डोईवाला;
आज मुख्यमन्त्री ने स्थानीय निवासियों की शिकायत पर संज्ञान लेते हुए ,भोपालपानी के पुल की विस्तृत समीक्षा की।
सड़कों में धंसाव व दीवारों में दरारे व दीवारों के बाहर आने की घटना का गम्भीरता से संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने प्रमुख अभियन्ता लोक निर्माण विभाग को तत्काल गहराई से जांच के आदेश दिए।
देहरादून में रायपुर- थानौ मार्ग के मध्य निर्माणधीन सौंडा-सरौली तथा भोपालपानी के पुल के सम्बंध में अनियमितताएं देखते हुए मुख्यमंत्री ने उपस्थित लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों व कार्यदायी संस्था के प्रतिनिधियों को कड़ी फटकार लगाई व प्रमुख अभियन्ता लोक निर्माण विभाग को मामले की तत्काल जांच के आदेश दिए।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने अधिकारियों से पूछा कि क्या उनके ऊपर निर्माण कार्य को शीघ समाप्त करने का कोई दवाब था जो इतने जल्दबाज़ी में गुणवत्ता विहीन कार्य किया गया है। उन्होंने चेताया ,इस प्रकार की घटनाओं में संलिप्त अधिकारी, कार्मिक व ठेकेदार सख्त कार्यवाही से बच नही सकते। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्यो में किसी भी प्रकार की लापरवाही व गुणवता में गिरावट बर्दाश्त नही की जाएगी। मुख्यमंत्री ने उपस्थित स्थानीय लोगो से भी बातचीत की तथा स्थिति की विस्तृत जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने लोगो से कहा कि इस प्रकार के लापरवाही के लिए दोषियों को बख्शा नही जाएगा। जांच में सभी तथ्य सामने आने पर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने रायपुर -थानौ मार्ग पर सौंडा सरौली पुल का भी विस्तृत स्थलीय निरीक्षण किया तथा निर्माण कार्यो की अद्यतन जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री ने उपस्थित अधिकारियों को सौंडा सरौली पुल को ससमय पूरा करने तथा निर्माण कार्यो की गुणवता बनाए रखने के निर्देश दिए। बताया गया कि उक्त पुल का निर्माण कार्य आगामी 30 सितम्बर तक पूरा कर लिया जाएगा।
मौके पर इंजीनियरिंग चीफ (एचओडी) श्री आर सी पुरोहित, लोक निर्माण विभाग (एनएच) के चीफ इंजीनियर श्री हरी ओम शर्मा, सुपरिडेन्टेड इंजीनियर श्री राजेश शर्मा , भाजपा जिलाध्यक्ष शमशेर पुंडीर, संजीव लोधी आदि कार्यकर्ता भी उपस्थित थे।
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