नई दिल्ली :
नवनियुक्त मंत्री अपने मंत्रालयों को संभालने लगे है --
नियुक्त मंत्रियों ने अपने मंत्रालयों को संभालना शुरू कर दिया है। निर्मला सीतारमण ने आज वित्त मंत्रालय का कार्यभार संभाला।
इससे पहले, संतोष गंगवार ने श्रम और रोजगार मंत्रालय का कार्यभार संभाला।
नई दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए, श्री गंगवार ने कहा, वह असंगठित क्षेत्र की बेहतरी के लिए काम करेंगे और इस क्षेत्र में काम करने वालों के लिए सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे। गजेंद्र सिंह शेखावत ने जल शक्ति मंत्रालय का कार्यभार संभाला है। उन्होंने कहा, पानी की कमी अब दुनिया की सबसे बड़ी चुनौती है और इस चुनौती को ध्यान में रखते हुए, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने जल शक्ति मंत्रालय के साथ पानी से संबंधित सभी मुद्दों को एकीकृत किया है।
उन्होंने कहा, दुनिया के कुल पीने योग्य पानी का केवल चार प्रतिशत भारत में है और सरकार देश के लिए पानी का संरक्षण सुनिश्चित करेगी। पीयूष गोयल ने वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय का कार्यभार संभाल लिया है। मीडिया से बात करते हुए, श्री गोयल ने कहा, वह उन पर विश्वास करने के लिए प्रधानमंत्री के शुक्रगुजार हैं।
नवनियुक्त शपथ ग्रहण मंत्री श्रीपद नाइक ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लगातार दूसरी बार केंद्रीय मंत्रिपरिषद में सदस्य के रूप में चुनने के लिए धन्यवाद दिया। श्री नाइक को आयुष के लिए राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में बनाए रखा गया था, वह एक पद था जो उन्होंने पिछली एनडीए सरकार में रखा था, जबकि शुक्रवार को रक्षा राज्य मंत्री की जिम्मेदारी भी आवंटित की गई थी।
श्री नाइक ने कहा कि आयुष मंत्रालय को बनाए रखने से उन्हें संबंधित परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलेगी जो उनके पिछले कार्यकाल में शुरू की गई थीं। श्री नाइक हाल ही में हुए आम चुनावों में पांचवें सीधे कार्यकाल के लिए उत्तरी गोवा लोकसभा सीट से संसद के लिए चुने गए थे।
प्रधानमंत्री के रूप में श्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी एक बार फिर भारत के प्रधानमंत्री के रूप भारत को नेतृत्व प्रदान कर है. राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में एक भव्य समारोह में प्रधानमंत्री ने अपने मंत्रिमंडल के साथ शपथ ग्रहण की।
राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, स्मृति ईरानी, निर्मला सीतारमण और प्रकाश जावड़ेकर उन 36 मंत्रियों में शामिल हैं जिन्होंने बृहस्पतिवार को दूसरे कार्यकाल के लिए शपथ ली।
इसके अलावा 20 सांसदों ने पहली बार कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली। मोदी सरकार में 24 कैबिनेट मंत्रियों ने शपथ ली, नौ ने राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और 24 अन्य ने राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली। पिछली नरेन्द्र मोदी सरकार में गृह मंत्री रहे राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री के बाद शपथ ली। राम विलास पासवान, डी वी सदानंद गौड़ा, नरेन्द्र सिंह तोमर, रविशंकर प्रसाद, हरसिमरत कौर बादल, थावरचंद गहलोत, हर्षवर्धन, पीयूष गोयल, धर्मेन्द्र प्रधान और मुख्तार अब्बास नकवी उन लोगों में शामिल हैं जिन्हें दूसरी बार मौका मिला है।गिरिराज सिंह, राजकुमार सिंह, हरदीप सिंह पुरी, अश्विनी कुमार चौबे, साध्वी निरंजन ज्योति, गजेन्द्र सिंह शेखावत, संतोष कुमार गंगवार, श्रीपद येसो नायक, जितेन्द्र सिंह, किरेन रिजिजू, मनसुख मंडाविया, अर्जुन राम मेघवाल, कृष्णपाल गुर्जर, संजीव कुमार बालियान, पुरुषोत्तम रुपाला, रामदास अठावले और बाबुल सुप्रियो को नई मंत्रिपरिषद में बरकरार रखा गया है। हरदीप पुरी को मोदी के मंत्रिपरिषद में लोकसभा चुनाव में उनकी हार के बावजूद शामिल किया गया है। पिछली मोदी सरकार में मानव संसाधन विकास, पर्यावरण, सूचना एवं प्रसारण मंत्री और संसदीय मामलों का प्रभार संभालने वाले प्रकाश जावड़ेकर ने दूसरे कार्यकाल के लिए शपथ ली।अमित शाह को मंत्रिमंडल में शामिल किये जाने को भाजपा की प्रमुख रणनीति के रूप में देखा जा रहा है। मोदी के करीबी माने जाने वाले पूर्व विदेश सचिव एस जयशंकर को मंत्रिमंडल में शामिल किये जाने को चौंकाने वाला कदम माना जा रहा है।
नरेंद्र मोदी (प्रधानमंत्री)- कार्मिक, परमाणु ऊर्जा, जन शिकायत और पेंशन, अंतरिक्ष मंत्रालय
राजनाथ सिंह (कैबिनेट मंत्री)- रक्षा मंत्रालय
अमित शाह (कैबिनेट मंत्री)- गृह मंत्रालय
नितिन गडकरी (कैबिनेट मंत्री)- सड़क परिवहन और राजमार्ग और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय
सदानंद गौड़ा (कैबिनेट मंत्री)- रसायन और उर्वरक मंत्रालय
निर्मला सीतारमण (कैबिनेट मंत्री)- वित्त और कॉरपोरेट मामले का मंत्रालय
राम विलास पासवान (कैबिनेट मंत्री)- उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय
नरेंद्र सिंह तोमर (कैबिनेट मंत्री)- कृषि और किसान कल्याण, ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्रालय
रविशंकर प्रसाद (कैबिनेट मंत्री)- कानून और न्याय, संचार, इलेक्ट्रानिक और सूचना मंत्रालय
हरसिमरत कौर बादल (कैबिनेट मंत्री)- खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय
एस. जयशंकर (कैबिनेट मंत्री)- विदेश मंत्रालय
रमेश पोखरियाल निशंक (कैबिनेट मंत्री)- मानव संसाधन विकास मंत्रालय
थावर चंद गहलोत (कैबिनेट मंत्री)- सामाजिक न्याय एवं सशक्तिकरण मंत्रालय
अर्जुन मुंडा (कैबिनेट मंत्री)- आदिवासी मामलों का मंत्रालय
स्मृति ईरानी (कैबिनेट मंत्री)- महिला और बाल विकास और कपड़ा मंत्रालय
हर्षवर्धन (कैबिनेट मंत्री)- स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, विज्ञान और प्रोद्योगिकी, भूविज्ञान मंत्रालय
प्रकाश जावड़ेकर (कैबिनेट मंत्री) - पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन और सूचना और प्रसारण मंत्रालय
पीयूष गोयल (कैबिनेट मंत्री) - रेलवे, वाणिज्य, उद्योग मंत्रालय
धर्मेंद्र प्रधान (कैबिनेट मंत्री)- पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस और इस्पात मंत्रालय
मुख्तार अब्बास नकवी (कैबिनेट मंत्री)- अल्पसंख्यक मामले
प्रह्लाद जोशी (कैबिनेट मंत्री)- संसदीय मामले, कोयला और खान मंत्रालय
महेंद्र नाथ पांडेय (कैबिनेट मंत्री) - कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय
अरविंद सावंत (कैबिनेट मंत्री) - भारी उद्योग और सार्वजनिक उद्यम मंत्रालय
गिरिराज सिंह (कैबिनेट मंत्री) - पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन मंत्रालय
गजेंद्र सिंह शेखावत (कैबिनेट मंत्री) - जल शक्ति मंत्रालय
संतोष गंगवार (राज्य मंत्री-स्वतंत्र प्रभार) - श्रम और रोजगार मंत्रालय
राव इंद्रजीत सिंह (राज्य मंत्री-स्वतंत्र प्रभार) - सांख्यिकी और कार्यक्रम क्रियान्वयन और नियोजन मंत्रालय
श्रीपद नाईक (राज्य मंत्री-स्वतंत्र प्रभार) - आयुष मंत्रालय (स्वतंत्र प्रभार), रक्षा मंत्रालय (राज्य मंत्री)
जितेंद्र सिंह (राज्य मंत्री-स्वतंत्र प्रभार) - पूर्वोत्तर विकास (स्वतंत्र प्रभार), पीएमओ, कार्मिक, जनशिकायत और पेंशन, परमाणु उर्जा, अंतरिक्ष मंत्रालय (राज्य मंत्री)
किरण रिजिजू (राज्य मंत्री-स्वतंत्र प्रभार) - युवा मामले और खेल (स्वतंत्र प्रभार), अल्पसंख्यक मामले (राज्य मंत्री)
प्रह्लाद सिंह पटेल (राज्य मंत्री-स्वतंत्र प्रभार) - संस्कृति और पर्यटन (स्वतंत्र प्रभार)
आरके सिंह (राज्य मंत्री-स्वतंत्र प्रभार) - बिजली, नवीन एवं नवीकरणीय उर्जा (स्वतंत्र प्रभार), कौशल विकास एवं उद्यमिता (राज्य मंत्री)
हरदीप सिंह पुरी (राज्य मंत्री-स्वतंत्र प्रभार) - शहरी विकास और नागरिक उड्डयन मंत्रालय (स्वतंत्र प्रभार), वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय (राज्य मंत्री)
मनसुख मंडाविया (राज्य मंत्री-स्वतंत्र प्रभार) - जहाजरानी (स्वतंत्र प्रभार), रसायन एवं उर्वरक (राज्य मंत्री)
फग्गन सिंह कुलस्ते (राज्य मंत्री)- इस्पात राज्य मंत्री
अश्विनी चौबे (राज्य मंत्री)- स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री
जनरल (रिटायर) वीके सिंह (राज्य मंत्री)- सड़क, परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री
कृष्ण पाल गुज्जर (राज्य मंत्री)- सामाजिक न्याय एवं सशक्तिकरण राज्य मंत्री
दानवे रावसाहेब दादाराव (राज्य मंत्री)- उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण राज्य मंत्री
जी. किशन रेड्डी (राज्य मंत्री)- गृह राज्य मंत्री
पुरुषोत्तम रुपाला (राज्य मंत्री) कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री
रामदास अठावले (राज्य मंत्री)- सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण राज्य मंत्री
साध्वी निरंजन ज्योति (राज्य मंत्री)- ग्रामीण विकास राज्य मंत्री
बाबुल सुप्रियो (राज्य मंत्री)- पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री
संजीव कुमार बलियान (राज्य मंत्री)- पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन राज्य मंत्री
धोत्रे संजय शमराव (राज्य मंत्री)- मानव संसाधन विकास, संचार और इलेक्ट्रानिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री
अनुराग सिंह ठाकुर (राज्य मंत्री)- वित्त और कॉरपोरेट मामले राज्य मंत्री
सुरेश अंगादि (राज्य मंत्री)- रेल राज्य मंत्री
नित्यानंद राय (राज्य मंत्री)- गृह राज्य मंत्री
वी मुरलीधरन (राज्य मंत्री)- विदेश, संसदीय कार्य राज्य मंत्री
रेणुका सिंह (राज्य मंत्री)- आदिवासी मामलों की राज्य मंत्री
सोम प्रकाश (राज्य मंत्री)- वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री
रामेश्वर तेली (राज्य मंत्री)- खाद्य प्रसंस्करण उद्योग राज्य मंत्री
प्रताप चंद्र सारंगी (राज्य मंत्री)- सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग और पशुपालन, डेयरी एवं मत्स्य पालन राज्य मंत्री
कैलाश चौधरी (राज्य मंत्री)- कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री
देबाश्री चौधरी (राज्य मंत्री)- महिला और बाल विकास राज्य मंत्री
अर्जुन राम मेघवाल (राज्य मंत्री)- संसदीय कार्य, भारी उद्योग एवं सार्वजनिक उद्यम राज्य मंत्री
रतन लाल कटारिया (राज्य मंत्री)- जलशक्ति और सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण राज्य मंत्री
विभागों के बंटवारे में एस जयशंकर को विदेश मंत्रालय का मिलना बड़ी बात मानी जा रही है.
1977 बैच के भारतीय विदेश सेवा के अफसर एस जयशंकर चीन से लेकर रूस तक में भारत के राजदूत रह चुके हैं. जयशंकर श्रीलंका में भारतीय शांति सेना के प्रथम सचिव और राजनीतिक सलाहकार भी रहे. 2018 में रिटायर होने के बाद उन्होंने टाटा ग्रुप में ग्लोबल कॉरपोरेट मामलों के अध्यक्ष का पद संभाला था।
नवनियुक्त मंत्री अपने मंत्रालयों को संभालने लगे है --
नियुक्त मंत्रियों ने अपने मंत्रालयों को संभालना शुरू कर दिया है। निर्मला सीतारमण ने आज वित्त मंत्रालय का कार्यभार संभाला।
इससे पहले, संतोष गंगवार ने श्रम और रोजगार मंत्रालय का कार्यभार संभाला।
नई दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए, श्री गंगवार ने कहा, वह असंगठित क्षेत्र की बेहतरी के लिए काम करेंगे और इस क्षेत्र में काम करने वालों के लिए सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे। गजेंद्र सिंह शेखावत ने जल शक्ति मंत्रालय का कार्यभार संभाला है। उन्होंने कहा, पानी की कमी अब दुनिया की सबसे बड़ी चुनौती है और इस चुनौती को ध्यान में रखते हुए, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने जल शक्ति मंत्रालय के साथ पानी से संबंधित सभी मुद्दों को एकीकृत किया है।
उन्होंने कहा, दुनिया के कुल पीने योग्य पानी का केवल चार प्रतिशत भारत में है और सरकार देश के लिए पानी का संरक्षण सुनिश्चित करेगी। पीयूष गोयल ने वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय का कार्यभार संभाल लिया है। मीडिया से बात करते हुए, श्री गोयल ने कहा, वह उन पर विश्वास करने के लिए प्रधानमंत्री के शुक्रगुजार हैं।
नवनियुक्त शपथ ग्रहण मंत्री श्रीपद नाइक ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लगातार दूसरी बार केंद्रीय मंत्रिपरिषद में सदस्य के रूप में चुनने के लिए धन्यवाद दिया। श्री नाइक को आयुष के लिए राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में बनाए रखा गया था, वह एक पद था जो उन्होंने पिछली एनडीए सरकार में रखा था, जबकि शुक्रवार को रक्षा राज्य मंत्री की जिम्मेदारी भी आवंटित की गई थी।
श्री नाइक ने कहा कि आयुष मंत्रालय को बनाए रखने से उन्हें संबंधित परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलेगी जो उनके पिछले कार्यकाल में शुरू की गई थीं। श्री नाइक हाल ही में हुए आम चुनावों में पांचवें सीधे कार्यकाल के लिए उत्तरी गोवा लोकसभा सीट से संसद के लिए चुने गए थे।
प्रधानमंत्री के रूप में श्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी एक बार फिर भारत के प्रधानमंत्री के रूप भारत को नेतृत्व प्रदान कर है. राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में एक भव्य समारोह में प्रधानमंत्री ने अपने मंत्रिमंडल के साथ शपथ ग्रहण की।
राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, स्मृति ईरानी, निर्मला सीतारमण और प्रकाश जावड़ेकर उन 36 मंत्रियों में शामिल हैं जिन्होंने बृहस्पतिवार को दूसरे कार्यकाल के लिए शपथ ली।
इसके अलावा 20 सांसदों ने पहली बार कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली। मोदी सरकार में 24 कैबिनेट मंत्रियों ने शपथ ली, नौ ने राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और 24 अन्य ने राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली। पिछली नरेन्द्र मोदी सरकार में गृह मंत्री रहे राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री के बाद शपथ ली। राम विलास पासवान, डी वी सदानंद गौड़ा, नरेन्द्र सिंह तोमर, रविशंकर प्रसाद, हरसिमरत कौर बादल, थावरचंद गहलोत, हर्षवर्धन, पीयूष गोयल, धर्मेन्द्र प्रधान और मुख्तार अब्बास नकवी उन लोगों में शामिल हैं जिन्हें दूसरी बार मौका मिला है।गिरिराज सिंह, राजकुमार सिंह, हरदीप सिंह पुरी, अश्विनी कुमार चौबे, साध्वी निरंजन ज्योति, गजेन्द्र सिंह शेखावत, संतोष कुमार गंगवार, श्रीपद येसो नायक, जितेन्द्र सिंह, किरेन रिजिजू, मनसुख मंडाविया, अर्जुन राम मेघवाल, कृष्णपाल गुर्जर, संजीव कुमार बालियान, पुरुषोत्तम रुपाला, रामदास अठावले और बाबुल सुप्रियो को नई मंत्रिपरिषद में बरकरार रखा गया है। हरदीप पुरी को मोदी के मंत्रिपरिषद में लोकसभा चुनाव में उनकी हार के बावजूद शामिल किया गया है। पिछली मोदी सरकार में मानव संसाधन विकास, पर्यावरण, सूचना एवं प्रसारण मंत्री और संसदीय मामलों का प्रभार संभालने वाले प्रकाश जावड़ेकर ने दूसरे कार्यकाल के लिए शपथ ली।अमित शाह को मंत्रिमंडल में शामिल किये जाने को भाजपा की प्रमुख रणनीति के रूप में देखा जा रहा है। मोदी के करीबी माने जाने वाले पूर्व विदेश सचिव एस जयशंकर को मंत्रिमंडल में शामिल किये जाने को चौंकाने वाला कदम माना जा रहा है।
नरेंद्र मोदी (प्रधानमंत्री)- कार्मिक, परमाणु ऊर्जा, जन शिकायत और पेंशन, अंतरिक्ष मंत्रालय
राजनाथ सिंह (कैबिनेट मंत्री)- रक्षा मंत्रालय
अमित शाह (कैबिनेट मंत्री)- गृह मंत्रालय
नितिन गडकरी (कैबिनेट मंत्री)- सड़क परिवहन और राजमार्ग और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय
सदानंद गौड़ा (कैबिनेट मंत्री)- रसायन और उर्वरक मंत्रालय
निर्मला सीतारमण (कैबिनेट मंत्री)- वित्त और कॉरपोरेट मामले का मंत्रालय
राम विलास पासवान (कैबिनेट मंत्री)- उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय
नरेंद्र सिंह तोमर (कैबिनेट मंत्री)- कृषि और किसान कल्याण, ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्रालय
रविशंकर प्रसाद (कैबिनेट मंत्री)- कानून और न्याय, संचार, इलेक्ट्रानिक और सूचना मंत्रालय
हरसिमरत कौर बादल (कैबिनेट मंत्री)- खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय
एस. जयशंकर (कैबिनेट मंत्री)- विदेश मंत्रालय
रमेश पोखरियाल निशंक (कैबिनेट मंत्री)- मानव संसाधन विकास मंत्रालय
थावर चंद गहलोत (कैबिनेट मंत्री)- सामाजिक न्याय एवं सशक्तिकरण मंत्रालय
अर्जुन मुंडा (कैबिनेट मंत्री)- आदिवासी मामलों का मंत्रालय
स्मृति ईरानी (कैबिनेट मंत्री)- महिला और बाल विकास और कपड़ा मंत्रालय
हर्षवर्धन (कैबिनेट मंत्री)- स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, विज्ञान और प्रोद्योगिकी, भूविज्ञान मंत्रालय
प्रकाश जावड़ेकर (कैबिनेट मंत्री) - पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन और सूचना और प्रसारण मंत्रालय
पीयूष गोयल (कैबिनेट मंत्री) - रेलवे, वाणिज्य, उद्योग मंत्रालय
धर्मेंद्र प्रधान (कैबिनेट मंत्री)- पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस और इस्पात मंत्रालय
मुख्तार अब्बास नकवी (कैबिनेट मंत्री)- अल्पसंख्यक मामले
प्रह्लाद जोशी (कैबिनेट मंत्री)- संसदीय मामले, कोयला और खान मंत्रालय
महेंद्र नाथ पांडेय (कैबिनेट मंत्री) - कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय
अरविंद सावंत (कैबिनेट मंत्री) - भारी उद्योग और सार्वजनिक उद्यम मंत्रालय
गिरिराज सिंह (कैबिनेट मंत्री) - पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन मंत्रालय
गजेंद्र सिंह शेखावत (कैबिनेट मंत्री) - जल शक्ति मंत्रालय
संतोष गंगवार (राज्य मंत्री-स्वतंत्र प्रभार) - श्रम और रोजगार मंत्रालय
राव इंद्रजीत सिंह (राज्य मंत्री-स्वतंत्र प्रभार) - सांख्यिकी और कार्यक्रम क्रियान्वयन और नियोजन मंत्रालय
श्रीपद नाईक (राज्य मंत्री-स्वतंत्र प्रभार) - आयुष मंत्रालय (स्वतंत्र प्रभार), रक्षा मंत्रालय (राज्य मंत्री)
जितेंद्र सिंह (राज्य मंत्री-स्वतंत्र प्रभार) - पूर्वोत्तर विकास (स्वतंत्र प्रभार), पीएमओ, कार्मिक, जनशिकायत और पेंशन, परमाणु उर्जा, अंतरिक्ष मंत्रालय (राज्य मंत्री)
किरण रिजिजू (राज्य मंत्री-स्वतंत्र प्रभार) - युवा मामले और खेल (स्वतंत्र प्रभार), अल्पसंख्यक मामले (राज्य मंत्री)
प्रह्लाद सिंह पटेल (राज्य मंत्री-स्वतंत्र प्रभार) - संस्कृति और पर्यटन (स्वतंत्र प्रभार)
आरके सिंह (राज्य मंत्री-स्वतंत्र प्रभार) - बिजली, नवीन एवं नवीकरणीय उर्जा (स्वतंत्र प्रभार), कौशल विकास एवं उद्यमिता (राज्य मंत्री)
हरदीप सिंह पुरी (राज्य मंत्री-स्वतंत्र प्रभार) - शहरी विकास और नागरिक उड्डयन मंत्रालय (स्वतंत्र प्रभार), वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय (राज्य मंत्री)
मनसुख मंडाविया (राज्य मंत्री-स्वतंत्र प्रभार) - जहाजरानी (स्वतंत्र प्रभार), रसायन एवं उर्वरक (राज्य मंत्री)
फग्गन सिंह कुलस्ते (राज्य मंत्री)- इस्पात राज्य मंत्री
अश्विनी चौबे (राज्य मंत्री)- स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री
जनरल (रिटायर) वीके सिंह (राज्य मंत्री)- सड़क, परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री
कृष्ण पाल गुज्जर (राज्य मंत्री)- सामाजिक न्याय एवं सशक्तिकरण राज्य मंत्री
दानवे रावसाहेब दादाराव (राज्य मंत्री)- उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण राज्य मंत्री
जी. किशन रेड्डी (राज्य मंत्री)- गृह राज्य मंत्री
पुरुषोत्तम रुपाला (राज्य मंत्री) कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री
रामदास अठावले (राज्य मंत्री)- सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण राज्य मंत्री
साध्वी निरंजन ज्योति (राज्य मंत्री)- ग्रामीण विकास राज्य मंत्री
बाबुल सुप्रियो (राज्य मंत्री)- पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री
संजीव कुमार बलियान (राज्य मंत्री)- पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन राज्य मंत्री
धोत्रे संजय शमराव (राज्य मंत्री)- मानव संसाधन विकास, संचार और इलेक्ट्रानिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री
अनुराग सिंह ठाकुर (राज्य मंत्री)- वित्त और कॉरपोरेट मामले राज्य मंत्री
सुरेश अंगादि (राज्य मंत्री)- रेल राज्य मंत्री
नित्यानंद राय (राज्य मंत्री)- गृह राज्य मंत्री
वी मुरलीधरन (राज्य मंत्री)- विदेश, संसदीय कार्य राज्य मंत्री
रेणुका सिंह (राज्य मंत्री)- आदिवासी मामलों की राज्य मंत्री
सोम प्रकाश (राज्य मंत्री)- वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री
रामेश्वर तेली (राज्य मंत्री)- खाद्य प्रसंस्करण उद्योग राज्य मंत्री
प्रताप चंद्र सारंगी (राज्य मंत्री)- सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग और पशुपालन, डेयरी एवं मत्स्य पालन राज्य मंत्री
कैलाश चौधरी (राज्य मंत्री)- कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री
देबाश्री चौधरी (राज्य मंत्री)- महिला और बाल विकास राज्य मंत्री
अर्जुन राम मेघवाल (राज्य मंत्री)- संसदीय कार्य, भारी उद्योग एवं सार्वजनिक उद्यम राज्य मंत्री
रतन लाल कटारिया (राज्य मंत्री)- जलशक्ति और सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण राज्य मंत्री
विभागों के बंटवारे में एस जयशंकर को विदेश मंत्रालय का मिलना बड़ी बात मानी जा रही है.
1977 बैच के भारतीय विदेश सेवा के अफसर एस जयशंकर चीन से लेकर रूस तक में भारत के राजदूत रह चुके हैं. जयशंकर श्रीलंका में भारतीय शांति सेना के प्रथम सचिव और राजनीतिक सलाहकार भी रहे. 2018 में रिटायर होने के बाद उन्होंने टाटा ग्रुप में ग्लोबल कॉरपोरेट मामलों के अध्यक्ष का पद संभाला था।
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