देहरादून:
आठ जून से चारधाम यात्रा सीमित तरीके से शुरू हो जाएगी । प्रदेश के कैबिनेट मंत्री और राज्य सरकार के प्रवक्ता मदन कौशिक ने यहां बताया कि हम आठ जून से चारधाम यात्रा शुरू करने की तैयारियों में जुटे हुए हैं । उन्होंने कहा कि यह यात्रा शुरूआत में सीमित तौर पर शुरू होगी और बाद में अन्य राज्य सरकारों से बातचीत करने के बाद इसको दूसरे राज्यों के तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के लिए भी खोल दिया जाएगा ।
उत्तराखंड में उच्च हिमालयी क्षेत्रों में स्थित बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिर एक—डेढ माह पहले खुल चुके हैं लेकिन कोरोना संकट के चलते उन्हें अभी श्रद्धालुओं के लिए नहीं खोला गया है । यह पहला अवसर होगा जब महामारी के चलते तीर्थयात्री चारधामों के दर्शन से वंचित हैं।
गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट 24 अप्रैल को अक्षय तृतीया के पर्व पर खोले गये थे जबकि केदारनाथ मंदिर के कपाट 29 अप्रैल को और बदरीनाथ के द्वार 15 मई को खोले गये थे ।
कौशिक ने कहा कि हम अन्य राज्य सरकारों से बसें चलाने के संबंध में विचार करेंगे और उसके बाद ही वहां के राज्यों के श्रद्धालु और पर्यटक हमारे यहां आ पाएंगे।
आठ जून से चारधाम यात्रा सीमित तरीके से शुरू हो जाएगी । प्रदेश के कैबिनेट मंत्री और राज्य सरकार के प्रवक्ता मदन कौशिक ने यहां बताया कि हम आठ जून से चारधाम यात्रा शुरू करने की तैयारियों में जुटे हुए हैं । उन्होंने कहा कि यह यात्रा शुरूआत में सीमित तौर पर शुरू होगी और बाद में अन्य राज्य सरकारों से बातचीत करने के बाद इसको दूसरे राज्यों के तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के लिए भी खोल दिया जाएगा ।
उत्तराखंड में उच्च हिमालयी क्षेत्रों में स्थित बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिर एक—डेढ माह पहले खुल चुके हैं लेकिन कोरोना संकट के चलते उन्हें अभी श्रद्धालुओं के लिए नहीं खोला गया है । यह पहला अवसर होगा जब महामारी के चलते तीर्थयात्री चारधामों के दर्शन से वंचित हैं।
गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट 24 अप्रैल को अक्षय तृतीया के पर्व पर खोले गये थे जबकि केदारनाथ मंदिर के कपाट 29 अप्रैल को और बदरीनाथ के द्वार 15 मई को खोले गये थे ।
कौशिक ने कहा कि हम अन्य राज्य सरकारों से बसें चलाने के संबंध में विचार करेंगे और उसके बाद ही वहां के राज्यों के श्रद्धालु और पर्यटक हमारे यहां आ पाएंगे।
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