रुड़की;
जम्मू बस स्टैंड पर ब्लास्ट के दौरान मरने वाले युवक शाकिर का शव आज उसके पैतृक गांव टोडा एहतमाल लाया गया। इस दौरान ग्रामीणों एवं विभिन्न संगठनों ने एकत्र होकर परिजनों को मुआवजा देने की मांग की। विरोध स्वरूप मृतक के शव का अंतिम संस्कार भी प्रशासन के ठोस आश्वासन मिलने तक नही किया।
गुरुवार को जम्मू में बस स्टैंड के समीप हुए बिस्फोट में करीब तीस लोग घायल हो गए थे। इस घटना में रुड़की तहसील के टोडा एहतमाल निवासी 17 वर्षीय शाकिर की मौत हुई थी। शाकिर का शव आज सुबह उसके गांव लाया गया। जहां विभिन्न संगठनों भीम आर्मी और दलित मजदूर एकता समिति कार्यकर्ताओं एवं ग्रामीणों ने शव को दफनाने की इनकार कर दिया। उनकी मांग थी कि मृतक के परिजनों को दस लाख मुआवजा और एक नौकरी दिया जाए। इस विरोध की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे पुलिस प्रसाशन के अधिकारियों ने लोगों को समझाने का प्रयास किया। मौके पर पहुंचे कलियर विधायक फुरकान अहमद की मध्यस्ता में प्रसाशन और ग्रामीणों के बीच वार्ता हुई। इस दौरान जेएम नितिका खंडेलवाल ने परिजनों को सांत्वना दी और विरोध कर रहे लोगों से वार्ता की। उन्होंने बताया कि जम्मू कश्मीर के राज्यपाल की ओर से चार लाख की घोषणा की जा चुकी है। साथ ही राज्य सरकार की ओर से पांच लाख की घोषणा जेएम ने की। इसके साथ ही जेएम ने आवासीय भूमि का पट्टा देने की बात भी कही। उन्होंने परिजनों में से किसी एक को नौकरी दिलवाने का प्रस्ताव सरकार को भेजे जाने का आश्वासन भी ग्रामीणों को दिया। उसके बाद करीब चार घण्टे तक हुए विरोध के बाद मामला शांत हुआ। इस अवसर पर सीओ रुड़की चन्दन सिंह बिष्ट, तहसीलदार मनजीत सिंह, कोतवाली प्रभारी अमरजीत सिंह आदि अधिकारी मौजूद रहे।
एक टिप्पणी भेजें