नरेंद्र नगर;
वाचस्पति रयाल
नरेंद्र नगर जिला बनाओ संघर्ष समिति के संरक्षक व पूर्व पालिका अध्यक्ष सोबन सिंह नेगी तथा जिला बनाओ संघर्ष समिति के महासचिव वाचस्पति रियाल के नेतृत्व में नरेंद्र नगर को जिला बनाए जाने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन उप जिलाधिकारी लक्ष्मी राज चौहान के माध्यम से प्रेषित किया गया।
ज्ञापन सौंपते हुए जिला बनाओ संघर्ष समिति के महासचिव वाचस्पति रयाल व संरक्षक सोबन सिंह नेगी ने यहां जिला बनाए जाने के तर्क देते हुए कहा कि 63 वर्षों से अधिक समय तक टिहरी जिले का मुख्यालय रहा।
नरेंद्र नगर से जिला मुख्यालय 1989 में जब नई टिहरी अंतरित कर दिया गया तो यहां के लोग हतप्रभ हो गए थे। उन्होंने तभी जिले की मांग को लेकर आंदोलन शुरु किया था।
आंदोलन का संज्ञान लेते हुए तत्कालीन उत्तर प्रदेश की मायावती सरकार के निर्देश पर पुनः जिला गठन की फाइल लखनऊ भेजी गई थी। तब नरेंद्र नगर, रुद्रप्रयाग चंपावत और बागेश्वर नए जिलों के गठन की फाइलें लखनऊ प्रेषित की गई थी।
मगर दुर्भाग्य यह रहा कि जो नरेंद्र नगर नंबर एक पर था उसे छोड़ कर शेष तीनों जनपदों का सृजन कर दिया गया। संघर्ष समिति ने जिले के लिए बनी पुरानी फाइल को ज्ञापन के साथ संलग्न करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री से मांग की है कि नरेंद्र नगर जैसे ऐतिहासिक नगरी की अस्मिता नए जिले का सृजन कर बचाई जाए।
ज्ञापन में कहा गया है कि प्रदेश में अब तक जितने मुख्यमंत्री सत्तासीन रहे हैं सभी को ज्ञापन देने के साथ कई मर्तबा जिले के संबंध में वार्ताएं भी हो चुकी हैं, मगर अब तक सरकार नहीं जिलों के गठन के मामलों को ठंडे बस्ते में ही रखा है।
ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि नरेंद्र नगर पूर्व में 63 वर्षों तक जिले का मुख्यालय रहने के फलस्वरुप यहां पर दफ्तरों के लिए आधारभूत ढांचा पहले से ही बनकर तैयार है लिहाजा नरेंद्र नगर को नया जिला सृजित करने में सरकार को अत्यधिक वित्तीय भार नहीं उठाना पड़ेगा।
ज्ञापन देने से पूर्व पालिका के रामलीला मैदान में जिला सृजन के मामले में ठोस प्रस्ताव पारित किए गए।
बैठक का संचालन करते हुए जिला बनाओ संघर्ष समिति के महासचिव वाचस्पति रयाल ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि अब वक्त आ गया है कि प्रदेश के अंदर नए जिलों का तत्काल सृजन किया जाए, और नरेंद्र नगर को नये जिले के रूप में सृजित किया जाए।
वक्ताओं का कहना था कि तमाम पहलुओं को देख कर नरेंद्र नगर जिले के रूप में सृजित किया जाना चाहिए। यदि जिला सृजन के मामले में नरेंद्र नगर की उपेक्षा की गई है तो व्यापक स्तर पर आर-पार की लड़ाई छेड़ते हुए संघर्ष का आव्हान किया जाएगा।
बैठक के तुरंत बाद ज्ञापन प्रेषित किया गया।
ज्ञापन प्रेषित करने वालों में संघर्ष समिति के महासचिव रयाल, संरक्षक नेगी के अलावा संघर्ष समिति के कोषाध्यक्ष सुंदर सिंह रावत, धर्म सिंह चौहान, जयपाल सिंह नेगी, पूर्व पालिका अध्यक्ष राजेंद्र सिंह राणा ,पूर्व पालिका उपाध्यक्ष राजेंद्र गुसाईं ,नरपाल सिंह भंडारी, एडवोकेट विकास उनियाल, विद्यासागर गॉड, धूम सिंह नेगी ,पूर्व पालिका सभासद मानवेंद्र रांगड़, अरुण नेगी सहित बड़ी संख्या में लोग शामिल थे।
उप जिलाधिकारी लक्ष्मी राज चौहान ने संघर्ष समिति को आश्वस्त किया कि उन के माध्यम से मुख्यमंत्री को प्रेषित ज्ञापन वह तुरंत प्रेषित कर देंगे।
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