नैनीताल:
उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद, एशियन डेवलपमेंट बैंक तथा साइकिल फेडरेशन ऑफ इंडिया के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किए जा रहे 'द अल्टीमेट हिमालयन माउंटेन टैरेन बाइकिंग चैलेंज' का आगाज नैनीताल के गोविंद बल्लभ पंत पार्क से हुआ. क्वालीफिकेशन राउंड में कुल 87 प्रतिभागियों का चयन मुख्य प्रतिस्पर्धा के लिए किया गया. जिसमें 13 अंतर्राष्ट्रीय पुरुष तथा 09 अंतरराष्ट्रीय महिलाएं हैं. राष्ट्रीय पुरुषों एवं महिलाओं की संख्या क्रमशः 62 व 03 है. 18 अप्रैल से आरंभ होने वाला मुख्य आयोजन 26 अप्रैल को समाप्त होगा. आयोजन का प्रतीक (मस्कट) 'बर्फी' है.
आज नैनीताल स्थित गोविंद बल्लभ पंत पार्क से प्रातः लगभग 7:15 बजे देश-विदेश से आए साइकिल सवारों को उल्टी गिनती के साथ फ्लैग ऑफ किया गया. साइकिल सवार यहां से शुरू होकर बारापत्थर, सड़िया ताल, रूसी बाईपास, वल्दिया खान, तल्लीताल, मॉल रोड से होते हुए 2 राउंड लगाने के बाद लगभग 48 किलोमीटर की दूरी तय कर प्रतियोगिता के मुख्य चरण में प्रवेश करने में सफल हुए. क्वालिफिकेशन राउंड के बाद कुल प्रतिभागियों की संख्या 87 होगी. प्रतिस्पर्धा में उत्तराखंड के पुरुषों तथा महिलाओं द्वारा भी प्रतिभाग किया जा रहा हे जोकि राज्य में माउंटेन बाइकिंग जैसे साहसिक खेल के लिए एक उदीयमान पक्ष है.
भारी मौसम और हल्की बूंदाबांदी के बीच शुरू हुई प्रतियोगिता में देश- विदेश से आए साइकिल सवारों का उत्साह देखते ही बनता था. जोशीले नव युवकों एवं युवतियों के कौशल और स्टेमिना का आलम यह था कि आयोजकों के चौपहिया वाहनों को उन्हें ओवरटेक करने में खासी मशक्कत करनी पड़ रही थी. पर्यटन विभाग तथा पुलिस प्रशासन के समन्वय से रूट पर किसी प्रकार की कोई अव्यवस्था नहीं हुई और साइकिल सवारों ने सुगमता पूर्वक 48 किलोमीटर लंबे क्वालीफाइंग राउंड को सुरक्षित पूरा किया. मार्ग पर नियोजित रूप से खड़े स्वयंसेवकों द्वारा प्रतिभागियों को पेयजल, फलाहार और लाइट स्नैक्स के रूप में रिफ्रेशमेंट भी उपलब्ध करवाया गया. नैनीताल की स्थानीय जनता ने जगह-जगह पर तालियां बजाकर तथा चीयर अप कर प्रतिभागियों की हौसला अफजाई की.
माउंटेन बाइकिंग चैलेंज का उद्घाटन अपर सचिव पर्यटन सी रविशंकर ने मल्लीताल स्थिति शैले हॉल में किया . उन्होंने देश विदेश से पधारे जोशीले युवाओं के साहस की प्रशंसा करते हुए कहा कि साहस और रोमांच जीवन को गतिशील और जीवंत बनाने का काम करते हैं और उत्तराखंड का भौगोलिक परिदृश्य प्राकृतिक रूप से साहस और रोमांच से जुड़ा हुआ है. उन्होंने कहा कि इस प्रकार के आयोजन राज्य में साहसिक पर्यटन का भविष्य तलाशने में मील का पत्थर साबित होंगे और न केवल राज्य के पर्यटन बल्कि अर्थव्यवस्था को भी गतिशीलता प्रदान करेंगे.
उन्होंने बताया कि माउंटेन बाइक रैली का पहला पड़ाव अल्मोड़ा होगा इसके बाद कौसानी, रुद्रप्रयाग, टिहरी चिन्यालीसौड़ और मसूरी होते हुए साइकिल सवारों का यह दल देहरादून पहुंचेगा, जहां 26 तारीख को प्रतियोगिता का समापन समारोह आयोजित किया जाएगा. कल से आरंभ होने जा रही इस प्रतियोगिता के प्रत्येक दिन विभिन्न वर्गों के विजेताओं को आकर्षक पुरस्कार दिए जाएंगे. स्थानीय युवाओं को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से उनके लिए विशेष पृथक पुरस्कार रखे गए हैं.
उद्घाटन समारोह में प्रतिभागी एवं दर्शक स्थानीय लोक नृत्य झोड़ा तथा छपेली की धुनों पर झूम उठे. इस अवसर पर महाप्रबंधक पर्यटन अशोक जोशी, संयुक्त निदेशक पर्यटन, पूनमचंद, जिला पर्यटन विकास अधिकारी, अरविंद गौड़ आदि उपस्थित रहे.
उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद, एशियन डेवलपमेंट बैंक तथा साइकिल फेडरेशन ऑफ इंडिया के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किए जा रहे 'द अल्टीमेट हिमालयन माउंटेन टैरेन बाइकिंग चैलेंज' का आगाज नैनीताल के गोविंद बल्लभ पंत पार्क से हुआ. क्वालीफिकेशन राउंड में कुल 87 प्रतिभागियों का चयन मुख्य प्रतिस्पर्धा के लिए किया गया. जिसमें 13 अंतर्राष्ट्रीय पुरुष तथा 09 अंतरराष्ट्रीय महिलाएं हैं. राष्ट्रीय पुरुषों एवं महिलाओं की संख्या क्रमशः 62 व 03 है. 18 अप्रैल से आरंभ होने वाला मुख्य आयोजन 26 अप्रैल को समाप्त होगा. आयोजन का प्रतीक (मस्कट) 'बर्फी' है.
आज नैनीताल स्थित गोविंद बल्लभ पंत पार्क से प्रातः लगभग 7:15 बजे देश-विदेश से आए साइकिल सवारों को उल्टी गिनती के साथ फ्लैग ऑफ किया गया. साइकिल सवार यहां से शुरू होकर बारापत्थर, सड़िया ताल, रूसी बाईपास, वल्दिया खान, तल्लीताल, मॉल रोड से होते हुए 2 राउंड लगाने के बाद लगभग 48 किलोमीटर की दूरी तय कर प्रतियोगिता के मुख्य चरण में प्रवेश करने में सफल हुए. क्वालिफिकेशन राउंड के बाद कुल प्रतिभागियों की संख्या 87 होगी. प्रतिस्पर्धा में उत्तराखंड के पुरुषों तथा महिलाओं द्वारा भी प्रतिभाग किया जा रहा हे जोकि राज्य में माउंटेन बाइकिंग जैसे साहसिक खेल के लिए एक उदीयमान पक्ष है.
भारी मौसम और हल्की बूंदाबांदी के बीच शुरू हुई प्रतियोगिता में देश- विदेश से आए साइकिल सवारों का उत्साह देखते ही बनता था. जोशीले नव युवकों एवं युवतियों के कौशल और स्टेमिना का आलम यह था कि आयोजकों के चौपहिया वाहनों को उन्हें ओवरटेक करने में खासी मशक्कत करनी पड़ रही थी. पर्यटन विभाग तथा पुलिस प्रशासन के समन्वय से रूट पर किसी प्रकार की कोई अव्यवस्था नहीं हुई और साइकिल सवारों ने सुगमता पूर्वक 48 किलोमीटर लंबे क्वालीफाइंग राउंड को सुरक्षित पूरा किया. मार्ग पर नियोजित रूप से खड़े स्वयंसेवकों द्वारा प्रतिभागियों को पेयजल, फलाहार और लाइट स्नैक्स के रूप में रिफ्रेशमेंट भी उपलब्ध करवाया गया. नैनीताल की स्थानीय जनता ने जगह-जगह पर तालियां बजाकर तथा चीयर अप कर प्रतिभागियों की हौसला अफजाई की.
माउंटेन बाइकिंग चैलेंज का उद्घाटन अपर सचिव पर्यटन सी रविशंकर ने मल्लीताल स्थिति शैले हॉल में किया . उन्होंने देश विदेश से पधारे जोशीले युवाओं के साहस की प्रशंसा करते हुए कहा कि साहस और रोमांच जीवन को गतिशील और जीवंत बनाने का काम करते हैं और उत्तराखंड का भौगोलिक परिदृश्य प्राकृतिक रूप से साहस और रोमांच से जुड़ा हुआ है. उन्होंने कहा कि इस प्रकार के आयोजन राज्य में साहसिक पर्यटन का भविष्य तलाशने में मील का पत्थर साबित होंगे और न केवल राज्य के पर्यटन बल्कि अर्थव्यवस्था को भी गतिशीलता प्रदान करेंगे.
उन्होंने बताया कि माउंटेन बाइक रैली का पहला पड़ाव अल्मोड़ा होगा इसके बाद कौसानी, रुद्रप्रयाग, टिहरी चिन्यालीसौड़ और मसूरी होते हुए साइकिल सवारों का यह दल देहरादून पहुंचेगा, जहां 26 तारीख को प्रतियोगिता का समापन समारोह आयोजित किया जाएगा. कल से आरंभ होने जा रही इस प्रतियोगिता के प्रत्येक दिन विभिन्न वर्गों के विजेताओं को आकर्षक पुरस्कार दिए जाएंगे. स्थानीय युवाओं को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से उनके लिए विशेष पृथक पुरस्कार रखे गए हैं.
उद्घाटन समारोह में प्रतिभागी एवं दर्शक स्थानीय लोक नृत्य झोड़ा तथा छपेली की धुनों पर झूम उठे. इस अवसर पर महाप्रबंधक पर्यटन अशोक जोशी, संयुक्त निदेशक पर्यटन, पूनमचंद, जिला पर्यटन विकास अधिकारी, अरविंद गौड़ आदि उपस्थित रहे.
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