ऋषिकेश :
उत्तम सिंह
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ,ऋषिकेश में विभिन्न पदों पर कार्यरत सैकडो कर्मचारियों अपने भविष्य को लेकर चितिंत हैं। एम्स मे पाँच साल से अधिक समय से कार्य कर रहे कर्मचारियों के कार्य को असंतोषजनक बताकर एम्स प्रशासन बाहर का रास्ता दिखा रहा है।
एम्स ऋषिकेश की अव्यवस्थाओं पर भाजपा की चुप्पी अब आम आदमी को खलने लगी है। राज्य के पांच लोकसभा सांसदों में से किसी ने आज तक इस पर मुंह नहीं खोला। प्रदेश की व्यवस्था को एम्स पहले दिन से ही खास तवज्जो नहीं देता।
परिणाम एम्स प्रशासन की हर स्तर पर मनमानी जारी है। एम्स में व्याप्त अव्यवस्थाओं पर महीनों से धरना चल रहा है। मगर ना केंद्र और ना राज्य सरकार कोई संज्ञान लेने को तैयार नहीं है। इसी का परिणाम है कि अब एम्स प्रशासन यहां अस्थायी तौर पर नौकरी कर रहे सैकड़ों कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा रहा है।
पांंच साल से अधिक समय से कार्य कर रहे कर्मचारियों की सेवा को असंतोषजनक बताया जा रहा है। एम्स मे कार्य कर रहे कर्मचारी अब अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं कि कब बाहर होने का उनका नंबर आ जाये। हैरानी की बात ये कि अंदर एम्स प्रशासन नहीं सुन रहा है और बाहर सरकार इस मामले को कोई तवज्जो नहीं दे रही है।
सरकार के इस रवैए को देखते हुये पुलिस प्रशासन भी अक्सर एम्स की भाषा ही बोलता दिखता है ।यही नहीं युवाओं को नौकरी से निकालने-लगाने में बड़े खेल की भी खूब चर्चाये हो रही हैं। एम्स प्रशासन पर कई बार गंभीर आरोप भी लग चुके हैं।लेकिन कार्यवाही के नाम पर अब तक कुछ नहीं हुआ ।
एक टिप्पणी भेजें