उत्तराखंड में चार धाम यात्रा के लिये,ऋषिकेश रेलवे स्टेशन अन्तिम स्टेशन है.परन्तु रेलवे स्टेशन पर सुविधाओं का नितांत अभाव है.खासकर दिव्यांगो के लिये तो बहुत परेशानी है,यदि गाडी,दूसरे,तीसरे प्लेटफार्म पर हो तो व्हील चेयर ले जाने का कोई रास्ता नही है,
एक उदाहरण तो ,अभी कुछ दिन पूर्व देखने को मिला जब , नेशनल पैरा गेम्स की टीम को पंजाब खेलने जाना था,और गाडी 3 नम्बरप्लेट फार्म पर थी,तीन,चार लोगो की मदद से व्हीलचेयर उठा कर,उन्हे बडी मुश्किल से गाडी तक पहुंचाया गया
सवाल यह उठता है कि रेल के द्वारा ऋषिकेश पंहुचनेवाले यात्री किस प्रकार लक्षित स्थान तक पंहुच पाएंगे।
यही नहीं हेली सेवा भी शुरू होने पर ग्रहण लगा हुआ है क्योंकि टेंडर में घालमेल के आरोप के चलते , निजी ऑपरेटरों के विरोध के कारण मामला हाई कोर्ट में है। जिसकी सुनवाई भी टाल दी गयी है. अब ०७ मई को सुनवाई है ,जबकि यात्रा भी ०७ मई से ही शुरू होने जा रही है.. ऐसे में किस प्रकार दिव्यांग और बुज़ुर्ग यात्रियों को सरकार सुविधा मुहैया कराएगी.
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