प्यारे देशवासियों, फैला है अंधियारा जग में, मिलकर दूर भगाएंगे । नई किरण है हम आशा के नूतन दीप जलाएंगे ।
कोरोना वायरस -जैसा कि आप सबको विदित है इस समय पूरा विश्व कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से पीड़ित
है। मेडिकल साइंस में वायरस सजीव और निर्जीव के बीच में एक संयोजक कड़ी है। एक वायरस निर्जीव है
जब तक वो एक सजीव सैल में प्रवेश नहीं करता, एक सजीव में जाकर वो जीवित हो जाता है। वायरस
शब्द संस्कृत के शब्द विष से हुआ है अर्थात जहर। कोरोना वायरस एक जूनोटिक वायरस है अर्थात ऐसा
वायरस जो पशुओं से मनुष्य में फैल सकता है।चीन के वुहान शहर से शुरू हुए इस वायरस ने पूरे विश्व को
त्रस्त कर रखा है और आज यह एक महामारी का रूप ले चुका है।यह वायरस अपने दुष्प्रभाव से कई लोगों को
असमय काल कलवित कर चुका है। चीन की विश्व व्यापार पर आधिपत्य की प्रतिस्पर्धा व कूटनीतिक
सामंतवादी सोच के कारण आज पूरा विश्व इस कोरोना के संकट से महाविनाश के कागार की ओर अग्रसर है
।कोरोना वायरस की आर0 वैल्यू 1 से अधिक है जो खतरनाक है। इसकी उषमायन अवधि १से १४ दिन के
बीच की है।यह वायरस लोगो को बीमार करके. श्ववसन संक्रमण कर देता है।यह वायरस सामान्य जुकाम से
लेके सारस तक कर सकता है।
भारत की भूमिका -भारत सदैव ही पूरे विश्व को एक विश्वगुरू की भांति नई दिशा व सकारात्मक दृष्टिकोण
देता रहा है। वर्तमान में मा0 प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के कुशल नेतृत्व व उचित समय पर लिए गए
लाकडाउन के फैसले से पूरे देश की सुरक्षा में एक महत्वपूर्ण फैसला लिया है । लाकडाउन के नियमों के
कारण ही भारत में कोरोना का कहर बहुत कम हुआ है।लेकिन कुछ असमाजिक तत्वो के कारण इसमें वृद्धि
हुई है लेकिन सरकार के दृढ़ फैसले व कुशल दिशा निर्देशों के कारण उनके इरादे पुर्णतः सफल नही हुए ।आज
पूरा विश्व, विश्व के बड़े-बड़े देश यशस्वी प्रधान मंत्री जी के नेतृत्व क्षमता व विश्व बंधुतव की दृष्टि व
भावना की भरपूर प्रशंसा की है। भारत ने राजनैतिक स्तर पर बहुत बड़ा योगदान पूरे विश्व को दिया है।
अमेरिका, अफगानिस्तान, ब्राजील आदि कई देशों की जरूरतों को पूरा कर भारत का वचॆसव पूरे विश्व में बढ़ा
हैऔर पूरे विश्व में भारत की सराहना हुई है।यह साफ साफ दर्शाता है कि आने वाले समय में भारत विश्व
का नेतृत्व करने में पुर्णतः सक्षम है। आर्थिक दृष्टि से भले ही पूरे विश्व की अर्थव्यवस्था खराब हो रही है
लेकिन फिर भी भारत कृषि,खाद्यान्न, जल संसाधन , खनिज संपदा व मानव संसाधन में काफी सक्षम
है।भारत अपने देशवासियों के मदद के साथ विश्व को भी सहायता करने में सक्षम है ।भले ही विकास दर ,
व्यक्तिगत आय व कुछ उत्पादन क्षमता में क्षणिक कमी हो लेकिन भारत के कुशल नेतृत्व व देशवासियों की
कार्य क्षमता से भारत फिर से विकास के नए आयाम छुएगा।भारत सदैव ही सकारात्मक सोच और वसुधैव
कुटुम्बकम की भावना से कार्य करता रहा है। भारत की सकारात्मक सोच से ही भारत फिर से नए सिरे से
उन्नति व प्रगति की है।
भारतवासियों की भूमिका - एक जिम्मेदार राष्ट्र के जिम्मेदार नागरिक होने के नाते हम सभी का यह दायित्व
है कि केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा जो दिशा निर्देश दिए गए उनका पुर्णतः पालन करे।हम सहयोग से ही
सफलता को प्राप्त कर सकेंगे । हम पुलिस और प्रशासन का सहयोग करें । पुलिस प्रशासन व
स्वास्थ्यकर्मीयो व डाक्टर्स का सम्मान करना चाहिए सहयोगी बने । पुलिस और प्रशासन हमारी सुरक्षा के
लिए है उनका सहयोग कर इस वायरस के खातमे का संकलप ले। हम हाथों की स्वच्छता का सदैव ध्यान रखें
।अपने हाथ को आंख, नाक, कान में लगाने से परहेज़ करें ।अधिक से अधिक जल पिए। भीड़ भाड़ वाली
जगह में जाने से बचे।अगर बीमार होते हैं तो चिकित्सक का परामर्श ले। नाक और मुँह को सदैव ढक के रखें
। भारत द्वारा उत्पादित सामान को ही अधिक से अधिक खरीदें । भारतीय संस्कृति को जीवन में धारण
करें ।समाजिक दूरी बनाए रखें और जब तक जरूरी न हो घर से बाहर न निकले। आप सबके सहयोग से
ही इस विश्व वयापी महामारी समाधान निकाला जा सकता है ।आप सभी का जीवन अनमोल है और अपने
और पूरे राष्ट्र के दायित्व को आप सभी निर्वाह करें ।
वयं राष्ट्रं जागृयाम ।अतः
सर्व संतु निरामयाः- सब
निरोगी रहे।
वक्त मुश्किल जरूर है, लेकिन यह भी निकल जाएगा।हमारा हौसला व आत्मविश्वास इस वायरस को
दूर भगाएगा। हर दिशा निर्देश का पालन करना जरूर है, वायरस चीनी है इसका अंत होना जरूर है।
अनिरुद्ध उनियाल
राष्ट्रीय युवा संयोजक
आईएएमबीएसएस
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