नई दिल्ली:
भारत के 93 वर्षीय पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की हालत नाज़ुक बताई जा रही है, उन्हें पूर्णतः जीवन रक्षक तंत्र पर रखा गया है, एम्स , के अनुसार उनकी हालत स्थिर है. जारी किय गयी खबर में बताया गया है कि उनकी हालत पिछले २४ घंटो में और खराब हुई है.
कल रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री राजनाथ उनसे मिलने एम्स पंहुचे .उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू समेत अनेक केंद्रीय मंत्री पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी के हाल जानने एम्स पंहुचे.
ज्ञात हो की पूर्व पी एम को 11 जून 2018 में वाजपेयी को गुर्दा (किडनी) नली में संक्रमण, छाती में जकड़न, मूत्रनली में संक्रमण जैसी स्वास्थ्य समस्याओं के बाद एम्स में भर्ती कराया गया।
उनकी हालत गंभीर है। उन्हें वेंटिलेटर सपॉर्ट पर रखे गए हैं और सीएन टावर स्थित आईसीयू में डॉक्टरों की एक टीम लगातार उनकी हालत पर नजर रखी हुई है। 2009 में उन्हें स्ट्रोक आया था जिसके बाद उनकी सोचने-समझने की क्षमता कमजोर हो गई। बाद में वह डिमेंशिया से भी पीड़ित हो गए।
भारत के 93 वर्षीय पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की हालत नाज़ुक बताई जा रही है, उन्हें पूर्णतः जीवन रक्षक तंत्र पर रखा गया है, एम्स , के अनुसार उनकी हालत स्थिर है. जारी किय गयी खबर में बताया गया है कि उनकी हालत पिछले २४ घंटो में और खराब हुई है.
कल रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री राजनाथ उनसे मिलने एम्स पंहुचे .उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू समेत अनेक केंद्रीय मंत्री पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी के हाल जानने एम्स पंहुचे.
ज्ञात हो की पूर्व पी एम को 11 जून 2018 में वाजपेयी को गुर्दा (किडनी) नली में संक्रमण, छाती में जकड़न, मूत्रनली में संक्रमण जैसी स्वास्थ्य समस्याओं के बाद एम्स में भर्ती कराया गया।
उनकी हालत गंभीर है। उन्हें वेंटिलेटर सपॉर्ट पर रखे गए हैं और सीएन टावर स्थित आईसीयू में डॉक्टरों की एक टीम लगातार उनकी हालत पर नजर रखी हुई है। 2009 में उन्हें स्ट्रोक आया था जिसके बाद उनकी सोचने-समझने की क्षमता कमजोर हो गई। बाद में वह डिमेंशिया से भी पीड़ित हो गए।
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