ऋषिकेश :
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश की ओर से स्किल इन्हांसमेंट फॉर एफेक्टिव डिजिटल प्रजेंटेशन विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें प्रतिभागियों को आधुनिक तकनीक के उपयोग और अनुसंधान के प्रस्तुतिकरण में इसके महत्व की विस्तृत जानकारी दी गई। संस्थान के मेडिकल एजुकेशन डिपार्टमेंट द्वारा आयोजित कार्यशाला में अपने संदेश में एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने शैक्षणिक व अनुसंधानात्मक कार्यों में डिजिटल प्रजेन्टेशन का महत्व बताया।
उन्होंने बताया कि कोई कितना भी बेहतर शिक्षक व रिसर्च हो,मगर यदि उसे सलीके से प्रस्तुत नहीं किया गया तो उसे महत्व नहीं मिल पाता। निदेशक एम्स प्रो.रवि कांत ने बताया कि बढ़ती टेक्नोलॉजी के युग में शैक्षणिक व रिसर्च के प्रस्तुतिकरण को प्रभावी बनाने के लिए आधुनिक तकनीक का बेहतर उपयोग करना आना चाहिए। एम्स निदेशक पद्मश्री प्रो.रवि कांत ने बताया कि विद्यार्थियों को इस विषय में प्रशिक्षित करने के लिए कार्यशाला आयोजित की गई है। कार्यशाला में डीन एलुमिनाई प्रोफेसर बीना रवि ने प्रतिभागियों को बेहतर प्रस्तुतिकरण की सरल विधि के तौर तरीके बताए। उन्होंने प्रजेंटेशन एफेक्टिव बनाने के लिए बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में भी बताया। इस अवसर पर उन्हें अच्छे प्रस्तुतिकरण के लिए किस तरह के फोटोग्राफ्स, वीडियो, ग्राफ्स, ऑडियो, स्मार्ट आर्टस आदि का उपयोग किया जाता है इस की विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। इस दौरान प्रतिभागियों ने अपने रिसर्च पेपर प्रस्तुत किए। उन्होंने चेकलिस्ट के माध्यम से एक दूसरे के प्रजेंटेशन का आंकलन भी किया। इस मौके पर मेडिकल एजुकेशन विभागाध्यक्ष प्रो. शालिनी राव, प्रो.प्रतिमा गुप्ता, डा.मनीषा, डा.अनुपमा बहादुर, डा.आशी चुग, डा.राजेश काथरोटिया आदि मौजूद थे।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश की ओर से स्किल इन्हांसमेंट फॉर एफेक्टिव डिजिटल प्रजेंटेशन विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें प्रतिभागियों को आधुनिक तकनीक के उपयोग और अनुसंधान के प्रस्तुतिकरण में इसके महत्व की विस्तृत जानकारी दी गई। संस्थान के मेडिकल एजुकेशन डिपार्टमेंट द्वारा आयोजित कार्यशाला में अपने संदेश में एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने शैक्षणिक व अनुसंधानात्मक कार्यों में डिजिटल प्रजेन्टेशन का महत्व बताया।
उन्होंने बताया कि कोई कितना भी बेहतर शिक्षक व रिसर्च हो,मगर यदि उसे सलीके से प्रस्तुत नहीं किया गया तो उसे महत्व नहीं मिल पाता। निदेशक एम्स प्रो.रवि कांत ने बताया कि बढ़ती टेक्नोलॉजी के युग में शैक्षणिक व रिसर्च के प्रस्तुतिकरण को प्रभावी बनाने के लिए आधुनिक तकनीक का बेहतर उपयोग करना आना चाहिए। एम्स निदेशक पद्मश्री प्रो.रवि कांत ने बताया कि विद्यार्थियों को इस विषय में प्रशिक्षित करने के लिए कार्यशाला आयोजित की गई है। कार्यशाला में डीन एलुमिनाई प्रोफेसर बीना रवि ने प्रतिभागियों को बेहतर प्रस्तुतिकरण की सरल विधि के तौर तरीके बताए। उन्होंने प्रजेंटेशन एफेक्टिव बनाने के लिए बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में भी बताया। इस अवसर पर उन्हें अच्छे प्रस्तुतिकरण के लिए किस तरह के फोटोग्राफ्स, वीडियो, ग्राफ्स, ऑडियो, स्मार्ट आर्टस आदि का उपयोग किया जाता है इस की विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। इस दौरान प्रतिभागियों ने अपने रिसर्च पेपर प्रस्तुत किए। उन्होंने चेकलिस्ट के माध्यम से एक दूसरे के प्रजेंटेशन का आंकलन भी किया। इस मौके पर मेडिकल एजुकेशन विभागाध्यक्ष प्रो. शालिनी राव, प्रो.प्रतिमा गुप्ता, डा.मनीषा, डा.अनुपमा बहादुर, डा.आशी चुग, डा.राजेश काथरोटिया आदि मौजूद थे।
एक टिप्पणी भेजें