हरिद्वार;
नित नए अभिनव प्रयोग करने में माहिर गंगा की स्वच्छता को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए कृत संकल्प लेते हुए बीन भागीरथ हैं एक और कदम आगे बढ़ाया है कचरे में पड़ी प्लास्टिक की पुरानी बोतलों का इस्तेमाल कर फिर से दिखा दिया की किस प्रकार प्लास्टिक को सौंदर्य करण में प्रयुक्त किया जा सकता है
बीइंग भगीरथ टीम के तत्वावधान में प्लास्टिक सोल्यूशन के नाम से कचरा प्रबंधन की मुहिम भगत सिंह चैक से शुरू की गयी। टीम के सदस्यों द्वारा एक बार प्रयोग में आने वाली प्लास्टिक की वेस्ट बोतलों से सड़क मार्गो का सौन्दर्यकरण अभियान चलाया गया। कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे उपकुंभ मेला अधिकारी ललित नारायण मिश्रा ने टीम के सदस्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि अभियान में इस्तेमाल की गयी सभी सामग्री पुरानी कावंड़ के बांस, मेला में इस्तेमाल की गयी प्लास्टिक की बोतलों व अन्य पुरानी सामग्री से सुन्दरता अभियान चलाया जा रहा है। यह अभियान निरंतर जारी रहना चाहिए। संयोजक शिखर पालीवाल ने बताया कि भगत सिंह चैक से कचरा प्रबंधन एवं रिसाइकलिंग के माध्यम से कूड़ा स्थलों पर सौन्दर्यकरण अभियान को तेजी के साथ लागू कराया। प्लास्टिक की बेकार बोतलों से अघोषित कूड़ा स्थलों को प्लास्टिक की बोतलों से तार बाड़ कर व सुन्दर आकृतियां बनाकर स्वच्छता का संदेश दिया। शिखर ने कहा कि घर से निकलने वाली पुरानी वेस्ट सामग्री से शहर की सुन्दरता को चार चांद लगाए जा सकते हैं। एचआरडीए के सहयोग से शहर के विभिन्न चैराहों, पार्को व अघोषित कूड़ा स्थलों का सौन्दर्यकरण किए जाने की मुहिम पूरे जनपद में चलायी जाएगी। कार्यक्रम प्रभारी मधु भाटिया व आकाश चैधरी ने बताया कि सभी वालिंटियर अपने घरों से प्लास्टिक की बोतलें लाकर अघोषित कूड़ा स्थल पर पहुंचे। कूड़ा स्थल के पास लगी तारों में प्लास्टिक की बोतलों से फैंसिंग बनाने का कार्य किया गया है।
संयोजक ने बताया कि अगले चरण में अन्य चैराहों पर भी इस अभियान को निरंतर चलाया जाएगा। अमित जांगिड़ व रेखा मलिक ने कहा कि अपने घरों की पुरानी वस्तुओं को इधर उधर नहीं फेंकना चाहिए। यह वस्तुंए भी शहर के सौन्दर्यकरण में उपयोगी सिद्ध हो रही हैं। थोड़ा सा विवेक लगाकर इन पुरानी और बेकार वस्तुओं को उपयोग शहर को सुन्दर बनाने में किया जा सकता है। पुरानी वस्तुओं के इस्तेमाल से धन की बर्बादी भी नहीं होती है। बीइंग भगीरथ की टीम लगातार शहर को सुन्दर, स्वच्छ व वाॅल पेंटिंग के माध्यम से सुन्दर बनाने का काम कर रही है। इस अभियान की जितनी भी प्रशंसा की जाए उतना कम है। इस अवसर पर सूचना प्रभारी धीरज भूटानी, शिवम अरोड़ा, सीमा चैहान, नीरज पाराशर, रूचिता, हिमांशु, दिव्यांशु, अंश, क्षीतिज, विपिन, मनीष, भविष्य, संदीप खन्ना, विपुल गोयल, पंकज त्यागी, कुणाल, राहुल गुप्ता, संतोष साहू, सिद्धि, अनुषा, मोहित शर्मा, माणिक बाली, परीक्षित व टीम के वरिष्ठ सदस्य हन्नी सैनी, तन्मय शर्मा आदि मौजूद रहे।
नित नए अभिनव प्रयोग करने में माहिर गंगा की स्वच्छता को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए कृत संकल्प लेते हुए बीन भागीरथ हैं एक और कदम आगे बढ़ाया है कचरे में पड़ी प्लास्टिक की पुरानी बोतलों का इस्तेमाल कर फिर से दिखा दिया की किस प्रकार प्लास्टिक को सौंदर्य करण में प्रयुक्त किया जा सकता है
बीइंग भगीरथ टीम के तत्वावधान में प्लास्टिक सोल्यूशन के नाम से कचरा प्रबंधन की मुहिम भगत सिंह चैक से शुरू की गयी। टीम के सदस्यों द्वारा एक बार प्रयोग में आने वाली प्लास्टिक की वेस्ट बोतलों से सड़क मार्गो का सौन्दर्यकरण अभियान चलाया गया। कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे उपकुंभ मेला अधिकारी ललित नारायण मिश्रा ने टीम के सदस्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि अभियान में इस्तेमाल की गयी सभी सामग्री पुरानी कावंड़ के बांस, मेला में इस्तेमाल की गयी प्लास्टिक की बोतलों व अन्य पुरानी सामग्री से सुन्दरता अभियान चलाया जा रहा है। यह अभियान निरंतर जारी रहना चाहिए। संयोजक शिखर पालीवाल ने बताया कि भगत सिंह चैक से कचरा प्रबंधन एवं रिसाइकलिंग के माध्यम से कूड़ा स्थलों पर सौन्दर्यकरण अभियान को तेजी के साथ लागू कराया। प्लास्टिक की बेकार बोतलों से अघोषित कूड़ा स्थलों को प्लास्टिक की बोतलों से तार बाड़ कर व सुन्दर आकृतियां बनाकर स्वच्छता का संदेश दिया। शिखर ने कहा कि घर से निकलने वाली पुरानी वेस्ट सामग्री से शहर की सुन्दरता को चार चांद लगाए जा सकते हैं। एचआरडीए के सहयोग से शहर के विभिन्न चैराहों, पार्को व अघोषित कूड़ा स्थलों का सौन्दर्यकरण किए जाने की मुहिम पूरे जनपद में चलायी जाएगी। कार्यक्रम प्रभारी मधु भाटिया व आकाश चैधरी ने बताया कि सभी वालिंटियर अपने घरों से प्लास्टिक की बोतलें लाकर अघोषित कूड़ा स्थल पर पहुंचे। कूड़ा स्थल के पास लगी तारों में प्लास्टिक की बोतलों से फैंसिंग बनाने का कार्य किया गया है।
संयोजक ने बताया कि अगले चरण में अन्य चैराहों पर भी इस अभियान को निरंतर चलाया जाएगा। अमित जांगिड़ व रेखा मलिक ने कहा कि अपने घरों की पुरानी वस्तुओं को इधर उधर नहीं फेंकना चाहिए। यह वस्तुंए भी शहर के सौन्दर्यकरण में उपयोगी सिद्ध हो रही हैं। थोड़ा सा विवेक लगाकर इन पुरानी और बेकार वस्तुओं को उपयोग शहर को सुन्दर बनाने में किया जा सकता है। पुरानी वस्तुओं के इस्तेमाल से धन की बर्बादी भी नहीं होती है। बीइंग भगीरथ की टीम लगातार शहर को सुन्दर, स्वच्छ व वाॅल पेंटिंग के माध्यम से सुन्दर बनाने का काम कर रही है। इस अभियान की जितनी भी प्रशंसा की जाए उतना कम है। इस अवसर पर सूचना प्रभारी धीरज भूटानी, शिवम अरोड़ा, सीमा चैहान, नीरज पाराशर, रूचिता, हिमांशु, दिव्यांशु, अंश, क्षीतिज, विपिन, मनीष, भविष्य, संदीप खन्ना, विपुल गोयल, पंकज त्यागी, कुणाल, राहुल गुप्ता, संतोष साहू, सिद्धि, अनुषा, मोहित शर्मा, माणिक बाली, परीक्षित व टीम के वरिष्ठ सदस्य हन्नी सैनी, तन्मय शर्मा आदि मौजूद रहे।
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