ऋषिकेश :
उत्तम सिंह
जहां आधुनिकता की दौड मे शादी समारोह मे बैड बाजों एव डी जे की धमक देखने को मिलती है । वही कुछ लोगों अपनी संस्कृति को जीवित रखने का कार्य कर रहे है । जिसमें छिददरवाला मे स्थित चकजोगीवाला मे शुक्रवार को रात्रि मे एक शादी समारोह मे देखने को मिला । जब छिददरवाला क्षेत्र मे कुमाँऊ से आयी बारात मे प्रसिद्ध एवं प्राचीन छोलिया नृत्य बारात की शोभा बनी रही । यह कुमाँऊ की प्रसिद्ध एवं प्राचीन लोक नृत्य है । जिसमें छोलिया नृत्य कलाकारों ने अपनी कला दिखायी । जहां घराती भी इस छोलिया नृत्य मे झूम पडे । जहां छोलिया नृत्य कि आत्मा कुमाऊंनी लोक संस्कृति से जुडी है । जहां शादी समारोह मे कुछ लोग अपनी लोक संस्कृति की जडे मजबूत करने का कार्य कर रहे है ।
उत्तम सिंह
जहां आधुनिकता की दौड मे शादी समारोह मे बैड बाजों एव डी जे की धमक देखने को मिलती है । वही कुछ लोगों अपनी संस्कृति को जीवित रखने का कार्य कर रहे है । जिसमें छिददरवाला मे स्थित चकजोगीवाला मे शुक्रवार को रात्रि मे एक शादी समारोह मे देखने को मिला । जब छिददरवाला क्षेत्र मे कुमाँऊ से आयी बारात मे प्रसिद्ध एवं प्राचीन छोलिया नृत्य बारात की शोभा बनी रही । यह कुमाँऊ की प्रसिद्ध एवं प्राचीन लोक नृत्य है । जिसमें छोलिया नृत्य कलाकारों ने अपनी कला दिखायी । जहां घराती भी इस छोलिया नृत्य मे झूम पडे । जहां छोलिया नृत्य कि आत्मा कुमाऊंनी लोक संस्कृति से जुडी है । जहां शादी समारोह मे कुछ लोग अपनी लोक संस्कृति की जडे मजबूत करने का कार्य कर रहे है ।
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