तिरुवनंतपुरम ;
भगवान अयप्पा के मंदिर सबरीमाला में आज शाम 5 बजे पूजा के लिए कपट खोले जाएंगे। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद बुधवार को पहली बार सबरीमाला मंदिर के कपाट मासिक पूजा के लिए खोले जाएंगे। परंतु, कोर्ट के आदेश को लेकर विरोध जारी है। महिलाओं को मंदिर में प्रवेश से रोकने के खिलाफ महिलाएं ही खड़ी हो गई हैं।
सरकार ने मन्दिर के अस्स पास सुरक्षाबलों के 1100 जवानों को तैनात किया है।
केरल सरकार महिलाओं के प्रवेश को लेकर तैयारियां पूरी होने का दावा कर रही है, लेकिन मंगलवार को विरोध कर रही महिला श्रद्धालुओं ने एक भी गाड़ी को नीलाक्कल से आगे नहीं जाने दिया। इस दौरान पुलिस इंतजाम भी नाकाफी दिखे।
भगवान अयप्पा मंदिर से 20 किमी पहले बेस कैंप नीलाक्कल में गाड़ियों को रोका जा रहा है। पारंपरिक साड़ी पहने महिलाओं के समूह हर गाड़ी की तलाशी ले रहे हैं। गाड़ियों से 10 से 50 वर्ष की महिलाओं को बाहर निकाला जा रहा है। निजी वाहनों के साथ ही राज्य परिवहन की बसों को भी आगे नहीं जाने दिया जा रहा है।
विरोध कर रही एक महिला ने कहा, ‘प्रतिबंधित आयु वर्ग की किसी भी महिला को निलाक्कल से आगे नहीं जाने दिया गया। अब देखना यह है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर क्या प्रतिक्रिया शाम को दिखाई देगी?
भगवान अयप्पा के मंदिर सबरीमाला में आज शाम 5 बजे पूजा के लिए कपट खोले जाएंगे। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद बुधवार को पहली बार सबरीमाला मंदिर के कपाट मासिक पूजा के लिए खोले जाएंगे। परंतु, कोर्ट के आदेश को लेकर विरोध जारी है। महिलाओं को मंदिर में प्रवेश से रोकने के खिलाफ महिलाएं ही खड़ी हो गई हैं।
सरकार ने मन्दिर के अस्स पास सुरक्षाबलों के 1100 जवानों को तैनात किया है।
केरल सरकार महिलाओं के प्रवेश को लेकर तैयारियां पूरी होने का दावा कर रही है, लेकिन मंगलवार को विरोध कर रही महिला श्रद्धालुओं ने एक भी गाड़ी को नीलाक्कल से आगे नहीं जाने दिया। इस दौरान पुलिस इंतजाम भी नाकाफी दिखे।
भगवान अयप्पा मंदिर से 20 किमी पहले बेस कैंप नीलाक्कल में गाड़ियों को रोका जा रहा है। पारंपरिक साड़ी पहने महिलाओं के समूह हर गाड़ी की तलाशी ले रहे हैं। गाड़ियों से 10 से 50 वर्ष की महिलाओं को बाहर निकाला जा रहा है। निजी वाहनों के साथ ही राज्य परिवहन की बसों को भी आगे नहीं जाने दिया जा रहा है।
विरोध कर रही एक महिला ने कहा, ‘प्रतिबंधित आयु वर्ग की किसी भी महिला को निलाक्कल से आगे नहीं जाने दिया गया। अब देखना यह है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर क्या प्रतिक्रिया शाम को दिखाई देगी?
एक टिप्पणी भेजें