हल्द्वानी;
पंकज सक्सेना
हल्द्वानी के राजकीय सुशीला तिवारी चिकित्सालय में फिर एक बार बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है। डॉक्टरों की लापरवाही के कारण सुशीला तिवारी चिकित्सालय में 4 नवजन्मे बच्चों की मौत हो गयी है।
और महिलाओं की हालत नाजुक बताई जा रही है।
सुशीला तिवारी अस्पताल का यह पहला मामला नहीं है ।सूत्रों के अनुसार ,लगातार यहां पर ऐसे हादसे होते रहते है। सुशीला तिवारी चिकित्सालय प्रशासन अपनी तरफ से किसी भी मामले से पल्ला झाड़ लेता है और कोई कार्रवाई नही करता।
मामला कल रात का है,ज। 04 गर्भवती महिला मरीजों को भर्ती किया गया था ,जो खटीमा लाल कुआं बनबसा से आई थी ।परिजनों का आरोप है कि हम लोगों से ना तो किसी कागज पर साइन कराए गए और ना ही हमको कुछ बताया गया ।अचानक ,रात के 2:00 बजे ऑपरेशन करके डिलीवरी की गई है, उसके बाद चारों बच्चों की एक साथ मौत हो गई।
जिसके बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया ।
जब परिजनों को बच्चों की मौत का पता चला तो उन लोगों ने जमकर हंगामा काटा ।
परिजनों का आरोप है कि यहां काम करने वाले अपना काम सही से नही करते बल्कि गंदी गंदी गालियां देते है।
यहां तक कि गुंडागर्दी दिखाते हुए ,जूनियर डॉक्टर के द्वारा महिला महिला मरीजों का ऑपरेशन किया गया है।
जिसकी लापरवाही के कारण बच्चों की मौत हो गई है। और अभी महिलाएं भी गंभीर अवस्था मे है।
डॉक्टरों को भगवान समझकर गरीब लोग
उम्मीद लगाते हैं लेकिन सुशीला तिवारी चिकित्सालय में आए दिन मौत के हादसे होते रहते हैं ।लेकिन प्रशासन और राज्य सरकार चिकित्सालय पर कोई कार्रवाई नहीं करती है ।
ऐसे में सवाल यह उठता है कि गरीब मरीज आखिर कहां जाए?
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