रुद्रप्रयाग :
हरेला पर्व के अवसर पर आज जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने विकास खण्ड अगस्त्यमुनि के निरवाली धारकोट गांव में वृहद पौधरोपण कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हरेला पर्व का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण और जल संरक्षण है और इसके लिए अधिक से अधिक पौधरोपण की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हम सबको इस अभियान में मिलकर काम करने की जरूरत है।
धारकोटा और भटवाडी गांव में जिलाधिकारी के साथ ही पुलिस अधीक्षक अजय सिंह, प्रभागीय वनाधिकारी मंयक शेखर झा, 10जैक्लाइन के कर्नल विवेक जमदार के साथ ही विभागीय अधिकारी, आईटीबीपी अधिकारी, 10जैक्लाइन व पुलिस के जवानों, राजकीय इन्टर कालेज कोटगी के छात्र-छात्राओं के साथ ही स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं जनता ने पौधरोपण अभियान में बढचढकर भाग लिया। जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने कहा कि आज के दौर में पर्यावरण को बढते प्रदूषण के खतरे से जहां भारी जल संकट का खतरा पैदा हो रहा है, वहीं जंगल-जंगल भी समाप्त हो रहे है। ऐसे में इसका बडा खामियाजा जीव-जंतुओं को भुगतना पड रहा है। उन्होंने कहा कि यदि हम पौधरोपण करते हैं तो इससे पर्यावरण को फायदा तो होगा ही, साथ ही जल संकट से भी निजात मिलेगी और खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में जंगली जानवरों का आतंक भी कम होगा। क्योंकि फलदार पौधों के रोपण के बाद बंदर, लगूर और तमाम प्रकार के जंगली जानवरों के लिए भोजन जंगलों में ही उपलब्ध हो जाएगा और वह खेती की तरफ रूझान नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार के इस महत्वाकांक्षी अभियान को सफल बनाने के लिए सभी लोग अधिक से अधिक सहयोग करें।
इस मौके पर प्रभागीय वनाधिकारी मयंक शेखर झा ने कहा कि वन विभाग इन महिनों में व्यापक तौर पर वृक्षारोपण करता है और लाखों पौधों को गांव-गांवों में रोपण किया जाता है। इसलिए लोग विभाग के सहयोग से अधिक से अधिक पौधों का रोपण कर सकते हैं, इसके लिए हर प्रकार के पौध विभाग उपलब्ध कराएगा। उन्होंने कहा कि हरेला पर्व मनाने के पीछे सरकार का यही उद्देश्य है कि इस दिन सभी लोग पौध रोपण करें और संकल्प लें कि लगाए गए पौधों का संरक्षण करें ताकि पर्यावरण संरक्षित रहे। कार्यक्रम का संचालन करते हुए पर्यावरणविद सतेन्द्र सिंह भण्डारी ने कहा कि हम सभी की जिम्मेदारी रोपे गए पौधों को बचाने की है। पर्यावरण को बचाने के लिए हमें पौधारोपण को आंदोलन का रूप देना होगा। जब तक पेड़-पौधे हैं, तभी तक हमारा जीवन है। हमें प्रकृति और पर्यावरण की अहमियत को समझना होगा।
प्रभारी मुख्य विकास अधिकारी एमएस नेगी, उप जिलाधिकारी रूद्रप्रयाग बृजेश तिवारी, वरिष्ठ पत्रकार रमेश पहाडी, हिमालय बचाओ अंादोलन के समीर रतूडी, सीपी भट्ट इनवायरमेन्टल न्यास के ओम प्रकाश भट्ट, सामाजिक कार्यकर्ता श्रीमती मंगला कोठियाल, विधायक प्रतिनिधी श्रीमती भुवनेश्वरी चैधरी, प्रधान कोटगी सबिता भण्डारी, प्रधान धारकोट श्री नरेन्द्र सिंह नेगी, श्री पाती राम सेमवाल, सुदामा सिंह रौथाण, प्रधानाचार्य के एस कठैत, सरपचं मरोडा देवी प्रसाद थपलियाल, रणबीर सिह, प्रधान नगरासू उषा देवी आदि उपस्थित थे।
हरेला पर्व के अवसर पर आज जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने विकास खण्ड अगस्त्यमुनि के निरवाली धारकोट गांव में वृहद पौधरोपण कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हरेला पर्व का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण और जल संरक्षण है और इसके लिए अधिक से अधिक पौधरोपण की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हम सबको इस अभियान में मिलकर काम करने की जरूरत है।
धारकोटा और भटवाडी गांव में जिलाधिकारी के साथ ही पुलिस अधीक्षक अजय सिंह, प्रभागीय वनाधिकारी मंयक शेखर झा, 10जैक्लाइन के कर्नल विवेक जमदार के साथ ही विभागीय अधिकारी, आईटीबीपी अधिकारी, 10जैक्लाइन व पुलिस के जवानों, राजकीय इन्टर कालेज कोटगी के छात्र-छात्राओं के साथ ही स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं जनता ने पौधरोपण अभियान में बढचढकर भाग लिया। जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने कहा कि आज के दौर में पर्यावरण को बढते प्रदूषण के खतरे से जहां भारी जल संकट का खतरा पैदा हो रहा है, वहीं जंगल-जंगल भी समाप्त हो रहे है। ऐसे में इसका बडा खामियाजा जीव-जंतुओं को भुगतना पड रहा है। उन्होंने कहा कि यदि हम पौधरोपण करते हैं तो इससे पर्यावरण को फायदा तो होगा ही, साथ ही जल संकट से भी निजात मिलेगी और खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में जंगली जानवरों का आतंक भी कम होगा। क्योंकि फलदार पौधों के रोपण के बाद बंदर, लगूर और तमाम प्रकार के जंगली जानवरों के लिए भोजन जंगलों में ही उपलब्ध हो जाएगा और वह खेती की तरफ रूझान नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार के इस महत्वाकांक्षी अभियान को सफल बनाने के लिए सभी लोग अधिक से अधिक सहयोग करें।
इस मौके पर प्रभागीय वनाधिकारी मयंक शेखर झा ने कहा कि वन विभाग इन महिनों में व्यापक तौर पर वृक्षारोपण करता है और लाखों पौधों को गांव-गांवों में रोपण किया जाता है। इसलिए लोग विभाग के सहयोग से अधिक से अधिक पौधों का रोपण कर सकते हैं, इसके लिए हर प्रकार के पौध विभाग उपलब्ध कराएगा। उन्होंने कहा कि हरेला पर्व मनाने के पीछे सरकार का यही उद्देश्य है कि इस दिन सभी लोग पौध रोपण करें और संकल्प लें कि लगाए गए पौधों का संरक्षण करें ताकि पर्यावरण संरक्षित रहे। कार्यक्रम का संचालन करते हुए पर्यावरणविद सतेन्द्र सिंह भण्डारी ने कहा कि हम सभी की जिम्मेदारी रोपे गए पौधों को बचाने की है। पर्यावरण को बचाने के लिए हमें पौधारोपण को आंदोलन का रूप देना होगा। जब तक पेड़-पौधे हैं, तभी तक हमारा जीवन है। हमें प्रकृति और पर्यावरण की अहमियत को समझना होगा।
प्रभारी मुख्य विकास अधिकारी एमएस नेगी, उप जिलाधिकारी रूद्रप्रयाग बृजेश तिवारी, वरिष्ठ पत्रकार रमेश पहाडी, हिमालय बचाओ अंादोलन के समीर रतूडी, सीपी भट्ट इनवायरमेन्टल न्यास के ओम प्रकाश भट्ट, सामाजिक कार्यकर्ता श्रीमती मंगला कोठियाल, विधायक प्रतिनिधी श्रीमती भुवनेश्वरी चैधरी, प्रधान कोटगी सबिता भण्डारी, प्रधान धारकोट श्री नरेन्द्र सिंह नेगी, श्री पाती राम सेमवाल, सुदामा सिंह रौथाण, प्रधानाचार्य के एस कठैत, सरपचं मरोडा देवी प्रसाद थपलियाल, रणबीर सिह, प्रधान नगरासू उषा देवी आदि उपस्थित थे।
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