ऋषिकेश;
उत्तम सिंह की आंखों देखी रिपोर्ट..
सौग नदी के पानी से घिरे गौहरीमाफी मे 15 दिनो से चारो तरफ पानी का मंजर के हालात तस्वीरों मे जर्जर भवन मे खडे ग्रामीण यही बया कर रहा है कि फिर कैसे उसका आशियाना बन पाएगा।
ग्रामीणो के खेत खलिहान बह चुके है । भवन जर्जर हो चुके है । फसले बर्बाद हो चुकी है । जहां गौहरीमाफी गांव मे खेत खलियानों मे फसले लहराती थी । आज वहां पानी जैसा मंजर ग्रामीणो के आँखों मे आँसू ला रहा है।मन मे झकझोर कर रहा है ।
हर वर्ष बरसात के मौसम में बाढ़ की मार झेलने वाले गौहरीमाफी गांव ने इस बार भी बाढ़ से ग्रामीण त्राही-त्राही हुये है । गौहरीमाफी में गंगा व सौंग नदी के किनारे बने तटबन्ध बीते 3 वर्षो से टूटे होने के कारण बरसात के मौसम में हर वर्ष बाढ के कारण खेतो का कटाव होता है, लोगों के घरों में पानी घुस जाता है।
जिससे ग्रामीणों का जीवन प्रभावित होने के साथ ही भारी नुकसान भी उठाना पड़ता है, बरसात में यहां सौंग नदी और दूसरे छोर में बहने वाली गंगा नदी गांव के लिए अभिशाप बन जाती है ।
गौहरीमाफी गांव के साथ ही आपसपास के गांवो में बाढ़ हमेशा कोहमराम मचाती है, इस बार भी गौहरी माफी में बाढ़ सुरक्षा के लिए प्रशासन द्वारा किए गये अस्थाई कार्य ऊँट के मुंह में जीरा जैसा साबित हुए, हर वर्ष नेता अधिकारी बाढ़ के समय गौहरीमाफी का दौरा करते है।
ग्रामीणों को बाढ़ सुरक्षा को लेकर आश्वासन तो मिलते है,परंतु योजना धरातल पर नहीं उतरती है ।
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