डोईवाला:
श०दु०म०रा०स्ना०महाविद्यालय डोईवाला में वाणिज्य संकाय में सम्पन्न भूगोल विभागीय परिषद द्वारा विभिन्न प्रतियोगिताऐं आयोजित की गयी।मानचित्र निर्माण प्रतियोगिता में स्नातक स्तर पर निकिता प्रथम,मुकेश कुमार 'द्वितीय एवं रघुवीर सिंह तृतीय रहे।स्नातकोत्तर स्तर पर सूरजसिंह प्रथम,शालिनी नेगी एवंनिधि सजवाण द्वितीय एवं जसप्रीत कौर तृतीय रहीं।भाषण प्रतियोगिता में सूरज सिंह प्रथम,दीक्षा मंमगाईं एवंआशिष सिंह द्वितीय एवंमुकेश तृतीय रहे।पोस्टर प्रतियोगिता में संजनानेगी प्रथम,सूरज द्वितीय एवं आंचल व अंजलि पुन्डीर तृतीय रहीं।
विभिन्न प्रतियोगिताओं के पारितोषिक वितरण समारोह में महाविद्यालय के प्राचार्य डा० एम०सी० नैनवाल ने कहा कि द्दात्र द्दात्राओंको जीवन की सफल ऊँचाइयों को प्राप्त करने के लिए अपना कीमती समयका घ्यान रखना आवश्यक है एवंकठिन परिश्रम के द्वारा उद्देश्य प्राप्ति के लिए अपना ध्यान केन्द्रित करें।
भूगोल विभाग की विभागाघ्यक्ष डॉ० संतोष वर्मा ने कहा कि अनुभवी जोहरी द्वारा तरासने के बाद ही हीरा मूल्यवान वन पाता है।इसी क्रम में इस प्रकार की प्रतियोगिताऐं व्यक्त्तित्व निर्माण एवं भविष्य की सफलताओं के लिए सहायक सिद्ध होती हैं।
प्रतियोगिताओं के निर्णायक मण्डल में डा०आर०एस०रावत,डा० राखी पंचोला,डा०वंदना गौड़,डा०दीपा शर्मा ,डा० पूनम पाण्डे,डा० पल्लवी मिश्रा,डा०अंजूभट्ट एवं डा० अफरोज इकवाल थे।
कार्यक्रम का संचालन डा० एस०एस० बलूडी एवं ङा०कंचन सिंह द्वारा किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के चीफप्राक्टर डा० आर०एस० रावत,डा० एस०के० कुड़ियाल,डा०नर्वदेश्वर शुक्ल,ङा० नूरहसन,डा० प्रभाविष्ट उपस्थित थीं।
श०दु०म०रा०स्ना०महाविद्यालय डोईवाला में वाणिज्य संकाय में सम्पन्न भूगोल विभागीय परिषद द्वारा विभिन्न प्रतियोगिताऐं आयोजित की गयी।मानचित्र निर्माण प्रतियोगिता में स्नातक स्तर पर निकिता प्रथम,मुकेश कुमार 'द्वितीय एवं रघुवीर सिंह तृतीय रहे।स्नातकोत्तर स्तर पर सूरजसिंह प्रथम,शालिनी नेगी एवंनिधि सजवाण द्वितीय एवं जसप्रीत कौर तृतीय रहीं।भाषण प्रतियोगिता में सूरज सिंह प्रथम,दीक्षा मंमगाईं एवंआशिष सिंह द्वितीय एवंमुकेश तृतीय रहे।पोस्टर प्रतियोगिता में संजनानेगी प्रथम,सूरज द्वितीय एवं आंचल व अंजलि पुन्डीर तृतीय रहीं।
विभिन्न प्रतियोगिताओं के पारितोषिक वितरण समारोह में महाविद्यालय के प्राचार्य डा० एम०सी० नैनवाल ने कहा कि द्दात्र द्दात्राओंको जीवन की सफल ऊँचाइयों को प्राप्त करने के लिए अपना कीमती समयका घ्यान रखना आवश्यक है एवंकठिन परिश्रम के द्वारा उद्देश्य प्राप्ति के लिए अपना ध्यान केन्द्रित करें।
भूगोल विभाग की विभागाघ्यक्ष डॉ० संतोष वर्मा ने कहा कि अनुभवी जोहरी द्वारा तरासने के बाद ही हीरा मूल्यवान वन पाता है।इसी क्रम में इस प्रकार की प्रतियोगिताऐं व्यक्त्तित्व निर्माण एवं भविष्य की सफलताओं के लिए सहायक सिद्ध होती हैं।
प्रतियोगिताओं के निर्णायक मण्डल में डा०आर०एस०रावत,डा० राखी पंचोला,डा०वंदना गौड़,डा०दीपा शर्मा ,डा० पूनम पाण्डे,डा० पल्लवी मिश्रा,डा०अंजूभट्ट एवं डा० अफरोज इकवाल थे।
कार्यक्रम का संचालन डा० एस०एस० बलूडी एवं ङा०कंचन सिंह द्वारा किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के चीफप्राक्टर डा० आर०एस० रावत,डा० एस०के० कुड़ियाल,डा०नर्वदेश्वर शुक्ल,ङा० नूरहसन,डा० प्रभाविष्ट उपस्थित थीं।
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