालों का जवाब देते हुए श्री गौतम ने कहा, विपक्ष देश समाज को जातिवाद और तुष्टिकरण करके खंडित करना चाहती है। 


इस टुकड़े टुकड़े गैंग की सरगना कांग्रेस लगातार ऐसे कारनामों को अंजाम देती आ रही है। इसके लिए चाहे मीडिया हो, संविधान हो, न्यायपालिका कार्यपालिका और चाहे संवैधानिक संस्था या जनता, कांग्रेस पार्टी सबका अपमान लगातार करती रहती है। यह सब इनके विचारों और संस्कारों का हिस्सा है। ऐसे में समय-समय पर तमाम संस्थाएं इनको जवाब देती रहती है।


 यही वजह है कि इससे विचलित होने के बाद उनकी टुकड़े टुकड़े सोच ऐसी घटनाओं में सामने आती हैं। 


संभल नहीं जाने देने को लेकर उन्होंने पूछा, वे वहां किस से मिलेंगे, क्योंकि इससे पूर्व वे मणिपुर भी गए थे और वहां आग लगा कर आए। 

वे किसी से मिलने जा रहे हैं तो उन पत्थरबाजों से जिन्होंने वहां का अमन चैन खराब करने का काम किया है।

 अब जब वहां सब कुछ ठीक होने जा रहा है तो कांग्रेस समेत तमाम विपक्ष को हजम नहीं हो रहा है। हैरानी की बात हैं कि कांग्रेस संसद नहीं चलने दे रही है, जिसका चलना बेहद जरूरी है।  


10 साल से कोई भी संसद सत्र, जिसमें लोगों की मेहनत की कमाई लगती है उसको यह कामयाब नहीं होने दे रहे हैं।

 आज देश के सामने अनेकों चुनौतियां हैं उन सब का मुकाबला करना है। उस सब को लेकर कोई सुझाव है तो सामने लाना चाहिए । 

लेकिन विपक्ष कभी सामने नही आएगा क्योंकि उन्हें राजनीति करनी है। संभल को लेकर विपक्ष के बीच मुस्लिम वोट बैंक को लेकर रस्साकसी चल रही है।


 सभी जानते हैं कि वहां 10 दिसंबर के बाद की भी वहां जा सकता है लेकिन वोट बैंक खिसक न जाए इसके लिए सभी में होड लगी है। इन्हें न संविधान की चिंता है, न संसद की चिंता है और न ही जनता की चिंता है।


 इन्हें चिंता सिर्फ और सिर्फ अपने अल्पसंख्यक वोट बैंक की है। इनके मणिपुर जाने के रास्ते में बंगाल नहीं पड़ता, यूपी में बहराइच नहीं पड़ता है, देश में कर्नाटक, केरल, राजस्थान नहीं पड़ता है। इनके लिए समाज में शांति और सद्भाव चाहे न रहे लेकिन पत्थरबाजों को कोई तकलीफ नहीं होनी चाहिए।




26 दिसम्बर से 30 दिसंबर तक मसूरी विंटर लाईन कार्निवाल 2024, भव्यता से मनाया जाएगा : डीएम

मसूरी पहुंचने वाले पर्यटक एवं फेस्टिवल प्रेमी अपने साथ विंटर लाईन कार्निवाल की सुखद स्मृति लेकर जाएंगे : डीएम 

डीएम ने रेखीय विभाग के अधिकारियों को विंटर लाईन कार्निवाल की प्रत्येक चरण के कार्यक्रम को एक्सीलेंट बनाने के दिए निर्देश।

आयोजन में अधिकारी/कर्मचारी सक्रियता एवं आपसीय समन्वय से सौंपे गए दायित्व का निर्वहन करेंगेः डीएम।

लोक पारंपरिक उत्पाद, व्यंजन एवं कलाकारों की प्रस्तुति लाएगी मसूरी विंटर लाईन कार्निवाल में रौनक।

डीएफओ मसूरी एवं डीटीडीओ को साहसिक क्रिया-कलाप एवं बर्ड वाचिंग आदि एक्टिविटी को सफल बनाने मिला दायित्व।

फिजाओं का बदला हुआ स्वरूप पर दिखेगा, प्रथम बार मालरोड पर गोल्फकार्ड, सुसज्जीत लाईब्रेरी चौंक, बेरियर पर ई-टिकटिंग काउन्टर, मार्डन साईनेजिस, पब्लिक इंक्वारी काउन्टर आदि सुविधा से चकाचौंद मसूरी विंटर लाईन कार्निवाल।

पहली बार किंग्रेग एवं हाथीपांव सेटेलाईट पार्किग से आधुनिक शटल सेवा की संचालन से मसूरी में होगी सुआगमन की सुविधा।

 देहरादून;

DM Deheadun sawin bansal


जिलाधिकारी सविन बंसल ने ऋषिपर्णा सभागार में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, मुख्य विकास अधिकारी, उप जिलाधिकारी मसूरी, सहित संबंधित अधिकारियों एवं होटल एसोसिएशन के पदाधिकारी के साथ मसूरी विंटर लाईन कार्निवाल 2024 का आयोजन, दिनांक 26 दिसंबर से 30 दिसंबर 2024 तक भव्यता से मनाए जाने को लेकर विस्तृत चर्चा करते हुए,  सुझाव एवं दिशा निर्देशों पर तेजी से कार्य करने हेतु रेखीय विभाग अधिकारियों को निर्देश दिए। मुख्य विकास अधिकारी को निर्देशित किया कि लोक पारंपरिक उत्पाद व्यंजन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों व मसूरी विंटर लाईन कार्निवाल आयोजन हेतु ठोस रणनीति बनाते हुए अभी से आयोजन समिति का गठन करेंगे। आयोजन में अधिकारी/कर्मचारी सक्रियता एवं आपसीय समन्वय से सौंपे गए दायित्व का निर्वहन करने के दिये निर्देश। लोक पारंपरिक उत्पाद, व्यंजन एवं कलाकारों की प्रस्तुति लाएगी मसूरी विंटर लाईन कार्निवाल में रौनक। डीएफओ मसूरी एवं डीटीडीओ को साहसिक क्रिया-कलाप एवं बर्ड वाचिंग आदि एक्टिविटी को सफल बनाने मिला दायित्व। फिजाओं का बदला हुआ स्वरूप पर दिखेगा, प्रथम बार मालरोड पर गोल्फकार्ड, सुसज्जीत लाईब्रेरी चौंक, बेरियर पर ई-टिकटिंग काउन्टर, मार्डन साईनेजिस, पब्लिक इंक्वारी काउन्टर आदि सुविधा से चकाचौंद मसूरी विंटर लाईन कार्निवाल। पहली बार किंग्रेग एवं हाथीपांव सेटेलाईट पार्किग से आधुनिक शटल सेवा की संचालन से मसूरी में होगी सुआगमन की सुविधा।

वहीं मसूरी नगर एवं कार्यक्रम स्थल को सौंदर्यकृत करने हेतु उप जिलाधिकारी को निर्देशित किया कि रंग-रोहन, लाइटिंग, सड़क, फुटपाथ से लेकर मंच इत्यादि समुचित कार्यों की तैयारी अभी कर ली जाए। साथ ही विद्युत विभाग के अधिकारी को निर्देशित किया कि झूलती तारें को हटवाते हुए, विद्युत आपूर्ति इत्यादि कार्य सुनिश्चित की जाए। उन्होंने रेखीय विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि मसूरी विंटर लाईन कार्निवाल 2024 की आयोजन को भव्य स्वरूप दिया जाए, जिससे कि आने वाले पर्यटक एवं फेस्टिवल प्रेमी अपने साथ मसूरी विंटर लाईन कार्निवाल की सुखद स्मृति लेकर जा सके। जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी मसूरी, डीएफओ मसूरी, जिला पर्यटन विकास अधिकारी, आरटीओ, अधिशासी अधिकारी लोनिवि, अधिशासी अधिकारी पेयजल एवं संबंधित अधिकारी को आयोजन की भव्यता को लेकर अपने-अपने स्तर पर बैठक करने तथा अभी से तैयारी शुरू करने के निर्देश दिए।



 

नगर निगम ऋषिकेश के वाहन चालक श्री नीरज कुमार की सुपुत्री कुमारी मुस्कान द्वारा वेटलिफ्टिंग में विभिन्न प्रतियोगिताओं में सम्मिलित होकर मेडल प्राप्त किए गए हैं।  

Weightlifter muskaan of Rishikesh



इस अवसर पर नगर आयुक्त शैलेंद्र सिंह नेगी द्वारा कुमारी मुस्कान और उनके कोच श्री अभिषेक कुमार तथा उनके पिता श्री नीरज कुमार का सम्मान किया गया तथा भविष्य के लिए शुभकामनाएं ज्ञापित की गई।


 कुमारी मुस्कान द्वारा वेट लिफ्टिंग जैसे खेलों में आगे आकर न केवल अपना भविष्य उज्जवल बनाने की ओर कदम उठाया है बल्कि अनेक बालिकाओं को इस खेल की ओर प्रेरित किया है। हाल ही में आयोजित प्रतियोगिता में कुमारी मुस्कान द्वारा 50 किलोग्राम वर्ग में प्रतिभाग कर 100 किलोग्राम से अधिक वजन उठाकर स्वर्ण पदक प्राप्त किया है। मुस्कान हरिश्चंद्र गुप्ता कन्या इंटर कॉलेज ऋषिकेश में कक्षा 11 में अध्यनरत है।


 इस अवसर पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के सुपुत्र पूर्व वायु सेना अधिकारी एवं वरिष्ठ नागरिक श्री देवेश्वर प्रसाद Raturi, नगर निगम ऋषिकेश के स्वच्छता चैंपियन श्री ओमप्रकाश गुप्ता आदि उपस्थित हुए।

 राज्य में आठ स्थानों पर हैलीपोर्ट बनकर तैयार

100 से अधिक स्थानों पर मौजूद हैलीपैड के जरिए हवाई यातायात का मजबूत नेटवर्क तैयार


देहरादून;

Heliport uttarakhand


 भौगोलिक रूप से चुनौतीपूर्ण राज्य में दूरस्थ क्षेत्रों तक पहुंच आसान बनाने के लिए सरकार राज्य में हवाई सेवाओं के लिए मजबूत बुनियादी सेवाएं जुटा रही है। इसी क्रम में बीते दो साल में राज्य में आठ स्थानों पर हैलीपोर्ट बनकर तैयार हो चुके हैं। जबकि छह अन्य स्थानों पर हेलीपोर्ट का निर्माण प्रगति पर है। 


उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (यूकाडा) बीते दो साल में सहस्रधारा, श्रीनगर, गौचर, चिन्यालीसौड़, हल्द्वानी, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ और मुनस्यारी में हैलीपोर्ट तैयार कर चुका है, जो अब यात्रियों को अपनी नियमित सेवाएं दे रहे हैं।

 इसके बाद यूकाडा त्रिजुगीनारायण, जोशीमठ, मसूरी, रामनगर, बागेश्वर, हरिद्वार में हैलीपोर्ट पर काम प्रारंभ कर चुका है।

 इन सभी जगह अगले एक साल में काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। यूकाडा के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी दयानंद सरस्वती के मुताबिक इसके साथ ही राज्य में अब 100 से अधिक हैलीपैड बनकर तैयार हो चुके हैं जो किसी भी यात्री सेवा या आपातकालीन स्थिति में ऑपरेशन के लिए उपलब्ध हैं। 

इस तरह राज्य में अब दूर दराज तक एयर कनेक्टिविटी के लिए बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध हो चुकी हैं। 


*जौलीग्रांट और पंतनगर एयरपोर्ट का विस्तार*

राज्य सरकार पंतनगर और जौलीग्रांट एयरपोर्ट का विस्तार कर रही है। इसके लिए जमीन अधिगृहण की कार्यवाई की जा रही है। पंतनगर एयरपोर्ट का विकास ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट की तर्ज पर जबकि जौलीग्रांट का विकास इंटरनेशनल मानकों के अनुसार किया जा रहा है।


*क्या है हैलीपोर्ट*

हैलीपोर्ट पर एक साथ कई हैलीकॉप्टर की पार्किंग, मेंटीनेंस (हैंगर) सुविधा के साथ ही यात्रियों के लिए विश्राम करने, कैंटीन, शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध होती हैं। हैलीपोर्ट का निर्माण एयरपोर्ट की तर्ज पर किया जाता है। 

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*प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है कि देश का आम आदमी भी हवाई सफर कर सके। इसके लिए उत्तराखंड में उड़ान योजना के साथ ही मुख्यमंत्री उड़नखटौला योजना के जरिए, हवाई सेवाओं का विकास किया जा रहा है। इसका लाभ तीर्थाटन और पयर्टन गतिविधियां बढ़ने के रूप में भी मिलेगा।*

*पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री*

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