रानीखेत;
आज दिनांक 22 जनवरी को समय0 1155 पर सूचना प्राप्त हुई कि ग्राम गाड़ी पपनेपुरी तहसील रानीखेत के जंगलों में एक ग्रामीण की गाय घास चरते समय फिसल कर चोटिल हो गयी है जो उठने में असमर्थ थी। सूचना मिलने पर एसडीआरएफ टीम तत्काल ही रेस्कयू हेतु रवाना हुई, लगभग 24 किमी वाहन से एवम 01 किमी पैदल सफर के पश्चात टीम गाय तक पहुँची । मोके पर ही गाय को प्राथमिक चिकित्सा दी गयी, एवम वैकल्पिक साधनों से बांध कर कंधों से उठा कर गोशाला तक लाया गया। सम्पूर्ण रेस्कयू की ग्रामीणों द्वारा अत्यधिक प्रशंसा की गई साथ ही ग्रामीणों द्वारा आभार प्रकट किया गया।
sdrf द्वारा लगातार ही मानव रेस्कयू अभियानों के साथ ही पशु रेस्कयू को भी अंजाम दिया जाता रहा है पूर्व वर्ष भी SDRF के द्वारा 46 रेस्कयूओं के माध्यम से 61 गो वंशों की जान बचाई, जो चारे की तलाश एवम दुर्घटना से दलदल, नाले, गड्ढे या तेज बहाव नदियों के किनारे फँस गए थे।0
आज दिनांक 22 जनवरी को समय0 1155 पर सूचना प्राप्त हुई कि ग्राम गाड़ी पपनेपुरी तहसील रानीखेत के जंगलों में एक ग्रामीण की गाय घास चरते समय फिसल कर चोटिल हो गयी है जो उठने में असमर्थ थी। सूचना मिलने पर एसडीआरएफ टीम तत्काल ही रेस्कयू हेतु रवाना हुई, लगभग 24 किमी वाहन से एवम 01 किमी पैदल सफर के पश्चात टीम गाय तक पहुँची । मोके पर ही गाय को प्राथमिक चिकित्सा दी गयी, एवम वैकल्पिक साधनों से बांध कर कंधों से उठा कर गोशाला तक लाया गया। सम्पूर्ण रेस्कयू की ग्रामीणों द्वारा अत्यधिक प्रशंसा की गई साथ ही ग्रामीणों द्वारा आभार प्रकट किया गया।
sdrf द्वारा लगातार ही मानव रेस्कयू अभियानों के साथ ही पशु रेस्कयू को भी अंजाम दिया जाता रहा है पूर्व वर्ष भी SDRF के द्वारा 46 रेस्कयूओं के माध्यम से 61 गो वंशों की जान बचाई, जो चारे की तलाश एवम दुर्घटना से दलदल, नाले, गड्ढे या तेज बहाव नदियों के किनारे फँस गए थे।0
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