देहरादून:
सचिव पर्यटन एवं संस्कृति श्री दिलीप जावलकर ने आज विकासनगर स्थित भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा संरक्षित जगत ग्राम अश्वमेध स्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा इस ऐतिहासिक स्थल को पुन: स्थापित करने का कार्य किया जा रहा है जिस के क्रम में पर्यटन विभाग द्वारा इस स्थान में पर्यटन सुविधाओं का सृजन करते हुए इसका व्यापक प्रचार प्रसार किया जाएगा।
निरीक्षण के दौरान सचिव पर्यटन ने पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को इस ऐतिहासिक स्थल के लिए मार्ग निर्माण हेतु टोपोग्राफिकल सर्वे करते हुए संबंधी अभिलेख उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के आसपास के अन्य ऐतिहासिक स्थलों जैसे कालसी शिलालेख आदि को सम्मिलित करते हुए एक "यमुना वैली सर्किट" का निर्माण किया जाएगा, साथ ही पर्यटकों को आकर्षित करने के उद्देश्य से यहां पर साईनेज भी लगाए जाएंगे और इस स्थान का विभिन्न माध्यमों से पर्यटकों के मध्य प्रचार-प्रसार किया जाएगा।
ज्ञातव्य है कि 1952 में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग द्वारा जगत ग्राम नमक इस विरासत स्थल की खोज की गई थी। यह माना जाता है कि यहां प्राचीन काल में अश्वमेध यज्ञ का आयोजन होता था। यहां पर मौजूद तीन अग्निकुंड उसी यज्ञ हेतु निर्मित प्रतीत होते हैं। फिलहाल ऐतिहासिक महत्व की यह धरोहर पर्यटकों के लिए एक अज्ञात गंतव्य ही है। राज्य सरकार के प्रयासों से यह छुपा हुआ ऐतिहासिक स्थल खोजी पर्यटकों के लिए एक नए गंतव्य के रूप में विकसित हो सकेगा।
एक टिप्पणी भेजें