डोईवाला;
शुगर मिल, डोईवाला में 17 नवम्बर,2018 को लगभग 12:30 बजे दोपहर में मिल की छत की मरम्मत के दौरान एक मजदूर की मृत्यु हो गयी। ये दर्दनाक हादसा उस समय पेश आया ,जब मजदूर मिल की छत पर टिन शेड बदलने का कार्य कर रहे थे। उसी दौरान लगभग 18 वर्षीय इसराइल पुत्र मोहमद रफी , निवासी जनपद यमुनानगर , ग्राम कलनोर जब सीमेंट की चादर वाली छत से नीचे उतर रहा था, कि अचानक उसके टूट जाने से ,वह नीचे आ गिरा।
आनन फानन में उसे जॉलीग्रांट हॉस्पिटल ले जाया गया, जहैं उसे मृत घोषित कर दिया गया।
लड़के के पिता सब्ज़ी बेचने का काम करते है। 05 बहनों का वह एकलौता भाई था। पहली बार काम करने के लिए ,माता पिता ने भेजा था।मृतक के परिजनों का कहना था कि उसे अभी 2 दिन ही काम पर आए हुए थे, कि मौत ने उसे आगोश में ले लिया। उसके पिता की आंखों से सिर्फ आंसू बरस रहे थे, अपने एकलौते पुत्र और परिवार के सहारे को खोने का गम उनके चेहरे और साफ दिख रहा था। साथ मे आये रिश्तेदारों के कहना है कि बिना बेल्ट बंधे , लगभग 50 फ़ीट से अधिक ऊंचाई पर काम करवाना जिम्मेदार व्यक्तियों की घोर लापरवाही दिखाता है। 12 घण्टे तक मिल का कोई भी अधिकारी उनके पास नही आया, बाद में चीफ इंजीनियर और ठेकेदार ने आकर पंचनामे की कार्यवाहो में साथ दिया। मृतक के गांव के सरपंच ने बताया कि देर शाम कल 18 नवम्बर ,2018 को वे मृतक का शव लेकर चले गए।
शुगर मिल, डोईवाला में 17 नवम्बर,2018 को लगभग 12:30 बजे दोपहर में मिल की छत की मरम्मत के दौरान एक मजदूर की मृत्यु हो गयी। ये दर्दनाक हादसा उस समय पेश आया ,जब मजदूर मिल की छत पर टिन शेड बदलने का कार्य कर रहे थे। उसी दौरान लगभग 18 वर्षीय इसराइल पुत्र मोहमद रफी , निवासी जनपद यमुनानगर , ग्राम कलनोर जब सीमेंट की चादर वाली छत से नीचे उतर रहा था, कि अचानक उसके टूट जाने से ,वह नीचे आ गिरा।
आनन फानन में उसे जॉलीग्रांट हॉस्पिटल ले जाया गया, जहैं उसे मृत घोषित कर दिया गया।
लड़के के पिता सब्ज़ी बेचने का काम करते है। 05 बहनों का वह एकलौता भाई था। पहली बार काम करने के लिए ,माता पिता ने भेजा था।मृतक के परिजनों का कहना था कि उसे अभी 2 दिन ही काम पर आए हुए थे, कि मौत ने उसे आगोश में ले लिया। उसके पिता की आंखों से सिर्फ आंसू बरस रहे थे, अपने एकलौते पुत्र और परिवार के सहारे को खोने का गम उनके चेहरे और साफ दिख रहा था। साथ मे आये रिश्तेदारों के कहना है कि बिना बेल्ट बंधे , लगभग 50 फ़ीट से अधिक ऊंचाई पर काम करवाना जिम्मेदार व्यक्तियों की घोर लापरवाही दिखाता है। 12 घण्टे तक मिल का कोई भी अधिकारी उनके पास नही आया, बाद में चीफ इंजीनियर और ठेकेदार ने आकर पंचनामे की कार्यवाहो में साथ दिया। मृतक के गांव के सरपंच ने बताया कि देर शाम कल 18 नवम्बर ,2018 को वे मृतक का शव लेकर चले गए।
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