सूर्य पूजा का पर्व मकर संक्रांति इस बार 15 जनवरी, मंगलवार को मनाया जा रहा है। इस दिन स्नान दान का विशेष 1 है। इस दिन लोग पवित्र नदियों में स्नान करते हैं और सूर्य को अर्घ्य देकर आग में दिल और गुड़ डालते हैं। उत्तर प्रदेश में इस तिल के लड्डू और खिचड़ी खाने का प्रचलन है। सूर्य के मकर राशि में प्रेवश को मकर संक्रांति कहते हैं। आज के ही दिन सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण में प्रवेश करते हैं। मकर संक्रांति को देशभर में कई नामों से जाना जाता है। तमिलनाडु में मकर संक्रांति को पोंगल के रूप में मनाते हैं और वहीं, कर्नाटक, केरल व आंध्र प्रदेश में इसे केवल संक्रांति ही बोला जाता है। उत्तर प्रदेश में मकरसंक्रांति को खिचड़ी के नाम से भी जाना जाता है।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने प्रदेशवासियों को मकर संक्राति पर्व की शुभकामनाएं दी है। अपने शुभकामना संदेश में मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि मकर संक्रान्ति का पर्व नई शुरूआत एवं नई गति का पर्व है।
इस पर्व पर सभी प्रदेशवासियों के लिए सुख, शांति एवं समृद्धि की कामना करते हुए मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि भगवान सूर्य की आराधना का यह पर्व हम सबके जीवन में नई ऊर्जा और उत्साह का संचार करे ।
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