उत्तरकाशी;
चिरंजीव सेमवाल
उत्तरकाशी ही नहीं बल्कि उत्तराखंड का प्रसिद्ध पौराणिक माघ मेले बाड़ाहाट थौलू को लेकर राजनीति चरम पर है। पुरोला विधायक राजकुमार ने राज्यपाल को पत्र लिखकर उनको अपमानित करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि माघ मेले की प्रचार सामग्री में पुरोला विधानसभा क्षेत्र का विधायक होने के नाते उनको भी स्थान दिया जाना चाहिए था, लेकिन उनका कहीं फोटो तो दूर नाम तक नहीं दिया गया।
बता दे कि पिछले कुछ दिनों से माघ मेले को लेकर लगातार विवाद की स्थिति बनी हुई है। पहले कूड़े का मामला हाईकार्ट तक जा पहुंचा। अब जिला पंचायत अध्यक्ष जसोदा राणा की मनमानी के चलते राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है। माघ मेले के पोस्टर में जिला पंचायत सदस्यों और कुछ नगर पालिका सदस्यों के ही नाम और फोटो दिए गए हैं। इसको लेकर राजनीति शुरू हो गई है। विधायक राजकुमार ने राज्यपाल को लिखे पत्र में आंदोलन की चेतवानी दी है। उन्होंने कहा कि जिला मुख्यालय में आयोजित मेले में पूरे जिले को जोड़ने का प्रयास किया जाता है। लेकिन ऐसा लग रहा है कि मेले का आयोजन भाजपा पार्टी करा रही होगी। मेले में एक ही सांस्कृतिक समूह को हर बार बुलाया जाता है, जबकि जिले में सैकड़ों स्थानीय कलाकार हैं। उन्होंने कहा कि अगर जल्दी ही मेले के पोस्टर नहीं हटाए गए, तो उग्र आंदोलन किया ।
जिलाधिकारी डा. आशीष चौहान ने मामले को गंभीरता से लेते हुये जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी को जमकर फटकार लगाते हुये विधायक पुरोला के सम्मान में किसी भी प्रकार की कोतवाही वरतने पर कडी नसीहत दी है। डीएम विघायक पुरोला के बैन एवं पोस्टरों पर नाम व फोटो न होने पर नारगी जाहर करते हुये मामले मैं उपजिलाधिकारी भटवाड़ी को जांच के निर्देश दिये हैं।
इधर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता प्रदीप भटटा ने कहा कि माघ मेला किसी पार्टी व व्यक्ति विशेष का नही है। लेकिन जिला पांचायत उत्तरकाशी द्वारा मेले के बैनर पोस्टरों में भाजपा के नेताओं विघायकों के ही फोटों प्रकाशित किये है पुरोला के कांग्रेस विधायक का नाम एवं फोटो प्रकाशित नही किया गया। इस मौके पर नगर पंचायत अध्यक्ष पुरोला हरिमोहन सिंह,राजेश रावत,सुनिल रावत,जगदीश,किशन सिंह रावत,विजयपाल सिंह,जयेंद्र सिंह,दिनेश,अनिल कुमार,राजेश भंडारी,पवन सेमवाल आदि भारी संख्या में विधायक के समर्थक मौजूद रहे।
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