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 चमोली (रुद्रप्रयाग)


भूपेंद्र भण्डारी

 गोविन्द घाट गुरूद्वारा में अखण्ड साहिब के पाठ, भजन एवं कीर्तन कर पंच प्यारों की अगुवाई में हेमकुण्ड साहिब की यात्रा के लिए पहला जत्था शुक्रवार को रवाना हुआ। गोविन्द घाट में गढवाल मण्डल आयुक्त डा0 बीवीआरसी पुरूषोत्तम ने हेमकुण्ड साहिब यात्रा का शुभारंभ किया। पहले जत्थे में ही 8 हजार से अधिक श्रद्वालु हेमकुण्ड के लिए रवाना हुए। गढवाल मण्डल आयुक्त डा0 बीवीआरसी पुरूषोत्तम, मुख्य विकास अधिकारी हंसादत्त पांडे और अपर जिलाधिकारी एमएस बर्निया भी पहले जत्थे के साथ हेमकुण्ड के लिए रवाना हुए। इस अवसर पर मैनेजमैन्ट ट्रस्ट के सीनियर प्रबंधक सेवा सिंह ने मुख्य अतिथि गढवाल आयुक्त का स्वागत करते हुए कृपाण (तलवार) भेंट कर सम्मानित किया। हेमकुण्ड साहिब के कपाट शनिवार को श्रद्वालुओं के लिए खुलेंगे।


गढवाल मण्डल आयुक्त ने पवित्र धाम हेमकुण्ड एवं लोकपाल-लक्ष्मण मंदिर की सुरक्षित एवं फलदायी तीर्थ यात्रा की कामना की। यात्रामार्ग की व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने के लिए गढवाल आयुक्त स्वयं भी जिला प्रशासन की टीम सहित पहले जत्थे के साथ हेमकुण्ड के लिए रवाना हुए। गढवाल आयुक्त ने कहा कि इस बार भारी बर्फवारी होन से हेमुकुण्ड में अभी भी बर्फ जमी होने के कारण कुछ समस्याऐं जरूर है, फिर भी यात्रा को सफल एवं सुगम बनाने के लिए हर सम्भव तैयारियां की गई है। उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान श्रद्वालुओं को पैदल मार्ग पर पूरी सुविधाऐं मिलें इसके लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया जा चुका है और जो भी कमियां रह गई है उसको भी शीघ्र दूर करने का प्रयास किया जाएगा।


उन्होंने कहा कि इस वर्ष चारों धामों में यात्रा पूरे जोर-शोर से चल रही है। देश-विदेश से हजारों तीर्थयात्री व पर्यटक हर रोज पवित्र धामों के दर्शन कर रहे है। हेमकुण्ड साहिब की यात्रा शुरू होने से रिर्काड तोड यात्री इस वर्ष पवित्र धामों की यात्रा पर आ रहे है। उन्होंने पवित्र धामों में आने वाले सभी श्रृद्वालुओं से स्वच्छता बनाये रखने की अपील भी की है।


सिक्खों के प्रसिद्व धार्मिक स्थल हेमकुण्ड साहिब के कपाट 01 जून को पूरे विधि विधान के साथ भक्तों के लिए खोल दिये जायेंगे। गुरूग्रन्थ साहिब को पंच प्यारों की अगुवाई में सच्च खण्ड से दरवार हाॅल में लाया जायेगा। जहाॅ पहली अरदास के साथ सुखमनी साहिब के पाठ तथा शब्द कीर्तन किया जायेगा। उसके बाद दोपहर में दूसरी अरदास के साथ हुकम नामा लिया जायेगा और श्री श्री  हेमकुण्ड साहिब का इतिहास भक्तों को बताया जायेगा। बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर गोविन्द घाट से करीब 21 किलोमीटर की खडी चढाई चढने के बाद 15 हजार फुट की ऊॅचाई पर स्थित तीर्थस्थल हेमकुण्ड साहिब पहुॅचा जाता है। गोविन्द घाट से पुलना तक 3 किलामीटर की दूरी वाहन से तथा बाकी पैदल ही तय करनी पड़ती है। हिमालय की चोटियों के बीच में स्थापित सुन्दर एवं रमणीक तीर्थ स्थल हेमकुण्ड साहिब में एक विशाल सरोवर है, वही हेमकुण्ड गुरूद्वारा बनाया गया है। जहाॅ सिख्खों के गुरू गुरूगोविन्द सिंह ने तपस्या की थी।


हेमकुण्ड साहिब के लिए पहला जत्था रवाना करने के अवसर पर मैनेजमैन्ट ट्रस्ट के सीनियर प्रबंधक सेवा सिंह, प्रधान सरदार जनक सिंह, गुरूद्वारा प्रबन्धन के अन्य वरिष्ठ सदस्य, सीडीओ हसांदत्त पांडे, एडीएम एमएस बर्निया, तहसीलदार एवं भारी संख्या में सिख्ख श्रद्वालु मौजूद थे। 

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