26 वर्षों से पक्षियों को बचाने के हेतु प्रयासरत शिक्षक दिनेश चंद्र कुकरेती गुरुजी के द्वारा बहुत ही सराहनीय कार्य किया जा रहा है।
18500 नेस्ट बॉक्स निशुल्क अब तक गुरु जी द्वारा बांटे गए हैं। जोकि अपने आप में एक काबिले तारीफ की बात है। गुरुदेव हर महीने अपने वेतन का एक भाग पक्षियों को बचाने के लिए लगाते हैं। अपने लिए तो हर कोई कमाता है हर कोई बचाता है। लेकिन दिनेश चंद्र कुकरेती गुरुजी की विचारधारा कार्यशैली हमको यह सीख सिखाती है। अपने परिवार के साथ साथ हमको एक दूसरे की मदद भी करनी चाहिए।अरविन्द नेगी उर्फ लिटिल जयहरीखाल ब्लॉक प्रभारी भैरव सेनाका कहना है कि दिनेश चंद्र कुकरेती गुरुजी के साथ वह 3 सालों से जुड़े है । गुरुजी की कार्यशैली गुरुजी के विचार गुरुजी का बात करने का तरीका चेहरे पर हमेशा मुस्कुराहट अपने आप में एक प्रेरणास्रोत का कार्य करते हैं।
20 मार्च 2023 को विश्व गौरैया दिवस के उपलक्ष में उनके यहां जाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। उनका कहना है कि पौड़ी गढ़वाल के इन शिक्षक कोअब तक किसी भी सरकारी विभाग से कोई सहायता नहीं मिली। उत्तराखंड राज्य सरकार द्वारा उनको सम्मानित किया जाना चाहिए। उनके द्वारा नेक कार्य पक्षी बचाओ अभियान पर्यावरण बचाओ अभियान के योगदान को ध्यान में रखते हुए, युवाओं के लिए एवम प्रकृति प्रेमियों के लिये एक आदर्श उदाहरण प्रस्तुत करना चाहिए।
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