डोईवाला:
स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय के हिमालयन कॉलेज ऑफ नर्सिंग व हिमालयन स्कूल ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज के छात्र-छात्राओं के लिए जॉयफुल लिविंग कार्यशाला का आयोजन किया गया।
स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय के हिमालयन कॉलेज ऑफ नर्सिंग व हिमालयन स्कूल ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज के छात्र-छात्राओं के लिए जॉयफुल लिविंग कार्यशाला का आयोजन किया गया।
जिसमें छात्र-छात्राओं को योग व ध्यान के माध्यम
से तनाव मुक्त जीवन शैली के बारे में लेक्चर दिए गए। जिसमें डॉ. विजेंद्र
चौहान ने बताया कि आज के समय में कैंसर जैसी बीमारियों का होना सामान्य रूप
से सुनने को मिल रहा है, उन्होंने कहा कि इसका मुख्य कारण है हमारी
जीवनशैली पुराने समय में उन्होंने बताया कि उनकी मां के जमाने में वो रोज
सुबह उठ कर चक्की खुद चलाकर आटा पीसती थी, जिससे उनका अपने आप में ही
व्यायाम हो जाता था। डॉ. चौहान ने छात्र-छात्राओं से कहा कि हम अपनी
जीवनशैली में अगर सुबह के समय व्यायाम व योग को शामिल करे तो हम स्वस्थ रह
सकते हैं। उन्होंने कहा हमारे मानसिक व शाररिक स्वास्थ्य के लिए यह भी
आवश्यक है, कि हम भोजन कैसा ले रहे हैं, भोजन पकाने वाला व्यक्ति कैसी
भावनाओं के साथ भोजन बना रहा है, कहा कि तन व मन दोनों का स्वस्थ रहना
आवश्यक है, अगर हमारा मन व तन दोनों स्वस्थ हैं तो हम अपने जीवन में लक्ष्य
को प्राप्त करने में आने वाली चुनौतियों का सामना सहजता के साथ कर सकते
हैं। जॉयफुल लिविंग कार्यशाला में एसआरएचयू के वित्तीय सलाहकार डॉ. प्रकाश
केशवया ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि योग व ध्यान के लिए उम्र की
कोई बाध्यता नही है, कहा कि बुर्जुग लोगों का ही योग करना चाहिए अगर हम
छात्र जीवन से ही योग, ध्यान की आदत डाले तो पूरे जीवन में हम शांति,
प्रेम, सेवा जैसे भावों अनुभव कर सकते हैं। उन्होंने डॉ. स्वामी राम की
टीचिंग पर भी प्रकाश डाला जिसमें बताया गया कि जीवन में दया, प्रेम, सेवा
जैसे भावों को होना अति आवश्यक है, ईश्वर ने मनुष्य को विवेकशील प्राणी
बनाया है। डॉ. कैथी ने छात्रों को तनाव मुक्त जीवन कैसे जिया जाए इसकी
टेक्निक समझाई साथ ही योग आसन के अभ्यास भी करवाए गए।
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