देहरादून:
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने जनपद चमोली के ग्राम उर्गम
निवासी ढोल वादक श्री धूम लाल के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है।
उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति तथा शोक संतप्त परिजनों को धैर्य प्रदान
करने की ईश्वर से कामना की है।
ज्ञातव्य है कि कुछ समय पूर्व ही मुख्यमंत्री के निर्देश पर श्री धूमलाल को एम्स ऋषिकेष एवं हिमालयन अस्पताल जौलीग्रान्ट में भी उपचार हेतु भर्ती करा गया था। तथा उनके चिकित्सा पर होने वाला व्यय मुख्यमंत्री राहत कोष से किये जाने के भी निर्देश दिये थे।
मुख्यमंत्री ने मुखोटा नाटकों एवं नन्दा राजजात यात्राओं के ढोल वादक श्री धूमलाल के निधन को लोक कला के लिये अपूरणीय क्षति भी बताया है। धूमलाल उर्गम घाटी में प्रचलित यूनेस्कोकी धरोहर घोषित मुखौटा नृत्य रम्माण में ढोल बजाते रहे हैं। 14 साल की आयु से वह पेशागत ढोलवादक थे ।
ज्ञातव्य है कि कुछ समय पूर्व ही मुख्यमंत्री के निर्देश पर श्री धूमलाल को एम्स ऋषिकेष एवं हिमालयन अस्पताल जौलीग्रान्ट में भी उपचार हेतु भर्ती करा गया था। तथा उनके चिकित्सा पर होने वाला व्यय मुख्यमंत्री राहत कोष से किये जाने के भी निर्देश दिये थे।
मुख्यमंत्री ने मुखोटा नाटकों एवं नन्दा राजजात यात्राओं के ढोल वादक श्री धूमलाल के निधन को लोक कला के लिये अपूरणीय क्षति भी बताया है। धूमलाल उर्गम घाटी में प्रचलित यूनेस्कोकी धरोहर घोषित मुखौटा नृत्य रम्माण में ढोल बजाते रहे हैं। 14 साल की आयु से वह पेशागत ढोलवादक थे ।
एक टिप्पणी भेजें