ऋषिकेश;
क्षेत्र के रानीपोखरी स्थित चिल्ड्रन होम अकेडमी में सातवीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्र की अचानक मौत हो गयी। जिसने ढेरों सवाल खड़े कर दिए।छात्र की मौत के बाद अकेडमी ने इसकी सूचना रात को परिजनों को दी परिजन मौके पर पहुँचे ।जब तक परिजनों को मौत के कारणों का पता चल पाता, तब तक अकेडमी ने छात्र के शव का पोस्टमार्टम कर, शव को आनन फानन में अकेडमी के छात्रावास में ही दफना दिया।
बाल संरक्षण आयोग को पूरे मामले की भनक लग गई तो आयोग की अध्यक्ष उषा नेगी आयोग की टीम के साथ अकेडमी मे पहुँचकर अकेडमी के निरीक्षण किया अकेडमी में कई खामियां पाई गई। बच्चों द्वारा आयोग को बताया गया कि उनसे एकेडमी प्रबंधन शौचालय की साफ सफाई करवाई जाती है। बच्चों से अकेडमी की सफाई करवाई जाती है जिस पर आयोग के अध्यक्ष ने अकेडमी वार्डन को जमकर फटकार लगाई ।
वही मामले की गहन जांच व दोषियों को सजा दिलवाने के लिए मृत छात्र वासु यादव के पिता ने रानीपोखरी थाने में बच्चे की हत्या की तहरीर दी है।
बच्चे की मौत का कारणों का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर ही लग पायेगा और पुलिस की कार्यवाही पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर ही होगी।
वहीं अकेडमी प्रबंधन का कहना है कि बच्चे ने रात का खाना खाया तो बच्चे की तवियत अचानक बिगड़ गयी जिससे बच्चे को नजदीकी अस्पताल में भर्ती किया गया। जहां बच्चे ने दम तोड़ दिया ।मगर बच्चे के पिता का आरोप है कि क्या रात का खाना सिर्फ उनके बच्चे ने ही खाया था? अगर और बच्चों ने भी खाना खाया तो उनकी तबियत क्यों नही बिगड़ी ये सवाल तो अवश्य उठता है कि आखिर एक ही बच्चा खाने के कारण कैसे मृत्यु को प्राप्त हो गया।
जबकि स्थानीय लोगों का भी कहना है कि अकादमी में बच्चों के साथ बदसलूकी की जाती है। उनसे मारपीट तक की जाती है ।
यहां पुलिस पर भी सवाल खड़े होते है कि पोस्टमार्टम से पहले उन्होंने बच्चे के अभिभावक के आने इंतज़ार क्यों नही किया और उनके आने से पहले ही बच्चे को क्यों दफना दिया?
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