डा0 मुरलीधर सिंह निवर्तमान उप निदेशक सूचना अयोध्या धाम एवं मुख्यमंत्री मीडिया सेन्टर, इलाहाबाद उच्च न्यायालय के लखनऊ बेंच के इस माह के प्रथम सप्ताह से सक्रिय अधिवक्ता बनें, जो वर्तमान में अधिवक्ता के रूप में कार्य संपादित कर रहे है।
अयोध्या के साथियों से प्रत्येक मंगलवार एवं बुधवार को अयोध्या में ही मुलाकात करेंगे और सूचना विभाग के नये लोगों को शुभ वचन देते हुए अयोध्या के अनुरूप कार्य करने का आह्वान किया
सभी मीडिया सहयोगियों को आभार एवं प्रथम से सातों दीपोत्सव एवं राम जी के उत्सव में आपका सक्रिय सहयोग मिला
60 वर्ष के जीवन में अभी तक 35 वर्ष तक राजकीय सेवा, फिर अवशेष जीवन मा0 उच्च न्यायालय के अधिवक्ता के रूप में वादकारियों को निःशुल्क समर्पित
श्री अयोध्या जी सेवा न्यास के माध्यम से संत समाज, गरीबों, पत्रकारों आदि को अपने आमदानी/पेंशन का 30 प्रतिशत दान कर दिया, शासकीय रिर्पोटिंग सूचना की दृष्टि से अच्छी होती है पर अर्धसत्य होती है.
उन्होंने भगवान राम, हनुमान जी, माता सीता, भगवान शंकर एवं प्रभु की रचनाओं को अवशेष जीवन समर्पितकर दिया।
उनका कहना है कि सरकारी कर्मचारी को अपनी सेवाकाल एवं सेवानिवृत्त के बाद भी समाज में सकारात्मक योगदान देना चाहिए एवं भारतीय संविधान के प्रति समर्पित रहना चाहिए.
वे पेंशनरों की समस्याओं का समाधान सक्षम अधिकारी या न्यायालय से कराने के लिये तत्पर रहेँगे ।
पत्रकारों एवं अधिवक्ताओं का दिनांक 25 सितम्बर 2024 को पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की जयंती पर एक कार्यशाला का आयोजन होगा
किसी भी राष्ट्र की भक्ति अपने जीवन से महत्वपूर्ण होती है मेरा पूरा जीवन राष्ट्र को दान है।
सातों दीपोत्सव में किये गये मीडिया प्रबन्धन एवं दीपों की संख्या का विवरण
अयोध्या/लखनऊ :
अयोध्या एवं उत्तर प्रदेश के मीडिया के सहयोग के प्रति हार्दिक आभार एवं नये कार्य अधिवक्ता के रूप में सहयोग एवं आर्शिवाद दें।
मैं लगभग 35 साल के राजकीय सेवा से लोकसभा चुनाव के दौरान सेवानिवृत्त हो गया हूं। 25 सितम्बर 1989 (पंडित दीनदयाल उपाध्याय) की जयंती के दिन नौकरी में आया था तथा लगभग 35 वर्षो की निर्वाद सेवा करके सेवानिवृत्त हो गया हूं, जिसमें लगभग 15 साल सूचना निदेशालय लखनऊ में विभिन्न पदों पर रहा तथा 20 साल प्रदेश के लगभग आधे दर्जन से ज्यादा जनपदों में रहा .
जिसमें प्रयागराज, वाराणसी, झांसी, गोरखपुर, बस्ती, मथुरा आदि प्रमुख जनपद रहे। सभी जनपदों में एवं प्रदेश के पत्रकार बन्धुओं के साथ अच्छा सम्बंध रहा।
मैं विशेष रूप से अयोध्या के पत्रकारों से भाजपा की सरकार बनने के बाद प्रथम दीपोत्सव 2017 से सम्पर्क हुआ जो निर्वाद गति से सप्तम दीपोत्सव 2023 तक बना रहा।
अभी तक 2017 में 1.87 लाख, 2018 में 3.11 लाख, 2019 में 4.40 लाख, 2020 में 6.6 लाख, 2021 में 9.41 लाख, 2022 में 15.76 लाख तथा 2023 में 22.23 लाख दीपों को जलाने का गिनीज बुक आफ वल्र्ड रिकार्ड है। सरकारी तौर पर आठवे दीपोत्सव की भी तैयारी प्रारम्भ हो गयी है जो आठवां दीपोत्सव 30 अक्टूबर 2024 को पड़ेगा।
आप मीडिया बन्धुओं से व्यापक सहयोग मिला तथा सूचना विभाग का काम पत्रकारों के साथ प्रशासन का समन्वय बनाकर मीडिया को सुविधा देते हुये बेहतर कवरेज कराना होता है। *जब शुरू में 2017 में दीपोत्सव प्रारम्भ हुआ था तो मीडिया सेंटर नही बना था तथा पास आदि का कार्य पुराने बस अड्डे से 2018 तक किया गया .
जिसमें 2017 में 1012 एवं 2018 में 1821 मीडिया पास जारी किये गये। कार्य के विस्तार को देखते हुये 2019 में मीडिया सेन्टर की स्थापना एवं खान पान की व्यवस्था की गयी। यह कार्य रामकथा संग्रहालय में किया गया इसमें जिला प्रशासन, सूचना विभाग तथा स्थानीय खान पान के वेंडरों से सहयोग लिया गया इसमें मीडिया के लिए लगभग 2255 पास जारी किये गये तथा यह कार्य जारी रहा तथा वर्ष 2020 में 2317, 2021 में 2658, 2022 में 3118 तथा 2023 में 5583 मीडिया कर्मियों के पास जारी किये गये जिसमें स्थानीय तथा प्रदेश एवं दिल्ली एवं विदेशी मीडिया भी शामिल थी।.
विशेष रूप से सप्तम दीपोत्सव 2023 में बेहतर व्यवस्था की गयी, जिससे कि सप्तम दीपोत्सव का सभी में रिकार्ड बना। इसके अलावा *रामजन्मभूमि पूजन के समय कोरोना काल में सरकारी मीडिया दूरदर्शन एवं उससे जुड़ हुये लोगों को 05 अगस्त 2020 को 1051 पास जारी किये गये तथा इसी प्रकार मा0 सर्वोच्च न्यायालय के श्रीराम जन्मभूमि के विषय में निर्णय आने दिनांक 09 नवम्बर 2019 को लगभग 1953 पास प्रदेश एवं बाहर के मीडिया को जारी किये गये।
मेरा जहां तक अनुभव है बहुत से मामलों में अधिकारियों का सहयोग रहता है लेकिन ज्यादा संख्या होने पर बड़े अधिकारी भी घबराने लगते है। लेकिन यह शुभ कार्य था तथा भगवान राम से सम्बंधित होने के कारण पूरी दैवीय शक्तियां एवं हनुमान जी संतों का पूरा आर्शिवाद था और मीडिया का पूरा सहयोग था इसलिए सफल हुआ।
इसी दौरान मा0 मुख्यमंत्री जी द्वारा वर्ष 2019 में अयोध्या के रामकोट क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय मीडिया सेंटर एवं प्रेस क्लब बनाने की घोषणा की गयी इस घोषणा को पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री जी के निर्देश पर विभिन्न चरणों में लगभग रू0. 99.81 लाख शासन से जारी किया गया तथा पत्रकारों एवं अधिकारियों के निर्देशन में इसको रिकार्ड समय में पूरा किया गया।
जिसका लोकार्पण छठे दीपोत्सव 2022 में पूरा हो गया। यह अयोध्या के कार्यो में प्रमुख है तथा मीडिया के सहयोग का ही फल है। जिस तरह व्यक्ति का जन्म होता है उसकी मृत्यु भी होती है उसी तरह राजकीय सेवा या किसी भी सेवा का समय है उसी तरह मैं लगभग 25 साल की उम्र में छात्र राजनीति के बाद सेवा में आया और 60 साल पूरे होने तक लोकसभा चुनाव के समय सेवानिवृत्त हो गया। इसी बीच आप मीडिया साथियों से एवं संत महात्माओं से तथा भगवान श्री राम एवं हनुमान जी की कृपा से मुझे भगवान में भक्ति जग गयी और मैं यही का एक निवासी भी हो गया और निवर्तमान रूप से में उपनिदेशक सूचना अयोध्या मण्डल एवं प्रभारी मुख्यमंत्री मीडिया सेन्टर लोकभव तथा प्रभारी विधानसभा प्रेस रूम, विधान भवन से सेवानिवृत्त हो गया।
इन पदों पर अभी तक किसी भी उप निदेशक की तैनाती नहीं की गयी तथा सूचना अधिकारी के माध्यम से काम चलाया जाता है वैसा ही अयोध्या में हमारे छोटे भाई संतोष कुमार द्विवेदी ने 30 जून 2024 को स्थानान्तरण के फलस्वरूप अपना कार्यभार शुरू किया है। अन्य पुराने सहयोगियों में श्री मयंक तिवारी सहायक सूचना अधिकारी/प्रदर्शनी अधिकारी तथा प्रचार सहायक ऋषि सैनी तथा सहायक रामजी मौर्य एवं राजित राम वर्मा आदि मौजूद है।
सेवानिवृत्त के बाद जीवन को नये संघर्ष के लिए आगे करते हुए भारतीय संविधान 1950 के अनुच्छेद-19 के तहत राष्ट्रीय साप्ताहिक पत्र सूचना कानून का सम्पादन प्रारम्भ हो गया है। जो कानून का आप लोगों का एवं जनता का आवाज होगा। मैं पहले भी अपना अस्थायी निवास श्रीराम कोट क्षेत्र, श्री राम आश्रम से रहकर आप लोगों की समस्याओं को हल करता था अब मैं वर्तमान में मा0 उच्च न्यायालय इलाहाबाद के लखनऊ पीठ के एक अनुभवी अधिवक्ता के रूप में कार्य प्रारम्भ कर दिया हूं। यह कार्य 05 सितम्बर 2024 शिक्षा दिवस के दिन से प्रारम्भ हो गया है। मैं अयोध्या का मतदाता और सेवक के रूप में भगवान राम एवं हनुमान जी एवं माता जानकी एवं सरयू जी के चरणों में रहकर तथा भगवान शंकर के आर्शिवाद तथा संत महात्माओं के आर्शिवाद से सेवा करता रहूंगा तथा अपने कमाई एवं पेंशन का 30 प्रतिशत अंश संत महात्माओं, पत्रकारों एवं समाज के पीड़ित लोगों के लिए श्री अयोध्या जी सेवा न्यास के माध्यम से समर्पित करूंगा। मेरा पूर्व की भांति प्रत्येक मंगलवार को श्रीराम/साधनाश्रम में मुलाकात होगी जहां से आप लोगों के दीपोत्सव आदि के पास भी वितरित होते थे वही से जिसे आप जानते भी है सेवा करता रहूंगा। मैं सभी सरकारी लोगों को भी इससे संदेश देना चाहता हूं कि कोई भी व्यक्ति जो सरकारी सेवा में आता है वह जनता के टैक्स से पढ़ता है नौकरी में आता है तो वेतन पाता है तथा सेवानिवृत्त होने के बाद पेंशन भी जनता के टैक्स से ही पाता है उसे हमेशा राष्ट्र और समाज के प्रति वफादार होना चाहिए तथा गलत लोगों को अपनी क्षमता के अनुसार रोकना चाहिए तथा सरकार की नीतियां अच्छी है तो समर्थन करना चाहिए और गलत है तो संविधान के अनुच्छेद-19 के अनुसार समालोचना एवं सरकार को पत्र के माध्यम से अवगत कराना चाहिए। किसी भी व्यक्ति को या नागरिक को राष्ट्र के प्रति अकर्मण्य नही होना चाहिए इस प्रवृत्ति को हम देश एवं समाज के प्रति द्रोह मानते है। अयोध्या के लगाव का एक और महत्वपूर्ण कारण है कि मेरा लखनऊ आदि शहरों में अपना मकान होते हुये भी मैने अपना पेंशन अयोध्या के कोषागार से ही लिया तथा पेंशन प्राप्त होने लगी और किसी भी सेवानिवृत्त होने वाले व्यक्ति को सरकार की नीति द्वारा सेवा के निवृत्त के समय विभिन्न प्रकार के आर्थिक लाभ प्राप्त होते है इस लाभ को केवल अपने कार्य में एवं परिवार के कार्य में उपयोग करते हुये संत समाज में एवं आम लोगों को जो आपसे जुड़े है या जिनकी आवश्यकता है उनकी आवश्यकता का परीक्षण कर देना चाहिए। यह हमारा संकल्प है तथा वैसे लोगों को राष्ट्र के प्रति आगाह करना चाहते है कि जो व्यक्ति राजकीय पद से सेवा करता है उसे अपने निजी कार्य जैसे खान पान, भोजन, नमक आदि के क्रय में अपना ही पैसा खर्च करना चाहिए, इससे स्वस्थ्य समाज एवं राष्ट्र का उत्रोत्तर विकास होगा।
नोट-लेखक डा0 मुरलीधर सिंह भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व प्रथम श्रेणी के अधिकारी रहे है तथा वर्तमान में मा0 उच्च न्यायालय इलाहाबाद के अधिवक्ता है तथा इस्कॉनK के पैटर्न एवं श्री अयोध्या जी न्यास के अध्यक्ष/सचिव है तथा सा0 सूचना कानून के पदेन प्रधान संपादक भी है तथा इलाहाबाद विश्वविद्यालय काशी हिन्दू विश्वविद्यालय एवं यूपी कॉलेज वाराणसी के छात्र संघों में पदाधिकारी भी रहे है।
जय हिन्द जय भारत
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