हरिद्वार;
बीइंग भगीरथ की टीम ने गंगा में बह रहे लावारिस शव को गंगा से बाहर निकालकर मानवता का संदेश देते हुए गंगा के प्रति आस्था को फिर दर्शाया। बीइंग भगीरथ टीम के संयोजक शिखर पालीवाल को वालींटियर धीरज द्वारा दस नंबर ठोकर पर गंगा में बह रहे शव की सूचना दी गयी। गंगा में बह रहे शव को टीम के अथक प्रयासों से बाहर निकाला गया। शिखर पालीवाल ने बताया कि गंगा में बह रहे शव को निकालने में टीम के सदस्यों ने मेहनत की। शव के बहने की सूचना तत्काल पुलिस को भी दी गयी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जिला चिकित्सालय भिजवाया। शिखर पालीवाल ने बताया कि गंगा में बह रहा शव संभवत 55 वर्ष आयु के व्यक्ति का होगा। शव बेहद क्षत विक्षत अवस्था में था। टीम के सदस्यो द्वारा काफी जद्दोजहद कर शव को गंगा से बाहर निकाला गया।
इस दौरान तन्मय शर्मा, राजेश, शिवम अरोड़ा, जितेंद्र चैहान, वैभव जैन, संदीप खन्ना की मदद से गंगा में बह रहे शव को बाहर निकालने में कामयाबी मिली। शिखर पालीवाल ने कहा कि गंगा को प्रदूषण मुक्त बनाने में बीइंग भगीरथ की टीम गंगा में बह रहे शव के अलावा पशुओं के शव को भी पूर्व में निकाल चुकी है। आगे भी इस तरह का अभियान जारी रहेगा। घंटो की कड़ी मेहनत से मिलजुल कर गंगा मे बह रहे शव को बाहर निकालने मे बीइंग भगीरथ टीम को कामयाबी मिली।
मौके पर पहुंची पुलिस ने भी बीइंग भगीरथ टीम की सराहना की। एसएसआई नागेंद्र घिल्डियाल, कांस्टेबल मुकेश नेगी, दीवान सिंह मर्तोलिया ने कहा कि यह प्रयास सराहनीय है। टीम के वालिंटियर धीरज की तत्परता पर गंगा में अज्ञात शव को टीम के सदस्यों द्वारा बाहर निकाला गया। जोकि धार्मिक स्वरूप से भी पुण्य का कार्य है।
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