देहरादून :
अपणी सरकार के अन्तर्गत ऑनलाईन की गयी सभी 427 सेवाओं की जानकारी आम आदमी तक पहुंचे इसके लिए प्रचार प्रसार का अभियान चलाया जाए, साथ ही, ई-ऑफिस का प्रयोग भी अधिक से अधिक किया जाए, ताकि पेपरलेस ऑफिस की ओर उन्मुख हों। यह निर्देश मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु गुरूवार को सचिवालय में सूचना प्रौद्योगिकी की बैठक के दौरान दिए।
मुख्य सचिव ने अधिकारियों-कर्मचारियों के लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम संचालित कर कैपेसिटी बिल्डिंग पर भी फोकस किए जाने की बात कही। मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि अपणी सरकार ऐप को यूजर फ्रेंडली और स्मार्टफोन फ्रेंडली बनाया जाए, ताकि सभी इसका प्रयोग आसानी से कर सकें। उन्होंने कहा कि इस ऐप के माध्यम से आमजन घर बैठे क्या-क्या कार्य करवा सकते हैं, इसकी जानकारी सभी को होनी चाहिए, ताकि लोग इसका प्रयोग कर सकें।
मुख्य सचिव ने स्वान के माध्यम से निर्बाध कनेक्टिविटी को बढ़ाए जाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने प्रदेश में 1246 टॉवर लगाए जाने पर तेजी से कार्य करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारियों को टावर के लिए भूमि चिन्हीकरण के कार्य में तेजी लायी जाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने आईटीडीए और बीएसएनएल को नेटवर्क की 100 प्रतिशत कवरेज के लिए मौके पर जाकर जांच करने के निर्देश दिए। उन्होंने दूरस्थ क्षेत्रों पर विशेष फोकस किए जाने के भी निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने ITDA CALC द्वारा कराए जा रहे कोर्स के साथ इसका सर्टिफिकेट दिए जाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ड्रॉन एप्लीकेशन एंड रिसर्च सेंटर को बढ़ावा देते हुए ड्रॉन रिपेयर प्रोग्राम भी चलाए जाएं। उन्होंने डिजीलॉकर में अधिक से अधिक सेवाएं उपलब्ध कराए जाने हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया। कहा कि सर्टिफिकेट डिजीलॉकर में उपलब्ध कराए जाएं।
इस अवसर पर सचिव श्री शैलेश बगोली एवं निदेशक आईटीडीए श्री अमित सिन्हा सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरूवार को संस्कृति विभाग प्रेक्षागृह में शारदा स्वर संगम फिल्म प्रोडक्शन एवं हमरो पहाड़ उत्तराखंड सामाजिक संगठन द्वारा आयोजित ‘‘आवाज सुनो पहाड़ो की‘‘ कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से उत्तराखंड के युवा उभरते कलाकारों की आवाज पूरे भारत में पहुंचेगी। आज के समय में हमारे उत्तराखंड के कलाकार अपनी कला के माध्यम से पूरे देश में अपनी अलग पहचान बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती, लोगो की मेहनत और उसके प्रति ईमानदारी उन्हें सफलता की ओर ले जाती है। हम सब में प्रतिभा किसी न किसी रूप में होती है बस हमे उसे पहचान कर निखारने की आवश्यकता होती है ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम एक बहुत बड़ा कदम है छुपी कलाओं और हुनर को देश विदेश के सामने लाने की। हमारी संस्कृति को आज के युवाओं में जीवित रखने के लिए हमने इगास जैसे लोक पर्व का अवकाश घोषित किया जिससे पूरे प्रदेश हर कोई इसे माना सके। हमारी संस्कृति विज्ञान आधारित है। आज के समय में जो बड़े बड़े वैज्ञानिक खोज और रिसर्च कर रहे है हमारे पूर्वज वो कार्य सदियों से करते आ रहे है इसीलिए हमारी संस्कृति विज्ञान आधारित रही है इससे कोई झुठला नही सकता ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का उत्तराखण्ड के प्रति विशेष लगाव है तथा उन्होंने उत्तराखण्ड को स्वर्ग की संज्ञा दी है। प्रधानमंत्री की अपेक्षाओं के अनुरूप 2025 तक उत्तराखण्ड देश के श्रेष्ठ राज्यों में अपनी पहचान बनाये इसके लिये हम सबको मिलजुल कर प्रयास करने होंगे। राज्य के विकास की हम सबकी यह सामूहिक यात्रा है। इसके लिए हम कई योजनाओं में काम कर रहे है।
इस अवसर पर घन्ना नंद घन्ना और पदमश्री माधुरी बर्तवाल उपस्थित थे ।
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