देहरादून के अन्तर्गत कालसी, चकराता, त्यूनी तीनों तहसीलों में बने जौनसारी जाति के फर्जी प्रमाण पत्र निस्कासित एवं तीनों तहसीलों के भौतिक सत्यापन हेतु नवक्रान्ति संगठन बे जिलाधिकारी देहरादून को ज्ञापन सौंपा।
संगठन के लोगों केेआ कहना है कि जौनसारी जनजाति के तीनों तहसीलो में हजारों प्रमाण पत्र फर्जी पाये जाने की पुष्टि एवं चिह्नीकरण के बाद भी प्रतिनिधि मूल लोगों के हक़ अधिकार के लिए पैरवी हेतु सहयोग में आगे नहीं आ रहे है, वल्कि चुप्पी साधे बैठे है। जिसका पूरा इशारा पक्ष विपक्ष प्रतिनिधियों का बाहरी लोगो के हित में है ।
येे मूल निवासियों के हक़ का हनन है। इसलिए अपने हक़ के लिए आगे आकर इस फर्जीवाड़े में लिप्त सभी सम्बंधित बाहरी लोगो, अधिकारी, एवं नेताओ का पर्दा फाश होना चाहिए।सैकड़ो बाहरी लोग इन प्रमाणपत्रों के आधार पर बाहर नौकरी कर रहें हैं ।
माननीय न्यायालय एवं जनजाति आयोग ने फर्जी प्रमाणों को निरस्त हेतु जिलाधिकारी देहरादून एवं उपजिलाधिकारी चकराता को आदेश किये है।लेकिन फर्जी बाहरी लोग एवं विभागीय अधिकारी एवं प्रतिनिधि उक्त प्रकरण को दबाना चाहते है
इस विषय को लेकर आज *कल देहरादून में नवक्रान्ति स्वराज मोर्चा के बैनर तले जौनसार बावर के तमाम संगठन एवं जौनसार बावर के मूल निवासियों द्वारा जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा और फर्जीवाड़े में लिप्त लोगों पर उचित कार्यवाही एवं फर्जी प्रमाण पत्रों को निरस्त करने की बात कही गई और साथ में कहा गया कि यदि उक्त प्रकरण पर यदि जल्द उचित कार्यवाही नहीं होती तो जौनसार बावर के तमाम संगठन एवं जनमानस द्वारा उग्र आन्दोलन किया जायेगा ।
जिसकी जिम्मेदारी स्वयं शासन प्रशासन की होगी मोके पर नवक्रान्ति संगठन के गम्भीर चौहान, गजेन्द्र जोशी, फतेह सिंह कुलदीप चौहान, विपिन जोशी, सतपाल, जौनसार बावर महासभा के अध्यक्ष मुन्ना राणा ,विजय चौहान, सरदार,मनोज जोशी,नमन विजल्वाण , सुरेन्द्र जोशी, केशर जोशी,चतर दत्त जोशी, कल्याण सिंह, विजय शर्मा, राहुल पंवार,प्रमेश, स्वराज आदि मौजूद रहे ।
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